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आ श्रीकैलाससागरसूरि ज्ञानमन्दिर
श्रीमहावीर जैन आराधना केन्द्र xxxxxxxxxxीय *ि********
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अर्थात कराबादीन महमानी।
हिन्दी
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इस पुस्तक कीरजस्टरी की फ़ीस ऐक २५सन् १९७ ई.कीदफाश्य केवमूजिवदाखिल गवर्नमेंन्टकीगई|
स्थानमथुरा मुन्शी कन्हैयालालवबममीधरसम्मादिको केपबन्धसेमुम्बैउलउलूशाम नाम निज शिलायत्रमें छापीगई
जनवम्बरसन्ट २ई.
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नम्र सूचन इस ग्रन्थ के अभ्यास का कार्य पूर्ण होते ही नियत
समयावधि में शीघ्र वापस करने की कृपा करें.. जिससे अन्य वाचकगण इसका उपयोग कर सकें.
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राष्ट्रपति
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॥तिव्वरत्नाकर मीत्त करावादीन अहसानी
हिन्दीकासूचीपत्र ।।
सापाय फ़सलपहिली ज़रूरती ओवधियों की किया और दुरस्ती में...
फ़सल दूसरी बहुवचन प्रविधियों के जारी करने की प्रादिमें ४७
फ़सल तीसरी ख़ास इसी पुस्तक की ताल के प्रकर्ण में।
फ़सलपहिली औषधी के धारण करने और उनको वलकोसम २०१४ यबाधने के प्रकर्ण में ।
- फ़सलदूसरी एक तो सावधी बनाने की विधि में और उसकी ... पाकीज़गी तथा बलवानरहने ओरलसर तेज़ी रहने के प्रयोजन में।
फ़सलतीसरी अकेली लोवधी को शुद्ध करने और बनाने के प १५/२५ कणी में। अथ जीवादिक की साधन और क्रिया का प्रक००८
फ़सलचौथी | ऐसीदवाइयों के बनानकोकिया में जिनकी प्रस ली हालत.तुर्त दूर हो जाती है-औरभीजी दवा बनाने की विधि
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एष्ट पंक्ति फसलपाचवी ऐसीदवाइयों के बनाने में जो बिपोय दिन ताई ठहो...!
ती हैं।
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फ़सल छठी खाने की दवाइयों के काम में लाने कीगतिमें।
... फ़सलसातवीं नाथलगाने की दवाई काम में लाने की रीति के पकणी में।
। फ़सल दूसरी कार्मिक वातीजों में ॥
फ़सल दसरी मनोशादारू के नुसखेंमें।
फ़सलतीसरी अत्री फलात में।
फसल चौथी जयार जात में।
फ़सलपाचवी भावज़न के नुसखों में " .
फसल छठी इन्कबाब आणीतभफारे में।
फ़सलसातवीं वीके नुसखों में।
फ़सलमाठवीं वतीसा और पीडी के नुसखों में।।
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...आष्य
फ़सलनी वरूद के भेदों में से।
फ़सल दसवीं वखूरात आथीत् धूनियों में ।
फ़सलग्यारहवीं पाशीया के नुसखों में।
फसलवारहवीं तिण्या अथीत ज़हर मुहरों के नुसखों में।
फ़सलत्तेरहवीं तिज़ावके नुसखों में ॥
फ़सलचौदहवीं जवारों में ॥
फ्रसलपंद्रहवीं मस्तक ओर दरदों के रोगों की गोलियों में।
. फ़सल सोलहवीं नव के रोगों के दूर करने की हवूवात भार्यातणे७/२४ लियों में ॥
.. फसलसत्रहवीं . मुहकैरोगों के दूर करने की गोलियों में।
फसलमठारवीं क्षुधा लगाने वाली और अन्नादिक कोपचाने, वाली तथा वादी और शूलदूरकरनेवाली गो लियों में।
फ़सल उन्नीसवीं
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परना
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दृष्ट पंक्ति हस्तरंद करने की गोलियों में
फ़सलबीसवीं |जुल्लाद की गोलियों में।
- फ़सलइकीसवीं तिल्ली की सूजन दूर करने की गोलियों में।।
. फ़सलबाईसवीं ज्वर खासी दूर करने की गोलियों में ।
फ़सलतेईसवीं भातपाक और इन्द्रीकेगेगों को दूर करने कीगोलिये
फ़सलचौबीसवीं बाजीकर्ण और बल बढ़ाने कीगोलियों में।
, फ़सलपसीसवीं हलुझानों में।
फ़सलछब्बीसवीं हसअथीतहरीरासोर विली में।
फ़सलसत्ताईसवीं हकों में।
फ़सलाढाईसवीं खमीरोंकीदवाइयामि।
फ़सलउन्तीसवीं तमाखूकेखमीरों के नुसखों केपी में
फ़सल तीसवीं खिजाव में।
: फ़सल इकतीसवी
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भापाय
ठहरी हुई और अगली दवाइयों की बिधि में ।
फसल बत्तीसवीं
दरवहरहमें ॥
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फ़सल तेतीसवीं
फ़सल चौंतीसवीं
कर्ण रोग दूर करने के तेलों में ॥ फ़सल पैंतीसवीं
पेट के दरद दूर करने वाले तेलों में ।।
रोगनों में ॥
फ़सल सैंतीसवीं
इन्द्री के रोग दूर करने के तेलों में ॥ फ़सल अडतीसवीं
वालों के तेल के प्रकणीमें ॥
फ़सल उन्तालीसवीं
ज़रूक अर्थात् पिचकारी में |
फ़सलचालीसवीं सऊत अर्थात् नाक में टपकाने की दवा में ॥ फ़सल इकतालीसवीं
सनून अर्थात् मंजन में ॥
फ़सल व्यालीसवीं
सनून अर्थात् मिस्सी के भेदों में ।।
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फ़सल इत्ती सवीं
गिरपड़ने की चोटों आदि और तलवार के घाव को १०८ ६
दूर करने तेलों में ॥ X के
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टष्ट पंक्ति
१०३ ५
१०६ १२
2
८
१०२ २३
११० ५
१९१३ १४
११४ २१
१९६
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आशय
फ़सलतेतालीसवीं शिकंजबीनों में।
फ़सलचवालीसवीं सफूफॉमें ॥
फ़सलतालीसवीं जुल्लाव भोरमल के दूर करने के सफूफ माथी २९६ २५| त चरणों में ॥
फ़सल छियालीसवीं ज्वर खासी और नज़ला सोररुधिर थूकने के १२०/२१ ॥ रोगों को दूर करने में।
फ़सलसेंतालीसवीं उदरकोवलदेने वाले और भोजन पचानेवाले १२/६
औरवादीचौरवायगोलावायसूल दूर करनेवार ले चूरनों में।
फ़सल अड़तालीसवीं दस्त बंद करने के सफूफों में।
फ़सल उणंचासवीं बिमन और उवाकीदूर करने वालेचूरणों में।
फ़सलपंचासवीं । जलोदर मार तिल्ली के साथको और कमलवा १२७/१२ य और कलेजे केरोगों को जोरववासीरके दूर कर नेवाले चूरणों में।।
फ़सल इक्यावनवीं प्रसन्न करने वाले और वलदेने वाले और मस्त
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आशय
क के रोग दूर करने वाले भरवतों में फ़सल बावनवीं नाना प्रकार की खांसी और नज़ला और मस्तक पीडा, बंगल पीडा - रीह अर्थात् फेंफडे की पीडाऔर स्वास को दूर करने वाले पारवतों में ॥ फ़सल तिरेपन वीं
| १३२ २९
ज्वर के दर करने के पारवतों में ।। फ़सल चौऩनवीं कलेजे और तिल्ली के रोगों को दूर करने वाले भर ९३५
८
बतों में ॥
फ़सल छप्पनवीं उदर के रोग दूर करने के पारवतों में ॥
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फ़सल पचपन वीं
गुर्दे और मसाने और छिद्र के रोगों के दूर करने वा ९३७ ११ ले पाश्वतों में ॥
फ़सल सत्तावनवीं - कई प्रकार के पारखतों में ॥ फ़सल अठ्ठावनवीं
नशीली मदराओं में ॥
पृष्ट पंक्ति
१२६
१३१ ६
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९३८ १५
१३ २५
| १४३ ३
फ़सल उनसठवीं मूमों में अर्थात् नसवार कि जिसके सूंघने १४५ २९ से रोग दूर होय ।।
फ़सलसाठवीं
नेत्र रोगों के प्याफों अधीत लम्बी गोलियों में १४६ १४
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मापाय
एष्ट पंक्ति
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फ़सलइकसठवीं कानोरनाककरोगों को दूर करने वाले प्याफे में १४०/५
फ़सलवासठवीं विद्ररोगों के प्रयाकों में।
____ फ़सल तिरेसठवीं यायमूलके दूर करने वाले प्याफों में ।
फ़सलचोंमठवीं सवग अर्थात त्वचा के रोगों के रगों में।
फ़सलपेंसठवीं ||जमादों अर्थात मस्तकौर भेजा केरोगों के दूरका २५१२४ रनेवाललेपों में।
फ़सलकियासठवीं नाक और कान के रोगों को दूर करने वालेलेयोंमें २५३/१२
फ़सलसरसठवीं मुंह और कंठ के गगोंके दूर करने वाले लेपों में।। ५७) * फ़सलमडसठवीं पहलू के दर्द और पीठ के दर्द और फेंफडे के दर्द और५५/३ र दम घुटजानेके दूर करने वाले लेपों में।
फसलउन्हत्तरवी कुचके रोगों के दूर करने वालेलेपों में।
फसलसत्तरवीं उदर और सात और तिल्ली और कलेज़ा केरोगों५७/८ को दूर करने वाले लेगों में।
फ़सलइकहत्तरवीं
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मापाय गुदाके रोग दूर करने वालेलेपोमें।
. फ़सलबहत्तरवीं गुरदे औरइवीकेण्गदूर करने वालेलेयों में।
फ़सलतिहरवी ||-अंडकोश और इन्द्री के गंगों को दूर करनेवालेलेयाम १६२/३
फ़सलचौहत्तरवीं भगके रोग दूर करने वाले लयों में ।
फ़सल पिचतरवीं शरीर के बाहरी फोडे और सूजन के दूरकरनेकेलेपोमार६४ :
. फ़सल छिहत्तरवीं चोट और गिर पडनेकीचटके दूर करने केलेपोंमें १५ | १० |
फ़सल सतत्तरवीं पथक २ लेयों में
फ़सलाठत्तरवीं मस्तकसे गरदन ताईकेण्गदूरकरनेवालेतिला २१ में फ़सल उनासीवी बदनकेतनूरे केगेगों कोगुण करनेवालेतिलानीमें १७०/२५
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अंडकोश सलारसोबावालेतिला
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अंडकोश और इन्द्री और जांघकी जड़ केरोगोंके २७२/७ दूर करनेवाले तिलाओं में।
फ़सलइक्यासीवी गुदाके रोगदर करने वाले तिलाशों में
फ़सल वयासीवी हाथ पांव और जोडों के रोगरकरनेवालेतिला७ि५/२० ॥
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एष्ट पंक्ति फ़सलतिरासीवी -सून्यकोढ़ और छीप और त्वचा के दूसरेगे २७६ २५ गों कोदूर करनेके तिलाशों में।
फ़सलचौरासीवी खुजली औरदाद दूर करनेवाले तिलाओंमें
फसलपिचासीवी कामदेव और इन्द्री केपवल करने और स्थभनक १८०/१ रने और स्वीमादि को चित पसन्न करने के ति लामों में।
फसलकियासीवी वालों के तिलाझामें।
फसलसत्तासीवी जोसोथ और फुनमी औरचोट औरचोट लग १८३/४ जाने भादिके दूर करनेवाले तिला
फैसलाठासीवी" दरोगों के साफ करने शोरमादिलकरने के अर्को १८४/२६
फसलनवासीवी वित्तपसन्न करने वाले और ताकतबढ़ाने वाले २८५/२२ औरगेगदूर करने वाले तिला में।
फ़सल नब्वेवी उजूनाथीत् भागीना में।
फ़सलद्क्याणवी गरगरे के नुसखा में।
फ़सलवाणवी
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गुमरह आयीत् उबटने और गालियेअर्थात नीयोमें। फ़सलतिण्णवी फतील जातीत्तवातियों में।
फ़सलचोगावी फुरजजों में अर्थात्यानिकी वातियों में।
फ़सलपिच्यावी कुर्स शायर्यात टिकिया मस्तक पीडाऔर ज्वर । खासी आदि मनुथों के रोगों के दूर करने में।
फ़सलछियाणवी जो ज्वर और खुराकी भोजागे के रोगों को गुण करने के कुर्सी न॥
फ़सलसत्ताणवी इन्द्री के रोगों को दूर करने के कुसी में।
फ़सल काढाणवी करती अर्थात् मोमगान में।
फ़सलनिनन्याणवी कतूर साथीत्कान में टपकानकी दवा में।
फ़सल १०० सौवीं कुल प्रीत सुमी में।
फसलएकसोएकवी काज़ल और घुर्गार्थात रिमडों में।
फ़सलएकसौदोवीं कमाद अर्थात् कमें। .
२०६१ · फ़सलएकसातीनवी
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कबूसमीत्लूपडी में
फ़सलएकसाचारवीं || गुलकंद के वर्णन मैं ॥
फ़सलएक सोपांचवीं लखलखा में ॥
फ़सलएको छैवी लनूख अर्थात् लण्डने में।
फ़सलएकसोसातवीं लऊक अर्थात् चटनी में।
फ़सलएकसौ आठवीं लबूब अर्थात् अवलेह ओरलोज़ अर्थात् कतली २१२
फ़सलएकसौनोदी मायुललहम में अर्थात् मान्मके पानी में।
प्रसलएकसीदसवीं मायुशार अथीतजों को घाट और मायूलास २१५२० लाथीत जडों का पानी
फ़सलएकसोग्यारहवीं कैयाताचीत वमनादिकों में। र फसल एकसावारहवीं मज़मज़ह अर्थात कुल्ली में।
फ़सलएकसौतेरहवीं मतवूखात अर्थात् उदर-माता-कलेज़ा-ता २२०/७ पतिल्ली-और जलंधर केगेगोंको दूर करनेवाला काढों में।
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फ़सल एक सौ चौदहवीं पडू और नरों के रोगों को दूर करने के काढों में । फ़सल एक सौ पंद्रहवीं
मतवखात मुदिरहेज़ में गीत स्त्रीधर्म होने वाले २५२ १७ काढों में ।।
फ़सल एक सौ वीसवीं
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फ़सल एक सौ सोल्हवीं
मतवखात दाफह सौजा अर्थात् जोड़ों की पीडा केद २२३ ५ रकरने वारने काढ़ों में ।।
फ़सल एक सौ सत्रहवीं
मतखात दाफेह हमेयात अर्थात् ज्वरादिक टूरक २२४ रने के काढों में ।
फ़सल एक सौ अठारहवीं
मतबूखात मुतफकीत अर्थात् प्रथक २ काठों में । २२६ ०३ फ़सल एक सौ उन्नीसवीं
मुरब्बों में ॥
मरहमों में ॥
फ़सल एक सौ इक्कीसवीं खास मरहमों में ।।
एष्ट पंक्ति
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३५
फ़सल एक सौ वाईसवीं माजूनात अधीत पाका दिक जो सब प्रकार के रोगों को प्रवल करने और जोड़ों को प्रवल करने में हैं ॥। फ़सल एक सौ तेईसवीं माजूनात जो कलेजा और पेडू और नरे और २४४ २३
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पष्ट पंक्ति पांव की उंगलीओं की पीडाओको गुणदाता पाकों में।
फ़सल एकसाचौबीसवीं माजूनात-मुकदी मुवही- मुगलि जमनी २४७ ई -साथीन ताकत देनेचि तपसन्नकरनेवाले और वीर्यकोगाढी करनेवाले पाकों में॥
फसल एकसोपच्चीसवीं मुफरहातातचित्तकोपमन्न करनेवारनी २५२ २६ दवाओं में।
फ़सलएकसौछब्बीसवीं नवीज मीत नवीज-खुरमाजीतहारोंमें:५४४
फ़सल एकसौमत्ताईसवीं नतूलातायीत् त्तरेडों में।
५५/४ फ़सलएकसौभाईसवीं नफूखात अथीत्नाक में फूंकन कीदवामा २५६ २८
फ़सलएकसोउन्नीसवीं नकूलात अर्थात् खिसादों में।
फ़सलएकसोतीसवीं वजूर अर्थात् कंठ में टपकाने की दवा में ॥ २५
फ़सलेएकसौइकत्तीसवीं याकूती में।
फ़सल दूसरी वर्कस्साझता में।
॥इति॥
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भूमिका
यह वात प्रत्यक्षा है कि (तनदुरुस्ती हज़ार नियामत अर्थात् निरोग्यता ही जीवन मूल्य है सोरदेहकी रक्षा सब पर उचित है-उस्के उपाय वैद्यक विद्या में बिस्तार पूर्वक लिखे हैं-परंतु आजकल के समय में तीन प्रकार की वैद्यक विद्या पचलित हैं-वैद्यक-२यूनानीउडाकरी- वहुधा हमारे स्वदेशीभाइयों की रुचिजो केवल हिन्दीभाया जानते हैं यूनानीगतिपरवैद्यक सीखने की रुचि अत्यंत पाईजाती है-इसी कारण से बहुत सी| तिब्ब की कितावों का उल्या हिन्दीभाया में हो कर छापा गया-परंतु आज तक ऐसी पुस्तक का उल्था देखने में | नहीं माया जिम्में मिली हुई सोधियों के बनाने की पूरी पूरी किया लिखाहो-और उस्केसाथ ही जिनजिन रोगों को लाभदायक हो गति पूर्वक वर्णन हो- जोकि उर्दू भाषा में कणवादीन अहसानी जिस्को मीर अहसा न अलीने बहुत प्रामसे बनाया था और उस्से हजारों मनुयों को फायदा पहुंचा और उसमें मिगत मौधि यों की तरतीय बहुत अच्छी है-इसीकाणसे लाला प्यामलाल ने वहुतसा हव्य व्यय करके हिन्दी भाषामें उल्था कराकर छपवाया-यह सर्व-वैद्य-हकीम-अ तार-अमीर--रईस- राजा-महाराजा- ज़मीदारइत्यादि अथीत गर्गदौलत मन्द सब को फायदेमन्द|| है- मांगे जो हिन्दी पढे हुऐ भत्तार तथा पंसारीजिन कोबहधामित्रत प्रोयधियों के वेचने की इक्षाहो उन्को
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आवश्यक है कि- इस पुस्तक की क्रिया के अनुसारठी कर दवाइया बना कर वे-जिस उन्कीकानको अत्यंत मुनाफा पहुंचे और रोगी शीध माराम पाकर आशावाद देवें॥
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पार्थना और इस पुस्तक पर अपनी मुहर पानारत्न के लिये कर होनी है-जिस पुस्तक पर हमारी मुहर नहो वह ( । चोरीकीपस्तक जानना चाहिये।
पूयामलाल के॥
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अहसानी
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|जिसकोलालाश्यामलालताजर कुतुबने अपनायव्ययकरके गुस ईशानन्दलालमथुरावासीसेवोली
भाषामें उल्याकराकर
स्थानमथुरा मुन्शीकन्हैयालालवबीधरसम्मादिकों के प्रबंधसे मुम्बैउलउलूमा नामनिज शिलायंत्र में छापागया॥ | माहनवम्बरसन्यरर्दू पहलीवारए...
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श्रीगणेशायनमः।.
करावादीनसह सानी लिरव्यते॥
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मुकदमह मशभर ऊपरतीन॥
फसलोंके अर्थातइसस्थानकी आदि में तीन॥
फसलहे
पहलीफसल जरूरनी औषधीयोंकी क्रियाओरदुरुस्ती चारोंहालें। में ईश्वरनें ऐसी जिदवनाई है कैगरमी के संगरखुश कीऔरतरीके संगसरदीपट्टी नही होसकती सौर इन चारोंकाएकरवलपातकीयाहै गरमी औरख प्रकी में करता औरतरीचौर सरदी में कर्मइनदोनों पराकमोंके बिना किसीएककावलमालूमनहींहोस कताअर्थातजवनाईकर्ममौजूदनहाय तवताईकर, नाकी क्रियाकिसकीम हायता से जाहिरहोसके इ सकारण निश्च होता है के सौषधी दोहांला में मौजूद हें गरमी के संगेनरी तथारवुपकी कैमंग
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सदीसाथ नरीके तथाखुश्कीके और सोमधीका मलानेसेड्नचारोहालतों में चारदरजानिकला। नेहें सोरजोकिसीहालताकामसरकाममेंलानेसे मालमपरंतुअनिकाममेंलानेसें मालूमहोयती जानें केयहपथमदरजाकीऔषधीहै औरषनक्ष तोहो परंतु कोई काममे ओगुणनकर तो जान लेना यहदूसरेदरजाकीहै ओर मोगुणनोकरैपरंतुमौन कोपाप्तनकरेनीजानें कै वह तीसरेदरनाकी है और। जो मौषधीमौतपान करेंनी वोहचोथेदरजाकीजान नी निदानयहवी निकरकेंसावूनहोगईकैपति औषधी में किसी दरजेकाहोदोहीलतें मौजूद हैं। और कुश्मानमनुष्योंकीवुहमानीसेंयह सावहकिपनिरोगनस्के वरखिलाफदवासेदूरहोता है जोरोग गरमसरहोतोसरदरखश्कदवासेजाय ओरजोरोग सरदीखुश्कीकाहोती गरम तरदवासेदुरहो निदान यहवाल उचित है कैएकरोगएकही औषधसेंदूरड श्राकरे परंतु औषधीयोंकामिश्रिनकरना के ईका रण करकेजरूरपडताहै एकतोयह कैजिसएकही दवासेमार्रमहोवपातन हो भोरदूसरेंयह कैदवा कीसुगंधी औरस्वादकीनेजीकोकमेकरनानथादूर करनाजरूरहोतीसरदवा कीसुगंधीओरस्वादवद। लना चोथेंदवाकावलकमजादेकरनाजरूरपडै पा चमेंदवा को तेज तथासुस्त करना होछटेवासजोडों मेंदवाकानसरपतिकरनादूसरीओरौषधीमिया लायेविनाघाननहोसातमें वोह के जोड़ों में केईरोग||
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हों सौरप्रति जोडू के लीये वेसी ही औषधी इषट्टीका रनी जरूरहीं साठ वें रोग ही वो हुन हो और हर रोग के लीये एक सौषधी में के ई सोषधी मिलानीपडें नमें व इतदिन ताई वलदवाईकामना रखने को दस में सहजकि यासे काम आवै ॥
॥दुसरीफसल॥
बहुवचन औषधीयों के जारी करने की आदि में ॥ सफू फअर्थात चूरन और फंकी सवक्रियासों से यह प्रथम । क्रिया है हकीम देफोरी दूसने किता वुस्नान इस प्रकार से वरनन कीया है के अस्कली नूस के शिष्य सुकरातने । प्रथम इसे बनाया है यह वोह पिछला बुका रात नही है जो सिकंदर वादशाह के समय में नामी हुआ है पश्चा तपौषधीयों को जैसे जैसे काम में लाते गये तेसें तेसें । प्रथकर नाम पडते गये जेसें बत्ती बुर्कनी । फूंकनी त याकर्मो के अनुसार जेसे हदीक लाने वाली सौषधी औ रमरसरामवैद्यकीयद्दई सर्व संग्रह की पुस्तक में लि षा है के उन्नराखंड में एक हंस राज नामी वैद्य पैदा हुआ था उसनें हिंदुस्तान में चूरन वनाया था उससे पीछेएक जगरनाथ नामी कसमीर के मुल्क में पैदा हुष्मा उसनें धावादिक भस्म कर के चूरन बनाया। हुन्छ । अर्थात गो ली। कितावुस्नातमें लिखाहै के गोली योंके बनाने वालों के बहुत से नाम हें वाजों नें सो लोन दादा मादरी अफला तून को लिखा है और वाजों ने लुकमान को और वाजों में उस्केशिस जामा सव को लिखा है ॥ प्रथम तर और ता जा वस्तु सोसे छोटी सौरगोल २ घन तीथी पीछे और
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| क्रियाओंसे और रस्सों मेंवनालगीजेगोले और लंबीणेली नियूंटीजेसे २समयनातागयासारख नायागया औरहिंदी पुस्तकोंकलिषाकेधनवन्तवै द्यनेंजोके प्रथम मित्रानी वैद्यहएथेग्मोंर्नेपथमा मेंपारेकीगीलीवनाई और उस्कानामगुटकाधए सेंविशेषधाप्तहुए उस्मेंपीछे और वस्तुओकीगोली यांबनाई।मानाप्रथम माजूनकोसुकरातर्नेकनाई। यहकिताबुलजालमेंलिषाहै परंतुधाजीनेलिया है। केइस्कोदबूजालसनेबनायाप्रथमचूरनकोसहतमि लाकेवनापाथापच्छात और क्रियासि बनाईगई। औरउनकोचाशनी औरपरुतीकेकारणसेउनकेप्रमा करनामहें।जिसखमीणामुफरहाचटनीनामीको तेगए औरसर्वसंग्रहकीपुस्तकमेलिषाहेकैहिंदुस्तान मेंधनंतरधर्नेमाजूनकोवनायानसने गोलीकीसीचा शनीकडीबनाईथीशरवतधतसेमनुष्यहकह) तेहें कैसरवतकोफीसागोरसनामी–धनायापरंतशेख रईसवूनलीनेलिषाहै फीसागोरसनेतीफकतसिक जवीबनाईथीवतलम्सुसनेंसरवतकोवनायाथापा यमअनेकसीषधीकारसनिचोडकेभिठाईकैसंग चाशनीवनाईपीछेसूषीदवाकेकाडेसेवनानेलगे।
औरधरमपालनामीवैद्यभदावलकेनेंउसेसातघका रकाकाडावनायाजसनेशरवतभीवनायापरंतुउसकी काडे में हीरवाकोईपथकनामनसकानरषायहतिक स्थामुनकीपुस्तकलिषाहमरहमाइस्कोपथमा यूनानकेहकीमधुकरातनंघमामाजसने अपनी पुस्त
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कों में लिखा है के मरहम का वल बहुत दिना लाई वाकीर हता है जिसमें जैतून का तेल मिला हो उस्का बलभी नही जाता और जिसमें अत्यंत गोंद हो उसमें वीस वर्ष परियंत परा कम रहता है और जिसमें चर वीमिली हो उस्कावल एक वर्ष ताई रहता है । रोशनाई ॥ अर्थात सुर्मा नेत्रों में जोन का वहानें वाला सबसे प्रथम तो सकलीया के बा दशाह सरस नंदूत के ताई हकीम फीसा गोरसनें वना या था ॥ वरूद ॥ न स्को प्रथम तो समये के वादपूण ह की | नेत्रों के जल दूर करने के ताई ठंडी वस्तु और हर्कम स की यानूसनें तैयार की या उस्से पीछे और 2 मुना सिव वस्तुभी मिलने लगी |
॥ फसलतीसरी
खास इसी पुस्तक की तोल के प्रकर्ण में ॥ गुरग॥ केई औषधी मिली हुई के नुसखा में उस्की पक्कृती अस्था पत करना योग्य है अर्थात प्रत्येक वस्तु जो पथकर हैं मिल कर किसी एक दरजा पर ठहराई जाय और जिन रोगों के कारण वह मिलाईजाय सव की पक्रा त मिला ली जावै परंतु यह सब बातें उस समय हाथ । लगती हैं के जिस समय असल वस्तु गिनती और तो। ल कम जादा न हो और जो कोई वस्तु नापेद हो तो उस के वदले दूसरी वस्तु मिला ली जाय हरद वाकी अस ली तोल रहेना उचित नही असली हालत नही रहस कती निदान इसी कारण से नुसखों में अजान लवजों मेनोलोके नामहें जेसे प्रो की या ॥ अस्तार। पुला वंदका । तरमसा जोजा। दांक। शुकरजा। तस वज। भिस्काल
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दिरमादागामादिकेलिवाहै ओरनगलेसमयको अवकेहकीमोंकीतोलमेंभीफरक हैवल्कहरजगह केतोले नादिकतोलपथकर होती है तवमिलेहएन सरवाकीपकृतीपरकशंकरभरोसा करैंयाहीकारणा सेनस्कासरजातारहताहै इसलीयेपहलीनोलको ठीकौरवरावरकरके इसपुस्तक में मोरेवारनीचे लियाहैकिामासासाठरतीकाऔरतोलावारहमासे | काओररतलचालीसतोलेकामोरसेरास्तीतोले। का औरमनचालीससेरकाहोताहै।गुणपघटहोय केवहुधासपुस्तकमेंगलेसमयके हकीमों के नुस खाभीलिगरहेंजोकिसीदूसरी पुस्तकके सनमुषा प्रथकपाईजायतोनस्कायह प्रयोजन है कैप्रथमतो करावादीनोंके नुसरवानाकोपट्टाकरकेननकीकि यानोकोदेतोउनकी मरोर और मतपतहोनेकेषा तापकरकेविशेषक्रियाऔरपथकतापाईगई उनमें सेथोडीसीकियाजोसुद्धसमझमें भाईओरजिनकी प्रतभीयुद्धलिषीथीदूसरेजहांपथक वचनदृष्टीमें। नायेतोजन मेंसेंएककेवचनकोसमझोरसोचक रतथासजमाकरकचूलकीयागतीसरेपहलेतोला कोसमझकरननसवतोलों कोजिनकापरवरनन करायेथेवदलदीयेहें।।चोधेजोवहदवाप्राप्तनहो। तथाथोडीपाननोअथवावहतघघटनहोतथापार मनोहो पहचाने मेंननावेनस्कैवदलेलियाहेनथा। किसीदूसरी वस्तुकीइतनीतीलकरदीगईकनस्कीय) कुछ दरकारनहातगुणा-भीरजानकारनुसरवाजिन
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में वाजठकवस्तुनहीधानहो-औरथोडीवनानेकाको इविचारनमाजनकोइसपुस्तकमेलिषनामचिता नजानाजेसेोतिरीपाकाफारुकालवूवाकवीराक लकलांजा जिसचाहहीवहपहलीकरवादीनोंमें देषलेगगुणाजीनुसरवापाचरोगोंकोशालिवाहै उस्काप्रयोजनयहनहीहें केजवसवऐगइघ होत वहीकाम लावै उसमैसजोरोगहोउसमेंहीदेनान चितहैगुणावधानुसरवों में मात्राकीतोलयाकी रगसेनहीलिषीकैवेद्यऐगोकाहालदेषकरमापत जवीजकरलेगा।गुणजिसक्रियामोहडावहेडा। सामला लिधाहैवहाँपरयह योजननहीकैगुठ लीनिकालकरउनकीलोलकरैऔरजहाँपरनि रीहडलियीहोतोजानेवडीहड़है सोरहलेलजात होतोतीनोहङजाननीप्रीतवडीहडाजवाडाका लीहडातीनोहडोकोभिलाकेमोरवस्ताकोननकी वरवरलेोरनिफलामर्थातहडावहेडमामला दूनतीनोंसें प्रत्येककीतोलवराघरहो।गुए।जिस क्रिया में मुर्वाजलिषीहै उस्कायोजनधीजनिकाला नेसेहैगुगाचूरन में सोहकोमैदासीघोटकरले श्री। रक्रियाओंमेंगडी कीसीलेागुगरवंदभुतलकसे पयोजनरेवनचीनीसदगुणावहमनेनकानयोजन वहमनलालमोरधहमनसपेदसैहै औरतोदरीनका घयोजन तोदरीपीलीभोरसुपेद-ओरलालतादीसेहै। -नोरम्सलेनकाशयोजनकालीमूसलीसुपेदमूसली सिंह और काकलेनकायोजन छोटीवडीइलायचीसे
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है। औरफिल फिलेनपयोजन | पीपल मिर्च से है । और संदलेन प्रयोजन सुपेद चंदन और रक्त चंदन से हैके यहवत्येक लिखी तोलके तु रूपहो। गुर॥ जा क्रियामें सहत है तो वहाँ भागलीयेह मे सहत्त से प्रय जन है इस क्रिया से सहतको प्रथम अग्निपर धरै जववासे भागनठे तव कपडा में छान ले सरगर मागरम मैदवाई मिलावे और क्रिया में दूरा और सहा तदोनों हों तो सहत वूरामिलाके थोडासापानीडाल । के आँच पर धरैजव वराघुल जाय तव और सहत मंझा गउठें तवकपडा में छानके चाशनी कर के श्रीषघीमि लवि॥गुरणगाजाकाथ सरयू की क्रिया में सकासवे लके वीज और तथा अमर खेल हो जन को कपडाकीपो टली में बांध के काडा तथा यूशकरके विनागलने के नि खोडले || गुण हमूवजन। मुसा थी थुल बजनप्रयोजन सवदवा वरावरही और दुर्बदासवसुं दूनी से प्रयोजन। है और इसी प्रकार से चंदा आदि है॥ सुरण ॥ खीरजीरेम दद्दर की यह क्रिया है के काले जीरको सिरका में भिओ वैऔर फिर निकाल के सुषा वै याभांन तीन वेर करें || गुरगा और वूदादह की यह क्रिया है के को वड़े क इच्छामें घर के आंच पर धरै अवभुने की सुगंध नानेल गे और रंगषट्क्षजायतवप्रथक कर ले।हुए।॥ तस कीया अर्थात पुट यह है के सूर्याद्वा को औ कुट करके किसी वस्तु के रस में मिजोके सुषा वै या प्रकार तीनवेर। किये विमा पूरापुट नही होता है ॥ गुए। शीर पिसर सेय प्रयोजन है के इस्त्रीनेट की माही ओर उसे दुग्धपान
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करातीहीइसीधकारशीरदुखनारमतिघेटीकीमाहो| |mगुग॥गिलहिकमनर्थातकपरोटीकीयहक्रियाहै। एककोराकूडामेदवारचेवाकेम्परएकसकोगंधरकेचू नसेवाकोमुहवंदकरैोरकपडाभिजोकेवापरलपेटें औरमाटीलपेटकेटहरेसमयताईमसेसांचौरपेगगुण श्रीरजोपर्कवनाहीनोदवा बरयाकापानीडालनाम नमहै औरसवोषधी में कूमाकोमीठोपानीडालनाम |चित है परंतुहकनामेंधारीकूआकोपानीडालनाउत्तम हिमिकालहसबलव्यानसरकुलीयैमुन्नलकहम दवीये।अर्थात प्रथमषंडोषधीयोंसेलगहश्रेसवंक मेकेिपकर्णमें
फसलपहली ओषधी केधरणाकरने और उनकोवल कीसमयबाधने केयकमेंउन्नमविधीतोयहहै केजासस्थानकीजोत्र च्छी औषधीहीनीहीवही की काम में लावै औरइनकी को निघंटससमझलेतथावुमन औरदेशाटनीमनु पोकेमुषसेउदारणकरालेओरौषधीतरप्रस्थ नातथाचतगरमनथासतसीतलौरातहवादा र औरधरभाटीके प्रस्थान मेंधरनेसेनस्कावलजार नारहना है और विगडनानीहे ओरखुरीहोजाती है। सवषगट होय केओषधीकेतीनभेदहेंधातादिक काष्टादिक ओरजीवजंतुआदले केअथवाइमीनी नभेदों सेमतपतहोतीहाजमादाताअर्थातधाता। दिकवोहवस्तुहोती जिनकाननोपेड है-ओरजन में जानहैननके लैनका कोईसमयनही और मनकीपह
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चानदेषने से नही होती के यह कोंन से समय यह अपने-अ स्थान से ले गई है परंतु जो मांदिल और वसंत में अपने अस्थान से लगई है तो मुन्नमहै औरजोभ्योषधी केज मजाने में सौरगाडे पन में प्रत्येक की क्रांति और रंगस् पवेसाई बना रहे तो यह उन का उन्नम पना है और प तली पोर नरम हो पर उसमें कोई दूसरी वस्तनमिलाई जाय उस्का वल तो कभीनजाय परंतु बुरी हो जाती हैं >पौर विगड जाती हैं और पत्यंत पुरानी होने से निर बल हो जाती है || नवातात॥अर्थात काष्टादिक वहु तवस्तुऐं के जिन के पेड उपजते हैं उन के भी दो भेद । एक तो वह जिन के पेड वर्षोपरियत रहते हें मोरेजवपे डवढजाता है तो हर साल नवीन पन्ना आते है दूसरा ह रवर्षमें साथ पे पेदा होती है और वर्ष दिन से विशेषना हीरहेती है परंतु कोई काररंग करके थोडा बहुत रह जातेहैं पर सब काष्टादिक घुन सड जानीहें मोरजन का रंगरूप स्वाद बदल जाता है और दरगंध माने लगा। ती है और जब पुरानी पड़ जाती हैतव काम में लाने के योग्य नही रहती है पहली किसम के पेडों के पन्नापत डहो जाने पीछे अवनयेपत्ते वैतवजनको लेना उचित है और कलीजव बिलने लगे तब ले मरज व पेड पर सेगिर पडेतवले औरफलक चे औरप क्केदोंनाले अपने समय का माती हे जेसें वमूरका कचाफललीयाजाय है क्यों पूरा वलन सी में होता है
और इमली का पक्का फल लेने हैं का बुरा होता है। और वीजपक्के फल का लाया जाता है और आसमय
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पेड नयेपोनिकलनेलोवासमयनस्कीलकडी र मौरजड औरछाललेनानचितहै और पेडोंसेजोह रवर्षवस्तुपैदा होतीहै।जेपन्नावलीफूलाफल।
औरवीजननकापूरावलएकवर्षपरियंतरहताहै। पश्चातकमहोताहैऔरजोननेसच्छीपकारसेरणे तोकामलाने के योग्यरहतीहनहीतोविलकुलविंग उजालेहेंपरंतुजोक्रियासरतोविशेष दिनोपरियंत बलवान रहतीहेंजेसेमुरवाऔरगुलकंदके वनसे। तथासोरकिसी किया डालनेसे औरजापेडमेंगोंदा पिदाहैजसकापड़जासमयघडताहैलोसरदीकीऋतु मसकसरकरकेउस्कावकलफटकरधाहिरकोगों दइषग्रहोजाहौरजापेडमेंमोटावकलहोनस्छे दकरदेनेसेभीगोंदनिकलताहोरदुधएकसुपेदरं |गकीतरीहेकेवाजेपेड़कीपतलीडालीतोडातथाच स्छेदक रोदूधवहने लगेगानस्केरषनेकीभीकवि धिहे एकनीयहकै किसीवासनमेंइवाकरकेस। घालेदुसरेकोईकपडाभिजोकसुषालेनीरसमय परभिजोकरनिचोडलेतीसरेंदूधकेपेडफेवकल कोसूखेसथाहरेकोओटाके औरवहतहिलाकेछा निकेसुपालेंगगुणसूघनेकेपिछाडीनिसतरवस्ती कोभिजोवेऔरवहाचे पदारनोरकालातथालाला। रंगकाहोआवैसोगोंदसौरगाद कहाते औरसपेद औरधुंधलेरंगकाऔरवेचेपहीयनस्कोदूधकहते
औरजवताईनरकीरंगत औरसुगंधीस्वादनवद लिसवताई उस्कासलपराकमकनारहसाहीर
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दूसरेपकार केजीपेड-अपनेआपपेदा होतथावोंने सेपेदाहोनेननकेपंचांगकावलकेवलगवावर्ष परियंतरहताहैपीछे निरवलपड़जाता है परंतुज चताईनस्कीसुगंधादिकवदलेनही औरबहसडेग लेनहींतवताईकामलानेकेयोग्यहै औरजवपे डफलेफूलेतवनस्केपतेलेनानचित है औरकली फलफलौरवीजोंकोसमयके ऊपरलेमर्याता जोसमापहलेषकारकेपे काहे वहइनकैलेनेका जानेऔरजवपेडफूलफलकेसूबजायतवकीजड छिलकालकडीऔरउस्कावकललेनामचित है। गगुरणजोसमावस्तुकेलेमेकालिवाहैनस्कायहंप योजन है केवासमयउस्मैपूरावलहोताहैयहयात ||पहलेतथापीछेकेलेनेसेकामलानेके योग्यनरहै।
हेवानातअर्थातजीवादिनीवधी तीनधकारसे कामलायेजातेहएकतोसवसंगठनकाजेसवी हट्टीसोरकैचूदुसरेकेषुठेदूरकरकेजेसेरेगमा हीचौरकैगडातीसरेजीवोंकाकाईजोकामासा ताहेजेसेमछलीकापिता ओरमासवचाजानाचाहि येकेतरुण-सोरवलवानजीवोंकामात्रकामाता। है-औरहरेकजीवकैतरुणताकीपरीक्षामथकरलक्ष गोसेहोतीहेगाछीटीपुस्तकमेंउनकेपतक्षहानेका समावकहा और उनकातेजचालसरुगतासोरपरा क्रमसौरमोटेदवलेपन सेमनकाबलमालूमहोता हसौरहरजीवकासवकासवतयाथोडासाउस्काभा गलेनाहीतीमस्कीतहलतालेोरखस्केमुषाने।
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की औरषनेकीवहुतसीरक्षारपनीचाहिये केसडन जाय औरकीडानपडजायौरजवताईउसकारंगरू। पसुगंधी औरस्वादवदलनजायसवताईकामला नके योग्यहै।
फसलदूसरी एकताओषधीवनानेकीविधिोरनस्कीपाकीज़न । तथावलवानरहने ओरप्रसरतेजीरहनेकेषयोजन मैंरुवाताजाजड़तथालकडीकोपानी में पीसकेछान लेवापानीकोनांच में प्रोटावैजवगाडाहोजायनवधू पमेंसुषालेसोरजड़तथालकडीसूषीहोतोनसेजोकु टकरकेपानी में प्रौटाकेोरमसलकेछानलेफिरप कावैजवगाडाहोजावेतवसुषाले औरफूलोकारव याप्रकारवनायाजाताहैकेननकारसनिचोडकेसुषा लेतेह असारह। अर्थातारसनिचोडाकेबलहरेप ताऔरफलफूललकडीजडइनकावनसकताहैनस कोकुचलकेपानीनिचोडकेधूप सुषाले।सन्हाकेवा ललकडीओरजटकावनताहैजोगीलीहोतोनसेकुचले पोरजोसूबीहोतोउसेपानीभिजोककुचलकेस्खूबनो रमेहाथोंसेभीडे केकपा मेंछानकेवापानीकोकाईवासा नमेश्कवेजवनितरजायनौरगादनीचेवेठजायतववा।। नीलगाकेटपकाकेपानीकीदूरकरदे औरसेधूप में। घालाधारण अर्थातनोंनऔरहरवस्तुकेधारनिकाल नेकीयहविधिहै केसकोजलाकेवाकीथोडीसीथोडे सेपानी दो तीनपहरताईभिजोराङ्गप्रीछेएकगाडोसो कपडालेकेवाकेचारोंकानों कोपथकरवाधकेवाके
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नीचेंएकवासनधेरैवाभस्मपरपानीडालतोषारीचे टपकमावैगावापानीकोफिरभस्म परडालैइसीपका रदीतीनवारटपकाकरपानीकोएकदेगची भरकेशा चपरचडावैजवएकनफाननाजायनवठंडाकरैयो। डीसीभस्मनीचेवैठजायगीवाकोदूरकरकेपानीकोज|| लादेतोधारनोंनकेतुल्पजमजायगोधगयाको काजलभीकहें, इसकेवनानेकीतीनधिधिहेंगकतोय हके केवलधाकोपवनसेवचाकेजलालेमोरवाकेधू ऑपरकच्चीपारीधेरैजिमाधूमावालिपटायति। तनापथककरलेगदूसरीविधियहहै केवषीदवाकोचूर नकरके कपडा वानीकेषकारलपेटकेदीये धरकेवा मितेलभरकेजलानोरकाजरपाडलेतीसरेसषीदवासी कोपानी में पीसकैतधागीलीदवाकोरसनिचोडकेवारस मिकपडा भिजोकेसुषाकेसरवानीवनाकेदूसरीविधिकी// क्रियामकाजलपाडले कोयला जादवाकोकोयला बनानोंहो बाघोटूकरकरके कपरोटीचड़ाकेभाडतथा। भूभलजलावैजिसमेघाकोलोंकाधूमावाहरननिक लनेपावैवाकासातभस्मजोकपरोटीकरकेजला, वेकेवाकासासोरलोवाहरननिकलेभीरकोपला|| भीनरहें औरभस्महोजायतोतमोरजोधिनाकप|| रोटीजलावेतोजावस्तुकोजलावेवाकीभस्मजदीकरने || में चेनारगनासर्यात तेलबोधवाजोंकातेलनि कालतेहेंबाकी क्रियातेलों के संगवरननकरेंगे
फसलतीसा अकेली औषधीकोहकरने औरवावमानेकेषकर्ण
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|मंजाकारणसेवावलविशेषहोजाप और तुरंत गुणक रनेलगेओरनरमाईनाजाय और सौगुनकरैइकेली होतथाकोई क्रियाभिलाईजाय औरसवरीयोषधीऐसी नही केजिस्के कियेविनाकामनचले प्रथधाना दिककासोधनाऔरवनानामुरवारीव-अर्यातमोती कोगायकेदूधमें प्रोटावै फिरपानीसेधोकेमरल घोट सीफोरमूंगा और गाकीजड़कोकपरोटीकरकेयापर्क रससाक्देजनकारंगमुपेदहोमायालालापाकूताश्री रिपन्नासादिको साँचमेंगरमकरके पानी मेंबुझाचतोतु रसपीसने में सजायाचासोनाकीघरिया आचरवू वतातीकरके एकधारसिरकाएकवारपानी मेंभुजावर पीछघिसकेपानी में देठाके नितारलेफिटकिरीकालो. हेलथा तावेकेकडछानाचपररकवेजवपिगलसूब जाय अथवाकपरोठी करकेमोडीदेरमाचपररक्खे।
लोहेकैमैलकोसातवारखूवगरमकरके सिरका भुजावै फिरसात दिनसिरकामेंडूवारहनेदेफिरवावोगा यकेघी में रंगडकपानी में बोलदेजोकलूनीवैठायता यलेकेसातवेरपानीसेघोडालेपाराचालीसधारणगाडेक परामें छानलेवहरोजाआधीहाडीपानीकीभरके वा के मुहपरझिरमिरीकपडावाँधकपरवहरोजारपकेपा रेसेबंदकर औरहाडीकीआँचपरधरैजववहरोमापानी कीगरमीपाकरटपककरहाडीगिरजायसवकपडाकामे लसमेतदूरकरदे औरयाहीपकारपानचारवेरकरैजोचूर नके योग्यहोजायागंधकामाधीहाडीमेंदूधगायकोभ रके उस्केमुहपरझिरझिरोकपडावांधकेहाडीके किनार
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रॉपरचूनसान के लगादे औरगंधक के टूकर करके। वाकपडांपरस्कवेोरवापर ओंधातवायाधकारर कवेकेगंधकसे मिलारहै और कोयलोंकी आँचवात विपरधरैतोगंधकपिगलकेदूधमें गिरे फिरगंधक कीले केवाकीतरीकोदूरकरैअर्थातदूसरे कपडासे पोंछड़ा लातूतीयागमहीनपीसके पानी मेंटिकियावनाकेओ चपरसुघालेमथवासूतीया कोपानी में घिसकर घोल देसोरवाकीचकोलेकेसातवेरपानीसेमजारलेमुवी दारसंगमर्यात मुरदासनकोघोटकेपानी मिला वैतीन दिननाईकाईवासन मेंधरारहनदेसोरदि। नमेंदो तीनवारहलातोरहेफिरपानीकोनिकालडा। लेऔरनीचेकीकीचडको पानीनये में मिलाकरकवेः तवकीचनीचे बैठेजायजवपानीटपकाकेछानले।
हरतालाहरलालकेटूकरकरकेएक कुलडाध रिकेंसकोरासेवाके मोहपरचूनलगावंदकरसोरचा सकोसमें एकछेदकरके मंदी आँचपरधरैजवलाई। वामें मेकालोधुआँनिकसेनवनाईधररहनेदे और जवसुपेदधुनिकसनेलगे तवजेतारले संगसुमा ॥ संगसुर्मा कोरुई लपेट के जलावैजवधूभ्रोनिक लना वंदहोसवसाफ करले अथवा वकरीकीचरवी मेलपेटकर साँचपररकवेजवचरवीजलजा यऔर सुर्मालालहोजायसव निकाल के लडकेकी माकेदूध तथागायकेदूधभुमालेअथवापरल करके पानीघोलकैवाकीगादनीचे बैठजायसव सुषालाननानोंनकोएकदेगची धरकेटकनासे
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*द कर के आँच पर रकवे जव नाईबा को चटकनोंनंद नहो । सजी ॥ सजी के ट्रैकर कर के एक माटी के ठीकरा में घर के सच पर धरे जव नाई बा की रंगत नवलजाय। सवताईन उतारे॥षपरिया। पपरिया कोचमें गरम करके कई बेर गुलाबजल तथामा अथवा अनारको र तथा नीबू के रस में भुजा वै तो शुद्ध होय ॥ चूना। चूना और मोटी के पानी में घोल के छान के रष ले जव वा की गाद वैठ जाय तव वा पानीको नितार के गाद को सु घाले ॥ अथ काष्टादिक कीशोधन परक्रिया अ फीम के टूकर करके पानी तथा गुलाव जल में चार पहर ताई भिजो के साँच पर धरै और खूब भीड के धि लमिल हो जाय फिर छान के वा को मेल दूर करके पा नी को पका के गोली बाधने योग्य हो जाय सरजी वा में साधी अंगूर की शराब डाल के पकाने तो अतिन शीली और निरोग हो जाय ॥ उन्नम फीम वह होती है जो तुरत पानी में घुल जाय, यांच में मिल जाय और धू प में पिगल जाय और सुगंध विशेषदेने लगे। कुचला ॥ कुच स्लाको तीन दिन ताईपानी में भिजो वै सौरपानी को नित्य बदलता रहे पीछे गाय के दूध में सौटा के खीर छील के चक्कू से वो हो तमहीन कतर के सुषाले । शलु मा॥ एलुसो को सेव तथा वीह तथा शलगम तथागा जर में घोट के कपड़ा लपेट के खून लगा के पाँच में डा लदें थोड़ी देर पीछें एलु साताई गरमी प्राप्त होगीतवनि काल के सुषाले ॥ भिलाये॥ मिलाये के दो टूक करके | गरम कड खातथा दो पत्थर के नीचे दबावै जो शहतसो
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निकलेताको छरी पथक करले और जोछिलका सहितकाम मेंलावेतो मिलनयाभरखरोट कीभीगी। कैसंग कूटके औरमिला। औरभीग काधूर माँटी। से पोंछ के दूवके रस अजवाइन के रस मेंमलकेमुपाल पीछे गायकै घी मेंमलके कोरेठीकरा को आचपरधरके भने परंतुजलनेनपावैनिसोतानिसोतकोकपुरसे छीलडाले औरभीतरसेवाकीमींगीनिकालडालेगचा कसूषोपोटली मवाधकेसोंफतथा ग कीदालनथा गधाकीलीदमें सौटाकेमस्काछिलकादरकरले .
कालादानाकालेदाने को कडछीमेंभरकै आँचप|| रधरैजवदाकोरंगोरसुगंधी वदलजायजमालगो टाजमालगोटाकोएकपोटरी मेंवाँधकेपथमतोग | धाकीलीद पानीडालके औटावैपीलेंदई में मोगवै | फिरछीलकेदालकरकेवाकेवीचमेंहरासाहैताया। निकालडालैतवकाममेंलावैगतेलाहरपकारके ते लकोसीतलपानी में मिलाकेनितारलेगमाजूफल। माजूफलको गायकैघीमेंभून लेनवषिलजाय और जलेनंहीतवमतारले संसलकै दोभेद हे एकतोगूदे दारवहषाने के योग्यनहीहैदूसराछिल केदारयहषा नेकेयोग्यहै चूनकोनसेनके वाकैऊपरलपेटके भूर भलमें गाडेदेवचूनपकजाय औरवहभीतरहीभी ।। तरसीजजाय तवचूनं कोरंकवाकोकामलवैगारीका जातातूंकडेवीच होवहघुराहोताहै या कोकाममैन लावैयाकारगसेकेवाकेनिकालनेकी यह क्रिया के गारीकुंमलकेगाडेतथागजीकेगडेकपडामेछानके
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सातूदरहोजायगोषरूगोषरूछोटेवडेदोनोंगोष रू को गाय के ताजादूधमें भिजोक सुषालेलाष॥ जारकोपानी में प्रोटावेजोनी,वैठजायतायलेयार बीततीनवारकरै-पोरवापानीको निकालताजा यहडाकालीहडकोगाय के घी में तलैजववेफूल जायोरलालपङजाय॥ ॥अथजीवादिककीशोधन औरक्रियाका
पकर्ण सवरेशमारेिशमको पोंछके किसीवासनमेंभर केआँचपरधरै थोडीसीगरभीपाकेकडाचूरनकर ने केयोग्यहोजायावालकासावनमेंधोकेराकधा सनमेंभरके आँचपरधरैजव वामें सेसुगंधानेल
परंतुजलनेनपावै॥मंदाकछिलकाकोदोदि। ननोननौरपानी में भिजोवैऔरभीतरसे मेलमाक्र्ड। सवपोंछके कपरोटीकरकेजलावै॥केकडाकोपरN/ धाजू.दूर करके कपरोटी-चटाकेभाडतथाभट्टीमेड ननीदरलाईधरैकेषजाय सीरसुपेदपडजाय और शिसनेकेयोग्यहोजाय ओरजलके कोयलानहो। जायपघटहीकैनरसेमादाह के कडाउन्नमहोता है औरउस्कायहलक्षण है केजओपीठपरसुईचुवाम वैजोसुपेदरुधिरनिकलेतीमादाहनहीतोनरजाति येवारहसीगाएतथाऔरश्सीघों कोकपरोटीमें भस्मकरनामचित है परंतुवाहरीचिकित्साभेजला नेसे कुछषयोजनमही।वी॥वीठीसेवीकृत नमहोता है और वीकेयहलक्षणहें केवहवला
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कपरोटीकरके पतलाहोताहैउस्कोतनीसाँचदेके मलके कोयलान होजायसोरजवभस्मकरनाचाहैतोउतनीआँचदेजा संभस्महोजायामोममोमकोपिगलाके नोन मिले। पानीमेंटपकावैओरएकलकडीसे मोमको ओरपाल। नीकोहलानाजायतोधूरमाटीनीचे बैठ जायगीको रमामसाफम्पराजायगा और जो कईवेरयामा कारकरेनो विशेषसाफहोजायगा।
फसलचोथी रिसीदवाईयोंकेवनानेकी क्रिया में जिनकीअसलीहा लनतुन्दरहोजाती है औरभीजीदवावनानेकीधिधि जोदवाईफलफूलऔरपन्नाकीही वाकोवेसीकीवेसी
औरजोलकड़ी औरवीजोंकीहोवाकोकुचलकेगुनगु नेपानी में भिजोकेवाकोसीतलपानीले के तयायोडाम सलकेछानलाअथकाडावनानेकीविधिगदबाई कोभिजोके ओरावैजवथोडासापानीजलजायतवन सकानितरापानी तथायोडाभलकेछानाथसी| पवनानेकीविधिदवारों को पानी मेंपीसकेछान लेसोरजोतेलीयावीजोंकासीराहोतोवामें चेतरपना उचित है केवाकोनेलवफीनसोजाय औरशुद्धमीगी योंको केवलघिसनाहीनचित है।स्रथमतरवनाने कीविधिदवाकेताजापनोंको घोटकेपानीनिचोड। लेओरएकप्यालेभरकेसाँचपरधरैजवगरम हो। केफटजायतवस्वाफीसेपानीछानले अथघीया कोरसनिकालनेकीविधिगडोटीलोकीपरकपडा गीलोलपेटकेवाकेकपरमाटीलपेटकेसुषावैभाउत
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थाभूभलमेंगाडै जलनेनपावै फिरनिकालककपरो टीदूरकरके ठंडीकले औरस्वामीसेपानीनिचोडले.
