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________________ १०४६ वालिनं हेममालिनम् IV. IT.IIb , VII. 34.3d ,, कारणान्तरे IV. 10.28d , पौरुषं यत्तद् IV. II.3a , सदृशः पुत्रः VI. 26.18a ., स्त्रीकृतं पुरा IV. 9.4d बालिना कृतकिल्बिषः III. 72.21b ,, तरसा भग्नाः IV. II.6c ,, निकृतो भ्रात्रा IV. 5.23a , , , , 8.18c वालिनापि स रावणः VII. 34.14b वालिना भग्नदर्पस्तु IV. 16.27c वालिनाऽभिद्रुतः क्रोधात् IV. 12.22c वालिनाऽभिद्रुतो ह्ययम् IV. 46.16b वालिना भ्रातृसौहृदात् IV. 22.17b , रावणः प्रभो VII. 34.45b ,, शक्रसूनुना III. 72.IId ,, समभिद्रुतः IV. 46.18d " , , , 20d ,, हृतराज्येन V. 58.140a , हेममालिने IV. II.61d , दहनं प्रति IV. 25.13d वालिनोऽभवदुत्तमम् VII. 34.46b वालिनो मे भयार्तस्य IV. 8.19a ,, मे महाभाग IV. 5.23c ,, रावणस्य च VII. 35.2b , वधकाङ्क्षया IV. 16.32d ,, हेममालिन: IV. 14.16d , हान कारणात् IV. 12.15b वालिपुत्रमथाङ्गदम् VI. 46.21b वालिपुत्रमथाभ्यगात् VI. 70.4d वालिपुत्रममर्षणम् VI. 67.45d वालिपुत्रमवस्थितम् VI. 54.26b वालिपुत्रसमीरितान् VI. 76.50b वालिपुत्रस्य घातेन VI. 76.24c वालिपुत्रस्य नीलस्य V. 2.28c वालिपुत्रं नरान्तकः VI. 69.87f , महाबलम् VI. 76.12d , , , I4d , महावीर्यम् VI. 70.2c , महाहवे VI. 76.57b महोदरः VI. 70.10b वालिपुत्रः प्रतापवान् VI. 41.88d " , , 70.12d " " " 76.7b " , , , 27b , ,, 98.16b वालिपुत्राय धृतिमान् VI. I28.77a वालिपुत्रेण धीमता VI. 66.32b , राक्षसः VI. 43.6b , रावणः VI. 55.1b वालिपुत्रे न्यपातयत् VI. 08.18d वालिपुत्रोऽङ्गदस्तदा IV. 48.Iod वालिपुत्रोऽङ्गदो नाम VI. 4I.77c वालिपुत्रोऽङ्गदोऽब्रवीत् VI. 50.?b वालिपुत्रो न कम्पते VI. 76.48d वालिपुत्रोऽब्रवीद्वचः VI. 69.85d वालिपुत्रोऽभिदुद्राव VI. 76.IIC वालिपुत्रो महाबल: VI. 70.14d वालिप्रणिहितावेव IV. 2.21a वालिप्रणिहितौ ध्रुवम् IV. 2.6b वालिप्रमथनं चैव I. 3.24a वालिमार्गादपाक्रामन् VII. 34.26a वालिवक्षसि पातितः IV. 16.35d वालिविक्रमपालिताम् IV. I3.Id वालिसुग्रीवयोरभूत् IV. 12.b वालिसुग्रीवयोवैरम् VII. 36.40c वालिसुग्रीवयोः पिता VII. 36.36b वालिसुग्रीवविग्रहम् I. 3.23d | वालिसूनुरथाङ्गदः IV. 65.28d Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002795
Book TitleValmiki Ramayana Pada Suchi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGovindlal H Bhatt
PublisherOriental Research Institute Vadodra
Publication Year1966
Total Pages1190
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size26 MB
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