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________________ भगवती सूत्र-श. १९ उ ३ स्थावर शरीर की मूक्ष्म-सूक्ष्मतरता २७८५ इनके प्रत्येक के पर्याप्त और अपर्याप्त भेद से बाईस भेद होते हैं। इनकी जघन्य अवगाहना और उत्कृष्ट अवगाहना के भेद से ४४ भेद होते हैं । इन ४४ जीवभेदों में अवगाहना की अल्प-बहुत्व बतलाई गई है। स्थावर शरीर की सूक्ष्म-सूक्ष्मतरता २१ प्रश्न-एयरस णं भंते ! पुढविकाइयस्स आउक्काइयस्स तेउकाइयस्स वाउकाइयस्स वणस्सइकाइयस्स कयरे काए सव्वसुहुमे, कयरे काए सव्वसुहुमतराए ? ____ २१ उत्तर-गोयमा ! वणस्सइकाए सब्बसुहुमे, वणस्मइकाए सव्वसुहुमतराए ।१। २२ प्रश्न-एयस्स णं भंते ! पुढविकाइयस्स आउक्काइयस्स तेउकाइयरस वाउक्काइयस्स कयरे काए सव्वसुहुमे, कयरे काए सव्वसुहुमतराए ? ....२२ उत्तर-गोयमा ! वाउक्काए सव्वसुहुमे, वाउकाए सव्वसुट्ठमतराए ।२। २३ प्रश्न-एयस्स णं भंते ! पुढविक्काइयस्स आउक्काइयस्स तेउक्काइयस्स कयरे काए सव्वसुहुमे, कयरे काए सव्वसुहुमतराए ? २३ उत्तर-गोयमा ! तेउपकाए सव्वसुहमे, तेउकाए सव्वसुहुमतराए ।३। .. __ २४ प्रश्न-एयस्स णं भंते ! पुढविक्काइयस्स आउक्काइयस्स Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004091
Book TitleBhagvati Sutra Part 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhevarchand Banthiya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2006
Total Pages566
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size9 MB
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