प्रथषीरासीरम लीसौरदूसरीवस्तोंकारसनि कालनेकीधिधिरानकी के प्रकारहै।मायुलनसू लकीयहविधिहै केदवाओंकीजजेसेकासनी औरसो फ कीजडकोजोकुटकर केवीसगुनेपानी मेंरात्रीको भि जोदेोरपातकाल के समयथोडीसीनाचोटा केजवचौथाईभागकोपानीरहैतवसीनलकरकेगाडे। कपडा छानले औरवीतलतयाशीशी मेंभरकेधरे वामें सेजितनाचाहेनतना कामलावैजवताईवाकीहर|| लतनवश्लेनवताईकाम लावैऔरजोनित्यनयावा नालेतोअतिनन्नमहें।ौरवीजोंकामीजडोंकीत|| रहसे निकालाजाताहै।प्रथमान्सकेपानीवनानेर कीविधिराजो केनिरवल मनुष्यकामहारोरदवाहें सोदोपकारसेहें।एकतायहके केवलमान्सको इला यची धनिया औरनोंनइन तीनों को मिलाकेपोटलीवा धके प्रोटावेजवमान्सघुल्जायतववापानीकोघीसेभ गारले याकोभावयरवनी कहते हैं।ओरसायहके। मान्समें मामूलीमसालोमिलाके ओरनोन मिलाकेप कावैजवघुलजाय नवदह सादडालकेभूनेजवभुने कीसुगंधावैनबदीतीनशपानीडालके देकेपानी कोकाम में लावैयाकोमुर्क मोरशोरोभाकहते हैं।
फसलचिनी एसीदवाईयोंकेवनाने जो विशेष दिननाईठहरती है अथ-सनीशदारुवनाने कीविधिगतरुताजानी
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र पके आमलों को तोल करके पानी में पका वै और धू वमसल के उन की गुठली निकालडालें और फिरफि रे कपड़ा में छान के तांतू निक सजाय नव गुठली और ताँतू सोको तोल के प्रमलों की तोल मालूम कर ले पर गरमागरम चाशनी में और दूसरी बस्तों का चूरन मिलावे पर जो सूखे समले होतो अन की गुठली दूर करके तोल करलै सॉमलों को धोडा ले जो धूर माँटी से साफ हो जाय तव डुबान गाय के दूध में उन को भिजो वै चार पहर पीछे और पानी डालके सोटा वैजो साँ मलों का कसे लापन सौरदूध का गाडापन निकलआ यफिरदूसरे पानी में मोटा के क्रिया कीरीत सेवनाले ॥ प्रथगुलकंदवनाने की विधि। ताजे फूलों काजी रा और सबजी दूर कर के और पूरा सुपेद नथा लालस यवामिश्री तथा कंद को चूरन करके तथाशहन मेंम ल के और मीठा फूलों के ढाई गुनेलाई उत्तम है और चौ गुनेलाई डालते हें सौ विशेष मीठे से दवाई का वल घटजा ताहै और शहत में वना वैतो दस्तावर और वादकाफु लानेवाला सौर जोड़ों कीसफाई का कर ना हो जाता है ॥ मोरे दो प्रकार होता है एक तोधूप का दूसरा पनी ला पूले में मुला पेमिगत विशेष होती है सौ दूसरे में ठंडा ईमोरतरी विशेष होती है। और पहले किसम कोतो फूल मोर मिठाई को मिला के पंद्रह दिन नाई धूपमें रकवे मोरवीच २ में दोतीन वर थोडा २ मसलतोर है। परदूसरी प्रकार के में फूल और मीठेको मस ल के एक वासन में भर के चौथाई वासन घाली रहे
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वासनकोमोहधंदकरके इक्कीस दिनताईपानी में डूबार, कदे।गुएगा औरजोताजाफूलन मिलें तोसूधेला| कोगुलावजलतथापानीमेंयोडीदेरभीजारकवफिर मिठाई में मिलावा और मुरबातोकैषकारसेवनता/ हेयाकारणउस्की क्रियांमागेलिफेंगे।प्रथमेवाके रुववनानेकीविधिारसीलीमेवाओंकोजेसे केला भोरसंगतरह औरसनारइनके जीरेतथादानेसाफ || करके उस्केरसकोमलकेनिचोडलेीररससेचौगु| नामीमामिलाकेपकावैजवस्तूवगाडाहोजायतवरवNI लेसोरमेवारस-चौटाकेतथाउंडाहीलेके वरावरका मीठाभिलाकेगाडीचाशनीकरलेसियनशीलीम धकेवनानेकीविधि।संगतरा-नादरसदारमेवों कारसनिचोडके कपडा छानकेसल्हवाभागमी हामिलाकेपकावैजवचौथाईभागकोरसजलजाया तवधाकोधूप मेंधरैजववाषटराईवठेतवकाम मेंला विइसमेंथोडानशाहोताहेअथरसदारमेवों के सरवतवनानेकीविधिमेवोंकारसनिकालकेटा ईगुनामीठामिलाके चाशनीकरले औरपछीचाश नीकेयहलक्षणहें केएकदोबूंदचाशनीकीपथकक रके गलीसेनठावैजववासेलेवेरदो तीनतारनि कलेंतवपक्कीचाशनीजानें।अथसूषीवस्तुकेस रचतवनानेकीविधिाकेदवाईयोंकोभिजाकोटा वैजवतीसरेभागकोपानीरहेतवथोडासामीडके हा॥ नलेोरमीठामिलाकेचाशनीकरलायंथननमेशा वोंकेशरवतवमानेकीविधि।जिनकोरसनिचोड||
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८२००२
ने से भी नहीं फे के जाय ॥ जो मे वा नर है जेसें मालू वृषा और इमली तो भरके सर्दपानी में मीठो मिला के चा शनी करें और जो मीठी मे वा है जैसे उन्नाव और संजी र तो उन के कार्ड में मीठो मिला के चाशनी करे ॥ प्रथमा जूम बनाने की विधि। जो सब वस्तु वा को चूरन के यो ग्य हो तो चूरन करके मिठाई की चाशनी में जो गरमाग रमहो वामें मिला वै । और कुछ सौटाने के योग्यहो उनको प्रथम भिजोके सोटा के फिर वा काडे में मिठा ईमिला के चाशनी पका वैफिर वा में घूरन मिलावै ॥ और जो दूधादिक मिलाने हों तो चाशनी में मिला के एकजोश के पीछे दवा के चूरन को मिला के बना ले ॥ ॥अथइतरीफ ल॥ अर्थान सव लेह बनाने की वि घि हरड के चूरन को किसी चिकनाई में मकोय के मि लाले मासे उस्कावल देर माई रहता है और चाशनी भीनरम रहती है ॥ खमीरा और मुफर ह को माजूमकी तरह बनाते हैं और या कूती को भी मा जूम की तरह बना तेहेंगे परंतु जोजवाहरात के चूरन को मिला वैतोषय मचाशनी में मिला लेना उचित है जासेंसव चाशनी में मिलजाय और यही प्रकार से सोने चाँदी के वर्षभी-चू रन से प्रथम मिलाना नन्नम होता है के सब चाशनी में टूक होके मिल जावे ॥ और अवाहरात के चूरनक रने की यह विधिहै के याकूत आदि को शुद्ध करके म दीनकर के किसी पर्क के संग पाँच दिन नाईघरल में घोटे सौर जो दूसरी वस्तु अंवर। कस्तूरी आदि मिलाना होती मिलाके औरएक दिन घोटे ओर सुषा के पीछें।
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जीजलदीत्यैयार करना होती सुरमासाकरकेमिला वैनहीतोगोलीवनाकषछोडे समय के ऊपरसुर मासाकरकेवनाचेक्योंके चूरन करकेरपनेसे निर बलताकोषाप्नहोताहै।चटनीवनानेकीविधि।
शरवतसेगाडी-ौरमोजूम से पतली होयकेजीभ नसेचाटने से नीचेकोनतरजाय औरषानेपीनेकीता सीरसमयके ऊपरमनुध्यकेजोडोंमेंदेरसेपानहोयया कारणकरकाहिकीमोंने यहुक्रियावनाईके गुजरे। समय सेतुर्ततासीरपानहोवैगोरजवारशमाजम के प्रकार सेवनाईजाती।परंतुनुस्काचूरनदरदण्डो ताहै के नदर मेंरे।औरधथममैलवूववनानेकीय हक्रियाणीके वाजेवीजोंकीमींगीकाशीरा निकालके| सहतकेसंगचाशनीवनातेथेपीछेभाजूमकेषकार || सेवनानेलो अवकभीतीशीराभोरकभीकतरके औरकभी जौकुटकरके मिलातेहाथमान्सके अर्कवनानेकीविधिमान्सकाचर्कचकेकाम में लावतोनुनम औरकच्चमान्सकाचर्कदरगंधी लेवाताहै औरजोजदानेतीप्रथमहीउस्कोधूओं कावलनिकलताहै याकारणयहउचित है के घथम यखनीकेप्रकारसे मोहविधेवासन में पकावैजवपक जावैतववेसाहीमोहबंधेसाकरके इकलानथादू सरीवस्तुमान्सकापानीमिलाकैअर्कचे थे गुडकीनशीलीशराववनानेकीविधि।गुड और वरकीवकलऔरवरकोवकलटूकरकरकेश! एवमटका मेंडालके और जितनाचाहियेतना ||
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पानीडाले औरविनामहवा केलहन अच्छानही उठतायाकारण गुड़कादसवांभाग महोशाकपड़ा कीथेलीमेंदीलोवाधकेमटकामेंछोडदे-मोरजो मेवाकिशमिशमुनक्कासादिमिलानाहोतोनन कोभीमटकामेंहालैजवलहनउठेतवमहवाकी। थेलीषथककरकेमर्कचे।ौरजोविशेषन शा-चाहैतो धुरासानी-जमानाभाँगोरधतूरेके वीजोरपोलके डोडामुनासिवभागकैराकदिन रात भिजाकेलहनचतेसमय मिलाकोंकणे सीवस्तुमटका डालनेसेलहनविगडजाताहै।।
औरजीवलवानवस्तुमिलानीहोतोयाहीप्रकार भिजोकेमिलावै औरइनवस्तीकोभीहालतो रतासीर विगडजातीहै औरजोमान्सकापानी मि। लामाहोतोसीधकारसेघखनीकापानीबेंचनेस मयभिलावैऔरजोदूधमिलानाहीतीचतेसमय गायकाकच्चानोरनाजादूघलहनमेडाले अथदर भरहवनानेकीविधिराजीनशीलाहोताहे केसवका स्तुकोएकमाटीकेवडेवासनमधरोरवापानी भरदेौरवाकोनाधोसोषालीराधैोरवासनको घोडाकीलीदमेंयाधकारसेगाडेजोवाकेमुहकोषो लमूंदसके नीरजवगाडेवाकेदोचारदिनवाकाला। कडीसेहलातारहे पीछेवाकोदेषतारहै जवदवानफ| नकेनपनेसापळफानधैठजायतवविनामसलेनोरा टारनेकेएकगाडेसेकपडा छानकै शीशेतथाचीनी|| केवासनमेंधानवीजकेवनाने की विधि।यहहैसी
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रयहभीनशीलाहोताहै केथोडीसीवस्तुको भिजो केसोटावैजवसाधापानीजलजायनवदूसरीवस्तु भिलाकेसवकोऐसेवासनमाटीके डाल के प्राधा घालीरहै औरवाकोधूपमेंधरै ओरदोचारवेरलक। डीसेहलादिगाकरेऔरनिगाहरकवेजवाफनके उफान वैजाप सवविनामसले मोरहलानेकेगाडे कपडामेछानलैमोरचीनीतधाशशिकवासन में धरदेशगोलीकेवनानेकीविधियहहैकेजोगो लीपचाव औरझुधाओरउदरकेरोगोंकैलीयेंहों तोवाकीवस्तुदीहोंजोकछूटेरठेरे ओरगोलीयोंकीवस्तु बहुतमहीनकाजलसीहोतोचाहिये केतुतधुल। जाया।टिकीयावनानेकीविधिकेटिकीयागो लीकीतरहसेवनाईजातीहै।शाफामर्थात लवी तिबूंटीगोलीवनानेकीयहविधिहै केएक तरफजि घरसेघिसीजायउधरमोटीहोनीहातेजावकेसी बेंचनेकीविधिादवाओंकोजोकुटकरकेराकघड़ा। मेंरक्वेनौरवाकेमोहपरएकहाँडीमोहरिगडकेरक्वे दोनों कोसाटेसेबंदकरके चूल्हेपरयडाकोतिरछा. घरैमोरआँचदेोरहाँडीरोसीवस्तुपररक्वेकेव हभीचूल्हेकेप्रकारहोसौरहाँडीकेपिछाडीएकछेद करकेवालकीवातीलगाकेचीनीत शीशेकोप्यालोबाNS केसामनेंरक्वेजोवाहीमेंअर्कटपके मोममोरवा हरोजाकेतेलवनानेकीभीयहीविधिहापरंतहाडी। कीजगहघडारकवेनोरटेडेकीजगहसूधारक्खना विचित है। औरमोमकेनीचेतीसरेवरकासाभरनोंन
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रखना चाहिये औरवहरोजाकेनी,पकीवालू रेनधि छानाचाहिये।फूलोंकेतेलधनानेकीविधिकई| अकारसेहेंएकतोयहकेसाफताजे फूलचारभागी रसुपेदतिलीकातेलपांचभागडालकेधूपमेंधरैजवर सडजानेकेपीछेनन्नमसुगंधपैदा होतवफूलोंकोम लके छानलेनौरवातेलमेंतीनवटकेताजे औरफूल मिलावैवाहीकारसेधूपधरै मोरछानकेफिरदोभा गफूल औरताजामिलाकेधूप धरैफिरखानले
औरदूसरीयह के डेडयुनेसाफताजाफूलतथाघरावरके ले और सुपेदतिलीकातेलमतनोंही मिलाकेधूपमेंध र औरगलजानेपीछेजवफूलोंमेंतरीनरहेतवरखूबम लकेलेलकोछानलेचौरजोतरीरहेनोवाकोधूप ध रिकेमुरझाल।ओरतीसरीयहकेताजेफूलोंकारसनिका लकेरससडोडातिलीकातेलमिलापकावैजवरसज लजायसवतेलकोछानले चौथीषेफूलोकोमोटा के वाकाडे में फूलों सेदूनातिलीकातेल मिलाकेसोटा विजववानेपानीनरहेतवतेलकोछामले।गुणातेलों कावलफूलों केथोडेपनसोरविशेषतापरहेपरंतुष थमविधितोयलावकेफूलोंसेघयोजनहेंजोपहली
और दूसरी थोडेसेनयेफूलक्रियाकेपिछाडीऔर मिलाकेरकवेजायजओरजनकीतरीधूप मेंमारलीजा यतोअच्छासोरगतमहामथपते।नीरजडाश्री रतरोताजालकडीथोडेतेलकेवीकालवना निकीविधिशफूलोंकेतेलवनानेकीतीसरीप्रकारके तुल्य है।परंतु थोडापानी औरमिलाकरसनिकाल
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नाचिनहे।केतस्का कसम्रच्छीपकारसे निकलक्षा वेगोरसूखेपनेनथाजडोरलकडी केतेलवनाने कीविधिफूलोंकी चोथीनरसेगणतेिलीयाल। कडी थोडेतेल केवीजों कातेलडोलायंत्रसेमीनिका लाजाताहै।और विशेषचिकनाईके बीजोंकातेलनो केईपकारसे निकाला जाताहै।जैसेवादामौरचि। लगोजाआदिकाएकतोयह केजोविशेषवीजहोंतो कोल्हमें पिलमानिकालते हैं। दूसरेवीजोंकीमोंगी कोरवूवकुचलके पानी मेंपकावैतोनेलपरपानीके नाजायोरगादपानी के नीचे बैठजाती हातवठंडा करके तेलनिकाललेते।तीसरे वीजकीमीगीकोकु चलके योडीसुपेदमिश्री मिलाकैथोडेसेपानी मेंमिा लाके गुनगुनानिचोडतेहेंतवतेलटपकमाता है । चोथेकुचलीहुईभीगी थोडीसुपेदभित्री-श्रीरयो डापानी मिलाकेएकरकावीके किनारेसेरकवेवाकेनी चेनॉचरषदेतेहें वाकीगरमीपंकरकेवीके दूसरोकि नारे की तरफ मोनीचाहोताह सोतेलभभाता है ।।
थसवधकारकेडोंकेतेलवनानेकीविधि। कईशत से है एकनोमह के अंडेकोसीटाकेवाकीजदी अथककरले और सजदीयोंकीहापसेरखूवमलके प्रत्येकवडीजदी में एकमाशेपानीनोसादर और खो देवायोडाचूरन करकेमिलावैऔरवाको एक शीशेतथावोतल में भरके बाकेम्परकपरोटीकरै।
औरमोह में सी कैलगावै॥औरएकठीकरा में छेदक रकैचूल्हेपरधरै-औरवीतल कीनारबाछेद मेसेनीचे
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ठीकरा मेंहो कैलटकादेचौरकरामें फंडातमानपले कीमांचकरैनीरवीतलकेमोहकेनीचेंएक चीनीको प्यालोधरैजोवामें तेल टपक जायदूसरी विधियहकेगा अंडाको प्रौटाकेजदीदूरकरके एकथाली में मंदीरांच परतथाकडीधूप मेंकलेजानरफकोभंडाहो वातरफ कोचारकलेदूसरीनरफकोनीचारकरवतोतलचाली मिराहोजायगारातीसरीविधियहकेअंडाको नौटाके|| जदीनिकाललेवैऔरहाथसेरवूवमलकर साँचदिषाके | निचोडायच नागोजोकितेलनिकालने कीविधिएकत्तोमहकेधिनेनानको रातभर इतने पानी में भिजोवैजोसवपानीसोषजायपीछेशीशी में रखके वाहीपकारसेटपकानापकारसे अंडोंका। लनिकाला।दूसरी विधिमहकैगरमनिहाईपरनाजों कोघरके वहुनगरमहथोडेसेदवावेजोनेलनिकल डेवाकोजुदाकरलेजोकेईवरसाकरनेसेथोडेसेदार नों मेंकछूतेलइषड्डाहोजायहै।ओरदादतथाभाईया दिपर लगानाहोवैतोवेसाहीताजालगानासचिन थमरहमवनानेकी विधिमतमोरमच्छीक्रिया: तोयह कैसवदवाईतो छैवठकीहो औरतेलपाँचवटा काहोऔरम तेल सेनाधाहोवैौरयापकारसेवना वैकेपथममोमीरचरवीकोसंगगलावै श्रीरंगोंद। होतोचूरनकरकेमिलाजवच्छेधकारसे मिलना यसवदूसरीवस्तुकाजलमहीनपीसकेभिलावै॥
फसलहटी। पानेकीदवाईयों के काममै कोरीतरीत
स्लान
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जवारिशागुलकंदामामामुफरीहायाकूनी इनव स्तोंपरपानीपीनातथाकोई चर्कविनादरकारपीनाम चितनही परंतुरक्षाकारसेपीवैशरवतकीरीताशर वनको किसीमर्कमुनासिवकैसंगतथा पानी में घोलके याकारणासेपीनानचित है केपनलेपन केसववकरकेव तधुलजाय औरजारीकरदारीतागोलीतथाचूरनत थाकोई औरवस्तुजोघाँसीतथारुधिरथूकनेमादि ओरदम के रोगों को काम में आवैवाकामह मेंरपके धीरे-चूरोपीछेनिगलजायजोफेफडे कीनली औरफे फडे मेंअरछेपकारसेवाकोससरप्राप्तहोयोरवाके|| ऊपरविलकुलपानी पीनामचितनहीजोयासेवस्की नासीरजाती रहती है।रीताचटनीपरपानी मिलाके पीनाहानिकारकरीताभयारजातोरजुलाव कोदूसरेगोलीयाकोगुनमुनेपानीसे निगलले जोया सेदवाकीतासीरधवलहोजाती है औरगुलकंद मेंगुन गुनोपानी मिलाकेपीने से विशेषवलवानहोताहारी ताजोगोलीमाधाचूरन पचावकोवलवान करने को घाईजायवाके ऊपरपानी पीनेसेदवाईकीतासीरनिर वलहोजातीहै।दूसरेरोगोंकोचूरमतथागोलीके ऊपर कोईर्कमुनासिवनथाठंडाअथवागुनगुनापानीपी नसेतुर्नतासीर पाप्तहोंने के कारणचित है।
फसलसातमी॥ अथलगानेकीदवाईकाम मेंलानेकीरीताके पकरणारीतासावजनमर्थातपानीकीनांदमें चिठनाादवाईकैकाडे में गुनगुनापानी मिलाकेऎसेची
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डेघासनमेंभरेजोरोगीवावेजायजोनीचे के रोगों को।गुदासोरगरदारामसानागाशमातमइनके रोगोमेंनभि तक और उदरविकार ओरछाती ओर पहलू के रोगोमें कंधा तक ओरसवशरीरकेविका रमें कंठ तक रोगी कोडवानामचित है ओर-सावजा न कामरमपानीबोतलमेभरकेरोगीके प्रस्थान कोसे केतवभीगुएगदायक होता है।इनकवावकीरीता तिवफारामाहबंधेवासनमेंदवा को-ओटावाकोटी कनाजतारके एकदूसरा छेदनदारदकनावापरधरके असलीजोइपरधूऑपहुंचावै सोरसवशरीरकोधू आंधानकरनाहोलोरोगीकीनाइपरियंस टकके गरम दवा के वासनकेटकनाकोउतारलेऔर चेतरामजी धूओंकीविशेषगरमीशाप्ननहोय नही लोवेहोशीसारा जायगी।वखरकीरीता अर्थानधूनी जोसूमीदवामा साँचपरडालरकेवफारकेधकारसेउस्काधूऔशरीर कोपहुंचा पाशोयाकीरीतावफारेसेपीछेयाकी/ रीतचलीयाहोकरके यहरीन है कियाशोयाकीदवासे सवशरीरकापथम किताव होजाना सोरथासोथा ऐसेनस्थान में होना चाहियेज)हवाकापबंधनहोय
ओररोगीकोगलेताईकपडासेटककेवाकेदोनोपोवथा शोयाकेगुनगुने पानी मेंधरै औरवाहीपानीकोघोटपर डालर के ऊपरसेनीचेकोसतेजवपानीकी गरमाईजात्रा तीरहैतवपामोकोकपडासेपोंछडाले औरऊपरसेनी चेताईवाधेऔरतलमाखलेराखेोररोगीकोकपर्डन, टाकेलिटादे दो तीन घडी पीछे नीचे केगावकपडापाले
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सौरजहाँभाफकेपरचढानेर्कडरहोंतोतलुओं कोगरमपानी में राधैपामसेकपडादरकरें औरपा मोमेंषाली सीगीलगाने की जरूरनहोनो उसेपाशो येसेपथमकरसोरेज्वरकोषकवाद औरज्चरकी विशेषगरमीके दिनों में पाशोयाकरनामने है और जोज़रूरतपडैतोमिरेशरमपानी-सौरनोनसेक| राहकनाकीरीतादवाईकेकाडेकोषालकीथेली मेंजाकेमोहपरमोहनालकैल्पकोईपतलीवस्तु छेददारवांधाहोभरकेमोहनालकोगुदामेंगषेनी रथेलीकोधीरे२दंवावेंकडकनामेंकीदवासातों में प्राप्तहीनोरजोरोगीकोकोईवापीसकेजुलावकी। दवापिलाके हुकनाकरैतोयाविधिसेच्छेधकार सेमुवादनिकलजायचोरटुकनाकीदवाविशेषगाडी नहोजओफुजलेभीर-आतमामेंनजासकेोरविणे यपतलीभीनहोजो फुज़लों में लिपटनसके औरगु| नानीहोजोमुवादच्छेधकारसेनिकालेओरको ईतेलभीमिलाहोताकेजलेसाप्तानीसेनिकला श्रावै॥अथतेलकीरीत॥जोतेलकोशरीर मेंलगा याजायथोवामरदनकरैजोनहिलेनंही-ओरथोडीमा लिससेनेलकीदुरगंधीदूरहोय मीरतुभ्रसरलेभाव हैऔरजोसमादेषेतोकाईमुनासिवपनाषकेबाधा नाचित है जोयासेज्योंकायोंमसर-प्राजाताहै। थजरुककीरीताअर्थात्तपिचकारीलगानादवाई योंकारसनथाभिजोवननथाकाठालेके औरजोकोई घी मिलानीहोतोकाजलसीमहीनकरकेमिलावैनोर
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हकमेकेपर्करछेद में रषकेथोडीसीबूंदेपोहोंचादेजो विशेषपानीपानहोनेसेअतकडेरोगसंडवह माद गिगहोजातेहेंसवठंडीदवाहोनातचित है।यस ऊतकीरीनर्यातनाकमेंटपकानेकीदवारोगीके सीधा लिटाके पतलीदवानाकमेंटपकानाीरजो। रोगीपनेआपपतलीदवाको मस्तककीतरफबेंचे नोयाकोनाम फारसी मैनाक हैं परंतुगल्लासदीदा कीयहकहावत हैके पनलीदवाकहीटपकाईजायस वसकृत है। अथशमकीरीतार्यात हुलासमुना गंधितदवारोगकेदरकरने कोसुंधानाध्याफकी रीतसर्थात तिटीलंघीगोली को किसीमर्कता था तेलथवापानी घिसके ठंडीतथागरमलेपक। स्नातथाटपकानाभोरजोश्याफमहीनहोतोज्योंका ।। सोशरीरकेछिद्रतथानावरमें रघनाथशाफा कीरीतादवाकीलंबीश्पाफसुनासिवतेल में चुपड़ के तथावापरकिसीदवाकाचूरन वुरक के पतलीलर फसे गुदा में रखमाजोदस्तकीहाजनवंदहोगईहोतोदा स्तकीहाजनहोसावैराथसवगकीरीतसर्थ रंगनादवाको पीसके ठंडीहीरोगीकें बदन पर लगावै॥ ॥जमादसोरतिलाकीरीतागरमी कैरोगोंसेंडीश्री रसरदी कैरोगामेंगरमलगाना चाहियेसोरचौटतथा घावकोगुनगुनालगानाचित है।जमेरुधिरको पतला मोरवहादनेकेलीये।और पतलालेपईट्रीपरलगा| यजायतोसुपारीवचाके लगानामचितदेको केसुपा रीकीपालसत्पंतपतली औरमुलायमहीनीयसपर
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तेज दवाई लगाने से फट जाती है और गरम पक्र नी के पत्ता वा परवांधने से तुर्त असर हो ध्याता है। >और दाद को बुज लाकर दवा लगाना उचित है जो दाद के बरदरेपन से दवा की नासीरजा तीरहती है। ॥अथ गर गरे कीरीन ॥ गरगराकी दवा गरम हो नी चाहिये ओोरक्षादर कर है. उस्का पानी फेफडे | कीन ली में न जाय कि ऐ. सापानी फेफडे को वहुत टु ष देता है ॥ अथ रामरहकी विधि। अर्थात नवट नानवटने की व रूपों को पानी तथा किसी मुनासिव अर्क में पीस के चहरा तथा सव शरीर में लगाना और थोड़ी देर पीछे थोडा साभल के धोना॥ अथ गाली | याकी रीता] अर्थात सरगुजा की वास्तुओं सुगंधि तको मिला के सुंघाना तथा किसी जोड अथवा सद शरीर में लगाना ॥ अथफ ती लह की रीत ॥ अर्था त् वाती को पतलीया में भिजो के तथा वापरस्षीद् वाछिड़क के अथवा सूषी वातीपरगाढी दवा लगाके शरीर के छिद्र तयाना सूर में रखना ॥ अथ फुर्ज । आकी रीत|| अर्थात् दवा के चूरन की पोटली बाँध के उन्नाव की बरा वर योन में राठौ नि पोटली धरन लाई पहुचे मोर पोटली को कपर्देघेंच लेने के लीयें वडा रहे तथा चूरन कपडा में रष के वातीव नाके यान में रकव परंतु दोनों सूरतों में कपडा महीन होना चाहिये जो दा वा अच्छे प्रकार से असरकरे ॥ के रुतीकीरीत ॥ मोमरोगन को ज्यों कान्यों रोग के भ्मस्थानपर लेप से | थोडा लगाना चाहिये ॥ भ्रामक तूर कीरत ॥ [श्रर्थी
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नकान में टपकानेकीदवापतलीहोजोशरीरके। छिद्रतथाघोंनेतथाधावसथवानारमेंटपका नापरंतकान ठंडीदवाटपकानानचाहियेजोवा सेकान मेंपीडाहीतीहै औरगाढीदवाभीनटपका नाचाहियेवाती कीतरहसे कान में लगाना चाहिये
मथकमारकीरीताअर्थात्पोटलीसेसेका नासूषीदवाकोजोकुरतथाचूरनकरके वेसीही नथाकोईतेलमेंभकरोकेअथवादवाभिजोकुच लके कपडामेंदोपोटलीबांधके एककेपीछेदूसरी गरमगरमजोडपररषनामथकवसकीरीत। मूषीतथागीलीदवाको पीसकेवडीनथाछोटीटि कयावनाकेरोगकेभस्थान मेंरषकेताजेीरमु नासिवपन्नावांधनाजोदवाकीनासीरदेरताईरहै। ॥अथलवलरवहकीरीत पतलीदवाकोका ईवासनमेंरषकेसूघना तयादवाकोपोटलीमेंवा धकेभिजोके घनाप्रथलतूरवकारीता कागजकेपरचा वहुतसेबिद्रकरकेतथाकपड़गा परगाढीदवालेपके तुल्परोगकीजगैचिपकाना।
प्रथमरहमकीरीतामरहमको कपडापरल गाकेचिपकाना उचित है परंतुमयेकपडाकोफा। योवनानामनें क्यों किनयोकपडादवाकेवलको सोषलेता है औरथोरेघाव में पुरानीरूई मेंमरहम लगाकेरषनासौरऊपरसेफायालगानाचाहिये। ओरनासूरवातीपरलगा : रखनाचाहियानि थमज़मज़हकारीतासर्यानकुलासरदीप्ता
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रीओरनजलाकेरोगो में गरमदवा औरगरमी कैरोगों कोनोरगरमीकेनजलकोठंडीदवावहुधाकर केहो नीचाहिये।मथनतूलकीरीताअर्थाततडेडाका डेतथाभीजीदवाकोठंडेपानीकोथोडीदुरसेकाईषा लजोडपरडालनाजोदवाकीनासीरअच्छधकारसे
सरकरेसोरगुरदेतथामसाने के रोग मेंदेकेसावा जन करनाभीनतमसथनफूखकीरीता
नि फुकनीदवाईकेमहीन चूरनको कागजकीयो ईमें रखकेनाकतथाकंठसथवारोगकीदूसरीजगैर मेंफूकनारामथवजूरकीरीमाजवकेरोगीदवान पीसकेतोपतलीदवावाके कंटमेंटेपकानामिका लहदूसरावयानवाजसदवीयेवोगजीयेमें नर्थात दूसराषंड वाईऔरभोजनादिककेनकरर्णा में जिनकी निसवतनवीसाहिवरखवरदेतेपघटNI होकेजनावनवीयोंके सरदारके ईश्वरकीटनपरकपा रहैवरणानकरते हें केजीकोईमनुष्य मेरीइनचाली | सवारतानोकोयादकरैतोवरजस्कानाम स्वर्ग|| में मेरी जम्मत मेंसिपुर्षो में रखेगाऔरसंसारमेंवि द्यावान मोरमुधीरहेगा औरउनकोनतोकाईवात काडरहोगाोरनचिंताहोगीजोकेयावारताकीम जमोनमतविद्यासेमिलादुधासमझजाताहै परंतु सिद्धाईकैकारणसेदूरसमझनानचितनंही और के वासञ्चेत्पोरेकजोदूनखवरोंको कंटकरलेतोवैद्यक|| विद्या प्रवलनानीरसच्छापनधिशेषनाजायगर याकारणबहुतीकीरशुद्धवारतालिबीजाती
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हैं अगर इन में से बहुत सी प्रत्यक्ष हैं वैद्य कविद्या में नही मालूम होती परंतु जब के हजरत का कोईकाम तथा वारता विना हि कमल के नथी और जब किसी वस्तु का हाल नथा वडाई तथा चुराई करनी हो तीतो वह वैद्यविद्या से मिली मालूम होती है याकारण वस्तु की प्रक्रती और खासीयत अगले हकीमों की प्रथक | प्रथक बातों को विशेष जान के उनको छोददिया मौ रमुझे जितना मिला और समझ में पाया और जा । को मैंने राजमा ली या उतना सही लिखता हूं। पहली फसेवार तिक खबरों में उतर ज] अर्थात् विजो रापीले रंग का नींबूसे बड़ा होता है और बाको छिलके बहुत भारी और गूदो थोड़ा और मीठा होता है मोरज नावरसूलका को ल है के विजोरा पान करनानचि तहै क्यों के वह दिलतथा मस्तक को घवल करता है वाका जीरादूसरे दरजा में सरद और तर है और दि ल तथा मस्तके वलवान - सोरतरकरने वाला है ॥ सौरगरमी को दूर करने वाला है और उस्का छिल का दूसरे दरजा में गरम और खुश्क है औरजदर को अति पराक्रम वडा वै और पाश्च क है और चित्त्रकोष सन्न राषै किसी मुनासिव वस्तु के संग में ॥ अथस समद ॥ अर्थात् सुरमास्पाह पहले दरजा में सर्द मौ र दूसरे में खुश्क है ॥ वाजे मनुष्य यह वरणन करते है । कैना समय हजरत मूसा को तूर के पहाड़ पर ईश्वर नों लो दिघाई वालो केपत्ताप से तूरका पहाडतयाको स्पर संस्थान जल के कोयला के तुल्य होगया
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वहसुआहैऔरजनावकाकोलहे केसुर्मालगाश्री किनेत्रीको वहजोतवढा ताहै ओरवालों को नगा|| ताहै ओररातकोसोने के समय यहसुलिगानामा नत्रोंकीजोतवढाताहै-मोरवाहरीवालोंकोगिर। नेसेरक्षारषताहौरजोगिरहोजनकोजमाता हेमोरजोकोईदूसरीवस्तुमुनासिवकेसंगभिला कषायतोषूनीववासीरीररुधिरथूकनेको। दूरकरताहे॥सथसहलेलजससदाफा रसीमेंहलेलेस्पाहोरहिंदी जंगीहडोरवि शेषछोटीकोजवाहडकहते हेंसोपहलेदरजामें। सर्द और दूसरे में खुश्क है और हजरतकाकोला है केकालीघाने सेस्वर्गप्राप्त होताहै स्वाद मेंतीक उधी परंतुहररोगोंसेवचाती है।वायकीदस्त के हारानिकालतीहोररुधिरको निर्मलकरती है। बवासीरकोषोतीहै ओरगलितकुष्टकोगुण करें।
औरभीतरीजोडों कोवलम्राप्तकरेहै ओरउदरकी तरीकोदूर करे।अथवनफसजाफारसी में। ठीकरवनफशापहलेदस्जामेंसर्दौर दूसरेमेंतर हैनोरनबीसाहवकाकोल केसवतेलावनफसा कातेलसारखजुर्गहै जेसें सवमनुष्यों में मेंवडाह पिनकोषोधोरछाती परोपनकोदरकरें और छाती औरषांसी काहनह पाने में और गुर दहकीपीडा और पहलू-औरमस्तकपीड़ा औरकर करोगोंको औरसरदी को गुरुगदायकवाने ओरला। |गानेसेओस्जोयाकोलेपकरैतोसूजनदरहोजाय।
औररवासीको
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॥अथवतीरखामात्रखरबूजातरगरम हैजा नावकाकोल केनिरनेहीखरबूजापानाजोपेट को साफ करताहे कसरपिन कोपचा वैहै नही तोनद रमें प्राप्नभेसहारकोनिकालडालता है।याकीला गगरमपात वालातोसिकंजवीनथानींवकारसा धवाघासनार॥ोरसरदपक्रतधालेको सर-और खरबूजाकोविशेषभानाशरीरकोमोटा करता है और रचीसंगकोपवलकरताहै-मोरपेसावलाताहै। और गुरदासोरमसानाऔर सोत को निर्मलकरनेवाला है और फेफडेकी नलीकीसरवतीदूरकरना हैजोछि। लकामोरवीजों सहित पीस के चहरापरलगावैतो। चहराकीक्रांति को वहाताहै।सथवकरसर्या तफारसी मेंतोमादहगावऔर हिंदी में गाय सोगाय कादूधवापकेरोगों कोदूर करैहै-मोरगरमहै। थतिम॥सर्यात फारसी मेंरखुर्मा हिंदीछुहाराओ रधिजरपहलेगरमदूसरेभेनर जनावकाकोलहैके जाघर मेंछहारीनही वह घरविनाअन्न केनल्पहैव हइस्त्रीसंगको वलवान करैहे सौरगुरदह कोताकत देताहै-स्रोररुधिरकोवहावैौरनिरमलकरैऔर सीकेरवरदराट कोऔरतरवताकोगुणकरे मोरजोर डोंकेकडेपन को दूर करैतीनफारमी में संजीरप:// हलेदरजामेंगरमौर दूसरे मेंलरहै-मोरपकजाने में वाकोरंगभुपेदहोजावैवहनन्नम है पीलीवासेकम
औरलालवासेभीकममोरमैयुनादिक मेंबलवडाने वालासोरशरीरको मोटा करनेवालाओरतवीयतको
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नरम करने वाला और जिगरनथानिल्ली कीर्गाठ घोलनेवाला सौरगरदहे के रोगों को श्रीरघोसीको
और छातीऔरतरवता केघरदराट कोदरकरे ओ। |रतर-मंजीरसेमूषीअंजीरसवकामोमेंनिरक्लहोतीह ॥अथसूम अर्थात फारसी सीरलहसन हि दीमेंलहसन तीसरेदरजामेंगरमौरखुश्क है। जनावकाकोलहै केकचीलहसनमतधानापक्की पानाजोवादी सौरधिगडेदोशांकोनिकालनेवाला औरषदरको सोस्नोडोंकीतरीकोसोधनेवाला और स्त्रीधर्मजारीकरनेवाला और स्त्रीसंगकोपवल करनेवालासरदीदूरकरनेवालाओरनेत्रों को नुकसा नकरैहै वाकीलागवटाई और घी ओरगर्भनीइस्त्री वाकोषायतोनुकसानकारक है।प्राथहिनामा तिमहदी चलमेंवरावरविगडेरूधिरको निर्मलक रनेवाली यहाँताईके जोयाकेपन्नाको छाया में सुषा के चूरनवनाके चालीस दिन परियंत नितफोकैतोग लितकुरको गुणदिपाईदेनाहै ओरताजापताकोलेप करना कनपटीजलन कोण कोरसोजनऔर गिलटीकोदूरकरै ओरगरमी कीफुनसीयीको तयाछा लोपर-अलसीको तेललगाकेयाकैपन्नोंकाचूर नघुनोदूरहोंप और सीनला निकलने की प्रादि
ताजापन्ना पाचपर लगावतोसीतलायोडीनिक लेोरपीडाभीयोडीहोती है।सथरवजा नफारसीनाननीरहिटीमें रोटीओरमुतलकरवजा गेहूँ कीरोटीको कहते हैसोवह पहलेदरजामेंगरम।
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औरतरहै औरजनाचकाकोलहै के नुमाराननमभो जनरोटी हेंसोअच्छामुवाद पैदाकरती औरसू। वीरोटीकोचूरनमेथी में पकाकेथोडानानभिलाके// लगानासरनसूजनकोपकाकेफोडदेताहेोरमेदा केवखरकीरोटी कीचूरन करके ठंडे पानी में घोलके लगानाववासीरकोदूरकरतीहै औरमेदाकीरोटीवि शेयपराक्रमीहोतीही परंतुदैरमैपचतीह और सूजी कीरोटीतुर्तपञ्जाती है मोरमाटेतथा दाकेवधर कीरोटीशरीर कोमीटाकरतीहै।थरवलाफार सी सरकामादिल है और सिरका मुनलकोरथ गरके सिरका कोबोलते हैपरंतुईक कारसनथा गुड़को पानी में डाल के वनावै तोसवकामो मेंएका साहेवल्कवासिरका कैल्पहैजोकई प्रकार से। बनाते हैनथापथक है तुर्तअमरधाप्तकरनेवा लामोरमलकोपतलाकरके निकालता है औरभो जनको पचावै और क्षुधा को वहाचे श्रीरभीत
जोड़ों की ग्रंथको घोल है ओरकफवायदूरक रेऔरतिस्त्रीसूजनदूरकरै-औरभोजन प्या मकोबुझावै औरमथकोपटकावैमोरघुजली कोदूरकरै औरभग्न केजलेकोनच्छा करे। औरपसूझोकेकाटने के विसकोगुणादायकहीं औरजीयाकोलेपकरैतीबीचमादकेडंक के विसकोनतारैहै औरपुडेकेजोडको औरवाजी करणदिक को नुकसान करे।मथुखमर॥ अर्थातफारसी मेंशराव-सौरमैयोरवादह
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ओरहिंदी मेंदारूओर मदकहते हैं औरवमर मुतलकअंगरीपारावको कहते हैं प्रत्येकवोली मयावनाने कैभेदनीरस्वाद औररंगरूपपर हैं।
सोरतीसरेदाजा गरमोरदूसरेदरजातर हैऔरजनावकाकोलहै केशरावदवा नहीं हें यह रोग है जोदकसारपीवैतोचितपसन्वरहै औरजो डोकोवलवानकीरमूवजारीकरैऔरत रीकोदुरकरे औरछिद्भीरग्रंथी कोषोले-नी रसुवैकोररुधिदाहोंने के प्रतापकरके जोभोजनकेआदि थोडीशरावपीकेभोजनक रनेकीपक्रतीडाले तोशरीरको मोटा करे और शरावकेपरपानीपीनानुकसान करैहे परंतुपा नी मिलाकेपीनागुराणकरैहै ओरविशेषशराव पीनेसे कंपनवाय औरनानापकारकेसीन के रोग औरवावरीपन औरहोलदिली यह सा वकोप्दाकरे है औरगुडकीशरावअंगरकीश गवल्पहीतीहै परंतुवासेगा न्यून हैऔर नुकसान में अधिक है औरजीजोशउठने केस मथ-पाठवाभागगुलावकेफूलमिला के पेंचे। तोगण में अधिकता और नुकसान मेंनून्यतामा जाता है।मथरवेसर्थातफारसी में गुलश बोदूसरेदरजामें गरम औरखुश्क है वागवाजी गलीनानापकारकाहोताहै औरफूलभी सुपेदा पीलेलाल औरवनफशाईहोताहैऔरजोवाके ||फूलको घेतोवादी औरमस्तककीमलामत।
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कोनिकालताहेमोरयाके फूलपातयावीजपथ वाजड कोपीसवाकेपानीकोपीनातथावाकोवफारी लेना लीधर्मकोजारीकरैहेमोरगर्भकोगिराव
औरमरेवञ्चाकोगर्भसेनिकालै ओरवाको लेपसूजा नकोदूरकरैगोरवाकोतेलगुलावके फूलोंकीतेलके|| समानवनायाजानाई सोरयहवातसवजानते हैं के याके फूल में छोटाकीडाहोलाहै पास से घने सेनाक मेंधसजाताहै और पीनसकारोगपेदा करता है। थदेकार्थातफारसी मेंभुर्गौरहिंदी में मुर्गादूसरे दस्जामंगरमोरनरहैजनावका कोल है केजवमुर्गा वोलताहै सोयह कहना है के ईश्वरकोयाद करोषडेही घडेमान्सकोफाडे के गरमागरम मस्तकपरवाँधेतोसर सामजायजोगरमशोरवापीवैतोवायमूलजायोर पोटेकेभीतरकाछिलकाकाईमुनासिववस्तुकेसंगचू रनकरकेचायतोसवपकारकासतीसारजाय औरजो| मुर्गाकेसंडाकेछिलकाकोजलाकेवाकोसुर्मानेत्रों मेंलगावैतोनेत्रों का विकारजायनीरजोवाको चूरनक रकेघायतोपुरानीसूजाकजायाप्रथरमानमर्या तफारसीमेंननारमीठागरमीऔरसरदी मेंबरावर हो। रदुसरेदरजामेतरह।ओरषा-अनारदूसरेदरजामेंसर दौरतरहै औरषटमीठामनारपहलेदस्जासर्द और दूसरे तरहैजनावनवीजीकाकोलहै केवैकुंठोरच नार-ओर अंगरशहरीवडपन सेनत्पन्नहुये हेंजोर नारजिगरसोरसांसकोवलप्राप्तकर है औरअच्छा मलपैदा करेगोरहोलदिलकोगुणकरै-औरपेसाव
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लावैमोररतवनकोपाककरैशरीरकोमोटाकरी।
औरचहरा के रंगको निधारै ओरकांत को वहावैधौ स्गरमीकोशोतकर औररुधिरयुद्ध करेभीरमस्त
में गरमीचटजानेकोगुणकर शोरदोतोकोतथा दरकोबलपाप्तकरे औरदस्तकावंदकरैवाकोछिल कार्कविजौरासीकोदरकौसिथजवीवात्र
तफारसी मुवीज हिंदी मेंदामपहलेदरजा में गरम मऔरतरहै पुरकार मोरवडीदाषच्छी होतीहेगा डेभलकाफुलालातीहै औरोतोंकीतया छातीकी बायकोदूरकर और जिगरकोवलवान करे औरण रदे-सोरमसानेकरोगोंकोगुणादायक है पेटकीसरदी -ौरभजीरणकादरकरतीहै मोरवाकोवीजपहलेद रजा सर्दीरदसरे,खुश्क है सौरपेटकोरकर ताहै नोरजोवीजों कोघोटकेपीवतोखूनकीलटी औरखूनीदस्तीरखूनीववासीरकोयुगकरनाहै।। औरपीसकेचावैनोरुधिरथूकनेकादरकस्ताहाथ जवरजदाअतिनीलभ तीसरेदरनामें सर्दलो रघुश्क है औरसवकामों मेंजमुरेदजेसाहोता है। तवीयतकोपसन्नराधे-नोरनेत्रोंकीजातकोवडा बैओररुधिरवहने कोतथागलिनकुठकोगुणक रोरगर्भनी स्त्रीकीवाईजोधपरवाँधेतो च्छेधकारसेलडकाजनाथजमुर्रदाना
तपन्नादूसरेदरजा मेसर्द औरखुश्क है।जना वरसलकाकोलहै केपन्ना पहरनै सदरिद्रसेधना सताकोषाप्त है औरजिगरकोताकतदेता है और
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दिल को भी पराक्रमदेता है औौरसांस कानी बढ़ाता है। मोररुधिरथूकने कोदूर करता है । और पेसाव को दे |हानै खोर गुरदे तथा मसाने की पथरी को दूर करेहे-यो रप सूख के विसकाजर मोहरा है और जो वाको सुर्मा लगावैतो नेत्रों की जोत वढे परंतु निघुन सक्ताप्राप्त क रहे या की लागसहत है ॥ अथ जाफरान ॥ अर्था तकेसर प्रथम दरजा में खुश्क और तीसरेद्रजा मेंगर महै जो हवासप्रसन्न और बलवान करें दिल प्रसन्न राधे खोरे जिगर तथा मस्तक की ताकत वढावे श्रो ररंग पुठो मजबूत करें और वाम को दूरकरे मलकी शुद्ध करे और नसों की गाँठ को घोलती है | और मू त्रको जारी करनी है औरगुरदा तथा मसाने कोर्षक क रै - और ताकत को वढावै ॥ श्रोरनिद्रा लावे मस्त
मेंपीडा पेदा करें उस की लाग सहत और वूरो । ॥अथ जीत॥ अर्थात जेतून को तेल आली नस हकीम या को दूसरे दरजा में गरम और नरव तानाहैं और जनाव का को लहै के जेतून कोषाओं और लगा
क्यों के वह वरकत का पेड है औौरथा के बहुत सेभेट्हें या केफलको मेवा के तुल्पघाते हैं चोरतेल को इकेला तथा दूसरी मुनासिव वस्तु के संग घाते हें सौ रलगाते हें औरषाये हुये विस को तथा पसूओं के विस को और सरदी की पीड़ा को खोर वादी तथा भडोडा को दूर करना है पर घावों को भर लाता है ओोरलकवाल था कंपन वाय सौरपक्षाघान को गुरणदाय कहै और नेत्रों की जोत वढाता है और नेत्रों की सुपेदी और बाज
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और विवाईकोदूरकरैऔरमसूडेचौरदाँतोंकोमजा वूतकरताहे औरपसीना निकलनेकोगुण्करै बीरगों ठोंकोषोलताहै शोरजोडोंकोमजबूतकर औरपाको पवलकरे और जिन नातेलपुरानाहोताजाताहैउतना हीवलवानजादाहोताजाताहै।सथसफरजली। अर्थातफारसीमेंभावी औरवहमोदिलसरदी औरगर मीओरतरहैदूसरेदरजाजनावकाकोलहै के वीह। केषानेसे दिलकोयलपातहोताहै ओरकलेजाकोम जवूतकरताहै औरसंतानसपूत पेदाहोती है औरतर थामस्तककोऔरउदरकोअथवा जिंगरकोवलपा नकरतीहै ओरपेसावकोजारीकरतीहै सोरमस्त ककोगरमीनहीचड़ने देती है और प्रवेतपनेको दुध रकर ओरपितकीनलटीकोवंदकरै-ौरगरमी । कोशांत करैहै।सथसनाया।नतमसनायमकी होतीहैदूसरेदरजा मेंगरम भीरखुश्कहैहजरतका कोलहे के मौत केसिवायसवरोगजातेरहतेहेंसना यपान करनेसेकफकोन्नौरवायकोदस्तकेद्वारानि कालदेतीहै औरवहुधाकरकेपित्तकोभीनिकाल तीहै और शरीर के भीतरघाप्नहोकेमुवादको निकाल लाती है धोरमस्तकको पाककरतीहै सौरजोडों। कीगाँठोकोगुणादायकहै औरपेटके कीडाकोभार तीहऔररुधिरको मिलकरतीहै औरपेसाब। लगाती है औरगोंठोंकीघोलती है औरवडेवडे पिहों कीनिरचलताहोतीहै।सथशाईराभर्थात | गोजईफारसीमेजोहिंदी में दूसरेदरजार्मेसर्द और
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तर औरभोजन मेंगेंहूसे कमतर जनाव काकोला हैकेईश्वरने गेंद जोपदाकीहै सोपिनमेंमादिल सौरवायपेदाकरनेवालाहै औरजोका घाटगरमी केज्वरकीदवासौरभोजन भीहे ओरगरमीकेज्वर कोविशेषशुदायकहै औरएकजौतथा किसीपुर नासिववस्तकेसंगयाकोपतलोरलेपकरैतोसूज नपटकजाय औरगरमीकीमस्तकपीडाको दूरकरैहै|
थती अर्थातफारसी में गिलोरहिंदीमा टीहैदूसरेदरजामें सर्दशौरखुश्कहैजनवकाकोल
केहरमुसलमानकोमाटीर्वनाहरामेंहै सोरदवाई पानाहलालहैमाटीकाविजौरवूनवहनेकोबंद करैयाकीलागयुलावजलहैमोरजोमांटीगरम करके जनपरलगाबैतोजलन दूरहोपमोरघुवादकोरोके है
प्रथभरलासनिफारसी मेंशहतीरभंगवी, नौरमदभौषीदूसरेदरजामेंगरमौरसरहैजनावर्क कोलहैकेपीनेकीवस्तों में सबसे उत्तमशहत है याकी वडाई में ौरवानेभी हैं सबसे उन्नमशहतलालरंगपी|| लाईलीयेंनगाहापौरनपतलामाफिककासुगंधित
और मीठाभोरवाकोनिकलेदोवर्षसे विशेषनभ येहोयसौरहरातथाकालातयाकडचासथवाषा
और पुराना होयवहसवसेखुराहोताहैऔरकफर सौरतूवतका निकालनेवाला-ौरसाफकरनेवा लानौरमस्तक मवादकोनिकालेओरछातीको साफ़ करे औरघावोंकोभरलावैतथाताकनकोष डावे-औरदवाईयोंकेवलकारक्षक है औरनेत्रों
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मेंाजेनोजोतकोवडावैऔरजोपानी में घोलकेपी वैतीतरीलावैमोरइकेलापीवैतोरखुश्कीलाह। ॥अथकीकाअर्थातलालदूसरेदरजा समोर रखुश्क है जनावकाकोलहैके लालकी अंगूठी पहर मासुवारिक होता है औरउस्कीभस्मवाने में प्रच्छी होती है जिगरकोताकतदेती है और जिगरीरतिल्ली कीगाँठबोलतीहोरगुरदेवथामसानेकीपथरीको नोडकेनिकालेहमीरपुरदेकोनुकसानकरैतोयाकी लागवंबूरकागोंद है।प्रथसनवअर्थातफारसी| मेंअंगर नस्कापीलाछिलकापहलेदरजा में गरमतथा
खुश्कहै ओरवाकोगदोपहलेदरजागरमदूसरे। तरहै औरमस्कावीजदूसरेदरजा सर्द श्रीरश्क! हैजनावकाकोल केसवमेवोंसेझंगरउन्नमहो। रवाने में सबसे अच्छीमेवाहै निर्मलरुधिरपेदाकरे हौरविगडेरुधिरकोश्रुद्धकरैहै औरगुरदेकोषलया प्रकरे औरछातीतयातषताको गुणकरै सौरवायको दूरकरैोरशरीरकोवलवानतथा मोटाकरेोरन दरकीतरीकोनुकसानकरैयाकीलागमीठामनारहै। "सथकदहिंदीमर्यातसगरहैदूसरेदरजाभंग रमऔरतीसरे खुश्कोरकालाकिररा संग| धितासोरकटुवा खोरजोपानीमेंड्वजायवहानगर अच्छाहोताहेजनावकाकीलहै के गरकालेनाही उचितहेक्योंकेया सातप्रकारकेसारामहेंयाकीप हलूकदर्द मेंनासदेयतोपीडाजाय एकतोलन मेंसेय हिहैकफकोदूरकरैचिन्नकोघसन्नराधेगाों को बोले
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वायको दूर करे नदर को बल प्राप्त करें और दिल म था मस्तक तथा जिगर ओोरहो सहवास को पराक्रम करें और पाचक है- सौर पठ्ठे और ताक़त तथावाजू को मजबूत करें औरखदर औरषासी नथा स्वास अथवाज लंधर और वेहोसी और तिल्ली की सूजन को दूर करें सौ रगर्भनी स्त्री केववाकी रक्षा करें इन रोगों को दूर क रे औरघाकी स्लाग पुलाव के फूल ॥ अथ करह ॥ अर्थात फारसी कद्दू हिंदी में लोकी और घीया दूसरेदर आ में सर्द और तर हैजनाव का को लहै के घीया षाने से । बुद्ध सौर भेजा की वृद्धि होती है और मुलायम करने वाली घोलने वाली और पेशाब जारी करने वालीतथा पसीना लाने वाली और प्यास बुझाने वाली सौरदिल । की गरमी शांत करने वाली चोरधीयाका सर्क तुर्तपचा देता है और पिनको तुर्तशांत करती है या कारण या मेंब टाई मिलाके पीना उचितहै ॥ अथ कुतुम॥सर्या तू फारसी में वसभा और नील हिंदीमें लील कहते हैं । पहले दरजा गरम दूसरे में खुश्क कहते हैंजनाव का को लहे के पासे और मदी से निचे बद्धदूर होती हैप रंतु षाने के काम नहीं साती है और याके पत्तों को वालें | में लगावैतोवालका ले भमर हो जाय और को इके ली तथा और किसीवस्तुके संग लगा वे तो मस्तक में पीड़ा पेदा होय याकी लागलोंग है। अथकरास। अर्थात् फार |सी गंदना तीसरेदरजा में गरम और खुश्क है जनावका कोल है के गंदना खोटी कस्तूरीमे से है यह तचीपत की मुलायम करती है और स्त्री धर्म को जारी करती है और
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ताकत तथानिगरकोपलवानकरताहै भोरपाच कहै औरवायकोदूरकरे-औरगारकोपोलेमोरसू लकोदूरकर और पुराने अतीसारकोगुणदायक है।
औरमरोडाको बंद करैयाकीलागधनीयाँप्रथकुं। दासातफारसी मेंलोवानहिंदी में कुदरूगोंददूर सरदस्जामेंगरमोरतीसरेमें रखुश्क हैजनावकाकी लहैके लोवानमेरी-औरदेवताओंकीसुगंधहैमोरन रभकरनेवाला-भोरवायकोदूरकरैऔररुधिरवहने कोवंदकरे औरप्रमेहतयानमेसोजाकसोरपुरानेसो जाककोदुरकरैऔरदिलतथामस्तकतथानदरकोप राक्रमकोरपाचक औरवल कोरक्षक और गरम घकतीवालेके मस्तक पीडाकरैयाकीलागवूरोत्री रवदलयाकीमतंगी।यथलनासर्थात फारसी] मेंशीरनीरहिंदी मेंदूधमादिलहैजनावकाकोलहेके || गर्भनी स्त्रीकोधप्यानेसेवच्चेकीवुद्धतीवहीनी है।
औरदूधकीवड़ाईवदुधावारताभीमिली है श्रोरघक ती पनीलापन और चिकनई औरमलाईसेंपनीली। पनमें प्रथमदरजामें संदी-मोररखुश्कीहै भोरचिकन ईमें पथमदरजामेंगरमर्द औरतरी है औरमठामेंदू सरेदरजामेंगरमी सोरतरीहोतीहै खीकेदूधसे उपर तगायकोदूधमहान है-वीरवाने में सकोदूधपराकनी होताहैयाकैनेचे गायकोदूध हे ओरभेडवकरीकोइंग नोकेदूधप्रहारपनायोडाहोता है और घोडीगधी विचराओरहिरनी-सादिकोदूधकाईमुनासिवदवाकी जगहकाममाताह मोरशीरसुतलकगणपकेदूधकोक
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हनेहैं स्त्रीप्रसंगकोधवलकरै भोरमस्तकको रोशनकरे सौरवीर्यकोपेदाकरैऔरयसलीत रीकीरक्षाकरै-औरतवीयतकोनरमकरैयाकीला गवूरो औरशहतह औरयधभुनेचौरमान्सके पीछेयहनन्नमभोजनहानथलहमासात/ फारसीमेगोश्तौरहिंदी मेंमान्सकहतेहेंहजरतका कोलहैके दीनौरदुनियोंमेंसवभोजनकासर्दारमा न्सहैयह मच्छाभोजन सोरमान्सकीवडाईमौर प्रकरण में बहुतसीवाहि-औरकहाँनीयोंसैयहवाN तसावितहोती है केहजरतकोमान्सबहुतपसंदणास वरेमान्सगरमतरहें कोईवहतकोईयोडाऔरपसू नोकोपक्रतीकेसनुसारपरंतुमछलीकामान्ससर्द औरखुश्कहै औरजेंगस्लीपरदकामान्सगरमौर खुश्क है औरचण्गाहमें पहलेतरुण और मोटे डकोशनिकलेइयेवकरेकामान्समञ्चमहोताहै मोर दवले निर्वलक्ष्भ वस्थाके बकरेकामान्स धुरा हो नाहे औरठेगनेपसूकामान्सनरम होना है औरलवे काभारी होता है। प्रथमरजनजूशाअर्थात् दों नामरूयादूसरेदरजा गरम औरश्कहै औरजा लीनूसयाकीतीसरेदरजा वतावहे नोरंजनावका कोलह केदोंनामरूसाताकीजडारणकरे है पचाने। वालाऔरषोलनेवाला-औरप्रसन्न करनेवालापेशा घऔर स्त्रीधर्मकोजारीकरनेवालाएरदेऔरमसाने | की पथरीतोडके निकालनेवाला मातों कोगरमकरै/ उदरसोरसातोंकीनरीको पोषणकरैौरवायशूलको
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कादरकरीवाल को मान करती है कालोनी
औरवायकैमडोडातथाजलंधरनथवालकुमाचौर छातीकीपीडाचौरस्वासकासकोदूरकरैयाकीलाग/ कासनीसोरवदलकलोंजीदायथमिस्कासन फारसी में मश्क और हिंदी मेंकस्तूरीकहतेहेंदूसरेदरना|| मेंगरमऔरतीसरे में खुश्क है ओरजोजापुरानीपड़ती। जातीहैत्योंत्योंविशेषखुश्कीलातीहैजनावकाकोलाहै। केसुगंधितकस्तूरीस्वसुगंधोंसेनतमहोतीहैजोडॉको मजवूतकरती हैवानकोधवलकरतीहैयाहरीचौरभीत रीजोडौकोनोरहवासतथानाकतकोपवलकरती हैगों
कोषीलनी होरसीतकेदोशों कोपचाहे ओरवि वों कादरकरेनोरमस्तककेशीतकेरोगोंकोदूरकरती है।
औरगरमपक्रतीवालेकोनुकसान करतीहेभोरदवाई। यो केवलकोशरीरकेभीतरघातकरतीहे श्रीरवाकासदैव संघेतोरंगकोपीलाकरतीहेयाकीलागकपूर औरगुला वहे नौरवदलयासवच हे ग्रथमलहमर्थात || फारसीमेंनमक हिंदी में नोनसवधकारकोदूसरेदरजामें गरमौरखुश्क है ओरहालतोंकीकमीवेशीइनके पथकश्यपजेसेजेसेनोनहें नेसेहीजनावकाकोन
केनोंनभोजनकाधारंभकरोसौरनॉनहीसेवाको समाशकरोकेनॉनसवरोगोंकीदवाहै और लाहोरीनों नमवसेनतमहोताहैवायकफकोदस्तोंकेद्वारानि कालेओरचेपदार तरीकोदूरकरें और अधिकोंना धानेसेनेनोंकीजोतघटतीह औरवीर्यपतलापङजा ताहे औरषुजलीचलाती।अथवर्द अर्था निफारसीमेंगुलपुर्खौरहिंदीमें गुलाब के फूलमा
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Kinnarunmann
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arunawwam
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दिल हैं मौरजनाव काकोल है के ओ गुलाव सूँघो तो स्ना स्लरंगका सूंघा जो विल कुलखिलेको तोड़े तो सच्छा है सौर गुलाव केई प्रकार का होता है बाजे फसली सी रवाजे सदा गुलाव की प्रक्रती चौरगुरण मेंठीक २ फर्कमा लूमनही पडता यद्यपि वाजोंनें लिखा है के मन को प्र सून वलवान करने वाला सौर पित्त तथा पतलेकफ के मांदिल मोरेदस्तके द्वारा निकालने वाला और दुबलेप नतथानलटी खौरनुदर और जिगर की सौरमुरदे की नि वलनाको गुणदायक है और मस्तक तथा कामदेवको नुक सान करैहै और नजलापेदा करें । अथ हिंद वाया । अर्थात् फारसी में कासनी दूसरे दरजा में सर्द औरतर हैज नावका को लहे के गाँठों को बोले जिगर को ताकतदैरु धिर की गरमी कोशांत करे और पिन को शांत करै चोर मूत्रजारी होना और गुरदा की सफाई करे और घाँसीकोसी गुण करैयाकी लागघूरो है ॥ अथ याकूत ॥ पहले दस्ता में गरम और पुश्क है और शेखरईस याको मादिलवता वे है और अनावका कोलहे के जो मनुष्यपीले या कूत की अंगूठी पहने तोषा की काष में फोडान होयसर्थात् कमरा इन होगी और हकीम याकूतरम्मानी को खाना उत्तम सम झतेहैं दिल मस्तक और सांस को अत्यंत वलदायक है। और चित्रको प्रसन्नराये और विसों का जहर मोहरा है || फसल दूसरी ॥ कार्मिक वार्तासों में खरबूजाकी यह पकती है कै जावस्तुको उदर मेपाता है वादी की तरहपचता है जो उट्र में बिजूर। के संग प्राप्त होतीजरूर अच्छा रुधिर पेदा करेगा और स्व
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करनवाला
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रघूना औरछुहारेकोसंगाने में औरभीवारताहै।अथ दजाजामतिमुगीमुर्गासोमुगीकोमान्सवुडको तीव्रकरताहै और दिल कोविशेषवलकरताहे भो रमुर्गाकोमान्सजतागनदेतवताईचौरमुगीजवताई। अंडानदेतवताईवानानचितहथककड़ी। कडीकोषिजूरकेसंगवानेसेयहपुरणपायाजाताहेकेक कडीतरीमतलाकफपेदाकरीरकभीपित केकारणा सेषचजातीहसोरषिजूररुधिरपेदाकरै नोरनपनी हालत औरस्वाद मेंककडीसेविशेषवलवानहैयाको मिलालेने मेंदोनोंच्छा-मोरनिकालडालनेसे विशेष पदा होता है औरइन दोनोंकोसंगषाने औरभीविशन घवहतासवडल्लाआफरकावेटाकहताहै केनवी। साहवककडीकोषिजर कैसंगवातेथेषामें यहवात हैके ककडी ओरधीयादौनोंसद नरहें औरनोनचिण्यामान्स गरम खुश्क है पाभिलावशेसवकीपकतीगरमतर-ौर रुधिरपेठाकरनेवाली-ओरसासकीमदतगारहोगईह
