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________________ णमोकार मंत्र के चमत्कार गुलाब चन्द भाई घर वापस आ गयो जीवन की तरफ से वह निराश हो चुके थे। बार-बार उनके मन में एक विचार आने लगा शायद आज की रात मेरी जीवन यात्रा की अन्तिम रात है। ४. यह सोच-सोच कर उनके मन में धीरे-धीरे निराशा का अंधकार भरता जा रहा था। उस समय सन्ध्या के साढ़े सात बजे थे गुलाब चन्द भाई ने अपने सभी परिवारवालों को अपने पास बुलाया खमत खामणा की। a education International जब मनुष्य का पुरुषार्थ थक जाता है। सांसारिक सहारे टूट जाते हैं तो वह धर्म की और मुड़ता है। मेरा अन्तिम समय निकट है। मैंने अगर जिन्दगी में कभी आपका दिल दुखाया हो तो मुझे माफ कर देना । अब मैं अपना अन्तिम समय नवकार मन्त्र का जाप करते गुजारना चाहता हूँ। 29 For Private & Personal Use Only क्यों न मैं अपने आखिरी समय में नवकार मन्त्र का स्मरण करूँ। और सद्धगति प्राप्त करूँ। 8 www.jainelibrary.org
SR No.002803
Book TitleNavkar ke Chamatkar Diwakar Chitrakatha 003
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVishalmuni, Shreechand Surana
PublisherDiwakar Prakashan
Publication Year
Total Pages36
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Children, & Story
File Size24 MB
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