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________________ वायु वाशे अवळी गमनो, सुसवाटा देतो ज्यारे, मेघ गरजशे, वीज चमकशे, त्राटकशे वर्षा भारे, पर्वत जेवां मोटां मोजां, ऊंचा थईने पछडाशे, काळु काळु घोर अंधाधु चारे बाजु पथराशे. दूर तमे ना रहेशो... हालकडोलक थाशे मारी आतमनैया आंधीमां, थई जाशे बेकार हलेसा घुमरी लेता पाणीमां, गांडो वायु जोर करीने ऊंधी दिशामां लई जाशे, कोने मालूम, राह भूलेथी आ होडी, शुं थाशे ? दूर तमे ना रहेशो... ते समये जो साथ तमे हो, बीक रहे ना बूडवानी, तोफानोमां मार्ग करीने नैया आगळ वधवानी, आप सुकानी बनतां मारा विघ्नो सघळां टळी जाशे, मारी नैया आप सहारे भवसागरने तरी जाशे. दूर तमे ना रहेशो... साचो संगम प्रभु साथे...] (राग : मेरा जीवन कोरा कागज - कोरा कागज) साचो संगम प्रभु साथे हजुये ना थयो, ओ दिशामां, रेलो मारो हजुओ ना गयो. साचो संगम... ओक लगनी साथे वहेतुं, आतम झरj, पावनसरिता पासे पहोंची, लई लउं शरणुं, आमत करो, आ मनोरथ हजुये ना फल्यो, साचो संगम... सरण, ૨૪૯
SR No.002497
Book TitleGirnar Geetganga
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHemvallabhvijay
PublisherGirnar Mahatirthvikas Samiti
Publication Year2016
Total Pages334
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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