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________________ ३१० प्रज्ञापना सूत्र ** * * - *-* - * - *-* -*- 4 -*-*-*- -*- *-*- *-*- *-*-* * * * * * * * * * ** * * * * भावार्थ - प्रश्न - हे भगवन्! इन पर्याप्तक बादर पृथ्वीकायिक और अपर्याप्तक बादर पृथ्वीकायिक में कौन किनसे अल्प, बहुत, तुल्य या विशेषाधिक हैं ? उत्तर - हे गौतम! सबसे थोड़े पर्याप्तक बादर पृथ्वीकायिक हैं, उनसे अपर्याप्तक बादर पृथ्वीकायिक असंख्यात गुणा हैं। एएसि णं भंते! बायर आउकाइयाणं पज्जत्तापज्जत्तगाणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा, बहुया वा, तुल्ला वा, विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा बायर आउकाइया पजत्तगा, बायर आउकाइया अपज्जत्तगा असंखिज्ज गुणा। भावार्थ - प्रश्न - हे भगवन् ! इन पर्याप्तक बादर अप्कायिक और अपर्याप्तक बादर अप्कायिक में कौन किनसे अल्प, बहुत, तुल्य या विशेषाधिक है? ___ उत्तर - हे गौतम! सबसे थोड़े पर्याप्तक बादर अप्कायिक हैं, उनसे अपर्याप्तक बादर अप्कायिक असंख्यात गुणा है। ___ एएसि णं भंते! बायर तेउकाइयाणं पज्जत्तापज्जत्तगाणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा, बहुया वा, तुल्ला वा, विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा बायर तेउकाइया पज्जत्तगा, बायर तेउकाइया अपज्जत्तगा असंखिज्ज गुणा। भावार्थ - प्रश्न - हे भगवन् ! इन पर्याप्तक बादर तैजस्कायिक और अपर्याप्तक बादर तैजस्कायिक में कौन किनसे अल्प, बहुत, तुल्य या विशेषाधिक हैं ? उत्तर - हे गौतम! सबसे थोड़े पर्याप्तक बादर तैजस्कायिक हैं, उनसे अपर्याप्तक बादर तैजस्कायिक असंख्यात गुणा हैं। एएसि णं भंते! बायर वाउकाइयाणं पजत्तापज्जत्तगाणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा, बहुया वा, तुल्ला वा, विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा बायर वाउकाइया पज्जत्तगा, बायर वाउकाइया अपज्जत्तगा असंखिज गुणा। भावार्थ - प्रश्न - हे भगवन् ! इन पर्याप्तक बादर वायुकायिक और अपर्याप्तक बादर वायुकायिक में कौन किनसे अल्प, बहुत, तुल्य या विशेषाधिक हैं ? उत्तर - हे गौतम! सबसे थोड़े पर्याप्तक बादर वायुकायिक हैं और उनसे अपर्याप्तक बादर वायुकायिक असंख्यात गुणा हैं। Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004093
Book TitlePragnapana Sutra Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2008
Total Pages414
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_pragyapana
File Size9 MB
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