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________________ प्रबन्धचिन्तामणि विषयानुक्रम .... पृ. क-ठ ३-११ १२-१३ .... १४ १५-१८ प्रास्ताविक वक्तव्य -प्रथम प्रकाशप्रारभिक मंगलादि कथन १ विक्रमार्क राजाका प्रबन्ध .... (१) महाकवि कालिदासकी उत्पत्तिका प्रबन्ध । (२) सुवर्णपुरुषकी सिद्धिका प्रबन्ध (३) विक्रमादित्यके सत्वका प्रबन्ध (४) सत्त्वपरीक्षाका प्रबन्ध (५) विद्यासिद्धिका प्रबन्ध (६) निर्गर्वताका प्रबन्ध २ सातवाहन राजाका प्रबन्ध ३ शीलव्रतके विषयमें भूयराजका प्रबन्ध .... ४ वनराजादि प्रबन्ध .... ... .... चावडा वंशकी राज्यसंवत्सरावलि -चौलुक्य वंशका प्रारंभ - ५ मूलराजका प्रबन्ध .... .... .... लाखाकी उत्पत्ति और विपत्तिका प्र मूलराजके वंशजोंकी राज्यसंवत्सरावलि ६ मुंजराज प्रबन्ध .... -दूसरा प्रकाश७ भोज और भीमका प्रबन्ध .... .... (१) भोजका विद्याविलास .... (२) भोजकी गुजरातके राजा भीमके प्रति प्रतिस्पर्धा (३) राजा भोजकी गुजरातपर आक्रमण करनेकी इच्छा .... (४) दिगंबर कुलचन्द्रको सेनापति बनाना .... (५) कुलचन्द्रकी गुजरातपर चढ़ाई (६) महाकवि माधका प्रबन्ध (७) महाकवि धनपालका प्रबन्ध (८) सबदर्शनोंसे सत्यमार्गकी पृच्छा (९) शीता पण्डिताका प्रबन्ध १९-२४ २३-२४ .... २५ २७-३२ ३३-६३ ३३-३६ ४५-५३ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003014
Book TitlePrabandh Chintamani
Original Sutra AuthorMerutungacharya
AuthorHajariprasad Tiwari
PublisherJinshasan Aradhana Trust
Publication Year
Total Pages192
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size15 MB
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