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________________ १४४ खरतर गच्छ दीक्षा नन्दी सूची * श्रीजिनचारित्रसूरि ॥सं० १९६७ माघ कृष्ण ६ जं० यु० प्र० भ० श्रीजिनचारित्रसूरिभिः _ 'चारित्र' १ नन्दी कृता विक्रमपुरे ॥ महिमाचारित्र पं० रत्न अमृत मुनेः शिष्य, क्षेमशा० फतैचारित्र पं० रामचन्द्र बंगले वाले का शिष्य पं. चम्पो चारुचारित्र श्रीजी रो (पर वृहत् श्रीजी का शिष्य) पं. गेवर ज्ञानचारित्र पं० पूनमचन्द पौत्र, सागरचन्द्रशा० पं. टीकू टीकमचारित्र पं० पूनमचन्द पौत्र, सागरचन्द्रशा० पं. राम रत्नचारित्र पं० पूनमचन्द पौत्र, सागरचन्द्रशा० पं. बालचन्द! विनयचारित्र पं० विनयदत्त मने: शिष्य कीतिचारित्र पं० गणेशचन्द्र मुनेः शिष्य, सागरचन्द्रशा० पं. वेलचन्द विवेकचारित्र पं० कनकप्रधान शिष्य, जिनभद्रशा० कनकचारित्र पं० भाग्यजय मने: शिष्य, सागरचन्द्रशा० ॥ सं० १९६६ आश्विन शु० १४ श्रीजिनचारित्रसरिभिः 'लाभ' २ नन्दी कृता ॥ पं. पालोराम प्रियलाभ श्रीजिताम पं. पन्नालाल पूण्यलाभ श्रीजिताम पं. प्यारेलाल प्रीतिलाभ श्रीजिताम पं. पूर्णचन्द्र पूर्णलाभ. श्रीजिताम् पं. विमलो विजयलाभ पं० बालचन्द मुनेः शिष्य, (मि. ८ मंगल) पं. जतनलाल जयलाभ पं० विवेकवर्द्धन शिष्यः .. पं. दुलीचन्द दयालाभ पं० रत्नपद्म (रुघजी) शिष्य, कीत्तिरत्नशा० पं. लाभचन्द लक्ष्मीलाभ महो० चारित्रप्रिय गणेः पौत्र पं. वींझराज विनयलाभ प० केशरीचन्द मुनेः शिष्य, कीतिरत्नशा० १. नागपुर २. चोहटण ३. सं० १९६७ चैत्र सुदि १५ ४. सुजानगढ़ ५. सं० १९६७ माघ सुदि ६ सुजानगढे दीक्षा। Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003814
Book TitleKhartar Gaccha Diksha Nandi Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal Nahta, Vinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year1990
Total Pages266
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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