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________________ स्कन्ध) नाम आचारांगसूत्र ( तीनों भाग) आत्मानुशासन आराधनापताका ( वीरभद्रकृत भाग - २ आराधनाकथाकोश इसिभासियम (ऋषिभाषित) उत्तराध्ययन सूत्र आराधनापताका ( प्राचीन स्व. पुण्यविजयजी आचार्यकृत) - २) उपासकदशांगसूत्र उपासक दशांगवृत्ति उत्तराध्ययनवृत्ति उत्तराध्ययनचूर्णि ओर्घनिर्युक्ति Jain Education International लेखक का नाम आत्मारामजी मुनि श्री कन्हैयालालजी आचार्य गुणभद्र शान्तिकुमार जयकुमार स. श्री मधुकर जैन धर्म में आराधना का स्वरूप / 493 श्री आत्मारामजी अभयदेव कमल संयम समिति समिति, जैन स्थानक, लुधियाना अ. भा. स्वे. रथा. जैन शास्त्रोद्वार समिति, राजकोट श्री गणेश वर्णी दि. जैन संस्थान, नरिया, वाराणसी श्री महावीर जैन विद्यालय, मुम्बई जैन संस्कृति संरक्षण संघ, शौलापुर सूरत श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर (राज.) लक्ष्मीचंदजैन लाइब्रेरी, आगरा रिषभदेव केसरीमल, रतलाम आगमोदय समिति, सं. १६६४ For Private & Personal Use Only १६५७ वी. सं. २५०६ १६८७ १६७८ १६२७ जैन प्रकाशन समिति, १६६४ लुधियाना १६८४ १६२३ १६३३ १६१६ www.jainelibrary.org
SR No.001677
Book TitleJain Dharma me Aradhana ka Swaroop
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPriyadivyanjanashreeji
PublisherPrachya Vidyapith Shajapur
Publication Year2007
Total Pages540
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Religion, & Worship
File Size9 MB
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