SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 421
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ३८८ निशीथ सूत्र जे भिक्खू पंकगओ जलगयस्स असणं वा पाणं वा खाइमं वा साइमं वा पडिग्गाहेइ पडिग्गाहेंतं वा साइजइ॥ २८॥ जे भिक्खू पंकगओ पंकगयस्स असणं वा पाणं वा खाइमं वा साइमं वा पडिग्गाहेइ पडिग्गाहेंतं वा साइजइ॥ २९॥ जे भिक्खू पंकगओ थलगयस्स असणं वा पाणं वा खाइमं वा साइमं वा पडिग्गाहेइ पडिग्गाहेंतं वा साइजइ॥ ३०॥ जे भिक्खू थलगओ णावागयस्स असणं वा पाणं वा खाइमं वा साइमं वा पडिग्गाहेइ पडिग्गाहेंतं वा साइजइ।। ३१॥ जे भिक्खू थलगओ जलगयस्स असणं वा पाणं वा खाइमं वा साइमं वा पडिग्गाहेइ पडिग्गाहेंतं वा साइज्जइ॥ ३२॥ जे भिक्खू थलगओ पंकगयस्स असणं वा पाणं वा खाइमं वा साइमं वा पडिग्गाहेइ पडिग्गाहेंतं वा साइजइ॥ ३३॥ जे भिक्खू थलगओ थलगयस्स असणं वा पाणं वा खाइमं वा साइमं वा पडिग्गाहेइ पडिग्गाहेंतं वा साइज्जइ॥ ३४॥ कठिन शब्दार्थ - अणट्ठाए - बिना कारण के, किणइ - खरीदता है, किणावेई - खरीदवाता है, कीर्य - खरीदी हुई, पामिच्चा - प्रामृत्य - उधार लाई हुई, ओकसावेइ - अवकर्षयति - उतरवाता है, पुण्णं - पूर्ण - जलभृत, उस्सिंचइ - जल रहित करता है, सण्णं - कीचड़ में फंसी हुई, उप्पिलावेइ - उत्प्लावयति - बाहर निकलवाता है, पडिणावियंप्रतिनाविक, गुगामिणि - ऊर्ध्वगामिनी - जल प्रवाह के विरुद्ध गतिशील, अहोगामिणिं - अधोगामिनी - प्रवाह के अनुसार गतिशील, जोयणवेलागामिणि - एक योजन तक जाने वाली, अद्धजोयणवेलागामिणिं - अर्द्धयोजन परिमित जाने वाली, आकसह- खींचता है, अकसावेइ - खिंचवाता है, खेवावेइ - पतवार द्वारा अन्य से (नाव का पानी में) चालन करवाता है (खिवाता है), कहा- कर्षति - खींचता है (निकालता है), अलित्तएण - अरित्रेण - चप्पू, पप्फिडएण - नौका चलाने का उपकरण विषेश (पतवार सदृश), बसेणबांस मे, बलेण- बल्ले से (चौड़ा काष्ठ पट्ट), वाहेइ - चलवाता है, उत्तिंगेणं - छिद्र से, उबसपार - वेगपूर्वक, कज्जलावेमाणं- डूबती हुई, पेहाए - देख कर, आसत्थपत्तेण - Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004200
Book TitleNishith Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2007
Total Pages466
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_nishith
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy