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________________ भगवती सूत्र: शः ३ उः ६ exertion obtained, acquired and come before him. Thus he has his vision reversed. It is for this reason,... till sees (in some other form). 104 [transformation by one with a right outlook] प्रश्न १३५ - अणगारे णं भंते ! भावियप्पा अमाई सम्मदिट्ठी वीरियलद्धीए वेडव्वियलद्धीए ओहिणाणलद्धीए रायगिहं णयरं समोहए । समोहणित्ता वाणारसीए णयरीए रुवाई जाणइ पासइ ? उत्तर १३५ - हंता जाणइ पासइ । प्रश्न १३६ - से भंते ! पासइ ? किं तहाभावं जाणइ पासइ अण्णहाभावं जाणइ उत्तर १३६ - गोयमा ! तहाभावं जाणइ पासइ णो अण्णहाभावं जाणइ पासइ । प्रश्न १३७ - से केणट्ठेणं भंते ! एवं वच्चइ ? उत्तर १३७ - गोयमा ! तस्स णं एवं भवइ - एवं खलु अहं रायगिहे यरे समोहए । समोहणित्ता वाणारसीए जयरीए रुवाइं जाणामि पासामि । से से दंसणे अविवच्चासे भवइ । से तेणट्ठेणं गोयमा ! एवं वच्चइ । बीओ आलवगो एवं चेव । णवरं वाणारसीए णयरीए समोहणा णेयव्वा रायगिहे णयरे रूवाइं जाणइ पास इ । प्रश्न १३८ - अणगारे णं भंते ! भावियप्पा अमाई सम्मदिट्ठी वीरियलद्धीए वेडव्विंयलद्धीए ओहिणाणलद्धीए रायगिहं णयरं वाणारसिं णयरी च अंतरा एवं महं जणवयवग्गं समोहए । समोहणित्ता रायगिहं णयरं वाणार सिं णय तं च अंतरा एगं महं जणवयवग्गं जाणइ पासइ ? उत्तर १३८ - हंता जाणइ पासइ । प्रश्न १३९ - से भंते ! किं तहाभावं जाणइ पासइ अण्णहाभावं जाणइ पासइ ?
SR No.002131
Book TitleAgam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK C Lalwani
PublisherJain Bhawan Publication
Publication Year2007
Total Pages422
LanguageEnglish, Prakrit
ClassificationBook_English, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size15 MB
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