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________________ रामायण से शिक्षा रामायण से भारतीय नर नारियों को जो अपूर्व शिक्षा मिलती है वह इस प्रकार है २. १. प्रजापालक महाराज दशरथ से दृढ़प्रतिज्ञ बनो । राजा जनक से सहृदय सम्बन्धी बनो । ३. गुरु वशिष्ठ से ज्ञानी और कर्तव्यनिष्ठ वनो । ४. राजरानी कौशल्या सी पतिव्रता, पति की आज्ञाका रिणी और कर्तव्यपरायणा बनो । ५. श्री रामचन्द्रजी के साथ अपने लाड़ले लाल लक्ष्मण को हँसते हँसते वन भेजने वाली उस आदर्श माता सुमित्रा की तरह सौतेली सन्तान को भी अपनी सन्तान समझो ? उसके दुःख में दुखी और सुख में सुखी रहो । ६. दासी मन्थरा के भड़काने में आकर राम जैसे पुत्र को वन भेजनेवाली कैकेयी की तरह दूसरों के कहने में आकर घर का सत्यानाश मत करो । ७. सारथी सुमन्त जैसी शुभचिन्तकता और सहृदयता से स्वामी का कार्य करो । ८. जटायु पक्षी की तरह प्राणोंकी बाजी लगाकर भी मित्र का साथ दो । ६. श्रीराम की तरह पिताके आज्ञाकारी, राज्य के निर्लोभी, Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003997
Book TitleVarni Vani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNarendra Jain
PublisherGaneshprasad Varni Digambar Jain Sansthan
Publication Year1950
Total Pages380
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size22 MB
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