अथसरीदम्रर्थातदूधतयाशगरवाभीजीरोटीय हभोजन तुर्तपचजाताहे औरस्वादमेंच्छाहोलाहचोर नामसांस औरनिर्भलरुधिरपेदाकरताहै औरमिवलम नुष्यों को प्रतिगरपदायक हैनौरयाकीपक्रतीगरमतरहे।
अथहलयाचौराहतायद्यपि सवमीठीवस्त्र सेहलुमामुगदहे परंतुयहएकधकारकाभोजन हैगेंहूंकी मेवाकोघीमेंभूनके मीठेकी चाशनीपकाकेमेदामिलाकेष नातेहेंजोस्वाद में अच्छागरमचौरसरहैरुधिर औररूहा कोपेश करेपर्रतुदेरमेंपचता हैयहभोजनहजरत केपसंद
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आताथायाकीपकतीगरमऔरतरीलीयेमादिलहै। और कफकोदूरकरैरुधिरकोपेदासीरतवीयतकोबलवानक रैयावान सेयहसावितहोताहेकेरसूलनेनिर्वलताकीहा लनमें छुहाराधानामनेकीयाहैक्रोकेछहाराखुश्की रजदरकोभारीहै औरचुकं दरऔरजौबानावतायाहैक्यों के वेदोंनोंमिलकैनवीयतकोमुलायमकरते हैं औरथो डीगरम-ओरतुर्तपचजाती है औरनिर्मलरुधिरपदाकर नेवालेहोजातेहैं औरजौकीरोटीपरछुहाराषकेषायतो केईधकारकोगुणकरैहेमघटहीकेजरत में जिनवस्तों केसंगछहाराषायाजोलालवू औरगुडके संगवायतो भीवहगुणकरताहैक्शे के येदोनोंछुहारेकीपक्रतीकेतु ल्यह।मिकालहतीसरामकसामनदवीयेमुरा कवहमेंभ्रान्तीसरेवंडकीमिलीहईदवाईयों केभेन दों मेंअलिफकेमक्षाफसलपहलीकीथोडी मिलीहुई। दवाजिनकाएकहीनुसखाहै।केनरूया॥याको वकरातहकीमने बनायाभोरजोकेभिलाये जिनकासा वसेवडाभागहैयाकारणसेयाकोयहनामपडाणपक्षाघा तालकुमाामिगी।सत्पवायाभूलओरकफसवपकार केरोगोंकोदूरकरे ओर अग्निकोवहावैऔर कामदेवको प्रवल करें।प्रक्रियामकरकण। कलोंजीमी ठोकूटाकालीमिर्चीक्वाजएवंदमदहजएकरतोले चीतासोंठाईनोनोमानागरमोथावालछडालो। वानावडीहडाकालीहडछेलैमासेोभिलायोंकातेलपा चतोलेशुशहतडेटगुनोंपाककीविधिसेवनावैत्रिी अमरोसीया।यहमरूसनामीवादहकेली
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ये वकरात हकीमनें बनाया था था कारण करके यादें | यह नामधस्यो उद र को बल प्राप्त करें और जिगर मौ रतिस्ली और गुरदे कोवल दे और नर्सों कीगाँठ ओरग औरम साने की पथरी को दूर करे पेशावलगावे और हा ते ही जलंधर को गुरण दायक है। बिधि ॥ मीठेो कूट। सु ||पेट् मिर्च | पीपल | स्पाह् जीरा अजवर अर्थात् गन्धी | लडेट डेट तोले। पोदीना। ऊदविलसा। तजा अजमोद || वच । पिस्ता के छिलका एक २ तोले केसर छै मासे द | नाहन ले के पाक बना ले ॥ अथ अफलूनीया ॥ याकी सफल नरूमी हकीम ने चलाया जो नजला और पीडामोर रुधिर की उलटी और खून के ट्रस्न और वाय केशूल मोविसूची और प्रदर इन रोगों को वहुत मुरण दायक है || विधि ॥ सुपेट् मिर्च | पीपल । खुरासानीय जवायन । छै छै तोले। अफीम तीन तोले । कैसर डेढतो | ले। पहाडी अजमोद | वाल खरा दोको । अर्थात जंगली गाजर के वीज | तेज पाल। तज। हव विलसा | अकरकर नोनोमासे है ने शाहन में बना वे और है महीने पीछे । काम में लावै सोर वाके ऊपर से जो बाय पूल हो तो सो । या के वीजों का काढा दे और गुरदा की पीडा में खरबूजा | के वीजों का काढादे और उदर पीडा में मनीं को का डादे और सुरज के दर्द में सिकंजवी पीवै - और मसाने की पीडा में सौंफ को काढो पीवै सोर रुधिरके बंद करने में ततली को काडो पीना उचित है ॥ अरसतूं। या को मरस तूंनें बनाया या कारण से या का यह नाम र या गया | यों की पीड़ा को मोर पेट की पीडा को और वाय
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शूल औरचोथीयाज्वरकोदूरकरेहविधि तजा अकरकरारापोदीनाकिलोजीएकरतोलाकालीमि चीगंधकपीली बदमाशेाकसरतीन माशाडेटगु नोंशहत मेंमाजू नवनावअथवकामहाय हपहलैहकीमोंकावनायाइसाहनदरको ताकत दताहै औरक्षुधाकोवहावैकफको निकालकरदरा कर औरथोडीलाषगेरकेपावतोशरीरकोसुपादेह।।। विधिाआधसेरकीमोटीगेहूंकीरोटीएकहाँडीमा बंदकरकेराखेजवफडनचङजायसवरखूबकुचल केपानसेरसिकाऔरमाधपावसाभरनॉन मिलाके एकमहीनाभरधूपधरकेच्छानले छतोलेपोदीनाNI तीनतोलेसोठाभिर्चकालीपाँचतोलेोपालककैवीज तोलेदोमिलाकेसातदिनधूप मेंरषके कपडा छानके शीशी मेंषलासथासूदसलीमायाकोसली महकीमनेंचलायाहैयाकारासेयाकोयहनामर घागया|पक्षाघातमोरलकुनाऔरसून्यवाय रानीमस्तकपीडामोरसीतकेसवऐगोंकोगुणकरें। होराफीमधानेकीचादतकोछडावेहावि धिगवालछडामस्तंगीनरचूराफीमामुपेरमि चीनकछीकनीसकरकरणलोवानाचीतााएल आ॥डेट तोलेरावच जगवंदतवीलाजएवंदमह रजीण्डीगूगलाकुटकामासक्वाइंद्रायनागंध कयामलासारालटजीसभालकेवीजाततली केवीजा कलोंजी जायशीर अर्थानवदवूकोगोंदा दोदोतोले तीनगुनेशहतमेमाजूमवनवेिं और
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दो महीनाताईनाजमें गाडराथनगवरलू। लवी पुरानी क्रियाविशेषाधिसनेके कारणसे काजलकेवल्पकीयाजाययाकारणसेयाको यह नाम पडोसुर्माकोभेदहै। नेत्रकीखुजली औरटलका औरवामनी-औरकुथी ओर मोदीषनेको गुणकर है।विधि॥शुद्धसुर्माशुद्धपकरीनीनोमानवीधे मोतीतीनमासेसुपेदमित्रीयाँचमासेले केसुर्भावना वैशाप्रथाकसीगीयहचगली किया विशेष गुरगकरनेकेषतापसेयहनामरषागयानेनों केघाव
औरमोरसुर्खको दूर करता है।विधिरावंगाचदी| कीमूसावंबरको गोदापत्येकदै छैमासोगेंहूंकोस नाअफीमादी मासेफूलकासीकेवासनभैसुर मातामहीनघोटे॥
. फसलदूसरी॥ नोशदारूकेनुसखोंमें।मंथनोंशदारूस सादाताकतकोवडावैऔरभीतरकेजोडकोत थामदरकोवलपाप्तकरैोरशरीरकीनतिकोव डावैऔर मुंहकोसुगंधितकरैऔरचितपसन्नरा वैतैयारीसेचालीसदिनपीछेकाममें लाने केयोग्य होरयाकोअसलीवलदोवर्षताईरहताहै।वि धिएकरतलामरे औरडेटरतलवूरोराकरतल शहत कीचाशनीकरकोयामेंगुलावकैफूलालोंग मस्तंगीीनेत्रवाला।छोटीइलायचीकेदाने नोनों माशेाकेसरचारमानशाइनकोचूरन करके मिलावे अथमनोपादारूयल्लचीमनकोताक
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तदेनेवालीौरपसन्न करनेवालीऔरमार्कोप राक्रमदेऔरहोलदिलीतथागरमीकेज्वरोको और मस्तकपीडाकोदरकरै॥विधिवीधेमोतीदोमा शे|संगयशवचारमासाकेवडे प्रर्क तीन दिनताई। घोटकेसुषालेऔरसुरमासामहीनकरकेानगर। वंशलोचनावालछडागुलवनफशााकबारेशम
दमासे चूरनकरके एकरतलग्रामलेकीचाशा नी मेंजामेंदीरतलसुपेदवरो।सोरराकरतलगुर्लव जलतथाअर्कगावजवावनीहोवामें मिलाकेराधे प्रथश्नोंादारू यमुरक्किवनदरामस्तक ओरदिलकोवलघाप्तकरैऔरजीर्णतथानजले/ कोदूरकरै॥विधिमाधसेरमामलेकीचाशनी में| चंदनचूरोतालीसपत्रागुलावकेफूलासेवतीके लाजरिश्कानीबूकोछिलकारागिलोयसताएकर तोले।छोटीइलायची के दानेछैमासेावरकोगों दाकतीरा। पिस्ताकेछिलकानानोमाशाकेसरती नमाशेचूरनकरके मिलावे॥
फसलतीसरी प्रवीफलातमें।अत्रीफलत्रफलासेवनाहै। औरहिंदी मोहडाबहेडामामले कोविफलाकहते हैंया क्रियाधिफलाहैयाकारणसेयहनामरधाहै।
प्रथमचीफलकशानीजीप्रतिधनियेको अवलेहामस्तक औरने औरकानकीपीडाजोलजले कीगरमी केपनापसेहो-ओरनेत्रोंकीजोतघटगई होय ताको औरहरघकारकीववासीरकोगुणदायकहावि
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धि ॥वडीहडा छोटी हड। काली हड । एकताले । वहे डा। समले। सूषोधनीयों। तीन २ तोले। चूरन करके गाय को घी तथा वदाम रोगन में मकरो के चोन पाववूरो। औराहत की चाशनी करके मिलावे ॥ अथ त्री फलनस्तु खुदुसी ॥ मस्तक और त्वचा के रोगों को गुणदायक है। विधि॥ छोटीहड। वहेडा । आमले ती नश्तोले । अस्तुखुस गुलाव के फूलदा २ तोले / भ्रम रवेल खनीस्। विस्मी लोटन। चीता। एक २ मोलेति गुने शहर में मिलावे ॥ अथयत्री फल किंवीली || अर्थात् कमेले का अवलेह पेट के तीनों प्रकार केकी डों को मार के निकाले है। विधि वडीहड चहेडा । था मले। कमेला | दोर तोले। वायविडंग। मीठा कूट । एकभ तोले | इंद्रायन राई | मोघ्या । हल्दी छै२ मासे तिगुनेश हन में मिलावे ॥ प्रथमत्रीफल साट्।। उदर कोव लवान करे और मस्तक को ताकतदे और विगडे मल को नदर से साफ करे है ॥ विधि वडीहड । वहेडा मलेवरावर लेके खोरकूट छान के बदाम रोगन में मकरो के छै गुने भागलीयेभये शहन में मिलावै ॥ || फसल चौथी
अधारजात में यद्यपि इस के अर्थ तो बहुत से हैं परं । तु असली नाम रखने की यह है के यार असकमूनी या को कहते हैं मोर सक मूनी यायाका वडा भाग हैया कारण से वाही के नाम पर नाम रखा है और अगलेस मय के हकीमनें जुलाव से प्रथमयाको चलायाया ॥ अथ अथारज || वायकफके मुवाद को निकाले
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औरमस्तकपीडाऔरकानकीपीडाओरभारीपन और पक्षाधानचौरलकुना और कंपनवायतथा छीपोरसुपेददागारगलतकुष्टकोगुणदाया। कहै। विधिगसुपेनिसोनाइंद्रायनागारीकूसिक मूनीयासमरवेलाएकरतोलागूगलानीसात जाकालीमिरचासोठानस्तुरवुड्सागुलावकेफूल पाचरमासेदोनोंशहताप्रथयाजफैकरा सनदरकेधिगडेमुवादकोपाककर औरनानाधकार कीमस्तकपीडाचौरमायेकेरोगोंकोदूरकरेंहविधि ॥जटामासी।सुगंधवालातजारमासेमिस्तगीनों। मासा कसरतीनमासावरावरकोसकमूनीयाश्रिीर। सबसेदूनांशहताग्रथयारजामायेकेमुवाद कोदूरकरैऔरमाथेकैरोगों कोदूरक विधिास कमनीयाएकनोलाइंद्रायनकै मानिसोतसुपेद। सनायकीपन्नी।गुलावकैफूलनानोमासाझागलीये हुयेशहनवारहतोले मिलावै
गफसलपाचंवी॥ श्रावजनकेनुसखामानावजनालको और वादीसेपेटफूलजानेकोशोरपुरदेनथामसानेकीपी डाकोदुरकरैहै।विधि भनीसास्साहजीरोगसोपा] केवीजासातरादांनाभरवावावूनाकेफूलासववर वरलोभावजनकोवारवारकामलानेमेगुरदाचोर। मसानेकीपथरीकोदरकरे॥विधिवलसीपोदीना कबूतरकीवीठाखुश्कदानाकीमीगीपाचरतालावा|| वूनाकैफूलागुलावकेफूलाखतमीकेवीजानारखूना
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खरबूजाकीमीगी। लाईकुलथीनीनर नोलासों फकीजरचारतोले यावजनारवूनकेपेशा वहोने कोमोरपैरजारी होने कोदूरकरी विधि। माजूफलाभूनारझाकेपन्नाामीठेमनारकेप। बारामुलावकेफूलासववरावरलेसावजन। स्त्रीधर्मकोजारीकरैरौरम्मरेवच्चाकोयोनेसे नि काले विधिगतजादोनामरुमाग्रजवर पो। दीना कडवाकूटानारवूना अजवायन कलोजी|| तितली अजमोदातुलसी।सववरावरलेनी॥
गफसलछटी" अन कवावीतभफारेमेंधनकावावा कानके वोझ कोजो वहधा करके विसूचिकाकेपि छाडीरोगहोताहे और कफ वायकीकरणे पीडामो रिकान के भारीपनकोदरक विधिवावूनाके फूिलानारचूना।तुलसीकेपन औरशारवा।दोनाम रुश्राफ कीजद कोछिलकानोंनेीमाशे कोय। लकीजड़ को वक्कलागुलावके फूल।मूलीकेवीज|| पांच२मासेलेनिकवाव।कानकैवहरेपन। कोसोरटेपडजानेको दूर करे विधिगततली। सोया के बीजामूलीके वीजानोंनोंमासेालोवाना एल-मातीनतीन मासेलेनिनकवाव।कान कीपीडाकोसोरकानकीसूजनकोदरक विधि। वनफशाकीपन्नीमकोयकेपन्नाासभालू के पता।। वावूनाके फूला गुलावकैफूलानीलोफर केफूला खतमीकेफूलसदवरावरले।अनकवावशमसा
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ने की पीड़ा और दूसरी पीड़ा और जोडों के जिट. बंद हो जाने को दूर करे ॥ विधि ॥ नीम की पत्ती । मकोय की पत्नी । समर वेल । सभालू के पत्ते । महु सा के पेड़ की छाल। सव वरा वर ले ॥ मनकवा ब) मंडकोसमोर इंद्री की सूजन को गुण दायक है ॥ विधि ॥सक मूनीयाँ तीन मासे । सोझे के वीज । मकोय के पत्ता । दोदो तोले। खूब कला । हेड। -या मले। एक २ तोले ले ॥ सनकवाव ॥ छाजन र्थात हाथ पाव के फटजाने को दूर करें | विधि॥नी म की छाल दो नोले । कडवा कहूं साधपाव । काय। फल तीन तोले ॥ हर्फवाय ताजी ॥ ॥ फसल सातवी ॥
वर्ण के नुसरवों में असल में यह वर्ष आशा है अग ले हकीम का बनाया हुच्सा है अव विशेष काम में लाने से वर्ष के नाम कर के प्रतिक्ष होरहा है ॥ व के सरदी और नजला और नेत्रों की स्पाही और भोर | श्राजाना और कान के शब्द को और लकुवा तथा पक्षाघात और कंपन वाय तथा मिर्गी और निद्राभू ल माली खूलीया अर्थात बावला पन और कमलवा योर पट्टों की निर्वलता और सर्वाग वात तथा मा सूडे का रोग तथा अह बुद्धि मुंह की वास तथा मुंह | मे लार वहना और बोस तथा रुधिरथूकना कफ की पीड़ा उदर की ओर जिगर की निर्बलता और ना ना प्रकार के जलंधर और वायकेशीघ्रस को गुरण। दायक है और विपाका जहर मोहरा है॥ विधि॥ का
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ली मिर्च | सुपेद मिर्च | खुरासानी अजवायन । चारभ तोले । अफीम | मिश्री दो२ तोले । केसर एक तोले। वा लछड अकरकरा तीन २ मासे जुदा २ चूरन कर के लि गुने शहत जागलीये हुए में मिला के तीन महीना जो में गाड के कम लावै मात्रा एक दो रत्ती से मासे लाई की है। औरया को बल पाँच वर्ष ताई रहता है। प्रथवा ॥ गुल वनफसा | दस लीव । नस्तु खुद्दस । वडी हड छैन मा से। चूरन कर के दो तोले अफीम गरम पानी में घोल के | मिला के गोली बना वैं अथवा ॥ लोग। केसर। सक र करा । खुरासानी अज बायन । पाँच २ मासे चूरन करके दो तोले फीस के वडे मर्क में गरम कर के मिला वैओ वह भाजून सा हो जाय ।
फसल आठवी ॥
वत्त्रतीसा, पीडी के दुसखों में ॥ वनीसा ॥ इस्त्रीयोंके पानी पहने को और रितु हो जाने को और कमर के दर्द को और निर्वलता और तबीयत की नका हत को गुण करे है मोर पुर्वे के प्रमेह को और वीर्य पतला पड जाने को और ताकत को वडा वै है ॥ विधि ॥ माजूफल | माई। लोट् । वाय विडंग | वा नषमा । धाइ केफूल। वडा गोषस् । छोटा गोधस् । सुपारी को फूल चीकनी डली । सेमर को मूसला । समुद्र सोष । मोल सरी की छाल । ढाक को गोंद। छोटी इर्लयची छिल का समेत । मजीठ। पलंग तोड। कमर कस एक २ तो ने। सेल घड़ी दो तोले। वमूर की गोंद सात तोलेस व को कूट छान के गाय के घी में भून के और अाध
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सेर साठी चावल की मेदा ओर तीन पाव सुपेद बूरे में मिला वै । और गिरी। छुहारे । चिरोंजी । रा कर छटकटक कर के मिलावे - सोरतीन पाव गा य के घी में मिला के वाहतो, साही चाहे थोडे सोपा नी मिला के लडू वाँधे ॥ सपना वत्ती सा ॥ सेम रको मूसरा । मजीठ । पुरानी सुपारी । पलंग नोड स रयानी के वीज। गाजर के वीज। बीज बंद। कोच के वीजों की मीगी । धाय के फूल | विडीया गोंद । चुन्नी गोंद । पलास पापडे का गूदा । इंद्र जो तेज बलापी पला मूल । माई | समंदर सोष। वाय विडंग । देसी । खज मायन । वाल मषाने। सोंठ। बड़े छोटे दोनों गो यस्। दोनों मूसरी | माजू फल | दाल चीनी । वानुष मा। लोद। मोचरस | कमर कस । कामराज । सीगडी व दूर की। वहफ ली। वडी इलायची असगंध एक २ तोले । सेल घड़ी तीन तोले। गेंहूं की मेदा साठी चाव ल की मेदा पावर सेर। सुपेदवूरो और घी साधर सेर लेके बनाले॥ पीडी ॥ इत्रि यों की प्रकती को अत्यं लगुरण दायक है। पानी को सुषावै मोरे पचावेश रीर की कांत को वढ़ा 'वे मोर बलवान करे मोरउत मरुधिर पेदाकरे! और पपके पतले वीर्य पडजाने। को और इन्द्री की सुस्ती को दूर करै ॥ विधि ॥ त्ताल भने । चाकसू । उटंगन के वीजा बहेडा | आमला। माजू फल | स्पाह जीरो । सुपेद जी रो। नोद। दो तोले छोटी बड़ी दोनों इर्लयची। सिरपानी के बीज। आयफ ल। लोग। एकश्तोले। विनोले कीमीगी। सुपारी।
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चाररतोलेधीमेंभूनेनोतोलेवबर कोगोंदोरगे कोसनडेढपावाढाईपावसुपेदवूरो।और मेवा। ओरधीपहले नुसरवेकंघमाण मिलाकेवनाले।
फसलनवी॥ वरूद केभेदों मेंसेहवरूदानेत्रों के मेल कोथै रपानीकोदूर करैफूलेोरजाले कोकाटे।ओर नेत्रों कीमुधीओररतोंधाकोदूरकरैविधिमा मांशुद्धमासेभरावडीहडकोवक्कलदोमासे जंगी हडकीगुठलीजलीडईएकनगाकपूरदोरनी।। चाररनी सेंधोनोंनसुर्भाकीतरह घिसके काम में लावै॥वरुद।नेत्रोंकीजोतवढावैचोररोगों सेनेत्रोंकीरक्षाकरैराविधिगचंदीकीघरीयातीन मासेोकेसरएकमासेाकपूरचाररतीवरूद नेत्रोंकीजलन औरघुजली कोदूरकरेगविधि पपरीयाजलीहईसीप तीन२मासे रसोतपाँचमा से।कपूरराकमासे।सुपेदवंशलोचन छेरनी॥
फसलदसवी॥ वखूरातमेंअर्थात धूनीयामवरखर॥ववासीर/ कमस्सों कोनोरगदा कीसूजनकोदरकरैोरचा नूनोंकोमारे विधिगंधकासिंदूराछैरमासे मुलहटीमाककीजडावेरकेपन्ना दोरतोलेजला केगुदा मेंधूयो पहुंचावैवखूरावस्तुकोजारी करैऔरइस्त्री के गर्भसेमरेवच्चाकोनिकालेनोर जोवच्चाकठिनसेजनेताकोनासानकरैविधि |नकछीकनीनियाकंकोलमिर्चीगूगलागंधकामा
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सब वरावरलेके चूरन करकेगाय केपिन्नेभसा || नकै गोलीतथा शयाफवनारकसमयपरजा लाकेधूनीलेशवरवर वायकीववासीर का दूरकरै॥विधिभिटकेटेयाकोफलानीमकेपर तोयसपन्दकेदानासववरावरले केधूनीले। गवरवूर इस्वीत्रासानीसे लड़काजने विधि ॥साँपकी कोचलीएकभागानोरघोडातथागधार्केषु रचारभागजलाकेधूनीलैावखरणहाथ केनों हकेपरस कोदूरकरै विधिाडीको तेलरो गग्रस्थान पर लगाकेाककीलकडीकीधू नीलेसलिफवायफारसी।
फसलग्यारनी॥ यासोया के मुसखों मेंयासोयागगरमी की मस्तक पीडामोरपिन्तकोसरसामोरनिदानवाने को गएपदायक है। विधिवरकीपनी गेहूंकीभुसी। याधरपावांवनफशाके पन्ना।नीलो फरकेफूला यतमी के फूलामकोयाकुलफे के पन्ने।पालक के पन्नााचाररतोलेोघीया काटके छै तोलेाघारीनों नतीन तोलेनिथवानीलोफर के फूलचारतो ले।गुलाब के फूलएकताले कटासापेठाकटीह ईघीयागेंहूं कीभुसीछेरतोलाहरोधनियोंाधारी || नीनादोश्तोले वेरकेपन्नाछेलेलैयायाशोया
सरदीकी मस्तक पीडाको ओरनिद्रा को औरका फकेसरसाम को औरकफज्वरकोगुगदायक है। ॥विधिगुलवाचूनाानाधूना।गुलषतमीराई।
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साँभर नोंन । खूबकला। तीन तोले। गेहूं की भुसी) वेरके पता। छै२ तोले ॥ श्रथवा ॥ काली झापा शु ल बाबूना। रक्तमी के बीज । तीन तोले। बेर के पत्ता सहजने के पत्ता | चार २ तोले। सोभर नोन दो तोलले || हर्फ ताय ॥ ॥ फसलवारवी ॥ ॥ तिरीया ॥ अर्थात् जहर महरों के नुसखों में ॥ प्रघ हो के पहले तो विरीयाओं की क्रिया हकी मांने फाद जहर की वस्तु से करी थी पीछे कही कड़ी वस्तु से बना ने का प्रारंभ किया या से यह प्रयोजन है के सामने रोग । को तिर्यक इतना गुएरा करें हैं जितना फाट् जहर विशों के टूर करने में दूर करे है । तिरीयाक ॥ सर वह || या को संदर्भश्वस हकीम नें चलाया वन जाने से चालीस दिन पीछे काम में लाने के योग्य हो ता है । या को वल परा कम दो वर्ष तांई अच्छे प्रकार से रह ता है। वादी के जमाव को दूर करे और जिगर तथा । तिल्ली को अच्छा है चोरे गोठे को बोलता है और प्र त्येक पसूमों के विस का जहर महरा है और मुवाद | को वहावै खौर मरे बच्चा को निकाले और मिरगी त माहोल दिली और सीत के विकारों को गुरण दायक है। ॥ विधि ॥ जवासे के बीज । पाषान वेद । वीजा बोल। जरा वंद तवील तथा जरावंद मद हर जसव बरावरले के चूरन कर के भागलीये तीन गुने सहन में मिलाके मात्रा एक मासे से चार मासे लाई की है सौर जोराकर्मग केसर मिलावे तो बहुत मुलायम मोर बलवान हो । जाय ॥ तिरीयाक समानीये॥ अर्थात् साठवस्तों क
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जहरमहामरक्खा विधालेपानदरकीस
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जहरमहरावलीदूनसहकीम नेसाठवस्तकावा नाके यहनामरक्खा विश खाये हुयेविषको और काठनेवालेतथाईकमारनेवाले पोंकेविष को दूर करताहै औरवायमूलकोतयाजदरकीस पतीकोतथातिल्लीकीगाँटकोनौरपक्षाघातत थाकंपनवायौरमिरगीकोगुणदायकहै और वायको पचावैौरनसोंकीगाँकोबोलाविधि वीजावोलोजवासेके वीजाधावान वेदा कडवा कूट। एकरतोलाकालीमिचीतजमाठमासे। कैसरादालचीनीचाररमासे शहततिगुनोंलेनों ॥तिरीयाकसगीर अर्थात छोटाजहरमहराया को शेरवुलरईसने चलाया विषकेजहर कोदूरकर औरपसूकेविषदूर करने में तिरीयाकघरवासेव ढकेहविधि जरावंदतवीलाजवासेकेवीजा पाषानवेदाकनकीजर कोछिलकाअफसनती नाहल्दीदंतीसववरवर-औरसहतसवसेजपोटा लेय॥तिरीयाकुलभसानाराबुलमाहरहकी मनेवनाया है।गुरदेोरमसानों केघावों कोदूर करै-औरपेशावजारीकरै भोरपुरानीजलनौर पेसावर्षदोजानेकोगुणदायक है-मोरथोडेगाय केदूधकेसंगयीएके रोगों को मुरणकरैनौरवटतु कोजारी करैनौर इन्द्रीकी पीडाकोनारामदेहैनौ रजोचनेकोपानी में भिनोकेवापानी के संगलेया तोमाथेकोगरमीनच है औरसांस केजोडोंकीपा कीरधवलकरहे औरशहतकेपानीकेसंगावि
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धि वनगायके सीगकीभस्मामूंगा। मोतीनों नोमासे अफीमएकमासे।मुलहटीकोसनातंतः रीकागेरू गिलशीराजीनाताखुरासानकीमा टीरवतचीनी सूघोजूफापहाडीपोदीनाअजमोर अनीसाचारभासी गिलमरवनमारवततीके वीज रखूवाजीकेवीजाकुलफाकेवीजाखीएककडी की मीगी।धीयाकेजोंकीमीगीरवरवूजाके वीजॉकी मीगीदमुलअषवेनापौचरमासेोछडीला।कती/ गोकुलथी।मीठेवारामकीमीगी।सातरमासाहुवा काकनजाअर्थात राजपूतकानोमासेातिगुनोंशहा सलेयातिरीयाकुलसनान॥दोतसौरभसू डेकीपीडाको सरदीसेहो जिसकोदूर करने मेंबहत गुणकरेहे॥विधिशकालीमिर्चीकरकराहीग नरकचूरानोनसेंधोसवकूटछानकेशहतमि लाकेगोलीवनाके छाया,सुषाके दाँतोंके नीचे दवालीया करै॥
॥तेरहवीफसला मेजाव के नुसरवों में तेजावाघावों के विशेष मान्सको काटताहै ओरकरडे फोडाकोतोडताहे||
औरपुरानी फुनसीयों केभुवाहकोवहाताहै।वि धिरासोराकलमी।फिटकरी। नोंशादरासववराव रजोकुटकरके वदस्तूरबकवचंगतेजाव।सुपे ददागकीषालकोनोरखुरेमान्सकोकाटेचौरमा च्छामान्सचोरवालकोजमावै॥विधि।सुपेफि// टकरीदोतोलेापीलीफिटकरीचारतोलाकलमी
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शोरासातमासे वदस्तूरवनावै औरषालघुजाकेल गावैरातेजावणववासीर मोरविशेषमान्सकोका टकेदूरकरदेताहेशपरंतुयहदवादुषवहतदेतीहै| मान्सकेकटजाने पीछे करनवले अर्थात गोभी केपत्तोंको औटाकेवाको पानीले केवा गाया। कोषीभिलाकेघोटेजवमरहमसाहोजायत्तव। लगावैऔरजोयासे घावदूरनहोयतोदूसरामर हम कामलावैचोरएकदिन के लगानेसमा न्सनकटतोएकदोदिनवीचदेकेफेरलगावै॥ ॥विधि॥पारानीसादराचाररतोलाजंगाला पत्थरको चूनों-त्राउ तोलासजीलोवानागंध काहल्दी। चौवीसतोलेापारेभीरजंगालको। सिरका भैषरलकरैजवपारेकोचिन्ह नरहेतव दूसरीदवा मिलाकेघोटेचौरदवाकोसुषावैवा। सपीछेठंडे पानी मेंधरके एकमांटीकेसकोरामें राधेचौरदूसरोसकोरात्रोधोवाके उपरराषेनी रसंहचून सर्वद करे ओरमंदी आँचदेतोरहेजा। वसवरीदवाकोसन्नडके ऊपर केसकोरा मैं लि पटजायनवघोलकेसनकोलेकेरपलेनोरका मलाहर्फनीमा..
.. फसलचौधवी॥ जवारशोंमेंयाकीचालमाज नकेपीछेचलीवह। भाकरकेनदर के रोगोंके लीयें और जोडों के लीयें। भीवनने लगी जवारशदारचीनीसवजोडों को चोरकामदेवकोवलवानकरैश्चौरमस्तक पीडा
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को और कफ की घासीको तथा वाय की बबासीर । और दाद और पाँव की जंगली यों का दर्द तथा छीप और गुरदे तथा मसाने की पथरी को मुरण करे है ॥ विधि ॥ वाल छड | छोटी इलायची के दाने । तज । दारचीनी। कुलीजन। लोंग। मोथा । सोंठ। काली मिर्च | पीपल | मीठा कूट । नेत्र वाला। प्रत्येक दोरभा ग। केसर एक भाग । मस्तंगी पोचभाग । सव की वरा वर सुपेद वूरो और दोनों की वरावर शहत ॥ जवार शकमूनी ॥ उदर को ताकत दे और पाचक है वाय को दूर करें मोरफु नलों को दूर करैहै ॥ विधि ॥ का | लो जीरो। सिरका में भिजो के सात भाग। काली मिर्च । सोंठ। ततली। पीपल। पोदीना। हड पीली । तीनरभा गानोंन सेंधा चारभाग। तिगुने शहत में बनावै ॥ज वारणामस्तंगी ॥ उदर को और कलेजे की तरी श्री र मुंह से लार वहने को दूर करे और उदर कोवल देखो रपाचक है || विधि ॥ रूमी मस्तंगी एकभागा चूरन करै सोलहभाग सुपेद बूरे की चापानी जो गुलावजल | में बनी हो उसमें मिलावे ॥ जवारश ऊद तु॥ज दर को बलवान करे और भोजन को पचावै॥ विधि || अमर पाँच तोले। लोग। वाल छड । जरिश्क एक २ तोले । डेढपाव सुपेद बूरे की चाशनी जामें साधपाव कागदी नींबू रेस तथा वारह तोले बट्टे अनार कोरस मिला के बनावै ॥ जवारा जालीनूस ॥ सव जोड़ों को खोरेताक़त को वलवान करे और की विशेषता |और वाय की प्रबलता को और मस्तक पीड़ा को मौर
भूख
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की कफकीयांसी को मोरवायकी ववासीरको ओर। दाद तथाहानगलीयों की पीडा-औरछीपतथागु रदेचौरम साने की पथरीदूरकरैौरवालोंकीर क्षाकरैहै।विधिवालछडाइलायचीतजाम दारचीनी कुलीजनालांगामोथासाठीचिराय तोाकालीमिर्च पीपलामीठोकूटाकदविलसा नेत्रवाला।एकरतोलेाकेसरछैमासेरूमीमम स्तंगीदोतोलासवकीवरावरसुपेद कंदोरद वासेनोंशहतलेनों जवारशारवाजी॥खोर जसलान केहंकीमोने चलायाभोजनकोपचार पोरदस्तोंकी वंदकरैहै औरतिल्लीकीसूजनको जलंधर को पेसावकी विशेषताकोदूरकरैहावि धिमीठो कूटातजावालछडाएकर तोलाजा यफलदोनोलावड़ी इलायची के दानोलोंगानी सूचीतोनॉनोमासेादरूलजनकरवी जरावंदमा दहरजादडीलागवडीहडाजोगीहडप्रत्येक छैरमा सेसवसेदूनीसुपेदमित्रीचौरदोमहीनापीले का|| मकेयोग्यहोगीराजवारपासलीवादीचौरमा होलदिलीको श्रीरवाचलेपनकोनीरधवराहट || दिल को चोरवायके स्वासकोदूर करैहै।विधिा अगर।जावित्रीरामतुलसीतालीसपत्रानरकं| चूरगावजुवों के पन्नाावालछडाएकश्तोलादा लचीनी।मस्तगीासोंफाछै रमासेाकपूरलीन मासेसवकीवरावरशहतौरसुपेदमित्रीसव || सिंदूनी।जवारशयसकफासकफमली||
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हकीमने लिया है केमैनें काई मिश्रितदवाईजन्न मोरतासीरकरनेयासेनहीपाईहैशूलादिकन अदरकेरोगों को मातमात्रीको और ववासीरनथा पीठ कीपीडा औरगुदाकीपीडानथादुबलापनश्री रनलटीके रोगों कोदूर करैहै।विधिासोंठादाल चीनी प्रामलालोंगाविसफायजाजायफलाएका रतोलाकालीमिचीछोटीइलायची डेटरताला सकमुनीयाँ निसोतानानांमासाभित्रीसुपेदवरावर कीदूनोंशहतलेनों जवाराणपिन्तकेयतीसा। रकोप्रौरमरोडाभोरपेटकीपोडाजोनित्यपतिरहै ौरववासीरकोगुणकरें|विधिानंतरीकाहा लों के वीजासुगंधलीयोकालोजीरोमस्तंगीका लीमिर्च इलायचीएकरतोलाशकभूनीयानि सोतापाचरमासे पाहनतिगुगोलेनोजवारश गभस्तक-मोरगरदातथाकलेजाको ताकती रवीर्यकोगाढाऔराधिकरे॥विधिप्याजकेवी जाधूकाकेवीजा हालोंकेवीजाशलगमकेवी जागाजर केवीजाप्रजमोदासकाकुलभित्री पीपलामूलावडीइलायची कुलीजनादाल | चीनीतजासोंठानोंनोमासेासगंधादोंनों। मूसली कंकोलमिर्चीशीतलचीनीकर करारमाशोलोंगाजायफलातीनरमाश वंबूरकोगोंद गायकेघी मेंभून केतीनतोलेनी रवरीसुपेद तिगुनोंलेनों।
॥फसलपंधरवी॥
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- AwareneumanMARRPawani
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मस्तक ओरदरदों के रोगों की गोलीयों माहवा तिगोलीपक्षाघातको औरलकुना औरकपनवाय कोदूरकरै॥विधिपीपरामूलाकटेरीकेवीजाच्या जवायनाअजमोदापीपरासीतलचीनीसोभरनोंन सववरावरलेकेजोकुटकरकाप्राकके पन्नाकेरस में|| वा शीएकीपुटदेकेचूनकरके गुचारपाठे के गूदे। मेंगोलीचनेप्रमाणवनाके एकगोलीशानंकालौर सायंकालसोते समयषायगडवकुलापक्षाघात,
और कंपनवायऔर अंगकाफरकना-नोरजोरकी पीडा-ओर नजलेकीविशेषता और रजस्वलाहोने केपीछे घायतोगर्भधारनकरै|विधिदालचीनी जायफलाजावित्रीमदसलीवालोंगाराकश्तोले कुचलाकोगाय के दूध में भिजाके छिलकादूरकरके पतले२पत्रकाटकेदीतोलेसवकोचूरन करकेोजन वायनोरपोदीना के रसकीदेकेगोलीवनावैराहवर पेरोंकीजगलीयोंकीपीडाकोदूरकरैहै विधिकार लोजीकनकीजडागलाकरकणसातश्मासे, कालीद बिहेडझायामला।चीताासोंठापीपलामूला सभरनोंननोंनोमासे-औरसवकीवरावरमीठोसरना। जानलेके सॉफकैमर्कमेंगोलीवनावेगवशदस्तोंके द्वारा पहलूके दर्द कोदूर करैहै।विधिएल्सावडी हडामीठोसरनजान सववरावरलेकेगोलीवनावै॥
फसलसोल्दवीनेत्ररोगोंकेदर करनेकीहवूवाताअनगोलीयों में हवसुख। नेत्रों केसवरोगोंको वहुधाकरकेनेनोंकीसुर्रवीकोधि
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शेष गुणदायक है।विधिागेरुचारभागप्रफीमा|| एकभागासहप्राधोभागलेकेहडके पानी मेंगोलीव डीवडीवनायराधेजोनेत्र परसूजनहोतो धनीयकेया नीनथामकोय के रस में और मजन नहोयतोपोस्तके डोडा के पानी में घिसके लगावेगहवानेत्र के रोगों को
कराविधिफिटकरीभुनीचारमासेचिफीमा ोिमासेारसोताह मासेानीमकेनाजापतापाचनग कसरपोचरनी।सवको लोह की कहैया मेंलाहकेदस्ता से रगड केगोलीवनायराषेसमयके ऊपर पतलोरले पकरें।
फसलसन्तरेहवी॥ महकेरोगों के दरकरने की गीलीयों मेंगडव ओभकीजलन को दूर करैराविधिारवरजकेवी जनकीभीगी। धीएककडीके वीजनकीमीगीमीठे घीयाकेवीजन कीमीगी। एकरभागागेंहूंकोसन्स ॥ वकीवरावरलेके बंदूरके गोंद के पानी में गोलीवना के मोह में राधेशहवामह की दुरगंधताको दूरकरै।। विधि जावित्री मोथानीवूकोछिलका।फिरंजन मुश्कासुपेदचंदनाएकरतोलावंशलोचनाकपूरा बडीलाातीन२माशे।कस्तूरीएकभासालेकेगोंदके पानी गोलीधनावै।हवाकंटके वैठजानेकोऔर भारीहोजाने कोदूरक विधिपछिलीहुईमुलह दीभुनीअलसी।कतीरा|गोंदामीठेवादामकीमोगी चिलगोजाकीमीगासववरावरकैलेके श्रीरसवकी वरावरकोशहतलेकेगोलीधनावैौरमोह में राधे
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॥फसल अठारहवी
सुधा लगाने वाली और अन्नादिक को पचाने वाली तथा वादी और मूल दूर करने वाली गोली यों में हुव ||| गोगिर्द ॥ अर्थात् गंधक की गोली जो भोजन को प चावे मोर सजीरण को और दस्त को औरउलटी को और जवासी को दूर करे हे ॥ विधि सोंठ। मिर्च पीप |ला पीली गंधक। सैंधव सव बरावर ले के नीबू के रस में गोली वांधे ॥ यथवा ॥ काली मिर्च । खाक कैफू ल। अजवायन | अजमोद | सेंधव सब वरावर लेके । अदरक के रस में गोली बनावे ॥ अथवा नजादार चीनी । सोंठ। मिर्च | सजी। जवा बार सववश वर ले के गोली बना वै । हुवा। गिरानी को दूर करे ॥ विधि ततली तीन भाग। काली मिर्च दोभाग। सेंधव एक भाग। ले के सिरका में गोली बनावै ॥ अथवा॥ भो जन को पचावे ॥ विपि॥ सुहागो ।जवा षार। नींसा दर। सेंधोनोंन । हीग। काली मिर्च । सव बरावर लेके सिरका में गोली बनावै ॥ अथवा ॥ अन्न कोपचा वे और क्षुधा को लगावै ॥ विधि॥ भ्रमल वेद । सोंठ | काली मिर्च | पीपर। पीपरा मूल। देसी अजवा यन । अजमोदा एक तोले। कारोनोंन । संधोनोंन । नोनी मासे । नीबू के रस में गोलीचनावै ॥ हुन् ॥वा यगोला को परम्यूल को और पेट के दर्द को दू रकरे है । विधि।। सोंठ। सुहागो कहो। हींग । से धोनोंन । सब बराबर लेके सहज ने की छाल के र स में जंगली वेर के प्रमाण गोली बनावे और एक
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Ramasminew - one
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Karee-memen
गोली घा केऊपरसे गरम पानी पीवै॥हिंदीमस लाहैवायलकेदर्द कोदूरकरै॥दोहो।सोह। सूहागासिधागाधासहजने केरसगीलीवांधी चौसम्वाय चोयसीमूलकहे धनंतररहैनमूल। ____करने ॥फसलनन्नीसवी! दस्तवंदंकीगोलीयों में हवातीसारकोदूर करेधीर कन्जकरै॥विधिसन्जमाजूमाईछैछ।। मासे और अफीमदीमासे लेकेचनाघमाणगोली | वनावअथवागअनारकोछिलकार्तितरीकामा जूफलातीनोंवरावरलेकेचनाघभाएगगोलीवना वैनथवासहतमेंगोलीवनावेतोरात्रीकेसमयेकेा दस्तों की विशेषताकोदरकरैऔरजोनीवूकेरसमें वनातोदिनकैदस्तोंकोगुणकरै हैविधिभुनों सुहागोएकभागाग्रफीमचारभागलेकेगोलीयना। वैनथवावच्चेकेनानाप्रकारकेदस्तोंकोगुणदा यकहैविधिअनारकीछोटीकलीएकनगाचा कसूरिसोनानरकचूरामुपेदजीरोगहल्दीछिलीह ईनीमकेपन्नावकायन केपनाविंबूरकेपन्नाादो२|| मासे अफीमराकमासे।
आफूसुलवीसवी॥ जुलावकी गोलीयों मेंहवशवयार।मस्तक की सफाईकरैनोरमस्तककैरोगों कोगुणकरैहै| ॥विधिराजवाहडासनायमकी।वहेडेतीनरभाग गूगलाएकभागागुलावके फूलाकालादानााए लन्याचारभागाउसारेरेवनामस्नंगीदोरभाग
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लेके गोलीवनावैरातको सोते समयघायचाहेज तनावकोकाया कोकयूनानीबोली में माथे को कहते हैं जोयागोली सेमतंक केमुवाद कीस फाईहोती है और सिर के रोगों को और जोड़ों को एा करहै याकारणसेजाली नसहकीभनेंयागोली को यह नामधाविधिएलरामसारह अफर सनतीनारूमीमस्तंगी।प्रत्येकएकतोलाइन्द्रायन निसोतहेरमासे।अजमोदके पानी में गोलीवनाश
सोरजोनसाराअफसनतीनन मिले तो यादूनी अफसनतीन मिलावेहवालाजवर्दवायके मु वादको निकालचौरसववायके रोगों कोगकरैहै -ौरजोभालजीवन मेंदेतोयत्युन्नमहाविधि। शूद्धलाजवर्दनोंमासेगूगलासकमनीयानीनश्मासे गारीफूनफनी अर्थात्श्रमरवेलाविसफायजश्न र्थात कैकाली। अयाज फीकराएकरसोलासनी सकेपानी मेंगोलीवनावै॥हव।अजीर्ण-शीरपेट के दर्द को दूर करे॥विधिकालीमिर्चीपीपलाव डीहडावहेडागुलाबके फूलाचीतोसोंफरमा से सनायकीपनीनों मासेनिसाततीन मास कालो नोनार्समरनोंनासेंधोनोंन-चारमासेालेकेगोलीय नावै॥हवमुसहलविधिासनायकीपनी निसो॥ नागारीकू।सुधाजमालगोटाासववरावरलेके नीबू | के रस में गीलीवनावै।अथवागम्यूजमालगोठा|| एलुमावडीहडायामलेासववरावरलेके गोलीवा| नावै॥हवामाला औरसुलासतिरसोली
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औरगदूदकीसूजनकोपटकावेोरदस्तोंके द्वारा निकाले है।विधियारज फीकरानोमासोभु नी सोनामाखीएकतोलानिसोतडेटतोलेासकम्| नीयोचारमासेगंदना केपानी मेंगोली बनावैमात्रा) नीनमासेकी
फसलक्कीसवी॥. तिल्लीकीसूजनदूरकरको गीलीयों द्वाति स्त्रीकीम्झनदूरकरै॥विधिएकच्चोमुहागणे श्रिज वायनाकलोजीसीयाके वीजानाशादरामजी सव. वरावरलेके गुबारपार के लुभाव में गोलीवनावें||
अथवाहीग नोंमुहागा एकरतोलेपुरानों गुड बार तोलेचने की वरावरगोली पूनावें।
प्रथवावडीहडाचीता साहासजीभुनों। सुहागो।कालोजीरी। सेंधोनोंन सववराबरोग सवकीवरावर पुरानों गुडलेकेगोलीवनावै॥ थवा हडामोठाचीतीभुनों महागासजीकल मीशोगांबायविडंगासेंधोनोंनसंवबराबरलेके सिरकामेंगोलीवनावै नथवासोंठाभित्रीपी|| पररिहल्दीजवापाराचीतीकवेलोसिवव रावर लेके गोलीवनावें।
फसलवाईसवी।। ज्वरघासीदूर करनेकीगोलीयों मेंहवाचायी याज्वरकोदूरकरैहै।विधि॥पलासपापडेके || वीजनकीमीगीको छिलकादरकरके औरवाकी/ क्ण्वरकंजाकेचीजकीमागीलेके कालीमिर्च
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की वरावरगोलीवाँधेओरएक नित्यपातकालघा वेगवानानापकार केज्वरको दूर करे है। विधि।पीपराभूल कंजाकेवीजनकीभीपीए करतोले।सुपेदजीरो।वरकीताजापत्ती छै? मासेलेके चनेकेषमा गोलीवनावैऔरतीन दिनताईएकगोलीपातकाल-पोरगक दुपहरकगी
औरएकसंजाकेसमयघायंहवाकफज्वरयो। रकफकी पीड़ा को दूर करैहै।विधिगवडीहड। कालीहडाएलूयासोनभाषीगगलाइन्द्रायन दसरमासेराईनागरमोथास्याहजीरोसेंधोनों नाभस्तंगी।दोदोतोलेछोटीगोलीवनावैमात्रा दोतीनमासेताईकीहै।हवशफागनज़ले केरो।। गोकोमोरेवायकफज्वरको गुणकरै है सपनाया बह-अर्यातकफज्वरमें चारघडीपहलेनोवतमेलेवे घानाजचितहे।विधि॥धतूरे के वीजतीनभाग। रेवतचीनी।दोभागासहएकभागागोंदकेपानीमें चनेप्रमागगोलीवनावैगवानानाधकारकेवा सकासकोदूरकरैहै।विधिापीपलामूलाका कडासीगी। मुलहटीछिलीहईलॉगामीठेमा नारकोछिलकाजवाधारकैरभासालेकेस हतमेंगोलीबनायथवाहवसुम्रालाया विघाँसीकीगीली॥विधिागोंदवनरकोभु नोंकती|गेहूंकोसतानों मासे।मुलहटीछि लीहुईखुवाजीकेवीजामीठेघीयाकेवीजा कीमीगीएकरतोलेोकेसरतीनभासेलेकेगीली
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बनावैनथवावच्चोंकी॥षांसीकोदूरकरैहै।। विधिागेंहू कोसनावर को गोदामुलहटीकोस
अफीपासववरावरलेके वीहदाने के लुनाव गोलीवनाचा
फसलतेईसवी भातशक-औरइन्द्रीके रोगों को दूर करने कीगो। लीयोमेंविधातशकापातशककोदूर करे सफाई केमादिौरत मेंषानागुणकरेहे ॥वि पिणकालीहडएकतोलेावंशलोचनमानी लामोथालीन माशापाव सेरनीबू के रस में घोटके जंगलीबेरकेप्रमाणगोलीवनचिौरसंजासवेरे एकरगोलीबायोरमिठाईसे परहेजकरै।अथ वापाखुरासानीभजवायनासुपेदकस्थानाठ २मासेलोंगनगनाठापानी घोट के छोटेजंगली बेरकेप्रमाणगोलीवनावै चौरसंजासवेरेएकरगो ली दहीकेतोडकेसंगनिगलैनोरमूंगकीदालाधी (यादही दूधाइसादिकवस्तुनघायाथवा
सातशक केदूर करने में यहगोलीआमाईहावि धिकालीजवाइड बैतोलानीलाथोथामुिरदा संगाडेढरतोले।चूरन करके लोहकोवासन मेंनी मके घोरासे जामे तामेका पैसागडाहीयानोरका गदीनींबूकोरसडालडालके घोटेजोवासवासे रस्तषसाथ पीछे वामें वंगचारमासेमिलाकर गौरवचनाकेप्रमाणागोली बनावैमोरसात दिनताईलमालारएकरगोलीयोडेनीवूके रसके
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संगनिगलजायाकरै दुवकरामातफफोले।
और घावोराताकौरहर लारह कीफुनसी योको जोकाईजोडों और सवारीर में होजाती हेगा नकोदूर करती है।निधि कमेलााचूनानीला धोया वडीहडापपडीयाकल्या सववरोवरलेके गोलीवनावै समयोपरगायकैघी धिसकेला| गावै॥इवचुकरातामसान कैघाव और इन्द्रीके | घावोरपेशाव रूकजानेको दूर करै।विधिगधन भीके वीजाधीरा ककडीकैचीजोंकीमीगीदोदोनोले मुपेदलोवानारवरवूजाके चीजनकीमींगी। कुलफा के वीज पोस्तकेदाने।सुपेदकत्याएकरतोलेाईस अशोलकेलुनाबमें गीलीवनाचे
फसलचोवीसबी वाजीकर्ण और बलबहानेकी गोलीयोंमेंइव जालीनूसाजीमनुध्यों की सुस्तीखोरलेंडेवाजी केकारणसेनपुंसकहोगयाहोतीमा गोली से फिर कलीमर्द हो॥विधिासकाकुल मिश्री।प्याजके। वीज गंदना के वीजासालवमित्रालटजीरके चीजाशमाही प्रत्येक वरावरलेके विडेकैमा।
कोभेजा जनकनमें निकाललीयाहोराकन गलेके गोली चने धमाएगवनावै सौरनीनमासे गोली-अंगूरीशराब केसंगलधा-अंगररसकेसंर माहवंमुवडीवोमुमक्षिकाअर्थातची यंदा करनेवालीचौर स्थम् नकी गोलीsil विधिगदोनों लोदी माइलेजपातानागरमो।
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था।केसरालोगोशोरनजान भीगाजायफल।। जावित्रीमस्तंगी।अनीसापोस्त के डोडाठिो टीइलायचीशलाचनागुलाब के फूलासुपेद चंदनावालछडा-गरादरुलजमकरवी।बूजी दावमूरको गोंदभुनादालचीनीयसषस के दाने रवुरासानीजमानाएकरतोलेसालवमिश्री शका कुलमिश्रीदोदोतोलेाचूरनकरकेवादाम/ रोगन मेंभकरोकेवाधपावसुपेदमित्रीयाधपाव|| गुलावजल चाशनीकरकेबादवाको मिलाके गोलीधनावै॥हवामस्तीलाती है स्थंभ नकर तीहै।विधि। जायफलाकुलीजनासालवमि श्रीएकरतोले जावित्री निरविसी।छेदमासे। सफीमतीन मासेलेके चने केषमारगगोलीवनावे ॥इववाजीकरणमनकोघसन्न करनेवालीगो ली।विधिनेनवाला।केसराजमोदादाल चीनी वालछडाछै छैमासारखुरासानीभजमाय नानरकचूरासकरकरा।लोगाजावित्रीवमूरको गोंदासीनरमासाअफीम चारमासेलेके गुलावज लमेंगोलीवनावै॥हवनस्फहानी॥चिनकोवि शेवप्रसन्न करें।ओरवलवानकरैनोरमुर्तप्रमेहा कोदूरकरै॥विधिाचसीदरूनज-प्रकरवीसाल वभिनीनोंनोंभासेनिर्विसीतीनमासेोपीस्तकेडो हाकेपानी में गोलीवनावेहवहीदी। स्त्रीधसंग मँधिनपसनकरे और स्थी नकर मैथुनकेसम पएक गोलीधानालाचत है।विधिभिशपंटजला
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हमाभून के डेट तोलापोस्तके डोडा।कालेतिलए करतोलाकूटकरदसतोलेपुरानोंगमिलाकेसा तमावाकरलेाहवहिंदीताकतकोवडावैत्री र स्तम नकरेविधि।कुचलागायके दूधमें भिजो के छिलकादूरकरकेचारतोलेाकालीमि चीपीपलादोदोतोलेलेकेजंगलीघरकीधरवर गोलीवनावैनोरमैथुनसेदोधडीपहलेघानाज चितहै।अथवागकेसरालागाजायफलाम फीमसवघरावरलेके शहतभागमठेहए में गोली वनावैचनेप्रमाण मैथुनसेषयमयायप्रथवा विडाजवान कोसिकारकरके मारे औरपरतथा प्रांतवाकीदूरकरकेमोरएकछुहारेको गुटली निकाल के वागुठलीकीवरावर अफीमभरकेवा|| चिडाकेपेट मेंरषकेत्रोरगेंकेचून की कपरोटी करकेपकावैपीछे चूनदूरकरकेसवको पीसके बनाप्रमाणागोलीवनावै चौरमैथुनसेपहलेषाले
..॥फसलपच्चीसवी॥ हलाओंमें हलूयाचिनकोप्रसन्नराधै।
औरंशरीरमोदाचोरवंलबानकरैगविधिमाधा सेरकुहारेगुठलीनिकालकेसेरभरगाय के दूधमें ॥ पकाकैपीसेसोरगेंहूंकोसतौरचनाकोवेसनदों नोंपाचपावसेरसूभूनके मिलाके माधसेरगाय के धीमेंसवकोभूनकेत्तीनपावमुपेदवूरेकीचाशा नी मिलाकेहरूमापकाधै।ौरवादामकीभी गीऔरफंदककीमीगी। श्रीरचिलगोजाकीभीगी।
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पिस्ता की भीगी खमरोट की भीगी एक र छटाँक औ कुट कर के मिलावे | हलूच्या ॥ बिन को प्रसन्न क रे। विधि ॥ चने की दाल को भैस के दूध की तीन पुट दे के गाय के घी में भून के मेदा करे और दूरी मोरेगा य को घी मोर मेवा मुनासिव वजन अर्थात् तोलके हा पकावे ॥ हलमा ॥] गाजर को ॥ ताकत को मत वलर्वन करे और चित्त को प्रसन्न राषै और जोडों को प्रवल करे और पुष्टकारक है। विधिगाजरको छील और हड्डी निकाल के बाकोसीन सेर गूदा ले और कसेर सुपेद वूरो नाकी चाशनी करके। पिस्ता कीमींगी। चिलगोजा की मींगी । अपरोटकी मांगी वादामकी भी गी। फंदक की मींगी। चिरोंजी। प्रत्येकपच२ तोला पीस के साथ सेर गाय को घी मिला के हलया पकाने अथवा ॥ छिली हुई गाजर दो सेर और वाकी वरा वरगाय के दूध में पका के दूध समेत पीसे और आध सेर गाय के घी में खोवाभून के जय बाकी तरी जातीर हितव। चिरोंजी प्राधपाद । मीठे बादाम की मींगी। गिरी की स्पाही दूर कर के एक छटाँक लेके महीन. कुचल के भिलावे और एक सेर सुपेद बूरे की चाशनी मिला के | हलमा बनावै ॥ अथवा ॥। यह विशेष बल वान है! छिली हुई गाजर दो सेर छिली हुई सलगम एक से र और छुहारे गुठली निकाल के और किसमि प्रश पावर सैर के गाय के दूध में पका के खूब पीसे सीरे तीन पाव घी में भून के एक सेर कंद मिलामै || हलूच्या मुर्ग ॥ कामदेव को वल बान
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करैोरशरीरकोमाटाकरे और क्रांति कोबड़ा वैाविधिगमोटे और तरुण मुर्गा को मांसतीन सेराडूलायचीवडीदालचीनी सोधनियोंएक २तोलोश्राधपावप्याजमिलाके ओरराक हाँडी मेंभरके वाको माहवाधकेंखूनपकावैौरव।। साहीलंडाकरकेरवूवमसलके छानलेजवगाहो गाहोरसनिकलावैतवसेरभरवूरोमुपदकीचाश|| नीकरकेभिलावैौरवामें वादामकीभीगीश्योर चिरोंजीनाघपावापिस्ताकीमीगीचिलगोजा कीभीगीचाररतोलेमहीनपीस केमिलावै॥ह|| लूमामुगीक अंडाको॥चित्तकोप्रसन्न करेनौ। रवलकोवडावाविधिाअंडान गवीसकी स्पे। दी-ौरजरदी कोवांसकीपतलीतलीयोंसें खूवामा ला के पीछे डेटपावधीभिलाके मुरीमाधपर रोश औरउनहींतलीयोंसें हिलातोरहे जोगॉग्नधून, पावैजबषताहोजायतवटाईपावमुपेदबूर की चाशनीमिलाकेइन बस्नोंका चूरन मिलावादाला धीनीजावित्रीकेसराशीनरमासे।छोटीइलाय बीदीमाशेशकाकुलभित्रीसालवभिश्रीशकरतो लाइलवाचावचीनीजिसमनुष्यको भानश ककेपीछेनिर्वलताम्रागई होयअथवाचायकेमु॥ वादके चिन्हवाकीरहगयेहाय बाको विशेषपणा दायक है।विधिप्राधसेरगहुंकापूनचौरपानी सेरधी-चोरपावसेरसुपेदतिलबानलभूनकैबार|| हतोलेचोवपीनी इन्जोमालवमिमीशकाकुल
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मिश्री।दालचीनी कुलींजनानागरमोथा।धहमनस पेदाराकरतोलेचूरन करके भिलावेऔरतीनपाव सुपेदवूरेकी चासनी में भिलाकोचिलगोजाकीमीगी|| पिस्ताकीमींगीवादामकीमोगीचारतोलाचिरोंजी? तोलेारबूवकुचलके मिलावेहलवागताकतको वहावैमोर-गाडाखोरपदाकरें। विधि|चारसेर गायकोदूधारकसेरखूरोमुपेदभिलाकाखोयाजेसेप कावाकुलीजनासितावराशकाकुलमिश्री। असगं धएकतोलामहीनपीसकेमिलावाछुहारेछेतोला मधानेकीबील दोलीलावादामकीमीगीचिलगोजा कीभीगी। पिस्तााचिरोंजीतीनश्तोलामहीनपीसके मिलावेमात्राडेटलोलेकीसथवागताकतकोव हावैचोरगतयामर्सनेकोषलवानकरैौरवीर्य कोगाहाकोरसुर्तधमेह कोदूर करे॥विधिपतुरं जवीनरखुरासानीसपेदमित्रीनोरमासानिर्मलसहत|| अठारहतोलादोसरगायकेदभमें मिलाकेगरमकरै। ओरखान के खोयाजेसाधनाकोवहमनाकाँचकेवीजों कीमीगीशकाकुलभित्री सितावरहिंदी बादामकीमी गीचिलगोजाकोभीगा पिस्तातीनर तोलानरकचूरा जाविबीईमासेाकेसराचूरन करकेमिनावै॥
फसलछबीसवी। महसूसातहरीरा-ओरतलीभीकहतेहैं।हरी शमस्तकपीडाकोजोमायेकीनिर्वलतासेहोयग्स कोदूरक विधिशगेंहकीभुसीधडॉकभरपानीमें भिजोकेमलकेलानले और वशषशकेदानेवाशीयोर
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कद्रकेवीजनकीभीगीकोशीरा और धनियेकाशीराए करतोलासुपेदवशेष्ठतोले मिलाकेपकावैश्रीरघीमें गंधितकरकेगुनगुनाकरकेपीले हरीयाफेफडे केसवादकोसफा करै विधि|गेहूं की सीपनोले मटरकोचूनरतीले।चिलगोजे काशीरानोमासे धुला हटीछिली हुईतीनमासे।सुपेदवूरोतीनतीले मिला केपकावै॥हरीमारुधिरथूकनेकोदूरक विधि ॥जोछिलेडए४ तोलावारनेगळेमासेसुपेदबसषस केदानेश्तोलेानन्त्रावगुठलीनिकालकेदसदाने भित्री सुपेदध तोलालेकेहरीरावनावै
... ॥फसलसत्ताईसवी इकनों में॥हकना सरसामकोजोकफोरपिल्लसे होयनसको गुणाकरे विधिपगाजुवा केपन्नावनफ साकेपीअलसीकेवीजाएकश्तोलामकोइासोंफ छैरमासेश्रीटाकेपानीकोछानलेनोरगुलरोगनमि लाकेएकतोलेफिरडकनाकरैाहकनाणवायम्यूल कोगुणकरैहै विधिअनीसासोंफाकासनीकेवीजा) नीलोफरकेफूलागाजुवां केपन्नावनफसाकेपनेनों मासेोपरशीयावशावाबूनाकेफूलाखनमीकेवीजा|| छैमासेासनाइमक्कीड़ेदतोले।अंडीकोतेलहोत्तोले मिलाकेहुकना करै हकनासोतोकेधावको
औरपंचश कोगुणकरविधिरामसरागुलाब केफूलागुलनारछिलेजोराकरतोलेादम्मुलन खनायकाकीयावंरकोगोंदमासेले प्रथवागवंदूरकोगोंदागुलावकैफूला-अलसी
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के वीजावतमी केवीजाईसबगोलागुलावकाजी | एएकतोलाल्हिसोडेनगदशाकेसरदोमासेविदस्ता रकामलावरफुलरवाइ।। ..
