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श्री पुंडरिक स्वामी का चौथा चैत्यवंदन
श्री शांतिनाथ प्रभु का दुसरा चैत्यवंदन
सिद्धवड के पास आदिनाथ का मंदिर
चिलणतालाब के पास सिन्दशिला पर काउम्सग
.
नलटुंक
पांचवा श्री आदिनाथ प्रभु का चैत्यवंदन
1 घेटीपाग की देरी में प्रभुजी के पगले.
- तीसरा श्री रायणपगलां का चैत्यवंदन
'राम, भरत थावच्चा पुत्र शुक्राचार्य
और शैलकाचार्य की मूर्ति ।
द्राविड, वारिख्खलजी, अईमुत्ता
और नारदजी की मूर्ति
बाब का मंदिर
श्री पूज्यजी की टुंक
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समवसरण मंदिर -
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श्री नेमिनाथ, धर्मनाथ,
कुंथुनाथप्रभु की देरी
पहला जय तलेटी का चैत्यवंदन
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