Page #1
--------------------------------------------------------------------------
________________
THE FREE INDOLOGICAL
COLLECTION WWW.SANSKRITDOCUMENTS.ORG/TFIC
FAIR USE DECLARATION
This book is sourced from another online repository and provided to you at this site under the TFIC collection. It is provided under commonly held Fair Use guidelines for individual educational or research use. We believe that the book is in the public domain and public dissemination was the intent of the original repository. We applaud and support their work wholeheartedly and only provide this version of this book at this site to make it available to even more readers. We believe that cataloging plays a big part in finding valuable books and try to facilitate that, through our TFIC group efforts. In some cases, the original sources are no longer online or are very hard to access, or marked up in or provided in Indian languages, rather than the more widely used English language. TFIC tries to address these needs too. Our intent is to aid all these repositories and digitization projects and is in no way to undercut them. For more information about our mission and our fair use guidelines, please visit our website.
Note that we provide this book and others because, to the best of our knowledge, they are in the public domain, in our jurisdiction. However, before downloading and using it, you must verify that it is legal for you, in your jurisdiction, to access and use this copy of the book. Please do not download this book in error. We may not be held responsible for any copyright or other legal violations. Placing this notice in the front of every book, serves to both alert you, and to relieve us of any responsibility.
If you are the intellectual property owner of this or any other book in our collection, please email us, if you have any objections to how we present or provide this book here, or to our providing this book at all. We shall work with you immediately.
-The TFIC Team.
Page #2
--------------------------------------------------------------------------
Page #3
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन
डायरेक्टरी
it for that the NareeeeeNEnweeteel eeeeeeeeeeeeeeeeeeeeeener What u holat
h
•
सम्पादक जुगमन्दिरदास जैन
प्रकाशक अशोककुमार जैन, कलकत्ता
वीर निर्वाण सं० २४९२ विक्रम सं० २०२३
प्रथम बार १०००
[मूल्य १० रुपये
Page #4
--------------------------------------------------------------------------
________________
प्रकाशक .
...
अशोककुमार जैन... 6ि. अशोक कम्पनी १५७, नेताजी सुभाप रोड (कमरा नं० १६१)
कलकत्ता-१
प्राप्ति स्थान :
अशोक कम्पनी १५७, नेताजी सुभाप रोड (कमरा नं० १६१) कलकत्ता-१
मुद्रक : वाबूलाल जैन फागुल्ल
महावीर प्रेस बी २०१४४, भेलूपुर, वाराणसी-१
Page #5
--------------------------------------------------------------------------
________________
स्थान
भूमिका
क्षमा-याचना अतीत की गौरव गाथा
● असम प्रान्त ---
जिला -- इम्फाल
$3
समाज - परिवारों का संक्षिप्त विवरण
"
● उड़ीसा प्रान्त-जिला-पुरी
• उत्तरप्रदेश --- जिला-अलीगढ़
"
33
कामरूप
गोवालपाड़ा
33
"
एटा
92
" कानपुर
गोंडा
71
"2
भागरा
इटावा
इलाहाबाद
2222
झाँसी
देवरिया
देहरादून
93
3. प्रतापगढ़
फतेहपुर
37
फरुखाबाद
39
दा
39
"
बुलन्दशहर " मथुरा
मेरठ
मैनपुरी
लखनऊ " हरद्वार
...
3200
...
....
२३ से ३९६
२३ से २४
२४
...
wwww
...
...
660
www.
246
...
...
...
...
....
www
...
BUDO
www.
अनुक्रमणिका
*140
:::
33
39
२५ से २६
२५
२७ से २६६
२९
३४
१५९
१६०
99
२२२
२२४
"
२२५
33
31
पृष्ठ
११
१५
१९
23
२२८
95
२२९
२३०
२३१
"
२६५ २६६
स्थान
• गुजरात प्रान्त -
जिला बड़ोदा
भट्टच
33
• देहली क्षेत्र - जिला - देहली बिहार प्रान्त -- जिला - धनबाद
33
33
93
• बंगाल प्रान्त
जिला – कलकत्ता
33
13
39
"2
39
पटना
पूर्णिया
हजारीबाग
23
• मध्यप्रदेश
जिला - इन्दौर
उज्जैन
ग्वालियर
===
चौवीस परगना
afar
हावड़ा
हुगली
"7
गुना
१ जबलपुर
भिण्ड
मेलला
भोपाल
23
रतलाम
" राजगढ़
रायचूर रायसेन
39
” सीहोर
शाजापुर
...
...
www.
www.
--
www.
Buds
"
----
...D
..:::
....
...
पृष्ठ
२६७ से २७२
२६९
२७१
२७३ से २९४
२७५
२९५ से २९९
२९७
13
13
33
३०१ से ३१०
३०३
३०७
३०८
३०९
33
३११ से ३८०
३१३
३१८
३१९
३२१
"
23
39
३२२
३४२
३४३
३४६
99
13
३६९
Page #6
--------------------------------------------------------------------------
________________
स्थान
.. ३.८५ से ३९० / शिक्षित माहिलाएं-
...
... ४०९ से ४१६
स्थान महाराष्ट्र प्रान्तजिला-नागपुर
, बम्बई " भण्डारा
३८३
३८६
जिला-अजमेर
अलीगढ़ भागरा
, वर्धा
इटावा
" शोलापुर
३९४ ३९५
"
३९६
देहली
३९०
, इन्दौर •राजस्थान प्रान्त- " ३९१ से ३९६ ।। जिला-अजमेर
कलकचा उदयपुर
कानपुर जोधपुर
ग्वालियर भरतपुर
जवलपुर भीलवाड़ा
देहरादून नागोर राजस्थान
नागपुर
बम्बई समाज-प्रतिभाओं का स्वरूप दर्शन
भण्डारा ३९७ से ५३२ भरतपुर मन्दिर एवं चैत्यालय- ३९७ से ४०२ भोपाल जिला-आगरा
३९९ ४००
वर्धा ४०२
वधवान " सीहोर
" सांभरलेक " मथुरा मैनपुरी
हजारीबाग शास्त्रज्ञ एवं साहित्यिक श्रेष्ठी ४०३ से ४०८ । हुगली जिला-आगरा
४०५
कृषिकमी महानुभावजिला-अलीगढ़
मागरा
मेरठ
"
एटा
" बडोदा " मडाँच
___ • ४१७ से ४२४
११९
" इन्दौर
" उदयपुर " एटा
कलकत्ता
:. ::
१२० ४२२
" मैनपुरी " राजगढ़
वर्धा
ग्वालियर जवलपुर देहली भीलवाड़ा भोपाल मनीपुर
सीहोर"
शाजापुर उद्योगपति- . जिला-आगरा
एटा
राजगढ़ शाजापुर सवाईमाधोपुर सीहोर हजारीबाग
कलकत्ता ॥ देहली ' मैनपुरी
बधमान हावड़ा
Page #7
--------------------------------------------------------------------------
________________
पछ
पृष्ठ
•
४२९ से ४७८
४३५
स्थान स्नातकोत्तर वर्गजिला-अजमेर
.... ४७९ से ४८८
१८१
, अलीगढ़
स्थान प्रमुख व्यवसायीजिला-अजमेर " अलीगढ़
आसाम मागरा इटावा इन्दौर इलाहाबाद उज्जैन उदयपुर
आगरा इटावा इन्दौर
:: :: :: ::
१८४
४८५
उन्जन एटा
१५५
४८६
:
४५६
कलकत्ता कानपुर ग्वालियर गोपालपादा चौबीस परगना जोधपुर
कलकत्ता कानपुर देहली
नागौर बम्बई
:: :
देहली
नागपुर पटना
भोपाल मैनपुरी
:
पूर्णिया
वर्धा
: :
फतेहपुर बडोदा वम्बई बांदा भडोंच मिण्ड भीलवाना मेलसा
शाजापुर सीहोर
हजारीबाग शिक्षितवर्ग
जिला-अजमेर
४८९ से ५०५
:
१९१
, अलीगढ़
भोपाल
४९४
: :
मथुरा मनीपुर
४
आगरा इटावा इन्दौर इम्फाल उज्जैन उदयपुर एटा
मैनपुरी
१९५
:
१७०
४७१
रतलाम राजगढ़ वर्धा शाजापुर सीहोर
हजारीबाग , हावडा , हुगली
४७३ १७७
कानपुर ग्वालियर गुना
: ::
" ४७८
Page #8
--------------------------------------------------------------------------
________________
स्वान
.
जिला-जयपुर
जोधपुर
देहली
AD
१९९
नागपुर बम्बई
५००
स्थान विला-चौबीस परगना
, जयपुर , जोधपुर
मासा देवरिया देहरादून दहली धनबाद नागपुर प्रतापगढ़
मडाँच
५०१
भण्डारा भरतपुर भीलवाड़ा मैनपुरी रतलाम राजगढ़
५०२ ५०३
वर्धा
फतहपुर फरसावाद बडोदा भड़ौच भरतपुर
५०४
...
वाड़ा
वर्धवान
शाजापुर , सवाईमाधोपुर
, सीहोर वेतनभोगी वन्धुगण
जिला-अजमेर , अलीगढ़
आगरा , इटावा
: :: :: :: :: :: :: :: :: :: : : : : : : :: :: :: :
भेलसा भोपाल मथुरा मनीपुर मारोठ
इन्दौर
इलाहाबाद उदयपुर एटा कलाचा कानपुर ग्वालियर
मैनपुरी रतलाम राजगह रायचूर वर्धमान আলাস্তুৰ सीहोर हजारीबाग
UHA
गौड़ा
, हुगली
Page #9
--------------------------------------------------------------------------
________________
पृष्ठ ५३३ से ६३४
समाज-नक्षत्रों का संक्षिप्त परिचय :मुनि श्री ब्रह्मगुलाल जी महाराज आचार्य श्री महावीरकीर्ति जी महाराज आचार्य श्री विमलसागर जी महाराज आचार्य श्री धर्मसागर जी महाराज आचार्य श्री माषचन्द जी महाराज आचार्य श्री प्रमाचन्द जी महाराज आचार्य श्री पद्मनन्दी जी महाराज स्व० श्री दिगम्बराचार्य जी महाराज आचार्य श्री लक्ष्मीचन्द जी महाराज मुनि श्री सन्मतिसागर जी महाराज श्री बावा जानकीदास जी (ऐलक) श्री बाहुबली जी महाराज (क्षुल्लक) ब्रह्मचारी श्री शान्तिकुमार जी महाराज स्व०७० श्री वासुदेव जी जैन, पिलुआ ७० श्री पाण्डे श्रीनिवास जी जैन, फिरोजाबाद व० श्री सुरेन्द्रनाथ जी जैन, कलकत्ता स्व० श्री खूबचन्द जी जैन, वेरनी स्व० श्री पं० गौरीलाल जी जैन सि० शा० वेरनी ... न्यायदिवाकर स्व० श्री पन्नालाल जी जैन, नारखी श्री बाबू नेमीचन्द जी गुप्ता, मोरेना। श्री लालबहादुर जी जैन शास्त्री, इन्दौर स्व० श्री मुन्शी हरदेवप्रसाद जी जैन, जलेसर श्री पाण्डे कंचनलाल जी जैन, टूण्डला श्री पाण्डे उपसैन जी जैन शास्त्री, टूण्डला कैप्टिन श्री माणिकचन्द्र जी जैन, फिरोजाबाद " स्व० श्री वनारसीदास जी जैन वकील, जलेसर . स्व० श्री लाला वासुदेवप्रसादजी जैन, रईस टूण्डला रायसाहेब श्री बा० नेमीचन्द जी जैन, जलेसर श्री रामस्वरूप जी जैन 'भारतीय' जारकी श्री पन्नालाल जी जैन 'सरल' नारखी स्व० श्री रामस्वरूप जी जैन, इन्दौर श्री ६० बनवारीलाल जी जैन स्याद्वादी, मर्थरा
:: :: :: :: :: ::::::::
५४३
५४८ ५५२
:
५५७
५६०
५६१ ५६२ ५६३ ५६५
:: :: :: :: :: :
५६६
५६७
५६८
५७०
५७१
५७२
Page #10
--------------------------------------------------------------------------
________________
स्व० श्री हजारीलाल जो जैन, फिरोजाबाद श्री पं० अमोलकचन्द जो जैन उडेसरीय, इन्दौर श्री कान्तिस्वरूप जी जैन, इन्दौर श्री हकीम प्रेमचन्द जी जैन, फिरोजाबाद
स्व० श्री श्योप्रसाद जी जैन, रईस टूण्डला श्री राजकुमार जी जैन, फिरोजाबाद स्व० श्री गुलजारीलाल जी जैन, रईस, अवागढ़
स्व० श्री मुन्शीलाल जी जैन, कोटकी
श्री महावीरप्रसाद जी जैन, देहली श्री बाबूराम जी वजाज, नगलास्वरूप स्व० श्री नरेन्द्रनाथ जी जैन, कलकत्ता श्री भगवतस्वरूप जो जैन 'भगवन्' फरिहा स्व० श्री पं० श्रीनिवास जी शास्त्री, कलकत्ता श्री महिपाल जी जैन, चित्रीगंज (वजवज) स्व० पाण्डे श्री ज्योतिप्रसाद जी जैन, नगलास्वरूप श्री कमलकुमार जी जैन, कोटको श्री धन्यकुमार जी जैन, अबागढ़ स्व० श्री रघुवरदयाल जी जैन, एटा श्री जिनेन्द्रप्रसाद जी जैन, टूण्डला श्री पं० शिवमुखराय जी जैन शास्त्री, जारखी
श्री महावीरप्रसाद जी जैन, अहारन श्री पं० राजकुमार जी जैन शास्त्री, निवाई श्री अतिवीरचन्द्र जी जैन, बी. ए., बी. टी. टूण्डला
श्री डा० महावीरप्रसाद जी जैन, खन्दौली स्व० श्री भगवतस्वरूप जी जैन, एत्मादपुर श्री माणिकचन्द जी जैन, हकीम फिरोनावाद श्री पं० नन्नूमल जी जैन कालापीपल स्व० श्री श्रीमन्दिरदास जी जैन, कलकत्ता स्व० श्री जयकुमार जी जैन, जसरथपुर श्री मगनमल जी जैन, शुजालपुर स्व० श्री पंचमलाल जी जैन, महाराजपुर श्री जैनेन्द्रकुमार जी जैन, फिरोजाबाद श्री पं० नरसिंहदास जी जैन, झात्री, चावती स्व० श्री कस्तूरचन्द जी जैन, सारंगपुर श्री दुलीचन्द जी जैन, सारंगपुर
***
...
***
...
00:
ave
471
"P
www
104
030
***
www
www
...
6-4
..
200
...
⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀
2421
200
19t
s
...
100
....
UDFO
----
D500
8300
www.
....
www.
www.
9000
:::
...
www.
...
www.
---
⠀⠀⠀⠀⠀⠀::
...
५७३
५७४
५७५
५७६
५७७
१५७८
५७१
}}
५८०
५८१
५८२
५८३
५८४
५८५
५८६
33
५८७
५८८
५८९
५९० ५९२
५९३
55
५९४
५९५
५९६
33
५९७
५९८
"J
६००
६०१
33
६०२
33
Page #11
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री राजेन्द्रकुमार जी जैन, अवागढ
स्व० श्री सुरेन्द्रनाथ जी जैन, "श्रीपाल" कायथा श्री कपूरचन्द जी जैन "इन्दु” चिरौली स्व० श्री जगदीशप्रसाद जी जैन, अहारन श्री पं० छोटेलाल जी जैन शास्त्री, मन्दसौर जनकपुर
श्री देवचन्द जी जैन एम० ए०, सा० विशारद इन्दौर ....
स्व० श्री पं० रामप्रसाद जी जैन शास्त्री, बम्बई श्री लाला गौरीशंकर जी जैन, फिरोजाबाद श्री भगवानस्वरूप जी जैन, टून्डला श्री केशवदेव जी जैन, कायथा श्री जगरूपसहाय जी जैन, फिरोजाबाद श्री नरेन्द्रप्रकाश जी जैन फिरोजाबाद स्व० श्री श्यामस्वरूप जी जैन, इन्दौर स्व० श्री बाबूलाल जी जैन, कोटकी स्व० श्री गुलजारीलाल जी जैन, कोटकी स्व० श्री रामस्वरूप जो जैन, कोटकी श्री रामस्वरूप जी जैन, एत्मादपुर डा० महावीरप्रसाद जी जैन, मेरठ स्व० श्री हुण्डीलाल जी जैन (भगवजी) अवागढ़ श्री सुरेशचन्द्रजी जैन, जलेसर
श्री फूलचन्द जी जैन, मोमदी श्री सेठलाल जी जैन, मोमदाबाद श्री शिवकुमार जी जैन, जसराना श्री वैद्य रामप्रसाद जी जैन शास्त्री, आगरा श्री राजकुमार जी जैन शास्त्री, निवाई श्री नेमीचन्द जी जैन, अवागढ़ स्व० श्री रत्नेन्दु जी जैन शास्त्री, फरिहा स्व० श्री बाबूराम जी जैन, सरायनूरमहल स्व० श्री रामप्रसादजी जैन, वाराशमसपुर श्री मनीराम जी जैन, एत्मादपुर श्री किरोड़ीमल जी जैन, खंडोभा स्व० श्री सतीशचन्द्रजी जैन, मोरेना स्व० श्री जगतिलकराव जी जैन, जिरसमी स्व० श्री लक्ष्मणस्वरूप जी जैन, फरिहा स्व० श्री वृन्दावनदास जी जैन, फरिहा
⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀
...
***
...
www
...
...
....
....
BUD
...
.
•
----
...
...
***
www
600
GOR
...
000
ans
200
६०३
"
६०५
"
६०६
६०७
39
६०९
33
६१०
६११
"J
६१२
६१३
33
६१४
६१५
-६१६
६१७
६१८
"3
६१९
39
६२० ६२१
"
६२२ ६२३
32
६२४
33
६२५
37
६२६
"
Page #12
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री सोहनलाल जी जैन, नगलासिकन्दर श्री सेतीलाल जी जैन, वाराशमसपुर श्री चन्द्रसैन जी जैन, बाराशमसपुर श्री बिहारीलाल जी जैन शास्त्री, खुर्जा श्री प्रकाशचन्द्र जी जैन, निवाई श्री रमेशचन्द्र जी जैन, निवाई
स्व० श्री छेदालाल जी जैन, मरसलगंज
श्री उल्फतराय जी जैन, सरनऊ
श्री अमरचन्द जी जैन, सरनऊ
श्री दयाचन्द जी जैन, सरनऊ
श्री जयसैन जी जैन, आगरा
श्री निर्मलचन्द्र जी जैन० एम० ए० एल० एल० बी०
श्री महिपाल जी जैन, मरसलगंज
श्री महेशकुमार जी जैन, फरिहा श्री अविनाशचन्द्र जी जैन, बी०एससी० आगरा
श्री राजकुमार जी जैन, भदाना
श्री जिनेन्द्रप्रकाश जी जैन, एटा स्व० श्री मुरारीलाल जी जैन, शिकोहाबाद श्री डा० त्रिलोकचन्द्र जी जैन, लखनऊ
श्री अंगरेजीलाल जी जैन, मैदामई श्री गौरीशंकर जी जैन, कुतुकपुर श्री मती कुन्तीदेवी जैन, नगलास्वरूप कुमारी तारादेवी जैन एम० ए० मेरठ श्री पी० डी० जैन इण्टर कालेज, फिरोजाबाद
प्राचीनतम अतिशय क्षेत्र ऋषभ नगर (मरसलगंज)
श्री ऋषभ छाया सदन टूण्डला
श्री दि० जैन नेमनाथ अतिशय क्षेत्र राजमल
⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀ * :
...
...
...
040
090
008
..
⠀⠀⠀⠀⠀⠀
600
100
जिनेन्द्र कला केन्द्र, टूण्डला
..
श्री पद्मावती पुरवाल दिगम्बर जैन पंचायत देहली . समाजोपयोगी स्मरणीय संकेत:
:::::
***
0.00
***
...
...
:::
...
...
012
400
***
...
...
".
201
..
