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________________ अनदेखा करना सीखिए १ छोटी-छोटी भूलों को तूल देने की बजाए बेहतर है उसे अनदेखा कर दिया जाए। बेवजह उसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाकर क्यों अनावश्यक तनाव को जन्म दिया जाए? २ स्वभाव में थोड़ा सा लचीलापन लाकर बात को आई गई ___ कर देना बेहतर है, कम से कम इससे शांति तो बनी रहेगी। ३ जो जरूरी है, उसे पूरा कर दें। जो गैर जरूरी है, उसे भूला ४ झगड़े का मुख्य कारण है-अनदेखा न करना। ५ छोटी-छोटी रोजमर्रा की बातों पर बहस करना, प्रतिष्ठा का मुद्दा बना उन पर उसूल लादना जहां तनाव पैदा करता है, वहां संबंधों में खिंचाव भी लाता है। ६ आपकी आज की भलाई कल भुला दी जाएगी, तो भी किसी तरह भलाई कीजिये। ७ अनेक मामलों में बात को बेवजह खींचने से बात टूटती ही है, अच्छा हो यदि इन्हें अनदेखा ही कर दिया जाए। ८ प्रायः लोगों की आदत होती है कि जरा कोई बात मन के खिलाफ हुई या जो उनके बनाए उसूलों पर खरी नहीं उतरी, बस वे तुनक जाते हैं और चाहते हैं कि सामने वाला तुरंत अपनी भूल सुधार ले, जबकि गलती दोनों को समझ में नहीं आती और दोनों ही तने रहते हैं। ६ लोग क्या कहते हैं इस पर ध्यान न दो। सिर्फ यह देखो कि जो करने योग्य था, वह किया या नहीं। १० जो लोग अविवेकी, असंगत और स्वार्थी हैं, उनके प्रति भी सद्भावना रखो।। ११ आप भलाई करें तो लोग आप पर निहित स्वार्थी और मतलबी होने का आरोप लगाएंगे, तो भी किसी तरह भलाई कीजिये। अनदेखा करना सीखिए Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003089
Book TitleYogakshema Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNiranjana Jain
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1990
Total Pages214
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Spiritual
File Size7 MB
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