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________________ शब्दों के साथ खेलने के लिए टीचर का एक शब्द याद कीजिए। जब हम लोग कॉपी में बराबर सही लिख कर आते थे तो मास्टर जी नीचे क्या लिखते थे? वेरी गुड। हम शब्द लेते हैं Good जिसका मतलब होता है अच्छा और हिन्दी में गुड का मतलब होता है - मीठा। Good के आगे अगर एस लगा दो तो क्या बन जाएगा? Goods यानी सामान। गुड में से अगर ओ हटा दो तो बन जाता है - God. गॉड यानी भगवान। गॉड में से डी हटा दो तो बन जाता है - Go. गो यानी जाओ। इस तरह शब्दों से खेलो। ढेर सारे ऐसे शब्द ढूँढे जा सकते हैं, बनाये जा सकते हैं। अपनी बुद्धि हमेशा तीखी करते रहो। यह बुद्धि तो पेंसिल है भाई। जितना छीलोगे उतना यह पेंसिल नये-नये चित्र बनाएगी और छीलोगे नहीं तो फिर पड़े रहो। यह तो बुद्धि है। यूज़ करोगे तो न्यूज़ बनेगी। लोग अपने शरीर को ताक़त देने के लिए दिन में चार दफ़ा काजू-बादाम खाते हैं, दूध पीते हैं, चाय पीते हैं, कॉफी पीते हैं, पर बुद्धि को कितना माल देते हैं? बुद्धि खाने से नहीं बढ़ती, बुद्धि तो उपयोग करने से बढ़ती है। जितना उपयोग करोगे यह बुद्धि उतनी ही आगे बढ़ेगी। बुद्धि तो लोहे की तरह है। उपयोग करोगे तो काम आएगी और उपयोग नहीं करोगे तो जंग लग जाएगी। दुनिया की हर समस्या का समाधान इंसान के दिमाग में होता है । याद रखो, जहाँ पर समस्या है, वहीं पर समाधान छिपा हुआ है। जहाँ से समस्या पैदा होती है, वहीं पर ही समाधान की किरण छिपी हुई रहती है। बौद्धिक विकास पर ध्यान दें, अपने टेलेंट को जगाने के लिए जीवन के पाठ सीखें। याद रखो इंग्लिश की कहावत जो आप लोगों ने बचपन में पढ़ी है : 'Early to bed and early to rise makes a man healthy wealthy and wise.' अगर हम रात को जल्दी सोते हैं और सुबह जल्दी उठते हैं तो ऐसा करना स्वस्थ, बुद्धिमान और धनवान होने का तरीका है। ये सब जीवन के पाठ हैं - लेसन ऑफ द लाइफ, मैनेजमेंट ऑफ द लाइफ। जीवन का यह प्रबंधन है और प्रबंधन की यहीं से शुरुआत कर लेनी चाहिए और वो है अरली ट बेड एंड अरली टू राइज मेक्स ए मैन हैल्दी, वैल्दी एंड वाइज। जिनको याद नहीं है याद कर लो ताकि कल से ही अपने बच्चों में यह चीज़ ढाल सको और अपने जीवन में कर सको। | 65 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003864
Book TitleKaise Khole Kismat ke Tale
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraprabhsagar
PublisherJityasha Foundation
Publication Year2012
Total Pages130
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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