६२६
६२७
11
६२८
15
"
६२९
33
19
६३०
14
"
35
६३१
"}
77
33
६३२
"
"J
६३३
"J
६३४
"
६३७
६३९
६४०
६४१
६४२
६४४
पृष्ठ ६४५ से ६५९
समाज की आदर्श मर्यादाये एवं प्रचलित प्रथाएँ [ले० -- पाण्डे कंचनलाल जैन, टूण्डला ] वाग्दान ( सगाई ) [ ले० -- पाण्डे उग्रसैन जैन शास्त्री, टूण्डला 1
६५६
पद्मावती पुरवाल जैन भाइयों का इन्दौर-प्रवेश [ ले० - राजकुमार जैन ] विदर्भ का पद्मावती पुरवाल समाज [ ले० पानाचन्द्र गुलाबसाव रोडे, बी० ए० वर्धा ] ६५८
६४५
६५४
Page #13
--------------------------------------------------------------------------
________________
चित्र-सूची
नाम
पूज्यपाद आचार्य श्री महावीरकीर्तिजी महाराज पूज्यवर आचार्य श्री विमलसागर जी महाराज परमश्रद्धेय आचार्य श्री शान्तिसागर जी महाराज मुनि श्री अजितसागर जी महाराज परमपूज्य आचार्य श्री वीरसागर जी महाराज सुनिवर श्री ब्रह्मगुलालजी महाराज के पावन चरण-चिह्न म० श्री पाण्डे श्रीनिवास जी जैन, फिरोजाबाद
to श्री वासुदेव जी जैन वैद्य, पिलुआ
श्री महावीरप्रसाद जी जैन, कलकत्ता स्व० श्री श्रीमन्दिरदास जी जैन, कलकत्ता
श्री लालबहादुर जी शास्त्री, एम-ए, पी-एच. डी, इन्दौर श्री पाण्डे कंचनलाल जी जैन, टूण्डला
श्री पाण्डे उभसैन जी जैन शाखी, "न्योतिपरत्न" टूण्डला श्री वैद्य पन्नालाल जी जैन "सरळ" फिरोजाबाद श्री मुन्शी हरदेवप्रसाद जी जैन रईस, जलेसर श्री बा० वनारसीदास जी जैन बी. ए. वकील, जलेसर रायसाहेब श्री बा० नेमीचन्द जी जैन, जलेसर न० श्री सुरेन्द्रनाथ जी जैन, ईसरी ( बिहार ) स्व० श्री नरेन्द्रनाथ जी जैन, कलकत्ता
स्व० श्री वासुदेवप्रसाद जी जैन रईस, टूण्डला स्व० श्री गजाधरलाल जी जैन शास्त्री, कलकत्ता श्री शान्तिप्रसाद जी जैन, कलकत्ता श्री धन्यकुमार जी जैन, अवागढ
5000
श्री कपूरचन्द जी जैन, कलकत्ता
श्री महेन्द्रकुमार जी जैन, फलकत्ता श्री रामस्वरूप जी जैन “भारतीय” जारकी श्री कान्तिस्वरुप जी जैन, इन्दौर
::
00:0
BUGR
603D
कैप्टिन श्री माणिकचन्द्र जी जैन "चन्द्रासाहेब" फिरोजाबाद स्व० श्री पं० गौरेलाल जी जैन, सिद्धान्तशास्त्री, चेरनी म० श्री श्रीलाल जी जैन, टेहू
1:
9000
***
21.
****
604
...
...
200
...
****
www.
...
...
..
:::
:::::.
...
BORN
****
GOLD
...
www.
संलग्न पृष्ठ
२२
२६
५६
39 = = =
33
१०४
१०५
१२८
= = = =
"
१२९
= = = = = = 2 =
१५२
१५३
१७६
१७७
Page #14
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री श्यामस्वरूप जी जैन, इन्दौर हकीम श्री प्रेमचन्द जी जैन श्री जुगमन्दिरदास जी जैन (अध्यापक) श्री रमेशचन्द्रजी जैन एम.ए., पिलुआ श्री प्रमोदकुमार जी जैन, जलेसर श्री उग्रसेनजी जैन, एटा श्री जुगमन्दिरदासजी जैन, एटा श्री जियालालजी जैन, एटा श्री सुनहरीलालजी जैन, एटा श्री मुंशीलालजी जैन, एटा श्री राजकुमारजी जैन, एटा श्री क्षेमंकरलालजी जैन, एटा श्री अभिनन्दनलालजी जैन, एटा श्री साहूलालजी जैन, एटा श्री ला० देवेन्द्रकुमारजी जैन, जलेसर श्री इन्द्रमुकुट जी जैन, बी. ए., बी. टी. जलेसर श्री घेवरमलजी जैन एम. ए., जी एड. आष्टा । श्री प्रकाशचन्द्रजी जैन, एम. एस. सी. इलाहाबाद श्री शान्तिलाल मुन्नूलाल जैन, आष्टा श्री राजेन्द्र पानाचन्दजी जैन रोडे, वर्धा श्री मोहनलालजी जैन, सं० 'सेवाग्राम' देहलो श्री विमलकुमारजी जैन बी. एस. सी अम्बाला श्री देवेन्द्रकुमारजी जैन, बी ई. मथरा ७० श्री बिहारीलालजी जैन शास्त्री श्री पं० बनवारीलालजी जैन स्याद्वादी स्व० श्री दयाशंकर जी जैन, एटा श्री देवचन्द जी जैन श्री रमेशचन्द्र जी जैन, जयपुर श्री जिनेन्द्रप्रकाशजी जैन, बी. ए एल-एल. बी. एटा श्री सुरेशचन्द्र जी जैन एम. ए. बी. एड. जलेस श्री मानिकचन्द जी जैन श्री जैनेन्द्रकुमार जी जैन, फिरोजाबाद श्री परमेश्वरीप्रसादजी जैन, अलीगढ़ श्री जिनेन्द्रप्रसाद जी जैन, फिरोजाबाद श्री भोलानाथजी जैन, देदली
Page #15
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री सूबालाल जी जैन, लाड़कूई स्व० श्री जगतिलकरावजी जैन, अवागढ़ श्री श्रीपाल जी जैन "दिवा" आष्टा श्री स्वरूपकिशोर जी जैन स० स० अ० हि०
श्री पं० नरहिंसदासजी जैन शास्त्री, चावली श्री ला० मुंशीलालाजी जैन, अवागढ़ श्री ला० गुलजारीलालजी जैन, अवागढ श्री रामस्वरूपजी जैन, एत्मादपुर श्री ला० दिगम्वरदासजी जैन, सीहोर श्री सोहन लालजी जैन, नगलासिकन्दर श्री नन्नूमलजी जैन, कालापीपल श्री राजेन्द्रकुमारजी जैन, अवागढ़
स्व० श्री जयकुमार जी जैन, जसरथपुर
श्री प्रेमचन्द्र जी जैन, टूण्डला
श्री संरक्षकजी जैन
श्री मुन्शीलालजी जैन कागजी, देहली
श्री गेन्दालाल जी जैन, आगरा
श्री सेठलालजी जैन, टूण्डला
श्री ला० मोरध्वजप्रसादजी जैन सर्राफ, एटा
श्री ला० अशरफीलालजी जैन, एटा श्री बा० अर्जितप्रसादजी जैन सर्राफ, एटा
श्री महेन्द्रकुमार जी जैन 'महेश' फरिहा
श्री पद्मचन्द्रजी जैन, अवागढ़
....
श्री महिपालजी जैन सा० शा०, गढ़ोकल्याण श्री सत्येन्द्रकुमारजी जैन, उड़ेसर श्री कमलेशकुमार जी जैन, फिरोजाबाद श्री ज्योतिप्रसादजी जैन, नगलास्वरूप
0100
www
***
www
...
60.
040
640
2006
0100
..
........
sod
BORG
श्री ला० मथुराप्रसादजी जैन टेहू श्री ला० केशवदेवजी जैन, कायथा स्व० श्री ला० सुखदेवप्रसाद जी जैन, एटा श्री ठा० बनारसीदासजी जैन, देहली
श्री ला० पातीरामजी जैन, देहली
श्री श्योप्रसादजी जैन, टूण्डला
श्री माणिकचन्द्रजी जैन एम० ए०, बी० टी० शिकोहाबाद
श्री नरेन्द्रप्रकाश जी जैन साहित्यरत्न एम० ए० एल० टी० फीरोजाबाद
****
iiii
"
BORD
www
100
800
www.
www
...
...
Balo
4520
0130
630
...
....
...
ne
6005
09.0
5880
....
daen
....
....
****
9000
...
...
0000
800
0000
3386
....
४१६
""
""
11
४१७
RRRR
"
37
४२८
≈ 35
35
39
४२९
73
"
"9
४७८
""
""
55
४७९
""
39
"3
५०६
"T
39
33
५०७
མ མ མཚོ
५३२
Page #16
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री बाबूलाल जी जैन, अवागढ़ श्री रामप्रसादजी जैन, अवागढ़ श्री गुलजारीलाल जी जैन, अवागढ़
श्री उलफतरामजी जैन, सरनऊ श्री अंगरेजीलालजी जैन, मैदामई
कुमारी सरोजनी जैन, बम्बई
श्रीमती चन्द्रकान्ता जैन श्रमाकर, एम० ए० मेरठ श्रीमती भू देवी जैन विशारद, सांभरलेक श्रीमती ज्योतिर्माला जैन विशारद, जयपुर श्रीमती लक्ष्मीदेवी गुप्ता, मोरेना श्रीमती सुनन्दा जैन, फिरोजाबाद
श्रीमती शैलकुमारी जैन विशारद, बी० ए० लखनऊ श्रीमती होतीलाल जैन, जसराना
0000
सुश्री रानोदेवी जैन, एटा सुश्री श्यामादेवी जैन, कलकत्ता
BORN
DIEO
980
श्री अमरचन्द जी जैन, सरनऊ
श्री दयाचन्दजी जैन, सरनऊ श्री पद्मावती पुरवाल दिगम्बर जैन पंचायती मन्दिर धर्मपुरा देहली श्री पद्मावती पुरवाल दिगम्बर जैन पंचायती धर्मशाला धर्मपुरा देहली श्री जिनेन्द्र कला केन्द्र टूण्डला के कलाकार श्री पी० डी० जैन इन्टर कालेज, फिरोजाबाद स्व० श्रीमती फूलमालादेवी जैन, टूण्डला श्रीमती मोतीमालादेवी जैन, टूण्डला श्रीमती इन्दुमती जैन, कलकत्ता सुश्री सुशीलादेवी जैन, "विदुषी" सुश्री निम्मीदेवी जैन, देहली स्व० श्रीमती उमादेवी जैन, टूण्डला श्रीमती करुणादेवी जैन, फिरोजाबाद कुमारी शीला जैन, कलकत्ता कुमारी तारादेवी जैन एम० ए०, मेरठ श्रीमती चन्द्रा जैन..
130
0.0
....
DIED
www
www.
www.
2020
...
S
...
***
www.
...
201
900
804
www
www
400
1000
...
www
THE
400
2000
OD
arop
002
Goa
000
...
....
PROD
1001
...
600
200
00.
g..
...
660
...
...
806
www
eeds
...
04
...
५३२
19
"1
५३३
3
23
"3
६४४
33
६४५
99
བ ན ཐ ཐ བ ོ ན མ ུ
"
६५२
६५३
* * * * *
६५८
39
"J
39
६५९
33
"
Page #17
--------------------------------------------------------------------------
________________
भूमिका
किसी भी जाति को समृद्धि और उसके प्रभावशाली अस्तित्व का परिज्ञान करने के लिये यह आवश्यक है कि इसकी स्थिति का एक प्रामाणिक इतिवृत्त हमारे सामने है ! हमारे देश में अनेक धर्म है और एक धर्म को मानने वाली अनेक जातियाँ हैं । जैन धर्म जो भारत का अत्यन्त प्राचीन धर्म है किसी समय भारत का प्रमुख धर्म था और वर्णाश्रम नाम से पुकारी जाने वाली ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य आदि जातियाँ सभी इस धर्म का पालन करती थी। लेकिन समय जैसे-जैसे बदला यहाँ अनेक राजवंशों का अभ्युदय हुआ पुराने साम्राज्य विलीन हो गये और उनके साथ कुछ धर्म भी काल के गर्त में समा गये। जैन धर्म पर भी उसका प्रभाव हुआ परन्तु अपने नैतिक आचरण और वैज्ञानिक सिद्धान्तो के सहारे इसके अस्तित्व को कोई ठेस नही पहुॅची। इसके अनुयायियों की संख्या सीमित रह गई । इसनी सीमित कि करोड़ों की जन-संख्या में जैन लगभग भाज बीस लाख हैं ।
कहा जाता है कि जैनों की ८४ जातियाँ हैं । इनके नाम भी उपलब्ध है पर हमारा अनुमान कि इनकी संख्या और भी अधिक रही होगी । और नहीं तो कम से कम दक्षिण भारत की सभी जैन जातियों का इनमें उल्लेख नहीं है ।
इन जातियों में एक पद्मावती पुरवाल जाति का भी उल्लेख है । यह जाति उत्तर प्रदेश के आगरा, एटा, मैनपुरी, अलीगढ़ आदि जिलों में बहुतायत से पाई जाती है। भोपाल क्षेत्र तथा नागपुर आदि प्रदेशों में भी यह निवास करती है। लेकिन सुना है कि अब नागपुर की तरफ इस जाति का अस्तित्व समाप्त प्राय है ।
।
पद्मावती पुरवाल एक छोटी सी जाति है लेकिन अपनी धार्मिकता, विद्वत्ता और सातित्व के लिये जैनों में उच्च स्थान रखती है । उसमें उच्चकोटि का पांडित्य है अनेक परमतपस्वी साधु हैं। व्यवसायी और अच्छे कलाकार तथा राजनीतिज्ञ हैं । जैनों को सभी जातियों में प्रायः अजैन पद्धति से ही पिछले समय में विवाह विधि सम्पन्न होती रही है। लेकिन पद्मावती पुरवालों मे प्राचीन काल से ही अपनी जाति के गृहस्थाचार्यों द्वारा विवाह सम्पन्न होते रहे हैं। इस तरह अपना सब कुछ होते हुए भी अभी तक न तो इसकी जन-संख्या का पता था और न यही मालूम था कि पद्मावती पुरवाल कुटुम्ब कहाँ-कहाँ बसे हुए हैं, किस कुटुम्ब में कितने स्त्री पुरुष, बालक हैं, विधवायें कितनी हैं, विधुर कितने हैं, अविवाहित स्त्री-पुरुष कितने हैं, साक्षर और निरक्षरों की संख्या क्या है, प्रवासियों का उद्गम स्थान कहाँ है, उनके अपने मंदिर और धर्मशालाभो की स्थिति कैसी है । इस सब सामग्री को एकत्र करने की इसलिये आवश्यकता होती है कि कोई जाति अपनी जन संपत्ति और उसके स्तर का लेखा-जोसा कर सकें, व्यक्तिगत एवं सामाजिक सूचनाएँ उन तक पहुँचाई जा सकें, परस्पर सुख दुःख में सहायता
दी जा सके। लेकिन पद्मावती पुरवाल समाज में अब तक इसकी कोई व्यवस्था नहीं थी । समाज एक लम्बे अर्से से इसकी आवश्यकता महसूस कर रही थी । प० पु० परिषद्, प० पु० महासभा एवं प० पु० पंचायत आदि अनेक जातीय संस्थाओं ने इस जाति को अपनी सेवा का क्षेत्र बनाया और सबने अपने-अपने ढंग से काम किया, सभाओं के अधिवेशन किये, परन्तु उक्त आवश्यकता को कोई पूरा नहीं कर सका ।
Page #18
--------------------------------------------------------------------------
________________
इससे जो हानि हुई वह यह है कि समाज कभी संगठित नहीं हो सकी। यदि विवचा का क्षेत्र इसके हाथ में न होता तो अन्य जैन जातियों द्वारा इसका पहचाना जाना भी मुश्किल था । असंगठित रहने का परिणाम यह हुआ कि उत्तर प्रदेश के पद्मावती पुरवाल मध्य प्रान्तीय ( भोपाल उज्जैन लाईन ) पुरवालों से कभी पुकाकार नहीं हो सके। कुछ जातीय नेताओं को छोड़कर दोनों ही एक दूसरे से अंकित रहे अतः दोनों में एक दूसरे के साथ रोटी बेटी का व्यवहार नहीं हो सका ।
असंगठित रहने का दूसरा परिणाम यह हुआ कि गाँवों में बसी हुई यह जाति अपने व्यापार व्यवसाय के लिये स्थानीय क्षेत्रों से बाहर नहीं जा सकी। सामाजिक प्राणी होने के नाते मनुष्य के लिये यह आवश्यक है कि वह अपने वर्ग के साथ रहे अथवा जहाँ रहे वहाँ अपना वर्ग बनाकर रहे । प्रायः यह देखा गया है कि किसी जाति या समाज के बन्धु गहर लाकर समृद्धि प्राप्त करते हैं तो अपने अन्य जातीय बन्धुओं को भी वहाँ बुला लेते हैं और सब प्रकार की सामाजिक एवं वैयक्तिक सुविधाएँ पहुँचाकर उसे अपनी समाज का प्रतिष्ठित अंग बना लेते हैं । नारवाड़ी, गुजराती, पारसी आदि जातियाँ इसी तरह सनद हुई हैं । पद्मावती पुरवालों के लिये संगठन के अभाव से बाहर इस प्रकार का कोई आकर्षण नही था अतः वे गाँवों के बाहर सुदूर भारतीय प्रदेशों में जा ही नहीं सके । चाहर न जाने के लिये इस जाति के सामने कुछ धार्मिक आचार विचारों के निर्वाह का मी प्रश्न था । संगठन में प्रेम होता है और प्रेम एक दूसरे को आकर्षित करता है अन्यथा जो जहाँ है वह वहाँ उसी रूप में रहने के लिये वाध्य है । पद्मावती पुरवाल जाति भी इसकी अपवाद नहीं रही। पारस्परिक आकर्षण उद्भूत न होने के कारण यह अपने स्थानों से मागे नहीं बढ़ सकी । परिणामतः आर्थिक क्षेत्र में समुद्र जातियों के साथ यह अपना हाथ नहीं बँटा सकी। फिर भी धार्मिक नैतिक भागों में यह किसी से पीछे नहीं है, स्वाभिमान इसे आनुवांशिक रूप में विरासत में मिला है, यहाँ तक कि कभी कभी इसका अतिरंक मी होते देखा गया है। शुद्ध खान पान की मर्यादा इन घरों में अब भी सुरक्षित है। विशेष रूप से गाँवों में कोई भी त्यागी व्रती कभी भी बिना सूचना दिये जाये तो उसे तत्काल अनुकूल आहार मिलने में कोई बाधा उपस्थित नहींहोगी ।
सजातित्व के संरक्षण में यह सबसे आगे है। थोड़े घर होते हुए भी जातीय मर्यादा को बनाये रखने में इसने सदा गौरव का अनुभव क्रिया है । इस जाति का अतीन निःसन्देह गौरवमय रहा है। लेकिन इसके प्रामाणिक अतीव इतिहास की आवश्यक्ता अभी बनी ही हुई है।
जहाँ तक प्रस्तुत डायरेक्टरों के निर्माण की बात है. यह एक सुन्दर और अभूतपूर्व प्रयत्न है । मुझे स्मरण नहीं आता कि किन्हीं अन्य जैन जातियों ने भी अपनी अपनी इस प्रकार की डायरेक्टरियाँ बनाई हो। आज से संभवतः पचान साठ वर्ष पहले एक जैन डायरेक्टरी अवश्य प्रकाशित हुई थी जो उसल जमाने की अपेक्षा नया प्रयत्न था पर उसने जातिवार गणना के लिये कोई स्थान न था । तब से मन तक परिस्थितियों में बहुत परिवर्तन हुये हैं अत उनके आधार पर इस समय नये प्रयत्न नहीं किये जा सकते थे । इस डायरेक्टरी के निर्माण में जो श्रम और शक्ति का उपयोग हुन्न है वह बिल्कुल नया है । जाति से संबंधित कोई परिचयात्मक विवरण इसमें छोड़ा नहीं गया है। व्यक्तिगत परिचयों में अधिक-से-अधिक जानकारी देने का प्रयत्न किया गया है। उन सभी प्रवासी बन्धुओं का इसमें चिवरण है जो भारत के विभिन्न प्रान्तों में जाकर बस गये है। मूलतः वे कहाँ के निवासी हैं यह भी जहाँ तक उपलब्ध हो सका है दिया गया है। विशिष्ट व्यनियो के संक्षिप्त परिचय भी दिये गये हैं ।
Page #19
--------------------------------------------------------------------------
________________
उक्त परिचय विवरण से निम्न तथ्य सामने आया है । पद्मावती पुरवालों की जनसंख्या जिसमें स्त्री, पुरुष, वालक. बालिकाये सभी सम्मिलित है। लगभग ३५१७५ है ।
इसके संपादन में श्रीमान् सेठ जुगमन्दिरदास जी कलकत्तावालों ने पर्याप्त श्रम किया है। वस्तुतः यह कार्य जितना आवश्यक था उतना ही उपेक्षित था और यह आशा भी नहीं की गई थी इस प्रकार को किसी डायरेक्टरी का निर्माण भी हो सकेगा। अकस्मात् बिना किसी घोषणा और प्रदर्शन के आपने इस काम को अपने हाथ में लिया और मूक सेवक वनकर काम में जुट गये। इसके साथ ही आपने "पद्मावती पुरवाल" मासिक पत्र का भी अपनी ओर से प्रकाशन किया जो समय पर लगभग सभी पद्मावती पुरवालों के पास पहुँच जाता है। इसका सुयोग्य संपादन भी आपके हाथो में है और सम्पूर्ण व्यय भार आप ही उठाते है । आप अत्यन्त उदार और सहृदय है । आपका व्यक्तित्व पद्मावती पुरवाल समाज के लिये गौरव की वस्तु है ।
यह डायरेक्टरी उक्त समाज का एक सांस्कृतिक कोष है और उसी प्रकार संग्रहणीय है जिस प्रकार हम अपने घर के बुजुगों से संबंधित एतिहासिक दस्तावेजों को सुरक्षित रखते है । इस समाज में जहाँ तक हमे याद है रचनात्मक काम नहीं जैसा हुआ इस दृष्टि से इस डायरेक्टरी का निर्माण-कार्य समाज सेवा की तरफ एक अत्यन्त ही प्रगतिशील और ठोस कदम ।
मैं श्री जुगमन्दिरदास जी का आभारी हूँ जिन्होने मुझे इसकी भूमिका लिखने का अवसर प्रदान किया ।
इन्दौर
३०-९-६५
- लालवहादुर शास्त्री पी-एच० डी०
एम० ए०,
Page #20
--------------------------------------------------------------------------
Page #21
--------------------------------------------------------------------------
________________
क्षमा-याचना
साहित्य समान का दर्पण होता है । प्रत्येक समाज का रूपचित्र तत्कालीन साहित्य में अंकित और मुखरित रहता है । महान् पुरुषो एवं समाज को बन्दनीय प्रतिभाओ के अनुपम आदर्श तथा गौरवपूर्ण क्रिया कलाप साहित्य कोश में ही सुरक्षित रहते हैं । आनेवाली पीढियें अतीत की अवस्था एव व्यवस्था को समझकर ही नव निर्माण की ओर अग्रसर होती है। अतः किसी भी समाज के लिए साहित्य-सृजन उपयोगी ही नही, अनिवार्य भी है ।
.
