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________________ हाथ में आयु गणना हाथ में आयु गणना का आधार मस्तिष्क रेखा को माना गया है। उंगलियों के आधार से मस्तिष्क रेखा पर लम्ब डालकर इस पर आयु की गणना की जाती है। इसी प्रकार जीवन रेखा में भी आयु गणना मस्तिष्क रेखा को आधार मानकर की जा सकती है। मस्तिष्क रेखा पर एक कागज रख कर उस पर आयु के चिन्ह लगाकर उसे परकार की भांति घुमाते हुए यदि जीवन रेखा पर जमा दिया जाए तो आयु के कागज पर लगाए गए चिन्ह, जीवन रेखा पर उसी आयु का निर्देश करेंगे। यह गणना विधि सर्वाधिक सुरक्षित व सरल सिद्ध हुई है। चित्र 34 द्वारा यह स्थिति पूर्णतया समझ में आ जाएगी। इस प्रकार के लम्ब उंगलियों के हथेली पर मिलने के स्थान से, उंगलियों की चौड़ाई के मध्य बिन्दु तथा दो उंगलियों के जोड़ के मध्य बिन्दु से डाले जाते हैं। ___मस्तिष्क रेखा पर आयु गणना बृहस्पति की उंगली का मध्य बिन्दु 17 वर्ष बृहस्पति व शनि की उंगली का मध्य बिन्दु 30 वर्ष शनि की उंगली का मध्य बिन्दु 35 वर्ष शनि व सूर्य की उंगली का मध्य बिन्दुसूर्य की उंगली का मध्य बिन्दु 45 वर्ष सूर्य व बुध की उंगली का मध्य बिन्दु 50 वर्ष उपरोक्त नाप के द्वारा दो बिन्दुओं के बीच शेष वर्षों की गणना बहुत आसानी से की जा सकती है, परन्तु इतना ध्यान रखना चाहिए कि मस्तिष्क रेखा को स्वास्थ्य रेखा जिस बिन्दु पर काटती है, मस्तिष्क रेखा का 58 वर्ष माना जाता है। यहां यह भी ध्यान रखने की बात है कि मस्तिष्क रेखा चन्द्रमा की ओर झुकी होने पर इसे सीधी समझ कर गणना करनी चाहिए और जीवन रेखा की तरह से इस पर भी चिन्ह लगा लेना चाहिए। हृदय रेखा पर आयु गणना बुध की उंगली के मध्य बिन्दु पर 17 वर्ष बुध व सूर्य की उंगली के मध्य बिन्दु पर 25 वर्ष सूर्य की उंगली के मध्य बिन्दु पर 35 वर्ष 40 वर्ष 105 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001758
Book TitleVruhad Hast Rekha Shastra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajesh Anand
PublisherGold Books Delhi
Publication Year
Total Pages274
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Jyotish, L000, & L025
File Size16 MB
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