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________________ पावस-प्रवास सहयोगी मुनि चा० सं० अग्रगण्य नाम (बी० ऋ०) गांव ठाणा २०३६ साध्वीश्री पिस्तांजी (८७२) ऊमरा ५ २०३७ , फूलकुमारीजी (१९६६) लाडनं ४ २०३८ , पानकुमारीजी (६०२) सरदारशहर ५ २०३६ , लक्ष्मीकुमारीजी (११५७) शार्दूलपुर ४ २०४० , भाग्यवतीजी (१२४८) श्रीडूंगरगढ़ ४ २०४१ , मोहनकुमारीजी (१०५८) तारानगर ५ २०४२ ___, कमलाकुमारीजी (१०१०) सरदारशहर ५ 2 कालू के किन्द' (राज. जोधपुर संभाग) १९१३ साध्वीश्री चनणांजी (११६) उदयपुर) , ऋद्ध जी (१५५) रतनगढ़ ) १९१६ , चंपाजी (१६१) सिरियारी १९३५ मुनिश्री छोगजी (१३८) 'बड़ा' रतनगढ़ १९३७ साध्वीश्री भूरांजी (१८०) 'बड़ा' चाडवास ३ १६५६ , जड़ावांजी (४८७) बोरावड़ १६७३ मुनिश्री सागरमलजी (३४२) भिवानी m mr mrd mr काल (राज. बीकानेर संभाग) १९६० साध्वीश्री कानकंवरजी (५४१) श्रीडूंगरगढ़ । १९६३ , जड़ावांजी (४८७) बोरावड़ १९६६ , केशरजी (६२६) तारानगर १९७१ , चांदांजी (६७३) सरदारशहर १६७४ , धनकंवरजी (७२६) बीकानेर १. कालू को कहीं-कहीं कालू केकिन्द, कालू बर्दा तथा कालू आनन्दपुर भी लिखा हुआ मिलता है। २. साध्वी चनणांजी के सिंघाड़े की कुछ साध्वियों का चातुर्मास कालू तथा कुछ साध्वियों का बलूंदा में था। (आर्या दर्शन ढा० ५ गा० १८) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003055
Book TitleTerapanth Pavas Pravas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNavratnamalmuni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1986
Total Pages542
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size16 MB
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