विशाल जैन समाज का उज्ज्वल इतिहास सहस्त्रो वर्षों से अनेक शीर्षस्थ इतिहासकार तथा साहित्य मनीषी अवाध गति से लिखते आरहे हैं, किन्तु ऐसा लगता है मानो अभी इस महान् और वीर समाज के इतिहास की भूमिका का शीर्षक मात्र ही बंधा है। जैन समाज पर मूर्धन्य विद्वानो को लेखनी को भी . श्रादि-आदि शब्दो के साथ उपराम पाने वाध्य होना पड़ा है । मत. साधारण सी अबोध लेखनी उस दुरूह पथ पर चलने का साहस कैसे बटोर पाती। इस पूरे समाज में अनेक सिद्ध विभूतियें, महान् तपस्वी, परम त्यागी, उदारमना, सर्वस्वदानी और आदर्श समाज-साधको के प्रचुर मात्रा में दर्शन मिलते है । इन सभी पवित्र आत्माओ का अर्चन मेरी छोटी सी लेखनी को अल्प मसि से कैसे सम्भव था ?
श्री पद्मावती पुरवाल समाज विस्तृत जैन सागर की ही एक प्रमुख पावन धारा है । संख्या एवं साधनो की दृष्टि से अल्प तथा सीमित होते हुए भी इसका अतीत महान् और अपने आंचल में एक गौरव गाथा बाधे है । इस समाज के जन्म की कहानी ही स्वाभिमान की हुंकार से आरम्भ होती है और आज तक यह उसकी रक्षा तथा मान-मर्यादा के लिए हर सम्भव बलिदान देता हुआ —अपने अस्तित्व को बनाए है।
श्री पद्मावती पुरवाल समाज की जनसंख्या तथा अवस्था को जानने के लिए डायरेक्टरी के निर्माण का विचार मन में आया । इस सम्बन्ध में समाज के प्रमुख महानुभाओ से जब परामर्श किया, तो उनके सद्परामर्शो ने इस विचार की पुष्टि ही नही की वरन् इसकी आवश्यकता बताते हुए इसे शीघ्र हो सम्पूर्ण करने की प्रेरणा भी की । अतः डायरेक्टरी का कार्य आरम्भ किया गया । इसकी प्रारम्भिक रूप-रेखा तैयार ही की जा रही थी कि इस कार्य के सहयोगी तथा कलकत्ता के जानेमाने साहित्यकार की रघुनाथप्रसाद जी सिंहानिया का कैन्सर की बीमारी के कारण अचानक स्वर्गवास हो गया । श्री सिंहानिया जी के इस असामयिक वियोग से "पद्मावती पुरवाल" मासिक पत्रिका तथा श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी के सम्मुख एक कठिन समस्या उत्पन्न हो गयी । उनके साथ बनाया गया भ्रमण का विस्तृत कार्यक्रम तथा डायरेक्टरी का निश्चित स्वरूप, सभी धूमिल सा हो गया । किन्तु इस घटना को विधि का विधान मान येनकेन प्रकारण हम अपने प्रयत्न में जुटे रहे और डायरेक्टरी की समग्री का संग्रह यथावत् चलता रहा ।
किसी एक व्यक्ति या एक परिवार का वृतान्त संग्रह कर लेना अथवा लिख देना सरल होता है अपेक्षा कृत हजारों परिवारो के डायरेक्टरी के लिए सामग्री प्राप्त करने में हमने अपनी ओर से कोई कोर-कसर न उठा रखी । "पद्मावती पुरवाल" पत्रिका द्वारा बरावर प्रचार करते रहे। समाज के प्रमुख जनो के पास पर्याप्त संख्या में फार्म भेजे गए । कुछ व्यक्तियो को विशेषरूप से इस कार्य के लिए नियुक्त किया, जिन्होने यथा साध्य नगर-नगर और ग्राम-ग्राम घूम कर जनसंख्या का विवरण प्राप्त किया। जहाँ वह न पहुंच पाये वहां
Page #22
--------------------------------------------------------------------------
________________
पत्रो द्वारा सूचना तथा फार्म भेजे गए और विवरण प्राप्त करने का पूर्ण प्रयास किया गया । मध्य प्रदेश के अनेक वन्धुओ से मै स्वयं भी इस निमित्त मिला और उनके इस सम्बन्ध में सुझाव जानने की चेष्टा की, किन्तु इतना सब कुछ करने पर भी हम लगभग तीन हजार परिवारो के फार्म ही जुटा पाये । इन फार्मों में समस्त समाज नही आ जाता है। हाँ, यह उसका एक बड़ा भाग अवश्य कहा जा सकता है। हमें जो फार्म प्राप्त हुए हैं उनमें भी बड़ी मात्रा मे अपूर्ण तथा अस्पष्ट हैं। कुछ फार्म तो ऐसे मिले हैं, जिनका कुछ भी अता-पता नही है ।
हम चाहते थे कि डायरेक्टरी में अधिक से अधिक मर्याचित्र जीवनचरित्र छापे जायें, किन्तु हमारी यह इच्छा अधूरी ही रही । अनेक ऐसे दिव्यतत्व सम्पन्न महापुरुषो को हम छोड़ गये हैं जिनके जीवनचरित्र एवं परम दुर्लभ जाति - हितैपी क्रिया-कलापो से आनेवाली पीढियो में नव स्फूर्ति, आगा और उत्साह का संचार होता । जब बार-बार अपील करने पर भी हमें उनके सम्बन्ध मे कुछ सकेत न मिल पाये, तो हम इस विवशता के लिए उन समाज- नायको को मौन श्रद्धाञ्जलि अर्पित करते हुए जितने जीवन चरित्र प्राप्त हुए उन पर ही सन्तोष कर आगे बढे । इसी प्रसंग में एक और भी दुविधा हमारे सामने आई, वह यह कि कुछ महानुभावो के केवल मात्र चित्र ही प्राप्त हुए और कुछ के केवल जीवनचरित्र, कुछ महानुभाष ने चित्र की पीठ पर ही जीवनचरित्र लिख भेना । मत. ऐसी परिस्थितियो में यही निर्णय किया कि जितनी भी सामग्री अपने पास है उसमे किसी प्रकार की कटौती न करते हुए, पूरी की पूरी प्रकाशित कर दी जाए ।
·
आरम्भ में डायरेक्टरी को एक ही जिल्द में प्रकाशित करने का विचार था । किन्तु, इसका फैलाव और आकार-प्रकार इतना बढ गया कि इसको दो खण्डो मे विभक्त करना हो सुविधा पूर्ण जान पड़ा। संकलन को दृष्टि से इसे वर्णमालानुक्रमणिका (अकार) विधि से तैयार किया गया है। सर्वप्रथम " म" क्रम से प्रान्त फिर जिले तथा गाव और गांव में नाम इसी रूप में संकलित किये गए हैं।
डायरेक्टरी को चाहे उतने सुन्दर रूप मे न सही फिर भी जिस रूप में हम बना पाये हैं, आपके हाथो तक पहुँचा रहे हैं। इस कार्य को हम जितना शीघ्र पूरा कर लेना चाहते थे, उसमे भी कुछ विलम्ब हो गया है और इसका जो सुरुचिपूर्ण शृङ्गार करना चाहते थे, उसमें भी पूर्ण सफल नहीं हो पाये। अत इस कार्य का शुभारम्भ तथा सम्पूर्ति आपके ही आशीर्वाद एवं शुभ कामनाओ का सफल परिणाम है। आज आपकी वस्तु आपको ही समर्पण करते हुए मुझे हर्प हो रहा है । अत इस प्रयास से समाज का लेशमात्र भी हित हुआ, तो मैं अपने आपको धन्य समझूगा ।
सर्वप्रथम हम अपने उन उदार वन्धुओ से क्षमा-याचना करते हैं, जिनके फार्म हमें प्राप्त न हो सके अथवा हमारे कार्यालय में किसी प्रकार भूल से गुम हो गये या अशुद्ध छप गए है। इन भाइयो से हमारा साग्रह नम्र निवेदन है कि वह हमारी त्रुटियों की ओर अवश्य संकेत करें, जिससे हम "पद्मावती पुरवाल" पत्रिका में उनकी शुद्ध आवृत्ति कर सकें ।
सर्व श्री लालबहादुर जी शास्त्री इन्दौर निवासी का तो मैं चिर ऋणि हूँ, जिन्हों ने डायरेक्टरी के सम्बन्ध में समय-समय पर अपने बहुमूल्य सुझाओ द्वारा तथा "भूमिका' 'लिख कर इस ग्रन्थ को महत्त्व प्रदान किया है । श्री पाण्डेय कंचनलाल जी जैन ने एक सुयोग्य परामर्शदाता की भांति इस कार्य को सर्वतोभावेन सम्पन्न कराया है। श्री कान्तिचन्द्र जी जैन इन्दौर ने भी इस कार्य में जो रुचि एव उत्साह दिखाया है, वह भी चिरस्मरणीय तथा प्रशंसनीय है । मान्य श्री श्रीधर जी शास्त्री इन्दौर तथा श्री रामस्वरूप जो "भारतीय " जारकी धोर श्री पन्नालाल जी जैन "सरल" फिरोजाबाद आदि सज्जनो ने स्वसमाज के इस कार्य में जो
Page #23
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी शिशु अवस्था में हैं। परिवार प्रमुख सर्विस करते हैं । मूल निवासी सिकरा
(मथुरा) के हैं। बुद्धसैन जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, अलीगढ़ (अलीगढ़)
इस परिवार में यह मज्जन स्वयं ही हैं, साधारण शिक्षित है और व्यापार
व्यवसाय करते है । मूल निवासी हिम्मतपुर (आगरा) के हैं। बृजमोहनलाल जैन सुपुत्र जौहरीलाल जैन, छपेटी अलीगढ (अलीगढ)
इस परिवार में दो पुरुष तथा चार स्त्री वर्ग में, कुल छ सदस्य है । दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रही है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय करते है। मूल निवासी
बड़ागांव (मैनपुरी) के हैं। भीमसैन जैन सुपुत्र बद्रीप्रसाद जैन, अलीगढ (अलीगढ़)
इस परिवार में दो पुरुप तथा एक खी वर्ग में, कुल तीन सदस्य है। एक लड़का अविवाहित है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार
व्यवसाय करते है। मूल निवासी हिम्मतपुर (आगरा) के है। मटरूमल जैन सुपुत्र छोटेलाल जैन, अलीगढ़ (अलीगढ़)
इस परिवार में यह सज्जन स्वयं ही है । प्रज्ञाचक्षु होने के कारण कुछ करने में
असमर्थ है। मूल निवासी अहारन (आगरा) के हैं। मोतीचन्द जैन सुपुत्र चन्द्रसैन जैन, अलीगढ (अलीगढ)
इस परिवार में दो पुरुष तथा पाँच स्त्री वर्ग में,कुल सात सदस्य हैं। एक लड़का दो लड़की प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है, अविवाहित है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते है। मूल
निवासी उडेसर (मैनपुरी) के हैं। रघुवंशीलाल जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, रामघाट मार्ग अलीगढ़ (अलीगढ़)
इस परिवार मे चार पुरुप तथा दो स्त्री वर्ग मे, कुल छ सदस्य है। दो लड़के अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार
प्रमुख पान की दुकान करते हैं। मूल निवासी हिम्मतपुर (आगरा) के हैं।' रोशनलाल जैन सुपुत्र श्रीपाल जैन, जैन लॉक फैक्टरी जैन स्ट्रीट अलीगढ (अलीगढ)
इस परिवार में आठ पुरुष तथा सात स्त्री वर्ग में, कुल पन्द्रह सदस्य है। चार लड़के दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त
कर रहे हैं। परिवार प्रमुख तालोंका व्यापार करते है। सुरेपकुमार सुपुत्र मूलचन्द जैन, खिरनी की सराय, अलीगढ़ ..
इस परिवार में दो पुरुष तथा वीन स्त्री वर्ग में, कुल पाँच सदस्य है। एक लड़का दो लड़की प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार
Page #24
--------------------------------------------------------------------------
________________
स
थी पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी प्रमुख बी. कॉम. तक शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी सिरवरा
(मथुरा) के हैं। शान्तीस्वरूप जैन सुपुत्र सेतीलाल जैन, श्याम नगर, मकान नं०७२ अलीगढ
इस परिवार मे दो पुरुप तथा तीन स्त्री वर्ग में, कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का दो लड़की प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख इन्टर तक शिक्षित हैं और पी० डब्ल्यू० डी० में सर्विस करते है । मूल निवासी एटा के है।
गाँव मैदामई (अलीगढ़) अंग्रेजीलाल जैन सुपुत्र वद्रीप्रसाद जैन, मैदामई (अलीगढ़)
इस परिवार में चार पुरुप तथा चार स्त्री वर्ग मे, कुल आठ सदस्य है। दो लड़के दोल्डकी अविवाहित है और विभिन्न कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहें
हैं। परिवार प्रमुख कृपिकार्य करते है। कश्मीरलाल जैन सुपुत्र अयोध्याप्रसाद जैन, मैदामई (अलीगढ़)
इस परिवार में सात पुरुप वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में, कुल ग्यारह सदस्य है। पॉच लड़के दो लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा
प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख कृषिकार्य करते है। चिरंजीलाल जैन सुपुत्र चोखेलाल जैन, मैदामई (अलीगढ)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो खी वर्ग में, कुल सात सदस्य हैं। चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख शिक्षित है और अध्यापन का कार्य
करते हैं। द्रोपाकुमारी जैन धर्मपत्नी झुमकलाल जैन, मैदामई (अलीगढ)
इस परिवार में यह महिला अकेली ही है, वृद्ध है, कृषिकार्य करती है। फुलवारीलाल जैन सुपुत्र काशीराम जैन, मैदामई (अलीगढ़)
इस परिवार मेदो पुरुष तथा चार स्त्री वर्ग मे, कुल छ सदस्य है। एक लड़का दो लड़की अविवाहित हैं और शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधा
रण शिक्षित है तथा व्यापार व्यवसाय करते है। भीमसैन जैन सुपुत्र तोताराम जैन, मैदामई (अलीगढ़)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। दो लड़के दो लड़की अविवाहित है और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर
रहें है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार करते हैं। मक्खनलाल जैन सुपुत्र गिरवरलाल जैन, मैदामई (अलीगढ़)
इस परिवार में चार पुरुष तथा दो स्त्री वर्ग में, कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का शिशु अवस्था में है। परिवार प्रमुख कृपिकार्य करते है।
Page #25
--------------------------------------------------------------------------
________________
૪
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
में। तीन लड़के तथा तीन लड़की प्राथमिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख कृषिकार्य करते हैं । मूल निवासी कायथा के ही है।
गुनमाला जैन पत्नी श्रीपाल नैन, कायथा (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। परिवार प्रमुख लेन-देन का कार्य करते है । एक लड़का तथा एक लड़की शिशु अवस्था में हैं ।
दरवारीलाल नैन सुपुत्र वंशीधर जैन, कायथा (आगरा )
इस परिवार में सोलह व्यक्ति हैं, आठ पुरुष वर्ग में और आठ स्त्री वर्ग में । चार लड़के और तीन लड़को अविवाहित हैं तथा शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख कृषि कार्य करते हैं ।
गाँव-कुतमपुर (आगरा)
इस परिवार में दस सदस्य हैं, छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । तीन लड़के और एक लड़की अविवाहित हैं तथा प्राथमिक शिक्षा प्राप्त कर रहे है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और कृषिकार्य करते हैं ।
मधुवनदास जैन सुपुत्र हीरालाल जैन, कुतमपुर (आगरा )
मुन्शीलाल जैन सुपुत्र हीरालाल जैन, कुतमपुर (आगरा)
इस परिवार में अठारह सदस्य है, आठ पुरुष वर्ग मे तथा दस स्त्री वर्ग में । चार लड़के और पाँच लड़की अविवाहित है तथा प्राथमिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, एक सर्विस करता है। परिवार प्रमुख कृषि कार्य करते हैं मूल निवासी जारखी के है ।
गाँव-कुरगवाँ (आगरा)
इस परिवार में इनकी मातेश्वरी तथा ये स्वयं ही है। हिन्दी में शिक्षित हैं। और व्यापार व्यवसाय करते है ।
अमोलकचन्द जैन सुपुत्र खेतीराम जैन, कुरगवाँ (आगरा)
चान्दपाल जैन सुपुत्र वंशीधर जैन, कुरगवाँ (आगरा)
इस परिवार मे दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय करते हैं। जयकुमार जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, कुरगवाँ (आगरा )
इस परिवार में पाँच सदस्य इस प्रकार हैं एक पुरुष वर्ग में और चार स्त्री वर्ग में लड़की अविवाहित हैं ।
भामण्डलदास जैन सुपुत्र कंचनलाल जैन, कुरगवाँ (आगरा )
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग मे तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं ।
Page #26
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
५५
तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं। मानिकचन्द जैन सुपुत्र सेवतीलाल जैन, कुरगवाँ (आगरा )
इस परिवार में ग्यारह व्यक्ति हैं, आठ पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में । छड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख हिन्दी में शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय करते है ।
बसन्तलाल जैन सुपुत्र हुण्डीलाल जैन, कुरगवाँ (आगरा)
इस परिवार में नौ सदस्य हैं तीन पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में । चार लड़की अविवाहित है और प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त कर रही है। गाँव-कोटला (आगरा)
कमलकुमार जैन सुपुत्र फूलचन्द जैन, कोटला (आगरा)
इस परिवार में ग्यारह सदस्य है छ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में। दो लड़के तथा दो लड़की शिशु अवस्था में है और प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। एक लड़का इण्टर पास है, शिक्षक है और अविवाहित है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और किराना का व्यापार कर रहे हैं।
गोटेलाल जैन सुपुत्र जीवाराम जैन, कोटला (आगरा)
इस परिवार में तेरह सदस्य हैं, ग्यारह पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में । सात लड़के अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और किराना का कार्य करते हैं। मूल निवासी कोटा के हो है ।
गयाप्रसाद जैन सुपुत्र मिट्ठूलाल जैन, कोटला (आगरा )
इस परिवार में तीन सदस्य है, दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में। एक लड़का शिशु अवस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और किराना के व्यापारी हैं।
नेमीचन्द जैन सुपुत्र श्रीनिवास जैन, कोटला (आगरा )
इस परिवार में सात व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग मे । दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और किराना का व्यापार करते हैं।
नेमीचन्द जैन सुपुत्र सेतीलाल जैन, कोटला (आगरा)
इस परिवार में चार सदस्य है दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में। एक लड़का और एक लड़की प्राथमिक कक्षा में पढते हैं तथा अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और किराना का व्यापार करते हैं।
Page #27
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी पन्नालाल जैन सुपुत्र उत्तमचन्द जैन, कोटला (आगरा)
इस परिवार में आठ सदस्य हैं तीन पुरुप वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में। एक लड़का और तीन लड़को अविवाहित है तथा प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते
है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं। पुत्तूलाल जैन सुपुत्र गुरुदयाल जैन, कोटला (आगरा)
इस परिवार में कुल बारह सदस्य हैं, सात पुरुष वर्ग में तथा पाँच श्री वर्ग में। छ लड़के तथा नीन लड़कियाँ अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में
पढते हैं । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय करते
' है। मूल निवासी कोटला के है। बाबूराम जैन सुपुत्र लखमीचन्द जैन, कोटला (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुप वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य है।
परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और किराना का व्यापार करते है। बाबूराम जैन सुपुत्र हरीराम जैन, कोटला (आगरा)
इस परिवार में आठ सदस्य है, चार पुरुष वर्ग में तण चार स्त्री वर्ग में। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है और प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त कर रहे है । परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित है तथा कपड़े का व्यापार करते
है। मूल निवासी कोटला के ही है। भागचन्द जैन सुपुत्र सुखमाल जैन, कोटला (आगरा) . इस परिवार में स्वयं ये तथा इनकी धर्मपत्नी केवल दो ही सदस्य हैं। परिवार
प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और फ्लोर मिल के मालिक हैं। मूल निवासी
कोटला के है। मानिकचन्द जैन मुपुत्र सेतीलाल जैन, कोटला (आगरा)
इस परिवार में चार व्यक्ति हैं, दो पुरुप वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में । एक लड़का तथा एक लड़की शिशुअवस्था में हैं और प्राथमिक कक्षा में हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और मिठाई की दुकान करते हैं। मूल निवासी
कोटला के ही है। रघुवर दयाल जैन सुपुत्र कुन्नामल जैन, कोटला (आगरा)
इस परिवार में सात सदस्य हैं, तीन पुरुप वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षा में पढ़ रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और मिठाई की दुकान करते हैं।
मूल निवासी डोढ़सा के हैं। लखपतिराय जैन सुपुत्र उत्तमचन्द्र जैन, कोटला (आगरा)
इस परिवार में सात सदस्य हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा तीन श्री वर्ग में ।
Page #28
--------------------------------------------------------------------------
________________
SMARTH.1217
META
विश्ववंद्य, चारित्र चक्रवर्तीपरमश्रद्धेय आचार्य श्री शान्तिसागरजी महाराज
AFT
C
45
*ALES
TAK
NAKSE
मुनि श्री अजितसागरजी महाराज
Page #29
--------------------------------------------------------------------------
________________
....
