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________________ 17. (क) आकारान्त, इ-ईकारान्त, उ- ऊकारान्त (स्त्री.) (क) प्रथमा बहुवचन 1/2 (ख) द्वितीया बहुवचन 2/2 अपभ्रंश भाषा में आकारान्त, इ-ईकारान्त और उ- ऊकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्दों के प्रथमा विभक्ति बहुवचन तथा द्वितीया विभक्ति बहुवचन में 'उ' और 'ओ' प्रत्यय जोड़े जाते हैं। जैसे - प्रथमा बहुवचन 1/2 कहा (स्त्री.) ( कहा + उ ) = कहाउ (प्रथमा बहुवचन) ( कहा + ओ = कहाओ (प्रथमा बहुवचन) मइ (स्त्री.) (मइ + उ ) = मइउ (प्रथमा बहुवचन) (मइ+ओ) = मइओ (प्रथमा बहुवचन) लच्छी (स्त्री.) (लच्छी + उ ) = लच्छीउ (प्रथमा बहुवचन) ( लच्छी+ओ ) = लच्छीओ (प्रथमा बहुवचन) धेणु (स्त्री.) (धेणु + उ ) = धेणुउ (प्रथमा बहुवचन) (धेणु +ओ ) = धेणुओ (प्रथमा बहुवचन) = बहूउ (प्रथमा बहुवचन) बहू (स्त्री.) (बहू + 3 ) ( बहू +ओ ) = बहूओ (प्रथमा बहुवचन) द्वितीया बहुवचन 2/2 (ख) कहा (स्त्री.) ( कहा + उ ) = कहाउ (द्वितीया बहुवचन) ( कहा +ओ ) = कहाओ ( द्वितीया बहुवचन) मइ (स्त्री.) (मइ + उ ) = मइउ ( द्वितीया बहुवचन) ( मइ + ओ ) = मइओ ( द्वितीया बहुवचन) लच्छी (स्त्री.) (लच्छी+उ) = लच्छीउ ( द्वितीया बहुवचन) (लच्छी+ओ) = लच्छीओ (द्वितीया बहुवचन) (17) अपभ्रंश - हिन्दी-व्याकरण Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004214
Book TitleApbhramsa Hindi Vyakaran
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani, Shakuntala Jain
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year2012
Total Pages138
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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