॥फसलमष्ठाइसधाण खमीरोंकी दवाईयों में रखमीरहसंदलैनाहीस दिलीको ओरदिलकीघवण्डको औरचायकीज लनकोगुणकरैहै विधिामुपेदचंदननोंतोले। लालचंदन पाँचतोले।चूरन करकेएकदिनरात लावलम्राधसेरमें भिजोकोटावैनौरटाईपा वमुपेरभित्रीपीसकेमिलाकेोठाकैगावाकरले
खमीरागावजुवागदिल को औरमस्तक कोता कनदेऔरहोलदिलीकोनोरनचेतनताकोगुणक राविधिागावजुवाँकेपत्तेदसतोलाविल्लीलोटन पाँचतोले।वालछडागुलावकेफूलादंदन-चूरोए करतोलेोतिगुणोपानी औरदुगुनेगुलाबजल भि जीके नोटावेजवथाईरहै नवमलकेछानलेश्री तीनपाव सुपेदवरेकी चाशनीकरे औरकेसरचार मासेमहीन पीसकै मिलावैशाखमीरहवरेशम
हकीममुवारकन्टीन मेरेदादे का बनायाहुना है।। करीवों के राजा के लिये तैयार किया थानफरतको। दूरकरे औरवंदीताकतदेऔर अग्निकोवहाधै है। ॥विधासदजपन्नामातीलीनरमातीनदिन केवडे केयर्क में घोटेमिस्तंगी। रामतुलशी गुलगा वजुवाँछैि मासाकञ्चारेशमोतोलेचूरलकरके साधरकंदा कोचाशनी मदतीलेगावजवाधि
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लीलोटन के कार्ड मेकि होमिलावाखभीरहव नफशाशमेरेछोटेभाईहकीमसमान अलौका। वनायाहुनाहै के छातीचारपहलू के दर्द को और फेफडे के दर्द को गुणकरै धौर पिन के दोश कानि काले हैाविधिागुलवनका गुलाब के फूला गावजुवाके फूलतीनतीनतोले डेढपावकंद कूट केश्राधसेरगलाक्जलडालकेरवूवभीडकेपाका विजोगाडाहोजाय।
फसल उनतीसवी) तमापूके रखमीरों के नुसरकों के प्रकर्णमें अगली स्तोमतमाधूकी तारीफयानकार से लिखी है केया त्रा के दिनों में सिकंदरवादशकिलशकर में हवामी रवादीविशेषपेदाइईनोरलशकरीबहुत से भरनेल गे बहुत सेहकीमचिकितसिकाऔरइस रोग के दूर करनेदैरपेड और खुकरान ने नधूमो का जंगलदी। बकेधनीतमा)ीदेने कीतजवीनकरी मोबाकी धूया से फोन कीहवा और वायदूरहोगईफेरधूंनी को हवाकीलागसमझकै वाकी रिवाजोर रसम | जारी होगई फिरहरमुल्क में नस्के धूधाचनेकीधि धिपथकरतर सेठेरीनोरनानाप्रकारके दुषपेदा हुयेया कारणकरके अजीरनको दूर करना और पेय कीवाय पचानेवालीचौरमोह औरंगले कीतरीनि ||कालनेवालीोरमस्तककीनरीको भाने वालीह थाकारण थोडेसैनषेलिये आते हैं विभीर हपानडीपदोसेरगुडकी चाशनीकरकापसेर |
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तमायूकाचूरनकरके वामें मिलावैौरदोंनोंचंदर नागरातगरालोंगादोनोंदलायचीनिागरमोथा। वालछडालूडीलाानरकचूर छैरमासेापानडीछे तोले चूरन करके मिलायरा २१दिनपीछे थोडाय हरवमीरा वानमाधू में जिसमें वरावरका गुडमिलाके कुटाहो वामें मिलावैभवभीराकस्तूरीकावा लिसकस्तूरीदोमासेपानी में घोलके माधपावनमा धूकेचूरन मेंमलैऔरजायफलाजावित्री।लोंगाचा रभासेचूरन करकेपावसेरगुडकीचाशनी में मिला|| के वातमाघू में मिलारखंयोडायहरवमीरालेको तैयारतमाघूमें मिलाकेकाम मेंलावैगरवमीराशी नासापकायंत्रासाश्रीरएडपावरसेर चाशनीक रकेमाधपावतमाधुकाचूरनकरके मिलावैगखड़ी लावालछडानागरमोथा।कपूरकचीलांगाएक२ तोलाचूरन करके मिलाके माटीकेवासनवंदकर केराधेचीरदोतीनवरहाथ सेमलकेवाकेपीछत्ते। यारतमाघूमें मिलाके कामलावै॥केलानोरका चहल-खोररुदकारखमीराइसीप्रकारसेवनारा याजाताहैरवमीरासेवकागपावरसेवकाम पिावरसपातमाधुकरके मिलावै।छोटीइला यचीकेदाने सुपेदचंदनदोरतोलेाचूरन कर केमि लावैऔर माँटीकेवासन बंदकरके २१दिनताई। धरती मेंगाडे वासेपीलेनैयारतमाघूमें मिलाकेक मलावैपक्के मामलेतथागुठलीनिकालकेस परबैकारखमीराभीयाही कारसेबनातेहेंयोडीय
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हुत सुगंधित वस्तों के संगरखमीरहगुल कंदाएकसेर धूपको गुलकंद माधसरसूषो नमाधुश्रापसमें कूटकेमांटीकेवासन में भरके धरती मेंगाडेचालीसदिनपीछेथोडासातैयार तमामिलावैरखमीरहकनार॥धेरपके दो सेरण्डदोसेरपानी में पकोकेमल कैंयुठलीवेरे की निकालकेसेरभरसूषीनमाषूकूरकेभिला वैऔर २१दिननाईधरनी में गाडै पीछेतैयारतमा घूमें मिलावअथवा पक्कसूषेवेरकीगुठली| दूरकरके सौरगुड़-ओरतमाखू के संगटे औरयो ईदिनरषके काम में लावैधघटहो केजवकोईख भीएससनेलगताको सुगंधित अर्कमिलानामचि तहै। फसलतीसवीर रिवंजावमें यद्यपि रिवजाचके नुसषेसकडापत क्षहैं कितावीनुसघोकीकछ्दरकारनहीं है क्योंकि नीलकेपन्नोंसे कोई नन्नम नहींहोताहे परंतुणोडेस हलीरशुद्धनुसरवेलिजानेहेंस्विजावाह दी केसषेपत्तेएकभागाजंगलीनीलकेपन्नेपोचमा गप्रथकरसरमासाचूरन करके पानी में घोलके गावैचोरअंडकेपनावाँधारिखजावामीन नारकाछिलकाातथाविफलेकावकलाश्रीटाके नस्केपानी,वसमाधोलकेलगावैनोराधे| परिखजावासेलषडी।चूनासिंगमरमरकाशक ॥२भागाभुरदासिंगचारभागासुरमासाकर केराधे हाजतसमय पानी में घोलकैलगावैौरपानवों
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धारिखजावालोदकाचूरन एकभागागेंहूंका। चूनदोभागाधानी घोल केधूपमेंधरेंजवरवः। मीराहोजाय तवलगावैऔरचौधेपरिवजावा| विनाछेद केमाजूफलमाधपावाकालेतिलके नेलमेंभूनेजवलालहोजायसव कपडामुलके तेलदूरकरदेवैऔरकालीहडा पैसाभरानोवेका बुरादा पैसाभर फिटकिरीदो पैसाभरानोसा दरएकपैसाभरालेके चूरनकरके ओरविफला केकाडे के पानी मेंवरावरके में मिलाके औरलो हकीकडाईमें लोह के दस्तासेघोटकेगोलीवना कैराधेहाजत के समय मामले के पानी घिसके लगावैऔर भंडकेपन्नासेवाँधेनथवानों बेकाचूरापोचतोलेोकसीसालोंगएकरतोलाजा वाहडछटाकभरावंशलोचनईमासेोघड़ेभाजूफा लपावसेरामाजूफल कोपरकी क्रिया सेभूना, कैगोलीवनाओवाहीधकारकरिके काम में लावै॥अथवागहरामाजूफलमाधापावभून केतावेका चूणाजवादडाराकरछ्टॉकासुसे लघडीलोंगाएकर पैसाभराकसीसचारपैसाभा र लेकेम्परकी क्रियासेगोलीवनावरकामा मेंलावै॥हर फुलाला
...॥फसलइकतीसवी॥ इहरी हुईऔर अगलीदावाईयोंकीविधिभेदवार लमस्कामालीघोलीयाँमीएकी-नीरजलन और पिन चौरमनुष्यों सेनफरत औरहीलदिलीकोदूर
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करै विधिउत्तमकस्तूरीश्मासे केसरमा से।नीतीमासे।कहरुवा गाकीसौंकापन्ना रेशमा वंशलोचन मासे।गुलावजल में। घोटके स्पेधनिये केसीएमाऔरकुलफाके| वीजाधीराककडीकेवीजाएकर तोलामिलाके आधसेरसुपेदबूरेकीचाशनीवनाकेदवाईको बामेमिलावै॥दवायुलकरकमकलेजे
और तिल्लीश्रीरकफ केजलधर की श्रीरपुठों कीगाँठोंको औरवायकोदूरकर औरगुरदेतया। मसानेकोताकत दे॥विधिकेसरश्नोलेनिन बाला।वालाडा-अजखराअर्थातागंधीला नीसूरवतचीनीारवंदखनाईमासे चूरन करके श्राधसैररेकी चाशनी में मिलावावा युलकुस्तायाकाबनाने वाला शेखईसहै ।। दरपीडाचौरसातौरकलेजेकी पीडाको दूर करे|
विधिरामीठाकूटरतीले दालचीनीतिजाम नीसं-अजमोदानेवालाासवारमासेारेवनचीनी ॥छैभासेशहतखेढपावले दवाझलकिबियत गयाकावनानेवालाभेएदादामुंवारक दीनहकीम होनदरका जहरमोहरा है उदरचौरकलेजे और होकोताकतदे और पक्षाघात चोरलकमाचौरकी पनवायौरभूलकरोगोंकोस्वासचीरवाय-और शरीर की निर्बलताकोदूरकर चोरताकतकोबग चाविधि।गंधकसुर्धारतीले बालबड़ाडा तजामस्तगी। सोठालोंगाजावित्री माता का
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ली मिचीअजमोदानी अजमानाकालाजीरा जंगलीपोदीना नोनोमासे चौगुनासहतरवालिसा मदयाकुंजाराघाँसीओरज्वरोरन्जलाको
करैहै।विधिशापोलके डोडादाने समेतादो तोले।मुल्हदीछिलीहईधतमीकै वीजाबाजी केवीजासवेजोकुरकरकोतीनश्तोलावंमूरकोगों दाविहीदानोंसिवगोलाएकरतोलेलेकेसवासे। पानी टपहर भिजोवैऔर श्रीटाकेशनकेदाईपा वलाल बूरोमिलाके चाशनी कादहमरर्सावा वसूलीरवादीके औररोगीको गुणकरें | |सोरखीधर्मकोजारीकरे विधिप्रसबंद |
वीजावायविडंगादोरतोलेाकालीमिर्चाप्रकर कर।सुगंधवालासितजामीठाकूर डेढरतोलेके सरएकतोलेसहतसवसेटूनों लेगादवीदलबदें। निदरमौर कलेजाकोताकतदेश्यौरजलंधरको। शाकाविधिवालछडामस्तंगी कैसरदाल चीनीविंशलोचनागंधीलकीजडासुगंधवाला भीडाकूटानकासवेलकेवीजा-अजमोदाजएवं राछोटी इलायची केदाने नगररासववंएवरो रसवुके वरावरगुलावकेल तिगुने शहतमि लाताट्वाई जोडोंकेसुन्नपनदूर करने को तिजी के समयजोडों कीवर्गलील गाना चाहियेमकेशूलादिकमें जहाँकै तवीच्या तकोभरमकरनादरकारहोगविधिमाकाहको वीजपुरासानीजमायनोएकरतोलीचीता।
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अफीमतीनरमासे चिलगोजाजेसीगोलीवनावो) औरएकगोलीधायादवायुलहरभलाकफ।। को औरवायकलूजनकोगुणकरैशरगराकरने और कंठपरलेषकरनेसे विधिअसचंदामूली के वीजाहीगावीजावोलापापडीधारामोसाद सवा घण्वरलेके चूरनकरके वरावरके शहत में मिलावे।
दवायुलहलतीतागलावेजानेकोदूर के। ॥विधिकालीमिचीहीगाराई।केसरावध एवर औरसवकी वरावरशहतलेादवायुल रखनातीफ।कंठके कफकी पोरवाय कसजन कोगरगरीरलेषकरने सेंगशाकरेहै। विधि
जाचित्रीचालछडछैरमासाचनमोदान। निसानजवायना-प्रसवंदादालचीनीवीजावो लाएवंदप्तवीलानोंनों मासेगुलावके फूलामा जूफलाकरतोलोवाकिस्तरवतातीफामा थतिछोटेचमगीदडकीभस्मडेढतोलेोकेसर३। मासे तिगुनाशहतलेयादवायुलहलतीत गजहरीजानवरों के काटने को और डंक मारने की यहदवा पाने और लगाने से गुणकरे विधिाही गाततलीवीजावोलाकालीमिचीसवधरावर//
औरसवकीवरावरशहतलेके तैयारकरलेादा वायुलहाता|अर्भात कागलठकजानेकीदवा ईयहँकुचोलटकजाने को विशेषगादायकहे। ॥विधिगततरीकाविनाट्रिकेभाजूफलामी चनारकी कली।काक यामाईगलवकोजी
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रो। सब वरावर लेके सुर्मासा कर के कौसा के लिपटा वे अथवा सुपेद मिची वीजा बोल । तीन २ मासे । माजूफल छैमासे । चूरन कर के काग पर लगावै थवाः। चूल्हे की माटी सिरका में पीस के सिर पर लगा वैदवायसुखाला सदधकार की घोसी कोदूर करे ॥ विधि। ऐसेका घार ३ माथे । वंमूर को गोद । कतीरा मुलहट्टी मोनो माझे । सब की बराबर मिश्री ले के सब चूरन करके असा मुनासिव जाने वेसाषाय ॥॥॥
वायुलर बू ॥ स्वास खीर कफ की घोसी को दूर करैरा विधि॥ गुभ्यार पाठो १ सेर घारी नोंना ३ छो का देसी जमायन साधयाव । धीपर१ तोले सबको कोरी हंडी में भर के या कोमोंह पारी से ढक के उरद के धून से बंद करके धूप देवै अवसव की भस्म हो जाय! तव काम में लाये || वायुल फजल ।। स्वास के दूर करने में विशेष यज भाई है || विधि || वडीम् ली की जड़ टूक कर के बराबर के भागलीये शह त के संग मौदबधे देग में पका के ठंडे होने के पश्चात खूवमल के चटनी बनावे ॥ ॥ वायुल तूफ॥अ यति बुकंदर और सुर्षधूरे की इसी प्रकार सेबनावे ओ विशेष गुणा दायक और अजमाया है ॥ दवाथप सूता। श्रीरमीत को पुरण करें। विधि। कुदरू गो दनिर के चूरा पाँचर भास। निर्विसी ४ भासे । काढा कर के ४ रत्नी कस्तूरी घोट के पीवे ॥ दवाईप्रसूत । यौ रझोले की || विधि। कालेधनूरे के बीज रे मासे । सोठा काली मिर्ची ३२ माशे पानी में छोटी २ गोलीव
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नाव।मात्रारतरतथापक्रती के अनुसारविशेषले नानथवाणशिंगरारमाशेपानी में घोटकाकार लीमिर्चीसाभालू केवीजापीपरादोश्मासे।चूरनक रकेघोटकेगोलीवनावामानारनीदोकादवाया लजंजवील।अर्यात्सुहासोंटजोसीतकरोगों कोचौरपसूतकेरोगोंकोजोवहुधाकरको रस्त्रीकेव चाजन्ने केपीछेहोताहैजसको विशेषमुदायकहै|| विधिासोंठकीमेदार टीकासवासेरगायकेद्र धमेंपकावेजवगाडाहोजायत्तवपावसेरगायकेधी मेंभूनेऔरतीनपावसुपेदवूरेकीचाशनी में मिलावे . चीरनागरमोथाकालाजीराामुपेदाजीराधनियाँ सोफासोयाके वीजाजरकचूरासुगंधिवालालोंगा जावित्री।सुपेदचंदनापठानीलोदाहाधवरातेलिया नगरापीपरापीपरामूलाकालीभिएकरतोलाचू|| रनकरकेमिलावैचोरजोविशयरोगकोवलयानकर नाहोयतोमुनासिवमेवारिसोने चाँदीके वर्क भीयो डेमिलावैदवायलकनवीला पेट के क्रमोंको दूरकरी विधिनीमकेपन्नाावायविडंगावरावरको कवेलीथिोडीसोशहत मिलाकेधायदवायलद् रोजाइकीमश्रलीगीलानी संग्रहणीकोअज़माना पाहुयालिवाहविधिगतीतरकोमारकेवाकी मलामत निकालके पोछकेवातंतडीको रमनारदाना वरावरचूरनकरके वाकेपेट मेभा रके कपणेदी करकेजलावैजोकोयलाहोजाय वोरकोयलाकीवरावरगेईकीरोरीजलीहुई
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मिलाके चूरन करै-श्रीरजितनाचिनजाने मतना पिलावै॥
फसलबनीसवी। दरवहरहादाबहरहघोएवारकफवा तमोरशीत के रोगों को और कल जाऔरजलंध रकेरोगों को दूर करैऔरना लावै॥विधिागुड सेर १०चंबूरके पेड कोभीतरको चक्कल रात्री रवेरकेपेड कोभीतर कोवकलसेरपचारपाई। कोग्दोपावाभामरेपासेरानेत्र वाला नजा उस्तुरबुस विल्लीलोटनादालचीनी।सोफाईलमा छडाचीवचीनी नागकेसररासीतलचीनी रखुए सानीजमाता पाँचरतोलानीवूके ताजापन्नाान रंगीके ताजापनाकैरतोले औरमनंभरपानीडाल केपर केलिषेकी नरहे वनालेयपदरबहरहव सादरणकामदेव को धवल करें पोरनशालावै। -औरशीत केरोगों को और पावकीनगलीयोंके जो डकैदर्द को औरगठियावाय कोदर करैहै विधि
गुड सेर५भिलाये जो कुट करके पावसैराकाली हर्डीजवाहर्डीकालीमिचीपीपरापीपरा मूलाधाय कैफूलाहालोंके वीजादालचीनी,रतोले पानी २०रमिलावेदस्तूरकेमाफिक वनालेशदरवर। ह-अंजीरशकामदेव कोषवल करे औरनशालावैयो रिपथरीऔरतिल्लीकीसूजन को पचावैऔरपेटफूल जाने को दूर करेह गविधि।गुडीरापीलीयजीर |पावसेरामुनक्का लोहेकोमेलाजमायनाअजमो
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दादालचीनी खुरासानीब्रजमायनालगाचार तोलो२०सेरपानी मिलाकेबदस्तूरवनावैगहरफ लण्या
फसलतेतीसवी॥ रोगनों में जो लगाने सेमस्तक के रोग औरपी डाकोगुणकारोगनाकोकववि मस्तका की पीडाओरनिट्रानाशक कीजोंगरमी श्रीरखुर श्कीसेउसकोदूरकरेगविधिकाइके पत्तों का रसभागासुदतिलको तेलएकरभागनिला केपकावैजवरसअलजाय तव तेलकोठंडाकरके ललाट औरमस्तककै लग्याकरोगनक ह। इसकेलगाने सेप्तस्तक पीडागरमीकीची खुश्की नाककी-मोरनेत्रों कीजलनकोदरक रहै। विधिलंबी धीयाछिलका गूदे और। वीजों सहित कुचलकेउस्का रस निचोडलैनो रउस्केचौथाईभागका सुपेद तिलीकानेलमि लाके थकावै और रसजलजाने पीछेतेलकोका ममैलावै अथवा॥ मोठेवादामको तेलश्री रधीपागकातेलभीयही गुणरषताहै।रोग नसीमावा अर्थात् पारेको तेल पक्षाघात भी रकपनवायोरसवरेसीत विकारौकोदूरक रहे।विधिगपाधतूरे के वीजराकरतौले
और काले तिलोंकातेल होतोले।लेकेपहले तिलको खूबगरम करेजोलालूहोभाय तव डाकरकेधनरके बीजों कोमहीन पीसके और
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पारोमिलाके खूव घोटके कामलावरोगा। नकुस्ताश्चर्थातूकूटका तेलपक्षाघातकोत्री रलकुवाकोदूरकर ओरसीत केविकारकोदूरको रहाविधिकइला कटानकछिकनी। चीतो।
करकाशा मासेोपीपररावालछडाकोयला कीजडातजाडीलाानावाहल्दीलोंगा! जमायना-जमोदातगरासोंठानरकचूराकुमा दरूगोंदामस्तंगीतीनरमाशावावूनाकेफूलती। लेभर कडववादामकी भीगीरतोलामंडीके। चीयोंकीमीगी।तोलासवकोजौकुटकरके डेटपावपानीपहरमिजीके फिरनीटावेज वाधारहैतवमलकेलानलैनोरकडवे
औरमीदोनों लोकोपोनपोनपाव भिलाके फिरोगवेजवपानीजलनाय-श्रीरतलमान रहिजायनकाम सावैशेगनलुखवावा दोके तनजानेको ओरवावलेपनको प्रारजी निद्रानाबमाकोदूरकरैलानेधाने नाकमेंट पकानेसेविधि।फंदककी गिरी पिस्तामी बादामाकी भीगीसपेद तिलाचिलगोजाकी मीगी। मीठे धीयाकैवीजनकीभीगीरबरोट कीभीगीसवबावरलेकेवाझमरोगनकीवरNI हलेयारकरलेवारोगुनवलाद अर्थात। लिलायकैनेल जीसागवातपकी औरचर धांगवान-और लकवासथवाभीर रोगोंकोदूर करें औरपचावह।।विधिजटामांसी जायफ
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manamarwar
लाकालीमिर्चीतजाचीतो।पीपरामलाओवाहल्दी पीपरा नफलाभिलायासोंफाकडवाकूटानर) कचूराएकश्तोलाजोकुटकर के पावपानीमेंट पहरभिजोयराबानोराधसेरगायकोदूधचोर सुपेदतिलीकातेलाढाईपाव भिलाकेपकावैजव पानी चोरदूधजलजायतवतेल कोडानलारोग नचोवचीनी जोयक्षाघाताओरसागवातची रकंपनवायचीरगलोटेढोहोजानेको चौरजोडाको दर्दको औरउपदंशकीपीडाको श्रीरकफकेसवध कारके रोगोंकोदरकरैहै।विधि|चोवचीनीरश्तो लोशोरनजानकडवाराततलीपाँचश्तोले चिरायता छड़ीला जटामासीलेिजपातादीनामरुमाजिरावंद| तवीलायकरकरातीनरतीलेाकूठ कडबा१०ताले ||सवकोजोकुटकरके रातदिन ५सेरदरियावकेपा नीमें भिजोवैषीरसरमौकातेलांगुलरोगनांवाचूना कातेलाधरसेर और भिलायेकातेलोरचमेली कातेलाचौरसोयाकालाडेढ२पावभिलाकेपकावे जवपानीजलजाय तवतेलको छानलेचौरजासम यकाम मेंलविवासमय थोडीमीमगाई वा यास| वच मिलाकेकामलावतीविशेषवलवानहोजा यारोगनहरमलानर्थात्यसपंदकातेलाजो कंपनबायको औरजोडीकेतनजानेको मोरहाथ। पावकेभारी नेकोनोरबायकफकीपीडाजीकिसीNI जोडनथासवशरीर में होय दूर करे विधि असपंरजलाहुम्मा१२वारहतोलासाठतोलेपाव।
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सेरपानी में पहर भिजी के श्राधसेर तिलीकेतेल में मिलाकेपकाजिव दवाजलजायसवतेलको छानकैचोरनायफलना५कोसुर्मासाकरकेतेल में मिलाकरावेचौरजवतेललगावैलवांडेपानी|| सेशरीरको बचायेंण्याऐगनकुचलाएगठी | याके दर्द कोऔर दूसरी पीडाचौका दूर कराविक धिाश्रफीमरतोलागायके पाव दूध घोलके
औरकुचलानाग१० केतूकरकरकेमिलावैऔर काले तिलों का नेलडेढ पोव मिलाके पका वैजवा दूध और कुचलाजलजाय नवतेल को छानलेग
... फसलचौंतीसवी॥ काऐगदूर करने के तेलारोिगनाकर्णपी डाकोसोरबहरेपन कोगुणदायकहै सोरञान। मायादुजाहाविधिराजमायनरखुरासानी सपंदअलाहमादी२ नोलेनाधसेरपानी में पह|| रभिजोकेश्रोटावेजवनीसराभाग पानीरहेतव || लकेलानले श्रीरवापानी में सुपेदतिलीको तेल साधधावमिलाकेपकावैिजवपानीजलजायसव नेल छान के रघुलेश्वोरगरम करके कान में टपका विरोगनतुर्व।सर्यात मूलीका नेलविधि गमूलीकीजड कुचलके नरकाडेटपावरसछान लेचौरसानपावमुपेद तिलीका तेलमिलाप कावैजवरसमलजायसवतेलको छानलेचौरा नगुनाकरके कान में टपकाबगरोगनाजो कान केशरीरभारीपने कोदूरक विधिगशाला
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कोहलीकी भीगीरतीलेधतोलगायकै पिने पी सके तोलेगुलरोगन मिला केपका जवपानीज लायनवनेलकोछानलेनिथवाशप्रथम९॥ नोलेवाबूनाकोनेलकैतोले मिरकामें मिलाके || पकाकै कानधपारालेके घोडीसीबूदेवानेल कीशुनगुनाकर के कान में टपकावै
फसलतीसूवी वाले पेट केदर्द दूर करनेतलौरोगन॥बनायाह माशेरअलमेरे पिताकाजीकेई वेरपाकोजमा लीयाहै पेट कीपीडाको पीरम्भूलकीर पटक फूलमानेको चोरनजीरणकोदूर करहै।विधि जटामासीपीपरामूला बाबूनाकैफूलाततली सोयाकेवीजाकलाजी मस्तगीरकर तोलेोका लाजीशापोदीना अजखराडेठरतीले सवको। माधसेर पानी में भिना के सोगवैजवचौथाई। भाग रहेनवमलके छानले औरनसमें श्रृंडीका तेल और सरसोंकाकडवानलएकरछठकमि लाके पकाये जपानीजलजायतवतेलकोयाना लेऔर काम में लाने के समय थोडायलमा वा इन्द्रायुनं घोटके मिलावै औरगुनगुना पेटमा परलेगावै॥रोगनाअजीरणको दूरकरेही विधि।इन्द्रायनाक तोलाएलमा?मासे पकावै ओरलगावैरोगनपेट के दर्द को दूरकराविधिासहजनकपडकीकालास
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वधियानलबडी के नेता
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भालू के हरेपनामाककेपलाध्चारश्तोलेकुच लरस निचोडेवारस में छतोलेसरसों का तेला लकेपकावेजवरसजलजायनवकामलावैतो सुधारामहोय॥
फसलतीसवी॥ गिर पड़ने की चाटों आदि औरतलवार के घाव कोदूर करने केलेलों मेंगरोगनदेवदार अग ले लोगों की क्रिया औरमातवरपुस्तकी संपत्यक्ष हुईहै जो चोटलगजानेको ओरगिरपड़ने कीची टकीसूजन की औरपीडाकोदूरकर औरधावभर लाने करामातकीजगहहे लैंपकरनातथाटप काना तथाकपडापारुई भिजो केमसअस्थानप रषभाराचाहिये।विधिाओवाहल्दीदेवदार मुल्हटीदारहेल्दी दोर तोलोरखूवचूरनकर यो रोतोलेभाउके मकानकायोमिलाके थोडी दरघोरकेपावपानीमें मिलाकेपकावैजवा घापानीअलजायसवडेठपावतिली कातेलमि|| लाकेबदस्तूरमंदी-माँचपरपकावैजवसवर पानीजलजाय औरतेलकालानपडनेपावेतव
आँचपेसें उतारले नीरहकीभगीलानीनेअप नेतजएवातलिषाहै केजोयानेल में वहरोजा मिलाकैलणवैनोराहीमाके कोतथा पुराने
औरददी को दूर करें औरजोसीतलाकैफर फोलासडगयेहाँ औरउनमेंघावृपड़गयेही तो योडाकपूरउसमें घिसके लगावैरोगनशे
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रवसुनेनानाजोधावनासर बोरववासीरको दूर करैयोरसरदीकेसोथकोपटकदेौरजोडी। कोपवलकरेंसौरजोयातेलकोचायतोश्तीसारमा दूरहोय॥विधिनिर्विसी।मुपेदकस्याजायफल सुपेदालादारहल्दीझाकीलकडीदेवदाराम हिक कीजडावहरोजााहर्डीबहेडाानामलेाभव नसाबमर की छाल दोर तोलाकोलमिचीसुपा री.चोवचीनी मेथी।छप्परकानाराम
आवाहल्दी एकरतोले।महेंदीकेहरेपन्ना। ककरी पानाडेटर तोलोसवकोजौकुटकरके३सेरपानी मेंपकावेजवचौथाईपानीघाकीरहेतवद्धानलाओ रमोमपाईनश्काहरतालाशिंगरफामुदसिंगासुपेद रालाकैमासेचूरन करकेमिलानोरटाईपावति लकातेल मिलाकेपकावैजवपानीनरहेतवनतार केराघायवायहतेल चोटधमकनोरजनके|| घावोरसूजनके दूर करने में 4ज़मायामा ॥विधिशमहिककीजडा देवदाराबंदूरकेपेड की। बालामावाहरूदीहारहल्दीदोरतीलेाजोकुटकर केसाधसेरपानी मेंरातको भिजविचौरसवेरेंडेटा पाव-अलसीकोतेल मिलाकेपका वैजवपानीजलमा जपतवतेलछान के काम में लावै॥
फसल सेंतीसुवी। -इन्द्रीकेरोगदूर करने के नेलौरोगनमोरव गानाअनि टीकातेलजोइन्दीकोसरवत श्री रमोटा करैत्रीरलंबाकरैऔर कामदेवकोपवलक
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रै मोर चित्र प्रसन्न करें चगर चढ़नाउमेद भी होग या हो ॥ विधि ॥ चमेली का तेल -आध पाव एकशी शी में रष के कवरस्थान की बडीबडी बैंटी एक सो ले के वामें डाल के ४० दिन धूप में राधे फिरइन्ट्री पर खुजला के लगाया करे । रोगन खुक।। र्थात गोष, रूका तेल जो वीर्य को गाढा करें और कामदेव को प्रवल औरम साने और गुरदे की शुद्धी करें। विधि ॥ बडे गोषु रू ताजा को कुचल के उस्कारस निकाले डेढपा न और गाय का दूध डेढ पाव और सुपेद तिलीकाने ल पावसेर और छठोंक सोंठ का चूरन भिला के मंदी यांच पर पकावै जव दूध और रस जल जाय तुव तेल को छान ले और जितना चाहे उतना माया करें। रो गन ॥ यह मेरे छोटे भाई समान खली हकीम काव नाया हुच्या जो या का लेप करना इन्ट्री पर कामदेव को वढा चै और रंगों की सुस्ती को दूर करे और जोडों कीषु स्की -थोरनसें बाहर निकल खाने को विशेषमुत्तमः दैविधि सुपेद चिरमिठी का छिल का। सुपेट् फू ल की कनेर की जड़। असगंध नागौरी। तजा दान्म श्री | नी। अकर करा । ताल भपा ने । उटंगन के वीजा इन्ट् । जो। यस बंद। कलोंजी। प्याज के बीज बिनोले की । मीगी। मालकांगनी । घोड़े के घुर। कटे हुये । छेश्मा से। चिरोंजी । चिलगोजा । ऊँटकटारे की जड़ देवदार मगर| काली मूसली एक २ तोले। आय फला लोंग | रसकपूर। धनूरे के बीज । तीनर मासे। अफीम२ मा से सब को कूट के । डेढ छटाँक भेड के घी में तथा गाय
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केघीमेंभल के ओरमुगी के भंडानग० कीजरदीमें मिलावधोरसीसी में पहपके पीछे पहलेदस्त। रिकेमाफिकतेल निकाले और कामला
....फसल अड़तीसवी॥ . वालोंकेतेलकेषकर्ण रोगनाजीवालॉकोले वाकर चौरसाहकरे और गिरनेनदेशाविधिह डीवडामामला दोरतोलेोपरशीयावसोग रकचाएकश्तोलाघर केपन्नाभीठेचनारकेपत्ता महेंदीकैपन्नाचंभूरकपन्नााहरएकनाजातीनरतो लापानीसेरएकमें धीयवेजवेतिहाईपानीरहेनव छानले फिरजसपानी सुपारीमौकुटकेतीले। रूमीमस्तंगीसोलेभरावंशलोचन पैदाछैमासामु पिद तिलीकानेलपान्सरमिलाकेपकावेजवपानी जलजायनवतेलछान के शीशी मेंकरराषे गरोगनवेलैयामात अंडे का तेलजो१५ दिन मवाली कोजमावेहविधिारवर पूजा नगर अधकचरा में छेदकरके उस्के वीजनि काले सोरसुगी केचंडानग१० कीजरदीचौर नोलेभरलोहचूरारतोलेवरकेनाजापला औरसरसर्किलचाभरके उस्कामोहवायके कपरोटीचडायके पहरगरमभाडमेंरावणात कालमाटीदूरकरकेओरगड के मरहमजैसा बनाले चोरलगावैरोगनाजीवालों काल वाऔररखूबसूरतकांविधिगहडीवहेड़ा मामलानिंगरमोथाजटामासी छलीलााए
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करतोले।गुलावकेफूलानरकचूराकपूरक चछैमाससवकोजोकुटकरके औरसपेद। तिलीका तेलडेढपाव में मिला के शीशीर वेचौरथोडे दिनपीछेकामलावरोगनाजो वालों कैफठजानेकोोर गिर पड़ने को औरचा लोकीजडकी धुजली कोदूरकर विधिया मले।महेंदी के ताजापन्नाविभरकेताजा पन्ना दी नोले।पांबसेरपानी में नोटावेजवचौथाईरहेत|| बमलकेचानके सपैदतिलीका तेल पावभरमि लाकेपकावैजवपानीजलजाइतवतेलकोछान ले।औरउस्में सेवतीकेफूलाछडीला गुलावके |फूलातोलातोलामिलाके कोम मैलवेधूपमेंराषके
फसलउनतालीसवी. जरूक अर्थात् पिचकारी जो स्त्री और पुरष। कीन्द्री में चला जाय।जरुका जोसजा ककै नयेोरपुरानेघावकोदूरकर है।वि। धि॥ फिटकिरी तोलालीलाथोथामा दोनों कोभन के सेरभरूपानी में घोल के शीशी मेंभरराषेओरनित्यपाँचचारवेरकामलावे श्रीरभून्नान चाहेनोश्रीटाके काममेंलाची ॥अथवाज्यहनेलमसानेचौरबन्द्रीकेघावा कीय-च्छाहे॥विधिमवंबूरका गोदाकतीरा निशासताराबादीकीमसाएकरमासेोषीराकक डीकेवीजनकीभीगी।वंगदोरमासेशीरखिश्त
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छैभासेलेके लंबीतियूटी गोली राधै ओरसमयप रलडकीकी माकेदधतधावकरी के दूधमें घिसके इन्द्रीके छेद मेंटपकावे॥थवाणयहसोजाक केघाव दरकरने मेंयाकीवराधर कोई नही हें।वि धिगसफेदराकाशगरी कुदरूगोंद।फिटकरीभुना। वंमूरकागोंद। निशासतादम्मुलचरव बेनासवव राघरलेके नीम के ताजापन्नों के रस में गोलीवना राधे। समयपर लडकीकी माकेदूध तथागधी अथवाव करीकेध धिस के काम में लावैथवागसुफे। दा काशगरी। गेरुतोलेभर।चोषी-अफीमनोमासेोली। लाथोथाछैमाससुरमासा करके दूधनथा पानी में। घोटके पांचचारधेरदिन में नित्यकामलावैध थवागन्यहपिचकारीसोजाक केदूर करने में च्छी है। विधिमुपेद फिटकरी|गेहूंकासन्नावंग। सव वरवरपरलकरके वकरी के दूध में मिलाके का मलावैथिवागहईका छिलका आमलावि एवरलेकेऔकुट करके रात कोपानी में भिजोके ठंडा हीतथाकाडाकछान के काम मेंलावै॥
॥फसलचालीसवाण. सकतमें अर्थातनाकमेंटपकाने कीदवासकत जोसरसामोरगरमीकीमस्तपीडाकोगुणकरैहे। विधिवनफसाका लवादामरोगनाघीथाकाते|| लोकाइकेताजापनोंकारसाकासनीकेताजापोंका रस वेटीकी माकोदूध सववशवरलेकेशकसीसी में डाल केरवहलावेजोसवमिलजायफिरकाम में लावै।
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गुणाइन चीजों में सेंएकताया दोचीजकाल अलावतोभीगुणकरे है।सकतगायोंके नीचें येराआने कोचौरसरी मचकराने कोदूर करें॥विधिकूट कामेल छै मासेोधरनी कस्तूरी घोट के काम मेलावै॥सकताजोल काऔरपक्षाघातकोसणकरेंगविधिएल्म वाकलोंजीपपड़ीघार वरावर लेके चुकंदर केरा समें घोट के काम में लावै॥सकताजो मोती। याबिंद को दूर करे विधिारनीकस्तूरीमासे भरोलराजालछडा मासे काय फलोलेकेगो बालीवनारा औरपानीधिस केनित्पराकदो बूं दनाक मेंटषकाबासमताजोनकसीरकोवे दूकरै॥विधिकागजजलाहुनामुगीके
काछिलकाजलाधामाजूफलजलाइञ्चा सुर्मासा पीस के धमूर की ताजापनी में घोटकै काम मलावै।यवावमूर की ताजापनीविर कीमाजापनी मीठे अनारकी नाजापनी कुचलके रस निचोडया टपकावै और मायेके लगानाभी गुहादायक।
फूसल इकतालीसवी॥ सन्न अर्थात मंजनासनून जोमसूडोंके घाव औररुधिरजानेको दूरकरे ओरदातों कोमा जवूनकरै|विधिसुपारीजलीहुई। गुलनार। वारहसीगेकैसीगजलेहए।तरीकजले हुए। तकीजडासुपेदवंशलोचनामाईपलायकीक
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गरजलायायको किवदासबबराबरकरार
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ली। वडीहईजीगुठली दोरमासादरमुलचरवा नालोवानमुपेदानागरमोथा तीनरमासाफिटकि रीभुनीमासेासबकाचूरन करके मसूड़े चोरदातों| परमले असनून जोमसूडेचोरदातों को मजबूत करे। विधिनागरमोथा।गुलनाराततरीकात्र गरजलाहमाफिटकरी।सववराघरलेनी नथवा लीलाधोयेको किसी नेल में रोमाभूनेजोजलनेन। लगोसोंठाकत्यामुपेदासववरवरलेायथवा॥ यहदर्द औरतोंकेविशेषहलने को दूर करे वि धिामस्तंगीमाजूफलासुपारीजलीदुई प्रासाचोवचीनीवस्थापपरण्याएकरभासालो हेकालरतोलालोलायोप्याभनाभासे लेके मनजनकरेकेपीछेश्वेर सुपेद तिल के तेल केकल्ली करै फिरकेईबेर गुनगुनेपानी सेकुल्लाकरे और पानकीवीडीघाकेपीके को दूरकरै॥अथवा यहमनजनदातोंकीपीडाओरनिर्बलताकोहलने औररुधिरनिकलनेोरमसड़केघावको दूरकरी विधि सेलषडी माजूफलागुलनारराफिट किरीभुनी।कन्यासुपेद। वंशलोचनपेदाहीरा। कसीसागरमोथा।अकरकरारेवंतचीनी जली|| हुईमूस सबबरावरले प्रथवादानों कोमजनू न करै योरजन कोरंगको निवारे-और मोह कीसुगन धितकर विधिमाजूफलामेंट सशुद्रफेन पीपलाइलायचीकेदानेदीरमाने।साभरनोनभु 1.भाशे गरजलाह-आमाशे जोशलेहरा
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एमासेले के काम में लांच अथवायहमंजन मोहको सुगंधितकरैःोरदाताकोमजदूतकरै
और निधारन्योर मसूडोके मान्सकोजमावैमोरम जबूतकर विधि पारी कोडीनगभस्म करके समुद्रफेनासजीसेंधानोंनतीनभासे जौजले हुए सोरगरजलाहुचायकरकरा सीतलची नीपाँचरमासोलोंगरमासेलेिके काम में लावै।
अपवादातों को मजबूत करने में यामंजन कीतुल्ानही हैं।विधिहडीवहेडााग्रामलासों मिर्चीपीपरा मेजूफलापतगासेंधानोंनाकालानों नासाभरनोनालीलाथोथासववरावरलेकेजेसें हिंदी वैद्यक में लिषादोहा॥ त्रिफलाबिक बाटातलीयातीनों नोन पतंगादोतवनसमहीन है।
भाजूफल के संग॥९॥ अथवा यह मंजनके गाईचर-जमालीयाहैजादाँतों की पीडा-ओरह, लने कोदूरकरे॥धिधि कुचला को कोइल मामलेोतास केचीजोंका कोइलाएकरतोले काली मिर्च सेंधानोंन? २ मासे लेके मंजनक र औरयाके कपरकुल्लानकरै-ौरपानकीची डी-चावैतीतुर्तहीअधिक गुणकरें।
फसल व्यालीसवी सनूनचर्या तमिस्सी के भेदों में मिस्सी जोदाँतौरभ सड़ों को मजबूत करै ओरसुगंधित करे॥विधि
लोहचूराहतोलेाहरामाजूफल४तोलेाली लाधोथाभुनातोलोसुपेदकेस्थाश्तोलाछो|
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टी इलायची के दाने छै मासे चूरन कर के काम में लावै ॥ अथवा ॥ लोह चूरा पाव सरे । बिना छेद। के माजूफल पाव । छोटी इलायची छिलका सहित। लीला थोथा । लाल कल्या एक२ तोले। रू भीमस्तंगी। हीरा कसीस । सोंना भाषी । चार मासे लेके मिस्सी बनावै ॥ अथवा ॥ तांबे का बुरादा ! अनार का छिलका छटाकभर माजूफल शातो ले। फिटकिरी तोलेभर लेके काम में लावे ॥ सय वा ॥ यहमिस्सी दाँतों को मजबूत करे॥ विधि ॥ मस्तंगी। माजूफल। हीरा कसीस । माई। वडी हर्ड को छिलका। फिटकिरीभुनी। लीला थोथा भुना । मोल सरी के पेड़ की छाला सवबराबर लेके भंजन करके मोह से लार टपकावै ओर ऊपर पान पाके लार को दू |र करे || मो
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फसल नेतालीस वीभ
सिकंजवी में || सिकंजवी ॥जो पित्तकी धवल ताचैौ र कलेजा की गरमी मोरे तृषा और अचेतनता खोर मोह के कडवाट को दूर करें और नसों की गाठों को। घोले और पेसाव जारी करें | विधि॥ मालिस सिक पाव सेर। ढाईपाव सुपेट् घूरो। याग पर रष के छान ले मोरचाशनी करके जो चाहे के विशेष बलवान होतो सिर्का को बढा दे ॥ गुणा । जिस शरबत में सि कभिलाया जायजस्का नाम सिकंजबी है ।। जेसें शर वत वजरी सर्द मेंजो सिर्का मिलाया तो सिकंज़वीन वजूरी सर्द हो जाता है और सादह सिर्फ जदी का गुण
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उस सरबतसे विशेष होजाताहै। और इप्सीपकार सेसिकंजवीनवरीगरमासिकंजवीनवरीमाधि लऔर सिकंज वीनदीमारीमादि।सिकंजवी नयनसली।कलेजेकैनौरतिल्लीनोरनसों कीगाँकेकडेपनको योरस्वासकास औरगा डामलहोजानेकोदूरकरै॥विधिप्याजमसल मासेाबासकीधाँचसेटूकरकरके पोनेटोसेरसिळपालिस में मोटाव मोरमलके छानके टाईसरबूरोसुपेदमें भिलाकेचासनीक रैऔरजोविशेषवलवानकीया चाहेनोप्याजकी भावे हिस्से के हिसावसे परसियावशांभीरजू फासूषी प्याजकेसंगचीदावैचोरजोसिकायोडा करैतोपानीभीमिलायकेदवारबूवपकजाया सिकंजवीनरम्मानीगजी.चरकीजलनयो रजिगर औरउदर कीगरमी कोदूरकर औरप्याः सकोभुजावैाविधि।सिरकाघऔर मीठे अनारकारस पावर सेर गायकोदूधमाधसेरपटा ईसेफाडके जितनों बाकोरसनिकलेओरछटों भरमरिश्कासव मिलाकेनीटावैजवनाधोवा की रहे तवछानके तीनपावबूरोमिला के बाश नीकरोसिकंजचीनविदीजीजदरकी गर मी-और अजीरणको दूरकरे॥विधिगधूपका वनागुलकंदपावसेरोपाचसेरगलावजल में पीसेोरपावसेर सिरका मिलाके खानले चोर | बासनीकरले।सिजेवीनइफनीभूनीus
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जोवावलेपनको और जिस रोग में मध्यनचच्छेले गेवारोगचौरमिगीरोगको जुलाव केद्वारगुणकरै ॥विधिअमरवेलक्सिफायजापिस्तीमुनि ||सोतागावजुवा के पन्नाा परसीया वसोकासनी केवी। जाराम तुलसी।विलीलोटनाछेरमासे।धूपकावना गुलकंदापनोलोसिरकाखालिसप्राधसेरचौरपा बसेरपानी में चारपहर भिमोले-चौदावै फिरखान के आधसेर रेकीचाशनीकरै।
फसलचवालीसवी॥ सफजिमरोग में मनुष्यनसुहायवाको औरहो लदिली चौरजीचर कोभोर मस्तक पीडाजोगी मी से हो उस्को दूर करविधिसूमोनियोंरतोले गावजुवा केपन्नााग्रामलेामुनक्का।गुलावके फूल|| सुपेद चंदनाएकरतोले।१० तोलामुपेदबूरोलेनों
थवागमुलगावजुवागुलनीलोफर गुलावा के फूलोछैश्मासादोंनो चंदनतीनरमासेसिसोध नियोतोलेभरासुपेदवूरोतोलेले सथवागणुका लावकेफूलामुपेशेवेलोचना कपूरतीनरमासे।। सबोधानियों के मासे जौकासन्नरतोलेागोरक्षबा की वरावरसुपेद मिश्री लेनीायथवागबनीके। फूलागुलाब के फूलाएकरतोलेगावजवाके फूल || गुल वनकशा,रमासासुपेदचदंनारेशभकच्चा नोरमासे औरसवकीवरा बरसुपेदमित्रीलेनी।
फसल पेंतालीसबी। जलावधोरमलकैदूरकरने में सफूफ अर्थात घूरने
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माझे
में ॥ सफूफ॥ जो वाय के मल को दूर करे ॥ विधि स नमक्की। समर वेल | सुपे निसोत । छिली हुई। छूना गारी कुं नोंश काली हर्ड । गुलाव के फूला विसफायज । फिस्ती। अर्थात्। पिस्ती छै मासे । रेवन चीनी ३ मासे ।। और सन की बरा वर मिश्री लेनी ॥ सफूफ]] जो कफ के और वाय केमल को दूर करै॥ विधि॥ सनाय की पत्नी तीनों हुई। वहेडा | सामले । सुपेद निसोन एकर तोले। सोंठ छै मासे । सेंधा नोन २ तोले। लेना ॥] अथवा ॥ का ली हर्ड | बडी हर्ड। सोंफ। गुलाव के फूल। एक तोले स नायमक्की । नों मासे इन्द्रायन ३ मासे । और सब की चरा व र लाल बूरो लेनों ॥ सफूक ॥ सनाय ॥ जो पेट के दर्द और शूल को गुण करे मोर गाडे मल को निकाले ची र पेट के कीडों को मार के दूर करे || विधि || सनाय । सोंठ | वडी हर्ड। कालो मोंन। सव बराबर लेके चूरन करै श्री र गरम पानी के संग फां के ॥ सफूफ़ तुर्वद् ॥ अर्थात ॥ निसोन का चूरन जो दस्त लगावै और उदर को वल प्रा प्त करे ॥ विधि ॥ सनाय भक्की । अनारदानों । डेढ तो। ल। सोंठ। साँभर नोंन । निसोन सुपेदा सोंफ। एक तो ले लेनी ॥
॥ फसल छियालीस वी ज्वरषांसी नजला - और रुधिरथूकने के रोगों को दूर करें || सफूफ॥ विषमज्वर दोश ज्वर घाँसी ओोर गरमी के नजला को गुण करें | विधि ॥ स्वतमी के बीज गुल नार चार २ मासे । कतीरा । निशासता । वंमूर को गोद।मी |ठेधीया के वीजन की भीगी। तर बूज के वीजन की मीगी।
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मुलहटी कासन्न । सुपेद वंशा लोचन घीरा के वीजन की भीगी गेरु । सात २ मासे । वाकला के बीज छले हुए। पोस्त के डोडा नीन २ मासे । के कडाअला हुआ। और सब की वर वर मिश्री ले ॥अथवा ॥ यह चूर न घाँसी के मुवाद को पका के निकाले है ॥ विधि ॥ खतमी के वीज । बंबर को गोंद कतीरा वंश लोचनस् पेट दोर मासे । मुलहटी कासन्न । वीह दानों । खुधाजी के वीज निसासता। वादाम की भीगी। तीन २ मा । से । पोस्त के दाने । वाकला को जून चार मासे। श्र रसब से ध्याधी लाल चूरो ले ॥ अथवा ॥ यहचू रन रुधिरथूकने को गुण करें | विधि | अंजुवा र की जड़। दम्मुल रन वेन । निसासता । मासे । कुलफा के वीज भुने। बंबूर को गोद। कहरुवा । का हू के बीजा का कीया। पोस्त के दाने । कतीरा 15 मुलहटीका सम्मा रु। सुपेद चंदन चार मासे क पूर३ मासे । के कडा जलाहमा । नो मासे और सभ वसेंाधी मिश्री सुपेद लेनी ॥ अथवा ॥ सेलष डीभू सुगंधित पोस्त के डोडा । दम्मुल व वेन ! कहरवा । जुवार की जड । पाँच२ मासे । निशा । सता नभासे । सब की वरा वरसुपेद मिश्री । लेनी || यथवा ॥ यह चूरन कीफक्की र्षोसी औरस्वस/ कोदूर करें। विधि। मुलहटी | पीपरा कर करा वंस लोचन।सव की बरा वर लाल वूरो मिलाके सोने समयजितना । चाहे उतना घाय ऊपर से थोडा गरम।
पानी पीले ॥ यथवा देशी-अजबापनाघारी नीं
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नदोरतोलेापानी पीस के नौरथाक केपनानगर परपीलेहो के गिरपडे हों लगाकेतहकरके सुधावै औरएक कूलडामेंषके कपरोटी करके जलावेठस कीभस्मयोडीमूह में राधेतीवहतजलदी-नारामही
अफसल सेंतालीसवी। उदको बलदेनेवाले श्रीरभोजन पचानेवालेात्री रवादी-ौरवायगीलाावायशूलदूरकरनेवालेचूरनों मसफ॥ उदरकोषनधान करै विधि। सीतलचौनी जटामासीनरकचूरारूमीमस्तंगी। मी अनारकेशने विजोरेकाछिलका।पाँचश्मा सेोलोगजावित्रीनीनरमासे।कच्चाऋगरतोलभर
औरसवकीवरवरसुपेदरालेनसथवा पहचूरनजदर के विगरजानेको चौरजलनकाऔर अचेतनता कोदूरकरे औरभोजनकोपचावैौरमों हकीरगंधीको दूरकरैदिलीरमस्तकको वलया प्रकाविधिगतजापवजाचगरातगरामस्तगी जवाई। राम तुलसीकालाजीरादालचीनी छडीला दोनोंइलायची। मिर्चीपीपर।सोहा लोंगायफल। भीगेश्यनारदानों सववएवरोरसवकीवरावरमि|| श्री लेनी सफवजूरजदरकोवलघाप्तकरे नीरवायको दूर करे विधिाकालाजीयातजाश्च जवापमानजमोदावडी इलायची केदानेछन्मा सोलोंगरमासेोप्तोंडापीपर पाँचमासोचौरसवसेडी बाखूएलेना।सफफाक्षुधालगाने मेंश्नपनेतुल्य नहीषताहविधासाभरनॉनश्राधपावफोडके।
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किसी वासन में रष के आँच पर धेरै और जालिस। सिरका इस के ऊपर छिड़ के मौर लकड़ी से हला तो जाय जवयाध पाव सिरका सोच आय नव जता | र ले ॥भुनाधनियाँ | जारिश्क । भुना अनारदाना नं तरीक। एक तोल मिला के घूरन कर ले ॥ अथ वा ॥ पोदीना रूषो ।१ तोले। काली मिर्च छे मासे ।" अजमायन। सोंठ। वाय विडंग। लोग तीन मासे ! सेंधा नोन नों मासे लेना ॥ सफ्फ हिंदी हिंदुस्ता नी वैद्य का चलाया हुच्या क्षुधा लगाने में अजमाया खोर अपनी तुल्प नहीं रष ता है ॥ विधि॥नकछि कनी। मूली। पोदीना । कटेरी। नाक का बारमथक २ निकाल के सब बराबर मिला के। अजमापन का
तर तथा दाल चीनी के स्तर में मकरो के सूरन बना लैवै ॥ सफूफ नमक सुलेमानी। जो भो जन के पचाने में अपनी तुल्प नहीं राम ता है और जो मुर्गा के खंडे की जदी में मिलावै तो कामदेव कोश | वल करें है || विधि|| काला नोन। सौभरनोंन । ला होरी नन। नोसादर सात २ तोले | अजमोदा वनमा यन। काली मिर्च | सोंठ। लोंग। कालो जीरो जाय फा लाजावित्री । एकर तोले जो कुट कर के आाधसेर घालिस सिरका डाल के मोटावे जो सव एकसा हो के सूघनाय तव सव का चूरन कर ले || सफफ ॥ जो उदर की तरी को दूर करें खीर भोजन को पचावै ॥ वि धि॥ दालचीनी | नागर मोथा । अगर। अजमापन | सौंफ बताई। काली मिर्च । पीपर। छोटी इलायची
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सेवन करे
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के दाने | पोदीना । अनेसं । धनियों भुनों । कालोजीरो भुनो। सोठ । मस्तंगी। सद थराचर और सव की वरावर सुपेद वूरो लेना || सफूफ ।। वाय गोला और विशेष | डकार भ्याने कोदूर करै ॥ विधि|| मिर्च पीपर। सोंठ कालाजीराज मोद। हींग। सेंधानोंन । सव वरावर) लेके चूरन कर के राये चौरजैसा मुनासिव जाने जोभी जनके यादि अंत में ।। अथवा काली मिर्ची राज | माथन। मूली का बार। सव बरा वर लेके चूरन वनावै। | मोर थोडा २ घाया करें ॥श्रथवा ॥ सजी। जवाघार कारो नोन। सोंठ। कारो जीरो । बाबूना के फूल । सवव रावर लेके चूरन बनावै ॥ [1] फसल
तालीसवी
जो दस्त बंद करने के सफूफों में । सफ्फ। जो पेट के | नरम करने को दूर करै ॥ विधि ॥ तैतरीक। यजमाय ना सोंठ। अनारदानों भुनों। जरीएक बेर की गुठली की भीगी। सब बराबर - औरसव की वरा वरघूरो लेनों ॥ || सफूफ || जो दस्तों को बंद करें। विधि। गुलना र। बंबूर को गोंदभुनों । हद्दुल्लास। तंतरीक। गुलाब का जीरा । पाँच र मासे । भुनों नारदनों । नों मासे । श्र र सबकी वरावर सुपेद वूरो लेनों ॥ सफूफ ॥ जोसं ग्रहणी को दूर करें || विधि काली हर्ड भुनी ॥ तज वेल गिरी। भुनी सोफा पोस्त के डोडाभुने। सुपेदराल मरोरफ ली। धनियों नागर मोथा। ग्राम की गुठली । सव बराबर-सव की चरा वर सुपेद चूरो लेनों ॥ स थवा ॥ मोचरस | माई। धाय केफूलपाँच २ मासे
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रूमीमस्तंगी। वेलगिरी।पोस्न केडोडासुपेदराला चाररमासेोरसवकीवरवरचूरोलेन।सफ फामऐडेनौरपुरानेचतीसारकोदूरक विधि गहालोकेवीजभुने। कंकोल मिर्च । तेतरीकासात्त२ मासे।कारोनीरोगंदनाके वीजासीयाकेवीजापो स्तकेदानाने।अजमोदाधुरासानीचजमायन /नोरमासेाअफीमभासे।सुपेदभिश्रीसवसेनाधी लेनीसफूफाजोदस्तों कीवंदकरैवहुपाकरके अफीमीके दस्तोंकोदवा कठिनहाधिधिगधायके फूलामुपदरालादोंनोंवरवरचूरजकरकेषायौर लोहामा तुझाकेतस्केपरसेपीसफ जोपिनचौररुधिरकेयतीसारकोदूरकरे विधि|| गवंबूरकोगोंदाकतीयासुपेदवंशलोचनालय डी गेरूदम्मुलवरववेनादो२माशे चूरनकरके। एकतोलेवीहकारुचतथा मीरेचनारकेरुबकेसंग बायासफफा जोश्यामचौरमरोडाचौरातों। कीपीडाकोदूर करै॥विधि॥घुचाजीकेवीजाख तमी के वीजाराकरतोलेाभुनों निसासतानों मासाच बरकोगोंदागेरूावंशलोचनाछैरमासोमात्रासंजा सवेरेश्मासे पानी के संगजिस्में३मासेवदूरकागोंद। घुलाहोवैफॉकेशसफूफाजोदस्नोकोवंदकरें। ॥विधिवलूतामाजूफलामीठे-अनारकाछिल कारएक नोलोतरीकाहबुलासाडेटरतोलेचूरने करकेछै मासेठंडे पानी के संगफाकै सफ॥ सतीसारकोजिस्मे घोसीभीहोउस्कोदूरकरैहै।
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विधिाहबुल्लासावलतापोतकेडोडाभुनेनो मासेावंबर कोगोंदभनोंछैभासेलेनाथवा वंबूरकोगोंदावंशलोचनागेरूहबलासाएक तोलापरसीयावशां। कुदरूगोदातीन२मासेाथोडे सेघसषस केसरवत केसंगफोकै॥सफूफारु धिर-औरविनारुधिरकेदस्तोंकोसच्छाकरे है। विधिाधुनोंवंबूरकोगोंदावंशलोचनागेस्। हवल्लासापिस्ताकेछिलकाापिस्ताकीमीगीजा लीबुहारेकीगुठलीजली।मुनक्काकेदानेमा फलामीछेअनारकोऔरषदेअनारकोछिलका/ काजुभवलताकहरुवाागुलनारायघरोटका दिलजलामाईधेरकीगुठलीकीमीगीयकाकी याचंदनचूरोसुपदापोस्तकेडोडाकालाजी कुलफाकेवीजभुनेोजामनकीगुठली कीमोंगी। भ्रामकीगुठली २मासेवारतंकाकोंचातुषम रेहाईसबगोलाहालमा-चूकाके वीजारमासे भन के मिलावै।और सबसेश्रोधोमुपेदवूरोनिक लावा और संजासवरेठंडे पानी के संगफोंके।
फसलनचासवी॥. वमनोरजवाकी दूर करनेवल बूरनों मेंासफूफ पिन कीवमनोरनवाकी कोदूर करें।विधि कपूररमासेोवंशलोचनसुपेदरमासेगुलाव केफूलानंतरीकापाँचरमासे।चूरनकेथोडीषहे. अनारकेसरवतकेसंगफाकै अथवाकर्च नगर।पिस्तकाछिलकाापोदीना।कैमासेोजरी
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श्कातंतरीकापहोचनारदानानोरमासे।ौरसव की वरावर सुपेदवूरोलेनाथवालोटील यची के दाने कमलगाकीमीगी। सूषोधनियों। तीन२मासे।सुपेदवूरोनोलेभरलेन सफफा जोकफ की चमन को दूर करे विधि पोदीना। दालचीनीसोंठाएकरतोलेाजरिश्कामिर्चीपी परातीनरमासे सेंधानोंननोमासे।लेनो थवागलोंगाजायफलाछोटीइलायची के दाने नीनरमासादालचीनी भी अनारकोछिलकाकै २मासे। औरटूनोबूरोपेदलेकेचून करके धायाकरे
फसलपंचासवी।। जलोदर और तिल्ली के साथ कोशौरकमलवाय श्रीरकलेजे। केएगों को और बवासीर के दूर करने
चूरनों में सफाजोजलंदरकोअच्छाक है। विधिहीनोमासेोपीपरासोंठाजवा योडेटश्नोलोधडीहर्डीचीतामीठाकूटावहम नसपेदासनायमकीदोरलोलेासेंधानोंनछटाभा गसवका सफफा जोतिल्लीकीसूजन कोपर कााविधिाजूफाापरशीयावसी कनेरकीज उकोछिलका। मकोडासभालू केवीजातंवरीकके वीजासव वरावरलेके चूरन करके सिकंजवीन सादहके संगफाकैथवाभुनोंसुहागोश्नो लेोराईनोलेलेके फो के अथवा यहचूरना पुरानीसजनौरतिलीकेवहानकोदूरकरे है। ॥विधिनासादराभुनासुहागााकलमीसोरा।
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कालीमिची सववरावरलेके चूरन करके राषैत्री रनित्यधान कालगुवारपाठेकाएक टुकड़ारमासे। कालेके वामें जिग्नोंचूरनलपटे नतनो लपेटकीनि गलजायाकरैसफ।जो कमलवायको दूर करै॥विधि।पीली गंधकरमाशोअमरवेली
जमोदासुपेदकदरूगोंदचारमासोचिलगो जाकीभीगीतोमासेमुनक्कासषीतोले चूरन करकेथोडासाफाकके परसे सोफका अकी पीवै॥सफूफजीकलेजे की सजनकोएण करेनोरनस्काताकतदेहै|विधि गुलाव के फूल नोमासे जरिएकालापधुलीहासान २भासेोमुपेदवंशलोचनासुपेदचंदनानिशास | तावंबरको गोदतीनरमासारवत-चीनीरमा से केसर मासेरतोलेसुपेदाभित्रीलेनी। सफफाजोकलेजेकीसजनकोदूरकरेहै।। || और पैसावजारी करे॥विधिोखरदूजाकीमीगी धीराककडीके वीजन कीमीगीकासनीकेवीज।
कासवेलकेवीजनौरमासाने सोफाम्र जमोदा मुल्हटी।कोसन्नाजरिप्रकारेवतचीनीला पधुलीवालछडामस्तंगी मासाकेसरश्नीनमा से। काफूररमासा-औरसवसेनाधीसुपेद मियीले नीसफाजोघवासीररवूनी औरवादीकोदूर करे विधिविकायनकेवीजकीभीगी निवाली कीभीगीरसोताकालीहर्डी सववरावरलेके चूरन मासेठंडे पानी केसंगफाकैऔरउस्केम्परपी
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डेसे भुने चने चावै ॥ श्रथवा ॥ खूनी बवासीर को अच्छा है || विधि ॥ विनोले की भीगी २ मासे। रसोन ९ मासे । सुपेद मिश्री ३ मासे चूरन कर के माय सौर ऊ पर से ठंडा पानी पीवे ॥
फसल हुक्क्या बनवी ॥
-प्रसन्न करने वाले और वेलदेने वाले श्रीरमस्तक
के रोग दूर करने वाले सरवतों में || पारवतमाव् जुवा ।। जो होल दिल्ली और मनुष्यों से नफरत करने बालारोग और कंठ की सूजन को गुण करें है । वि। धि || गाव जुवों के पत्ते २ तोले । बनफशा के फूल ए लाव के फूल। उस्तु खुडूस । राम तुलसी। मानों मासे । विल्ली लोटन | नीलोफर के फूल एक तोले खाध से रपानी में ४ पहर भिजो के प्रोटावें फिर थोड़ा मल के छान के साध पावगुलाब मिला के डेठ पाव सुभेदा पूरे । की चाशनी सरवन की करें ।। शरवत अव सम्|| यहूहूकीम मसी हुज मान ने जहां गीर वा दशाह के लीये तैयार कीया जो होल दिली दूर करने को विशेषगुणदायक हुभ्या।। विधि || कन्हारे नाम ९० तोले। विल्ली लोटन १ तोले ३पाव पानी में भिजोके प्रोटा वैोरपाव सेर गुलाव जल खौरा ईपाव मिश्री मिला के चाशनी करें। संगयशवछे मासे। यवीधे मोती २ मासे केवडे के अर्क में घोट के सुपेद चंदन। कच्चा अगर। रूमी मस्तंगीसात २ मासे चूरन कर के मिलावै ॥ शरवन सेव ॥ प्रस न्न करने वाला दिल मोरउदर कोयल देने वाला।
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ौरवमनचौरदस्तों को बंद करनेवाला।वि धिसेवकोच्छीलकेवीज निकालके औरकुल चलकेनिचोडेजवसवासरेरस निकलावैत वपकावैजवाधारहेतवटाईपावसुपेदकंदमि लाके चाशनीकरलेवाशरवतसंदल जी दिलकोपलदेहोल दिलीकोदूरकरैकेलेलेको गणकरे औरउदरकीगरमीशीतकरै-औरप्यास कोबुभावै॥विधि सुपेदचंदनकोचूरोश्राधा पावऔर माधसेरगुलावकेअर्क में पहरभिजो केथोडाधोटाकेमलकेछानले ओराधसेरेम पदकंदभिलाकेचाशनीकरलै|शरवत्तनारं जाजोदिलोरन्दरकोताकतदेऔरचिन्न सन्त्रक विधिवासेरभरसुपेदवरोपावगाव जुवाकेश्चर्कमिलाकेचाशनीकरैजवरखूवगार्ने होजायतववरावरकानारंगीकारसंनिकालकेनि लाकेतीनचारजोसदेकेऔरतीनमासेकेसरतो लभरगुलावजलघिसके मिलावैशरवतवि जोरकेपत्तेकाजोदिलोररकी निर्वला साऔरहेंलदिलीको गुणाकरे॥विधिविजोरे। केपलानगढाई सोसेरभरपानी में श्रीटा वैजवनी सराभागरहै तव विना मलै छान ले और३ पावस पेदबूरोमिलाकेचाशनीकरलेशरवत्तविजो रेकेछिलकेकाजोनदरको अवलदे और चितपसन्न करे विधि विजोरेकाछिलकाजो गीलाहोयतोसरभर ओरजोसूयाहोयतोवाधसेरा
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प्रौराकेाधसेरसपेदबूरोउरकेपानी मिलाके चाशनीकरैशरवतगाजरकाजोदिलोर इन्ट्रीको ताकनचिन्नप्रसन्न राषेचौररुधिर.. निर्मलपेदाकरैराविधिपछिलीगाजरकोरसभा घसेरलेके१९छटीकसुपेदकंदकीचाशनीकरै ।
॥फसलवावनवी॥ नाना प्रकार की घोसी-धीरनजला और मस्तक पीडी चौरबगलपीडाारीहअर्थात् फेफडेकीपीडाऔर स्वास को दूर करनेवालेशरवतों मेंाशरवतनस्तु खड्स जोज्वरोर कफबासीनओरछातीकेमुवा एकादूर करै विधिनस्तुखुसरतोलामुल्हटी|| षितमी के वीज डेडरतोलेोबनफशांकेपनाएकोले मुनक्काकेदाने लिसोडेकेदाने४०मन्त्राव केदाने। ३औरश्नाधसेरलालऐचौरमाधभावशहत लेके चासनी करकेशरबनबनाले॥शरवतजूफा जो ज्वर कफ कीयाँसीऔरस्वासको दूर करे विधि सूखोजफारामुल्हटी डेहरनोलोसोंफापरतीयावा अजमोराळेमासेापीलेअंजीरनगमुनक्काकेा नेमेथीनोमाशोधूपकोगुलकर छतोलालालवू रोवाधसेरचाशनीकरकेशरवत वनाले शरवत ।। वनफणजोपहलूकीपीडामोरफेफडे पीडाची रमस्तकपीडाकोदूरकरैहै।विधिवनफशाकेष नानाधपाव२८ तोलेपानी में प्रचारपहरभिजोके पोटावैजवतीसराभागरहैनवसाधसेरसुपेदवू रोमिला के चाशनीकरले शरबतनीलोफर।
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जोमस्मक पीडाको और पिन्नञ्चरको ओरपहलूके दर्द को फेफडेकदको गुणकरै हैविधिनीलो। फरकीसुपदनिरीपन्नीलेजोहरीहोतोरसेरदाछटाकर
औरजोसषीहोतो२८ तोले १९छटॉकपानीमें नोटावे जवनीसराभागपानी रहैनव९९छटीकमपेदवोमिला के चाशनीकरैशरवतश्चजाजाजोसीपासी
और विषमज्वरकोणकरैहै।विधिाउन्नावको दानेन।३०लिसोडेकेदानेमामुल्हटीछिली हई रवबाजीके बीजारवतमीकेवीजानीलोफर कैफूलागुलवनफशाडेडरतोलेावीहदानोमा शेवंदूरकोगोंदनोंमाशोसेरभरपानी में भिजोकर्क| | करकेपावसपेदबूरोमिलाके चाशनीकरे और नोमाशेकतीएपीसकेमिलावै॥शरवतयंसल जयाशरवत कोनररी सभीकहते हैं जोपुराने नयेस्वा सकोदूरकरे विधिप्याज सलजाकेछिल। का परछिलका हो जोधानेकीप्याजकेतुल्पहोती है। उस्कोडीलके वासकीखुरीसेकाट के चौगुनेपानी में। सोनाकैप्पाजसेढाईगुनोंसुपेदवूरोमिलाकैचाशा नीकरै। । फसल तिरेपनवी॥
ज्वरकेदूरकरनेकेशरवतों मेंशरवतकास नाजोपिन्नज्वरकोदूरकरैचोरदिलनौर कलेज
ओस्जदरकोताकतदेवोरगोकोषोलेऔरपेशा वकोजारीकरै।विधिकासनीकेपनोंकारसर तोलेनाधसरसुपेट्रोमिलाकेचाशनीकरैहो।
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तीचाशनी में चारतोलेनीवूकोरममिलावैशरव तयालू जोरुधिरोरपितञ्चरचौरमलज्वरको दूरकरैनोरमस्तकपीडापौरहाथपावोंकीजलनधी) रजवाकीकोगुणकरैराविधिकुलफाकेवीजाषीया ककडीके वीजाकाहूकेवीजाधिजोरेकोछिलकारक|| रतोलामालूवुधारेलग५० मिली तोलामावा। पानी में घोटावैऔरद्धानकेटाईपावसुपेदवूरोमि। लाके चाशनीकरैशरवतगिलोहाजीविषम ज्वरकोगुणकरैोरनिएज्वरहोतथााँसीभीसंग मेंहो॥विधिहरीगिलोइजोकुटकरके छतोले नीलोफरके फूलसाफ४त्तोले।गुलावकैफूलरती ले।सुपेदकंदरातोलेलेकेशरवतवनालेशरव तफरीयादिरसाजोज्वर धीरनजलेकीवासीको दूरकरै॥विधिागावजवाकेपन्नासुपेदचंदनाप रहियावशादोरतीले।मुल्हटीसोफावतमीकेवी|| जागुलवकेफूलासेवती केफूलापोस्तकेडोडापो स्तकेदाने।एकरतोलामुनक्काकेदानेनग२५सुपेद वूरोपावकीचाशनीकायहरवताहकीम शेरचलीकावनायाहुनाही।हन्दजकेविषमज्वरको गुणकरै विधिशाषीराककडीके वीजाकुलफाके वीजानीलोफरके फूलएकतोलेागावजुवाकेपत्ते हरीगिलोयादोरतोलेलेकेनोटाकै छानलेचौरप ठे औरधीयाकोअर्कचोदहरतोले और२८ तोलेमुपे दकंद मिलाकेचाशनीकरै।यहशरवताभरमा दानअलीहकीममेरेवडेभाईकोवनायाहुनाहै।
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मंद्विषमज्वर को दूर करै॥] विधि|| नीलोफर के फूल गाव जुबां के पत्ता दो तोले। वनफशा के पत्रा सुपेद चंद न चूरो। हरी गिलोइ। एकश्तोले धीरा कोरस लेने घीया को रस साधश्यावा षट्टेभ्वनार को रस छटॉक भर । सुपे दकंद ९९ छटॉक की चाशनी करें। धारवत वजूरी ॥ मादिल || जो ज्वर और कलेजे और गुरदेको रोगों को गुण करें और मुवादको बहाके निकाले है।वि। |धि॥ कासनी के बीज! सेंौफ। खछूजा के वीज । एकर तोले । कासनी कीअड) सौंफ की जड़। डेढ २ तोले। सुपे द वूरो पावसेर लेके शरवतवनाले ॥ शरबत विजू रीगरम ॥ओ कलेजे की सरदी और गुरदे सरजदर की सरदी के रोगों को और ज्वरोंको "एकरे। || विधि॥ कासनी की जड़ का छिल का । ३ तोले । सो फकी जड़ का छिलका। कासनी के बीज । दोश्तोले । सोफ अजमोद की जड। एक २ तोले। अकासवेल के बीज छै मासे । याध सेर सुपेदबूरो लेके शरबतव नाले 11 प्रारवत विज़ूरी ठंडा। जोकलेजे कीगर मी के रोगों को खोर पित्तज्वरों को और गुरदे और म साने के रोगों को गुरण करैहै ॥ विधि॥ कासनी कजिड का छिलका २ तोले। रवर बूजा के वीज । श्रीराककड़ी के बीज । डेढ २ तोले। ढाईपान सुपेद बूरा लेके चाश नी करके शर वतवनाले चोर होती चाशनी में तर वृ ज की मीगी। पेठे की मींगी एक२ तोले कुचल केमिला वे ॥ शरवत विजूरी || जो जीर्ण ज्वर और कमलघा मको दूर करे और मूत्र और स्त्रीधर्म को जारी करें
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औरगुरदेोरमसाने की पथरी कोगलाचौरका लेजेकी गोठों कोघोले-औरतिनीको दुरकरे गविधिकासनी के बीजासफारवर खूजाकेबीना जाधीयाकेवीजाकर्ड के वीजादोरतोलीकासनी कीजड़काछिलकाश्वतमीके वीजामुल्हटीचाल छडागुलवनफशाागावजुवाके पन्नााडेडरतोले ३ पावसुपेदवूरेकीचाशनीकरकेशरवतवनाले।
फसलचौनवी। कलेजे भोर तिल्ली केरोगोंदूरकरनेवालेपारवतों में ॥शरवतअज़रवर॥जो कलेजे कीगाँठ औरक मलवायोरमदरकीवाय औरभरोडाको गुरादा यकहै विधिवालछडातजावचतुकीरवत चीनी भस्तंगीनोंमाशे।अजघरकीजडाओरगुदा दोरतोलेानेसूअजमोद।गुलावके फूलाराकर तोले।सुपेदवूरोदाईपावलेकेशरबतधनालेज डीकाशरवतहाथपांवकीसूननोरजलंधर कोविशेषगणदायकहै औरगाों की घोलेओरवाय|| को तोडे औरफुजलोंकोजारीकरैहाविधिासोंफ कीजडकाछिलकाअजमोदकीजडकाछिलका।। कासनी कीजरका छिलका डेडरतोलासोफाका सनी अजमोदाएकरतोले।मुनक्कारतोलेापीलें अंजीर केदानेनग२०किनकीजडका छिलकानों माशे औरमजरवरकागुदावालब्डानेत्रवाला तजमातरमाशे।सुपेदवूर लेकेशरबतवनाले ॥शरवतभकाशवेलका,जोकलेजा और
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उदरको नाकतदेगों कोधीलेोरतवीयतकोन |रम करे औरहाथ पावकीसूजन और दुन्दजज्वरों। कोगकरैहै।विधिसफिकीजडोलिलका। गुलावकेफूलाधनेसूनोरमासेोषीराककडीकेवी जाकासनीकेचीजारवरंबूजाके वीजाएकरतोले। श्रकासवेल के वीजछैमाशा-साधसेरसुपेदकंद। औरचारतोलेशीररिवश्तलेके शरवतचनाले अशरवतरेवंद जोकलेजे मोरतिल्ली के रोगोंको गुणकरैऔरगाँठौं कोघोलेओरतवीयतकोनरमक रेशविधिगरेवतचीनीडेड तोलासुपेदनिसोतागामा रीकू।विस फायज छैमासोकासनी केपीज-तोले। समाशसुपेदर्कदत्तोलेलेके शरवतवनाले
शरवतदीनार इस्कोहकीमनहशाय ने बनाया है इस्के केईभेदहेंगकतोयह के मोहोरकीवरावरवे चता था दूसरेदीनारनामकासवेल के वीजकाहै यापकारसके दीनार येली में रहताहै भोरप्रकास। वेल के बीजों कोभीथेलीमेंभरकेयौटानेहें तीसरे वहयामेंरूपरसडालता थाचौथेंयह पीले रंगका होताहैज्वरोरविगडेमलकोदूरकरैऔरतवीय तकोनरम करे और गाँठोंकोबोले ओरहाथपांव कीसजनचौरजलंधर-बीरपहलूकी पीडाऔरक लेजाकीपीडा-ओरपेट कीपीडाऔरयोनि-ौरइन्द्री|| कीपीडाकोगुणकरेनोरमूत्रकोजारी करै विधि ॥कासनीके वीजागुलाव केफूलदोरतोलाकासनी कीजडकाछिलका ४तोलानीलोफरकाफूलागाव
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जुवा के पत्ते एक तोले। अकास बेल के वीज डेडतो ले ३ पाव सुपेद कंद लेके शर वन वनाले ॥ श्रथवा । यहार वत दीनार इस्का चलाने वाला हकीम सुदीदा है यह शरवन मादिल है और नानाकरता और कलेजे की गाँठे बोलने वाला और नसों की ओर पृष्ठों कीगाँ ठों को खोरजन के साथों को दूर करें || विधि || रेवत चीनी । रवताई। अकास बेल के बीज छै २ माशे । गुला व के फूल २ तोले। कासनी के वीज ३ तोले। कासनी की अड का छिलका ४ तोले। सुपेद कंद ॥ छटाँक लेके शर वन बनाले ||
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* प्रकार के गुण
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॥ फसल पचपन वी ॥ गुर्दे चोर मसाने और छिद्र रागों के दूर करने वॉशर व ले तोंमें || धार वृत कुलथी का ।। जो गुर्दे और मसाने की पथरी को तोड़ के पेशाव के द्वारा बहाइ के निकाले || विधि|| कासनी की जद। सोफ की जड़ | मेथी के दा नेतोले । कासनी के बीज। सोंफ । घीरा ककड़ी के बी जाश्वर बूजा के वीज डेट र तोले। अजमोद । परसीमा वशाँ । २ माशे। सुपेद बुरो सात छटाँक लेके शरधन बनाले || धारवत हल्यों ।। गुर्दे मोर मसाने के रेग को और मुवाद को वहाय के निकाले ॥ विधि ॥महा ल्पों के वीज ४ तोले। कबाब - चीनी। स्वर बूजा के बीज एक तोले। मध सेर सुपेद कंद लेके शरवतधना ले। शरवत मालू वालू । जो मुर्दे और मसाने के रोग और पथरी को मैन के होरा वहावे ॥ विधि || यालू वालू तोले लेके मौटा के छान ले।
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गनेकैदकीचाानीकरके शरबतवनालेगाव लगीधरूकाशकपरकहे हरारोगों को दूर करे रामदेव को वडाचैहाविधिवडे गोधरूकारा सौरछोटेगोषरू का रस ताजावेदहतोलासा तळ्टॉक सुभेदकंदकीचाशनीकरै-नोरजोसूखे गोधरू होतो पावपावसेरतलश्चर्यानसातर तो लेजोकुरकरकेभिजोकेयौटाकेशरवतवना वैानयवाकाकनजमर्थातपिटकोनाको शरचताजोइन्ट्री के घावोरपुरानेसोजाकोदा रकरै|विधिअनेसूं। जमीदागावजुबाँके पन्ने। गोषरूनोरमाशेपरसीयावी बनफशा केफूलाछेरमाशे। काकनजडेडतोलेनोगको छनके डेडपावभुपेदरेकी चाशनी में मिलावै
फसलछप्पन वी, जदरकेऐगदूर करने केशरवों में शरबती दाजोदर-त्रारभूषनौरपाचनशक्तीकोवलवा नतिकरे और हकीसुगंधितकरे विधि। नगराध्यामले गुरुली निकालकेदोरनीलावा लडालॉगामस्तगी।जायफलानों२माशेजो कुटकरके रोटावेसौरद्धानकेतस्केपानी में पाव सेरगुलाव-और-प्राधसेरमुपेदरामिकेचा शनीकरैशरवतइमलीकाजोलदरको बलदेोरखमनोरउवाकी कोदूरकरै-और नवीयतकोनरमकरे चोरपिन्तकोबो हैविधि पावसेरइमली।४तीलेजरिएकाभिजोकेलाम
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न ले और साधसेर सुपेद वूरे की चाशनी कर के शव त बना ले || शरबत लोहे के मेल का || जो नदर को खोर पाचन शक्ती को बल दे और बवासीर कीधाय को दूर करे || विधि ॥ अजमोद सोंठ। कुदरगढ़। सोफ की जड असूं। खैर मापे । कालो जीरो । पोदी ना। धनियों सूषो । दाल चीनी । वाल छड । नागरमो था। एक तोले। लोहे का मेल ५ तोले। दो सेरपानी में मोटा के वा पानी में सुपेट् मिश्री ढाई पाव मिला के चाशनी करें। शरवतपिस्ते का। जो नुवाकी ओ रवमन की दूर करें -खोर नदर को ताकत दे। विधि | पिस्नेके छिल का दो तोले। पोदीना। गुलाब के फूल । जरिप्रक। खगर। एक २ तोले। रूमी मस्तंगी नो मायो। सेव छील के है तोले। मोटा के छान के ढाईपा सुपेद मिश्री की चाशनी कर के शर वन ना ले भारवत् ॥ जो नदर की सूजन को पकावै मोर फोड डाले ॥ विधि। मेथी। अलसी । चार२ तोले। बिलादूती संजीरन २० मको दो तोले सोटा के खान के साथ सेर लाल बूरे की चाशनी करे - मीर है माशे केसर थोडे गुलाव के र्क में पीस के मिलावे ॥ शरबतमुलैयना। विधि || भ्यालू बुषारो नग ९ | इमली १४ तोले। विसोतमुपे दा तोले भरा चूरन कर के पोटली में रब के सब को मौ टी ज्ञान के चैतोले सिकंजवी। चोर डेड पाव सुपेदव रेकी चाशनी करे !!
फसल सत्तावनवी कई प्रकारकेर वनों में || पारबत शाहत का ! जो
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कंपनवाय और अवाय ओरपकारकेकफविर्क रौरसीत विकारों को विशेषगुणदायकहै।वि धि निर्मलशहत ११ छटाँकासेरदरयाव के पानी में मिलाके आँच पर धरै-औरझागदूरकरकाकाली मिचीसोंठाकुलीजनालागामस्तंगी।पोदीनाना कर कर एकरतोलाकूट के पोटली मेंवाँधके डाले
ओरपोटलीकोहलातारहैजवभरवत गाढा होजाने लगेनवपोटली को निचोडलेनोरशरवतकीचाश नीकरले औरकस्तूरी-और-अंवरएकरमाशोत्यार होने के पीछे मिलादेती विशेषधवल होजायापार वतासनतीनाजोवावलेपनको ओरत दरकी निर्वलताजोतरी करकेहो औरहाथपावकी सजन की अर्पत गणदायक है औरतवियनकोनर मकरै विधिवालछडदोतोलासुपेदनिसोत। सुपेदगारीकूश्लीनतोलेोफ़सनतीनरूमी।४ तोले गुलावकेफूल ले तोले सुपेद बूरोआधसेरलेकेचा शनीवनाले|अथवागयहशरवताकलेजेकी निर्वलताचौरसदर कीनिर्वलताओरतिल्लीकीसू जनको औरयाकीवायको दूरकरैऔरतवियत कोनरमकाविधिानफसननीनछ तोलावा लडाअजमोदकीजडचार२ तोला३पावसुपेदवू रेकीचाशनीकरकेपारवतवनालेशरवततू ताजोकरके भीतरकीसूजनको दूरकाविधि
शहतूत का रस निचोडामा १९छटोंकापालिस पाहतेपालटाकाशनीकरे ओरएकमासेकेसर
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घिस के मिला वै ॥ प्रार वत संजुवार का!! जो रुधिरथूकनेको र रुधिरकी वमन को और स्त्री धर्म को मोरे बवासीर के रुधिर बहने को दूर करे || विधि ॥ जुवारकीजड दो तोले। मीठे मनार । को छिलका। हद्दुल्लास। एक २ तोले। सुपेद चंदन चूरोनो भाशे । प्रौटा के छान के मक के पानी विबू र की ताजा पत्नी का ४ तोले। धसेर सुपेदधूरे की । चाशनी कर के शरवत बनाले || पारवत पानका || जोवित को प्रसन्न करे खोर इन्ट्री को बल दे और घरावतरी को दूरकरे ॥ विधि ॥ पक्के पान बंगला ना गदो सौ । महीन कतर के तथा कुट कर के । ९९ छटाँ कपानी में प्रोटावे और छान ले और छटाँक सुपे द कंद की चाशनी करै खोर होती चाशनी में । केसर राज वित्री । जायफल | छोटी इलायची के दाने २ माशेलों ग। ३ माशे गुलाव के शक में घोट के मिला है। प्रार वत अंगूर ॥ जो इन्ट्री को वल दे और चित्र को प्रस न करे और शरीर नजला करें ॥ विधि ॥ अंगूर को रस ९९छटॉक ची छटाँक सुपेद कंदकी चाशनी करै
रहोती चाशनी में सालिव मिम्मी। दो तोले। सलज म के बीजा वहमन । इन्द्र ओ । गाजर के बीजा छै२ माशे के बड़े अर्क में घोट के मिला दें। प्रारवतव र्द मुकर्ररी। जुलाव पिन्न का है और थोड़े से मादि। लमात्रा पिता की है और रुधिर की जलन को दूरा करे और तबियत को नरम करें ॥ विधि ॥ गुलाव | के फूल ताजा विने हुए छटाँक औरएक सेर
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छटोंकपानी दरपावके में प्रोटावैजवपाल अंकपानीजलजायनवमल के पानीछानले।
और त्राहीपानी में छटाँक-औरफूलमिला केनौटायाही प्रकार३रएकररतलमा त्पारफूल मिलाकै पकावैनोरमलकैलान लेोरपीछेकीबेरपालटाकरोमिलाकेचा|| शनीकरैपघटहोयकेयाहीप्रकारसेजितने फू लविशेषकीयेजायंगतनी हीधवलताविशेषही गी॥धारवतुगुलावकैफूलकाजोपिन कोमादिलोरगरमी कोशाते करनेवाला और प्यासका बुझानेवालाहै विधिनाजा गुलाव केफूलपाछटाँक९९कटोकपानी में श्रीटावैभल| के छान ले औरपाछाकसुपेदपूर की चाशनीक
॥शरवतगुडहलाजोगरमीचह जानेकोदू रकर औररोकानीकै रोगकोदूरकरै भोरहोलादि लीकोमोवै और चहरेकीक्रांतिवहावैऔर अध्। करे ओरखदर औरसवताकतों को प्रवलकरहै। ॥विधिगगुडहल के फूलनगएकसो।सवजी। | भोरंजीरोंदूरकरकेतचौर९४ तोलेकागदीनीव करसमें पेहरभिजाकर छटॉकमुपेदमित्रीकी| चाशनीजोमेहयादरयावके पानी में वनीहोमिला वैश्रोरशीशी में भरकेमाधीशीशीषालीरहे-नी॥ रशीशीका हमोंमसेवंदकरकेनाडताई पानी। मेंडूवीराधेचारपाँचदिनजवनवाले और छानक शरवतशीशी मेंरा औरयहशरचनकिंचितपक्ष
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त्रनाभीकरहै। नशीलीमदगीशराव फंजन्यो।
फसुलुहावनवी जोमस्तक औरश्रुत घमेह कोदूरकरे॥विधि गततरीकामाजूफलागुलनारागुलावके फूल धनियों सूषा।लोवानापोदीनापहाडीनागरमो यादोश्तोलालोहकामेलास्तोलादोसेरपानी, मेंभिनोके लहन मेंजोसालसेरगुड-सौरश्राधसे रकिशमिशकावनाहोयमिलाके अर्क खेंचे॥४॥
शरावरैहानीकियाउन्नमनशाहै औरक फकै रोगों कौदूरक विधि।गुडसेर२०॥ अंगू रमलेहए सेरपोरजो अंगूरन मिले तोकिशमि शौकुरकरके दोसेरमिलाकैलहनोटावैजवा लहनत्पारहोजायतवादालचीनी लोंगाजावित्री| जायफलानगरातीनरतोलागावजुवाकेपोधि ल्लीलोटनराकरछटॉकमिलाकेदूसरेदिनभर्क चाशाएवजादिलोरमस्तकको नाकतद। सोरइन्द्रीकोवलवान करेनोरशरीरकोवलवहा|| वैमोरचहरेकीकति वहााविधि।किशमिश सेर कुचलकै२५सेरगुडा९मनगाजरकोरसाधी रसेरामलेकोरस और दरयावकोपानीमिलाके पीपा मेंराबैजवउफन ने लगेनवपावसेरदालचीनी। शलगम केबीजखाधपावाढाईसरगायके दूधमें। पहर भिजोकें मिलाचौरअर्कबेंचे॥धारावा जोइन्द्री औरउदरको ताकतदेोरनारंवला
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वैौरवडे गुणकरोविधिविरके दरवत की छालोरवबूरकीखालपाँचरसेरोरगुड९ मनकोलहननठाकेाखरवूजाके वीजजी कुटक रकेविस्नीलोटन गावजुवागुलगावजुवास। पेदचंदनकाचूरालालचंदन काचूरा। वूरादाश्रा वनूसकाराशीशमकावुरादारापाँच रनोलें।शल जमके वीजाजरखरदोंनों। वहमनाशकाकुल मिश्री।चीतारातालीसपत्रातेजपातादालचीनी रेशमकच्चा कुलीजनावडीइलायची के दाने। गुलावके फूलाचार२तोले।मुंडीरासेर भिजोके मिलावै-नोर९शीशीगुलावजलकीडाल केस
धेचे॥शरावसातशागजोअत्यंत उत्तम हैऔरगुणादायक मारनशीली नोरपिछाडीपैस स्तीनही लाती।विधिगगुडमनावबूरकीछाल सेरानाभकीछालावेरकीछालपांचरसेरापीपा मैंभरकै पारावर्धेचेोरयाशरावमेंसेरलॉग। ३तोलेजायफल जावित्रीरतोलेानागरमोथावाल बडादालचीनीगावजुवागरादोनोंतोदरी।से मरकोमूसला।चारतोलाकिशमिशामुपेदकंद। एकरसेरदिनताई भिजोराधेोरमातशाधेचे॥ ॥पारावदयातशाजीयामेंगा विशेषहैनो रदुर्गधी और पिछाडी पैसुस्तीनहीलाती है। वि धिगुडमनरावबूरकीखालसेरकोलहनना के और भिजोकोदालचीनी वालछडाछडीला।। सुपेद चंदनकाचूरावडीइलायची।नागरमोथा
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अाधरपावागुलमुडीसेरखालकेश्चर्काफि रवाही-नर्ककोदुधाराधेचे॥रावजीनिर्वलमनु ध्यकोवलनरुपतकाघाप्तकर और इन्द्री कोवलवा। नकर और स्थमन मेंपनील्येतुनहीरपतीविil धिगुडमनशमुनक्काकालीसेर१०वंबूरकीछा लसेर२०१मामलेसेरदोका लहनउठावैऔरपाय || २सेराचालडाघडीलाभिंगराधसा भिजोकोतज| तिजपाताइएकपेचालालफूलके कीजवापान की। जडा विल्लीलोटनावडीइलायचीतालभयानाची जचंदामाहीवेराधायके फूलासुगंधवाला।इन्द्रजी। नरकचूरा नागरमोथा।माई।दोंनों चंदनादोंनोंभूसा। ली।उटगनके वीजाअसगंधासितावरायाधरपाव मिलाके नर्कबेंचे।सालवभिश्री अगर लोंगा|| यफलाजावित्री गाजरकेवीजासलगमकेचीजाप्या जकेवीजाकोंचकीभीगीादोंनों वहननादोनोंतोदरी शकाकुलमिश्रीनागकेसरादोरतीलाचोवचीनी! धिजोरेकाछिलका पावरसेरवामिलावैौर३॥ दिनपीछदोसेरसुपेदकंदागायकोदूधसेर मिला केदुवानशाधेचे।
फसल उनसठवी शम्मो में अर्थात नसवार के जिस्केसूधनेसेरोगा रहोयशम्माजीसरदी की मस्तकपीडाकोपण करै हैविधिनायफलालीमावरावरलेके चूरम नकरके घेशम्माजोगरमीकीमस्तकपीडा। कोगुणदायकहै।विधिकपूरराछोटीइलायची
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केशनेधिसके धेथवागवाजे फूलमा जिंदगुलाव-नोरनीलोफरके घेनिथवाव डाधीएकाटके घे॥शमूमाजोभूलौरभस्त कपीडाकोगुणकरे।।विधिजायफलाजावि बीलोंगाकालीमिर्चीचूरन करके दोनामरुवाको रस तथालतलीके पानी मिलाके घेताम्म
जोचक्करमानेको गुणकरै है।विधिशहराध नियो। तथा ताजासेवतथापक्का-अमरूद । मूमजोविशेषनिद्राकोदूरकरैहै।विधि। कालीमिर्चजौकुटकरके सिरका में डाल के घे॥
अथवागकस्तूरीसूंघेश्यथवा कुटकी कालीवचा कडवाकूट घे
फसलसाठची। नेत्ररोगों के पाअर्थात् लंबीगोलीयों
श्याफाजीनेत्रपीड़ा को तुर्न दूर करे विधि। गुलावके फूलसवातोलेाकेसर, मासेमिफीम९०४ माशे वालछडावंबूरकोगोंदतीनरमाशेादरपावके पानी में श्याफवनावैपायाफाजीनेत्र के कोने के नासूरको गुणकरैहै। विधिएलसालोवाना गुलनार सोहनमाषीदम्मुलभखवेनासुमाफि टकिरी तीनरमाशगुलावजल में श्याफ वनावनी रनासूरको मूंहपोंछ केटपकावै॥श्याफाजोषु जली-ओरटलकाौरवामनी नावनाओरपलको केकडेपन कोगुणदायक है।विधिगलालीला योथा।ममीराचीनी समुद्रफेनारसोतमक्कीचार/
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माशेवडीहर्डकोछिलकाजिमातातीनश्माशे केसराकतीयावंबूर कोगोंदर दोमाशे लेके पाप वनावैगुलावजल माश्याफाजोनजलेकापा नीकि नेत्रों मेंगतरत्राता हैवाको जमाया मोरया एएदायक है।विधि।चोदीकीघडीयासनेकी ॥ घडीया। पीपल।समकान काधूनीजहाँ सांवाग लताहो। सव वरावरके ले सॉफकेअर्कौश्याफव नावै॥षयाफ-प्रसवदाजोटलका सोर वामनी
औरघुजली पल कोंकीको गुण करेहाविधि। जंगाल, माशे।उपकावंमूरकोगोंदचाररमासे। सोने की घडीया।फीमदोरंमाशामाजूफलमा शेततलीकेपानी में प्याफवनावश्याफने। त्रोंमेंनजलेकापानीतरने को औरघुजली औरटल का औरनेवकीललाई और पल कोंके दूसरे रोम गों कोगुणदायकोर ज़मूदा है। विधिपा नी में पलाहुनालीलाथोथा।विजोरे काछिलका। नोरमाशे कतीरा|गेहूंको सतासनामाघी। गुलाव के फूलागेह गुनारगरसोतमक्वादोरमासेविंग३॥ माशेवडीहर्डनगगुठली समेताअफीमरमाशेव दस्तूरध्याफवनावैश्याफवीजनित्रकीग रमीके रोरों कोदूरकरै।ौरसजनकोपटकावैची रसूजन केमुवाद को निकालाविधि।गेंहूंकास तमाशाबंगावंबूरकागोंदाकतीयानोरमाशाई सब गोलके लुभावने वा मंडाकीसुपेदी में प्याफ बनावै॥श्याफसवीजासोहनमाषीके नजा
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लेकी श्रादिकोगुणकरै है।विधिवंगछैमाश अंज़रूत अर्थात् सोनामाघीभुनी हुई।गधी के दूध कोपुटदेकेविडीहर्डकोछिलकारतीला३माशे डेकीमुपेदी में प्याफ वनावै॥ध्याफचमेली। जोढ़लकामोरनारखने औरवामनी ओरनिगाहको अंधेरेपनकोदरकविधिचमेलीकी ताजा कलीनग३०॥सुर्भाषिपरियाालीलाथोथासोराक लमी। सिर्सके वीजोंकीमीगी।तीनरमाशोकेशर माशेलेकाकागदीनीवूकेरस दिन घोटके पाफवनाचे धूयाफसहमराजोटलकात्री। रिनारवनेचौरकुथी औरफुल्नी औरवामनीऔरने
वोंकीपुरानीमुखीकोदूर कगाविधि।फिटकि रिचाधीकच्चीवाधीपक्की। सोनेकीघडीया।पपी रिया।सुर्मातीनरमाशेादम्मुलनरखवेनछेभाशे। मुगीकेडेकी सुपेदी मेंश्याफवनावैपयाफ नवजराजोखुजली औरटलकाचोरवामनी। औरनारवना औरफूली कोगुणदायक है। विधि सुधीजंगालमाशोचादीकीघडीयाविवरकोगों दावंगासम्टूफेनादोरमाशाहरीततलीकेपानी में। याफ बनाये।
फसलइकसठवी॥ -कान औरनाक कैरोगों को दूर करनेवा श्याफेमें ॥धूयाफाजोबहरेपन को दूर करे विधि। दोनामरुधाराईतितली।इन्द्रायनासववरावर ॥ लेके वकरी के पित्तश्याफवनावैऔर कड़वेव
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दमरोगन में घिसके कान मेंटपकावैश्याफाजो वहरेपनको-ओरकान केशध्दको दूर करे॥विधि। पपडीयावाराजवासे के वीजामासवचतीनश्मा। गईमाशाअंजीरनगपुरानीमदशातथागायकेपि ते मेंश्याफवनावैश्याफाजोकानकी निर्वलतानी रभारी-यावाजकोदूरकरे विधिइन्द्रायनाफ। सनतीनासासवचाजरावंदमदहरजोतीनरमाशासजी छैमासेततलीके पानी में तथाहरेसोयाके रस मेंपा फवनावैयाफाजोनकसीरतोड़ती है।विधि। नकछिकनीमुनक्कासजीजंगालासववरावरले वकरी केपिने में श्यानधनावैमहीन-भोरसमयपरना|| कमेंटपकावाश्याफा जोनाककी बवासीरको दूर करै॥विधिकचायनारलेके कुचलके नस्कापा नीशीशेकेवासनमेंभरकेधूपराधैजवगाहाहोजाया नव शीशेके घोटासेषरल करके श्याफवनावैौरस मयपरनाकराये॥अथवागगुलनारामाजूफल अनारको छिलकाारसोतासववराबरलेके वकरी केपिते मेंश्याफवनावै
___फसलवासठवी. छिद्ररोगों के श्याफेॉमें श्याफानोसोजाक के घावोंकोसाफ करकेवरावरकरे॥विधिलीला थोथा घुलानादोभाशार्दासंगरमाशाषपरीया। लोवनीफिटकिरी।भुनीमाजूफलाकाकीयादि|| म्मुलववेना हेमनार की कली कागदजला हावंबूरकोगोंदतीनरमाशेलेके श्याफनावै॥
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॥अथवाइलायचीलोटीकेदानेाउमाश। लीला थोथाधुलादुनामुर्दासंग एकरमाशे।गुरू नालीयरागेरूदोमाशलेकेश्वाफ वनावाथ वासेलण्डीगेरूालोवानतीनरमाशाह दी के पन्नावंबरकीपनी दोरमासेामीम के पानी में गोली लंबीवनावै॥
फसलतरेसठवी। ॥श्याफों में प्रयाफ जोवायशूल की दरकरैहे।
विधि।इन्द्रायनाजमोदासाफासेंधानोंन। ततलीसव वरावरलेकेयाफ वनायरा समयप रमंडी के तेल से चिकना करके काम में लावै थवागवनफाकी मन्त्री सनायमक्की रवनमी के वीज एकरतोलायोडेपानी में नोटाके मल के लानले और उसमें तोलेअमलतासका गूदामल के छानके श्रीरराकतोलेशहन पालिस-शोरलै मा ऐसेंधानोंन मिलाकेाँच पर धेरै ओरजवगाढ़ा होजाय तवण्याफवनायराखे। समयपर किसी तेल सेचिकना करके काम में लावाअथवागगुलच नफशानों माशे।एलया। निलोत्सपेदछै रमाशे संधानोंनदोमाशे सावुनरनोले लेके श्याफवनावै -शोरगुलरोगन से चिकनाकर के काम में लावे श्याफाजो-अजीर्ण और बच्चों कीगाँठों को गुणक रहै।विधि पोदीनानिसोतसुदामूसेकी मेंग नीढिरभाशअमलतासकोपानीरतोले मेंध्याफ। वनायराषेसमय परगुलरोगन से चिकनाकरके का
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मभेलावै॥अथवागमूसेकी मेंगनी लालबू। रोएकस्तोलासेंधानानमासेोचपरपका की श्याफ वनारावेोरगुल रोगनसेमकरोके काम मेंलावै॥
. फसलचासवी॥ सवगोअर्थानलचाके रोगों के रंगमिसबग जोनामों को यहोरसुर्माभरी औरअच्छेरंगी लीक विधि।सुर्भामाशे काजलरमाशोभा। जूफल ९माशालेके सुर्मा करकेलगावै॥सवग। जोसुपेददाग कोकालाक।विधिमाजूफल मेंहदी के पनाहरे।अंजीर की जड़ कोछिलका वराव रलेके घिसके लगावैथवा अंजीरके पेड की छाल सिरका में सिधिलगावै॥सवग। जोछीपके दाग कोदूरकरे॥विधिशनकछिकनी। कडवाकूरातीनरमाशामूलीकेवीजनोमाशापु रानै सिरका में पीसकेलगावैासवगाजोछाले केचिन्ह औरघावों के चिन्हों कोएकसाकरे॥वि धिगर्दासंगामाशानेकीनडछैमाशोच नाको चूनाचावल को-चूनापुरानीहडी। खरबूजा केवीजाकडवाकूट। अलसीके वीजाएकरतो लेोपानी में पीस केलगावै औरगरमपानीसे धोर डाले।
फसल पेंसठवी॥ जमादों अर्यातमस्तकौरभेजों के रोगों के दूर करने के लेपों में जमादाजोगरमीकी विशेष
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मस्तकपीडाको दूरक विधि।गुलनीलोफ़ राधनियाँ। वनफशा कीपत्तीपोस्तकेडोडा।गुला वजल में पीसके४ रहीअफीम-और१माशेकपूरमि|| लाकेलगावैराजमादाजोवायकीपुरानीमस्तक पीडाको दूर करे विधिगततलीदानामरूमा। तीनरभाशाजीको चूनएकतोलेोपानी पीसके सिरका औरगुलरोगनमिलाकेलगावेजमाद। जोगरमी कीमस्तक पीडाकोदूर करें।विधिकुले फा केपनकटी धीयारवतभीके फूलासुपेदचंदन सववरावरलेकेगुलावजलपीसकेपोडोसिरका मिलाके लगावैराजमाद, विगिरपडनेकी घोटकीपीडामस्तककी दूर करे है।विधिागेरू एलूमादशभाशा गाभठयांसागुलाब के फू लिएकरतीलेोवाचूनाके फूलाचिरायतादोरमाश पीस कैलेपकरे। और जोघावसूज़गयाहोतीसेके मसूरऔरगुलनारदोरमाशेवढा केलेपकरै।। राजमाद जोभीर और चक्करकोगुणकरैहै। राविधिवालछडाभस्तगीतीनरमाशाशलूया गुलाब के फूलछेरमासा चूरनकरके मोमपीलाश्तो लघीतोले गरमकरके मिलाके ललाटोरम स्तकपरलेपकरै जमाद|जोबच्चोंकेसरसामा कोगुणकरेहविधिगशुलवनफशा४माशेक दसलीवानस्तुखसतीनरमाशाभूगकीधीवादाला दीतोलासुगीको-अंडानगरकीजरदी-सौरपोडाचे॥ टीकेमाके धमें मिलाकेलेपकरैतथाकपडेपर
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लगाके मस्तकपरराथे|ज़माद| जोकफ केसरसाम कोगुणकरे है विधिस्तुरखुदसागरदसलीव ॥२माशे। मूंगकोचून४ तोलेसुंगीका-अंडानगरकी। जरदी मिलाकेगुलरोगन और पानी के संगलेपकरै।। राजमादाजोमूप-औरनिकोगुणकरेह विधि गराईचीतादीनानरूमानोरमाशोगायकैदूध में पीसकेगरमागरमलेपकाजमादाजीसकतेको गुणकगविधिकोयलकेफूलाकलोंजीराई। छैरमाशे जायफलालांगाअकरकरारादोरमाशेगा यकैदूधमेंमीसकेलेपकरे।
फसलकिर्यसलवी॥... नाकीरकान के रोगों के दूर करने लपोंमें। मादाजोकानकीकडीसूजन कोगुण करै हैचि धिवाकलेको चूनाजी कोचूनराकरतोलेागुल वाचूनागुनवनशोफागुलखतमीछेरमाशेनार || नाश्माशे वनफशाके तेल मेंमल केलेपकरैज|| माद।जोकानकेनपजाने और कुचलजानेको राणकरैहै। विधिशमुगासाकाकीया।सनोव: रकागोंद छैरमाशोताजा मेंहदी के पन्नालेके पीसके। लेपकरैथवासपीगेटीजौकी पानी में भिजी गायकोदूधश्रोरगुलरोग मिलाके लेपकरेजा र्भद जोललाटपरलगानेसेनकसीरको बंदकरही। विधि।गुलनाररागरूविरकी ताजापनीएकर) मोलाकपूरमाशाअफीमश्माशेलेके लेपकरे। अथवागहरामाजूफलावनारको छिलकाम्या
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लाव के फूल और मा. मसूर को चून १ मोले । रसोत ३ मासे । गुलावजल में पी सके मस्तक और ललाट देश में लेप करे ॥ ॥ फसल सदसूठ वी ॥ मोह और कंठ के रोगों के दूरकरने के लेपों में जमाद जो दंत पीडा को दूर करे है || विधि॥॥भट कटे पाकी जड | काली जीरी। पीस के गालों पर लगावै ॥ अथ । वा!|भट कटाई काफल। अजमायन । देशी। भ्भ्रकर क एपीस के लगावै ॥ जमाद ॥ जो कंठ के भीतर की सूज न को दूर करे है |विधि ॥ मेथी के दाने । अलसी के बी जसोया के वीज । गुल बावूना दोंना मरूया । कंठ के ऊपर लेप करें| अथवा ॥ जौको चुन। मकोय के प तेराकर तोले। बारसँग। अलसी के चीज २ मासे । गु लावजल में पीस के थोडा सिरका मिला के लगावै ॥ १ जमाद|| जो कंठ माला कोगुण करे है || विधि ॥ वीजा वाल । अजमायन । एलूम्रा । दो २ माशे । जा रावंद मदहरज | काली मिर्च मेथी के दाने । एकर माम प्रो। अलसी के बीज ३ माशे । लेके लेप करै॥अथ वा]] राई | समुद्रफेन रेवत चीनी | गूगल । सव बराव र लेके लेप करे। अथवा ॥ यह लैप कंठ मालाकी सूजन कोपटका है || विधि।। जरावंद । नक छिकनी और माशे । उपक३ माशे। शहततोले ९लेके लेप करें ॥अथवा ॥ यह लेप कंठ के भीतर की सूजन को श्री रगले की हड्डी उबरने को और विषर ने से हुई होदूर करे ॥ विधि ॥ माजूफल अनारको छिलका भट वाँसकाकीया। ईसव गोल के सुनाव में कंठ- श्रीर
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गरदन परलेप करे।
फसलइसठती। पहलूके दर्द योरपीठ के दर्द नोरफेफडे के दर्दछौ रदमघुट जाने के दूर करनेवालेलेषों में जमादाजो पहलूकेदर्दकोनारामक विधिजोकोचूना तोलानारवूनापोस्तके डोडााएकरतोलापानी में पीस केलेपकराजमादाजोपहलू के दर्द कोचो रफेफडे के दर्द कोमारामकरै और मुवादकोंपचावै।। तथापका के निकाले विधिवनफशाके पन्नाव तमी के वीजागुलवावूनाछिरमाशेवाकलाकोचून
लसीकै वीजाराकरतोले।मुल्हटीडेडतोलेागुल रोगन भिला के लेपकराजमादाजोछाती कीन सफटजानेको गुणकरैजिस्केघतापसेरुधिरथूके || राविधिगसारनोकोछिलकामाजूफलागुल नारागेरू २मासेजोको चूनडेहनोलोलेकेलेषा करे।थवायहलेप पहलू के दर्द कोमाराम करे विधिगवाकलाकोचूनाजौकोचूनागेंहूंको चून एकरतोलेावनफशाके पत्रावतमी के वीजा धीयाके वीजोंकीमागीलै२माशीवीहीदाने केलमा वश्भाशे में लेप करैगजमादाजोतंगीसासको। गुगकरै है।विधि॥धीयाकोरसातभावीराकोर सातथाईसबगोल के पन्नोंकारसाओरजौके पानी मेंअलसीकालुत्रावनिकालके कपडा भिजोकेछ तीपर राधेनथानन्हीवस्तीकोपीस केलेपका थवागमस्तंगी।वालछडाएलूभ्राचिरापना!