HALAT
A
NE
-
:
SEAR
.
-
.
....
.
niSITE
8-namaste
..
-
--
परमपूज्य आचार्य श्री वीरसागरजी महाराज
'
म
E
rn.
InT: arrT-5 TEARS.... I TREATREATMETarwarmilai
-
-
-
Page #30
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
५७
दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और मिठाई की दुकान करते हैं। मूल निवासी कोटला के ही हैं।
गाँव-कोटकी (आगरा )
इस परिवार में कुल दस सदस्य हैं, छह पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षा में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी जारखी (आगरा) के है ।
छोटेलाल जैन सुपुत्र बनारसीदास जैन, कोटकी (आगरा )
नेमीचन्द जैन सुपुत्र खूबचन्द जैन, कोटकी (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा छह स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। एक लड़का तथा चार लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षा में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा सिलाई का कार्य करते है ।
राजबहादुर जैन सुपुत्र बैनीराम जैन, कोटकी (आगरा )
इस परिवार में बारह सदस्य हैं, आठ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । छह लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और कृषिकार्य करते हैं। मूल निवासी कोटकी के ही है।
राजेश्वरप्रसाद जैन सुपुत्र बैनीराम जैन, कोटकी (आगरा )
८
इस परिवार में आठ सदस्य है, चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षा में पढ़ रहे है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं ।
रोशनलाल जैन सुपुत्र नारायणदास जैन, कोटकी (आगरा )
इस परिवार में पाँच सदस्य हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में। एक लड़का तथा दो लड़की प्राथमिक कुक्षाओ में पढते हैं और अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं । मूल निवासी कुरगमा (आगरा) के हैं।
बुद्धसैन जैन सुपुत्र श्रीपाल जैन, कोटकी (आगरा)
इस परिवार में दो सदस्य पुरुष वर्ग में हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा दुकानदारी करते हैं।
श्यामलाल जैन सुपुत्र भगवानदास जैन, कोटकी (आगरा )
इस परिवार में सात सदस्य दो पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में हैं। एक
Page #31
--------------------------------------------------------------------------
________________
५८
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
लड़का तथा चार लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षा में पढ़ रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और कृषिकार्य करते हैं। गाँव - खरिकना (आगरा)
गोरेलाल जैन सुपुत्र झंडूलाल जैन, खरिकना (आगरा)
इस परिवार में कुल सत्रह सदस्य हैं दस पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में । चार लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय तथा कृषिकार्य करते हैं।
रामबाबू जैन सुपुत्र तेजसिंह जैन, खरिकना (आगरा)
इस परिवार में चौदह सदस्य है पाँच पुरुष वर्ग में तथा नौ श्री वर्ग में । तीन लड़के तथा छ लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते है ।
रेवतीराम जैन सुपुत्र नन्दकिशोर जैन, खरिकना (आगरा )
इस परिवार में ग्यारह सदस्य है आठ पुरुष वर्ग में और तीन स्त्री वर्ग में । पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय करते हैं। गाँव-खांडा (आगरा)
मन्शीलाल जैन सुपुत्र श्रीलाल जैन, खांडा (आगरा)
इस परिवार में तेरह सदस्य है, चार पुरुष वर्ग में तथा नौ स्त्री वर्ग में । एक लड़का तथा छ लड़की अविवाहित है और प्रारम्भिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख हाईस्कूल पास है तथा व्यापार व्यवसाय करते है ।
साहूलाल जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, खांडा (आगरा)
इस परिवार में बारह सदस्य हैं, आठ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और मिठाई की दुकान करते है। जैन सुपुत्र मक्खनलाल जैन, खांडा (आगरा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग मे तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और कपड़े की दुकान करते है ।
गाँव - खेरिया (भागरी)
सुन्शीलाल जैन सुपुत्र सेतीलाल जैन, खेरिआ (आगरा)
इस परिवार से सात सदस्य है पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग मे । तीन लड़के अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते है । परिवार प्रमुख कृषिकार्य करते हैं।
Page #32
--------------------------------------------------------------------------
________________
५९
श्री पनावतो पुरखाल जैन डायरेक्टरी
गाँव-खेरी (भागरा) पन्नालाल जैन सुपुत्र तोताराम जैन, खेरी (आगरा)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा तीन श्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते
हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं। पावीराम जैन सुपुत्र शिखरचन्द जैन, खेरी (आगरा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य है। तीन लड़के और दो लड़की अविवाहित हैं तथा प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय
पोतदार जैन सुपुत्र परशादीलाल जैन, खेरी (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते
है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय करते हैं। शान्तीस्वरूप जैन सुपुत्र कंचनलाल जैन, खेरी (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुप वर्ग में तथा दीन बी वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षा प्राप्त हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं।
गाँव-गढ़ी ऊसरा (आगरा) श्रीलाल जैन सुपुत्र मुन्शीलाल जैन, गढ़ी ऊसरा (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में क्या छ स्त्री वर्ग मे कुल दस सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय तथा कृषिकार्य करते हैं।
गाँव-गढ़ी कल्याण (आगरा) सुखदेवप्रसाद जैन सुपुत्र भोलानाथ जैन, गढ़ी कल्याण (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुष तथा दोस्रो वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्रारम्भिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख कृषिकार्य करते हैं।
गाँव-गढ़ी लाल (आगरा) छोटेलाल जैन सुपुत्र सालगराम जैन, गढ़ी लाल (आगरा)
इस परिवार में दस पुरुष वर्ग में तथा छत्री वर्ग में, कुल सोलह सदस्य हैं। सात लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं और प्रारम्भिक कक्षाओं में
Page #33
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार तथा कृषिकार्य
करते है। दरबारीलाल जैन सुपुत्र छत्रपाल जैन, गढी लाल (आगरा)
इस परिवार में पांच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है। पाँच लड़के और दो लड़की अविवाहित हैं तथा प्रारम्भिक कक्षाओं में पढ़ते है। परिवार प्रमुख कृषिकार्य करते है।
गाँव-गढ़ी श्रीराम (आगय) सुमेरचन्द जैन सुपुत्र जयपाल जैन, गढ़ी श्रीराम (आगरा) .
इस परिवार में तीन पुरुप वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित हैं और प्रारम्भिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी
खांडा के हैं। हुण्डीलाल जैन सुपुत्र हुब्बलाल जैन, गढी श्रीराम (आगरा)
इस परिवार में यह सज्जन तथा इनकी धर्मपत्नी दो सदस्य ही हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते है।
गाँव-गढ़ी हरी (आगरा) भागचन्द जैन सुपुत्र ज्योतिप्रसाद जैन, गढ़ी हरी (आगरा)
इस परिवार में सात पुरुष तथा छ स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। तीन लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख कृषिकार्य करते हैं।
गाँव-गढ़ी हंसराम (आगरा) मुन्नीलाल जैन सुपुत्र वंशीधर जैन, गढी हंसराम (आगरा) .
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित है और प्रारम्भिक कक्षाओं में पढ़ रहे हैं। परिवार
प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और दुकानदारी करते हैं। होतीलाल जैन सुपुत्र वंशीधर जैन, गढ़ी हंसराम (आगरा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। तीन लड़के प्रारम्भिक कक्षाओं में पढ़ते है, एक लड़का सतीशकुमार इण्टर में पढ़ रहा है यह सब अविवाहित है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और दुकानदारी करते हैं।
गाँव-गांगनी (आगरा) देवकुमार जैन सुपुत्र मुन्नीलाल जैन, गांगनी (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय करते हैं।
Page #34
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी नाथूराम जैन सुपुत्र गजाधरलाल जैन, गांगनी (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुप वर्ग में तथा तीन बी वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते
है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय करते हैं। नेमीचन्द जैन सुपुत्र गजाधरलाल जैन, गांगनी (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का और एक लड़की अविवाहित है तथा प्रारंभिक कक्षा में पढते
हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं। मुन्शीलाल जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, गांगनी (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते है।
गाँव-गोहिला (आगरा) गजाधरलाल जैन सुपुत्र झुन्नीलाल जैन, गोहिला (आगरा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्रारम्भिक कक्षाओं में पढते
है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय करते हैं। किशोरीलाल जैन सुपुत्र जीवनलाल जैन, गोहिला (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्रारम्भिक कक्षाओ में पढ़ते
हैं । परिवार प्रमुख एम० ए० तक शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। कुशलपाल जैन सुपुत्र जगनप्रसाद जैन, गोहिला (भागरा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। दो लड़कियों शिशु अवस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और
व्यापार व्यवसाय करते हैं। जीवनलाल जैन सुपुत्र श्रीपाल जैन, गोहिला (आगरा)
इस परिवार में छ पुरुप वर्ग में तथा पॉच स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य है। एक लड़का तथा चार लड़को अविवाहित हैं और प्रारम्भिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय
करते हैं। रामप्रसाद जैन सुपुत्र किशनलाल जैन, गोहिला (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दोस्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है और प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं।
Page #35
--------------------------------------------------------------------------
________________
७२
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
एक लड़का अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षा में पढता है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते है ।
सुरेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र फूलचन्द जैन, जारखी (आगरा )
इस परिवार मे दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग मे कुल छ सदस्य है। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षा में पढ़ रहे हैं। परिवार प्रमुख हिन्दी में शिक्षित है और कपड़े का व्यापार करते हैं । हरमुखलाल जैन सुपुत्र हुव्वलाल जैन, जारखी (आगरा )
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है । तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण हिन्दी में शिक्षित हैं और व्यापार करते हैं ।
goster जैन सुपुत्र मथुराप्रसाद जैन, जारखी (आगरा )
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल बारह सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और कपड़े का व्यापार करते हैं।
गाँव-जौधरी (आगरा)
इन्द्रसैन जैन सुपुत्र अशरफीलाल जैन, जौधरी (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं । तीन लड़के अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओ में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण हिन्दी का ज्ञान रखते हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं। कम्पलदास जैन सुपुत्र चुन्नीलाल जैन, जौधरी (आगरा )
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग मे कुल आठ सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं मे पढ़ते है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और मिठाई की दुकान करते हैं ।
केदारनाथ जैन सुपुत्र हुण्डीलाल जैन, जौधरी (आगरा)
इस परिवार में नौ पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल पन्द्रह सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और दुकानदारी करते हैं।
चुनीलाल जैन सुपुत्र मुरलीधर जैन, जौधरी (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग मे तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है । दो लड़की वाल्यावस्था में हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते है ।
Page #36
--------------------------------------------------------------------------
________________
पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
चुन्नीलाल जैन सुपुत्र उषमासिंह जैन, जौंधरी (आगरा)
जयन्तिप्रसाद जैन सुपुत्र सोनपाल जैन, जौंधरी (आगरा)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुछ पन्द्रह सदस्य हैं। तीन लड़के तथा चार लड़की प्राथमिक कक्षाओं में पढते हैं। एक लड़का आयु बीस साल एम. ए. तक शिक्षित है तथा यह सब अविवाहित है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और कृपिकार्य करते हैं।
जयन्तिप्रसाद जैन सुपुत्र प्रेमचन्द जैन, जौधरी (आगरा )
इस परिवार में यह सज्जन तथा इनकी धर्मपत्नी दो ही सदस्य है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार करते है ।
नारायणदास जैन सुपुत्र चिरंजीलाल जैन, जौधरी (आगरा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षा में पढ़ती है। परिवार प्रमुख हाई स्कूल पास है और कपड़े के व्यापारी हैं।
१०
नेमीचन्द जैन सुपुत्र वंशीधर जैन, जौधरी (आगरा)
७३
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय करते है ।
नेमीचन्द जैन सुपुत्र मथुरादास जैन, जौंधरी (आगरा )
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं।
फूलचन्द जैन सुपुत्र द्वारकाप्रसाद जैन, जौधरी (आगरा )
इस परिवार में ग्यारह पुरुष वर्ग में तथा छह स्त्री वर्ग में कुल सत्रह सदस्य हैं। सात लड़के तथा तीन लड़को अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और दुकानदारी करते है ।
मानिकचन्द जैन सुपुत्र चिरंजीलाल जैन, जौधरी (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़को अविवाहित हैं तथा प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और दुकानदारी करते है ।
इस परिवार मे एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग कुल तीन सदस्य हैं। - परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और परचून की दुकान करते हैं।
Page #37
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी वनारसीदास जैन सुपुत्र बल्देवप्रसाद जैन, जौधरी (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। __एक लड़का आयु सत्रह साल अविवाहित है और वी० एस० सी० में पढता
है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और कार्य करते हैं। विट्टोदेवी धर्मपत्नी अमृतलाल जैन, जौधरी (आगरा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में
पढ़ते हैं। विशुन कुमार जैन सुपुत्र मानिकचन्द जैन, जौधरी (आगरा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग मे नया पाँच श्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़को अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते
हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और कपड़े का व्यापार करते हैं। शान्तिलाल जैन सुपुत्र छदामीलाल जैन, जौधरी (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुप वर्ग में क्या तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्रारम्भिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और मिठाई की दुकान
करते है। श्रीनिवास जैन सुपुत्र सुखदेव प्रसाद जैन, जौधरी (आगरा)
इस परिवार मे पाँच पुरुप वर्ग में तथा छ खी वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य है। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और दुकानदारी
करते है। श्रीलाल जैन सुपुत्र वैजनाथ जैन, जौधरी (आगरा)
इस परिवार मे आठ पुरुप वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल चौदह सदस्य हैं। तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं।
गाँव-टीकरी (आगरा) धनीराम जैन सुपुत्र टीकाराम जैन, टोकरी (आगरा) .
