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________________ . .सं. 24 सचित्ताचित्त [मिभ] सचित्त-अचित्त-मिश्र सचित्ताचिंत्त अचित्त सचित्त-अचित्त-सचित्ताचित्त योनिका जीवाजीवपन // ऋजु-वक्रागतिमें परभवायुष्यके उदय समयमें आहारक और अनाहारक समय निर्णयका यन्त्र // गतिनाम अनाहारीपन कितने परभवायुष्य उदय आहारीपन समयकी ? व्यवहारनयसे-निश्चयनयसे | व्यवहारनयसे-निश्चयनयसे | व्यवहारनयसे-निश्चयनयले अनाहारीपन नहीं है . 0 अनाहारीपन नहीं है .1 समय ऋजुगति 1 समयकी प्रथमसमयमें प्रथमसमयमें | प्रथमसमयमें प्रथमसमयमें एकवक्रा द्वितीयसमयमें , पहले-दूसरेसमयपर, दूसरेसमयपर द्विवक्रा पहले-तीसरेसमयपर, तीसरेसमयपर त्रिवत्रा पहले-चौथेसमयपर, चौथेसमयपर | चतुर्वक्रा पहले-पाँचवेंसमयपर, पाँच-समयपर | . * इस विषयकी गाथाओंके पहले यहाँ यन्त्र दिया, वह सुविधाके कारण है / द्वितीयसमयपर 2. दूसरे-तीसरे 3 समय तीसरे चौथे पाँचवें-४ समय /
SR No.004267
Book TitleSangrahaniratna Prakaran Bruhat Sangrahani Sutra
Original Sutra AuthorChandrasuri
AuthorYashodevsuri
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1984
Total Pages756
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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