________________ ( 24 ) मूत्रकृच्छू और उष्णवात में-२०३ मूत्रकृच्छू और मूत्रावरोध पर-६० मूत्रशुद्धि के लिए-२०१ मूत्राघात पर-२२५ मूत्राघात में-१७० मेदरोग में-८२ यकृत में-१७८, 263 योनि की दाह पर-१२२ योनिशूल और पुष्पावरोध में-१२९ योनिशूल पर-१६८ रक्तगुल्म में-८८, 168 रक्तजन्य दाह पर-२२५ रक्तज वमन में-२६० रक्तपिच पर-१२१ रक्तपित्त में-९७, 248, 253 रक्तप्रदर में-७३, 255 रक्त-विकार पर-२१७ रक्त-विकार में-८५, 160, 178, 193 रक्त-शुद्धि के लिए-६९, 210, 213, 243 रक्तस्त्राव और चक्कर में-२५६ रक्तस्राव पर-१९९ रक्तस्राव में-१३९ रक्तातीसार-६६, 116, 122, 140, 219 रक्तातीसार पर-१२७ रक्तातीसार में-९८