इस परिवार में यह सज्जन स्वयं ही हैं और साधारण हिन्दी जानते हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं।
गाँवडूण्डला (आगरा) अमृतलाल जैन सुपुत्र पीताम्वरदास जैन, टूण्डला (आगरा)
इस परिवार मे आठ पुरुष वर्ग में वथा तेरह स्त्री वर्ग मे कुल इक्कीस सदस्य
Page #38
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी हैं। तीन लड़के तथा आठ लड़की प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे हैं और अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और घी का व्यवसाय करते
है। मूल निवासी आलमपुर के है। उल्फतराय जैन सुपुत्र लाहोरीलाल जैन, टूण्डला (आगरा)
__ इस परिवार में एक पुरुप वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं।
परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं । मूल निवासी एटा के हैं। कंचनलाल जैन सुपुत्र विहारीलाल जैन, टूण्डला (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग मे कुल सात सदस्य है। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ रहे है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं। मूल निवासी स्वरूप का
नगला के है। कपूरचन्द जैन सुपुत्र श्रीलाल जैन, टूण्डला (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढते हैं।
परिवार प्रमुख पान का व्यापार करते है । मूल निवासी वसुन्दरा के है। कलक्टरफुमार जैन सुपुत्र पौणीलाल जैन, टूण्डला (आगरा)
इस परिवार में यह सज्जन और इनकी माताजी ही है। खोमचे का कार्य
करते हैं । मूल निवासी नाहरपुर के हैं। कीर्तिकुमार जैन सुपुत्र देवेन्द्रकुमार जैन, दण्डला (आगरा)
इस परिवार में पांच पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख बी. कॉम तक शिक्षित हैं और रेलवे मे सर्विस करते
हैं । मूल निवासी जिरमसी (एटा) के है। कैलाशचन्द्र जैन सुपुत्र अशर्फीलाल जैन, दण्डला (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग मे कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का शिशु अवस्था में है। परिवार प्रमुख हाईस्कूल तथा विशारद तक शिक्षित हैं और अध्यापन का कार्य करते हैं। मूल निवासी सांखनी
कंचनलाल जैन सुपुत्र विहारीलाल जैन, टूण्डला (आगरा)
इस परिवार में यह सज्जन स्वयं ही है और काश्तकारी करते है। खजाञ्चीलाल जैन सुपुत्र श्यामलाल जैन, दण्डला (आगरा)
. इस परिवार में चार पुरुप वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं।
Page #39
--------------------------------------------------------------------------
________________
७६
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी परिवार प्रमुख सामान्य शिक्षित हैं और मिठाई का कार्य करते हैं। मूल
निवासी जहाजपुर के हैं। गोरखमल जैन सुपुत्र गुलजारीलाल जैन, दण्डला ( आगरा)
इस परिवार में छ पुरुप वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे हैं। एक लड़का आयु अट्ठारह वर्ष वी. कॉम में पढ़ रहा है। यह सब अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है तथा किराना का व्यापार करते है । मूल निवासी
पेडत के है। गौरीशंकर जैन सुपुत्र सुखनन्दनलाल जैन, दण्डला (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा तीन लड़को प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे है और अविवाहित है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और मिठाई की दुकान
करते है । मूल निवासी छितरई के है। चमनप्रकाश जैन सुपुत्र श्रीलाल जैन, दण्डला (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार बी वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और पान की दुकान करते हैं।
मूल निवासी वसून्दरा (एटा) के है। चिन्तामणी जैन सुपुत्र सुनहरीलाल जैन, दण्डला (आगरा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा आठ स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। तीन लड़के अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते है । परिवार प्रमुख सामान्य शिक्षित है और कपड़े के व्यवसायी हैं। मूल निवासी
मुहम्मदाबाद के है। चेतनस्वरूप जैन सुपुत्र सेतीलाल जैन, दण्डला (आगरा)
इस परिवार में यह सज्जन और इनकी माताजी ही हैं। परिवार प्रमुख
सामान्य शिक्षित है और पुस्तकों की दुकान करते हैं। मूल निवासी अवागढ़ चन्द्रसैन जैन सुपुत्र पातीराम जैन, दण्डला (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का वाल्यावस्था में है और तीन लड़कियों प्राथमिक कक्षाओं में पढती है तथा अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख सामान्य शिक्षित हैं और कपड़े
का व्यवसाय करते है। छक्कमल जैन सुपुत्र भागचन्द जैन, दण्डला (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार बी वर्ग मे कुल सात सदस्य हैं।
Page #40
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
७७
एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढते हैं। परिवार प्रमुख सामान्य शिक्षित हैं और किराने का व्यापार करते हैं । मूल निवासी जारखी के है ।
1
छोटेलाल जैन सुपुत्र अद्धामल जैन, टूण्डला (आगरा)
इस परिवार में पाँच सदस्य पुरुष वर्ग में हैं। चार लड़के प्रारम्भिक कक्षाओं में पढ़ रहे हैं और अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और गल्ले का व्यवसाय करते है । मूल निवासी जहाजपुर (आगरा ) के है ।
जयकुमार जैन सुपुत्र चिरंजीलाल जैन, टूण्डला (आगरा )
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और अविवाहित हैं । परिवार प्रमुख सामान्य शिक्षित हैं और पान की दुकान करते हैं। मूल निवासी कोरारा (मैनपुरी) के हैं ।
जयन्तिप्रसाद जैन सुपुत्र श्योप्रसाद जैन, टूण्डला (आगरा )
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग मे तथा छ स्त्री वर्ग में कुल चौदह सदस्य हैं । पाँच लड़के तथा ढो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और सीमेण्ट का व्यापार करते है ।
जितेन्द्रप्रसाद जैन सुपुत्र श्योप्रसाद जैन, टूण्डला (आगरा )
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य है । पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढते हैं। परिवार प्रमुख सामान्य शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं । जिनेन्द्रप्रसाद जैन सुपुत्र श्योप्रसाद जैन, टूण्डला (आगरा )
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग कुल सात सदस्य है । तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं तथा प्राथमिक कक्षाओं में पढते हैं। परिवार प्रमुख एम० एस० सी० तक शिक्षित हैं और कपड़े का व्यापार करते हैं ।
जुगमन्दिरदास जैन सुपुत्र बद्रीप्रसाद जैन, टूण्डला (आगरा )
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते है और अविवाहित है । परिवार प्रमुख मैट्रिक तक शिक्षित है तथा दवाखाना का काम करते है। मूल निवासी अहारन के है ।
दरबारीलाल जैन सुपुत्र जिनेश्वरदास, जैन टूण्डला (आगरा )
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग मे तथा दो स्त्री वर्ग मे कुल नौ सदस्य हैं। चार लड़के प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे हैं तथा अविवाहित हैं। परिवार
Page #41
--------------------------------------------------------------------------
________________
९०
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
नेमीचन्द जैन सुपुत्र काशीराम जैन, नगला शिकन्दर (आगरा )
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। तीन लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं और शिक्षा प्राप्त कर रहे है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते है । राजकुमार जैन सुपुत्र रामप्रसाद जैन, नगला शिकन्दर (आगरा)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा आठ स्त्री वर्ग में कुल पन्द्रह सदस्य हैं। चार लड़के तथा सात लड़की अविवाहित हैं तथा प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार करते हैं ।
लालाराम जैन सुपुत्र तोताराम जैन, नगला शिकन्दर (आगरा )
इस परिवार में यह सज्जन स्वयं ही है और दुकानदारी करते हैं । गाँव-नारखी (आगरा)
बद्रीप्रसाद जैन सुपुत्र मुन्नीलाल जैन, नारखी (आगरा)
मटरूमल
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं । तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और लेन देन का कार्य करते है। मूल निवासी राजमल के है ।
जैन सुपुत्र वद्रीप्रसाद जैन, नारखी (आगरा )
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और दुकानदारी करते है। मूल निवासी नारखी के ही है।
वंशीधर जैन सुपुत्र मुन्नीलाल जैन, नारखी (आगरा)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल चौदह सदस्य है। दो लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे है। परिवार प्रमुख साधारणं शिक्षित है और दुकानदारी करते हैं। मूल निवासी राजमल के है ।
सुखनन्दनलाल जैन सुपुत्र सेतीलाल जैन, नारखी (आगरा )
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। चार लड़के अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और दुकानदारी करते है। मूल निवासी नारखी ही है।
शाहकुमार जैन सुपुत्र करनसिंह जैन, नारखी (आगरा)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य है । तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक शिक्षा प्राप्त
Page #42
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी कर रहे है। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित हैं और पोस्ट मास्टर है।
मूल निवासी नारखी के ही हैं। अवनकुमार जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, नारखी (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य है।
परिवार प्रमुख दुकानदारी करते हैं। हुण्डीलाल जैन सुपुत्र सोनपाल जैन, नारखी (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य है। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और दुकानदारी करते हैं।
गाँव-पचमान (मागरा ( आलमचन्द जैन सुपुत्र सेतीलाल जैन, पचमान (आगरा) ।
इस परिवार में यह दो भ्राता है, साधारण शिक्षित हैं और व्यापार
करते हैं। रतनलाल जैन सुपुत्र भवानीशंकर जैन, पचमान (आगरा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल वारह सदस्य हैं। दो लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय
गाँव-पचोखरा (आगरा) उल्फतराय जैन सुपुत्र खूबचन्द जैन, पचोखरा (आगरा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल बारह सदस्य हैं। दो लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार करते हैं। मूल
निवासी पचोखरा के ही है। मुन्नीलाल जैन सुपुत्र सुखलाल जैन, पचोखरा (आगरा)
इस परिवार में ग्यारह पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल अठ्ठारह सदस्य हैं। सात लड़के तथा तीन लड़को अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में
पढ रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार करते हैं। राजबहादुर जैन सुपुत्र श्रीनिवास जैन, पचोखरा (आगरा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख वैद्यक कार्य करते हैं।
Page #43
--------------------------------------------------------------------------
________________
.
१०५
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी देवेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र अशरफीलाल जैन, नईबस्ती फिरोजाबाद (आगरा)
___ इस परिवार में यह सन्नन तथा इनकी माता जी है। आप साधारण शिक्षित
है और खोमचा लगाते हैं। मूल निवासी कोरारा के हैं। देवेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र युद्धसैन जैन, जैन कटरा फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और किराने का व्यापार करते हैं। मूल निवासी
फरिहा (मैनपुरी) के है। . धनपतलाल जैन सुपुत्र वोहरेलाल जैन, नईवस्ती फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में यह सम्बन और इनकी श्रीमती जी ही है। परिवार प्रमुख
विशारद तक सिमित हैं और सर्विस करते हैं । मूल निवासी रीवा के हैं। धनवन्तसिंह जैन सुपुत्र रमनलाल जैन, घेर कोकल फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुप वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं।
परिवार प्रमुख सर्विस करते हैं। मूल निवासी सरायजैराम के हैं। धनीराम जैन सुपुत्र गुलजारीलाल जैन, चौकी गेट फिरोजाबाद (आगरा),
इस परिवार में चार पुरुप वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य है। दो लड़के वथा पाँच लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार
व्यवसाय करते हैं। धर्मचन्द जैन सुपुत्र चिरंजीलाल जैन, देवनगर फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुप वर्ग में तथा दो श्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का , तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओ में पढ़ रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय करते
हैं । मूल निवासी एत्मादपुर के हैं। धर्मचन्द जैन सुपुत्र बड़ेलाल जैन, नईबस्ती फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुप वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढते हैं। परिवार प्रमुख एम० ए० एल० टी० तक शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं।
भूल निवासी पचवान के हैं। नत्थीलाल जैन सुपुत्र वनारसीदास जैन, नईवस्ती फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो बी वर्ग मे कुल चार सदस्य है। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं। मूल निवासी दिनहुली के हैं।
Page #44
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन आयरेक्टरी नत्थीलाल जैन सुपुत्र वैजनाथ जैन, देवनगर फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार
व्यवसाय करते हैं। मूल निसासी खांडा (आगरा) के है। नन्नूमल जैन सुपुत्र किरोड़ीलाल जैन, नईवस्ती फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय
करते हैं । मूल निवासी राजाकावाल के हैं। नरेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र रामप्रसाद जैन, नईबस्ती फिरोजावाद (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं मे पढ रहे है। परिवार प्रमुख एम० ए० एल० टी० तक शिक्षित है और सर्विस
करते है । मूल निवासी जटौवा (आगरा) के है। निर्मलकुमार जैन सुपुत्र रामस्वरूप जैन, गांधीनगर फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़के तथा एक लड़की वाल्यावस्था में है । परिवार प्रमुख साधारण
शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं मूल निवासी खेरी के है। नेमीचन्द जैन सुपुत्र परमेश्वरीदयाल जैन, लोहियान फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय
करते हैं। मूल निवासी राजपुर के है। नेमीचन्द जैन सुपुत्र कालिदास जैन, बड़ी छपैटी फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और कपड़े का व्यवसाय करते
हैं। मूल निवासी आलमपुर के है। नेमीचन्द जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, चन्द्रप्रमु मुहल्ला फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में नौ पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल बारह सदस्य हैं। सात लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और मूल निवासी रीवॉ के है।
Page #45
--------------------------------------------------------------------------
________________
११०
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी नेमीचन्द जैन सुपुत्र वैजनाथ जैन, देवनगर फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते
हैं। मूल निवासी जारखी (आगरा) के हैं। नेमीचन्द जैन सुपुत्र हुण्डीलाल जैन, चन्द्रप्रभु मुहल्ला फिरोजावाद (आगरा)
इस परिवार में तीन सदस्य पुरुष वर्ग में हैं। दो लड़के अविवाहित हैं
और शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और
सर्विस करते हैं । मूल निवासी तखावन के हैं। नेमीचन्द जैन सुपुत्र रोशनलाल जैन,'गंज फिरोजावाद (आगरा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित हैं तथा शिक्षा प्राप्त कर रही है। परिवार प्रमुख
साधारण शिक्षित हैं । मूल निवासी टाटगढ़ के है। नेमीचन्द जैन सुपुत्र भोगीलाल जैन, गांधीनगर फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। तीन लड़के अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते है। मूल निवासी खैरगढ़
(मैनपुरी) के है। नेमीचन्द जैन सुपुत्र वादशाहमल जैन, जलेसर रोड फिरोजावाद (आगरा)
इस परिवार में यह सज्जन और इनकी श्रीमती जी है। परिवार प्रमुख
साधारण शिक्षित हैं और व्यापार करते हैं । मूल निवासी नाहरपुर के हैं। नेमीचन्द जैन सुपुत्र धूरीलाल जैन, जलेसर रोड फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है और शिक्षा प्राप्त कर रहा है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा व्यापार व्यवसाय करते है । मूल निवासी राजमल
के हैं। नैनपाल जैन सुपुत्र वंशीधर जैन, जैन कटरा फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। पाँच लड़के अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में पढ़ रहे है। परिवार
प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते है। पवमल जैन सुपुत्र रामस्वरूपदास जैन, देवनगर फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग मे तथा चार स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओ में पढ़
Page #46
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
१११ रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। मूल
निवासी जौंधरी के है। पन्नालाल जैन 'सरल' सुपुत्र वाबूलाल जैन, गांधीनगर फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार मे तीन पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख विशारद तक शिक्षित हैं और व्यापार
व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी गढी हंसराम के हैं। प्यारेलाल जैन सुपुत्र छेदालाल जैन, नईवस्ती फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में तीन सदस्य पुरुष वर्ग में है। परिवार प्रमुख साधारण
शिक्षित है और सर्विस करते हैं। मूल निवासी कुशवा के है। प्यारेलाल जैन सुपुत्र सेवतीलाल जैन, बड़ा मुहल्ला फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षा में पढ़ रहे
हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। पारसदास जैन सुपुत्र हुण्डीलाल जैन, जैन कटरा फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक बी वर्ग में कुल तीन सदस्य है। एक साला अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार
व्यवसाय करते हैं। पुत्तूलाल जैन सुपुत्र ज्योतिप्रसाद जैन, नईबस्ती फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में पॉच पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय करते
है। मूल निवासी कौरारा के है। पुष्पेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र फूलचन्द जैन, जैन कटरा फिरोजावाद' (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा पॉच बी वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और कपड़े के व्यवसायी है।
मूल निवासी जारखी के हैं। प्रकाशचन्द जैन सुपुत्र हरप्रसाद जैन, नईबस्ती फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुप वर्ग में वथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी भदान के हैं।
Page #47
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी प्रकाशचन्द्र जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, घेर खोखल फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा पाँच खी वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय
करते हैं । मूल निवासी अहारन (आगरा) के हैं। प्रकाशचन्द्र जैन सुपुत्र खजाचीलाल जैन, बड़ा मुहल्ला फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में एक पुरुप वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और
व्यापार करते है। मूल निवासी रुदऊ के है। प्रेमचन्द जैन सुपुत्र होतीलाल जैन, नईबस्ती फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुप वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार करते हैं।
मूल निवासी बाबरपुर के है। प्रेमचन्द जैन सुपुत्र शाहकुमार जैन, मुहल्ला चन्द्रप्रमु फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और सर्विस करते
है। मूल निवासी जारखी (आगरा) के हैं। प्रेमचन्द जैन सुपुत्र श्रीलाल जैन, जैन कटरा फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं।
तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ ' रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार करते है । मूल
निवासी घाटमपुर के है। पंचमलाल जैन सुपुत्र भोलानाथ जैन, गांधीनगर फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक श्री वर्ग में कुल तीन सदस्य है। एक लड़का अविवाहित है और शिक्षा प्राप्त कर रहा है। परिवार प्रमुख
साधारण शिक्षित है और व्यापार करते हैं। मूल निवासी पमारी के हैं। फूलचन्द जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, जैन कटरा फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। चार लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और चूड़ियों की दुकान करते हैं । मूल निवासी फिरोजाबाद के ही हैं।
Page #48
--------------------------------------------------------------------------
________________
फूलचन्द
- श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
जैन सुपुत्र जमुनादास जैन, नईवस्ती फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार मे पाँच पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं । मूल निवासी जिनावली (एटा) के हैं।
११२
फूलचन्द जैन सुपुत्र द्वारकाप्रसाद जैन, मुहल्ला दुली फिरोजाबाद (आगरा )
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं । दो लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं । बनारसीदास जैन सुपुत्र मेवाराम जैन, गंज फिरोजाबाद (आगरा )
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं । एक लड़का तथा एक लड़की शिशु अवस्था में हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं ।
वनारसीदास जैन सुपुत्र अयोध्याप्रसाद जैन, गंज फिरोजाबाद (आगरा )
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं । एक लड़का अविवाहित है और प्राथमिक कक्षा में पढ रहा है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है। मूल निवारी इसौली (एटा) के हैं। बनारसीदास जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, जैन कटरा फिरोजाबाद (आगरा )
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे हैं। परिवार प्रमुख स्वयं एच० एम० डी० तक शिक्षित हैं और डाक्टरी करते है। मूल निवासी बल्टीगढ़ (मैनपुरी) के हैं ।
बनारसीदास जैन सुपुत्र वोहरेलाल जैन, जैन कटरा फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा पाँच बी वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के प्राथमिक कक्षा में पढ़ रहे हैं और अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं । मूल निवासी रेंमजा (आगरा) के हैं ।
बनवारीलाल जैन सुपुत्र रेवतीलाल जैन, देवनगर फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं । मूल निवासी रिजावली के हैं।
१५
Page #49
--------------------------------------------------------------------------
________________
११४
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी वलभद्रप्रसाद जैन सुपुत्र भगवानदास जैन, बड़ा मुहल्ला फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में वथा चार खो वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार करते हैं। मूल निवासी
खदऊ (मैनपुरी) के हैं। वहोरीलाल जैन सुपुत्र अजुध्याप्रसाद जैन, चौक गेट फिरोजावाद (आगरा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग तथा तीन खी वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे
हैं। परिवार प्रमुख हाई स्कूल तक शिक्षित हैं। बाबूराम जैन सुपुत्र गुलजारीलाल जैन, घेर कोकल फिरोजावाद (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्रीवर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़की शिशु अवस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और
व्यापार व्यवसाय करते हैं। वावूराम जैन सुपुत्र भगवानदास जैन, मुहल्ला दुली फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुप वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार करते हैं।
मूल निवासी राजाकाताल के हैं। वादूराम जैन सुपुत्र दुर्गादास जैन, गली लोहियान फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओ मे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं। मूल निवासी
फरिहा (मैनपुरी) के हैं। वाबूराम जैन सुपुत्र श्रीपाल जैन, वड़ा मुहल्ला फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में छ पुरुप वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पट
रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं। वालमुकुन्द जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, जैन कटरा फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन खी वर्ग में कुल पाँच सदस्य है। एक लड़का तथा एक लड़की शिशु अवस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी नूरमहल का
सराय (आगरा) के हैं। बुद्धसैन सुपुत्र जयन्तीप्रसाद जैन, घेर कोकल फिरोजाबाद (आगरा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में क्या चार खी वर्ग में कुल सात सदस्य
Page #50
--------------------------------------------------------------------------
________________
१२८
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
वतासोदेवी जैन धर्मपत्नी मौजीराम जैन, बड़ा मुहल्ला फिरोजाबाद (आगरा) इस परिवार में यह महिला और इनकी विधवा पुत्री है। दोनों सिलाई का कार्य करती है ।
वासुदेवप्रसाद जैन सुपुत्र उल्फतराय जैन, नईबस्ती फिरोजाबाद (आगरा )
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्रारम्भिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षा प्राप्त हैं और दुकानदारी करते है । मूल निवासी जौधरी के हैं ।
विजयकुमार जैन सुपुत्र गुरुदयाल जैन, गली लोहियान फिरोजाबाद (आगरा )
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार बी वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के जिनमें से एक ग्रेजुएट है और एक लड़को अविवाहित है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं। मूल निवासी शिकावतपुर के है । विजयकुमार जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, नईबस्ती फिरोजाबाद (आगरा )
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी मोडेला के है।
विजयकुमार जैन सुपुत्र हरमुखराय जैन, हनुमानगंज फिरोजाबाद (आगरा )
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य | दो लड़के अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी शिकोहाबाद के हैं ।
विजयभान जैन सुपुत्र छोटेलाल जैन, जलेसर रोड़ फिरोजाबाद (आगरा )
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार करते है । मूल निवासी सिरसागंज के है ।
विजयभान जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, बड़ा मुहल्ला फिरोजाबाद (आगरा )
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग मे कुल सात सदस्य हैं। चार लड़के तथा एक लड़की विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। और अविवाहित है । परिवार प्रमुख व्यापार व्यवसाय करते है।
I
विदनवाबू जैन सुपुत्र सेठलाल जैन, नईबस्ती फिरोजाबाद (आगरा )
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में' तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओ में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी भरथरा ( एटा) के हैं ।
Page #51
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुखाल जन डायरेक्टरी रतनलाल जैन सुपुत्र पीताम्बरदास जैन, मोमदी (आगरा) .
इस परिवार में यह सज्जन स्वयं ही है और व्यापार व्यवसाय करते है। राजनलाल जैन सुपुत्र श्रीलाल जैन, मोमदी (आगरा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। तीन लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय
करते है। लखपतराय जैन सुपुत्र जयकुमार जैन, मोमदी (आगरा).
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है और शिक्षा प्राप्त कर रही है। परिवार
प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं। सेतीलाल जैन सुपुत्र मगनबिहारीलाल जैन, मोमदी (आगरा).
इस परिवार में यह सज्जन और इनकी धर्मपत्नी है। परिवार प्रमुख कृषिकाय
करते हैं। हुण्डीलाल जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, मोमदी (आगरा)
- इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा आठ सी वर्ग में कुल दस सदस्य
हैं। छ लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रही है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय
___ गाँव-राजपुर (आगरा.) प्रेमचन्द पाण्डेय जैन सुपुत्र मुन्नीलाल जैन, राजपुर (आगरा)
' इस परिवार में यह सजन स्वयं ही है। और साधारण शिक्षित है । किराना
का व्यापार करते है। मूल निवासी राजपुर के ही हैं। साहूकार जैन सुपुत्र सरनामसिंह जन, राजपुर (आगरा).
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। चार लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्रारम्भिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और गल्ले
का व्यापार करते हैं । मूल निवासी राजपुर के ही हैं। सूरजभान जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, राजपुर (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। .एक लड़का अविवाहित है। परिवार प्रमुख कृषिकार्य करते हैं। मूल निवासी राजपुर के ही हैं।
Page #52
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन बायरेक्टरी
' . . . .. गाँव राजाकाताल (आगरा) गुरुदयाल जैन सुपुत्र श्री कस्तूरीलाल जैन, राजाकाताल (आगरा)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल चौदह सदस्य
है। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में - शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षा प्राप्त हैं और व्यापार
. व्यवसाय करते हैं। देवकुमार जैन सुपुत्र सराफीलाल जैन, राजाकाताल (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो खी वर्ग में कुल चार सदस्य है।
___एक लड़का अविवाहित है और प्राथमिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहा है। र परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं। पातीराम,जैन सुपुत्र ज्योतिप्रसाद जैन, राजाकाताल (आगरा)
इस परिवार में छ पुरुप वर्ग में तथा पाँच बी वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य है। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस
.
