SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 100
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 2. वस्तुनिष्ठ प्रश्न : सही उत्तर का क्रमांक कोष्ठक में लिखिए : 1. 'परवंचरण बसरिगो' कहा गया है(क) कोसाम्बी - वासियों को (ग) काशी - वासियों को 3. लघुत्तरात्मक प्रश्न : प्रश्न का उत्तर एक वाक्य में लिखिए : 1. कोंकरण के राजा के सम्बन्ध में दमयन्ती ने क्या कहा ? 2. ' वरमाला अत्यन्त सुन्दर बनी है' दमयन्तो के इस कथन से भद्रा ने क्या . समझा ? 3. कलिंग का राजा कैसा दिखता था ? 4. दमयन्ती ने किसको वरमाला पहिनायी ? 4. निबन्धात्मक प्रश्न : (क) इस पाठ के आधार पर प्रत्येक देश के राजाओं का वर्णन लिखो । (ख) अच्छे वर के क्या गुण होने चाहिए, पाठ के आधार पर लिखो । 5. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए : पिछले पाठों से समास छांटकर लिखें महिनाह .000.000.000 (ख) अवन्ती के लोगों को (घ) चंपा के लोगों को *********** प्राकृत गद्य-सोपान Jain Educationa International महीए + नाह + ........ ******** ****** For Personal and Private Use Only [ ] तत्पुरुष 91 www.jainelibrary.org
SR No.003807
Book TitlePrakrit Gadya Sopan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrem Suman Jain
PublisherRajasthan Prakrit Bharti Sansthan Jaipur
Publication Year1983
Total Pages214
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy