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________________ एक बार एक राजा यज्ञ करने जा रहे थे। यज्ञ में बलि देने के लिए उन्होंने एक बकरा मँगवाया। बकरा चिल्ला रहा था। यह देखकर राजा ने अपनी सभा के एक विद्वान् पंडित से पूछा, "यह बकरा क्या कहता है ?" पंडित ने बताया, "यह कहता है कि स्वर्ग के उत्तम भोगों की उसे अब इच्छा नहीं है। स्वर्ग का उत्तम भोग दिलाने के लिए उसने आपसे कोई प्रार्थना भी नहीं की। वह तो घास चरकर ही संतुष्ट था। इसलिए उसे बलि देने के लिए आपने पकड़ मँगाया । यह उचित नहीं किया। यदि यज्ञ में बलि देने से प्राणी स्वर्ग जाता है तो अपने माता-पिता, भाई, पुत्र और अन्य कुटुंबियों को बलि देकर यज्ञ क्यों नहीं करते ?' विद्वान् पंडित जब बकरा बोल उठा...की बात सुनकर राजा ने बकरे को छोड़ दिया। ॥ अहिंसा परमो धर्मः।। जीवो को मारने से नहीं, बचाने से धर्म होता 110 Education International
SR No.003221
Book TitleStory Story
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKalyanbodhisuri
PublisherK P Sanghvi Group
Publication Year2011
Total Pages132
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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