" • करते है।
बद्रीप्रसाद जैन सुपुत्र हुण्डीलाल जैन, राजाकाताल (आगरा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में · शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार
व्यवसाय करते है। , बनवारीलाल जैन सुपुत्र लालाराम जैन, राजाकाताल (आगरा) .
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य
हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है और विभिन्न कक्षाओं में .. . शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार
व्यवसाय करते है। बुद्धसैन जैन सुपुत्र बंगालीलाल जैन, राजाकाताल (आगरा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य
है। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न- कक्षाओं में .. शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख जैन शास्त्री है और कपड़े का व्यव. साय करते हैं। सुशीलाल जैन सुपुत्र सुखदेवदास जैन, रानाकावाल (आगरा) ,
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा पॉच स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य
Page #53
--------------------------------------------------------------------------
________________
Å૪૮
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
है । तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है और विभिन्न कक्षाओं मे शिक्षा प्राप्त कर रहे है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और गल्ले का व्यापार करते है ।
रतनलाल जैन सुपुत्र तिवारीलाल जैन, राजाकाताल (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग मे तथा छ स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं। और कपड़े का व्यव - साय करते है ।
विजयनन्दन जैन सुपुत्र अमृतलाल जैन, राजाकाताल (आगरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में है । तीन लड़के अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और करते हैं।
विजयकुमार जैन सुपुत्र नन्नूमल जैन, राजाकाताल (आगरा )
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है और प्राथमिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहा है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और सिलाई का कार्य करते हैं।
साहूलाल जैन सुपुत्र गुलजारीलाल जैन, राजाकाताल (आगरा )
कुल पाँच सदस्य शिक्षा प्राप्त कर व्यापार व्यवसाय
इस परिवार में बारह पुरुष वर्ग में तथा पन्द्रह स्त्री वर्ग में कुल सत्ताईस सदस्य हैं। सात लड़के तथा नौ लड़की अविवाहित है और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है। और व्यापार व्यवसाय करते है ।
श्रीनिवास जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, राजाकावाल (आगरा )
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रही है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय करते है ।
श्रीलाल जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, राजाकाताल (आगरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं । एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है और विभिन्न कक्षाओं शिक्षा प्राप्त कर रहे है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार करते हैं
Page #54
--------------------------------------------------------------------------
________________
१६४
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी बालचन्द जैन सुपुत्र रघुवरदयाल जैन, अवागढ़ (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं।
दो लड़के अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं इन्टर पास है और केमिस्ट
___ एण्ड ड्रगिस्ट हैं। मूल निवासी चावली के हैं। बाबूराम जैन सुपुत्र श्रीलाल जैन, अवागढ़ (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो श्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार
है। मूल निवासी जारखी के हैं। बाबूराम जैन सुपुत्र रूपराम जैन, अवागढ (एटा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार
साहूकारी, कपड़ा और मकान माड़ा है । मूल निवासी थरौआ के है। बाबूराम जैन सुपुत्र सन्तलाल जैन, अवागढ़ (एटा)
- इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकानदारी है। बुद्धसेन जैन सुपुत्र छोटेलाल जैन, अवागढ़ (एटा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
हलवाईगिरी का है। बैजनाथ जैन सुपुत्र उमरावलाल जैन, अवागढ़ (एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। मूल
निवासी सराना के हैं। बंगालीमल जैन सुपुत्र मुन्नीलाल जैन, अवागढ़ (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो खी वर्ग में कुल चार सदस्य हैं।
एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा घी का व्यापार है। महेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र रघुवरदयाल जैन, अवागढ (एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक श्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं।
___ शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकानदारी है। महेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, अवागढ़ (एटा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चार श्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। पॉच लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी इंग्लिश है और पेशा कपड़े का व्यापार है । मूल निवासी कोटकी (आगरा) के हैं।
Page #55
--------------------------------------------------------------------------
________________
१२२
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी राजकुमार जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, मुहल्ला पुलिया एटा (एटा)
इस परिवार में छ पुरुप वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल वारह सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित है। दो लड़के इण्टर, एक हाईस्कूल,
पुत्र वधू मिडिल है । शिक्षा हिन्दी और पेशा सीमेण्ट एजेन्सी का है। राजकुमार जैन पटवारी सुपुत्र भूधरमल जैन, सुन्दरलाल स्ट्रीट एटा (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुप वर्ग में तथा आठ स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। तोन लड़के तथा चार लड़को अविवाहित है। शिक्षा छठवीं से लेकर इण्टर तक है । परिवार प्रमुख स्वयं चार कक्षा पास है और पेशे से पटवारी
रहे हैं । अब अवकाश प्राप्त हैं। राजकुमार जैन सुपुत्र शिखरचन्द जैन, मैनगंज एटा (एटा)
इस परिवार मे छ पुरुष वर्ग में तथा तीन खी वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार
लोहे का है। राजपाल जैन सुपुत्र वनवारीलाल जैन, कैलाशगंज एटा (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार बी वर्ग में कुल नौ सदस्य है। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और
व्यापार किराने का है। राजवीर जैन सुपुत्र बनवारीलाल जैन, कैलाशगंन एटा (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पांच सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
किराया है। राजवहादुर जैन सुपुत्र रघुवरदयाल जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में पन्द्रह पुरुप वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग मे कुल बाईस सदस्य है। नौ लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है। चार लड़के इण्टर, दो हाईस्कूल तथा अन्य विभिन्न कक्षाओ में पढ़ रहे है। परिवार प्रमुख हिन्दी पढ़े
है और सर्विस में हैं। राजेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र जानकीप्रसाद जैन, मैनगंज एटा (एटा) ..
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। दो लड़के तथा चार लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और व्यापार
किराने का है। राजेन्द्रप्रसाद जैन सुपुत्र जियालाल जैन, श्रावक मुहल्ला एटा (एटा)
इस परिवार मे वारह पुरुष वर्ग मे तथा पॉच स्त्री वर्ग में कुल सतरह सदस्य हैं। नौ लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। एक एम० काम०, एक इण्टर
Page #56
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
૮૨
और दो दसवीं में हैं। परिवार प्रमुख की शिक्षा आठवें तक की है और पेशा व्यापार का है ।
रानीदेवी जैन धर्मपत्नी नेमीचन्द जैन, पुराना बाजार एटा (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार बिसातखाने का है। रामचन्द जैन सुपुत्र जयकुमार जैन, मैनगंज एटा (एटा )
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और व्यापार साइकिल मरम्मत का है।
रामप्रसाद जैन सुपुत्र खूवचन्द जैन, मुहल्ला सरावगियान एटा (एटा)
इस परिवार मे दो पुरुष वर्ग मे तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार कपड़े का है।
रामस्वरूप जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, कैलाशगंज एटा (एटा)
इस परिवार में नौ पुरुष वर्ग में तथा इस स्त्री वर्ग में कुल उन्नीस सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा छ लड़को अविवाहित है । एक लड़का एम० ए० एल-एल० वो० वकील है और एक रेलवे कन्ट्राक्टर | परिवार प्रमुख हिन्दी जानते हैं और ठेकेदारी का व्यापार करते हैं।
रामस्वरूप जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, मुहल्ला कटरा एटा (एटा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य है । चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
रामस्वरूप जैन सुपुत्र फूलचन्द जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और बेकार हैं।
रामस्वरूप जैन सुपुत्र गोपीचन्द जैन, वेरुनगंज एटा (एटा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं । शिक्षा हिन्दी और पेशा किराने का व्यापार है।
रामस्वरूप जैन सुपुत्र श्रीलाल जैन, मैनगंज एटा (एटा )
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा आठ वी वर्ग में कुल वारह सदस्य है । एक लड़का तथा पाँच लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार किराने तथा बजाजी का है। मूल निवासी जौधरी के हैं।
लक्ष्मीनारायण जैन सुपुत्र सूरजभान जैन, मैनगंज एटा ( एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं।
Page #57
--------------------------------------------------------------------------
________________
૪
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और व्यापार मनिहारी का है ।
लक्ष्मीनारायण जैन सुपुत्र हुव्वलाल जैन, पुराना बाजार एटा (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य | एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं। एक लड़का इन्टर है और वर्णी विद्यालय में टीचर है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी इंग्लिश पढ़े हैं और अव डाक विभाग से पेशन पाते है।
लालाराम जैन सुपुत्र गंगाराम जैन, कटरा महल्ला एटा ( एटा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है । दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और व्यापार जनरल मर्चेंट विसातखाने के हैं । मूल निवासी वजेहरा के है । लोकमनदास जैन सुपुत्र गुलजारीलाल जैन, पुलिया एटा (एटा)
इस परिवार में केवल एक ही सदस्य है । विधुर है। शिक्षा हिन्दी और व्यापार दूध दही का है । मूल निवासी मुहम्मदाबाद (आगरा ) के हैं। विटोलाबाई जैन धर्मपत्नी सेतीलाल जैन, पुलिया एटा ( एटा)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और व्यापार परचून तथा हलवाई का है । मूल निवासी पेढत जाखई के हैं।
वीरेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र अमृतलाल जैन, नई वस्ती एटा (एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । वीरेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र रघुनाथदास जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग मे तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की, अविवाहित है और शिक्षा चार कक्षा से लेकर दसवीं तक है। परिवार प्रमुख स्वयं वारहवी कक्षा तक शिक्षित हैं और सर्विस करते है । मूल निवासी सकरौली के है ।
वीरेन्द्रसिंह जैन सुपुत्र हुंडीलाल जैन, सुन्दरलाल स्ट्रीट एटा (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं हाईस्कूल पास हैं । और सर्विस करते हैं । मूल निवासी बड़ागाँव के हैं।
सनतकुमार जैन सुपुत्र मुन्नीलाल जैन, सुन्दरलाल स्ट्रीट एटा ( एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग मे कुल पाँच सदस्य हैं । एक लड़का अविवाहित है । एक लड़का इंजीनियर है। जामाता एफ० ए० आनर्स । परिवार प्रमुख स्वयं मैटिक पास हैं और कलैक्टरी से रिटायर हैं ।
Page #58
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
साहूलाल जैन सुपुत्र बुद्धसेन जैन, पुराना बाजार एटा (एटा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं । चार लड़के अविवाहित हैं । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
साहूलाल जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, वांसमंडी एटा (एटा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा पाँचवी कक्षा तक है। और व्यापार गल्ले की आढ़त है।
साहूलाल जैन सुपुत्र चम्पाराम जैन, मुहल्ला बलदेवसहाय एटा (एटा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं चार लड़के अविवाहित हैं। एक लड़का दसवीं कक्षा पास है । शिक्षा हिन्दी और पेशा सर्विस है ।
सुनहरीलाल जैन सुपुत्र दुर्गादास जैन, कैलाशगंज एटा (एटा )
१८५
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । मूल निवासी मरथरा ( एटा) के हैं।
सुनहरीलाल जैन सुपुत्र मुन्नीलाल जैन, शिवगंज एटा ( एटा )
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
सुखपाल जैन सुपुत्र भगवानदास जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य है। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा नीम की सर्विस है ।
सुखपाल जैन सुपुत्र भगवानदास जैन, वरुनगंज गली चिरौंजीलाल एटा (एटा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं । दो लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेगा सर्विस तथा व्यापार है । सुखदेवप्रसाद जैन सुपुत्र अमीरचन्द जैन, पटसाली दरवाजा मैनगंज एटा (एटा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है । एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और कपड़े का व्यापार है ।
सुखदेवप्रसाद जैन सुपुत्र ज्योतिप्रसाद जैन, मैनगंज एटा (एटा)
इस परिवार में ग्यारह पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल चौदह सदस्य हैं । छ लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा बी० ए० एल एल बी०
२४
Page #59
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी और इन्दर तक की है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और किराने का
व्यापार है। सुखदेवप्रसाद जैन सुपुत्र शान्तलाल जैन, पुराना बाजार एटा (एटा)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा तेरह स्त्री वर्ग में कुल वीस सदस्य हैं । चार लड़के तथा नौ लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। सुमतचन्द जैन सुपुत्र हरमुखराय जैन, मैनगंज एटा (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। एक लड़का तथा छ लड़की अविवाहित है । परिवार प्रमुख स्वयं दसवीं तक
शिक्षित हैं और किराने का व्यापार करते हैं। सुमतिप्रकाश जैन सुपुत्र राजकुमार जैन, मुहल्ला कौरारा बुजुर्ग एटा (एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं इन्टर हैं और पेशा
सर्विस है। सुरेशचन्द्र जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, मैनगंज एटा (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं इन्टर तक
शिक्षित हैं और गिलट का व्यापार करते हैं। सुरेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र सोहनलाल जैन, श्रावक मुहल्ला एटा (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है। परिवार प्रमुख नौ कक्षा तक पढ़े है और एक
सावुन फैक्टरी के संचालक है। सुल्तानसिंह जैन सुपुत्र भूधरदास जैन, सुन्दरलाल स्ट्रीट एटा (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा पॉच स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा वैद्यकी
का है । मूल निवासी वेरनी के हैं। सुशीलकुमार जैन सुपुत्र रघुवरदयाल जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य है।
दो लड़के अविवाहित हैं । शिक्षा हिन्दी और व्यापार ड्राइक्लीनर्स का है। सूरजभान जैन सुपुत्र रामस्वरूप जैन, मैनगंज एटा (एटा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री घर्ग में कुल छ सदस्य है। दो लड़के तथा दो लड़को अविवाहित है। एक लड़का इन्टर पास है । परिचार प्रमुख स्वयं आठवी कक्षा पास है और सर्विस में हैं।
Page #60
--------------------------------------------------------------------------
________________
१८७
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी सेठपाल जैन सुपुत्र बुद्धसेन जैन, पुराना बाजार एटा (एटा)
इस परिवार में स्वयं आप ही हैं। आप अविवाहित भी हैं। शिक्षा
हिन्दी में है। - सेतीलाल जैन सुपुत्र श्रीपाल जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में पॉच पुरुष वर्ग में तथा तीन खी वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
मकान भाड़ा है। सोनपाल जैन सुपुत्र कोकाराम जैन, मुहल्ला श्रावकान एटा (एटा).
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्गमें कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। सोनपाल जैन सुपुत्र गोपीलाल जैन, मैनगंज एटा (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में वथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। सोनपाल जैन सुपुत्र हीरालाल जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में दो सदस्य पुरुष वर्ग में हैं। एक विधुर और एक अविवाहित
है। शिक्षा हिन्दी और पेशा नौकरी तथा व्यापार है। सोनपाल जैन सुपुत्र चम्पाराम जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में छपुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। सोनादेवी जैन धर्मपत्नी राजाराम जैन, श्रावक मुहल्ला एटा (एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है । एक लड़का दसवीं और लड़की
आठवीं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। सम्पतिलाल जैन सुपुत्र मथुरादास जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुप वर्ग में तथा पॉच स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़को अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा किराने
शम्भूदयाल जैन सुपुत्र उमरावसिंह जैन, पुलियागरवी एटा (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी है।
Page #61
--------------------------------------------------------------------------
________________
१८८
श्री पद्मावती पुरखाल जैन डायरेक्टरी श्योप्रसाद जैन सुपुत्र गुलजारीलाल जैन, मिनाना मुहल्ला एटा (एटा)
इस परिवार में आठ पुरुप वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य है। छ लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार विसातखाने
का है। शान्तिस्वरूप जैन सुपुत्र गोविन्दराम जैन, मैनगंज एटा (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। चार लड़के अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल पास हैं और
सब्जी की आढ़त का व्यापार है। शान्तिस्वरूप जैन सुपुत्र बाबूलाल जैन, मैनगंज एटा (एटा)
इस परिवार में छ पुरुप वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार
कपड़े का है। शाहकुमार सुपुत्र सोनपाल जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी और पेशा परचून का व्यापार है। श्रीचन्द जैन सुपुत्र मानिकचन्द जैन, मैनगंज एटा (एटा)
इस परिवार में दो पुरुप वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा कपड़े का
व्यापार है। श्रीलाल जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, मैनगंज एटा (एटा)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल बारह सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
अत्तारखाने का है। श्रीकृष्ण जैन सुपुत्र जिनवरदास जैन, पुरानीवस्ती एटा (एटा) .
