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________________ पू.क्र. 4.8 स्वमूल्यांकन एवं प्रश्नसूची (Self Assessment : A questionnaire) कृपया सही विकल्प का चुनाव कर उसका नम्बर नीचे प्रश्नसूची में भरें। प्रश्न उत्तर सन्दर्भ विकल्प- अल्प-0 ठीक-ॐ अच्छा-3 बहुत अच्छा-@ पूर्ण-७ 1) क्या आप समय के स्वरूप को जानते हैं? 2) क्या आप जीवन में समय को महत्त्व देते हैं? 3) क्या आप समय-अप्रबन्धन के दुष्परिणामों को जानते हैं? ASANSAMPARES82 4) क्या आपने अपने अल्पजीवन में कुछ उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं? विकल्प- कभी नहीं-0 कदाचित- कभी-कभी-9 अक्सर- ० हमेशा- E 5) क्या आप उचित समय पर उचित कार्य करते हैं? 8) क्या आप न्यूनतम समय में अधिकतम लाभ प्राप्त करते हैं? HARASHTRARANEAR 113 7) क्या आप वर्तमान क्षण का सर्वोत्तम सदुपयोग करते हैं? 10 11 14 9) क्या आपको लक्ष्य की स्पष्टता रहती है? 110) क्या आपको लक्ष्य प्राप्ति में समयबद्धता रहती है। 11) क्या आप क्षमता और लक्ष्य का सन्तुलन रखते हैं? 16 13) क्या आप महत्त्वपूर्ण कार्यों को प्राथमिकता देते हैं? 18 15) क्या आप समय-सारणी के अनुसार चलते हैं? 19 T T20 17) क्या आप उचित व्यक्ति को उचित कार्य सौंपते हैं? 18) क्या आप सचि से कार्य करते हैं? -NE ERINEE 19) क्या आप समय-प्रबद्ध (Punctual) हैं? 120) क्या आप वस्तु को नियत स्थान पर रखते हैं? 21) क्या आप जल्दबाजी के बजाय धैर्य रखते हैं? 22) क्या आप नकारात्मक मनःस्थिति से होने वाली समय की। 23) क्या आप आरामपसन्द या गलत आदतों से होने वाली समय बर्बादी से बचते हैं? 24) क्या आप अस्वस्थता से होने वाली समय बर्बादी से बचते हैं? 25) क्या अनावश्यक वार्ता एवं प्रतीक्षा करने से होने वाली समय-बर्बादी से बचते हैं? 28 29 35 MORE 500-250 26-50 51-75 76--1004101-125 वर्तमान में प्रबन्धन का स्तर अल्प ठीक अच्छा बहुत अच्छा पूर्ण भविष्य में अपेक्षित प्रबन्धन अत्यधिक अधिक अल्प अल्पतर अल्पतम जीवन-प्रबन्धन के तत्त्व 222 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003975
Book TitleJain Achar Mimansa me Jivan Prabandhan ke Tattva
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManishsagar
PublisherPrachya Vidyapith Shajapur
Publication Year2013
Total Pages900
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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