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सववरावरलेके लेपकरें।
..फूसलननतरवी। ले कचके रोगों कैदूर करने वालों में जमादnsi कुचकेसोथ को दूर करै॥विधिमिदा लकड़ी कचनारकेपेडकावकलामेथी के दानोरंडकेपे डका वक्तलागेरुसववराघरलेके लेपका थवा॥कागजंगाकेपत्तारामकोय केपलागेरू सववरावरलेकेलेपकाथवा जौकोचू नावाकलाकोचूना मसूरको चूनागुलावके फूल सववरावरलेके लेपकरै। जमादाजोदूधको वढावे॥विधिविनसुलसी के वीजावाकला। कोचूनावराबरलेके लेपकरैगजमाद जोगा देदूधको पतलाकरै|विधिवनफशोकेपन्ना। रवतमी केवीजाजौछिलेहसववएवरलेके। लेप करे। जमादाजोगाढे श्रीरजमे दूधकोपत ला करै॥विधिगलोंगादोभाशोसाठी चावलदो। तोलेलेकेगरम करके लेपकाजमाद||जोकु चों के साथको भोरपीडाकोजोदूधकी विशेषतासे होदूरकरौ॥विधिगचाकलाको चूनाछिलीमा सूरको चूनाजौको चूनाएकरतोलेोकाह के वीजा गलाव के फूलागेरूपाँचरमाश।गुलरोगनश्चौरसि|| रकामिलाके लेपकरैगजमादजमेंरुधिरको दु रुस्तक॥विधिगतिलावाकलार्गेहूंकीसूखी। रोटीसववरावर लेके थोड़ोसोगायकोघीोरपाह तमिलाके लेपकरे जमादाजीकुचों के फोडौंको
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| पकाके फंडेराविधिअलसी कालेतिला। कोयल कीजडावकरीकी गनी। कबूतरकीची टासववरावरलेकेप्योडोगुलरोगन भिला केले पकरे जमाद जो कुचके कुचलजाने दूरक २॥विधि। गामुनक्कादानेसमेतलेके वराव रलेपकरै।
फसल सन्तरवी॥ ले उदर और प्रति और तिल्ली औरकलेजाके। रोगों को दूरकरनेवालेपमें।जमाद॥जोउदर कीसरवतसूजन को दूर करे विधिनिफसमा नतीनावालउडाएकरतोले।एलूमा।केसरती|| नरमाशेागरम करके लेप करैणजमादाजोमद|| रकेपुरानेसोथकोपटकावविधिकरनबके वीजावालछडाएकश्तोलानागरमोथामस्तंगी। अजरवर हेमासेनिश्करमाशे।गुनगुना करके लेपकरैथवादानामेथी।लसीकेवी जारवतमीकेवीजागुलवाचूना।नागरमोथाएक रतोलाफिटकिरीमस्तंगी छैगाशायोडागुलरो। गन मिलाके लेपकरै जमाद जोतिल्लीकेसो थको दूर करेंगविधिमंजीरविलायती। सिरर्क। मेंपीसके गरम करके लेपकरैथवागअंगू रकीलकडीकीभस्मावकरी की गनीकीभस्माव एवरलेके सिरका में मिलाकेलेपकरे। जमादा जो फुलावचौरनिल्ली की सरवती को दूर करे।वि धिगततलीपोदीनानों२माशापपडीधामार ३
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माशापुराने सिरका में मिलाके लेप करे।।जमादा जोतिल्लीकीसरवतीनौरसीथको दूरक विधि मेथी।वानाधालडाएकरतोले।अंजीरपीली नग५सिरका में पीसकेलेपकरैनथवाणगंग|| लछैमासे वाकलाको चूनामटरकोचूनाएकश्तो लोअलसीके वीजावालछडानाखूना नो २माश। सिरका में पीसकेथोडोवावूनाकोत्तेलमिलाके लगा| विराजमाद जोकलेजाकीसूजनकोदर करोवि धि।।सुपारी गुलावके फूलसुपेद-चंदनाचिरायता चाररमाशेजौकाचून तोलेाकपूरश्माशासिरका में मिलाके लगावैजिमादकलेजेकीनिर्वलता को दूर करे विधिारसोतमकीधिनिया नगर तंतरीकाछमाशामस्तंगी माशे।केसररमाशा थोडावावूनाकोतेलमिलाकेलेपकरे। जमादा जोकलेजैकीगरमीकीसजनकोगुणकरविधि कपूर|रूमीमस्तंगी। तेजपाततीनरमाशागेरू। गुलवनफशा।गुलावकेफूलासुपेदचंदनासूषो धनियों। २माशेलेकेलेपेक जमादकले जेकी सरदीकीसजनकोगुणकरे॥विधिवा। लडानेनवालातजापाचरमाशोकेसर२माशे वावूनाकोतेल मिलाकेलगावै॥जमादाजी ॥दस्तको वंदक विधिविंचूरकीपत्तीनार
की पत्ती वरकीपनी गेरूवरावरलेकेलेपकरें। अथवा मामले सूघोधनियों।नीलोफर कीजड गेरुसववरावरलेके लेपकरैया
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बारसोतामीठे अनारका छिलकाका कीया। सुपारीकोफूल।पिस्ताकेफूलागुलनारामाजूफल सवववरलेके लेपकरे।अथवा यहलेपच च्चों के दस्तों को गुण करे॥विधिएलावको जीरो।तरीकासूषोधनियोतीन माशाअनारको छिलका पाँचमाशेलेकेलेपकरे॥
फसल इतरी॥ गुदाकेरोगदूर करने के लेपों में जमादाजीएटर कीसूजनकोदूरकरेहविधिमसूरछिलीश्र नारकीछिलकाजुफतवलताथोडागुलरोगना मिलाकेलेपकरेगनथवाणयहलेपगुदाकी जली और सूजनको मुणकरे विधिमाभागकीप सीरतोलेोवनफशाकीपनीठमाशेलेके लेपकरै।।
नथवाणकाकीयाारसोतादम्मुलनरववे नाघराबरलेकेलेपकरेंजमाद वायकीववा सीरकी सूजन-धीरपीडाकोगुणकरैह विधि। गंदनाके वीजालसीके वीजागूगलासववरावर लेकेणोडागायका घीलेकेमिलाके लगावास थवा गायके सीगकीमीगीपीलेमालूकीय ठलीकी भीगी।मुगीकेडेकीजरदी। गायकेघीमि लाके जिस्मंप्याजकादागदीयाजायनिलाकेलेप करेअथवागप्पाजगायकैघीमेंभूनकेलेपक
प्रथवा काकीयावन्मुलभखवेन। वंगतीनरमाशागूगलछेमाश्रिफीमरमाशे पोडेगुलीन में मिलाकेलेपकांप्रथवा
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निवोलीकी मींगी।वकायनकेवीजों कीभींगीरसोत। सववरावरलेकेलेपकप्रथवागमीठेघीयाके वीजों की नींगी। भालू की गुठलीकीमींगी गायके। धीमें पीसकेलेपकरै॥ .. .॥फसल बहत्तरवी॥ गुरदे औरइन्द्री केरोगदूरकाले वाले जमाद) जो गुरदेकी सूजनदूरकरें॥विधिलवनफशा हरे धनिये कीपनी कुलफाकी पत्नीछिरभावामी|| ठिबादामकीभींगीदाने।गुलावजल में पीसकेलगा विप्रथवा यहलेपगुरदेकीसूजनकीसरबती कोदूरकरै विधि।उश्कामुकलाअर्थात् गुग लामस्तंगी।तीनरमाशे।पानी में घोलकेरखतमीके। वीजाखुबाजी के वीजासोयेके वीजागुलवावूना। अलसीकेवीजामेथी के दानेापांचरमाशा चूरनक रकेमिलाके लेपकरे।अथवागुरदेकीसूजनको पटकावै॥विधिागेंहूंकोचूना सोयाकेपन्नाागुल वाचूना।मुल्हटी।छरमाशहतडेटनोले। गाय! काधभिलाके पकाकेलेपकरै जमादइन्ट्री में| रुधिरजमजानेको पेसावकीराहसेनिकाले।ाविधि गजमोदाअजवायनासातश्माशाजवासेकेपन्ना॥ नारखूनागुलवावूनापांचरमाशाजौकोचूनां चनों कोचून एकंरतोलेोकरनवकैपन्नोंकेरस में पीसके लेपकरै|जमाद|जोपेशावके वंजान हो को इन्ट्री मेंराधजमजाने के कारन करकेवंद होजायक को गुणकरे विधि। चुकंदर केपन्नामेिथीकेटाने
मस्तगी विधिनियरदेकीस
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गलवावूनानारखूना।वाकलाकोचूनाचनाको-चून। भुनीप्याजसववरावरलेकेथोडीकबूतरकीवीटायो रसरसोंकातेलमिलाकेलेपक जमादाजी पर पावरूधिरयानेकोदूरकरै॥विधिकाकी यादोंनों चंदनातंतडीकासषोधनियोंवरावरलेके लेपकरीनथवाणयहलेपउस रूधिर कैपेशावको दूरकरेजोगरमीसेहगाविधिगगेस्एलूनाारसोता
काकीयावरावरलेके गुलाबजल थोडासिरकामि लाकेलेपकराजमादजोबुन्द्री और गुरदेकीपर थरीकोतोडकेदूरकरे विधि मेंहदी की पत्नी। परतियावशतुलसीकेपनोपोदीनाकेपत्तेसोया केपत्तासोंफ कार्कमिला केलेपकरैथवा
कछुवाकैडेहालोंकेिवीजासेलबडीपीस केविछकातेलभिलाकेलेपकरीअथवाधि छूजला कोस्साहमूसेको पत्थराकछुवाकैडेया लूवालागुलावके फूलासव वरावरलेके सोयाकोवा सभिलाकेलेपकरै जमादाकिइंट्रीकीसजनको|| गुणकरैजीसदी सेहो|विधिगछुहारेकीमुठलीए कतोले।तुरखमुखतमीपतीले।सिरकापीस केले पकरेजमादाजोइन्ट्री कीगरमीकीसजनकोगु
करे विधिशासोयाकैवीजागुलवायुनाखतभी केवीजसववण्वरलेके लेपकरैथवाणयहले|| पदन्द्रीकी सरदीकीसूजन कोगुणकरें॥विधिगवा| कलाको चूनामुनक्काकालोजीरोगनोरमाशे॥छुहाये कीगुठली कीभस्मारबतमीकेवीजतीनरमाशालेका
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लेपकरे ॥
फसल तिहत्तरवी ॥ जो अंडकोश और इन्ट्री के रोगों को दूर करने के लेपों में || ज़माद]] जो खंड कोश और इन्ट्री की सरदी की सू अनको गुण करें | विधि ॥ संभालू के बीज । चना को चू नावालाको चूना नों मा। मुनक्कानग९५ सरसों तेल ।। वनक की चर घी थोडी २ मिला के लेप करे॥जमाद || जो खंड कोश को गुए। करै ॥ विधि ॥ नागर मोथा । पपडीयामार। कालाजीरा। इन्द्रायन के फल के वीजा ए लूया ! दो २ माशे | जौको चून। बकरी की मेंगनी गेरूचा र२ माो। सिरका घालिस मिला के लेप करें। अथवा ॥ चिरोजी।मनार को छिलका । माजूफल | गुलनार । लोर्वन तीन २ माशे । वाकला कोचून १नाले। पुराने म दरा में पीस के लेपकरें | अथवा ॥ नागर मोथा । बी जा बोल। बंबर को गोंद । दींना मरूया । माजूफल या का कीया। लोवान। सब बराबर लेके पुरानी सराव में। पीस के लेप करे ॥ जमाद॥ जो इन्ट्री लिपट जाने को दूर करे || विधि ॥ वीजा बोल १० मारो। कडबा कूट रेवत चीनी। प्रफीम तीनर माशे । मस्तंगी। फिटकिरी । पाँचर माशे । केसर ९ माशे । अंगूरी शराब में पीस के थोडा गुल रोगन भिला के लेप करें ॥जमाद् ॥ जोइ न्द्री के कुचल जाने को दूर करै ॥ विधिं ॥ मुर्गस । रा लूमा। वीजा वोल। न्यका कीया। वर वर लेके महीन पीस के मुर्गी के झंडे की सुपेदी में मिला के लगावै ॥ ॥ ज़माद ॥ जी रोग दूर होंने पीछे इन्द्री को सरवत क
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विधिरसोतमक्की काकीयाःगुलनारामा जूफलभुना:मीठेश्रनारकोडिलकारासोनामाषीभुनी। गिलमरवतूमबरावर लेके लेप करैजोरोगदूरहोजा नेके पीछेछिद्र रहावैमोगुलरीगन टपकावै॥
फसलचौहत्तरवीण "भगऐगदर करने के लेपों में जमाद जीभग पीडाको दूर करे॥विधिकैसरायफीमाखुरामा नी-अजमायनादोरमाशाखतमीकेवीजाअलसीकेवी जापाँचश्माशामरगीका अंडानगरलेके लेपकरे।
जमादाजीखीधर्मकेरुधिरवहनेयोनि केमू हफंटजान को दूर करे विधिमगुलनार। जुफा तावंबूरके पन्नावरकेपन्ने लुहारकीगुठलीवराव रलेके लेपकरै।।अथवा छिलीमसरघडेच नारकोछिलकाविरकेपन्नााहरोमाजूफलावरावर लेप्रथवागगुलावकेफूलामुलनारामाचा छिलीमसूराघयनारकोछिलकाामाजूफलाम हारेकीगुठली। चारश्मासे।भाग मासे।लवेज मादजोगणी स्त्री केरुधिरजारीशेजानेकोबंद करै॥विधिमामाजूफला-अनारकोछिलका लनारसवबराबरलेके सिरका मिलाके लेपकराज मादाजी खियों के विनार्दपेट फूलजाने चोरनी चेनन्पताहोजानेकोदूरक विधिधारूमीमलंगी। वालछाडांछेमासेनारखूनातजाकलोंजीपोदीना। पहाडीसोयाके भोजनौरमाशा ओररोगनवाचूनाभि लाके तीसेदंडीसाईश्रीरकमरसे कूल्हे ताईलेपका
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राजमादाजोमरेवच्चाकोयनसे निकालावि धिदिन्द्रायनाततली केपनााकडवाकूटावरावरले के गायकैपिनेमें वा शहत में मिलाके पेडीरदंडी परलेपक जमादाजीवच्चामासानी सेजनेवि धिअलसीकेवीजस्तालेोशहतश्तोलेपीसकेथोडे
कालेतिलकातेल मिलाकेगरमकरके पेडू औरढूंडीप रिलेपकरे।
फसल पिचतवी शरीरके वाहरी फोडे औरसजनकैदूर करनेकेलेपों में जमादाजोसजनकीभ्यादिमुवादकोफिरक रिलावैविधिलालचंदनागेरूपरसोताहरेधनिये। केपानीतथामकोय केशर्कमें लेपकअथवा लावकैफूलाछिल्लीमसुरागुलनारा अनारकोबिलका जौकाचूनावरावरलेके थोडेगुलरोगन में मिलाकेले पकरै जमादाजोसूजनकीपटकावै॥विधि। गुलवतमीगुलवनफशशामसूरकाचूनावराबरले केयोडासिरकाबालिसलेकेमिलाकेलेपंकन थवागगुलखतमीसुपेदागलवनफशाासूबोधनि यो।गुलवाबूनारामारवूनाश्मिाशेलेकेलेपक॥
अथवा पीलाभोंमछेमाशाउडतोलेगरसोंका तलाश्तोलेमुनका। अंजीरपीलीनगरपीसकेमिल केलेपकअथवावाचूनाकैफूलानारखूना।
चलसीकेबीनामेथीकेदानाजीकानघरावरको लेकायोडागलरोगनमिलालेपकरेंजमाद।। जोसजनकोपका के तोडे विधिशकवतरकीवी
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टामुगीकीवीटरमाशोगेंहूंकीरोटीका खमीरडे || ढतोलासाभरनोंनरमाशापकाके लगावैनथवा
यहलेपफोडेकोनोडे विधेिालीलाधोया।३॥ माशाहालोंकेधीजाहल्दी गलछरमाथागूगल। गुडकरतोलालेकेलेपकरैथवायहलेप फोडेकोमटकावतथापकाकतोडेविधियानंगी कोचूनाजौको धूनालोभीयाको चूनामसरागेरू। सवबराबरलेकेसिरकायापानीमें खमीरकरकेए नयनालेपकरै। । फसल छिहत्तरवी।
बीट-ौरगिरपडनेकीचोटकैदूरकरने केलेपों में जमादा जोसूजन औरचोटोरगिरपडने कीचोट लगनेकीपीडाकोदूरकराविधिरामेश। लकडीश्यामलामावाहल्ली। पंवार के वीजासा खुनापुरानी सब वरावरलेकेथोडाकालेतिल का तेल मिलाकेगरमगरमलेपकरै॥सथवागम गासागेरूखतमीकेवीजाजरदाएलस्त्राराकरतो लेोहल्दीसोयालोर्वनाछेरमासेलेकेलेपकरै।। गजमादाजोचोट-चौरगिरपडनेकीचोट औरकु चलजानेकोदूरकरैविधिगिर छैमाशामका केपत्तागुलावकैपत्ताविरकेपानिरमाशालेके लेपकअथवागहल्दीहीमकोयपनाागेरू एकरतोलोषिलीसम्सारतोलेालेकेलेपकरे। धथवागेकाले तिलाधावाहल्दीहालोंक| चीजा वरावरलेकेथोडाप्रलसीकातेलमिलाकेले
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पकज़माद|जोधासारचौर और गिरपडनेकी चोटकीस्पाही कोदूर करे॥विधिमटरकोचूनाच ना कोचूनाछडीलाअलसीके वीजनोरमाशालाल वूरोमांशकाली मिरचमाशायोडे सिरका में मि| लाकेलेपकरै।
भफसलसततरवी॥ पथकरलेपों में जमादा जोधोडरको दूर करै॥४॥ ॥विधिवाकलाकोचूनामाजूफलाघअनारको लिलकाराकरतोलेापानी पीसकेपुरगीकेअंडे का छिलकारतोले चूरन करके मिलावाजमादाजो गडाकीदूर करै|विधिमसूरको चूना अनार को छिलका गेस्रगुडपुरानोंवरावरलेके केगडाकेलास पासलगावैचोरउस्के ऊपर कोईदवानलगायही ततवीरगुणदायक है। ज़माद जोशरीरकीकांती | कोवहावै॥विधिवाकलाको चूनाचनाकोचू नाडीला।वादामकीमीगीछिलीह घरवूजाके वीजाषीराककडीकेवीजासमुद्रफेनासववरावर लेकेगायकेदधर्मपीसथोडाशहतमिलाकेलेप कर औरएकपहरपीछेधोडालाजमादाजो। कांदाश्रादिशरीरमें चुभजायनाको निकालाविस धिगनेकीजडाजराबंदमदहरजावरावरलेकेपी सकेशहत मिलाके लेप करीजमादाजोसापके काटने केघाव में पहलेसूजनमाजानेकोसोषलेवे ॥विधिवहलाप्याजजंगलीजवासेकेवीजा ||मटरको चूनावरावरलेकेमदरापीसकेलेपकरे||
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॥अथवा ॥ चिडा तथा मुगी जीता फाड के बाँध देवै ॥ ॥अथवा ॥ साँप तथा मेंडका का मान्स वरावरपी सके लगावै ॥ जमाद || तोडे को काट के गिरावै।। विम धि॥ सजी। सूना। सिंदूर । चिडा की वीटा साबुन । वराव र लेके लेप करें। अथवा ॥] जा समें रोमदूर हो जायतब गाय का धी लगा के पीपल की पत्नी नरम नरम बाँधेओ फि र कभी न निकले ॥ चथवा । इस पर पचने लगा। सावन। सजी। चूनों | नींसादर! शिंग रफा बराबर लेके पीस के तिली को तेल मिला के लगा ये जब सब मुवाद दूर हो जा यनव घाव के भरने की ततवीरकरै ॥ अथवा ॥ सैमल | घार। अफीम लीला थोथा । सर्ज। ऊपर को धूम्रा वराव र लेके लेप करै।। अथवा ॥ यह लेप अत्यंत गुणदाय। कहै । चोक। लीला थोथा । सजी। नौसादर। काले तिल का तेल मिला के लगावै ॥ जमाद]] गरमीकी सूज नौर ओडों की पीड़ा और मैंनि की पीड़ा और इंट्री में और जांग चौरसव जोडो के बेटे मन को आज भूदायो भ है || विधि ॥ ईसव गोल बिना। पोस्त के डोडा चू रन करके पका के और थोडा गुल रोगन मिला केल गावै ॥ हरफुल ताय ॥ गुण तिला को मसूहभी कह ते है | फसल अठत्तर वी ॥ मस्तक से गरदन ताई के रोग दूर करने के तिला यों में ॥ तिला जो सरदी की साधा सीसी को दूर करें || ॥ विधि ॥ राई एकभाग मुनक्का दो भाग । सिरका में पीस के लगावै॥अथवा ॥ सोंठ२ माशे । मेंहदी के । हरे पत्ते १ तोले। पानी में पीस के लगावै ॥ भ्अथवा |
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केसररमाशेामीठेवादामकीमीगीनगर दोनामस्या केताजापन्हमें पीसकेतिलाक तिला जोग रमीकीच्याधासीसीकोदूरकरे॥विधिगसुपेदच दनानीलोफरकेफूलएकरतोलेाकपूरदोमाशेले|| केलेपकरैनथवा मुचकंदकैफूलाताजा|| दूवाकसेरूाबरावर लेकेलेपकरैभ्रथवागणु लावकेफूलाकाहूकेवीजाकासनीकेवीजासमोर धनियापानी में पीसकेतिलाकशतिलाजोग रमीकोमस्तकपीडाकोदूरक विधि दोनोंचंद नानीलोफरकेफूलागलावकेफूलाका(केवीजा तीन माशेअफीमरनी। केसररही पुलाव जल पीसकेतिलावनविनयवासषोधनि योसुपेदशंदनवरावरलेकेतिलाकरीचयवा वनफाके पानीलोफरकेफूलाबराबरलेकेपानी मेंपीस के घोडागुलरोगनभिलाकेतिलाकरेंगति लाजोसरदीकीपुरानीमस्तकपीडाकोदूर करें। विधि|श्रामलासारगंधक९भोगापपडीयाषा रदोभागापानी में पीसकेलगावैगाप्रथवासु पेदचंदनानोंगमग५लेके लगावैनथवाण अजमायनाप्रजमोदा सोयाकेवीजवरावरलेकेल गावै॥तिलाजीसवयकारकीमस्तकपीडाचौ रपीडाजो.उनके कारण सेहो दूर करें|विधिापो स्तके डोडारितुरासानीजमायनाराकरतोले फीमरमाशेपानी में पीसफेलेपकरै तिलाने कीललोई कोगुणकरे विधिपठानीलोध
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रसोताफिटकिरीभुनी।घडीहर्डकोछिलकाातीनमा शो नफीममाशापानी पीसकेगुनगुनालेपकरे तिला जोवच्चोंके नेत्रों की लालीकोदूरकरै।वि धिशभुजीफिटकिरी। रसोतचाररमाशाकत्याभुपेद। अफीमएकरमाशोमहीनपीसकेकागदी नींवूकोर सडालके लोहे केवाप्सन में लोहेकेदस्तासेमाठपहर रगड के काम में लावैगतिलाजोकानके पीछेकी सूजन को दूर करौ॥विधिारतचंदनासुपारी।ए लूभासववरावरलेक लावधर्क में पीसकेति लाकरे॥तिलाजोनाक कीवाहरीभीतरकी फु नसीकोदूरकरेविधियागेरूतमाशा का केस रएकरमाशेगुलरोगन मेंधिसकेलगावैप्रथा वामुर्दासंगासिरका घिसके लगावै॥तिला
जोगंजको दूरकरैविधिकवेलाासुहागोका चााहल्दी।सववरावरलेकेसरसों के तेल मेंषरलका रकेलंगावैरायथवागभुनालीलाथोथाकाली मिरच छैरमाशे जलीमसूरमामलोअनारको छिलकाापोस्तकेडोडा।कवेलो।सववरावरलेके चूरनकरकेसरसोंकेतेल मिलाकेलेपन थवागतंदरकी ठीकरीजलाकेतोलेानोंनछैभाशे सिरकाघिसके लगायाथवागमुर्दासंगापट्टे|| अनारको छिलकामाजूफलासववरावरलेकेंसि || रिकामें पीसकेलगावैपायथवा सावनागुलाव जलमें पीसकेलगावातिलावच्चोंकेगंजकोदू रकरीविधि।वादामकीमीगीजली।सूषेमेहदी
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के पन्ने। कवेला! एक २ तोले । मुर्दासंग जे माशे । काली मिरचा लीला थोथा । एकर मा।। चूरन करके सिरका मे घोल के थोडा गुल रोगन मिला के लगावै॥ तिला || जो सिर में सेंभुसी सी नडने को दूर करै ॥ विधि॥ कडवे वादाम को असारो । तिल के पन्ना । और सिरका में पीस के लगा है ॥ यथवा ॥ मेथी को चून। चना । को चून । सिरका में घोल के लगा वै ॥ तिला जो चहरे की झांई को दूर करे। विधि॥ गुलाब के फू.. ला मसूर को चून। मुनक्का । वरावर लेके सिरका में पीस के लगावै ॥ अथवा ॥ एलच्या जानवर की पु रानी हड्डी । लोबान । है २ मासे । ततली माशे । सिर का में पीस के लगावै ॥ अथवा ॥ कागदी नीबू में हल्दी को चूरन भर के सात दिन ताई धर एवै फिरह | रे सरकंडे की जड़ के साथ पीस के रात को लगा वै घात काल धो डाले | अथवा ॥ छडीला । पर चूजे के रा | स की ३ पुट देके दो तोले मसूर को छिलका छै मासे । | सरकंडे की जड़ को छिलका छै माशे। पानी में पीस के | लगावै ॥ तिला || जो मुहाँसे को दूर करें और रंग को साफ करें || विधि ॥ श्राधपाव जौ छिले | पावसेर । गाय के दूध में मौटा के सुषाय राधे फिरथोडे से तो यह जो मोर थोडी सी हल्दी दोनों को पीस के तिला किया करें | अथवा ॥ कोयले के पत्ते। नीम की पत्नी । सिर सकी पत्नी। थोडी २ पीस के लगावै ॥
॥ फसल उनासी वी ॥
वदन के तनूरे के रोगों की गुरण करें। तिला जोव
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मनकोदूर करे॥विधिरावेरके पोधनारकैपने तंतडीकावरावरलेके पानी में पीस के उदरपरलगा वैनथवानकाकीया।माथामाजूफलागु लावके फूलोयामलासुपेद चंदनावरावरालेकेल गावै॥अथवागशुलनारागुलवके फूलासुपेद। |चंदनावरकेधहालेके वरावरलगावैनथवा। पिस्ताकेछिलकारागुलावकोजीरोसुपेदचंदनछ। २माशेमस्तंगीभाशे गुलावजल में पीसकै लगा वातिला॥जोतुर्तधारामकरैऔरकुचोकोनर भकरेन्योरलटकीदुईकोसरवतकरै॥विधिमा नारके पेड़ कोवकलाफलकच्ची फूलापन्नासव वरावर लेके चूरनकरके एकरातदिनपानी में भिजो केनीटावैजवतिहाईपानीरहजायतवकड़वातेल डालकेफिरनोरनीटावैजवपानीजलजायतवते ललानलेश्योरजस्तातथाशीशे के वासनमेंराषेत्रो। रतिलाकीयाकरैऔरजोलगाने के समयजस्तातर्थ शीशेके वाशन मेंलोहे के दस्तासेरखूब घिसलीयाक रतो विशेषचवलहोजायातिला॥जोपीठकेव डैफोडाको दूर करै॥विधि।कुरंडपत्थरौरसी साराधनिये केरस तथानकोय केरसमें घिसके। लगावैथवासीसेकोमकोयरस मेंघि सकेलगावै॥अथवासीसेको मकोयकेपानी में घिसके उस्मेंघाँडाएलमाचौरलीलाथोथामि लाकेलगावै॥तिला जोवगलकादुर्गधीकोदू रकरे विधिकपूरश्तोलेोचादीकी धरीवा।
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लोगामसंगीफिटकिरीचाररमाशीचूरन करके लावजलमेंघोलकेलगावैनथवा मुसिंग। गुलावजल में घोलकेलगावैनथवागलीला|| थोथाभागा कपूरभागागुलावजलापीस के लगावै॥
फुसल अस्सीवी अंडकोश और इन्द्री औरजांगकी जडकेरोगों के दूर करने के तिलाञ्चों में तिलाजो अंडकोशकी सूजनकोदूरकरै॥विधिकाकनजापोस्तकेडो डाजीकोचूनामहरकोचूनावरावरलेके सुगी के अंडे कीजदौ औरगलरोगन मिलाकेतिलाकरेगा
यथवा गेरूपरसोतएकर तोलासोंठ४ भासे। नोनको पानीहरीमकोय तथाधनिये के पानी में पीसा केलेपकानथवागुलवाचूनायिजमयनर करतोलेासषीतमायके पन्नाछेमाशापानी में पीसके|| प्रोतागुलरोगन मिलाकेगुनगुना करके लगावै ॥तिलाजी अंडकोशकीमुटाईको दूरकरैथि धिाकुरंडपत्यराचौरपुरानीवक्की कोपत्थरावराणा वरलेके हरेधनिये केपानी तथामकायकेपत्तों के || पानी में पीसकेलगायाकतिलाजोगंडको|| श-और इन्द्रीमानकीघुजलीकोदूरक विधि
एस्लूमानिोसादरगेंहूं कोसता गुलावंकेफूलदी। नौचंदन गुलावजलतथापानी में पीसकैयोडासि|| रका मिलाके लगायेतिलाइन्ट्री की टेहे और गोंकीसुस्ती कोगुणाकरै निधि सफीम३||
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माशे | जायफल करकरा । दाल चीनी । पाँचश्मा शे। प्याजन र्गस १तोले । सुपेट कनेर की जड़ को छि लका। डेड तोले। दोपहर ताई मदरा में घोट के लगावै तथा लंबी बाती करे राधे और समय पर मदा में घि सके लगावै ॥ [तिला]] ओलोंडे वाजी के कारणक र के इन्द्री की अड पतली पड़ गई हो ताको दूर करेहै ॥ विधि || जायफल | जावित्री । छडीला। मनुष्पके कान को मेल छै२ माशे। गधाके अंडकोश को रुधिर ४ तोले | दुखा तशा शराब में यहाँ ताई घोठे जो पाव सेरधाराव सोघ जाय-मौर तिला के लायक हो जाय तव काम में लावै ॥ तिला ॥ लोंडे वाजी के नुकसा नको दूर करें ॥ विधि ॥ कडवे घीया की भीगी । २ तो ले। सुपैद चिर्मिठी । कर करा है मासे । तेज बल। पीपरा मूल | तीन मासे । ३ दिन ताई गाय के घीमें घोट के तिला करें और ऊपर से पान बाँधे । तिला || जो लोंडे बाजी खोर नपु नसकता को गुरण करें। ॥ विधि|| जमाल गोटा गधा की लीद में मोटा के सुमेद चिर्मिठी । कुचलाज़ला । यकर करा। सुपेद । कनेर की जड़ को छिलका। दो तोले। गाय के दूध में यहाँ नाई घोटे जो सैरदूध सोष जाय पीछे चो ये की तरह बेंचे और सुपारी वचा के तिला करैक पर से पान बाँधे ॥ अथवा ॥ सुपेद कनेर की जड़ लाल कनेर की जड़। दोनों को छिलका। डेढ २ तोले वडा जायफल / मग ११ अफीम नों माशे। सब को चू रत कर के बड़ेगोह की चर वी २ तोले मिला के ९ दिन
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घोटकेगोली वनारासमय परशरावदुलातशीमें।। घिसके सुपारीछोडकेतिलाकरे मोरपानसेवोधे। ॥तिला जोनामर्दौरसुस्तीवाले को गुणदाय क है-माज मूदा है।विधिपकनेरकीजडकोछि लकासुपेद चिमिठी।साधरपाचा कडवोकूट। जमालगोटादो२तोलेोचूरनकरके१५सेर गायकेद्र धरवूवमिलाकेपकावैमोरदहीजमाकेषात काल४सेरपानी मिलाकेविलोके मापन निकाले। औरमठा कोगाडदेजोयहविषके समान है और माधनकोतायकैराधेऔर इन्द्रीपर लेपकरकेषा नसेवाँधेनौर१रतीकेप्रमारण पान में घर केषाया करैतो१५दिन मेंअच्छाहोजाय॥तिला जो बदको दूर करै विधिशरत चंदनागुलावके फूलाचीनीयौरसोतासुपारी।छैरमाशा केसर २माशाहरेधनिये के रस मेंतथाहरीमकोयरस में पीस केतिला करै।प्रथवागरक्तचंदनागेरू रसोताएलूशामिकाकीयानिोरमाशे।अफीम ९मासेोकेसरहरनी। हरीमकोयरस में वाधनिये मेंपीसकेतिलाक तिलाजोगरमीकेघाव
और चटौरफुनसीयों को दूर करै।विधिह रतालापारोतीन२माशाजमायनघुरामनीरतो ले गायकोचीरतोले फूलकासीके वासनमेंनी मके घोटाले घोटके लगावै॥
फसल कक्यासी॥ ||गुदाके रोगरकरने के तिला मितिल
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जोववासीरकीपीडाकेमारामकरने में मजमा ई-औरतुल्पनही रखती है।विधिकपास के हरेपन्नोंकारसकिस्मनरमामायाँवाहल्दी।धिस केतिलाकरे औरसूघजानेपरदुवारातिवाराति लाकरें।अथवा यह तिलाववासीरोरभ गंदरकोअच्छाहै।विधि केंचुया कोगधा) केरुधिर में पीस के सुधारायेसमयपरपाधानभेद के काढ़े में घिसकेलगावैनथवागवेगनकी डोयोरकडवेवादाम दोनों वरावरपीसकेगुलरो गनमिलाके तिला करैथवा डगर के कव जेकी हड्डीगुलावजल मेंघिसकेतिला करे। थवावकायनकै वीजकीमीगी निचोलीकीमी गी।रसोतापानी में पीसकेलगावैनथवाखा लूकीगुठलीकीमीगी।मीठेघीया के बीज की मीगी || वकरी के दूध में घिसके लगावै॥
फसलवयासी॥ हाथपावभोरजोडों के रोग दूर करने के तिलायों में॥तिलाजीहाथ पांवकीसूजनकोजोवडीवी मारीयों में पेदा होती है...."दूर करे विधि काकीया। श्याफमामीशा।वीजावोलामाया।केसर रसोतागेरूासव वरावर लेकेंसिरका औरमको यकेहरेपन्नों केरस में पीस केतिलाक।यथ|| वासमुद्रफेनासेंधानोनापपडीयाधारानगरका कञ्चनरकचूरारानुसासव वरावरलेकै गुलाव|| जलमैं पीस केलंगावाश्रथवागेसामकोयक
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हरेपन्ना। सोंठ वरावरलेके पीस के थोडागुलरो गनौर सिरका मिलाके लगावै॥तिलाशजो| छाजनकोदरकरै विधिविलायतीसावन गुलाबजल में घिसकेलगावेगथवापारी अजमायनाकत्याराकरतोलाछै तोलेगायको | धीलेके तांबे के वासन नीमकेघोटासेरगडके लगावै॥थवा॥सरेसरतोलायोडापानीडा लकेनाच परापगलावै।और हरतालको बूरन || एलूमाछै२माशातरबूजके वीजकीमीगीश्तोले मिला के मरहमजेसी करके लगावैनिला॥ जोएडीके फटने औरदर्द को दूर करे विधि। वडोइन्द्रायन कोफलनगशोरन जानकडवोर तोले मेंहदीकेहरेपज्ञानीमाशापानी में पीसके थोडा कुड़वातले मिला के गरमागरमलगावै] चोरचोंधे॥तिलाजोहाथपावकीसरवती। ओरजोडोंकीसरवती को दूर करें।विधिव तरवकीचरची।मुर्गा कीचरेवावकरीके सीगा कीमीगी।तथागायकेसीगकीमागीएकरतोले फुलेल रतोलेमें घोटकेलगावैनथवा" ताजा मायनासेंधानोंनचूरन करके वकरीदूध में मिलाके लगावैगतिलो जोनोंहमपञ्जा ने को दूर करैराविधिामस्तगीछेमासे सेंधा नोनरमाशे। चमेली के तेल में घोटके लगावै॥
फसल तिरासी॥.. जोमन्पकोडौरखीपौर त्वचा के दूगरेरोगों को
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दूरकरनेकेतिला धीं मेंतिलाजीत्वचाकीसुन्या ताकोदूरक विधिापागावचनागनीनरमाशा धतूरे के वीजजले हारतोलेाकालीमिर्चश्तोले।। पाकके दूधमें घोट केलगावैाप्रथवायकर करारामुनक्कापोदीना वरावरलेके पुराने सिरका में पीसकेलगावैधिवागवीजावोलाएलया। वराबरलेकेहरेधनियकैपानीपीसकेलगावै तिजोथोडेसेदिनकै लगाने में कोडरहोगा विधि ॥चीतासकरकरारसोताराड़ीकलांजीभुनीब गवरलेकैवकरीकेरुधिर में गोलीवनाराये औरच करीको ताजाखून तथाधारोपानी में घिसकेतिलाक
मथवागमूली केवीजानकछिकनीकडवे। वादामकी मीगी।चीतहरतालाप्रसपंदारसाहकूट अमरीढकाछिलकासववशवरलेकेमहीन चूर नकरके तेजशरावघोटकेलगावैराग्रंथवा नेलन कीदा। भिलायेकातेलामूलीके वीजाची ता।कबूतरकीवीठसववरावरलैके सिरका घोट केतिला करेघावकरकेमुवादकोनिकालके अच्छाकरदेताहथवाराई। कलोजीप पडीयाधारागंधकाकनेरकीजडावरावर लेके। पालिससिरका पीसकेलगावै॥थवा सरकीजडको छिलकाामिलेदोश्तोलेावक
तोलादाक के फूलके का में गोलीवनाराधे। औपनिलाकरेगतिला जोकोड-औराजन को दूर करें। विधिानलसीकेवीजातरातेज
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कके वीजाराईसिरका में पीसकेतिलाकरेचिरोंजी।चना कीचूनासिरका मेंपीस के लगावै। जयभवागमदराकीगारासिरकाागंधकमिलाके लगावनिथवा चूकाकीजडसिरकामें पीसके|| लगावै॥तिला जोसुपेददागकोदूरकरीविधि
हरतालागंधकाफिटकिरी वरावरचूरनकरके पिरका औरशहतमें मिलाके लगावैथिवा॥ कडवेवादाम कीमीगीभरवाशामूलीकेवीजाल जीराकेवीजाकरमकलाकेवीजातरातेजकेवीज कउनोकूटाचतावरासववरावरलेकेसिरका पीसकेलगावासथवाचितावरकीछालास रकंडेकीजडानीवूकेरसधिसकेलगावेजवया वहोजायतवनीमकोतेललगावेजोघावभरकेसही खालनिकलनावेगातिलाजोलीपकोदूरकरे
विधिचीतीमूलीकेवीजानकछिकनीराई। वरावरलेकसिरकादंपीसकेलगावैथवाग मूलीके चीज९०भाशाकडवाकूटनकछिकनीोच २माशोनंगूर केसिरका पीसकेलगावातिला। जो-अकोताकोदुरकौविधि।सुपारीछालाया। भिलायनाचारामादमीकीषोपरीकीपुरानीहड़ा डीडेडतोलासवकोगधाकीलीद जलाके कोया लाकरैचोरवणकरसुर्मासाकरको कथाछैमाशे लीलाथोपा९माशे।सुर्मासाकरकेश्राधपावगाय|| केघी मिलाके कामलावनथवाजला कुचलाश्तोल।फिटकिरी लीलाथोथा|कस्यामा
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दैमासागायकाघीपछटाकभिलाकेमरहमवना लेनिथवाणवकुचीकेवीज तोलाजौकुटक रकामाधपावगायकेदूधकीपुरदेकेाकपासकेपे डकीछालाघो-अनारकच्चोडेडरतोलेासवपी सकेगोलीवनावोरहरीभकोयकेपन्नों केरसमें मिलाकेतिलाकरे नथवा सुपारी।हल्दीघक चीमसरापोस्तकेडोडासवजलाकेएकतोला सुपेदरालासुहागोभुनों।फिटकिरीभुनी। पपडीयार कत्थाछेमाशे कालीमिरचभाशासवकोमही न-चूरन करके सरसों के तेल में मिलाके लगावैधौ रदो तीनदिन ढाक कोपन्नासेकके वाधेफिर लारा ये॥ . फसल-चोरासीवी॥..... घुजली और दादके दूर करने केतिलामिति
जोतरौरसूघीखुजली को दूरकरै॥विधि॥ गंधकापारोलीलाथोथााहरतालावकुची।स ववरावरलेके दूनेकडवेतेले में घोटकेतिलाक रैनथवा पारो।चाँदीकीघडीयागंधकार कनेरकेपत्ताजले हुएशनकछिकनी।मुर्दासंगक वेलो।हल्दी लीलाथोथााएकरतोलासुपेदक स्थानोंभाशेाहरी मेंहदी के पन्नाश्तोलासरसों के तेल में घोटके लगावैनथवागसीसेकीभस्म ३ तोलागंधकरतोलाहरतालापारीएकरतो लासिरकामें घोट केलगावातिला॥जोरवा सजोडोंकी घुजलीओरछालोंकेचिन्होंको दू रक विधिपारीभाशाकडवेवादाम
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कीभीगी भाशे।घरबूजाके वीजनोंमासि। रका में पीस केरात के समयक्तिलाकधा लधोडालै॥तिलाजोदादोदरकरै।।वि। ॥पंवार के वीजात्रामार्लबकच्ची कलोंजी। सवधरावलेके चूरन करके पानी पीसकेदा। दको घुजाके तिलाक।तिला॥जोदारकैद रकरने में जमायाहैविधिपंवार के वीजा
नोसादराकस्थासुपेदाहल्दी।चूनों कलीको नेवागिंधकासव वरावरलेके कागदीना ॥ केरस में गोलीवनावै समयपरनीवूकैरसमें तथा पानी में घिसकेलगावै॥ोर हिन्दी कहावतहै।
वीजपंवार के नोसादर और धीहल्दीचू नानेमा करेदादसोंवीह।।
फुसलू पिच्चासीवी॥ कामदेव और इन्द्रीकेघवलकरनेचौर स्थंभ नकरने और स्त्रीयादिकोचिन्नप्रसन्न करने के तिलानोंमें तिला जोइन्द्रीभोरगुरदेकीता|| कतकोवहावै॥विधि।सुपेदंगलप्राधसेर। सुपेदचंदन चूरोपाव से।सुपेदलोवानाधपाव लोंगरतोलेोलेके चाहेकीराहसे चोहाचानी रगुरदे औरइन्द्री केलगावै॥तिला जोइन्द्री|| कोपवलकरैराविधि॥शिंगरफाहरतालतवा) कीयापारो।कवेलोकिरकाप्याजनरगस दालचीनीसवधरावरलेके गायकेपिने मेंबरला करकेतिला करै तिला जोइन्द्रीकीसुस्ती।
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कोदूरक विधिपीपरालाकडचाकूटाभ सगंधानागोरी शबंदरावरलेके सुर्मासानहीनकर केगायके माखन भिलार्कलगावै॥तिलाजो इन्द्रीकोनोटी-ौरमजवूत करे विधिसिपी दा-अंडीके वीजकीमीगीराइसववरावरले चमेलीकैतेल में घोटकैलगावातिलजाइंट्री। कोमोटा-ौरवडाकाविधिरावडीकटेरीकैफल पळीसरसोयिसपंदाकडवोकूटानसगंदावरावर लेके पानी में पीस के केईवेरतिलाकरे औरवाँधे।।। गतिला जोइन्ट्रीकोताकतदेभोर स्थभ नका
विधिमाककीजडकोछिलकारतोला चलाश्तोलाकनेरकीजडकोछिलकाश्तोलारस कपूरछेमाशासवकोगायकेपिने में घिसके।श्या ।। फबनारायैसमयपरपोस्त केपानी घिसके लगाये। ॥तित्ताजोइस्त्रीपसंगमेंसुमनपजावेविधि। अकरकरासुहागीकच्चीकपूररावरावरलेकेसुर्मासान करकेशहतमेंमिलाकेतिलारैोरथोडीदेरपी! कपडेसे पोंछडाले और स्त्रीसंगकरैनथवा।। यहलेपास्त्रीसंग ताकतदे नीरसुषवाच॥विधि
शेरकी चरवी थोडेनटंगन केवीजकाचूरन करके मिलाकेतिलाकरेथोडीदेरपीछे पोंछके स्त्रीसंगक
तिला जोऽस्त्रीकोवीर्य तुर्तयाजाय।कि कञ्चोसुहागो।कपूर बराबरलेकेशहनमें मिलाको। तिलाकरे और स्त्रीकेसंगभोग करें।
फसल छियासीवी
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वालोंकेतिलाओं तिलाजोवालवोराको दूर करें।विधिकालीवकरीकापुरजलाना गिधाकोपुरजलाडमाछिरमाशेशमाघीकीवीट माशासरसेंकि तेलमें पीसकेलगावप्रथवा नकछिकनी। मुगीके अंडे के तेल मेंघिसके लग बैथवासमुद्रफेनानेकीजड कोछिल। कारामूसेकीमैगनीकडवेवादाभकीभींगी सवय एवरलेकेसरसों के तेलमें घोटकेलगावै॥4.
हाथीदांत कोथुरादो।मायीकी वीटावरावरलेके मगीकेअंडे केतेल में मिलाकेलगानिथवा
वकरीके वालजलेहुए। वुजके वालजलेहए। गंधकामलासाराबरावरलेके सरसों के तेल में पीसकेजगेको घुजलाकेतिलाकरे॥तिलाजो दाढीमोरमूंछ केवालों को जमावै॥विधिास मुद्रफेनाकडवेवादाम कीमोगी। वरावरलेके पुरा नीसरसों के तेल मेंतथा मुगी के अंडे के तेल मेंपीस केलगावै॥तिला जोसवपकारकीजूत्रों को मारै विधिएलूमाहिरतालावरावरलेके लरोगन में घोल केलगावै॥भ्रथवा॥पारो।चमे लीके तेल में घिसकेलगावैनोरवालों को कपडे। सेवांधे।थवागभटबॉस केवीजाघरवूजाके वीजाराकरतोलालीलाथोथामाशायानी में पीस केलगावैदोपहरपीछे धोडालेनिथवागवाक लाकोचूना मस्सरको चूनाभट वांस को चूनासवा वरावरलेके पानी में घोलकेलगावै॥अथवा
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सीताफलके वीजकीमींगी घिरनीके वीजकीमी|| गी।सववरावरलेकेपीसकेलगावै॥
फसल सज्ञासीवी। जोसोथोरफुनसीचौरचोटमोरचोटलगजा नेश्रादि के दूर करने केतिलाना।तिला जी जलनसहित फुनसीऔरतरफुनसीकोदूरकरे विधि रक्तचंदनासुपारी गेरूवरावरलेके हरेधनिये के रस में तथा मकोय के पन्नों केरस में पीस केतिला करै॥तिलाजोजलनउपजाने वालेसोथ कोदूर करे विधि दोनों चंदनसूषो धनियों एकर तौलेजोकोचूनरतोले गेरूकैमा
पानी में पीसकेलगावैश्योरंउसपरकपडाभि जो केराये॥तिला जोडोंके दूटजाने औरकुच लजाने और सूजजानेको दूर करें।विधि गेरू सुपारी।सुपेदचंदनाएकरतोलारसोतामसिंग। एलूमाछैमागहरीमकोय के पन्नों के रस में पीस केलगावै॥तिलाजी......"चोट लगजाने | कोदूर करै|विधिएलमामाशोरवतमीके | वीजीवनफशाके पन्नोदोनों चंदनाभटवाशानार ना छैमाशोचूरन करके भुगी के मंडेकीमुपेदीमि लाके गुनगुना करके लगावै॥अथवा धिले कालेतिलापिलीसरसोगिएकतोलेसंभालू के पत्ते।मकोयकेपोडेहरतोलेपानी में पीसके|| गरमागरमलगावै॥तिला जोचोट-सौरचोटके लगजाने के असरको दूर करैऔरजीडकेरंगरूसको
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साफका विधिावारहसीगेकेसीगकीभस्माली चानातीन-भाशाभट वासको चूनावाकताकोचू मनोमाशे।नोंशादरावंचूरको गोदछै मायाकला खेवादामकी मीगीलोले पानी में पीसकेलगावै॥ आप्रथाकडवेवादामकी मीगी।पुरानीहड्डीएक रतोलेसीपकीभस्मासमुद्रफेनापीलीफिटेकि छिमाशापानीमपीसकेलगावै॥तिलाजी वढेमान्सको वैठादे॥विधिगहरतालाकालीकु|| टकी। पाँचरमाशे माघीकी वीठ१०माशगुलरोगन में पीसकेलगावणातला जोमांचकेजले हुएको प्रारामक विधिामसरलोलेपानी पकावे औरगुलावके फूलरतोलेमिलाके पीसकेलगावै । और कपडेसेतरराषैमिथवा मुगीकेडे। कीसुपेदीगुलरोगन में मिलाके लगावै॥तिला जोजहरी जनावरों के काटनेको नुकसानकोदरकरी ॥विधिा हीगागंधकापोदीना केपना।कबूतर कीवीट पीसकेलगावै॥
...॥फसल मठासीवी॥ "दोशोंके साफ करने औरमादिलकरने केश्रो मेंकजोशौरजलेहएरुधिर औरघुश्की
औरजलनापौरखुजली औरधाजीरफुनसीयों कोदूरकरे॥विधिपित्तपापरासामलोचिराय तो सरफोकाागुलमुंडीजलनीमाशीशमकावु|| रदार कचनाल के पेड केभीतरकीछालानीमश्री रवकायन के पेडकभीतरकीछालामेंहदी केवी
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जाचोवचीनीनावाचाधरयावादोंनोंचंरनचराष सासयोधनियोंगावजवाकेपत्ता विल्ली लोटनास्त घसा कालीहर्डीकसम के फूलानीमकोफूलाबकाप नकैफूलाबाइंडीयावन्सकाचूराएकरछटोंकले के नर्क कीराहसे सातसर अर्कचले अधठहो के जो इनवस्वसें कितनीवस्तयोंकाचर्कइसी तालपारको र योजायनकभीयहरणरहताहै।श्रीगुलमुंडीपि नपापरेकेपना।पावर सेराचोवधीनी घसानाधया वाकावलीहड़ीवहेडा। चामलोषतमी के फूलापला विकेलाएकछटगका सेरपानी में भिजोकै श्रीरलंबी यीयाको काटकेडेडसेर औरपेठेकेदकरपाबश्शेरगा। यकोदधमिलाके पसेर थर्क.ग्रंथवाला । लाविल्लीलोटनाकासनी के वीजाकसीदी की अबुको छिलकाकासनीकीजरकोछिलकाकाचोरेशमएस करछटाकायामला.....कचनालकैपेड केभीत रकीछालासागोंदानीमकेपेडकीछालाजलनीम, |मुंडीनीलोफरकेफूलागुडहलकेफूलाचीवचीनीक समके फूलायाधरपाव १० सेरपानी में भिजाके और सेरबहपानी जोनीम के पेडसेटपकताहै सोडालके सर-अर्कधीच
_फसल नवासीवी चिनपसन्न करनेवाले औरताकतवटानेवाले औररोगदूरकरनेवाले यकीमायाजोनिवी लकोवलवान करेसोर इन्ट्री कोवलवानविशेषक रि-सौरहोलदिलीकोदूर करै॥विधि॥चीवचीनी
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नागरमोथा। तेजपात नगरादोनोंघहमनानरकचूर । कुलीजनाजटामासीडीलाासपेद चंदन-चूरोना घरपावागावजुवाकेपनाविल्लीलोटनपावरसेराको टीइलायची जायफलावित्रीदरूनजनकरवी सा लवभिन्त्रीमस्तंगी।तीनश्तीलामुनक्कापसेर निर्मला| शहतरसेर।२५सेर पानीदरयावके में दोगत दिन भिजो कोपाधपाबगुलावकेफूलडालके सेरचर्कचे।
औरहेमाशेकैशरकीपोटलीनीचे फेंक केरंदे लगा वैवर्कगुलसंवुल॥जीताकतदेने वाला और वलवढाने वाला और आनंद देनेवाला।और मस्तर करने वाला विधि संचुल के फूल सक्जीदूरभा करकेगुलावकेलागुलमंडीसव छाया में बाकेवाधरसे। चमेली के फूलनाधसेरताजाले केश्चर्ककीक्रियासेञ्चर्कचेपर्कमाजजी चितघसन्नकरै-चौर इन्द्री कोवलवानकगाविगगाजरसेर२५हीछिलकादूरकरके।किशमि। शीरप मुंहबंधीगची में जोशदेके देगचीवंदकर देओनस्सेधूम्याननिकलापश्चात दालचीनीकुच|| लकोगुलावकैलानागरमोथा।विजोरे कालिमा लकाराचोवचीनी जौकुटकरकोवहमनसुपेद जोकु| टकेचाधरपानासपेदचंदनरछटाकासुपेद इलाय जी दो तोले मिलाकै अर्कचेयर्कपान।जो दरपीडाऔर पेट के दर्दचौरवायलकोदूरकरै| और इन्द्री कोधवलकरै।विधाताजापानवग||
५०० सोपोदीना ताजासाधपाव।कुलीज
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नारछटोंकालोंगतोलोइलायचीछोटीरतोले।। अर्ककीकियासे ३सेर चर्कचेअकीजोपस नकरैच्योर दिल चोरमस्तक कोताकतदेविधि गगाजरकोग्दो कीलू मेंपेल केनस्को९५सेररसा निकाल के।किशभिशाचाहरेगुठलीनिकालकर करसेरलेकेअर्ककीकियासेन्सर्कचेनकी गुडहल जोताकतदे और मस्त करै चोरघसन्ना करेंगनिधि॥गुडहल के फूल ताजा सवजी और जीरादूरकरके सवासेराकिशमिशभाधसेरादाला चीनीर छटोंकासालिवभित्री तोलेलेके चर्कघेचे|| गपर्ककपूर जोगरमीकेज्वरमौरविषमज्वर कोगुएगदायक है विधिगयोधनियोंगावजुवा केफूलागावजुवाकेपन्नाादोंनोंचंदनाकासनीकेवी|| जाधीरा ककडीके वीजाकादके वीजा कुलफाकेवी जावनफशा केपनानीलोफरेकैफूलागलाबकेफू लाएकर टाक पावकडूकाटकोपोडेडपावाक पूररछ कलेके अर्कचर्किदूधकोजो। पिनचर-चोरवातज्वर चौरविषमज्वरकोगुणकरै ॥विधिागावजुवाकेपन्ना। वनफशा के पहा नीलो करके फूलानाधरपावामुपेद चंदनपछटॉक मेर गायको दूधमिलाकेधर्कचे॥
एफसल नभै वी॥ उजूनप्रतियोगीनासौरागीनाउसे कहते हैं। अस्मैपरंदकाचंडामिलाहो औरवाने में श्रावैION जा किइन्द्री केवलकी विशेषता और स्त्रीसंगमेंध
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बलता चौरजहन चौरी की तेजीकरण विधि गमगी के अंडानग९० कीजदी।जकनवकर का मान्समाधपावपानीप्याजकोनिचोडाहुधाओरेगी! बसेरप्याज काट को और दूसरोमालोनॉनजित नोचाहियेतितनों।डालकैगायके धीमेंभून लें। अथवा॥कबूतरके चंडेन ग२०१पालनूचिडे केन्डेनग१० प्याज काटकेचाधपावानोंनंम्सा लोडालकेगायकेघीभूनले यथवा मुगा के अंडेनग५कीजरदीप्याजकाट केरछटाका घूरन करकोदोतीले दालचीनी औरमसालोडा लकैगायकेधी में भनले॥ ..
..फूसूल इकुक्यारणवी॥ ग़रगरकेनुसखों मेंगरंगराजोजिहाकेभारी पनकोौरपक्षाघात औरलकवासेतथाविना। इनके होसोदूरकरें।विधिराईनरकचूरापी परासाठीकालाजी। नुनक्काश्रिगरतीनरमाशेांवच तुकीकरकाप्पोपोदीना। गुलवावूना।नस्तु खसाकदशलीवाश्माशालागनग१०भिजोक भोगके गुनगुने सेगरगरा करेंगरग़रा|जोकाग केटीलेहोजानेको दूरकरी विधिशमसरागुलनार माखूनारामाई मेंहदी केपन्नाविडीहडीसववरावरले केटाकेगरंगराकरेगरगरा||जोकरकेभीत: रके सोपकोदूरकरैजो निजलेसेहो विधिपासूषो|| धनियोंपोस्त कैडोडा।गुलनारमकोयाखैरमा। श्रौटाकैहान कोजस्में अमलतासकोगदौरतोलेमि|
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लाकेमलकैफिर खानकेभाशेरसोतमिलाकेका मलावैरागरगणाजोकंटकेभीतरीसोथकोटू रकरीअलसीकैघीजामेथीकेवीजनौरमाशेपीलें अंजीरके दानेनगरउन्नावालिसोडेकेदानेनगपंदरह मुनक्काके दानेनापोदीनाादीनामरुवाछैरमाश मोटा केगरगएकरैशरणाकंभीतरकीसो|| थकोजोकरडीहोदूरक विधिपवारसंगकेपहा।|| अजमोदामुल्हटीरिखनमीकेवीजाऔकुठकरकोगुमा लवमफसानीमकेपन्नाषुच्चाजीकेपलानिारवनास|| ववरावरलेके गायतथावकरी के दूधमें प्रोटाके छात्रा नकेथोडोगेंहूंकोसन्तभिलाकेकाभलावैगरगन कंटकीसूजनतोडेविधिगमेथीचैमाशाअंजीर नगशनन्नावनग९५ोटाकेमलके छान लोछटाका भरगायकोदूध औरगेहूंकेचूनकोजलेवरतोलेघो टकेगरगराकर औरदो तीनदिनकेरोसाकरनेसेनटे|| तोकच्ची फिटकिरीमासेछैचूरनकरकेमिलाकेगरंग| एकरोगरगामोसोथटजाने के पीछेमवादकी सफाईकरै विधि जटामांसीपोदीनारामकोयामी नावमुठली निकालकेसातमाशेशीठाकेश्तोलेसि रकारतोलेशहतमिलाकेगरगएकागरगरा। जोकंटकीभीतरकीसूजनकोदूरकराविधिक रीके दूधमेंगेई के चूनकोषहोजलेवघोटकेगरगराक रै थवकिटकभीतरकीसरवतीकोदूरकर ॥विधिमकोय केपत्ताकहकेपनाकासनीकेप राधनियकोपलाइनकोषथकररसवरावरकनि
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चोड के उस्में ताजा सेतूतमलकेतथारुवन्त मिला के घोल के गरगराकरे॥अथवा॥मेथी अलसी। हालोनोरमाशेा नोटाकेगरगराकरैअथवागमेंह दीकेपन्नागुलनाराहल्दीएकरतोलेावर केपसारा शहतूत के पन्नातीनर तोलाचोटा केगरगरा करे।
नथवाणगोंदनीकैपेड़ कोछिलकाचिमेलीकी जडासेवतीकैफूलसववरावर लेके श्रीटाके छानके थोडाकस्था मिला केगरगराकरे।अथवाकोईगर गरागुरदायकनहों तोमवावीलकीविटाभेडीया) कीवीटानमलतासकोदोदोरतोलेलेके छानके। ऐगीको विनाजतायेंगरगरकरावैगरगरता लूके छेदकोजोनातशक तथा नजलान्तरनेसे। होजाता है... "दूर करै विधिापोस्तके डोडाम बोधनियों।गुलनाराकालीहडोहचुल्लासाजंगली बेरके पन्ना गुलावकोजीरो। मेंहदी के पनामा शामाईमाजूफलौचरमाशोगकैओररसो तागेरुतीनरमायोमिलाके गरगराकागरगरा
जोगलेकेभीतर दर्द को दूरकरै विधि मेंहदी केपना।गुलनाराहल्दी। वैरैकेपनामदनीकीजड कोछिलकााचमेलीकीजडासुपारीवरावरलेके श्रोटा के गरगराकरैगरगरगलनारापोस्तके डोडाादोंनोंचंदनरमाशोछिलीमसरश्तोलाले केगरगराकरैथवारहरकेताजापन्नाावे वागू केपन्नााशहतूत के पना। चमेलीकेपन्ना। पोमा स्तके डोडा।बरावरलेके मोटाकेगरगराकरे
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फसल बारावी ॥ गुमरह अर्थात् नवढने खोर गालीये अर्थात् संघनी । यों में || गुमरह || जो चहरे की क्रांति को बढ़ा दें । त्रि ||| जौ छिले हुए ४ भाग । घर बूजा के बीजा वाकला को चून। चिरोजी दो २ भाग। रात को लगावै । प्रात कालधो डालै ॥ अथबा || जो को चूना चना को चूना मसूर के चून । मेंहदी के पत्ता सूथे । एक २ तोले। कैंसर ९ माशे ले के काम में लावै ॥ यथवा ।। शरीर की ल चा को खुश रं ग करें -खोर नरम और सुगंधित करै॥ विधि ॥ दोनों चंदन। अगर । नगर। है२ माशे । केसर ३ मासे। चिरोंजी ४ तोले। मेदा गेहूं की न्यायाव । चमेली की तेल दो तोले मिला के पानी में पीस के लगावै ॥ श्रथवा ॥ मेंहदी के पता हरे तथा सूघे १ छटाँक पानी में पीस के रक्त चंदन ३. चिरौंजी गेहूं की मेंदा साधपाव । वेला को तेल २ तोले मिला के लगा वै ॥ गालीया ॥ जो दिल और मस्तक की ताकत को बढावे और बावले पन को दूर करें। वि|| संवर अशहब २ माशे। अगर माशे । सुपेद- चंदन १ तोले । कस्तूरी १ माशे। चूरन कर के गुलाब जल में मिला। के संघे तथा शरीर में लगावै ॥ श्रथवा ।। सुपेद चंदना नों भाशे । नागर मोथा । वाल छडा ३२ माशे के बडे सर्क | मेंपीस के गुलाब को खतर मिला के संघे अथवा ॥ म् बोधनियों। गुलाब के फूल | सुपेद चंदन को चूरो। एक २ तोले । चूरन करके गुलाव जल में सान के बस के अतर तथा केवडे के भ्तर में मिला के सूंधे ॥ हरफुलफाय ||फसल तिराणवी
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फतीलजान अर्थात्वातीयों मेंफतीलहजोका नके धावको दूरक विधिगगायकोपिहोरभागा शाहतबालिसौभाग मिलाकेवाधानीकोभिजो वैश्यो रियापकारसेकानमेंराजोधावताईपहुंचजायतथै| वातीकोशहत में भिजो केोरकच्चीफिटकिरी। वापरतुरंके कानमेंराफतीलहजोकानके दर्दको चौरतरीचौरमेलको दूर करेंगविधिका गदजलाऔरशहत और अंडे की जरदी में मिला। केवाती भिजोके औरफिटकिरी औररालयाऔर दम्मुलभख वेन चूरन करके छिड़काग्रेथवा। नीमको तेलोरशहतमिलाके कान में डाले।
....फसल चौराएगवी। फुरज़जो प्रतियोनेकीवांतीयो।फरजा॥ जोमरेवालककोयोनि से निकाले और स्त्रीधर्मी कोजारीकरै विधि।इन्द्रायनाकुटकीकाली। मुनक्कारानोसादरावीजावोलोसव वरवरचूरनक रकेअंडीको तेलचौरगायकैपिते मिलाके स्मेिंवातीभिजोक योनि में राषाफरजाजोवरतु कोजारीकरै॥विधितितलीवीजावालाव हलासोफाकोंचावरावरलेकेगायकैपिन्ने के। संगमोन में गये।।फुखा |जोवरतु केरुधिरको काढे॥विधि।कपूरावंदूरकोगोंदवरावर थवाभुरदासंगागुलनारागेरुसुर्मावरावरले अथवा माजूफलजलाकादम्सलअषवेनावर केपवागिरांगुलावकैफूलाचूरन करके और
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अनार के कार्ड में भीजेकपडाको भिजोकैयौन राधे फरजा॥जोयोनीतंगकरै विधिसकाकी या।नागरमोथा।वालछडाबरावरलेके चूरन करके अनारकेछिलकाकेकाडे में भीजे कपडाको याचूरन में भिजोके योनि में राधे॥अथवागधायकेएलामा फलामेनफलामाई मोचरसासववरावरले के चूरनक रकेमहीनकपडा में रखवानीवनाके योनि में राधेायो माईमाजू नफलचोधायमिलायातनकमोचरसः डारिकेठांडीसीक नजाय॥॥अथवाञ्चगरानागरमो था।हल्दी लोंगाकाकीयासववरात्ररलेफरजा गयोंन को संगकरै-औरउस्कीतरी कोसोधले विधि शहरोमाजूफला चूकाके वीजालोहे का मैल चारभा शाजुफरवलूततीन माशेले अथवागहरोमाजूफ लासुपेदराला धागारे।ववीहर्ड कोछिलकाावडे कोछिलका दोरमाशे लोगनग५लाफरजायों निकोतंग-पोरसुंगधितकरै|विधिसिरानागर मोथा। अगरालोंगतीनमाशे। तुफाहादीलाहरोमा जुफलाधाचरमाशे वरन्धशहवा कस्तूरीयालिसा चारश्माशेलेनी॥फरजायोन केसोथकोपट कादे॥विधिगगलारवंतमीकेवीजयलसीकेवी/ जातीनमा मुगाकीचरवीछेमाशा थोडीशहता मिलाकेअथवा सोहनभाषीलोवानादम्मुलश्रय वेनागेवरावरलेवारतंगकेपानीघोल केयोनमें एघाफरजायनिकीपीडाऔर स्कीवसीलीतरी कोदूरकरैराविधि॥वायविडंगासमुद्रफेनछै २।।
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माशेासूखोवहरोजानिीमाशे सेंधानोंनभाशेचूरन करके पोटलीवनाके योन के मूंहपरण्ये॥अथवा जमोदावायविडंगासूधो बहरोजातिीनरमाशोसोया
वीजासेंधानोंनडेडमाशाचूरन करके शहत मेंसा नके महीन कपडामरायके यान में राधेफरजंजायों निकीबुजलीकी दूरकरै विधितितलीपीदीना। भा-अनारकोछिलका छिलीमसूरा वरावरलेकेगुला व पीसके थोडासिरका मिलाके योनि मेंराफर
जोवंध्यापनकोदूरकरै विधि जायफलामाई। भुनीफिटकिरी।चनारकीछिनकारावरावरले कूटछा मकैपानी में पीसकेलंवीगीलीवनावैधीरस्नानसेपी| छै तीन दिनरातनरा सिरसेयोन मेंराधेउसे पीछे पुरुष केसंगभोगकरैतोगर्भरहअथवागरवरगोश कीवीट
और इस्कापनीरवरावरलक-चूरनकशहतमिलाके तीनदिन रातयोंन मेंएपे पीछे पुरुषसंगकरेनीगर्भर
फसल पिन्चारणवी कुर्स अर्थात टिकीया मस्तक पीडामोरवरधामी चैदि मनुष्यों के रोगों के दूरकरने में कुर्समुसललिसा अर्थात् तिचूंटीटिकीयाफकनयोकारनबनाईओसरत देखतेहीमालमा होजाइकेधानेकी नहीफकतललारदे शौरकनपटीयोपरपतलालेपकरने से मस्तकपी डाऔरयाधासीसीचौरनिद्रानभानादरहीता है और सीतकैरोगों में मेंहदी केरस और दोनामरुपाकेरसऔर इसीपकारके रसों में औरगरमी कैरोगों नीवूकेरसतर्थ
प्रतिनिहाकलाप
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कोदकरें
धनियेकेरस तयासिरका, अथवा पोस्त केडोड़ा के पानी में तयाइसीपकारकैचौरपानी मैघिसकेप तलालेपकरे॥विधिमरमकीअर्थातावीजावी लासफीमा अजमायन खुरासानी। कपूराकेसर।। श्रवरालादनालुफा की जनुको छिलका दसरमाशे । लोवानासानामाघी। मामलेागेलाडेढतोले चूरन की रके गुलाबजल में टिकीयावनाका जोमा स्तक पीडाचौर सरसामग्रीस्चर औरषासी औरनि दालावेचौरर्रानेचौरप्पासकोदूरकरै॥विधि। लंवीधीयाकेधीजकी भीगीाषीशाकेकडीकेवीजकी भीगी।काइकेवीजदोरतोलामुलहठी कोसलागेको सन्नाकतीदेडरतोलाअफीमरमासा सवगीलेके लभाव में टिकीयावना।कसकासीचौरक लिजाकीसूजनकोदूरक विधि शुद्धलाया का सनी के वीजासोफाकुलफा के वीजायशषशाकेदा नवंबूरकोगोंरामुल्हटीकोसनाधीराककडी केवीन|| की भीगी लंबीघीयाके वीजोंकीमीगी।मोरमाशेरे वतचीनी कस्तूमधीजारमाशोवंशलोचनमाशे लेकेटिकीबाबवावाकर्सवनफशाकडानी के परधाहर-श्रीस्वामीचोरपहलू केदर्दीररुधिर। थूकने औरपिलके अतीसारकोगुणकरविधि। बनफशा के फारतोले। वनफशाकेपसार नोलासना सकमनायाँधमाशीमुल्हटी को सन्ना कतीराईकोसा
छैश्माशोमुपदमिश्रीडेटतोलाईसवीलकेले भावमेंटिकापावनावै॥कुर्सकेकडाजोहा।
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सेरुधिर खाने और विषम ज्वर और रुधिर थूकनें दूरक रे। विधि ॥ के कड़ा की भस्म २ ॥ लोले | वंशलोचन | कह था । पोस्त के डोड़ा। सुगंधित कपूर। सेल घड़ी गे रु तीन मासे। गेहूं को सन्न । घीरा ककड़ी के बीज की मीगी। एक तोल | गुलाब के फूल । मुलहटी को सन्नू ! कतीरा वंबर को गोंदनीं । कुलफा के बीजभुने | नों २ माशे । अफीम ९माशे । वीहदाने के लुमाव में टि किं या बनावै ॥ कुर्स चंदन ॥ जो गरमी के ज्वर और प्या सभ्योर कलेजा की गरमी और नरद की गरमी मोरनवा न की खुश्की । और पिंज्ञ जलजाने को दूर करे। विधि। लंबे घीरा के वीज की मीगी। कपूर। कतीरा । पाँच २ माशे दोनों चंदन नों२ माशे । सुल्हटी को सन्ना कुलफा के बी । ला कतीरा गुलाब के फूल । सुपेद वंशलोचन -चार२मा शे। ईसव गोल के लुनाव में टिकीया वनावे और मीठे ।
नार के रस तथा सेब के पानी के संगवाय ॥ कुर्स ॥ ॥ तबाशीका विज के पुराने और ज्वर खोर पित्त के दस्तो को गुरंग दायक है || विधि | वंश लोचन । गुलाब के | फूल। कासनी के बीज काढू के बीज । कुलफा के बीज तैतरीका छै२ माशे । गुलनारे। सुपेद चंदना - चुका के बी जा कपूर। तीन २ माशे । अफीम डेढ माशे लेनी ॥ कुर्स ॥ तवाशीर भुलेयेन ॥ जो पित्त ज्वर को दूर करे और न दरको वल वडा वै और गरमी को शांत करे ॥ विधि ||| सुपेद वंशलोचन ७ माशे । गुलाब के फूल माशे । जरिपूक छै माशे । भुनों सकमुनीयाँ ३ माशे । कासनी के पानी में टिकीया बनावै ॥ कुर्स ॥ काफूर जो कमल
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वाय और गरमी के ज्वर को गुणदायक है ॥ विधि॥ जरिश्का कासनी के बीज। गुलाब के फूल । घरबूजाके | वीज की मीगी। वडे घीया के बीज की भींगी। सुपेद चंद न नों२ माशे । कतीरा । कपूर। मुल्ही को सत्त तीन २५ मांशे । ईसबगोल के लुभ्याव में बनावै ॥ कुर्स ॥ कु हल जो वासी और थूक में सधिर खाने को खीरखूनी ववासीर को दूर करें | विधि ॥ बारह सीगा के सींग की भस्म । यक कीया। परसीया बशौ। गुलनार भाजू फल । जुवार की जड नों२ माशे । सुर्मा३ माशे । दम्भु लभ्यरब बेन । छैमाशे लेके बार तंग के पानी में बना वै ॥ कुर्स ॥कहरुवा || जो रुधिर थूकने और व वा। सीर के रुधिर बहने को दूर करें | विधि | कहरुवा । कुलफा के बीज एक २ तोले। बारह सीगा की भस्म ।। कतीरा । बंबर को गोंद | सूषो थनियों। भुने पोस्त के दा ने सुपेद २ माशे। गेंहूं को सन्ननी मागे। लेके वार तंग के पानी में टिकिया बनावें ॥
॥ फसल छियाणवी ॥
जो ज्वर खोर बुरा की ओो जारों के रोगों को गुण करने के कुर्सी में || कुर्स् || गाफस ॥ जो कमल बाप और क लेजा की पीडा और ताप तिली और जीर्णज्वर और चौ याज्वर को दूर करे और पुठ्ठों की गाँठ को बोले ॥ वि नसारह गाफसा २|| तोले। वाल छड २ तोले। सुपेद वंश लोचन १ तोले। लेना ॥ कुर्स ॥ लाष ॥ जीवातोदर को गुण करें खीर पुट्ठों की गाँठी को बोले ॥ विधि ॥धु ली लाघ २ तोले। रेवत चीनी १तोले । नेत्र वाला। वा
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ဂုဏ်
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लहड | मस्तंगी। अजमोद मने। अजमायना मज घर। मीठो कूट। काली मिर्च सोंठ। है२ माषो। लेकेटि कीया धनवै॥ कुर्स गुलाव ॥ जो जलंधर और उदर और कलेजा । यर तिवी मोर प्रतीसार को गुएा करें || विधि||गुलाब के फूल १तोले । गुलना र। जरिश्क | तंतडीका माई। थूका केचीजा कासनी के बीज | रामतुलसी। कुलफा के बीज चार २ माशे । नागरमोथा । फकाह। अजघर। बाल छड रेवतची नी। धुली लाघ । किन की जड़। कपूर दोर माशे। फी मरमाशे लेनी ॥ कुर्समजीठ ॥ जो तिल्ली की सू जन को सुरण करें | विधिं ॥ मजीठ।१तोले । जरा थं द तवील ।नों भाशे । रेवत चीनी माझे सुनों सुहागो माशे । खंजीर नगर सिरका में पीस के ष्टिकीया वनावे ॥ कुर्स अफसनतीन ॥ जो उदर के सोच की थी। डाको गुण करें | विधि ॥ फसनतीन रूमी य नेस | अजमोद । वरावर। लेके विकीया बनावै ॥ कु· र्स मस्तंगी || जोवमन और हिचकी । और जबाकी को गुण करें | विधि ॥ अगर। मस्तंगी एक र तोल पिस्ता के छिलका दो तोले। गुलाब के फूल डेट तोले लेने | कुर्स सोंठ || जो भ्वतीसार और मरोडा को । |गुण करें || विधि ॥ सोंठ। चेल गिरी। सूषो धनियाँ | सुपेदराला सब वरावर लेके टिकीघावनाये ॥ !! फसल सत्ताणवी ॥ इन्द्री के रोगों को दूर करने के कुर्सी में | कुर्स ॥ जयावि नस अर्थात् इन्ट्री के जोड घुल २ के मूत्र के द्वारा निकलैना
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को धारामकरनेवालीटिकीयाहै ॥ विधिमवंशलो चन५मागकुलफाकेवीजाकादकेबीजामातरमाशे चूकाके वीजागलावके फूलासूमोनियोगेरुतीन माशे।सुपेद चंदनागुलनारा तंतडीकोरमाशोकपूर रही। कुलफाकैपताकेरस में बनावैश्रीरधनारकेरस में ले अथवा॥हचल्लासाचूकाकैबीजाश्माशेष वंरकोगोंदागेई कोसन्नएकर तोलेलेके ईसवगील के लुभाव में वनावै कुर्सकाकनजागस्टेनोरम साने केघाव-सौरराधवहने कोचौरपेशवकीचिनंग कोदूरकरे॥विधिवीराककडीकेवीजोंकीमोंगी। घरबूजाकेधीजोंकीमीगी। कुलफाकैचीजधारमाशे। गुलावकेफूलावंशलोचनागेरुरगोंदागेंहूंकोसन्ताद न्मुलनधना कालीपोस्त के यने तीनरमाशेाभीठे वादामकीमीगीचिलमीजाकीमीगीदशरमाशोकाका नजश्तोलावीहदाने केलभाव बनावैकर्सकर वारुधिरकैपेशावको गुणदायकहाविधिकहरू वाश्माशोगुलनारालोवानागोंदानंतडीकातीनरमा शाअफीमधरतीलेनी।कुर्सलवुवागर्दे औरमसा नेकीराधोरघावों को साफ करके श्रारामकवित
गेहूंकोसन्तश्तोलारखतमीकेवीजावुचाजीकेवीजा कुलफा केवीजाअजमोदासोंफतीनरमाशोजमाय नधुरासानीनफीमराकरमाशार्फदककीमीगीचिल गोजाकीमीगी। मीठेवादाम कीमीगी।वीराककडीके वीजोंकीनीगीविरकीमीगी घरवूजाके बीजोंकीमी गी।मीठे घीयाकी मीगीमुल्हटीको सन्नाचूका केवी
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जागेरूपांचश्माशेअलसी के लुनाव में बनावैकु.
