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________________ बृहत्कल्पसूत्र षष्ठ विभागनो विषयानुक्रम । गाथा विषय पत्र ६१५३-५६ ६१५७-६१ ६१६२ अपुरुषवादविषयक प्रायश्चित्तप्रस्तार दासवादविषयक प्रायश्चित्तप्रस्तार प्रस्तारविषयक अपवादो १६२५-२६ १६२६ १६२७ - ६१६३-८१ ६१६३-६५ ६१६६-८१ कण्टकायुद्धरणप्रकृत सूत्र ३-६ १६२७-३३ निम्रन्थ-निर्ग्रन्थीविषयक कण्टकायुद्धरण आश्री सूत्रचतुष्टय कण्टकायुद्धरणसूत्रनो पूर्वसूत्र साथे संबंध १६२७-२८ कण्टकाद्युद्धरणसूत्रचतुष्कनी व्याख्या १६२८-३३ निर्ग्रन्थ-निर्ग्रन्थी आश्री कण्टकााद्धरणविषयक उत्सर्गमार्ग, तेना विपर्यासथी उद्भ वता दोषो, ते दोषोनुं स्वरूप, प्रायश्चित्तो, . अपवाद अने यतनाओ - ६१८२-९३ १६३३-३६ ६१८२ दुर्गप्रकृत सूत्र ७-९ निम्रन्थीविषयक दुर्गसूत्र पंकसूत्र अने नौसूत्र दुर्गादिसूत्रनो पूर्वसूत्र साथे संबंध दुर्गादिसूत्रोनी व्याख्या दुर्गादिसूत्रोनी विस्तृत व्याख्या, तद्विषयक प्रायश्चित्त अने यतना १६३३ १६३३ ६१८३-९३ १६३४-३६ ६१९४-६३१० ६१९४-६२४० ६१९४ क्षिप्तचित्तादिप्रकृत सूत्र १०-१८ १६३६-६५ १० क्षिप्तचित्तासूत्र १६३६-४६ क्षिप्तचित्तासूत्रनो पूर्वसूत्र साथे संबंध क्षितचित्तासूत्रनी व्याख्या १६३७ क्षिप्तचित्तासूत्रनी विस्तृत व्याख्या १६३७-४६ क्षिप्तचित्त थवानां कारणो १६३७ लौकिकक्षिप्तचित्त अने तेने लगतां सोमिलब्राह्मण आदिनां दृष्टान्तो १६३७ ६१९५-६२४० ६१९५ ६१९६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002515
Book TitleAgam 35 Chhed 02 Bruhatkalpa Sutra Part 06
Original Sutra AuthorBhadrabahuswami
AuthorChaturvijay, Punyavijay
PublisherAtmanand Jain Sabha
Publication Year2002
Total Pages424
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bruhatkalpa
File Size20 MB
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