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________________ परिशिष्ट-१ : टिप्पण-अनुक्रमणिका ५४६ पृष्ठ टिप्पणी संख्या आधारभूत शब्दादि पृष्ठ संख्या टिप्पणी संख्या संख्या ४२० १७६ ५२४ १२२ १८८ २४५ ४४३ ४४८ ४४१ " x or-m 9 Wwri www mm ३६६ ___ur rur ur or 9 9 9 m auxux २५३ २०७ m ३२४ ४१६ ० mm G ४३३ ४०० ५५५ १४८ आधारभूत शब्दादि सि (८१६२) सिएण (४।२०२१) सिंबलिं (५।११७३) सिक्खा (६।२।१२) सिक्खाए (६।३) सिग्धं (२२) सिणाणं (६:६३) सिणाणे (३।२) सिद्धिमग (३४) सिद्धिमग्गमणुप्पत्ता (३।१५) सिप्पा (२०१३) सिया (२१४) सिया (५।११८७) सिया (६।१८) सिया (६१५२) सिरसा पंजलीओ (३।१।१२) सिरिओ (चू० १।१२) सिलं (४।सू०१८) सिलोगो (चू० १।सू०१) सीईभूएण (८।५६) सीएगा उसिणेण वा (६।६२) सीओदगं!८६) सीओदगं (१०१२) सीओदग (६.५१) सीसंसि (४।सू०२३) सुअलंकियं (८।५४) सुई (८।३२) सुउद्धरा (६।३७) सुक्कं (५।१९८) सुकडे त्ति (७४१) सुट्ठि अप्पारणं (३३१) सुद्ध पुढवीए (५) सुद्धागरिंण (४।०२०) सुद्धोदगं (४सू०१६) सुनिसियं (१०१२) सुपन्नत्ता (४:सू०१) सुभासियं (२।१०) सुमिरणं (८।५०) सुयं (८।२१) सुयं (३।४सू०५) सुयं केवलिभासियं (चू०२।१) सुयक्खाया (४।सू०१) सुयत्थधम्मा (३।२।२३) सुयबुद्धोववेया (६।११३) सुयलाभे - बुद्धिए (८।३०) सुरं वा मेरगं वा (५।२।३६) सुस्सूसइ (९४ सू०४) सुहरे (८।२५) सुहसायगस्स (४।२६) सुही होहिसि संपराए (२५) सुहुमं वा बायरं वा (४।सू०११) सूइयं गावि (५।१।१२) सूइयं वा असूइयं वा (५।१६८) सूरे व सेरणाए (८।६१) से (५।११२) से (८।३१) से चाइ (२।२) सेज्ज (८।१७) सेज्जं सि वा संथारगंसि वा (४।२०२३) सेज्जा (५।२।२) सेज्जायरपिंडं (३१५) सेट्टि (चू० ११५) सेडिय (५।१।३४) सेयं ते मरणं भवे (२७) सोउमल्ल (२१५) सोच्चा (४।११) सोंडिया (५।२।३८) सोरठ्ठिय (५।१।३४) सोवक्केसे (चू०।१सू०१) सोवच्चले (३८) हंदि (६।४) हं भो (चू०१।सू०१) हडो (२।६) हत्थगं (५।११८३) हत्थसंजए पायसंजए (५१५) हरतणुगं (४।सू०१६) हरियाणि (२०२६) हव्ववाहो (६।३४) ३८६ १५७ ४१६ ३२७ ३८५ ४८५ ३२३ १५६ २७३ a rx Urd r". ५१४ १६ १३२ १ ३२ २६ १४४ २८७ Wwr or २२६ ५१२ १३३ १२ ४२ ८५ . ३०७ १५१ १५८ १५१ ३७ २५० ४८५ १२२ ४६५ १५१ ५३ १४० ४६ २२४ ३२० ३९२ Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003625
Book TitleAgam 29 Mool 02 Dasvaikalik Sutra Dasaveyaliyam Terapanth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Nathmalmuni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1974
Total Pages632
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_dashvaikalik
File Size17 MB
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