माईमिकाकीया।कावलीहर्डकोछिलकााधुनोंध | नियोंगुलनारागेरुजुफत्वलूताहचल्लासासव। बगवरलेनी कुर्सी जोसोज़ाककोदूर करे॥वि॥ वंगासनसलाजीताकतीरागसुपेदपोस्त के दानव दूरकोगोंदाघीराककडीकेवीजाकुलफाकेवीजछि लेभीठेघीयाकेचीजोंकी भीगी।सववरावरलेके ईसव गोलकेलचाबवनावैमोरेदूधकीलस्सीकेसंगले नी फसलठारावी॥ केरुतीनर्यात भामरेगनमाकेरुती॥जोनाका के घावों को दूर करें|विधिामोंमपीरोश्तोलागुल रोगनश्तोले में पिगलाकोमसिंगरमाशेविंगचार माशे मिलावैकेरुती॥जोधावनौरसतारोंको दूरक विधि॥चमेलीकोतेलर तोलेनाँचपर धरकै पीरोमोमातोलेावकरीकी पिंडलीकीमीगीतो कतीराछैमा लेके घोटेकेरुती जोहोट-औरहा | थपांव फटजानेकोगुणकरें|विधिमुलरोगन तोलाँचपरधरकेपीरोमोमडेडतोले।मुर्गाकीच रवीरतीले कतीरामामिलाके बनावेकेरुती जो पहलूकेदर्दनौरछाती के दर्द कोदूरकाचि. वनफशाकोतेल५तोलायाचपरधरकोसुपेदमों मरतोलेोकतीरानोंमाशेभिलावैनथवावना फशाकेयनामुपेदचंदनाखतमीकेवीजानाखूना। जोकोचूनागेहूं की सीधरातरलेके कूटछानकेन्स) मोमरोगनमें चोरवनफसाकोतेलत्तयागुलरोगनाडा
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नातिल के तेल वनाहोमिलावैथवागुलक नफशानारवूनावावूनाकेफूल। पतमी के वीजा | सवगोतागुलावकेफूलानोरमाशीयानीमें नोटाके छानकैतोलेतेलतिलीका मिलाकैपकावैजवपानी | जलजाय नवरतोलेपीरोमोममिलविकेरुतीजी सरदीकेस्वासकोदूरकरै॥विधिगपीरोमोम३तोले
तोलेकालेतिलकै तेल में पिगलाकामयीनोंमाशे। कलोंजीमुल्हठीचारमाशोधकरकएमाणे कूर खान केमिलावैकेरुनी।गरमीकस्वाससौघाँसी कोदूरक विधिकाराधनियोंदिौरतोलानीले । फरकेफूलावनफसा केपलाएकरतोले पानी में पीस, छानके सुपेदतिलीकोलछैनोले मेंपकावेऔरजव पानीजलजायनवशतोलेमामभिलावेकेरुतीull जीअंडकोशकेसोजाकोगुणक विधिपीरोमोमा मरतोलागलरोगन तोले पिगला केरालालो वानधारमाशे मिलावै।
फ़सल निनून्यावी॥ कतूरवर्यात् कानमेंटपकानेकीदवामेंकतूरा जोकान के घावकोगुणकरैीरराधको पीरमेलकी|| दरक विधिएलूमासिांनाभाषी समुद्रफेना पेपडीधारादम्युलअषवेनालोवानापानी पीसक दोनीनबूंदसिरकामिलाकेकानमेंटपका औरणो|| डीदरपीछेनिकालडाले|कतूरा जोमरमीकीक|| रर्णपीडाकोदूरक विधिअफीम९माशोश्तोमा लेगुलरोगन मेंजोलके केईबूंदसिरकाश्मिलार्कका
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नमेंटपकावै॥अथवायहकतूरर्यतकर्ण पीडाकोदूरकाविधिकपूराफीम वरावरल्ने बेटीकीमाको दूधतथावकरी के दूध में घोलके कान मंटपकावै॥कलूजोकानकेशदको दूर करें। राविधिलोवानाक्रसरवण्वरलेके शराव धो लकेटपेकावासथवालोंगनगशदोनामरुवाकोर सरतोले घिसके टपकावे॥अथवा सुपेदकुटकी माशाभासवचश्माशापानी में पीसकै केईद । सिरका मिलाके कान मेंटपकावैपकतूसाजोसो जाकोरमसाने तथालिङ्ग केद्रिकेघावकोगुणदायक है।
विधि।सोनामाषीदमुलभ्यखबैनालीवानाचे गाईकोसहीअफीमबराबरलेकैपानी में घोलके टपकावेअथवारावंदूरकोगोंदरमाशागेंहूंकोसा तमाशेबेटीकीमाके लगावकरी के दूधघिसके उपकावअथवा पोस्वकेडोडाागेकोसनामुल्हा टीकोसन्नादूधपीसके टपकावै। हरूफकाफ॥
फसल२००सोवी. कुहलमा तमु में।कहलाजोषिकीफु। ॥न्दीकोकारकोदूरकाविधिचिमेलीकीलाजाक ली।मुपेदतिलौकी ताजाकली।कालीमिर्चचार२६) तोला नीफिटकिरी तोलाखूवघोटके फिरसुधा केघोटैकहलाजोफूली औरजालेचओरडल कामोरधुंधाखोरख्यालोचौरनजलाधोरपीपव हमेकीसादिको दूर करै चोरनेत्रों कीजोतकोनाचे विधि।सुर्मासोंफकेश्नमें तीनवेर बुझाकेडे
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डतोलाछुहारेकीगुठलीजलाके९माशातेजपा तष्ठरनी जावित्री२माशेलके रगडकेकामलावे कहल जोजालेओरडलकाकोदूरकरा औरनोंकीजोतवडावैमोरअंतनेत्रों की संधी || कोभीगुरादायक है।विधि सीपकीभस्माधु| लालीलाथोथासुपेदभिश्रीसबबराबरलेकेस विनावै।कुहलुलजवाहरजोनेत्रों की जो तको वहावैऔरधुधचौरसासूबहनेचीरहाट खानेको दूरकरै॥विधियवीधेमोतीरमाशे। मंगादेडमाशे पिरोजालाजवर्दधलाायाकता। लाल चाररती।सोंने-चाँदीकेवर्क नगचिरके बडेसर्क में३दिनघोटेपीछे ममीरा चीनीरमाश। बपरीयामा लीलायोथारती केसरडेडमा शातेजपाताकपूराएकरमाशाकालीमिर्चरही। सर्मारतोले।मिलाकेसोंफ कोचर्कडालकैप हरघोटेकहलाममीरा॥जोनेवकीखुजली। और धुंध औरडलका को दूर करै-धीरबाफनीकैवा लों कोजमावैचोरजोतको वहावै॥विधिारतो ताभुनीफिटकिरी।चीनीममीराराचाँदीसोनेकीच डीया।हर्डकोछिलका चाररमाशोनोंसदरातेजपा || ताजावित्री तीन२माशोचालीभिचीकपूराजटा || मांसी लीलायोथालीलोवंशलोचनावंगारकी ||२माशोकालोसु डेड लोलेावकरीकोपिहानगर सोंफ के सर्कमपहर घोडे।कुहलाचाकमा गजोाधकीसुषी श्रीरामबहनेचौरबन्चौकी
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आंधकीकोथीको दूर करे। विधिाचाकसूरतील पोटली बोधके गधेकीस्लीदतथानरदर्शदाल । धानीवाल केपकाबै सोरछिलकादूर करके सुबोके छैमासेषपरीयावदाकोभुनीफिटकिरीधभाश। रसोत ॥३माशोसानोमाशालेके सुविनालेकहल। मोरनीधाचौरजालेओरडलका औरधुंध और आप कीपुरानीसुरपी औरनामना-औरफूले को दूर कगावि
कालीमिर्च नोकरी केपिन्न की घुटदेकोषध मामाशानी को रहा वारशझावैधिरनीकीय
सीजीगीर भावाचमेलीकीकलीतीलेलेकेसोपी वर्क में छोटा
फसल एकसो एकब
Heneraymharramgmom..
लीचौरखलका नीरजालाचौरमारबनाको दूर करे भी। नवकीजोतकोषहाराविधिामागचीनी लोग घपरीयामुपेदसुर्माएका माशाहल्दीगुलावकीजडान घिरनीकीगुठली कीमीगी-अनारकी कोपलावकायना की कोपलतीनरमाशोलेके चूरनकरकैरतोलेगायके धीमेंसानके कसूमल कपडा लपेट केवातीचनाके। कडवेल मेंजलाकै कच्चीपारी में काजलपाडले"
काजलजीनेनकीजोतवड़ावैऔरघुजलीकेदू रकरने में प्रत्यंतगुणदायक हैविधिानीम के फूल चकापन के फूलारुई लपेटकेसरी कैरोलमेंदीया जलाकेकच्चीपारीकाजलपाई औरकपडाकीपोट लीवूवाँधके ४० दिनपरियंतसोंफकेअर्कण्डीए
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FuneraPawarwww
येपीले निकाल के रषलेचौरलगायाककाज
जीवाफनीकेवालोंकोजमावैचोरांपकीसुर बीको खोरजरदीकोजोरोगोंकेपिलाडीचीमारीयों। सेहोजातीहै."दूरकरै॥विधिनाजावंदला कुचलकोनिचोडे औरवापानीमंतीनचारवरकपडा भिजोके सुधावीरश्तोलेसोवाहल्दीमुपेदफिट किरीचूरनकरके लपेठेचौरसरसों के तेल सेदीया जलाकै काजलया.अथवाधावाहल्दी कोसों फकेशन पीसो कपडारंगके वाकपडाकेई। एकभकडी सुमेर घरजोभीतों में लगेरहते काग दजेसेभेलमाटीदूर करकर के राधे और सरसोंकेते लसेदीयाजलाकेकाजलपाडलेघर्गअर्थात रिगडाजोसायों की सुरषीचौरदर्दधारासूको दूरकरैयविधिाफिटकिरीभुनीश्तोले-ौरपालि सफीममाशेलके लोहे के हनामदस्तासेनीव कोरसडालरकेरिगडेजोपावसेररससोघजायपीछ। नगराधेचौरसूपजायतोपानीडालकेटीलोकरले
अथवारसोता नीफिटकिरीनावाहल्दीछेमा शालोदपणनीश्माशाअफीमरमाशाईमलीकीह
पन्तीकोरसडालके फूलकोसीके वासनमेंवडीको डीसेरिगडेजवराकजिंसहोर्जघनवउहायरात्रि वापरतनजोतापानीलोधाभुनीफिटकिरीतीन माशे।बालिसप्रफीमरमाशोलेकेलोहे केवासन नीमकेसोटासेत्रिफलाकोकाडोडालकेशिडी।
फ़सलएकसौदोवी॥
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कनारअर्थात्सेककमादाजोप्राधासीसी और विशेषपीचा शोरखुरीवायकोगुण करे॥विधि गदीनामरुवा केपहाावावूनाकेला तुलसीकेप नााकुचलके कपडाकीपोटलीवनाके रान एनों। करके सेकेशकर्मदाजोमूत्य कीहालत में सत्य को गुणक विधिलिोंगाजावित्री।जायफल अकरकरारमाशे।साभरनोंनरतोलापावसे। जरकोचूनभिलाके दोपोठलीवनाकेसेकेका जोउदर कीवायपीडाकोगुणकराविधिाश्री जमायनामुपेदजीरोसोंफाअजमोदा साउादो २ तोलापारीनोंन४ तोले।चूरन करके माधपावगें ईकीभुसीमिलाकेदोपोटलीबाँधेनथवान जमायनानोनागेंहूँ कीमसीमिला के सेकेाकमा दाजीवायको पचावैीरपुठे औरपसलीकेददी कोदरकाविधि।सोया के ताजापतापोदी नाकैताजापन्नादीरत्तोलेोयनेस्वासोंफाअजमो दएकरतोलेपानी में खोटाकेलान के वकरीकैनरे।। तथावोतल में भरके सेककरैकमा जोका लेजाऔरतिहजीके दर्द कोगुण करें॥विधिनि कोयकेपन्नाकासनीकेपन्नाासभालू केपन्नाातत लीकेपन्ना। जितनेमुनासिवजाने तितने मोटा के सिरकाभिलाके कपडाभिजोके सेक करें।
फसलएकसौतीनवी॥ कवूसलीतलपड़ी मेंकवस जीएदारो |गकोगुएराकरे॥विधि जुफरवलतालोचाना।
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बाँदीकीधरीयातीनरमाशेचूरनकरके वंचूरकी हरीपत्तीरदोतोले पीस के मिलावैऔरठंडीहीचाँधे एकचूस जोकाचनिकलनेको दूर करें।वि। बरे के पन्नेरतोलाभांगरदो तोलानांवोहल्दीहरे। माजूफलाछैरमाशगुदामें पीसलपड़ी घुसेडकर वाधाकवसाजीहरजगह केवादीके दर्द कोगु
करे॥विधिाममाभागाघानेकीसमाधू || ९भागा पीसके गरम करके वांधे।कवूसाजोमा कूतहको दूरकराविधिकाले तिल कीवल्लीम दयविकारतवरावरलेके पानी में टिकीयावनाके बाँधेऔर पहरपीछे नई बाँधे॥
फसल एकसोचारवी॥ गुलकंदवर्णन।गुलकंदमुतलक गुला|| बके फूलसेनयोजनापत्येकनुकसानों को दूर करेग्रोरयसन्न करनेवालातवीयतकोनरमकर औरदूसरीमुनासिववस्तु कैसंगतीनों दीपों कीदस्त केदारोनिकालेमोरयातों कीगोठों की पोलोर वायशूल औरमरोडाऔरउदर के दर्द को दूर करें
शेरचयलीनेचपनीबनाईपुस्तकों मेंलिमा एक तरुणारखी जिस्केविषमज्वरथी-चौरदसरे। परत में देवीथी सोमैनेनिरेगुलकंदकीहीसाधन नाकराईयहाँ ताईभोजनमेंभीगुलकंद मिला या तववर्ष में विलकुलधारामहोगया और टावेटीजन्नेलगीगलकंद सेवती जोचिना कोप्रसव करैयौरवायके स्वासको दूर करें और
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एकातीधौरवावलेपन औरहोलदिलीकोदूरकरहे। धूपतथापानीकीक्रियासेधनाले गुलकंदगुडहल जोवावलेपन औरएकांतीको दूरकरे और निर्मला धिरको पदाकरे ओरेवातपिन्न केकसान को दूर करें। पानीकेगुलकंदकीक्रियासेबनावैनीरफूलोंसेश्राधो कागदी नीबूको रससयाघभनारकोरस मिलावैरागु लकंदमलतासाजीतवीयतकोनरभकरैयौ। रविरेचनेपित है।विधिाश्रमलतासके फूलताजा कीतरीपंण्डीलेके वरावरको लालवूरोमिलाकेधूप केगलकंदकी क्रियासेवनावैगुलकंदनीमाजो|| रुधिरकोनिर्मलकरैनौरवायकरोगोंकोदूरकरैनौर। नसोंकीगाँठोंको धोलेहै। विधिानीमताजा फूल बरावरके निर्मल शहन में मिलाकेधूपकेगुलकंदा की क्रियासेवनावैगुलकंदपोसतातवियतको गरम करे औरदस्तों को बंद करें औरनजलाकीदूरकरै
औरतर बाँसीको दूरकरै विधिपोस्तके ताजा फूलदूकदूक करके निएनों सुपेदवूरोमिलाकेमला। कैदिनधूप में रायगुलकंदमेंहदी।जोरुधिरको साफकरै-औरनजलाकीदरक विधि मेंहदीक ताजाफूलों में वरावरकोरचालिसशहतमिलाकैती|| नदिनधूपमेंराये।। । फसलएकसोपा लखलखामेंगलवलरवाजोगरमीकीमस्तक पाडाचौरयाधासीसीको दूरकराविधिासुपेदर्चद नासरवोधनियाँ।गुलाबजल में पीसकेमोडीवालि
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ससिरका मिलाके सीसी में डाल के संघालखलष। जो सरदीकीनाधासीसी औरमस्तकंपीडाको दूरका
विधिदोनामरुवा केपन्ना।तुलशीकेपन्नापानी में पीस के वासोंठ।काली मिर्चीचूनोंयोडोइन को-चा रनभिलाके घालवलखा जोगरमी की मस्त कपीडा-चौरसरसाम को गुणकाविधिोनोंचं दनासूयोधनियोंगरूपानी में पीसके थोड़ोकपूर मिला के संघे॥
___॥फसल एकसौछवीu लवरवमर्थात् लथेडने मालतखाजो....."
दोनों कनपटीयोंपरलथेडनेसेोधासीसीनोरम स्तकपीडा कोगुणकरें। विधिपाएलया।काइकेवी जाभजमायनधुरासानी कतीरादोरमाशश भ्रफीम |माशोकेसरछैरतीसिरका घोटके कनपटीयोंपरले। थेडअथवा॥कती।वंबूरकोगोंदापोरतदीरमाश। दम्मुलनरववेनारसोतागुलाब के फूलाग्रफीमएक२|| माशामरगाकेडेकीमुपेदी में मिलाके लथेडेअथवा ॥पोस्तकेडोडाागुलावके फूलासबोधनियोंाचारमा वावूनाके फूलाग्रजमायनपुरासानीतीनरमाशासुपेद चंदनरमाशाअफीमरमाशेलेनीगलतूयाजोपुर नेजुधामको दूर करे॥विधिालीवानाऐगलामस्त। गीवावूनाके फूलाजटामाशीसववरावर लेके पानी में पीसकैथोडागुलरोगनं मिलाकेल अथवा॥४॥ भ्रफीममाशोकेसरश्माशेमिलाके लडे।
॥फसल एकसोसातवी।
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लमकृअर्थातचटनीलमकाजोकरकी श्री. रगलेकीघुश्की-चोरसूखीपासीको गुणकावि-/
वडेधीयाकै वीजकीमीगी।मीठेवादामकेवीजकी भीगी।दोरतोलेागेंहूंकोसन्हा कतीरावंबूरकोगोंद, मुल्हटीको सन्ताएकरतोलोमहीन चूरनकरकेसुपे दमिश्रीतथावूकीचाशनीपान सेरकी में मिलावै गलककाजोस्वासऔरंगली वेठाने की गुण करै॥विधिचिलसीकेचीजदोतोले।मेथीके दाने४माशोमीठे वादामकी भीगी। मुनक्का कतीरा मुल्दटी चिलगोजा कीमीगी।गेंहूं कोसन्हावंबूरको गोदाराकरतोलेमिहीन चूरन करकैपावसेर रेकी चाशनी में मिलांवालककोजोकंठसेरुधिरव हने कोरा करै-और कलेजाकी गरमीको दूर करें श्रीरववासीरकोगुएराकरे विधि।कुलेफाके वीजावंशलोचनासातमाशावडेधीयाकेवीजों कीमागीवडेघीराकैवीजों कीभीगीएकतालाई सवगोलावारतंगातीनरतोलेकालुन्धावानाधपा वसुपेदमित्रीकांचाशनी भिलावैलऊकख पाखापजोनजलेकोसीको दूरकरेगोवि. लिलीमुल्हटीघतमीकेवीजावीहदानोंडेडतोले। पोस्त के डोडाश्तोले ३पावपानी में भिजी के प्रोटा केडेडपावसुपेद चूरेकी चाभानीकरके मुल्हटीको। सताकतीरा। बंबूरकोगोंदएकर तोले को चूरनक रके मिलावैलककन्यवहलाजीसातदिन काम में लावैतोकफकेसारकोदूरकराविधि।
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अवहलकैतोलोचूरनकरकेतोलेगुलरोगनभि लाकेपावसेरशहतकागलीए में मिलावलमक जफा जोकफकेसीसचौरपुरानीवाँसीकोगुण करेनौरछातीऔर छातीपबामाकोविगडेसवाद सेपाकक विधिसूबोफोकोयलकीजडए करछ टोंक काही करकेडेड पाव शहतमिलाके गरम करे औरदोधेरछान के चाशनीकरै धोरजो सोस कीजडन मिलेउस्की वरावर कलोंजीडाले। गलककाजो फेफडे केघाव और सूची षोसी को गुरणकरें।विधिरावीहदानी।ईसबगोलाश्वतमी केवीजाडेड तोले।इनकालमावनिकालकेमी
नारकोरसाघीरावडेकोरसावडेघीयाकोरस। कुलफा के पन्नों कारसघत्येकापरपावामुपेद बूरीवाधसेर मिलाकेचाशनीक वबूरकोगोंदा कती।मीठे वादामकी भीगीछिलीही पोस्तके दानेशकरतोले।मल्हटीकोसन्नाशकरतगालछे २माशाचूरन करकेमिलावैऔररातदिनयोडी२ चालककसिपिस्तार्यातलिसोडेकी चटनी।जोकर्फ की बौसीऔरनजलेकीबासीको गुएगदायकहैयौरपरचायाहच्याहै।चिधिप छोलिसोडेनगाउन्नावनगामुल्दटीरवता मीकेवीज एकरतोलेापोस्त केडीडास्तोलावीह दानोंछेमाकाडोकरके सुपेदबूरोसाधसेरभि लाकेचाशनीकरैयौरजबचाशनीहोयजायतव छिलेजोमीठेवादाम कीमीगीछिली हुईापोस्तके
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दाने पीस के एक २ तोले मिलावै सौर चाशनी पक जा ने के पीछे । मुलहटी को सत्त । कतीरा । बंबर को गोंद है २ माशे चूरन कर के मिला वै र रात दिन में पा न-चार वेर चाटा करें ॥
||फसल एक सोध्याठवी ॥
लबूव अर्थात् अवलेह - मोरे लौज भ्यर्थात् कत ली में ॥ लघुव ॥जोपेडू को गरम करे चोर बन्ल वान करे इन्द्री को प्रवल करे चीर्य को वडा वै मोरे दिल को मस्तक को ताकत दे और शरीर को मोटा करें मोर प्रसन्न करे और मस्त करें खोर स्त्री प्रसं गोर वीर्य की शुद्धता और इन्ट्री के प्रवल करने में तुल्प नहीं राषै है || विधि॥ पिस्ता की मीगी। वादा म की भीगी। फन्दक की भीगी। अश्वरोट की भीगी। चिल गोजा की मीगी। कर्ड की भीगी। विनोले की मांगी। सुपेद पोस्त के दाने । सुपेद तिल धुने दोस्तो ले। गाजर के वीज । शलगम के बीज । मूली के वीज प्याज के चीज । गंदना के बीज । इन्दर जो । हलों। हाल म के बीज इंड २ तोले पानी में ऐसा पीसे जो कपडे में छान्ना न पडे और ३ पाच सुपेद बूरो - और पाव सेरशह त की चाशनी में जस्को मिला के पका के जव पानीज लजाय तब नस्में कुलीजन। शका कुल। दोनों बहमन दोनों तोदरी । सालव मिश्री एक२ तोले । चूरन करके मिलावै ॥ लबूव ॥ जो वीर्य को वहा चै और पेड़ो रनरों को विशेष वल दे ॥ विधि ॥ सुपेद चूरो और शहत - यार सेर मिला के चाशनी करें और दाल ।
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चीनी।कुलीजनासाठा हालमके वीजादोनोंवः। हमनादोंनों तोदरी डेड तोले संघो पोदीनारतो कालीमिर्चीअकरकराराजायफलाजावित्री लोंग|| छै२माशे।चूरन मिलावै।फिरमीठे वादामकीमी गी।अषरोटकीभीगी। गिरी।फंदककीमीगीचि लगोजा की भीगी। प्रिस्तातीन-तोले चिरोंजीर छै तोलानरम कूट के मिलावैलवूवसर्द नसनिलताजोगरमीकरके होगईही.. "गुरा दायक है।विधि|सुपेदमित्रीडेड पावातुरज वीन धुण्सानीआधपावाशहतनिर्मलपावसेर सुपेदपोस्त के दानों शीर।सुपेदतिलामीठे धीया की भीगीधीरककडीके वीजों कीनीगी।घरख जाकीभीगी।तरबूज कीभीगीतीनरतोले मिला केचाशनीकरैयोरसालिवभिश्रीशकाकुलम मित्री दोश्तोला चूरन करके मिलावैलाज
अर्थात् कतली जोवलको वडावे-श्रीरनज। लाकोगुणदायक है।विधिवादामकी मीगी विलीहुई पिस्तापोस्त केदानेसुपेदछटाकभर कोसीएकरके।सुपेदभिप्रीडेडपावागेंहकीमेदाग पावसेरापोनपावगाय के घी मेंभनके मिलाके|| हलुसाकीतरहगाहोपकावीर तीन माशेके। सर और छैमाशे छोटी इलायची के दाने।चूरन। करके मिलावैऔरगरमगरमजमाके कतलीका टले हरफुलमीमा
फसल एकसोनमवी
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मान्सभोजन
मायुललहम में अर्थात् मान्स के पानी में सेब रईस वाली से नाईने लिया है के यद्यपि है परंतु पानी मस्का दिल की निर्वलता और दूसरे से गों में दवा है और बाजे हकीमों ने कई मान्सों को इषा करनी पसंद नही कीया है या कारण करके जो तुर्तपच आय मोर जो देर में पचेताको दूधट्टा करना उचित नही | परंतु वहुधा कर के पक्षी यों का मान्स वकरी के मान्स में मिलाना की मोने उचित रमाई।। मायुलहम साधु |३) जो दिल को बलवान करे और शरीर को वलवान श्री र मोटा करे और मुनासिव शरवतों के संग विषमज्वर को गुण करें हैं। विधि॥ तरुण और मोटा कूरा कोमान्स चरथी और सुपेदी दूर करके। धनियों। ते जपात | वडी इलायची। दालचीनी की पोटली डाल के मूंहबधी देगची में लोटा वेजव अत्यंत मान्स गल | जाय तवने गौरभवका लगा के मार्कींच ले ॥ मा युलम || मुरक्कव अर्थात् भिम्श्रत मान्स का पसेव ॥ जो दिल और मस्तक और दूसरे उदारा दिक के वं दों को और कामदेव को धवल करें और मल मूत्र को शुद्ध करे और रुधिर को निर्मल करे मोर शरीर को । मोटा करे || विधि॥ तरुण बकरा को उन्नम मान्स सेर नग १० कबूतरों का शुद्ध भान्स | ४० नग वटेरों का मान्स | तरुण भुरंगानगर। तीतर नग ४ | पालतू | चिड़ा तथा जंगली नग५० लेके । दाल चीनी १ छक लोंग २ तोले। इलायची वडी । तेजपात डेडर छटांक प्याज छिला पावसरे मूंह बंधी देशची में प्रोटावे ॥
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जब मान्स गलजाय तव पोटली को अलग कर ले।। और मान्स को मल के पानी छान ले और यह वा स्तुजी रात्री केपानी भेंभिजो यराषी होंय सोडाले, और ५ सेर गाय को दूध ताजा मिला के अर्क बेंच लेखी रसिर नीचेपर ३ माशे केसर और छै माशे छोटी इला यची के दाने की पोटली बाँध के । गावजुवी के पत्ता | शु डहल के फूल सूखे। मामले। किशमिश । छुहारे । सेहभर को भूसरा विल्ली लोटन | गुलमंडी याधर याचा उस्तुषहूस । दाल चीनी । तज । तेज पाता मुलाव केफूल। कासनी के बीज। दोनों चंदेनों का चूरा । भ्वा वनूस को बुरादा । गोरू बडे । उन्नाव। गुल नीलो फर एकर छटाँका दोनों बहमन। दोनों तोदरी। दोनों मूसरी। इंदर जो । चार५ तोले डाले । प्रघट हो केजो। मान्स मत में उचित होय नहीं तथा हाथ न लगेली न स्केन भिला ने से कुछ गुण में हानेन होगी । जो मौ रसव वस्तु मिली होंयतो और जो विशेषवलबान क रनी होयतो नीलकंठ चारन को मान्स । मोर१० ममी । लान को मान्स वढावे ||
!फसल एकुसौ दसवी ॥
मायुश्शईरे ॥ प्रर्थात् ज को घोट मोर मायुल सलामर्थात् जडोका।। गुरा॥ वहुधा हकीमों की इस बात पर सम्मत है के घाने की दवाई में ओ के घाट से कोई उत्तम दवा नहीं है मोर इसमें १० प्रकार के गुण ९ सीतल करने वाला २ गाँठ वो / लने वाला३ कोठा साफ करने वाला ४ नदर की स
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फाई करने वाला ५दिलपसंदजुलाव हमजेदार मादिलव्ध्यासभुमानेवालाई विगडेमलकोन उनेदे९०जदरकोनफुलावैपरंतुठंडीपक्रतीकी वस्तु-योकोहान कारक है इस्कीलागगुलकंदहै। ॥विधि।उत्तमपकार के छिलेजोछटीकरा: सेर पानी में नोटा वैजवधानीलालहोजायसवमा पानीकोवदलडाले दूसरेयानी को डालकेमोटार वैजववामें सरपीच्याजाय नववाकोभीवदलमले याही प्रकारदो तीन पानी वदल केपीछेपरखूवप कावेकजी फटाँयोरपानीगाहोहोजायव इंडोकरके निरी मिश्री तथा कोईदूसरो शरबतमि लाके पीवै॥मायुशईरसलहिमायति॥ भान्सीजौकोघाटाजवरोगीको विशेषचलनातक रनामंजरहोयतीजौकेघाट मेंमान्स मिलावैउस्की दोक्रिया है एकतोयह कमांस को कोरमेकी तरह नासिवमसालेभिलाकेपकावैपरंतुघीनडालेनौ रडालेभी तोवहतयोडोभुने श्रीरसुगंधकरनेको। उस्मैछिलेजोके दोपानी दूर करकेमिलावैऔरना योपानीशीरवा कैप्रकार सेडाले केपकावैपरंतुपा नी विशेष होजोमान्सकानवालच्छेधकारसेनि कले।दूसरोयह केजवजोकोधार पिछलेपानीमें पकानेलगतवगोश्त की यवनीपानीसमें भिलाके पकावैौरजोयह चाहेओकेघाट में हिताविशेष होजावैतोछिलेजोभून केपकावैतथापोस्त केडी। डाथोडे पोटली वाधकोपिछलेपकावडालो।
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॥ मायुल असूल॥ अर्थात जड़ों का पानी ॥ जोक फज्वर को और स्वास खोर कंठ बैठ जाने और कले जा और तिघ्नी की गाठों को घोलने में गुरण दायक है ।। ॥ विधि ॥ सौंफ की जड़ को छिलका। कासनी कीज डको छिलका। छिली मुल्हटी। एक२ तोले । श्रजख र की जदा जमोद की जड़ । वाल छड छै २ माशे । मु नक्का | उन्नाव केवीस २० दाने। सवा सेरपानी में मोटावे जव चोथाई पानी रहे तव विना मलें छान राधे जितना | चाहे उतना ले के नये शरवत तथा सुपेद मिश्री मिला के पीया करै ।
॥ फसल एकसो ग्यारवी!" मुके यात ॥ अर्थात् ॥ वमनादि कर्म ॥ मु । जो पित्त और कफ को नदर से निकाले और मस्तक पीड़ा और ज्वर को गुण करे ॥ विधि॥ मूली जडपत्ता समेत । सोया के पन्ना । विनाछिली मुलहट्टी । जौकुट कर के यथोचित परि खोटा के पानी छान ले मोरे साहह सिकंजवीन धोर नोन मिला के बहुत सा घी के गर मुद्र चमन करे। मुकै ॥ जो बात । पिन्न। कंफो तीनो के दोसको उदर से निकाले और पेट का अफारा श्री र दम घुट जाना और पेडू के दर्द को गुण करें ॥ वि. ||| राई के दाने और मेनफेल। मूली के बीज । सोया के वीज । मुलहटी छै माथे मोठा के छान के तोलेभ रसादह सिकंजवी और ४ मानो नौन मिलाके थोडा स्पीवे मोर थोडी देरे पीछे वमन करे || ||फसल एकसौ बार वी ॥
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के मममजहअनाकुल्लों में मजमजाजो मसूईऔरजीभ के भीतर घावों की पोरदातों की पीज औरहलने और महसेरुधिस्ठगालकोगुन ||सकराविधि।गुलनारामाजफलजोकुट || || करकामाईततडीका सबवरावरलेकेनोटाके कुराकमजज लोमसूडोंसेरुधिरा
आन को दूर करें॥विधि तंतडीकावालछ। डागुलावकोजीरो।तीनभाशविरकेपत्तावान
केजिंगलीचेरके पत्ताएकरतोलामाजूफला। ४माशेयोटा के कुल्लेकमजमजहजोदाग तोंकीपीडाचोरगरमी से मूहमान कोधिशेषगु एदायक है।विधिसूघानियोंवारतंगाछ २माशापानी में पीसकेछान ले ओरनोईसवगील कोलुयावश्चौरमाशेभरकपूर मिला के कुल्लाक
औरजोमकोय केहरेपन्नों का रस तथाकुलफाके पन्नोंकारसहावैतीविशेष गरदायकहोजाय|| अथवायहनजलाकेपानीवतरमानेकीदंत पीडाको करैयविधिअकरकराजमाय नघुण्सानीमाशेमसूरश्तोलेोपीस्तकेडोडा || माशे। श्रीटाके कुलाकरे। मजमजहाजोदो। तों के दर्द को दूरकरौविधिसिर्सकेपेड कीलाल छतीला चमेलीकेपन्नारदोतोले वायविडंगमा शोनोटाककुल्लाकरे नथवागमकोयापोस्तके डोडासदाराकरतोलामजीठमाशेखिोटा|| के कुल्लाकणभजमजाजीगरमी-चौरसरही
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शर्म
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के मुंह खाने को दूर करें ॥ विधि॥ गंजीर नग ४ | नारवूना। अलसी के बीज एक २ तोले । खोटा के छा न के थोड़ी केसर मोरे चमेली को तेल मिला के। कुल्ला करे । अथवा तंतडीका गुलाब को औरो । नर माशे । काकीया। माजूफल । है २ माशे मो टाके कुल्ला करें | मजमजा || जो कफ की सफा ई के पीछे मुंह की दुर्गंधी को गुणा करें ॥ विधि ॥
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गर। मस्तंगी। लोग । जायफल । जावित्री । तीन २ माशे । जौकुट करके पोटली बांध के गुलाव जल में सोटा वे और रात दिन में केई चेर कुना करें ॥ ॥ अथबा ॥ यह मुंह की दुर्गधी को दूर करें। विधि ॥ निर्मल शहत को पानी में घोल के कुल्ला करें || मजमजा ॥ज मूंह का स्वाद विगड जाने और। स्वादन याने जो कफ करके हो जस्को दूर करें | वि ||| राई | यकरकरा | मुनक्का। सोटा के कुल्ला करें ॥3 खोजी गरमी से हो तो ॥ गुलाब के फूल | तंतडीक खोटा के कुल्ला करे ॥ मजमजा || जो दाँतों को मा जबूत और उन की पीड़ा को दूर करें ॥ विधि ॥ गुल नार। काकीया। माई। जुफत्रवलूता सुपारी। मु लाव के फूल। दोनों चंदन। अनार को छिलका । नाग रमोथा । सब बराबर खोटा के और छान के घोडाद म्मुल रववेन मिला के कुल्ला करें ॥ मजमजा । जो जीभ के ढीले हो जाने को गुण करें ॥ विधि ॥ राई। सोंठ। काली मिर्च । अकरकरा । नोंसारासा जी। कलोंजी। सष पोदीना। नोंन बराबर खोटा के
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कुल्ला।मजमजा॥जोजीभ और महकीम जनकोगुएरा करै विधिवनफशाकै पन्नामे पीअलसीके वीजा सुल्हटीमकोयानों२भाशा अंजीरनगाअमलतासकोग्दो ३ तोलायोटा केछान के गुनगुने सेकुलाकरें।
फसल एक सोतेरवी। मतदूखात निर्यातनदर। आतमांकलेजााताप तिल्लीचौरजलंधर के रोगों को दूरकरने केकाहों में गमतवखाजोदर के कफकोसोथकोगणकरै।। विधि पिलीयजरवरामस्तंगी। अजमोदाने सूतीनरमाशेपरशीयावशीसाफ कीजवापांच२ माशेमोटाकेलान के ५वारामकोलेसवडाकेलाल रोनोलेमिलाकेपीवेनथवाणयहरकीसूज नकोदूरकरै॥विधिसोफाअजमोदामकोयावर वरलेके मोटाके वादामकोशीरामौरलालदूरोवार केपीवेमतवूखाजोनदरको वलदेओरवमनः कोरोके॥विधिअनारदानानोमाशेमस्तंगीयो दीना। अगरानीनरमाश और रसोलेमिश्रीमि लाकेपीवमतवखाजोसंग्रहगीकोदूरकरे। ॥विधिनागरमोथाविलगिरी सूघोधनियोंने त्रवालासोंठापसासववरावरालेकैपक्रतीकैमा फिकमुपेदवूरोमिलाकेपीवेगमतवरवाजोति/ स्त्रीकीसजनकोदूरक विधिकोलीहीवडी हिडेतीनरमाशे।शाहताकासनी के वीज छैश्मा शे।कसमकेवीजरमाशाचालूवषारेकेदानेनग
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धपको गुलकंदरतोलेनोटाकेपीवेमतवरख जोकलेजेोगदामोरतिहली कीसजना औरज लोदरा और कमलवायकोदूरकर और विगडेम लकोसुधारैौरकलेजाऔर दरको वलशाप्नको
विधिमजीठामस्तंगी। सोंफ कीजडकोछिल काजमादकीजडको छिलका कासनीकीजड को छिलका अनेसाम्रजमोदावालछडातीन माशे।कसमकेवीजरमाशेोमुनक्काश्तोलेप्रोटा केपारकरै-औरसुपेदवूरोचीरवादामनगकोशी रामिला के पीवेगमतवखाजोकलेजाकीगाँठों कोयोले॥विधिरेवतचीनीरमाशाधिलीअफस नतीनाअजवरतीनरमाशेततली मेिथीचाररमाशे मुनक्काकेदानेनग९०पीलीग्रंजीरनगर-प्रौटाकेडे उतोलेसुपेदवूरो और रमाशेवादामरोगन मिलाके। पीवेशभतरवाजोकलेजाकीसजनकोदूरकरै राविधिारेवेत चीनीडेटमाश। कसूमकेचीजोमा जमोदासोंफतीनरमाशोफसनतीनोविसफायजा जवाहर्डीवहेडोपाँचमाशामुनक्का केदानेनग१५॥ श्रोटात्मारकरैऔरतीले तुजवीनथुरासानी घोट केमिलाकेपीचे॥
फसल एकसौचौधवी॥ पेडू औरनरों के रोगों को दूरकरने के काडों मेंमत खाजोपडू कीपीडाऔरमवकी कठिनता कोगणी काविधिकाकनजाअर्थात् पटकोना। मुबाजी केवीजपोचरमाशे।सुपजीरोधमाशास्वरबूजाकेबी
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जनीमाशेजीकट करके ोटा केपीवेगमतवरख
मोपेड़ की पीडाको दूर करे॥विधिरामेचीचि जभायनो गाजरके वीजायजमोदालतलीकेवीन वावूना के फूल वरावरलेके मोटाकेपीवमतव/
जोपड़ीरनरेकी पथरीचौररेत को दूर करोधि धिसॉफाचनेसावडेगोवरूपरसीयावझा घाजीके वीजागुलवनफशामिलतासकेचीजें ।कुलथीतीनरमाशाश्वर जाकेवीजनोंमाशाषी|| राककडीकेवीजएकरतोललेके नोटा के ठंडेश रवत वजूरी के संगपीवेगमतवूरवाजोपेड़की पीडाकोमुरगकरैतविधिभरवूजाकैवीजतो लोलालवूरो२तोलासव पानी में नोटाकेजवती सरो भाग रहे तबछान के गरम गरमपीवेअथवा आपीलेदादी के फूला जितने चाहियेउतने लेके। पीस के लाल चूरोमिलाके छानके गरमरपीचे
फसलएकसोपंधरवी॥ मतदूरवातमुदिर हैज़ अर्थात् स्त्रीधर्म होने केका डों मेंजतरवाजो स्त्रीधर्म कै रुधिरके वंदर होजाने औरनून्यताको दूर कराविधिनेनवार लामाशाततलीभाशासोंफछैमाशोलोवीया केवीजनों माशेलेकेनोटाकेतुकेदिनलगातारपीव
अथवाततलीकेवीजासोंफाश्रजमोदानमा शेरापीले अंजीर केदानेनगाधूपको गुलर्कद२ ॥ तोलेकै संगपीवेनथवालालेलोवीयाने सामजीठाततली के वीजघरावरलेकेनौटाकेपी
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वायथवागकर्ड कैवीजजोकुटागावजुवा पन्ना विरबूजा के बीज कुचल के चरवर ओटाके छान केलालवूरोमिलाकेपीवे
फसल एकसोसोलवी।। मतबूरवातदाफह-नोज । अर्थात जोड़ों की पीटा केदूरकरनेकेकाडोंमें मतदरवाजोजीडॉकी !!पीड़ा कोदस्तों केहारादूर करें विधानजा न भीगावूजीदा छ माशोछेदनहारसुपेदनिसोला। कर्डकी मांगी मोठाइन्द्रायकोफला तीन माशाला जीठा अजमोदाअनेसूासातमाशे घोटालो लेलालवूरोमिलाकेपीवेमतवूखा जाँपत्रो। रथीठकीपीडाचौरसवप्रकारके देने को मुणकरोग ॥विधिाबूजीदा चीती सांठापौचरमाशशोर मजानाजरवरकीजडानजमीद की जडकोछिल। कासोंफ केजडकीलाला चाररमाशनकाराम थीदशरमाशोश्रोटाको अंडी कोलनीमाशे मिला के पीवेमतवरवहलेला अर्थात् गठियाको गुणकरै॥विधिोरेनमानासौंफासोफकीजडा कोछिलका।अजमोदाअनेसापांचरमाशे।पर सीयावसोंगावजुवो विल्लीलीटनाचारमा।|| गुलावकैफूलाबडीहर्डमाशोसनायमकीसात माशे। धूपको गुलकंद डेडतोलेलेकेनोटाके। तुरंजवीनघोट केमिलाके घातकालपीवे॥मतचू वाकूलेकीहड्डीकीझडकीपीडाभोरजांघसें लेकेतलेचा परियत के दर्ददूरकरने में अनिलम
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हाविधिरामरतणीने पाँचरमाशासोंडाला अरवरकीजडतीनरमाशामजीठाचीतीशोरनजान माजीदा अजमोदामेथी। सोफाचाररमाशामुनका केदानेनगर५योटाके नोलेभरभंडीको तेलमि लाकेपीवे॥
फसूलएकसोसहरहवी॥ मनरवातदाफेहमैयाताअर्थानो।ज्वरादिक दूरा करने के कामीमतबूरवाजोकफञ्चाौर-चौ। थीयाज्वरदस्तों कोडागदूर करे विधिशाजरवरकी जडापिनपापडो।शुकाईकवावचीनी। चारमाशे। अमरवेलभाशोजवाहर्डछैमाशमुनक्काकेदानेन गर५-श्रीटा केर सिकंजवीन डालकेपीवशाभूतवूख
जोइकतराकोदूर करे॥विधिमुल्हटीज मोदासोफ कीडकोछिलका। पोचरमाश का ईमाशेपोदीना मस्तगीदो२माशासूषोधना यो।गुलावके फूलधारमाशोनोटाके तोलत रंजवीन भिलाकेपीवैगमतवरवा के कफज्चर कोदूरकरैजीसमोटारकेावैराविधिशावाल छडा अनेसासूसोधनियो।गुलावकेफ़्लावार२|| माशे।मस्तंगी दोभाशे। अफसनतीनाके वीजाश्रमा
लतांक अनवरकीजडाअजमोदकीअडासोंफर काकीजड़कीछिलका चाररमाशेशवडीहईमाशे मुनक्का के दानेनगमा शहतको गुलकंदतोलेश्रो गके दो तोलेमिर्कजवी मिलाकेपीवेमतवख जओचौथीयाज्वरकमलको नरम करकेनिकोले।
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विधि]] सनाय की पत्नी । समर वेल। वनफशा की पती। घर वूजा के बीज कुचल के। सोया के वीज पाँचर माणे। जवाहर्ड | वडी हुई। सातर माशे । मोटा के ३ तोले सिकंज वीं मिला के पीवे ॥ मतदूरखा। चौथी था ज्वर को मुलाभित से दूर करे || विधि विल्ली लोटना गाव जुबाँ की पत्नी । ग्रामले पाँच२ माशे । विसफायज । फस |त की। समर वेल | गाराकूं तीन २ माशे। तीनों हर्ड चार २ माशे । सनाय मकई माथे । मालू बुधारे। मुनक्का दश दाने। धूप को गुलकंद ३ तोले मोटा के पीवे ॥ म तदूंरव ॥] जो कफज्वर और पुढे के दर्द को दूर करे। दि धिग अजमोद की जड सोंफ की जड राजश्वर की जड परशीयावश । अनेस। मस्तंगी। सब वरावर लेके मोटा के थीवे ॥ मतबूरख ॥ ओ पुराने ज्वर और पुराने सीत ज्वर को दूर करै । विधि। वस । रक्त चंदन। सूषो धनि यों। नर कन्नूर । सोंठ। हरीगिलोइ। सव वरावर लेके 15 मोटा के जवार वाँभाग पानी वाकी रहे तब छान के वरावर की सुपेद मिश्री मिला के पीवे ॥ मतबूख ॥ जो चोथीयाश्चर को दूर करे || विधि ॥ पोस्त के डोडा । प्रक्रती के माफिका साठ वाँभाग काली मिर्च जो कुरक ₹ मोठा के पीवे ॥ मतबूरख ॥ चोथीमा ज्वर के दूर करे ॥ विधि || जवा हर्ड को वेक्कला कासनी के वीजा है? माशे सोंफ की जड पिन पापडी चार२ माशे । भ्रमर ला ता के बीज ३ मा मालू घुरवारे । उन्नाव के दराने नगद शरारे तीन तोले गुलकंद मिला के मोटा केपीवे|| ॥ मतबूरव॥जो कफज्वर को दूर करें ॥ विधि म
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ल्हटी५माशे।सोंफ माशाहरीगिलोय७माशापीले अंजीरनगालालबूरी२ तोला मोटाकेपीवेम तवरवाजोज्वरोरघाँसीको दूर करे विधि गपरेशीयावशाश्वतमी के बीजाबाजीकेवीज महक कीजडासोंफ चारमाशापीपरमूलरमाशे लालबूरो२तोले नोटा कमीवेमतवूरवाजो|| ज्वरऔरसषीधाँसी को दूर करें॥विधिमहकम कीजडा वनशाकेपन्नाागावजुवों केपलााचार माशोघीहदानों२माशेोलिसोडेकेदानेनगरात पदबूरोडोडतोले मोटाकेपीने।
फ़सल एकसीमारवी। मतदूरवातमुतफर्काअर्यातमथकर काडमिम तवरवाजोविगडेरुधिरको सुधारे विधिना गरमोथा।वाक्वी चिरायतोविकायनके पेडभीत रकीलालासुपेदचंदनतीनभाशे। गिलोयाछोटी। बडी दोनों कठेत्रिफलाचाररमाश।कुटकी।वाय विडंगा हल्दीवचासौहामीगेकूटा इन्दरजीभग|| एविजैसारादोरमाशे माधसेरंपानी में प्रोटावे जवडेडछाकरहेनवविनामलेछानलेऔर मिश्री भुपदश्तोले मिलाकेपीवेमतवरवाजोगलि सकुशुमनोरसत्यता।और इसीप्रकोरकेऔररोगी कोदूरकरै॥विधिमजीठाझाकोवकलाना गरमोथाहरीगिलोयासोंठ हल्दीदोंनोंकटेरी।की। लकड़ी। बंगलापानावायविडंगाचीतीदेवदार इन्दरजोभांगरोगसितावर।पीलीकनेरकीलकडी
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चफला चिरायती। बकायन के पेड कोवकला विजयसार गुलफरंगा बकुची। सपेदचंदना नरमधेरकीयंतरछाला कंजाकीनंतरहाला पिन्नपापडीयितीसाइन्द्रायन कीजड दोरमाशे नोटा के पीवेगमतरवाजोधातशकन्यथा तपदंश को दूर करनामें गुणदायकोरपरचा ईहई है।विधिानीमकीछालाकचनाला कीछाला इन्द्रायन कीछालामंडी। छोटीकटे रीजडोरलकडी।पुरानोंगुडघ्राधपावसेरया नीमेंनोटा वैजव-चौथाईवाकीरहे तवलान के। ९शीशी मेंभरकेरावैऔर जितनाधकतीमैं कि लेउतनापीया करे।
फसल एकसोजन्नीसवी॥ मुों में मुर्बा साँठकाजी गरम औरषश्क है ओरजदर और पेडूचओरनरों की घुश्की को दूरक रे और मूनको वहाव और बल को बहावे और कफ ज्वरको गण करै॥विधि विना तांतू की सोठरवासनमें धरके वालसेर्वदकरैनोरनस पर पानीडालेयाही प्रकार इक्कीस दिनराधे फिर निकालकेरवूनोवैऔर किसीनोंकीली वस्तुसे खूब शीद के शहत पानी में घोटाजक्चाशनी। होजाय और चाशनी में सोंडूवीरहै।।मुरबानी वूका॥जो दिल औरजदरकोचलप्राप्त करें और रचित्तको सन्न रावे॥विधिानीवूकेछिलका। कोयोटावैजवाधीसीजजाय तव निचोडक||
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शहन तथासुपेदकंदकेसंगोटाजवचाशनी। होजाय तवजतारले पुरखानामरेको जोदि लौरमस्तक औरजदर कोवलवान करै ग्रोर चिन्नकोप्रसन्नकरैऔर मुनासिववस्तोंकेसंगनी कोवडावे पोरकामदेवको प्रवल करै-औरभोजन को पचावै॥विधिहरेश्रामरेजोपकनेपरधागये हों। वासकी कीलीशेगोदके चूने के पानी में ग्रामको दुवारा३दिन पीछे निकाल के धोडाले औरथोडी सोजोस देके पानी निकाललेजवपानी कोलवलेश नरहे नवघोडे मेघी भून लेओरधीकीचिकनाई दूर करैसुपेदवूरेकी-बाशनी में डाल देजवचाशनीप मलीहोजाय तवंधा-वाशनी में घोडो और भीगे मिला के चाशनीकरै चौरजस्मेंामरेपराधेयाहीधका स्जवचाशनी पतलीहोजायाकरैतोउस्को गाडीकर लीया करैपुरखाहर्डकोजो पेट को नरम करे।। औरबाइकोदूर करें और उदरको वल घडावे॥विधि ॥हरीहर्डहीयतो अति उन्नम औरनही नोवडीरसूषी हई थोडे दिनपानी में भिजीरामेचौरवापानीकोबद लके और पानी में मोटावेजोछिलकाओरगुठली दोनोंनरमहोजाय पीछे-प्रामरेकेमुरचाकीतरह है। यारकरलेमरधापेटेको जोगरमीकेज्वरोको दूरकर औरवहधाकरके महीनज्वरोरहौलदिली औरगरमीकी मस्तक पीडा को दूरकरैह विधि ऐठेकोछीलकारके बाको कोगदोदूर करके और नमगदेकोजामें वीज होते है उस्कोपीसलेमोरवापा
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नीकोभीभिलालेजोवा केकाटने में निकला होऔर छानलेऔर उसपानी में करडे कतलों कोसोटावैजवपानीसूषजाय नवयधसूकता लों को करके घी में प्रधभुने करके उनकी चिक नाईकपडासेपोंछके सुपेद कंदकीचाशनी मेड वाराधेअवपतली-चाशनी होजाया करैतोचामरे के मुरबे की तरह समारलीया करै।मुरबागाज रको जो कामदेवकोवडावैौरचित को प्रसन्न करीरनिर्मलरुधिरको पेदा काविधि।गा। जरों को छील केऔरभीतरकीहड्डी दूर करके। गाय के दूधयोटाबेजवपकजायतवनधसूधे करके पीछे घी मेंधकच्चीभूने औरसुपेद चूरेकी चाशनी मेंडूवीराधेचौरचाशनीपतलीहोजाय तो फिरवाहीप्रकारगाडीकरले।
फसल एकसीवीसवीम मरहमों मेंमरहमणमुपेदाधकेभान्स कोजमा
औरघावसुषावैऔरधावकीगरमी कोदूर करे विधिएंगकीभस्म छैमाशसुपेदोभतोले गुलरोगन दो तोलेलेके मलहमवनावेमरहम
सुपेदावकपूरील फोडाकेबुरेमुवादको दूरकर केउत्तम मान्सऔरजमावैगधिधि॥ सुपेदोम ९सोलोतोलेगुलरोगन में मिला के ५माशेरांग कीभस्मामुरदासंगमाशे। कपूरभाशे।मिलाके मरहमवनावै॥भरहमाजीसूजनौरफोडाके करडेपनेको दूर करें और घावकोपाराभकरे है।
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विधिपीरोमागायकी पिंडली को गूदो। बकरी के पेड़ की चरबी एकशशल रोगनतीले मुगीकोडीनगरकीजरदोचपररषके। भिलावेचौरकेसरावावूनाके फूलतीनरमाशे चूरनकरके मिलावेगमरहमापनीयलाजी घांनऔर ज़रवम् को विलकुलेनच्छा करै श्रीर। नासूरको दूर करेंह।विधिारशलभाशेयर सोतभाशादोंनों को पानी में खूव धोटे पीछेडमा शेपीरोमोम मिलाके घोटकेमलंमवनावैशम
माउसुककैकाडेपनेऔर कंठमालाओरना मेकि अत्यंतगादायक विधिानसकाई गूगल पाँच२माशे।४ तोले सरसों के तेल में घोटको रतोलेपीरो मोमभिलाकेाँचपरधरेनौरराई॥ समुद्रफेनाजराचंद तवीलागंधकामलासारयों च२ माशेचूरन करके भिलावैचोरजिसप्रस्थानप रफोडाको तुर्तपकायाचाहै वहीं परइसीमरहममें यु लखतमीऔरउस्केपने एकरतीलेपीसके मिलावै औरगुनगुनाकरकै फोडेपरवाँधेामरहमात्रै जाजकै बंदूक केजरवम्-ौरधावसीरनासरी रबुरेरधाचोरवादीकेघांवों कोजी किसीदवासे अच्छेन होते हों उनकोपच्छेकरै विधि। तिलको तेलोरमी कूमाको पानी पीचरतो ले मिलाके९कसकूटवासन में हाथसेवघोटे केमही केतुल्पहोलानापीछे फिटकिरी लीलामो था।लालकथा। सुपेदरालासवास्तोला चूरनक
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रके या प्रकार हाथ से रगडेओ मरहम जेसा हो आवैत व चीनी के वासन में राधे वीर जव या मरहम को का म मैं लावै तब नोंन की पोटली से घाव मोर जबम् को सको करे || मरहम ॥ वासली कूं के पुठों के जो डों के घाव और दूसरे घावों को और ज़यमों को खच्छे करे मोरफोडों को नरम करके वैठावे ॥ विधि॥ साधपाव कडवे तेल में ५ तोले पीरो मोम पिगला के १तोले बहरोजा मिला के पीछे २ तोले सुपेदराला फिटकिरी भुनी। मस्तंगी २ माशे चूरन कर के मि लावे खोर खूब घोट के मरहम बनावै ॥ मरहम |||जाजव के जावस्तु ने शरीर में चुभ के फोड़ा कर दीयाहो वा को निकाले और फोड़े के घाव को अच्छे मान्स सेभरे और जवओं को सच्छा करें ॥ विधि ॥ सुपेदराल १तोले | मस्तंगी। पीरो मोंम डेढ तो ले । ४ तोले सरसों का तेल मिला के प्यार करे ॥ म रहम ॥ खमीर के फोड़ा को पका के तोडे जो ना तर लगाने को कुछ प्रयोन न रहे ॥विधि ॥ पप डीयावारतीन माशे । सावन छै भाशे। गेहूं के चून को सूषो मावो तो माशे । सूषो चूनों सवा तोले। के वूतरकी वीट । मुरगा की वीट ढाई २ तोले । थोडोक
तेल मिला के मरहम वनावै ॥ मरहम ॥ दाय! लो के हकीम बुकरात को बतायो है और बुकरात के माल आत में पाके बहुत से गुण लिखे हैं ॥ सूज नमोर फोडा और कड़ी गिलटी को पका के तोड़ क अच्छा करें और कंठ माला को अच्छा करें-श्रो
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रगरमी की मूमन कीपीडा ओरपुडों के कडे पना कोदूरकरे विधिखतमी के वीजाईसबगोल मेथी।अलसी डेड तोले रातको पानी में भिजो के पातकाल गाडोर लुमाव पथक२ करलेओर जैतुन वा सरसों का तेल पुरानों९० तोले तोले मुरदासंग चूरन करके मिला वैचोरांच परधरकेरलकडी सेहलातोरहेजवगाडोकालो होजाय तवलुनावों को मिलाके मरहमजेसोप कावै पीछे अंगर की लकडी की राषचोरभट वांस कीचूरन रमाशेाफिटकिरी जंगालाती नरमासे चूरन करके मिलावेगमरहमाश इतके फोडाचौरकडीसूजन को तोडेओरसाफ करैराविधिशहतको नोटा केगाहोकरैत्री र४भाग फिटकरी-अर्यात चौगुनीफिटकिरी मिलावेगमरहमा मिश्रीजी मित्रानीवैद्यों ने वनाईकै पुरानचौरकडे घाव को दूर करें। ॥विधि।सिरकाऔरशहत पाँचरतोला मिला केश्योटा वैज़वगाडीहोजायतवछैमा शेजंगारश्तोले सोनामाधी-चूरन करकेभिला वैमरहमासिंदूरजोजयमे और घावको भरदे॥विधि॥ तिल को नेलश्तोले।सुपेदा मोमरतोले पिगलाकोषपरीयाछै माशे। सिंदू रालोबान सातरमाशे चूरन करके मिलावै॥
फसलएकसौइक्कीसवी श्वास मरहमा मरहमाजीकान केभीत
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रलेघावों को माछाकरे विधिाखालिससिरका डेस्तोलानौरशहतोतोनेमिलाके योटावेज वगाडोहोआय वर्जगालछैभाशेमहीन पीसके मिलावैमरहमसफरजलाके नाक केधावा
और दूसरे पुराने घावों को वरोवरकरे विधि वनफशाके फूलनों माशे। बीहदानों छमाशायोडे। पानी में प्रोटा लुसावनिकालेधीरछान के दो तोले गुलरोगन औरश्तोले सुपेद मोम मिलाके मर हम बनावै॥अथवागनागरमोथा।माजूफलाके सर तीन माशेगुलरोगन दो तोले।सुपेदमोमरतो लेोलेकेमरहमवनावैरामरहमा के होटों के फट जाने औरसषेमनारों को दूर करविधिगसुपेद् मॉमरनोलोतिलको तेल ही नौला पिगला कोसुपे रकस्या।वंगागेई कोसना हस्थीमाजूफला तीन रमाशाचूरन करके मिलावैमरहमाजी होट की ववासीरकोगकरे॥विधिगलोहे को मेल मुर्दासनावंगा केसर। फिटकिरी तीन माशेपूर न करका मोम ९ नोलार तोले गायकैघी मेंगलो के मिलावै।मरहमाजी गुदा फटजाने कोमा च्छाकरे॥विधिोसुपेदभोमहोतोलेमिंहीके मन्ना नोंमाशेगुलरोगन तोलालेके मरनमव नावैमरहम कपूरीजोगदा के सोथोरफड जाने को दूर करै॥विधिासुपेदमोमरतोलाप लुरोगन नीन तोलामासंगमाशोगेंहूंको सन्ना, छैमाशे। अफीमरमाशे लेके मरहमवनावै॥1
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॥ मुरहमा । जो मुद्दा की घुजली और पीड़ा को गुएा करे॥ विधि || मकोय । छिली मसूर । गुलाब के फूला वरावर के लेके चूरन कर के हरे धनिये के रस मैं मिला के पका वै मोर गुल रोशन मिला के मरह म वनावै ॥ मरहम | जो ख़ुदा के भगंदर को गुण के रै विधि। सुपेद मोम र तोले। सरसों को तेल ४ तो ले मुदसिंग गुलनार । आवा हल्दी। दम्मुल भव वेन । फिटकिरीभुनी । सुर्मा । बारह सीगा की भस्म दो २ माशे ॥ मरहम् ॥] जो इन्ट्री के अषम को गुण करें ॥ विधि ॥ मैौम दो तोले । गुलरोगन ४ तोले में श लाके । है माझे लीला थोथा घोट के मिला केमरह म बनावै ॥ मरहम ॥ राना जो इन्ट्री के घावों में ऐसो कोई नहीं है और परचायो है ॥ विधि ॥ सुवेद मोंम २ तोले ।५तोले गुल रोगन में पिगना के । सुपेदश लतोले । बंग। दम्मुल सरखवने । मुर्दासिंग | लीला थोथा । पुलन्सर। कालीमिर्च । है माशे चूरन करके महीन मिलावे और घाव की नित्य मेंहदी के पन्नों के पानी से तथा चोबचीनी के पानी से धोके या मरहम को फायो लगावै ॥ मूरहून शिंग रफ! जो डको श और कंठमाला और बडे फोड़ा के घावों को दूर क रै ॥ विधि। मुर्दासिंग गंधा विरोजा इमोशे । लोना नाशक । बबर को गोंद शिंग रफ न २ माशे मस्तगी नो माझे ! थोडी सिरसों को तेल मिला के घोटे ॥ म रहम्।। के इन्ट्री विना राध मोर राधयुक्त के तरको । सुषो वे और अच्छा करें || विधि | लोहे को मेल
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मुर्दासंगमाशादोंनों लेके मिरका में घोठ केज वसूषजायतवदम्मुलश्ररववेन नोंभाशाकागदकी। राषाभुनीफिटकिरी छैरभाशाश्तोलेगुलरोगनमि|| लाके मरहम वनावेगमरहमा ओइन्द्री और भंड! कोश के घावों के दूर करने में परचाई हुईविधि
सुपेदमोन रनोलोचनफसा को तेल तथा बादाम को तेलानोले में पिगला के। मुर्दासंगपीरो भोरम पेदावंगाभुनीफिटकिरी।छैमाशा९नगमुरगीके अंडा कीमुपेदी मिलाके घोटेशभरडमाजोमात शक की फुनशी औरधाव को १ दिनभै सुषावैपरचा ईडई है।विधिागोलचीवचीनी दीभाशे। शिंगर फनोमाशे।लीलायोथा धुलो ९तोले।गजी के कप डाकी भस्म-जा में केई वेपारो छानसे कारोपडग यो होय माशे। मुरगी के अंडानगरकीजरदी जिस कोभाल भूना होइऔर घी इतनोंजा मरहम बनजाय मिला के घोटेशनथवा जंगालापारो एकर तोलेोलोवानाएलमा छै२माशोगायकोची छतोले में घोट केमरहम बनावैऔरलगातोमा तशकजायरामरहमजोसुपेद दाग और छीप कोदूर करें।विधिगतायेकीभस्मात्रामलासार गंधकोपत्थर को चूनौचिनावर जरावंद। सवधरा वर लेके चूरन करके नेज सिरका में घोल के२०दि ननाई धूप में राये पीछे फिर घोट के काम में लावै
मरहमाकैरेतथा विनाठेरे पीठ के बड़े फो डा कोशेच्छाकरे विधिशासीसेकीभस्माधुले
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लीलाथोणाारमाशाईसबगोललोलेकोलच्या वनौरथोडीगुलरोगन मिलाके मरहम वनावै अथवासीसा के खरल मे गेरू सिरकाडाल केधिसेजवकालोपडजायतवनस्में थोडायुलरोगन मिलाके धिस के मरहम वनावैभरहमा जोववा सीर के विशेष दर्द को गुण करै॥धिधिकरमा स्नानगरपानी में प्रोटाकेजवधुल जाय तवपीसे।
ओरमुरगी कोयंडानगर की सुपेदीनीरजरदी।गु लरोगनतोले।अफीमरमाशेसवको नाँचपरध रकेमरहमवनावैरामरहम जोशलजमकेचा वों केभरने औरसोथोरकेडापन के दूर करने मेंतु ल्पनहींषती है।विधिमाधपावगुल रोगनमें शलजम५तोले टूकरकरकेभूनेजव शलजमजा लजायतवगुलरोगन को छान के दोतोले सिंदूरडा लकेनीम की लकड़ी से रवूव घोटे औरछेमाशेक पूर मिलावैरामरहमाजोवडती मान्स को काटे।
औरदुषनहीं करै॥विधि जमालगोटादी तोले। जंगानरतोले।दोनोंकोरवूव पीसे ओरबडेमान्सप रलगा के काईमरहम की फोया उस्परराधेाका लोमरहम जोमवप्रकार के फोडों को पकाकैती इताहै और मवाद निकालके धुर्तच्या करदे। ताहे औरधावों को सुधाताई।विधितिलको तेल ५तोले।सुपेदाकाशगारी दो तोलेप्रथम सुपेदा को सूमोघोटे और तेल में मिलाकेलाह के वासना में भर के साँचपरराधेऔर नीम कीलकडीसेघोटे
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अवएशोगाहो होआयजोरवूरपानी में डाले वह बूंद वधजाय पानी में नमिले तव नाँच परसे उतारले
मरहमासमुद्रफेनानिसहकीम गीलानी ने अपनी पुस्तकों में धावा के सुषाने ओरजषों को अच्छाक रजे शारीफलिपी है।विधिएगायकोधी३ नोलेभा मेंश्तोले सुपेदमामडालकेपिगलावैपीछेसिंदूरामा दसिंगासमुद्र फैन एकर तोलेोलीलाथोथा छै मोशे रखून घोट केमिलावै।
फसल एकसोवाईसवी॥. भाजूमातअर्थात पाकादिक जोसवघकारके रोगी को दूर करने धोरजोड़ों कोप्रवल करने मेंमाज मनिजाहवातरोगों को श्रीर वावलेपने को धीरे, मिरगी को दूरकर श्रीरभस्तककी सफाई करैहावि धिकालीबडीवहेडााग्रामलाएकरतोलेाविस फायनाफिलेकी। भ्रमरवेलास्तरवसा छेदन दार।सुपेदनिसोताछिलीहुईटाईनोले।गारीकनर मकूट छान के माशे। तिगुनेशहन में पाक बनाव आमाजनमोहमदनकरीयाकी वनाईहई है जो याकी सदैवपान करैतोमिरगी-ओरलकुमानौरपा क्षाघात को दूर करै|विधि अमरवेलाउस्तुरखडू साविसफायमाफिस्तकी अकरकरासवधरावरले के सिकंजवी अनसाली तिगुनी वा तिगुनी मुनक्का में भाजून वनावै॥भाजूना-धमरवेलजोमम्मक औरसवंशरीर के बायककोनिकालेश्वोरहालदि) ली औरवावरेपन कोदूरक विधिअमरवेल
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विसफायनासनाय मक्की गारीकू।सुपेदनिसोता । करतोलेोगावजवाधस्तुरखसाविल्लीलोटनानों माशे। वायविडंगाराम तुलसी। लाजवर्दछै २मासे।। भीठी कूटमाशेविगनेशहन मेंपाकवनालेमा जूनाजवीवोभिरगी को दूर करे॥विधिाजवा हडीवडी हर्डीवडोनामले।उस्तुरवसाकरता लोकदशलीवछे माशाअकरकरा ४भाशामुनक्का पाव सेरमभाजूनवतावाश्रथवागवडीडीसुपेद/ निसोतासोठामस्तंगी।मरशलीव एकर तोले।उस्तु खसाकालीहडी-मामलेदोरतोनादालचीनी उरतोलामीठेचादमरोगन में मकरोके निगुने शाहनमें पाक बनावैध दिन पीछे काम में लावामाजून। जोधिसमृती कोविशेषरानदायक है।विधिोलो वानावचस्पेदाढाईतोले।मोठामिचीसवारतो लेोलके तिगुने शहत में पाक बनावैमाजुना विसमतीको दूरकर चौरदिल भीरमाथेको वेल बहावै॥विधिदाल-चीनीवालछडाइवविल साऊदशलीवामस्तंगी। कैसरालोवानाकोयल कीजडादरूलजनकरवी नागरमोथा।दोनोंवर हमना वचावस्तु खसाकचाव-चीनीनिनवाला तीनरमाशोजंगीहर्डीगिरीगोलाकी। फंदककीभी गीछेरमाशरिशमकतरकोमुनक्काएकरतोले पीपरामूला मोठा काली मिर्ची दीरमाशो लेके दूनों सुपेदबूरो मोरइतनों शहन मिलाकेपाकवनावै॥ ||समाजूनापूनिसाजोवुद्धको तीनकरेविस्मृती
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कोदूरकराविधि॥तजावचाजरावंदादालची नीस्तंगी दीरनोलेमीगटाततली के वीजा सुपेद मिरच तीन तोलाभिलायामरवेलागारी
एकरनोले।तिगने शहत मेंपाक बनावैमा जूना जोहोलदिली को दूरकराविधिगयामा लोविल्लीलोटनाजंगीहडी सुपेदवंशलोचनाजा। यफलातेजपातालोंगाजावित्री छोरीइलायची के दाने अगरनों२माशे विजोरेकीछिलकााचाह रखनाईपिस्ताकेछिलकाएकरतोले। चोगुनीसु दमिश्री मिलाके धनारकोरस तथा गुलावजलतथा जरिश्क के पानीअथवा नींबू के रस की चाशनी में मिलाकेपानधनावै॥अथवांग यह माजून हकीम सयद इस्माईल जिर्यानी की बनाई हुईजोहोलदि लीकोगुणकरै।विधि।कावलीहर्ड तोलाया मलेगावजुवा केपना रितीले डेड सेरपानीभित्री टा वैजवाधोपानीरहेनवमल के छानले और पावसेरशहता-चौरश्याधरसुदरमिलाकेचा शनीकरै चौरविल्लीलोटनाविनोरेकोछिलका वमना नरकचूरा तुरखम्वलंगारामतुलसीवाल छडाएकरतोले लोगाजायफलाजा केसरतीन२ माशे। मस्तंगी।छोटी इलायची के दानोदरूनजन करबी हेरमाशाचूरनकरके मिलावैमाजनसी
अर्थात् लहसनपाकजोलकुनाचोरगा । वाता श्रीरकंपनवात और वायकीवनासीरालीपची रसुपेद दागावूनरोगनको गुणकरे औरकफको दूर करे|
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चौरजदरको प्रवलकरै ओरभूषलगावैऔरोरेशा ग्निको वडा वैचोरशरीरकी क्रांति मोररूपको वहावे। मीरवुद्धकोसतिगुणदायकहे।।विधिलहसन को छीलकै॥पावागायकी दूधाधसेरमें पकावैजय धसोवर्जयतवसवको पीसकै तीनपाव शहतीर घी में मिलाकेयकावैजवधानीसखजाय तवजावित्री। आयफलाकालीमिर्चीमस्तंगी। छोटीश्रीरवडीइलमा यची कैदाने जवाडी अगर।दालचीनी सौंठाराक तोले। केसर छैमाशे कूटधान के मिलावै॥भाजन कुचलाजोश्रफीमको अभ्यासछुडाने औरजोडी कीसिथलतादूर करने और अर्धागवायीरसीत के रोग और जोडों की ओर जांग कीपीडा औरपेशावकी विशेषताको प्रतिमुरादायकहै।विधिाकुचला। छतोले गाय के दूधमें भिजोकेछिलकादूरकरै-धीरम हीन पत्र कतरकै सुधाके चूरन करे औरगुलगावजुवार ४ तोलेोछोटी इलायची के दाने नरकचूर।सकाकुला/ भित्री।मुपदचंदना नाम कालीहर्डी दोस्तोलाग
लोंगाएकोलेउस्तुखसाचिलगोजाकीनीगी बनीयागोलाकीगिरीतीनश्तोलोनिगुनेशहन मेंपाक मनावैशभाजूनवच॥जो स्वास की चाद कोगुण करे
विधिरावचेहीगासांहासोंफ वर वरलेके तिगुने महत माजून वनावै॥माजून॥हकीम नापस पूना नीने रुधिरथूकोरबासी फेफडे के घाव और छाती में राधजमजाने को पहलू केजलनको भोजना वमनाविसूची। संग्रणी बातों को घावीरमरोंके।
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रोगोरवेपीडा पेडफूलजाने के रोगको और कफञ्चः रादिकों कोाने के १घडी पहलेदेनी औरशरीरकीक शता और वियरवायेको नीरजहरीजानवरों के डंका || भारने और काठपाने के विष दूर करने को असंत गुण करता है।विधि शुद्धवहरोजाासलारसडेतो लोपावसेरशहत में मिलाकेाँचपरधरैजवघुन लजायत्तवछानकोदालचीनी। मीठोकूटाभिचीपी पलाएकरतोले भासवचछै मामेनिफीमदोभाशे मिलावै।भाजून चंदनजोवावलेपन भीरमाथे|| कोगरमीचड़ जानटर श्रोझडीचौर योन की गरमीको दूरकराविधि।तीनपावसुषेदवूरे की चाशनीवना वौौरनों तोलेसुपेद चंदनधिसकोभीजीइमलीको पानी२० तोला औरडेडपावषनारकोरस मिला कैचाशनीकरैचोरसपेदवंशलोचनाअगरएकरतो लेोकेसरछैभाशे चूरन कर कैमिलावै॥माजून॥ वुकरानजीकलेजा औरउदरचौरपेड़-औरइन्द्री श्री रक्षुधा इन सबकेवल को वहावैौरकंफवायचीर अजीर्णको और मूह से लारवहने को दूर करे और मूहको सुगंधित करें और पेट के कीडॉकोमारे॥वि.
