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________________ तुम्हारे नागौर-नरेश को। और झट से गंगाजल मंगवाया गया, उसमें वह राख मिलाई गई और महाराजा उसे घोकर पी गये। नागौर-नरेश के नाम पर महाराणा ने गले का नवलखा हार निकालकर भेंट दिया और दस हज़ार सोनैया उन सिंघवीजी को भी उपहार में मिल गए। नागौर नरेश के पास वे वापस चले आए। गए दो लोग थे, पर क्या आप बता सकते हैं कि प्रधानमंत्री कौन बना? सिंघवी जी बने। प्रतिभा तो अतीत में भी पूजी जाती थी, आज भी पूजी जाती है, कल भी पूजी जाएगी। उम्र का ख्याल हटा दो। छोटे हो तो छोटे, बड़े हो तो बड़े। टेलेंट तो उसी समय जाग्रत हो जाता है जिस समय आदमी अपने टेलेंट को एक्टिव कर लेता है। (जनसभा में से एक बुजुर्ग महानुभाव से पूछा-) आपकी उम्र क्या है? साठ साल। साठ साल के हो, तो ख़ुद को बूढ़ा मत समझना। अभी तो यह सप्ताह ऐसा गुज़रा कि सारे बुजुर्ग भूल गए कि हम बूढ़े हैं और जो मुर्दे जैसे बने हुए थे उनको लगता है हम भी कुछ कर सकते हैं। अभी शहर में सारे बुजुर्गों में नई ज़वानी आ गई, नया जोश आ गया। सब कहते हैं कि अभी हम बूढ़े कहाँ हैं? अब तो आपने जगा दिया। अब आत्मा जग गई है, अब चेतना झंकृत हो गई है। बूढ़ा तो आदमी को एक मिनट के लिए होना चाहिए, वह भी तब जब आदमी की मौत आती है। केवल एक मिनट के लिए बूढ़ा होना चाहिए, बाकी का कैसा बुढ़ापा? एन्जॉय एवरी मूमेन्ट । जीवन एक स्वर्णिम अवसर है। हर पल आनंदित रहो, हर समय एक्टिव रहो। निष्क्रिय जीवन काम का नहीं होता और सक्रिय जीवन आदमी के लिए वरदान बना करता है। निठल्ला बैठा रहना अच्छा तो लगता है, पर निठल्ले बैठने का कोई परिणाम नहीं आया करता। परिणाम तभी आता है जब कुल्हाड़ी उठाओगे, काम करने के लिए निकल पड़ोगे। सचिन तेंदुलकर मात्र उठारह वर्ष की उम्र में महान क्रिकेटर बन गए। मात्र अठारह वर्ष की उम्र में स्टार टेनिस सानिया मिर्जा वर्ल्ड कप के क़रीब पहुँच गई थी। मात्र 21 वर्ष की उम्र में न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत खोज डाला था। मात्र 17 वर्ष की उम्र में गेलिलियो ने लटकते हुए लेम्प का आविष्कार कर लिया था। मात्र बाईस वर्ष की उम्र में पियेरे ने उत्तरी ध्रुव की खोज कर डाली थी। मात्र पन्द्रह वर्ष की उम्र में छत्रपति शिवाजी ने अपनी जिंदगी का पहला किला फतह कर लिया था, और मात्र 25 वर्ष की उम्र में नेपोलियन इटली पर अपने देश का ध्वज फहराने में सफल रहा था। कोई भी व्यक्ति अगर अपने टेलेंट को जगाता है, अपने को एक्टिव करता है तो उम्र नहीं देखी जाती। जग जाओ तो सत्तर की उम्र | 57 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003864
Book TitleKaise Khole Kismat ke Tale
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraprabhsagar
PublisherJityasha Foundation
Publication Year2012
Total Pages130
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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