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________________ शिवलिंग मत बनो। मंदिर जी के न तो महावीर जी हिलते हैं, न महादेव जी हिलते हैं । वे केवल समाधि लगाए बैठे रहते हैं। अपने को पता है कि हम न महावीर जी हैं, न महादेव जी हैं । हम तो साधारण इंसान हैं और साधारण इंसान तो कुछ करेगा तो ही पता चलेगा कि वह जिंदा है। ___आप जितनी तालियाँ अभी बजा रहे हैं, आदमी रोज़ाना इतनी तालियाँ बजा ले तो कभी बीमार ही नहीं पड़ेगा। सारा एक्यूप्रेशर ख़ुद ही कर लेगा। आदमी बीमार ही इसलिए पड़ता है कि वह कुछ करता नहीं है। हमारा संकल्प हो : मैं बूढ़ा नहीं होऊँगा, ख़ुद को बूढ़ा नहीं मानूँगा, केवल एक मिनट के लिए बूढ़ा होऊँगा और मर जाऊँगा। कर्म स्वयं ही बने प्रार्थना, बल हो नैतिकता का। पहले 'क' आता है पीछे 'ख' आता है। 'क' का मतलब है करो और 'ख' का मतलब है पीछे खाओ। मुफ्त का मत खाओ। भगवान ने तो कर्मयोग की ही प्रेरणा दी है। पहले करो, पीछे खाओ, कर्मयोग से जी मत चराओ। काम भी ऐसे करो कि वह प्रार्थना हो। स्वयं को भाग्यवादी नहीं, कर्मयोगी बनाओ। भाग्यवादी कुछ होने का इंतजार करता है, कर्मयोगी हर हाल में कुछ कर दिखाते हैं। भाग्यवादी कहते हैं कि समय से पहले, भाग्य से ज्यादा कुछ नहीं मिलता। मैं कर्मयोगी हूँ। मैं कहूँगा - कर्मयोगी अपना भविष्य खुद लिखते हैं। कर्म स्वयं ही बने प्रार्थना, बल हो नैतिकता का। सबसे प्रेम सभी की सेवा, धर्म हो मानवता का॥ 'चन्द्र' धरा को स्वर्ग बनाएँ, घर-घर हो उजियारा। बदलें जीवन धारा॥ सही सोच हो, सही दृष्टि हो, सही हो कर्म हमारा। बदलें जीवन धारा॥ ऐसा हुआ - हिलेरी क्लिंटन अपने पति बिल क्लिंटन के साथ कहीं जा रही थीं। एक शहर से दूसरे शहर की तरफ कि बीच में पेट्रोल पंप आया और पेट्रोल पंप पर गाड़ियों में पेट्रोल भरवाने के लिए गाड़ियों का काफिला रुक गया। पेट्रोल पंप का मालिक निकल कर आया क्योंकि अमेरिका का राष्ट्रपति पेट्रोल भराने के लिए उसके पंप पर आया है। हिलेरी क्लिंटन बाहर निकल कर आई और उसने जैसे ही देखा कि इस पेट्रोल पंप का मालिक तो उसके बचपन का दोस्त है । पेट्रोल 26 | Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003864
Book TitleKaise Khole Kismat ke Tale
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraprabhsagar
PublisherJityasha Foundation
Publication Year2012
Total Pages130
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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