अजमायनागाजरके घीजासोंग्ढाईतोलेोकेसर विसफायजापाचरमाशोअजमोदकीजडातोले। निगुने शहन में मिलाकेपाकवनालेमाजूनामों हमदजकरया की वनाईडईजी मस्तक उदरचौरइटी कोवलमानकरसोरशरीरकी क्रांतिवडावीरभोज नपचावै और मूंहको सुगंधितकरे औरमसूड़ों को
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मजबूत करे औरचायको दूर करे औरनरोंकोपाकक
और इन्ट्री को टकराविधिअजमोदाज मायना सोयाके वीजागाजर के वीजागंदना के वीजा टाईतोलेमिस्तंगीलोंगातजाअकरकरा नेत्रवा लाजावित्रीनगरापाँचभाशे। केसर ३माशोक स्तरीक्षमाशे।मुनक्कामाधपावपीस के चूरोसुपेदडे
पावकेसंग पकावेजवपक जाय तव्या में वह चूरन मिलावै॥भाजून।मलकाजी इन्ट्री और उदरची। रौरक्षधाको बलबहावैऔर स्त्री घसंग में बल पाप्नक विधि जायफलालोंगाजावित्री।इंदर जीजरवरकी जडासोंठादालचीनी।मस्तंगी। केस रागराएकर तोलाछोटीइलायची के दानोलोवा नाडीला।कै रमाश। सुपेद कंदारवालिस शहत पोनरपावाप्राधेपाव गुलावजलमें चाशनी करके मि लामाजूनकाली।जोपेचश और पुराने दस्तों को दूर करै विधि अफीमायजमायनरखुरासानी बोसरीनेत्रवाला।अजमोदाअनेसाबालछड़ातजा गेरूसव बरावर लेके तिगुनीसुपेदमित्री में पाक बना वैगमाजूनमुकलाअर्थानशूगल पाकजोरवू नीऔरबादी बवासीर औरोतोंकीवादीऔरगुता की पीडाको दूरक विधिगूगलतोले।मुनक काअंजीरादौरतोलापानी में पीसकेपका वैऔर। जवाहडीयामलावहेडे गुलावके फूला-प्रसवंदा के वीजागंदना के वीजसात२माशे। चूरन करके। मिलायेगमाजूनखुवसुलहदादा जोववासी
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र के रुधिर को बंद करै ॥ विधि।। सुधी लोहे को मेला | तोले| काली हर्ड । वहेडे। यामले । माई। मों२ माशे । ना लड अजरवरा नागर भोथा । है२ माशे । दूनी सुपेद भि श्री मिला के पाक बनावै ॥ माजून ॥ जो हाथ पाव मूंह पर सूजन खाने खोर मस्तक मोजलंधर खौरनदर श्री रसवजोड़ों केसी तरोगों के गुण दायक है। विधि ॥वाल) चीनी कब्रकीजद को छिलका। विशफायजा जरवर डेट २ मोले । केसर ९ तोले। बालछड। मीन तोले। नेत्र बाले रेवत - चीनी । मीठो कूठ । मजीठ। नागर मोथा । एकश्तोले चूरन करके रोगन बाबूना में मकरो के तिगुने शहन में मिलावे ॥ माजून ।जो गठीया वाय खौरम्पूल को गुण | करें | विधि ॥ शो रन आन दो बोले । सनाय मक्की १तो. जीरह। क्रमानी। पीपरा मूल नों५ माझे । तिगुने शहत ||में पाक बनावै ॥ माजून मसीही। पीठ और पांवों की पीड़ा को गुण करें और वमन लावै खौर उदर को बल | घाप्त करें ]] विधि ॥] गुलाब के फूल | नागर मोथा । तत ली। अकरकरा । लौंग । बालकड| मस्तंगी। नर कन्नूर । कैंसर । दोंनों इलायची। जायफल । सब बराबर सौर स व से तिगुणी कंद और शहल लेके पाक बनावै॥माः जून।] अर्थात् चोव चीनी पाक जो सीन विकार और ठीया और बात गाधखोर जोडोंकी पीडाजी बहुधा करम के उपदंश से होय ताको अत्यंत सुया वामक हैं | विधि ॥ चोव चीनी नो तोले। लोग। आयफल। आवित्रीं । गुला व के फूल | केसर। छोटी इलायची के दाने। नर कचुर । कुलीजन। नागर मोथा । चार२ भाशे । दाल-चीनी। का
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लीमिची मस्तंगी। मीठोणेरनजाना वूजीदासनाय इंदरजोडेडतोले।सोंठापीपरामूलाकरकनिर विसी नों२ माशा तिगुने शहत में पाकवनावैमा जून जावेद हकीमप्रर्मददीन महमूदकीवनाईह जोयाको सदैवषायतो कश्रोगजेसें छीप सुपेद दाग अर्धागवातालकवा। चायभूलानेनों की कलोसा
औरकान की कुरीको दूरकरे और स्त्री के गर्भरहे। राविधिलागादालचीनी। तेजपात जायफल। कालीहडी मिर्चीपीपराएकरनोले।सोंठावडेराक २ तोलोग्रामले३तोलेजिमायन४ तोलोकालो जीरो४ तोले।चूरलकरकेसिरका की पुटदेके वरावर | की भित्री की चाशनी में मिलाबैरामाजूनफलास फायहइन्द्रमारवसहकीम कीवनाईहजोदिलो। रपचावाचारक्षुधा औरइन्द्री को वलवानकरै श्रीर कफ-ौरविस्मृती-सौरभूत्रछा औरपीठकेदर्दी रपेड़ोरजोडे-ौरदांत इनकीपीडाको दूर करैत्री रवद्रों कीप्रकती केमाफिक विधिनकुटा। दालचीनी-मामले।वहेडे। चीती।जरावरमदहरज सालिवभिश्रीचिलगोजाकीनीगी।वाचूनाकीजड गिरीएकरतोले।बाचूनाके वीजालोहेको मेलछैन माशामुनक्कानीन तोले दाई॥गुनेशहत वनाचे
फसल एकसौतेईसवी माजूनावजीकलेजा और पेड़-धीरेनरे औरपावकी उंगलीवोंकीपीडात्रों को गुणदातापाकों मेंमा जूनगुलाअर्थात् गुलावपाकओकलेजाकेसो
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थको दूर करे विधि।गुलावके फूलश्तोलामो सन कीजड डेड तोलेरिवनचीनी।धुलीलाघ, २भाशेतजाकेसरातीन२माशानाधपाव शहत स्वालिससिरकाछटाकभर में मिलाके चाशनीक रके मिलावै॥माजून रेवंद।।जोकलेजा के साथ र कीपीडाऔरलदर-मोरगर्मी कीभीपीडाको गुणदार यक है। विधिारेवतचीनीवचाभ्रजमोद कीज डासोफाअनेसूअजमायनाहल्दी। धुलीलाषा सववरावरलेके तिगुने पाहत मेंपाक वनावै॥मा जनासगफ्यून के वेटेकीजोपड़ौरनरेन की पथरीको तोड केनिकालेाविधि॥वीकीभ स्मरतोलासोठामाशे।भुपेदभिचीकाली मिर्च माठमाशे काक नजदेडतोलासीसेकीभस्म माशामुरगी के अंडाकैछिलकाकीभस्मजामेंसे वञ्चानिकलपडाहोहजरुलयहूदापोदीना। २माशे तिगुने शहत मेंपाक वनावैऔर कालेचा नाविडेगोषस्सातरमाशेकोकाडोयापाक कोपाय के ऊपर से पीवेमाजून हजरुलयहूदनोपे इौरमरों कीपथरीको गिरावै॥विधिमीठे। घीयाके वीजों कीभीगी।षीरा ककडी के बीजों की भीगी।घरधूजाकेवी की भीगी। काकनजाडेड तोलाहजरुल यहूदनों तोलातिगुने शहतमें माजून वनारायवाहिजरुलयहूद.लो ले। काकनजानेन्नवालाधर वूजाकीमीगीगा अरके चीजाजमोदा करडकीमोगी।अनेसू॥
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memainsmo
तरबूज के वीजोंकीमीगी। मीठे धीयाकेचीजोंकी मीगी। वडेषीरा के बीजों कीभीगीराकरतोलाले केतिगुनेशहत में पाक बनावामानाकार कनजनर्यात पटकौमाजोनरेऔर पेड़ केघाव -ौरमूत्र में रुधिर-भाने को गुणादायक है।चि.
जमायनधुरासानी-अजमोदासोफाचार माशे घरवूजा के बीजों की भीगी। चूका के वीजा चिलगोजा की मीगी। कतीरामीठे वादाम की भी गार्फदक कीमीगी।एक तोले।अफीमाकेसर दोरमाश काकनजसोलोलेकेतिगुने शहता मेंपाक वनावैमाजनमसिकलवोलके उल| वीरचानेवनाईहै जोचिनगोरखनमें पेसावहोला |
और वीर्य के बहने औरतरी-चौरपवन को दूर करै। विधिाकालीहर्डीजवाहर्डीगायकेधीभूनके छैमाशे।कहरुवाश्तोलेोमुपेद कत्था जफत्वल ताहचल्लाससालवभिनीनों२माशोलोवानमा श। चूरन करके वदी-भोरलाल मुनक्कारतोलेागुला बसल में प्रौटाके पीसके मिला माजूनाजोपा वकी उंगलीयों मेंकफ करके पीडाहोनाकीगुणकरे विधिवडीडीशोहनजानाकरकरसवारतो ले।मुपेदमिर्चश्माशीकालोजीरोदोमोलोरासनतो, लोसाठ9 माशाअफीमदोमाशे शहतढाईगुनीमि लाके पाक बनावै॥माजून जोपावकीजगलीयों के दर्द कोगुणकाविधिशोरनमानमीठोडेढतो लोकनर की जडापीपरामूला कालीमिचीकालोजीरो
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पाँच माशे । नोंसादर। समंदरफेना सिलारस तीन २ माशे । सुपेद निसोत । राई । सोंठ सात २ माशे । तिगुने शहत में पाक बनावै ॥ माजून | यही या के बेटा वालर के की बनाई है जोपान की मंगली - मोर जोड़ों की पीड़ा को अति गुणा दायक है। विधि]] नेत्र वाला। मोठा कालो जीरो । पीपर। मीठीशो रनजान। छै तो ले। सनाइ३ तोले। तिगुने शहत मेंपाक बनावै ॥ ॥ फसल -एकसो चौवीसवी ॥
माजूनात | कधी । मुवही। मुगल जमनी । अर्थात। | ताकत देने वाले चित्र प्रसन्न करने वाले और बीर्य को गाड़ी करने वाले पाकों में ।] माजून ॥ भूसुली जो इन्द्री को प्रवल करें खोरे वीर्य को सुधारे यहाँ ताई जो बलहीन को भी गुण करे ॥ विधि॥ सालवभि श्री। दोनों मूसली । सेमर को मूसरा काम राज । सोंठ | डेड 2 तोले। सलजम के बीज। सोया के वीज । गाज र के बीज। प्याज के बीज। मिर्च । पीपरी साठ२ माशे शहत यूरो लालपावर सेर। लेके भाजून बनावै ॥ मात्रानी माशे तथा १ तोले नाई। खोर घटाई नमाम || मांजन | दाल चीनी ॥ ओकामदेव वडा नेमें पर चा ई हुई || विधि। दाल चीनी ९|| तोले। मीठो कूट। सोंठ। सुपेद मिर्च । दोनों गोषरू। तेजपात । नेत्रवाला लोग | मस्तंगी। छोटी इलायची के दाने । भूलों के वी | जा सलजम के बीज । है२ माशे । छिले सुपेद तिल मीठे बादाम की भीगी। पिस्ता चिलगोजा की मीगी। सालवमिम्मी । शका कुलमिश्री। दोनों वहमन ॥ ९९
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अगराएकरतोले वरावरकीसुपेदभिश्री और नेपाहत मेंपाकचनावैामाजूनासालवाना तासालमपाकजोइन्ट्रीको प्रवलकरै-ौरवीर्यको गाहोकरै॥विधि॥सालवभिश्री५तोलेाशका कुलभित्री३तोलाप्रकरकरा कुलीजनासमंद रसोषाभिलायेकीभीगी।असगंधएकरतोलेापी पराभस्नंगी।हालमके वीजाजायफलासोंठादों नों वहमनादोंनोंतोदरी।छेमासे।छिलेसुपेदति लाकाँचके वीजोंकीमीगी। गाजरके वीजाएकर सोले जावित्री केसरतीन२माशासवकीवरावर सुपेदकंद और तिगुने शहत मेंपाकवनावैमाचार माशे से माशेताईसंजासवेरेंधायाकमाजन गलूलवीयर्यात मोतीपाकप्रतिगुणदाताजाली नूसकीवनाई.ईहजोइत्रीकेद्रढकरने में बडेगु साराषैऔर स्त्रीघसंग के समय माशेषाकेथोडो सोगरमपानीपीलेाविधिप्रवीधेमोती।मूगा। पांच२माशेनेसूसुपेदवहमन दश२माशाका कनजाइश्क पेचाकेबीजचारमाशेफिकाहा अरवररानांगरमोथामाईसजादालचीनी नेत्र वालामस्तगी। तीनरमाशावरको गोंदा कठी| ए दोरमाशापरावरके पाहत पाक बनावैगामा
नाभित्रीजोभिन्नाकेबैद्यों में बनाईहै इतके ढकरने मेंतुल्पनही राषतीहै।।विधि गाजर केवीजामूलीकेवीजासलजमके वीजाशका कुलभित्रीसालवभिश्रीपीपराभूलापीपरम
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जावित्रीशिकरकराराजायफलामस्लंगी।एकतोलालों गदो तोले।सोंठ।४चारतोले।चूरनकरकेमुरगीके| अंडानग ४० कीजरदी थोडोजोश देके हाथ से मल के मुपेदवूरेकी-चाशनी में मिलावै मात्रानो माशे। सेतोलेभरताई की।माजूनावल दायकजी चिन्त को प्रसन्न करे औरमस्ती लावै है|विधिा दोनों वहमनाशका कुलमिश्रीदालचीनी जीद जावित्री कवाव चीनी। कुलीजनाइंदरजी दोनों इलायची के दाने वालडाएमतलप्सी। लोंगामस्तंगी। तेजपा०.२माशेसालवमिश्री तीनतीले श्रग हालों के वीजाछै २माशाभा, गचारतोले।भी धादाम कीमीगी। परोटकी । मीगीरतोले।बूरो-श्रीराहत दूनोंसवलेकेचा शनीकरके मिलावै।मानामाशे सेलेके नोंमार शेताईकी।भाजूनगरेगमाही के अनुलारखा हकीम मेरेभाईने बनाईहजोइन्द्री को बल देने में।
औरवीर्य को गाढ़ा करने में याकीबरावरकोईना हीहै ।विधिरेगमाही।इंदरजी। सुपेदपोस्नके दानेनरकचूरासुपेद चंदन गोलाकी गिरी वा दामकीभीगी पिस्ता चिलगोजाकीमीगीनरव रोट कीमीगी। मुनक्काकाले तिलछिलेहमेोदी२ सोले प्याज के वीजा सलजम के वीजा कोंच के वीजों की भीगी।हालमकेवीजामाईश्वसवंदक वीजा गाजर के वीजामस्तंगी।नागरमोथागरा तेजपाताविजोरेकोबिलकारचीती।सोयाकेचीमा
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ज। मूली के बीज । दोनों तोदरी। दोनों मूसली। एक २ तो ले। सिलाजीताकर करा। लोंग। जावित्री । आ यफल। काली मिर्च । दाल चीनी। नीं२ भाशे । शहत | खोर सुपेद बूरो सच से दूनों लेके पाक बनावै मात्रा छै माशे से तोले भरताई की ॥ माजून मसीहा ॥ स संत इन्ट्री और पीठ को वल बैन करे और भोजन को पचावैहै॥] विधि। अकरकरा | १|| तोले । जायफल | नग ३ | भाँग | वादाम रोगन में मकरो के २॥ तोले ति गुने शहत में पाक बनावै ॥ माजून भिलावे की ॥ जो इन्द्री को वल वान करे और स्यने न में तुल्प नही रा घै और वृद्धों को तरुणों का सा वलर्प्रप्त करे या को आडें में काम में लाना उचित है || विधि ।। भिलावे सेर ९ या धेर टुक कर के ९ हाँडी में भर राधे और वा हाँडी में व हुन से छिद्र करदेजो जन छिदों मेसें भिलाबों का शह व निकल सके और हॉडी का मोह चीनी से षाम के एक देगची में राधे और देगची की गडे में धरे मोर हॉडी को मारने कंडों से बंद करके जलावै जव वे कंडा जल जाय । तव और कंडाघर के खचदे याही प्रकार ३ वेर करें फि रशीतल करके देगची को निकाल ले जितनों शहन देगची में इषट्टो भयो होय या से २० गुन गाय को दूध मि ला के पका वैजय चौथाई भाग रहे ३ चौथाईमिला येको शहन। और सुपेद तिली को तेल मिला केप का वैजव बिलकुल एकसा माजूम जेसी होजाय तव नित्पश्चातःकाल के समय भायाकरे मात्रानों। माशे की ॥ माजून ॥ जो इन्ट्री को बलवान करने
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में तुल्य नही रखती और रूप को बढ़ा वे और शरीर को मोटा करे और वीर्य को बढा वे है । विधि।।। मुरगी के अंडा की सुपेदी मोर जरदी। गाय को घी प्याज को रस । गाजर की गूढो । शहन। पाँचों बरावर लेके पका वे और पाक बनावे और प्रक्कती के मा फिक ४० दिन तोई बाया करे ॥ माजून ॥ मुचार पाठे की जो इन्ट्री को चल वान करे और सीन के रोगों को दूर करने में यति उन्नम है ॥ विधि ॥ गुच्चारपा ठे को गूदो सेरपाव | गाय को दूध सरे ९ मिला के मो टावे और हाथों से मिल के पका है जो पाक बनजा य ॥ माजून ॥ जो इंद्वी को वलवान करे और अच्छे प्रकार से टूटे करती है । विधि॥ श्रसमंद। जावि त्री। जायफला लांग | दाल चीनी एक २ तोले। काले तिल धुले दो तोले। तिगुने पाहत में पाक बनावै ॥ फसल एकसौ पच्चीसवी ॥
मुफ़रद्वान में अर्थात् चित्र को प्रसन्न करने वाली दवा सों में ॥ मुकर्रह | जो सफाई से पीछे होल दिल्लीको गुण करें | विधि ॥ कावली हेर्ड को काढा १० तोले भामरे १५ ताले में ५ ।। छटाँक शहत मिला के चाश नी करे। विल्ली लोटने । बिजोरे को छिलका। लोग । मस्तंगी। जायफल | तज । इलायची । नाग केसरा वह मन सुभेद् | दरू नजाकर वी। नर कचूर। केसररा ब न तुलसी के वीज । राम तुलसी सात २ मायो। कस्तूरी २ माशे । मिला के वनांवे ॥ मुफर्रह।। जो उस होल दि ली को दूर करे है जो वाघ के अलजाने से पैदा हो और
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दिल कीवल प्राप्त करै॥विधिायलाव लाना गरमोथा लोंगासवारतोले जावित्रीरामतुलसी। केवीजातजामोंरमाण कस्तूरीदोभाशे।चूरनकर के प्राधसेरसेव के सरवत में मिलावैतथा चाशनी में मिलावैजोभाधसेरकंदकीगावजुवाकचर्क में बनीही।मुफर्रहसरद जीदिलकी निर्वलता। औरवावलेपनको और वहम को श्रीरहोलदिली को अति गुण दाताहविधिप्रवीधेमोतीमा शाकहरुवा गाासुपेद चंदनाधनियों सूबो साता रमाशीसुपेद वंशलोचना सुपेदवहमनागुलावको फूलागाव जुवा केफूलासवार तोलोवहमनसुर्ष।|| पिस्ता केछिलका।कुलफा के वीजबिले जरिएक कतीरारिशमानोरमाशेागेरू४ माशाचाँदी के वर्क। नग२० सोने के वर्कनग१०औरचाधसेरसुपेदकंद लेके वनालेमफर्रहगरमा|जोचिन को प्रसन्न करैौरदिलकीचलघाप्त करे विधि।वालछडी तजादोंनोंइलायचीपाँचरमोशीदरल्जयकरथी नस्तुषमानमामाअर्थात् कोईपकर की तुलसीए क तोलोलोवान केशरानरकचूरागरातेजा |पातादालचीनी। विल्लीलोटन के वीजाकहरुचा। |गावजुवों केपन्ना।गुलाब के फूलानोरमाशे तिगुने शहत में मिलाके बनालेवैमुफरीह दिल बोले
औरदिलकी निवलैोरवहम औरवादी और दोलदिली।औरवावले पने को दूर करें औरदि लकी बलधाप्त करे औरप्रसन्न रयाविधि।
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अवीधमोती गातीनरमाशेविल्लीलोटनके वीजा विजौरे केछिलका।पिस्ताकेछिलकाादों नों-चंदना गुलावकेफूलाराम तुलसी के वीजासु पेदवंशलोचना नों२माशे।कहरुवा। पुषराज। लोंगाकेसराकपूररापाँचश्माशेकवाव चीनी। दोनों वहमनादालचीनीनगर।छिलोधनियों नरकचूरागावजुवा के फूलाग्रामले।जरिएक सातमाशासुपेदमित्रीश्राधसेर।गुलावजल
और केचड़े केर्क में चाशनी करके वनावैमा फर्रहमादिला जोजोडोंको वल प्राप्त करें और वावले पने को दूर करे और दिलीरवहम को पालीकविधि|गावजुवों के पन्ना। कहरवा धनियोंछिलोरेश्मक वरो।सुपेद बहमनागला वकेफूलाविजोरेकीछिलका। कुलफा केवीज सुपेद चंदनासव वरावरलेके तिगुनी सुपेदभिः श्री में मिला के वनावैगमफरहाजोइन्द्री कोवा लप्राप्त करेऔरदिल को श्रीरकलेजाको ताकत देऔर वीर्यको पेदा करै स्त्रीप्रसंग में सुषउपजा वैनौरपेड़कोनोरनरों कोपाक करे और इन्द्री कीगलीताकोमिटावै॥विधि|शका कुलमि श्री कुलीजनासालवभिश्री।दोंनोंधहमनादोंनों तोदरी। इंदरजौहालों के वीजागोधरूपसलजा मकेवीजाघरबूजाकेचीजोंकीमीगीरवीराक कडी के बीजों की भीगी। सुपेदपोस्त के दानाकर्ड कीभीगी विनोलेकीमीगी।नों२माशेजायफल
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सोंठ। कचाव चीनी | नेत्र वाला। मगर । बूजीदों। २ माशे । सुपेद मिश्री हुडपाव लेके बनाले
फसल एक सौ छवीसवी ॥ का नवीज' अर्थात नवीज ॥ खुरमा ॥ अर्थात्॥ छुहारें जो वीर्य को पेदा करें और इन्ट्री को बलवान करें औरश रीरको मोटो करे मोर चित्र को प्रसन्न करें और भ स्ती लावै ॥ बिधि ॥ छुहारे सेर ७ | पानीभन ९ में श्री टा वै जव माधो रहे तव। जायफल / लोग। दालचीनी सोंठ। तेज पात। बडी इलायची। दो २ तोले। विजोरे । को छिलका तीन तोले। नारंगी के पन्ना५ तोले। केसर छै माशे । सव कूट के मिला वै योर बनाले || नवीज़ 1] किशमिश जो निर्मल रुधिरनपजा वै मोरेबल को देन्योर चित्र को प्रसन्न करें और मस्ती लावै ॥ विधि || किशमिश सेर ५। छिलीगाजर सेर ३ । पानी सेर २० गांडे को रस सेर १० मिलाके चीटावे अब सधीरहैत व दालचीनी। तेजपात । विजोरे को छिलका। पाँच तोले । अजमायन खुरासानी। लोग। सोंठ। दोर तो।। ले। औ कूट कर के मिलावे मोर तैयार कर ले ॥ न वीज || फवाका जो रुधिर को पाक करें औरवलको वढा वै खोर मन को प्रसन्न करें और मस्ती लावे है " ॥विधि ॥ छुहारे । किशमिश डैहर सेरा भ्यालूबु खारे । उन्नाव | पान २ सेर। बंबूर के पेड के भीतर की छाल। वेर की छालाभ्याम् की छाल। आाधर पाव। वीर पानी सेर २० में प्रोटावे जव साधी बाकी रहेतब
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પૂષ
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अजमायन खुरासानी।दालचीनी।नागरमोथा। खसालोंगादोर तोले मिलाके वनाले।
फसलएकसौसन्नाईसवी। नतूलाताअर्थात्॥ तरेमानला जोगर। मीको मस्तकपीडाको और खुश्की से हाथ पांव तनजाय तारोगको-ौरवावलेपनकीनौरस सामको गुणादायक है।विधि॥ वनफशाकेप ताराधीयाके वीजा कुचलकेोमलसी केदानोयो स्त के दानोस्वतमीके वीजा काहूके वीजागलाव केफूलाकुचलकेसवचराचरलेके पानीमें प्रोटा वोरमायेपरनरेडोदेानतूल। जोरकुमारी कीमस्तक पीडाकोदूरकरहे॥विधि।प्राध पावगुलावजला सिरकाछटाकभरापानीसरदो। उंडे में मिलाके माथे परतरेडोदेशनलाजी वायकेसरसामकोदूर करैहै। विधिवनफा शाकेपत्तावावूनाके फूलानाजवो।अर्थात् कि सीपकारकीतुलसी। सोया। नरगसके फूलासव वरावरलेकेनोटाके योडोसोसुपेद तिलीकोते लमिलाके गुनगुनोंकाम में लावैनतूला जो स्त्रीके स्तनों के वासोथको दूर करेजो दूधकेज मजाने सेहो विधि।वाचूना के फूलासोयातुल सीमेथीनारवूना। पोदीना सववरावरलेके तर डोदेनलाजोगुर्दे-नोरमसानेकी पथरीकोतोड २केमूत्र केरस्तानिकालैंाविधिनारचूनावावू नाके फूलएलावके फूलाडर तोलारवर जाके
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छिलकास्त्रोपरसीयावशौ।कुचलके दोर तोले। अपानानामुल्हटी। सोफ कीजड़ को छिलकाका कनजामियी।एकतोलातुलसीवनफशानीला फरकपन्नाानों२भाशालेके काम में लावनितू लाजोगुर्दोरमसानेकी पथरी की और पीडाको रकरहै।विधिमंडीकेचीयाँ। परसीयावा। गोषरूगुलवावूनाागुलवनफशानारवूना। गुल खतमी। अजमोद। कुलथी। मेथी मकोयर्दािना मरू वासिफकीजड़कोछिलका काक नजातु लसी। ततलीकेपन्नाशुलावके फूलाधनेसामा मरलताके वीजा कुलथीदो रतीलेासूखेषरवू जाकेछिलका गेंहूंकीभुसीचाररतोले।हाली के वीजरतीलेलेके काम में लावैगनतूला जोर अंडकोश के औरइन्द्रीके सीतके सोयकोंगुणदा यकारेनस्केविगडेमुवाद कोपटकावै॥विधि पोदीनाादोंनाभरुवाामकोयादो२तोले गायपिता नग शहत तोलेभरलेके श्रोटावेचौरतरेडोदे।।
फसलएकसोप्राईसवी का नफूखा तातिनाकफूकने की दवाओं। में निफूकाजोसरदी की मस्तक पीडाकोरो राधासीसी को औरनजलेका पानी उतरा ने को औरनेत्र पुराने सीत विकारों को गुणदाया कहै । विधि|गेहूं कोभाक के दूधकीपुट। देके श्रोरेंचूरनं करकै नाकू में फूकानफूखाए। जो सरदीकीमस्तकपीडाकोमोरप्राधासी
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को गुणदायकहै। विधि जायफलासोंठालों गादालचीनी काली मिची तीनरमाशोछोटी इलायचीकेदाने। केसरदो२भाशे।सुपेद चंदन) ४ माशाचूरनकरके औरगुलावजलकीना मीदेके फिरसूधाकेकामलावैगनफरखो जोअर्धागवातके रोगोंकोगुणादायकोवि. ॥नकछिकनी कालीमिर्ची करकराांसोंठ। पपडीधारानोसादरा एलूनागदाल चीनीमा पदकुटकी दोंनाभरुवास्थिोसववरावरले के चूरन करके नाक में फूकें।अथवा॥सवक चूरन को दोनामरुना केरसमें घोटकेनाकमें टपकावैरानफखाजोमिरगीको दूर करे।धि गइन्द्रायना नोसोदरा कलोंजीनकछिकनीका लीमिची सववरावरलेके चूरन करकेनाकमें कैनफूरवाजोसकूता को गणकरे॥विधि पासवचो कालीमिचीनकछिकनीतितली। सववरावरकेचूरनकरकेनाकमें फूकेनिफ. जोनकसीरको बंद करैहै।विधिकागदकी भस्मासीफ कीभस्मएकरभागा सोनामाषीया धभागालेके चूरन करके नाक फूकाअथवा समाजूफलधजलाधिनियों।लोवानापरसीया वशी। एलयाराफिटकिरी। सववरावरलेके चूरन करके कामलावै॥नफरवाजोकागलटका अानेको गुणकरैहै|विधिशाहरोमाजूफला लावकेफूलागुलनारापोदीना। चारश्माशायक
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रकरावडी इलायचीकेदानोवंशलोचनादो२ मा शोकेसरश्माशालेके चूरन करके कंठ मेंटपकावै यतिकेजोकोच्यापर पहुंचे।अथवा मसूर नोसादर गुलावकोजीरोवरावरलेकेका
फसल एकसोनतीसवी मकूयातायतस्विसांदो में।मकृयाजरि एकंजओकलेजा कीगरमी को दूर करे और उदर और रकलेजाको वलघाप्त करे विधिाजरिश्कदैमा शाश्रमरलता के वीजाकासनीके वीज कुचल के चारमाशासुपेदमित्रीखेडतोलेलेकेकामलावै।
नकृयाकहल्दीयाकमल वायकोचौरमासाNI रिकानसकी गाँठों कीदूर करे विधिकासनीछे|| माशासोफासोंफकी जडत्तीनरमाशीभकीयमा शासादहसिकंजवीदी तोलालेनीजनक्रयाजो |कालीकमलबायकोदूरक विधि।गुलावके फूलाविल्लीलोटनाचाररमाशा पिन्नपापडीन मरबेलतीनरमाशमुनक्कारतीलेासादहसिकंज दीदी तोलेलेनी।नक्रयाजोपिन्नज्वरको दूरक २विधिागावजुवा के पन्ने।वनफशा केपले। गुलनीलोफर।गुलावके फूल-चाररमाशोभालू पुरवारेमग९० भुपेदमित्री डत्तोले लेनाथ वासकासनीकेवीज कुचलकेनोंमाश।कुलफाक वीजकुचल के छैभाशशसेवती के फूल मात्रा लूपुरवारेनगाइमलीदोतोले।सुपेदमित्रीउडतो लेलेनीनकूयाजोईटज कफपित्तज्वरकोदूरक
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रे॥विधिगमकोयासोंफाकासनी काहकेवीजा कुलफाकैचीजचाररमा भुनक्का के दानेसारख तमीके वीजकुचलकेतीनमाशे।सुपेदवूरोदोतोमा ले|अथवा पिन्न पापडे के पन्नासबोधनियोग्य लनीलोफर।गुलावके फूलचारमाशोरवतमी के वीजावुद्याजीके वीजामुन्हठी पाँचश्माशासा दहसिकंजवी डेट तोलेलेनी
फसल एकसौतीसवी॥ वजूर अर्थात् कंटमेंटपकानेकी दवाओंभाव जूराजो मिरगीकोदूर करें और मिरगीको चेतक राविधिाहीगदोभागाभ्यासमचरभागापा नीमें घोलकेटपकावअथवासीफाअनेसं। कालोजीरो।सवबराबरलेकेपानी में पीसगरमी करके टपकावैरावजूरजोकफकीबासीकोदू रकरेंजोदूधपीने सेवच्चों के होती है।विधि। प्रतीसावैचाचाररमाशोकाकडासिंगीभाडंगी। नागरमोथााधीयाासा पीपरचमाशासुर्मासोमा हीन चूरन करके व्याडेशहत में मिलाके रामदीर सीकेप्रमाणातथाकमजादारोगीकीकतीकैमा |फिक दाईके दूभोलथापानी में घोलके उपकावाचा थवा यह सवधकारी वच्छोंकीबासीको गुणकरहे। विधिा पोहोकरभूला काकडासिंगी।पीपरामू लाशकरतिगालासववरचरलेकेडीडेशहत में मिलाकैमात्राधकतीकैमाफिकलेकेमाकेद्धा तथापानी में घोल केटपकावै॥वजराजीवा
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की मिरगी को गुरण करे ॥ विधि।। सातर अर्थात् !! पहाडी पोदीना । वासवच । कालो जीरो । एक २ रत्नी मा के दूध में पीस के टपकावै॥ वजूर ! जो अचे तन्हा को दूर करें ॥ विधि।। कस्तूरी। वर थोडोर गुलावजले में घिस के टपकावै॥ वजूरा। जो चिस चिका में अचेत हो जाय ताकूं तुरत ही दूर करे है । ॥ विधि ॥ दर्शाई नारियल । गुलाव जल में घिस के कंठ में टपकावे ॥ हरफुलयाय ||
[1] फसल एकसौ इकत्तीस वी ॥ याकूती में प्रघट हो वाजे मनुष्यों के समीप पाकूती। नवीन रचित विधिले परंतु पुरानी पुस्तकों के देख नेसे मालू म होता है, अरस्तू हकीम नें सिकंदर के लीये याकूती बनाई थी निदान इस्का पुराना पन प्रघट है और या कूल सच खानी जवाहरातों से कर्डा होता है और मज व्रत है या कारन कर के उस्को विशेष घिसना उचित
जो विशेष घिसने से चकती पकड़ लेती है और वा रहूपहर से कम नघिसे और २८ पहर से अधिक न घिसे और याकूत को दूसरे जवाहरातों सहित केवई को भ र्क चोर गुलाव जल में घोटना उचित है और बाकी 1 -सौरभ वस्तों का प्रथक चूरन करना उचित है। याकू ती ! जो शेरव रईस ने हौल दिली को और वहम की औरसव प्रकार की वात व्याध को गुणा दाता और म स्तक को कलेजा को वल प्राप्त करता लिमी है ॥ विधि |]] याकूत रम्मानी ३ माशे। वीमोती ५ माशे । हज र सरमनी । हजर लाजवर्द शान २ माो । कस्तूरी दो माशे
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तीन रमाशे। गुलाव में घोटे औरेगा| वजुवाँ।कासनी के वीजा कहरूवाशमई रेशम कतराहुया।शुकेकडा। राम तुलसी।केवीजा स्तुरखुद्धसा वहमनसुपेदागरराछोटीइलाय ची कैदान जदचार खताईदरूनजअकरवीवा लछडागुलावके फूल।लंचेरचीराके वीजोंकीभी गी छै माशा और मीठेअनारकोशरवत तिगुने में इनसवको चूरनकरकेराखेमोर४ दिनपीछे३ | माशे से छमाशे ताईकी मात्रा काम में लावैायाः कृतीके हकीम हाजकुल सुल्क कमलरवों की वनाईहजोसवप्रकार के वावलेपनको गुण करताहै नीरवलको वहावैहै।विधियाकृत मोती।मुंगा पन्ना।लाजवर्द। कहरूवानिोरमाशे तेजपातागुलाब के फूलागावजुवा के पन्ना।दोंनों वहमनादोंनों तोदरी। मयोधनियोंश्रामलोदोनों चंदनादोरतोलोनगरादोंनोंइलायचीयों के दा | नेदाल-चीनी रेशम कतरादुना।वालछडावि जोरेकाछिलकााएकरतोले। कस्तूरी२माशाके सर। राम तुलसी।दरू नजयकरवी। बूजीदोंछि २माशे! सोने चांदी के वर्कनगवीसशसुपेदमित्री
छटॉकाओरधर्क केवडाभोरगुलावजलडेड २ पाव में चाशनीकरके याकूतीवनालेयाकती ॥जोमुवादको निकालेभोरचाय औरतरी के मुवा दकोनिकालेप्रोरअत्यंतवावलेपन कोदूर करे है। || औरदिल की ओरभस्तक को और निजोड़ों के
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बलको वहावैऔर अग्नि को दीपन करै ओरताका सवडा ने में और ऐकांत व्रतीऔरज दूर करने में|| तुल्प नही रखती है।विधिहरा अवीधेमोती
गा। कहरवासात माशालाजधर्दनीमाशे। गावजुवाके पन्ने।रूमीपस्तंगी। कुलफाकेवीज रामतुलसी के वीजाकाइकेवीजारवीराकेची जॉकीभीगी।मीठेघीयाकै बीजोंकीमीगी। सुपेद चंदनाएकर तोले। वंशलोचनाछोटी इलाय। चीकेदाने।वालछडाकेसरछेरमाशासनेचा दीके वर्धनगवीस रामुपेद मिश्री॥छठाक की चाशनी में पाकृती वनालेगरवातमाजो
दो फसलोमिश्रिपथम फसलासरार ॥तिवाकेनुसरखों में दवा जोपुरानीबासीऔर पुरानी सोजाकचौरस्वासमोर सीतज्वर-औरत दर-ओरकलेजासोर तिल्लीश्रीरपेड के सीतके रोगों को दूर करें औरबल को बहावेधीरवीर्यको गाडीकर है।विधि॥बडीऔरसाफ सीपी जिस मेंमोतीमतपन्नहए हों भाग लेके चूरन करके श्रीरडरी को रोग भागमहीन पत्रों के दूकर कर के९माटीकी कुलीयामें गुबार पाठ को गेंदोभरके दोनों वस्तुडालेओबीच रहे औरकुलीयाको कपरोटीचडा के ९गडेला मारने कडाभर के कदे पीछे सीतलहोयजवनिकाले औरपीसके। रघोडे-बोरकरनीसे दीरक्षीलाई जीभपरधर केनिगलझायौरऊपरसे९वतासोपालेदवा
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जो नरों के दर्द को और कलेजाके दर्द को चीरस्वा सको दूरकरै-थोरवलको वहावै॥विधिव कराके धडकोश फाडके वादेंजराबंदमदहरज, कालोजीरो।नतरून तीन२माशेचूरन करकेनस परछिडके और सुधाकै सवकी-चूरन करकेराये पातकाल माशेफाँक के ऊपर से थोडोपानीपी लेादवाजी पुतंइन्द्रीपरलेपकरके मैथुनक रेतो स्त्रीनसपर घसन्नहोय और स्त्रीश्यपनी योन में लगा के मैथुन करतो पुरष घसन्नहीयजा याविधिगपीपराकच्चीसुहागो। कबूतरकीवी टाकपूरासववरावरलेके शहत में मिलाकेले पकरेगारोगनचनाको तेल पातालयंत्रकी हसे निकाल के यधपि दुर्गधी होती है परंतु किसीप्रकारसेकिसी वस्तुमै मिलाकेवायसीपु
वहुतजोयाकीवाघरचीर कोई दवापुछाई में नहीं है ।लपाजीमामोदर परलगावतो वमन लावैऔर डूंडीपरलगावलीदस्तलावधी रपेडूपररावे तोमूत्रचौररितुमारी करे॥विधि
वायविडंगाकरेलाको असारीतीज२माशामा पेद कुटकीभरदासंगचारमा। चूरनकरके// प्रथमहतोलेजनन वा पुरानीसरसोकैतेलमेंस पेदमोमोरधकरे की चरवीरकरतोलेगलाके || चूरन को मिलावै।लेप जीयाको कपडाके फोया परलगाकेजदरके महिपररावेतोबादीकैदस्ती लावैऔरजी वगलकैनीचैलगावेलोपिकेद
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स्तलगावैऔरजीपीठ की तरफ दोनों चूतडों कैवी चमैलेपकरेतीकुफ के दस्त लावै॥विधिातुर मसअर्थातभटवासछिलीहुई१छटॉक देगची में भरे औरगाय को दूधवामें इतनोंडालेजोवहड्वजा य फिर इतनीयाचदेजोदूधसवसषजाय फिरपीस के गायको घी मिलाके काम में लावपतलोलेपा जोअंडकोशपरकरैतीउतरेहरानको चडावे और अंत में रहने से रक्षा औरवंदकरविधि नफीमदो माशोसंदा विरोजाईमाशेापानी में पीस के ९कपड़ाके टूकपरलगा के चाकेरुपरमाशेलोवा नऔरछेमाशे माजूफल चूरन करके बुरके और थं डकोशपरवाचूना कोनयासरसों को तेल चुपड़के वहकपडाराधे और वाँधदे और पहरपीछेफि रवदलेोर-यातचडजाने के पीछेभीथोडेदिन लगाती रहै।चटनी॥जीपुरानीयाँसीचौरज्वर कोदूरकरै|विधि॥छोटीइलायचीसुपेदवेशला चना छै२माशे छोटीपीपरनगरादालचीनीभा शे। चूरन करके चटनीलायकशहत में मिलाके माशेरभरपातकालौरदुपहरीरसंजाकेसम यचाटाकपाकाजालीनूसनेवनायाहैजोमि रगीरोगके दूर करने में जादूकेसदृश हविधिाथ करकरा५तोलेचूरन करके...."५ तोले सिरको मेंघोटै-औरत्तोलेपाहत मिलावैौरमानामा शेचारकी नित्यपाकेत्तोलेपानी पीलीयाकापा काजकरीयाराजीके वेटानेवनायाहेजोयहभी।
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मिरगी रोगके दूर करने में टोटका सोरहावि
अकरकरा मरवेलाउस्तुवदूस।विशफाय जाफिस्तकी। सवधरावरलेके चूरम करके दूनेश हत में और मुनक्कादायमें पीस के मिलावैश्रीरधर्की वैमात्रामाशेसेउमाशेताई की लेनीपटोटका। नेवला कोमान्ससघाके चूरन करकेचायतो पुष्ट। करै-ौरवातोदर को दूर करें और सारेविषों काजा हरमोहोर है।दूसरोटोटकाकि टांगकदर्दको यद्यपि पीडादोषतमें कडीहै परंतु मोहम्मद करीयाराजीने याटोटका कीपर चाय केलियी। एल्लूभा।बडीदढीमीठोणेरनजानासवधावरले केगोलीचनावैीरनोंमाशेषाके थोड़ोसोगरम पानीकपरसेपीले तो पानछेदस्तके होतेई तुर्त ऐगदूरहोजायाटोटका पटे राजोतलावधी रझील और विशेष पानी के किनारपरसमजाताहै। वाको गोंदभीकहते हैं औरचाकीचटाई भीवनाईओ ती है ताकोजलाके वाकीभस्म पानी में घोल केपीवे। तोरुधिरथूकने को रोगदूरहोय श्रोस"सिरका घोल के टपकाने से नासूरदूरहोयह टोटका। विधाए पानी में पीस के गुनगुना करके लगाने वाध | ने से गठयावाब दूरहोय।।
फसलदसा वरीस्माता गपघट होकेवाजेरोगमुनासिवादवासे। ईम्बरकीरूपासे तुरतदूर हो जाते हैं जैसे मस्तकपीडा नो पूर्वरूपहीयमस्तक और तो ईश्वरकीसहायता
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सेजोसरेरोकी फस्त घोले-चौरगलेके पीछेपछने लगावैतो पीडादूरहोय चोरनफीम के सूंघने से
औरनाक के भीतर औरकनपटीपर लगानेसे श्री रताजाफूलसूंघने से गुलावके तथा सुपेदवाय पासूंघने सेओर लगाने से दूरहोताहै नोरमस्त ककेचीच में पीडाहोतो गुलरोगन में कपडाभिः जोके पीडाकीजगह रचनेसे पीडादूरहोय औरण लरोगनतलू-त्रों के लगानेसे और कस्तूरीसंघने से ओरनाक टपकानेसे-औरषुटवडीयाकीया लताजामस्तकपराधनेसेनोरकवावचीनीए लाव पीस के मस्तकपरलगाने से पीडादूरहोय योरजोमस्तक केपिलाडीगुरदेतक पीड़ाहाय-तोर कफ की चमन करने सेनोररेवत चीनीरंगलवा बूनागुनगुनोकरके लगाने से पीडादूरहोयामा धासीसी।जोकिसी तरफ होयतो कुन्नाकीहड़। डीकोनाक में धूमालेनेसे तथादौनामरुनाकीप नीक में निचोडने से और गुनगुनों करके लगानेसे
और रीठा पानी में पीसकेनाक में टपकानेसेपीडाजा याभिरगीरीवदाम रोगनकडवे घिसके। भाकमेंचपकानेसे।ओर सोहाकालीमिचीनक छिकनी तथा गिलगिलीयाकीवीटामोठामाकमेंफू कनेसे॥ोरगारीकोजीरोनकरकरारानस्तुरखा। सासव चराचरलेकेदूनेशहत मेंपाक बनाकेया| नेसे मिरगी दूरहोय॥हालतसकतानकद्धि कनी काली मिर्चीनाक में फूकनेसे-धीरकस्तूरी|
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नाकमेंटपकाने से श्रीरदोंनाभरुश्रानाकमेनिची इनेसे यह रोग दूरहीयावच्चोंकीभिरगी दूर दोयजो निर्वसो मोके दूध धिस के प्यावा तथा दिशालीवतथाफादानीयाँ पानीमेंघिसके गले मेंटप
काने सेतथामंगा तथा पकरेकी मेंगनी से दोनों भोको नवीच दागदेनेसेरोगदूरहीय जकामदूरहो। मीयजोगरम पानीको नमिस्तक परदेने से वा। जोजस्कीगरमीमाथेकोप्राप्तहोय वा कपड़ा। गरम करके सेकनेसे वा अरहर वा चनातथा वाजरोकुचल के नोन मिलाके पोटलीवनाकेसे कनेसेदूरहोयहायोंकीगरमी दूरहोयजो धूप में चलनेसेहोतो।अफीम इंघनसे औरनेनों परलगानेसे औरवेटीकीमाकोदधतथावकरीके दिधरुई भिजी के घपररखनसे दूरहोय और जी नाँचके पास बैठनेसे होतोवडीहर्डे लगानेसे वा गुलावजल मेंामलेपीस केलगानेसो वा गुलाव में रुईभिजो के नेत्रों पररष नेसेनुर्नदूरहो यह दंतपीडादौतीनमुनक्कारूईमें लपेटा कपानी में भिजो के चाकैवीज कुचलके दोनों के नीचेदवावनेसेतपानीलसरीकैपडकीलालतसेदवा नेसे तथा मोलसरीकीछालोग्रफीमाकपूरक में जनकरनेसेऔरईश्वरकीक्रपासेपीडादूरही है । गमूहकीदुर्गधोगदूरहोयामुनक्काालोगाको टीइलोयची इनकी गोलीवनायके मूह में रखने सेतथाछाडीलामोथा।ौठाकेशहले मिलाके|
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कुल्ला करनेसेजाय॥कंठ के भीतरकीफुनसी याारत दूरहोयह। शहतूत कोरसौरभेडीया की मैंगनी को गरगरा करनेसे तथा कबूतरकीवीट
और अमलतास-मोरचवावीलकीवीट से भ| राकरैतो दूर होया।कंठा मेंजोषतथा काँटा तथा हड्डी धुवाय सोदूरहोय॥सिरकाशरावसेता धानजमायनकोकाडो गरगराकरनेसे करना। पीडादूरहोय वाखको पीरोपना तथाततलीस दासुहागनी तथासदर्शन कोपन्ना तथामहावरको पानी कान में निचोडनेसेत्तथाअफीम घोलकेका नमेंटपकानेसे तथारसोतवकरी के दूधमें घोला केकान में डालनेसे पीडादूरहोयहाकापाब भिटामोहम्मदजकरीयाराजीके वेटाने सपने रिमाले में लिया है कि अच्छीअफीम पानी में घोल के कान में डाल नेसे तुर्तवंद होताहै श्रीरसोया: को तेल लथामूलीको तेल तथा लहसनको तेल टपकानसेचंदहोताहैनकसीरवंदहोय॥ भनीफिटकिरीकीचूरन नाक में फूकनेसे तथाग लकेपिछाडी पछना लगानेसे तथाभुर्दावादलकी भस्म तथाऊट के वालोंकीराधनाक में फूकनेसे तथाकपूरपानी में घोलकेनाकमेंटपकानेसेANI थापुरानीगच तथाग्रामले कनपटी पर लगाने सेर्वद होती है।बायपालवंदहोबारामाजून मलूकी तथाजमालगोटा की गोलीषा नेसेनथा इन्द्रायतकी वतीचहानेसे तथाधासकीजडकी
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काहो तथा अंडीको तेल पीनेसे औरमुर्गा की ताजा वीटतथाकवूतरकी के वामें गरमी वाकी रही टूंडी| परस्पनेसें शूलवंदहीयामरोडावंदहोय।। श्राख कीजड पानी में पीस के गुनगुनी करके पेट परलगावैतथा कर्डकीमीगी कोलेसमोरवादान कीभीगीकोशीरा गुनगुनों करकेभीवेतोमरोडावं दही यावच्चोंकी पचावंदहीयाह लरथा| दोरकालोजीरो घरावर लेके चूरनकरकगायके धीमभकरो केमाके दूध में घोल कैपिलावाका चनिकलनावंदहोयाश्रमामाने अपनी पु स्तक में लिया है के वकेश के पुरचौर सीग कीभर स्माजुफन वलतागुल नारामाजूफलागुलाव कोजीरोअनारदानों।सववरवरलेकेपीसकेल.|| गाने वाँधनेसे तथाइनी वस्तों को पानी में घोलके सावज़नकी तरह बैठनेसेचंदहोय पेशाव वंदकीयोलेगमूसेकी मेंगनीलिया सजी तथा कलमीसोएपानी में घोल केदंडीपरखने सेतथा केसरकेस्त इन्द्री केछिमेंषनेसेभूत्रपलैक्स तकीपीडायोरकष्टमिटैगमनुष्य के तथाघो। डाकेवालजलाकेधूनीदेनेसे और नकछिकनीचा रन करके शहतमिलो के टूंडीपररषनेसे कष्टदूरी। हीयाववासीरामनामाने पुस्तक में लिया है के शहतूत और गूगल घरावरलेकैगोली बनाके नि तनी मनासिव जाने तितनी थाने और लगाने से वर्न अच्छी होती है।रस्ताकीमादगीविशषच
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लनेसे।और जोड़ों के चकडाने श्रीरवंभजान को तुर्नदूर करैयासे कैसवनोहोंपर काईधकारको तेललगावैतथा जाडों में गरम पानी में औरगरमी मेंसीतल पानी जाँघताईघडाहोयचौर वाहीतलका मिडकवै ओर वाकी शरीरपरपानी नपहचनेपावै
हाथोंकीयजलीढरहोतीहे जोगरा मपोनी में नोन मिलाय कैघोडाले तोतुत घुजलीय तीरहै। इति॥
इतिकरावादीन हप्तानीका लायाउल्य/31 CM अर्थाततिवरत्नाकरनामग्रंप शल
परमेश्वरकीदयासेपूराह पदमा और पूभाहनवम्बर
८ सनर को उपकर मनुथाके जरिए
असन्नार्थ
पहुना
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amannam
पसिद्ध पत्र सब छोटे और बड़े व्यापारी तथायवाधिप हिन्द्रया भुसल्मानसाहिबोंकोमालूम होकि इस पुस्तक को मेने अप ना द्रव्य व्ययकर हिन्दीभायाकण्यस्थान मथुरा में मीयुत मुन्नी कन्हैया लाल और उन्के लघुखाता बन्नीधरमारगवां कि छापे में अति अमकर छपाई और रजिस्टरी इस किताब ||की बमूज़िब ऐक. २५ मन् १८६७ ई० की दफे १८ के अनुसार कराई गई-इसलिये इसके छापने और छपवाने में कष्ट न। करें-झार जिनमहापयों को जितनी कित्तावों की इक्षाहो नीचे लिखे अनुसार पते से कृपा पत्र भेजकरमंगालेवें
और व्यापारियों से जोबहुतसी पुस्तकें लेना चाहेगें उनके साथ रियायत निर्व में की जायगी।।
ठिकाना बाज़ार स्वाभाघाट चूड़ी वालों की। गली के साम्हने पयामलाल ताज़रकुतुव व इस्टाम फिर्गा की दूकान नम्बर ६३
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दाप्यामलालके॥
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विज्ञापनयत्र दूसविद्याकेजानने वाले तथासीखने वालों सेपाथना है कि इस पुस्तक का किसी उस्तादसे माधोया तलो एक बार पढ़लें क्योंकि एक तो इसमें लेखकदोय से जो अशुद्ध रहगया होयगाउस्को-और दूसरे इसमें हमने जहाँ तक होमका हिन्दीभावाके पद लिखे हैं। तथायि इस्में अर्बी,फारसी के प्राब्द बहुतरह गये हैंउनका बिना उस्ताद के बताये यथार्थ ज्ञान नहीं हो सकेगा।
और इसकानाम हिन्दीभाया में तिब्दरत्नाकर रकला गया है- जहाँ कहीं मूलचूकही कृपा दृष्टि कर सुधार लें।
अर्जी हमारी परमरजी तुम्हारी है अवहम मापारक्वते हैं कि इस पूर्व ग्रंथको दिख इस विद्याकेजानने वाले बुद्धिमान मनुथ क्यार पति अपने पुस्तकालय मेंनसुशोभित करेंगेजरूर ही करेंगे।
दाण्यामलाल
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