इस परिवार में दो पुरुप वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य है। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा
सर्विस है। श्रीनिवास जैन सुपुत्र मोहनलाल जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में चार पुरुप वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा चाट
कचौड़ी। श्रीनिवास जैन सुपुत्र मोहनलाल जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो श्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
Page #62
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
हरचरन जैन सुपुत्र कुलमंडन जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में आप स्वयं ही हैं। अविवाहित और इण्टर पास हैं और सर्विस करते हैं।
हजारीलाल जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, मैनगंज एटा ( एटा )
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य है । एक लड़का अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और व्यापार किराने का है । हजारीलाल जैन सुपुत्र भूरेलाल जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और आढ़त का व्यापार है।
हरमुखराय जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चौदह स्त्री वर्ग में कुल बीस सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दस लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार दवाइयों का है।
हरीकेनप्रसाद जैन सुपुत्र कुंजीलाल जैन, एटा ( एटा)
१८६
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है । तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार नेशनल वाच कम्पनी का है।
हरिमुखराज जैन सुपुत्र छोटेलाल जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार तथा सर्विस है ।
हीरालाल जैन सुपुत्र श्रीनिवास जैन, कटरा एटा (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं । शिक्षा हिन्दी और व्यापार रिक्शा साइकिल का है।
हुकुमचन्द्र जैन सुपुत्र रघुवंशीलाल जैन, श्रावक मुहल्ला एटा (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा, साइकिल का है।
होतीलाल जैन सुपुत्र जैजैराम जैन, शिवगंज एटा (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन खो वर्ग में कुल पाँच सदस्य है । एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार लेनदेन का है ।
Page #63
--------------------------------------------------------------------------
________________
१९०
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी होरीलाल जैन सुपुत्र रामप्रसाद जैन, एटा (एटा)
इस परिवार में ग्यारह पुरुप वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल पन्द्रह सदस्य हैं। सात लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशाव्यापार है।
गाँव-ककराली (एटा) श्रीनिवास जै सुपुत्र मुन्नीलाल जैन, ककराली (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा पॉच स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकानदारी है।
गाँव-कासगंज (एटा) विद्यादेवी जैन धर्मपत्नी रामचन्द्र जैन, कासगंज (एटा)
इस परिवार में स्वयं आपही हैं। आप विधवा है। शिक्षा हिन्दी और व्यापार होटल का है।
गाँव-कुतकपुर (एटा) वाबूराम जैन सुपुत्र विलासराय जैन, कुनकपुर (एटा)
इस परिवार में केवल एक ही व्यक्ति हैं । विधुर हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
वैद्यगिरी और कृषिकार्य का है। महीपाल जैन सुपुत्र होतीलाल जैन, कुनकपुर (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य है।
एक लड़का अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी। रामचन्द्र जैन सुपुत्र भूधरदास जैन, कुतुकपुर (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषिकार्य का है।
गाँव-कुसवा (पटा) कालीचरण जैन सुपुत्र जोतिप्रकाश जैन, कुसवा (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं।
तीन लड़की तथा एक लड़का अविवाहित हैं । शिक्षा हिन्दी है। किशोरीलाल जैन सुपुत्र श्रीलाल जैन, कुसवा (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
Page #64
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
१६४ फूलचन्द जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, कुसवा (एटा)
इस परिवार में बारह पुरुष वर्ग में तथा चार श्री वर्ग में कुल सोलह सदस्य हैं। सात लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। बाबूराम जैन सुपुत्र हीरालाल जैन, कुसवा (एटा),
इस परिवार में केवल एक ही व्यक्ति हैं। अविवाहित हैं और हिन्दी पढ़े हैं। मुंशीलाल जैन सुपुत्र कन्हैयालाल जैन, कुसवा (एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो बी वर्ग में कुल तीन सदस्य है।
एक लड़का अहिवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा ब्यापार है। रामस्वरूप जैन सुपुत्र बाबूलाल जैन, कुसवा (एटा)
इस परिवार में नौ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल चौदह सदस्य हैं। सात लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
गाँव-खरोमा (पटा) जयनारायण जैन सुपुत्र नवावीलाल जैन, खरौआ (एटा)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। तीन लड़के तथा चार लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा
कृषिकार्य का है। तालेवरदास जैन सुपुत्र मनीराम जैन, खरौआ (एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य
हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषिकार्य का है। राजबहादुर जैन सुपुत्र मनीराम जैन, खरौआ (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा पॉच स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। लौंगश्री जैन धर्मपत्नी सेवीलाल जैन, खरौआ (एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक श्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। विनोदकुमार जैन सुपुत्र श्रीनिवास जैन, खरौआ (एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा तीन श्री वर्ग में कुल चार सदस्य है।
____ एक लड़की अविवाहित है। वकिलाल जैन सुपुत्र देवदत्त जैन, खरौआ (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो खी वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं।
Page #65
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन बायरेक्टरी दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी व्यापार कृषिकार्य
सियाराम जैन सुपुत्र देवदत्त जैन, खरौआ (एटा)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा छत्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। चार लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
___ गाँव नगला ख्याली (एटा) चन्द्रमान जैन सुपुत्र सोनपाल जैन, नगला ख्याली (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। जियालाल जैन सुपुत्र रामदयाल जैन, नगला ख्याली (एटा)
इस परिवार में पॉच पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। नेमीचन्द जैन सुपुत्र अमृतलाल जैन, नगला ख्याली (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी अंग्रेजी और
पेशा सर्विस है। बखेड़ीलाल जैन सुपुत्र रामदयाल जैन, नगला ख्याली (एटा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। चार लड़के तथा तीन लड़को अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। बाबूराम जैन सुपुत्र श्रीपाल जैन, नगला ख्याली (एटा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य है। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। भूधरदास जैन सुपुत्र मेवाराम जैन, नगला ख्याली (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा वीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषिकार्य का है। राननलाल जैन सुपुत्र तालेवरदास जैन, नगला ख्याली (एटा)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं शिक्षा हिन्दी और व्यापार खेती का है।
Page #66
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी सेठलाल जैन सुपुत्र अनोखेलाल जैन, नगला ख्याली (एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल पांच सदस्य है।
तीन लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। हुकुमचन्द जैन सुपुत्र अनोखेलाल जैन, नगला ख्याली (एटा)
इस परिवार में पांच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है। दो लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
गाँव-गढीदुला (एटा) सराफीलाल जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, गढीवैदुला (एटा)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग मे तथा चार खी वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
गाँव-गहराना (पटा) चक्खनलाल जैन सुपुत्र जिनेश्वरदास जैन, गहराना (एटा)
इस परिवार में दो पुरुप वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है। तीन लड़की अविवाहित हैं । एक लड़का इण्टर है और एक पुत्रवधू हाईस्कूल ।
परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और व्यापार करते है। दामोदरदास जैन सुपुत्र मानिकचन्द जैन, गहराना (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल बारह सदस्य हैं। दो लड़के तथा चार लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और व्यापार
कृपिकार्य का है। बुद्धसेन जैन सुपुत्र वखेड़ीलाल जैन, गहराना (एटा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो बी वर्ग में कुल छ सदस्य है। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार का है। मुन्नीलाल जैन सुपुत्र श्रीपाल जैन, गहराना (एटा).. इस परिवार में स्वयं आप ही है और अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी में।
गाँव-गहेतू (एटा) जैस्वरूप जैन सुपुत्र ज्वालाप्रसाद जैन, गहेतू (एटा)।
इस परिवार में छ पुरुप वर्ग में नया छ स्त्री वर्ग में फुल चार मदम्य हैं। चार लड़के तथा चार लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और व्याणर कृपिकार्य का है।
२५
Page #67
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
१९४
प्रद्युम्नकुमार जैन सुपुत्र सन्नूलाल जैन, गहेतू (एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़को अविवाहित है | शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । राजबहादुर जैन सुपुत्र भिखारीदास जैन, गहेतु (एटा )
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं । पेशा व्यापार और कृपिकार्य का है ।
राजकुमार जैन सुपुत्र बैनीराम जैन, गहेतू (एटा )
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य है। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
वासुदेवसहाय जैन सुपुत्र नन्दराम जैन, गहेतू (एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
गाँव-चकरी (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य है । तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
महेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र रामलाल जैन, चमकरी (एटा)
रघुवरदयाल जैन सुपुत्र रतीराम जैन, चमकरी (एटा )
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। एक लड़का इण्टर में है। परिवार प्रमुख हिन्दी जानते हैं और व्यापार कृषिकार्य करते हैं ।
गाँव-जमालपुर ( एटा)
हजारीलाल जैन सुपुत्र मित्रपाल जैन, जमालपुर ( एटा)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार का है। गाँव-जरानी कलां (एटा)
उग्रसेन जैन सुपुत्र बनारसीदास जैन, जरानीकलां (एटा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। तीन लड़के अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
किरोड़ीलाल जैन सुपुत्र छोटेलाल जैन, जरानीकलां (एटा )
इस परिवार में स्वयं आप ही है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
Page #68
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी झुमकलाल जैन सुपुत्र करनलाल जैन, जरानीकला (एटा)
___ इस परिवार में केवल एक ही सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। नन्नूमल जैन सुपुत्र श्रीपाल जैन, जरानीकलां (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुप वर्ग में वथा चार स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं।
दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी पेशा और व्यापार हैं। पटेलाल जैन सुपुत्र अंतराम जैन, जरानीकला (एटा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। मानिकचन्द जैन सुपुत्र शालिगराम जैन, जरानीकला (एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। सुमतप्रसाद जैन सुपुत्र श्यामलाल जैन, जरानीकला (एटा)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा चार बी वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
गाँव-जमालपुर (पटा) मिठूलाल जैन सुपुत्र टीकाराम जैन, जमालपुर (एटा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन बी वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
गाँव-जलूखेड़ा (एटा) रामबाबू जैन सुपुत्र सौनपाल जैन, जलूखेड़ा (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
नगर-जलेसर (एटा) अशरफीलाल जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, जलेसर (एटा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल बारह सदस्य है। चार लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार
परचून का है। आनन्दकुमार जैन सुपुत्र गजाधरलाल जैन, जलेसर (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो श्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
Page #69
--------------------------------------------------------------------------
________________
१९६
इन्द्रमुकुट जैन सुपुत्र मुन्नीलाल जैन, जलेसर ( एटा)
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
इस परिवार में केवल एक ही पुरुष है। आप बी० ए० बी० टी० हैं और सर्विस में हैं।
उग्रसेन जैन सुपुत्र पृथ्वीराज जैन, जलेसर ( एटा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य है । तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । कपूरचन्द जैन सुपुत्र जीवाराम जैन, जलेसर ( एटा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। मूल निवासी मंडनपुर ( एटा) के हैं
किशनस्वरूप जैन दत्तक गुलजारीलाल जैन, जलेसर ( एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। एक लड़का तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा कमीशन टीका है।
चन्द्रप्रकाश जैन सुपुत्र कन्हैयालाल जैन, जलेसर ( एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकानदारी का है। चन्द्रसेन जैन सुपुत्र बाबूलाल जैन, जलेसर ( एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग कुछ बारह सदस्य हैं । दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा परचून का व्यापार है । मूल निवासी टीकरी ( ढूंडला ) के हैं।
चिरंजीलाल जैन सुपुत्र तोताराम जैन, जलेसर ( एटा )
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकानदारी है ।
छदामीलाल जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, जलेसर ( एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। चार लड़के अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
जयन्तीप्रसाद जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, जलेसर ( एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । मूल निवासी राजपुर के है।
जयकुमार जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, जलेसर ( एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं।
Page #70
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
१९७ दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार
किराने का है। मूल निवासी अवागढ के हैं। जिनेश्वरदास जैन सुपुत्र दुर्गादास जैन, जलेसर, (एटा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य है। तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकान
दारी है। मूल निवासी रुस्तमगढ़ के है। देवकुमार जैन सुपुत्र जिनेश्वरदास जैन, जलेसर (एटा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकान
दारी है । मूल निवासी रुस्तमगढ़ के है। नाथूलाल जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, जलेसर (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। तीन लड़की तथा एक लड़का अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। निरंजनलाल जैन सुपुत्र बाबूलाल जैन, जलेसर (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं।
दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा ब्यापार है। नेमीचन्द जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, जलेसर (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुप वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य है। वीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकान
किराया है। नेमीचन्द जैन सुपुत्र बनारसीदास जैन, जलेसर (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो श्री वर्ग में कुल चार सदस्य है। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं बी० ए०
हैं और व्यापार करते है। प्रकाशचन्द जैन सुपुत्र पुष्पेन्द्रकुमार जैन, बनारसी कुंज जलेसर (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन श्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं एम० ए०
हैं और अध्यापन का कार्य करते हैं। प्रेमचन्द जैन सुपुत्र श्रीलाल जैन, शेरगंज जलेसर (एटा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा अंग्रेजी और पेशा एजेण्टी का है।
Page #71
--------------------------------------------------------------------------
________________
१६८
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी बाबूराम जैन सुपुत्र भूरेलाल जैन, जलेसर (एटा)
इस परिवार में एक पुरुप वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकानदारी का है। बंगालीमल जैन सुपुत्र हुव्बलाल जैन, शेरगंज जलेसर (एटा)
इस परिवार में चार पुरुप वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकान
दारी का है। बुद्धसेन जैन सुपुत्र बंशीधर जैन, जलेसर (एटा) ।
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। मूल निवासी सकरौली (एटा) के हैं। ब्रजवल्लभदास जैन सुपुत्र शिवलाल जैन, शेरगंज जलेसर (एटा) ,
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। चार लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा सर्विस और दुकानदारी
है। मूल निवासी पमारी के हैं। भामण्डलदास जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, जलेसर (एटा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री धर्ग में कुल छ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़को अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार
(धुंधुरु मर्चेण्ट) है। मदारीलाल जैन सुपुत्र बंशीधर जैन, हलवाई खाना जलेसर (एटा)
इस परिवार में अठारह पुरुष वर्ग में तथा चौदह बी वर्ग में कुल बत्तीस सदस्य हैं। बारह लड़के तथा आठ लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी पेशा दुकानदारी व्यापार-धी-कपड़ा और सराफे का है। भूल निवासी सक
रौली के हैं। महीपाल जैन सुपुत्र वहोरीलाल जैन, जलेसर (एटा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकान
दारी है। मानिकचन्द जैन सुपुत्र छेदालाल जैन, शेरगंज जलेसर (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुप वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़को अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा
दुकानदारी और अध्यापन कार्य का है। मुन्नालाल जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, शेरगंज जलेसर (एटा)
इस परिवार में केवल एक ही व्यक्ति है। अविवाहित हैं और शिक्षा अंग्रेजी है।
Page #72
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरखाल जैन डायरेक्टरी
१६९ मुन्नीलाल जैन सुपुत्र हुण्डीलाल जैन, मण्डी जलेसर (एटा)
इस परिवार में तेरह पुरुष वर्ग में तथा पॉच खी वर्ग में कुल अठारह सदस्य हैं। छ लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा
हलवाई का है। रमेशचन्द जैन सुपुन्न पन्नालाल जैन, बौहरानगली जलेसर टाउन (एटा)
इस परिवार में दो पुरुप वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा अंग्रेजी और पेशा
सर्विस है । मूल निवासी नारखी के हैं। राजकिशोर जैन सुपुत्र पृथ्वीराज जैन, शेरगंज जलेसर (एटा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा घी का
व्यापार है । मूल निवासी राजपुर के है। रामस्वरूप जैन सुपुत्र छोटेलाल जैन, जलेसर (एटा)
इस परिवार में एक पुरुप वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य
हैं। दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। रामस्वरूप जैन सुपुत्र सहकार जैन, शेरगंज जलेसर (एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में वीन खी वर्ग में कुल चार सदस्य है।
दो लड़की अविवाहित हैं । शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकानदारी का है। सतीशचन्द्र जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, शेरगंज जलेसर (एटा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन श्री वर्ग में कुल सात सदस्य है। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं वी०
ए० वी० टी० है और सर्विस में है। सौनन्दीदेवी जैन धर्मपत्नी हरवल्लभदास जैन, शेरगंज जलेसर (एटा)
इस परिवार में केवल एक पुरुष वर्ग में तथा एक बी वर्ग में कुल दो सदस्य
हैं। शिक्षा हिन्दी। शिवचरणलाल जैन सुपुत्र अमोलकचन्द जैन, जलेसर (एटा)
इस परिवार में नौ पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल सोलह सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा
कृषिकार्य का है। मूल निवासी राजपुर के हैं। शौकीलाल जैन, शेरगंज जलेसर (एटा)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। तीन लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकानदारो है।
Page #73
--------------------------------------------------------------------------
________________
२००
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी नारायण जैन सुपुत्र लल्लामल जैन, जलेसर (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुप वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य
है। दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। श्रीलाल जैन सुपुत्र चम्पाराम जैन, जलेसर (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो सी वर्ग में कुल सात सदस्य है।
तीन लड़के अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार परचून का है। हजारीमल सुपुत्र परसादीलाल जैन, शेरगंज जलेसर (एटा) ।
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। तीन लड़के अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा सर्विस है।
गाँव-जिनावली (पटा) वंशीधर जैन सुपुत्र हुब्बलाल जैन, जिनावली (एटा) .
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं।
एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। सोनपाल जैन सुपुत्र बुद्धसेन जैन, जिनावली (एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषिकार्य का है।
गाँव-जिरसमी (एटा) खजांचीलाल जैन सुपुत्र सुखनन्दनलाल जैन, जिरसमी (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं। एक लड़का मैट्रिक है। परिवार
प्रमुख स्वयं डाक्टर है। जम्बूप्रसाद जैन सुपुत्र जगतिलकराम जैन, जिरसमी (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं । शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषिकार्य
का है। जयकुमार जैन सुपुत्र गुलजारीलाल जैन, जिरसमी (एटा) .
इस परिवार में नौ पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल पन्द्रह सदस्य है। ___ छ लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। दावती जैन धर्मपत्नी दीनदयाल जैन, जिरसमी (एटा)
___ इस परिवार में स्वयं आप ही है और विधवा है। व्यापार करती है। राजकुमार जैन सुपुत्र सुखनन्दन जैन, जिरसमी (एटा)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा नौ स्त्री वर्ग में कुल सोलह सदस्य
Page #74
--------------------------------------------------------------------------
________________
स्व० श्री रघुवरदयालजी जैन, एटा
श्री महिपालजी जैन, एटा
श्री लालचन्दजी जैन, एटा
Page #75
--------------------------------------------------------------------------
________________
Lon Sr.
H
.
.
4
d
.
.
...
odkomamalineeti
N
म
AHAT
M
श्री शान्तिस्वरूपजी जैन, एडवोकेट
श्री अविनाशचन्द्रजो जैन, बी.एस-सी
एटा
आगरा
LATE
.
.
*:.
.
.
A
निन्दप्रमादजी जैन
Page #76
--------------------------------------------------------------------------
________________
२०१
श्रो पावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी हैं। तीन लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित हैं। एक लड़का इन्टर है।
शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार और सर्विस है। लक्ष्मीचन्द जैन सुपुत्र सुखनन्दनलाल जैन, जिरसमी (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं।
दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। लटूरीलाल जैन सुपुत्र श्रीलाल जैन, जिरसमी (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार खी वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषिकार्य का है।
गाँव-तखापन (एटा) गिरनारीलाल जैन सुपुत्र रूपकिशोर जैन, तखावन (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं।
चार लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकानदारी है। पातीराम जैन सुपुत्र श्रीपाल जैन, वखावन (एटा)
इस परिवार में पॉच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य
हैं। एक लड़का अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और व्यापार कृषिकार्य का है। रामप्रकाश जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, तखावन (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन श्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। वीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
कृषिकार्य का है। विनोदकुमार जैन सुपुत्र गिरनारीलाल जैन, तखावन (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य
हैं। तीन लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। सरनामसिंह जैन सुपुत्र श्रीपाल जैन, तखावन (एटा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं।
एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा साधारण हिन्दी और व्यापार गल्ले का है। हुण्डीलाल जैन सुपुत्र लाहौरीलाल जैन, वखावन (एटा)
इस परिवार में नौ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। छ लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषिकार्य का है।
गांव-ताजपुर (एटा) रामस्वरूप जैन सुपुत्र सौनपाल जैन, वाजपुर (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दोखी वर्ग में कुल चार सदस्य है। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
Page #77
--------------------------------------------------------------------------
________________
२२०
शिवप्रसाद जैन सुपुत्र चोखेलाल जैन, सकीट ( एटा),
श्री. पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
1
-इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा सर्विस लेखपाल तहसीलदार का हैं ।
गाँव सरनऊ (एटा)
वर्ग में कुल आठ सदस्य
वीरेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र अमोलकचन्द जैन, सरनऊ (एटा) इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा पाँच बी हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं इण्टर मीडिएट हैं।
सतीशचंन्द्र जैन सुपुत्र मनोहरलाल जैन, सरनऊ (एटा.)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य "हैं। तीन लड़की तथा एक लड़का अविवाहित हैं। एक लड़का हाईस्कूल पास है । परिवार प्रमुख स्वयं हाईस्कूल पास हैं !
हुकुमचन्द जैन, सुपुत्र मक्खनलाल जैन, सरनऊ (एटा)
हैं।
1
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो बी वर्ग में कुल छ सदस्य एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा साधारण हिन्दी और पेशा व्यापार है। हुण्डीलाल जैन सुपुत्र छदामीलाल जैन, सरनऊ (एटा)
* 2,
"इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो बी वर्ग में कुछ पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
-सरानी (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा छ. स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषि व्यापार है ।
रामश्री जैन धर्मपत्नी प्यारेलाल जैन, सरानी (एटा)
?
.गाँव-सरायनीम (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
खुशालीलाल जैन सुपुत्र रामलाल जैन, सरायनीम (एंटा)
".
हजारीलाल जैन सुपुत्र भूदेवदास जैन, सौना ( एटा)
·
गाँव-सौना (एटा)
''
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो श्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। तीन - लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । .
Page #78
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
पातीराम जैन सुपुत्र जैलाल जैन, हरचन्द्रपुर ( एटा ) -
.
