________________
अंदरदीवया, अंतरदीवया अट्ठावीसतिविहापन्नत्ता तं जहा- एगोरुया आभासियावेसाणिया णंगोली हयकण्णा गयकण्णा गोकण्णा सक्कुलिकण्णा आयंसमुहा मेंढपमुहा अयोमुहा गोमुहा आसमुहा हत्थिमुहा सीहमुहा वग्घमुहा आसकण्णा सीहकण्णा अकण्णा कण्णपाउरणा उक्कामुहा मेहमुहा विज्जुमुहा विज्जुदंता घणदंता लट्ठदंता गूढदंता सुद्धदंता से त्तं अंतरदीवगा, से किं तं अकम्मभूमगा- तीसतिविहा पन्नत्ता तं जहापंचहिंहेमवएहिं पंचहिं हिरण्णवएहिं पंचहिं हरिवासेहिं पंचहिं रम्मगवासेहिं पंचहिं देवकुरुहिं पंचहिं उत्तरकुरूहिं से त्तं कम्मभूमगा, से किं तं कम्मभूमगा - पन्नरसविहा पन्नत्ता तं जहा - पंचहिं भर हिं पंचहिं एरवतेहिं पंचहिं महाविदेहेहिं ते समासतो दुविहा पन्नत्ता तं जहा- आरिया य मिलक्खू य, से किं तं मिलक्खूअनेगविहा पन्नत्ता तं जहा- सगा जवणा चिवाया सबर बब्बर काय मरुंड उड्ड भडग निण्ण पक्कणिय कुलक्ख गोड सिंहल पारस गोध कोंच दमिल चिल्लल पिलिंद हारोस डोंब वोक्काणं गंधाहारग बहलिय अज्जल रोमपास पठसा मलया य चुंचुया य सूयलि कोंकणग मेय पल्हवमाल मग्गर आभास नक्क चीणाल्हसिय खस खासिय नेद्दर मोंढ डोंबिलग लउस बउस केक्कया अरवागा हूण रोमग भरू मरूय चिलायाविसयवासी य एवमादी से त्तं मिलक्खू, से किं तं आरियादुविहा पन्नत्ता तं जहा- इड्ढपत्तारिया य अणिड्ढिपत्तारिया य, से किं तं इढिपत्तारिया - छव्विहा पन्नत्ता तं जहा- अरहंता चक्कवट्टी बलदेवा पद - १
वासुदेवा चारणा विज्जाहरा से त्तं इड्ढिपत्तारिया, से किं त अणिडिपत्तारिया अणिढिपत्तारिया नवविहा पन्नत्ता तं जहा - खेत्तारिया जातिआरिया कुलारिया कम्मारिया सिप्पारिया भासारिया नाणारया दंसणारिया चरित्तारिया, से किं तं खेत्तारिया अद्धछव्वीसतिवहा पन्नत्ता तं जहा
[१६७] रायगिह मगह चंपा अंगा तह तामलित्ति वंगा य । कंचणपुरं कलिंगा वाणारसि चेव कासी य I [१६८] साएय कोसला गयपुरं च कुरुसोरियं कुसट्टा य । कंपिल्लं पंचाला अहिछत्ता जंगला चेव | [१६९] बारवती य सुरट्ठा मिहिल विदेहा य वच्छ कोसंबी ।
नंदिपुरं संडिल्ला भद्दिलपुरमेव मलया य I [१७०] वइराड वच्छ वरणा अच्छा तह मत्तियावइ दसण्णा ।
सुतमई य चेदी वीइभयं सिंधुसोवीरा I [१७१] महुरा य सूरसेणा पावा भंगी य मासपुरि वट्टा । सावत्थी य कुणाला कोडी वरिसं च लाढा य [१७२] सेयविया वि य नयरी केयइअद्धं च आरियं भणितं । एत्थुप्पत्ति जिणाणं चक्कीणं राम- कण्हाणं I
I
[१७३] से त्तं खेत्तारिया, से किं तं जाति आरिया - छव्विहा पन्नत्ता तं ।
विदेहा वेदगा इ य I
[ १७४] अंबट्ठा य कलिंदा हरिया चुंचुणा चेव छ एया इब्भजातिओ I
[१७५] से त्तं जातिआरिया, से किं तं कुलारिया - छव्विहा पन्नत्ता तं जहा- उग्गा भोगा राइण्णा इक्खागा नाता कोरव्वा से त्तं कुलारिया से किं तं कम्मारिया - अणेगविहा पन्नत्ता तं जहादोस्सिया सोत्तिया कप्पासिया सुत्तवेयालिया भंडवेयालिया कोलालिया नरदावणिया जे यावण्णे तहप्पगारा [दीपरत्नसागर संशोधितः ]
[19]
[१५- पन्नवणा]