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन खी वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। तीन लड़के और दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा साधारण हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
}
हुण्डीलाल जैन सुपुत्र रामदयाल जैन, हरचन्दपुर ( एटा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
२१
गॉव-हरचन्दपुर ( एटा)
गाँव-हिनौना (एटी.)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
रतनलाल जैन सुपुत्र गेंदालाल जैन, हिनौना (एटा ) -
गेंदालाल जैन सुपुत्र हरदेवदास जैन, हिनौना (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
शाहकुमार जैन सुपुत्र रोशनलाल जैन, हिनौना (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
गाँव - हिम्मतनगर वजहेरा (एटा)
उल्फतराय जैन सुपुत्र छदामीलाल जैन, हिम्मतनगर वजहेरा (एटा)
इस परिवार मे छ पुरुष वर्ग में तथा छ बी वर्ग में कुल बारह सदस्य हैं। तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। दो लड़के इन्टर और एक एम० वी० वी० एस० हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और कृषि का व्यापार करते हैं।
हुण्डीलाल जैन सुपुत्र छदामीलाल जैन, हिम्मतनगर वजहेरा (एटा)
1
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। एक हाईस्कूल और एक मिडिल में हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और कृषि का व्यापार करते हैं।
Page #79
--------------------------------------------------------------------------
________________
२२२
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
गाँव - हिरौदी (पटा)
नरेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र सेवतीलाल जैन, हिरौंदी (एटा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन खी वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़की तथा एक लड़का अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल पास हैं और दुकानदारी का कार्य करते हैं। सार्वजनिक कार्यकर्ता भी हैं। द्वारकाप्रसाद जैन सुपुत्र छत्तरलाल जैन, हिरौंदी (एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य । तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार हैं ।
पुत्तूलाल जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, हिरौंदी ( एटा)
इस परिवार में नौ पुरुष वर्ग में तथा छत्री वर्ग में कुल पन्द्रह सदस्य हैं। चार लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
बॉकेलाल जैन सुपुत्र फुलजारीलाल जैन, हिरौंदी ( एटा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
मानिकचन्द जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, हिरौंदी ( एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा छत्री वर्ग में कुल नौं सदस्य हैं । दो लड़के तथा पाँच लड़की अनिवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी तथा पेशा व्यापार है । रामश्री जैन धर्मपत्री नारायणदास जैन, हिरौदी (एंटा)
इस परिवार में केवल एक ही सदस्य हैं। विधवा हैं और मजदूरी करती हैं। श्रीनिवास जैन सुपुत्र लखपतराय जैन, हिरौदी (एटा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
जिला-कानपुर नगर-कानपुर
छक्कूलाल जैन सुपुत्र भगवानदास जैन, जैनसदन ११२ ३४८ स्वरूपनगर कानपुर (कानपुर) इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य
। छ लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। परिवार में शिक्षा दूसरी कक्षा से लेकर एम० ए० तक है। परिवार प्रमुख स्वयं इण्टर मीडिएट हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवास भदाना (मैनपुरी) के हैं।
Page #80
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरखाल जैन अयरेक्टरी
२२३ जयन्तीप्रसाद जैन सुपुत्र ज्योतिप्रसाद जैन, अनवरगंन कानपुर (कानपुर)
इस परिवार में सात पुरुप बर्ग में तथा वीन स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और हलवाई का व्यापार करते हैं। मूल निवासी फिरोजाबाद
के हैं। प्रकाशचन्द जैन सुपुत्र मंजूलाल जैन, चौराहा घाटमपुर कानपुर (कानपुर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी है और व्यापार
मिठाई का है । मूल निवासी फिरोजाबाद के हैं। भोलानाथ जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, सब्जीमंडी धनकुट्टी कानपुर (कानपुर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार
है। मूल निवासी अवागढ के हैं। महेन्द्रपाल जैन सुपुत्र मुन्नीलाल जैन, पड़रीलालपुर कानपुर (कानपुर)
इस परिवार में दो सदस्य पुरुष वर्ग में हैं। परिवार प्रमुख स्वयं नान मैट्रिक
हैं और राजनीतिक कार्यकर्ता हैं । मूल निवासी एटा के हैं। मुंशीलाल जैन सुपुत्र गुनघरलाल जैन, हटिया कानपुर (कानपुर),
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी अंग्रेजी और पेशा बक्सों का
व्यापार है। मूल निवासी कालपी (जालौन) के हैं। राजकुमार जैन सुपुत्र द्वारकादास जैन, स्टेशन अनवरगंज कानपुर (कानपुर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन खी वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी है और पेशा कन्ट्रैक्टर स्टेशन
पर मिठाई इत्यादि का है । मूल निवासी कोटको (आगरा) के हैं। शंकरराव जैन सुपुत्र नाभाजी रोडे जैन, कानपुर (कानपुर)
इस परिवार मे दो पुरुष वर्ग में तथा तीन खो वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। परिवार प्रमुख स्वयं आठवीं कक्षा तक पढ़े हैं और सर्विस करते हैं। मूल
निवासी वर्षा के हैं। श्रीलाल जैन सुपुत्र ज्योतिप्रसाद जैन, स्टेशनरोड घाटमपुर कानपुर (कानपुर)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग मे तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और मिठाई का व्यापार करते हैं। मूल निवासी फिरोजाबाद के हैं।
Page #81
--------------------------------------------------------------------------
________________
औ पविती पुरवाल जैनं डायरेक्टरी सन्तकुमार जैन सुपुत्र रतनलाल जैन,'७४२ मथुरी महाल कानपुर (कानपुर) .. . ... इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में 'तथा छ स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं।
। तीन लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी है। परिवार . . . . . प्रमुख सीमेन्ट को व्यापार करते हैं । मूल निवासी फिरोजाबाद के हैं। स्वरूपचन्द जैन सुपुत्र मंजूलाल जैन, चौराहा घाटमपुर कानपुर (कानपुर)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन खी वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। । तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी है और व्यापार ... 'मिष्ठान्न भण्डार का है। मूल निवासी फिरोजाबाद के हैं। हुकुमचन्द जैन सुपुत्र मंजूलाल जैन, चौराहा घाटमपुर कानपुर (कानपुर)
.इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य .. हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी ' पढ़े हैं और मिठाई का व्यापार है । मूल निवासी फिरोजाबाद के हैं।
जिला-गोंडा
गाँव-गोंडा मगनस्वरूप जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, टी० टी० ई० गोंडा एन० ई० रेलवें (गोंडा) , ' , । इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। .... दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। छठी-सातवीं कक्षा तक सब पढ़ रहे
है। परिवार प्रमुख स्वयं एफ० ए० पास है और रेलवे सर्विस में हैं। मूल निवासी कुरगवां (आगरा) के हैं। . . :
..::, . .... .. . . .
जिला-झाँसी
. He चन्द्रसेन जैन शास्त्री सुपुत्र किन्दरलाल जैन, पॉच न्यू बोधराज कम्पाउण्ड, झाँसी (झाँसी) .. . इस परिवार में पांच पुरुष वर्ग में तथा छ.स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं।
दो लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं। शिक्षित परिवार है । पाँचवीं कक्षा से लेकर एम० ए० तक की शिक्षा है। परिवार प्रमुख स्वयं शास्त्री और
काव्यच्यायतीर्थ है। सार्वजनिक कार्यकर्ता भी है और कपड़े का व्यापार '.. . करते हैं । मूल निवासी वाघई (राजमहल) एटी.के हैं।
Page #82
--------------------------------------------------------------------------
________________
Fli
० श्री चन्द्र जी जैन, चेग्नी
ro ú nara̸eje : ***
ference
C
LU.
3
si enza fé fix}
it
Page #83
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री अतिवीरचन्द्रजी जैन बी.ए., बी. टी. टुण्डला
श्री जयन्तीप्रमादजी जैन. मण्डलीक जलेसर
श्री डॉ० महावीरप्रसादजी जैन बी.ए.एम.वी. मे
2
दब
श्री राजकुमारजी जैन. जोधपुर
47
رده
I दुई
० श्री भगवतम्वरूपजी गैर
एत्मादपुर
श्री अमेयकान्तजी जैन इन्दौर
Page #84
--------------------------------------------------------------------------
________________
पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरो
महावीरप्रसाद जैन सुपुत्र बुद्धसेन जैन, डिपुटी कलेक्ट्रर देवरिया (देवरिया)
रूपकिशोर जैन सुपुत्र चम्पाराम जैन, देहरादून (देहरादून )
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं एम० ए० हैं और डिपुटी कलेक्टर के पद पर हैं। मूल निवासी अहारन (आगरा) के हैं ।
जवाहरलाल जैन सुपुत्र दीनापाल जैन, पट्टी, प्रतापगढ़ ( प्रतापगढ़ )
२९
२२५
खजांचीलाल जैन सुपुत्र बनारसीदास जैन, फतेहपुर ( फतेहपुर )
जिला-देवरिया गाँव-देवरिया
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा नौ स्त्री वर्ग में कुल पन्द्रह सदस्य हैं । छ लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं अंग्रेजी, हिन्दी, संस्कृत और उर्दू के ज्ञाता हैं । भाई बी० ए० और पुत्री इन्टर है। आप बैंक मैनेजर हैं।
कन्हैयालाल जैन सुपुत्र रतनलाल जैन, फतेहपुर ( फतेहपुर )
जिला- देहरादून नगर-देहरादून
इस परिवार में दस पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल सत्रह सदस्य हैं। छ लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख इंगलिश, संस्कृत और हिन्दी पढ़े हैं और व्यापार करते हैं ।
जिला- प्रतागढ़ गॉव-प्रतापगढ़
जिला फतेहपुर गॉव-फतेहपुर
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । मूल निवासी मुहम्मदाबाद (आगरा ) के है ।
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य
। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। एक पुत्र इंजीनियरिंग और एक बी० एस-सी० में हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े है और हलवाई का व्यापार करते हैं। मूल निवासी फिरोजाबाद के है ।
Page #85
--------------------------------------------------------------------------
________________
२२६
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी चन्दनलाल जैन सुपुत्र भगवानदास जैन, रेलवे बाजार फतेहपुर (फतेहपुर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी अंग्रेजी है और पेशा रेलवे स्टेशन
पर मिठाई के कन्ट्राक्टर है । मूल निवासी मुहम्मदावाद (आगरा) के हैं। छुट्टनलाल जैन सुपुत्र बनारसीदास जैन, फतेहपुर खास (फतेहपुर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य है। दो लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी, इंगलिश है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और हलवाई का व्यापार करते हैं। मूल
निवासी मुहम्मदाबाद (आगरा) के हैं। विजयरांनी जैन सुपुत्री बनारसीदास जैन, देवीगंज फतेहपुर (फतेहपुर)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी और पेशा हलवाई का है । मूल निवासी विजयगढ के हैं। ब्रजमोहनलाल जैन सुपुत्र सुखनन्दनलाल जैन, रेलवे बाजार फतेहपुर (फतेहपुर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। एक लड़का तथा पाँच लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी है और पेशा परचून का व्यापार है । मूल निवासी जारखी (आगरा) के हैं।
गाँव-कोड़ा जहानाबाद (फतेहपुर) कुन्दनलाल जैन सुपुत्र मिश्रीलाल जैन, लालूगंज कोड़ा जहानावाद (फतेहपुर)
इस परिवार में तीन पुरुप वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ 'सदस्य है। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं
और मिठाई का व्यापार करते है । मूल निवासी नारखी (आगरा) के हैं। चन्द्रमुखी जैन धर्मपत्नी स्व० लाला चन्द्रसेन जैन, मुहल्ला जैन कोड़ा जहानाबाद (फतेहपुर)
इस परिवार में दो सदस्य स्त्री वर्ग में हैं। दोनों ही विधवा है । मूल निवासी
स्थानीय ही है। जोरावरमल जैन सुपुत्र ज्योतिप्रकाश जैन, चौकवाजार कोड़ा जहानाबाद (फतेहपुर) .
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा छत्री वर्ग में कुल नौ सदस्य है। एक लड़का तथा चार लड़को अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और मिठाई का व्यापार करते है। मूल निवासी
फिरोजाबाद के हैं। नेमीचन्द जैन सुपुत्र गिरनारीलाल जैन, वाकरगंज कोड़ा जहानाबाद (फतेहपुर)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो बी वर्ग में कुल तीन सदस्य है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी, इंगलिश पढ़े है और मिठाई का व्यापार करते हैं। मूल निवासी स्थानीय हैं।
Page #86
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
२२० नन्दनलाल जैन सुपुत्र छेदालाल जैन, लालूगंज कोड़ा जहानाबाद (फतेहपुर)
इस परिवार में चार पुरुप वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। मूल निवासी गढ़ी महासिंह (आगरा) के हैं। महावीरप्रसाद जैन सुपुत्र जैनीलाल जैन, लालूगंज कोड़ा जहानाबाद (फतेहपुर)
इस परिवार में पाँच पुरुप वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। चार लड़के तथा चार लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं
हिन्दी पढ़े हैं और चीनी का व्यापार करते हैं। मूल निवासी स्थानीय हैं। मालादेवी जैन धर्मपत्नी स्व. लाला सोनपाल जैन, गुड़ाहीमंडी कोड़ा जहानाबाद (फतेहपुर)
इस परिवार में चार सदस्य पुरुष वर्ग में हैं। तीन लड़के अविवाहित हैं।
परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं। तीनों लड़के गूंगे हैं। मानिकचन्द जैन सुपुत्र खुशमुखराय जैन, चौक बाजार कोड़ा जहानाबाद (फतेहपुर)
इस परिवार में केवल एक ही सदस्य हैं। अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी
तथा व्यापार परचून का है। मूल निवासी कोटला (आगरा) के हैं। मोतीलाल जैन सुपुत्र मिश्रीलाल जैन, लादूगंज कोड़ा जहानाबाद (फतेहपुर)
इस परिवार में चार पुरुप वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी, इंगलिश है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और मिठाई का व्यापार करते हैं। मूल
निवासी नारखी (आगरा) के हैं। रामदुलारे जैन सुपुत्र छेदालाल जैन, रामगंज वाकरगंज कोड़ा जहानाबाद (फतेहपुर)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल चौदह सदस्य है। चार लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और मिठाई का व्यापार करते हैं। मूल निवासी
स्थानीय ही हैं। रामस्वरूप जैन सुपुत्र जिनेश्वरदास जैन, मुहल्ला कोड़ा जहानावाद (फतेहपुर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग मे कुल सात सदस्य हैं। चार लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार मिठाई का है।
मूल निवासी स्थानीय ही हैं। श्यामकिशोर जेन सुपुत्र ब्रजनन्दनलाल जैन, वाकरगंज कोड़ा जहानाबाद (फतेहपुर)
इस परिवार में तीन पुरुप वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और किराशन तेल का व्यापार है। मूल निवासी स्थानीय ही हैं।
Page #87
--------------------------------------------------------------------------
________________
२२८
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
सुरेशचन्द्र जैन सुपुत्र वैनीलाल जैन, मुहल्ला जैन कोड़ा जहानाबाद ( फतेहपुर )
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। परिवार प्रमुख स्वयं एम० एस-सी० (फाइनल) हैं और अध्यापन का कार्य करते हैं। मूल निवासी स्थानीय हैं।
पूरनचन्द जैन सुपुत्र सेठलाल जैन, फरुखाबाद ( फरुखाबाद )
इस परिवार में केवल एक हो सदस्य है। शिक्षा हिन्दी है और ब्रांच पोस्ट मैं सर्विस करते हैं। मूल निवासी एटा के हैं।
इन्द्रकुमार जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, चौकबाजार बांदा (बांदा)
जिला-फरुखाबाद गाँव-फरुखाबाद
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य | एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और व्यापार दूध मिठाई का है। मूल निवासी बाबरपुर ( एटा) के हैं।
कन्हैयालाल जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, कन्हैया लाल जैनकटरा बांदा (बांदा)
जिला- बाँदा गाँव-गाँवा
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल बारह सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और मिठाई का व्यापार करते हैं। मूल निवासी जौधरी (आगरा) के हैं।
श्रीचन्द जैन सुपुत्र बनारसीदास जैन, छोटा बाजार बांदा (बांदा)
किशनलाल जैन सुपुत्र जीवाराम जैन, लोको किशन दि० भारत भारती बांदा (बांदा) इस परिवार में केवल एक ही व्यक्ति हैं। विधुर हैं। हिन्दी पढ़े हैं। मूल निवासी मुहम्मदाबाद (आगरा ) के हैं।
I
प्रेमचन्द जैन सुपुत्र कन्हैयालाल जैन, चौकबाजार बांदा (बांदा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा छत्री वर्ग में कुल बारह सदस्य हैं । दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार मिठाई का है।
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार मिठाई का है । मूल निवासी कालपी के हैं।
Page #88
--------------------------------------------------------------------------
________________
२२६
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी बाबूलाल जैन सुपुत्र कन्हैयालाल जैन, चौकवाजार वादा (वांदा),
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य है। चार लड़के तथा चार लड़की अविवाहित है। लड़के सब पढ रहे हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े है और मिठाई का व्यापार करते हैं।
मूल निवासी कालपी के है। शिवप्रसाद जैन सुपुत्र छदामीलाल जैन, मुहल्ला कटरा बांदा (बांदा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा मनिहारी का
व्यापार है। लालाराम जैन सुपुत्र बनारसीदास जैन, मुहल्ला ठठरालो छोटा बाजार वांदा (बांदा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। पॉच लड़के अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा मिठाई का
व्यापार करते हैं। श्रीलाल जैन सुपुत्र चम्पाराम जैन, मुहल्ला कटरा वांदा (बांदा) ।
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल चौदह सदस्य हैं। पॉच लड़के वथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार
मिठाई का है । मूल निवासी वल्टीगढ (मैनपुरी) के है। सेतीलाल जैन सुपुत्र वंशीधर जैन, प्रकाश टाकीज गुसाईगंज बांदा (बांदा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है। दो लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा मिठाई का है। मूल निवासी कालपी के हैं।
जिला-धुलन्दशहर
गॉप-खुर्जा ओमप्रकाश जैन सुपुत्र पूरनमल जैन, खुर्जा (बुलन्दशहर)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य है।
शिक्षा हिन्दी है । मूल निवासी खेरी बरहन (आगरा) के हैं। विहारीलाल जैन सुपुत्र मोहनलाल जैन, खुर्जा (बुलन्दशहर)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य है। एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी है । मूल निवासी खेरी बरहन (आगरा) के हैं।
Page #89
--------------------------------------------------------------------------
________________
२३० श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
.. जिला-मथुरा चिरंजीलाल जैन सुपुत्र वनवारीलाल जैन, दौंहई जलेसर रोड (मथुरा)
गाँव-चौहई इस परिवार में आप स्वयं ही हैं। अविवाहित हैं। चुन्नीलाल जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, दौहई जलेसर रोड (मथुरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। दो लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं । शिक्षा हिन्दी और पेशा मिठाई
का व्यापार है। मुरलीधर जैन सुपुत्र हरदयाल जैन, दोहई जलेसर रोड (मथुरा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं।
एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा साधारण हिन्दी है। रतनलाल जैन सुपुत्र रामलाल जैन, दौंहई जलेसर रोड (मथुरा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी है। राजकुमार जैन सुपुत्र पावूलाल जैन, दौहई जलेसर रोड (मथुरा)
इस परिवार में ग्यारह पुरुष वर्ग में तथा ग्यारह स्त्री वर्ग में कुल बाईस सदस्य है। सात लड़के तथा छ लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और
व्यापार मिठाई का है । मूल निवासी दौंहई के हैं और जलेसररोड में रहते हैं। व्रजसेन जैन सुपुत्र जयकुमार जैन, दौहई जलेसर रोड (मथुरा)
इस परिवार में एक पुरुप वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा सर्विस है।
गाँवमहावन (मथुरा) प्रभाचन्द जैन सुपुत्र लाला पुष्पेन्द्रचन्द्र जैन, राजकीय आदर्श विद्यालय महावन (मथुरा)
इस परिवार में एक पुरुप वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं हाईस्कूल पास जे० टी० सी० हैं और अध्यापन का कार्य करते हैं। मूल निवासी शिकोहाबाद (मैनपुरी) के हैं।
गाँव-शिखरा (मथुरा) बाबूलाल जैन सुपत्र कल्यानदास जैन, शिखरा (मथुरा)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा दो बी वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। भागचन्द जैन सुपुत्र कन्हैयालाल जैन, शिखरा (मथुरा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी है।
Page #90
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी मुंशीलाल जैन सुपुत्र भगवानप्रसाद जैन, शिखरा (मथुरा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
जिला मेरठ
नगरमेरठ धर्मेन्द्रनाथ जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, सुखदा फार्मेसी सदरबाजार मेरठ (मेरठ)
इस परिवार में छ पुरुप वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। चार लखके तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षित परिवार है। पाँचवीं कक्षा से लेकर एम० ए० तक की शिक्षा है। परिवार प्रमुख स्वयं साहित्य भूपण, भिषगाचार्य, वैद्यशास्त्री है। सामाजिक, साहित्यिक और सार्वजनिक महती सेवाएँ है। व्यवसाय चिकित्सा का है। मूल निवासी
फिरोजाबाद के है। रमेशचन्द्र जैन सुपुत्र सुखलाल जैन, मकान नं० ९२२९६ मेरठ छावनी (मेरठ)
इस परिवार में चार पुरुप वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है। तीन लड़के तथा तीन लड़को अविवाहित है। सव बच्चे प्रथम कक्षा से लेकर नौवीं तक पढ़ रहे है। परिवार प्रमुख स्वयं हाईस्कूल पास है और रेलवे सर्विस में है। मूल निवासी सखावतपुर (आगरा) के है।
जिला-मैनपुरी
गाँव-अराँव अनोखेलाल जैन सुपुत्र चाबूराम जैन, अराव (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन बी वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं
हिन्दी पढ़े हैं और व्यापार करते हैं। खजांचोलाल जैन सुपुत्र खेतीराम जैन, अरांव (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य
हैं । शिक्षा हिन्दी और पेशा ब्यापार का है। चन्द्रमान जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, अराव (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन सदस्य पुरुष वर्ग में है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
Page #91
--------------------------------------------------------------------------
________________
२३२
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी छोटेलाल जैन सुपुत्र लदूरीमल जैन, अरांव (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। दम्मीलाल जैन सुपुन वंशीधर जैन, अरांव (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा आठ स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य
है। पॉच लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। नाथूराम जैन सुपुत्र श्यामलाल जैन, अरांव (मैनपुरी)
इस परिवार मे दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री धर्ग में कुल चार सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। फुलजारीलाल जैन सुपुत्र चाँदविहारीलाल जैन, अराव (मैनपुरी)
इस परिवार मे दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। वनारसीदास जैन सुपुत्र मथुराप्रसाद जैन, अरांव (मैनपुरी)
इस परिवार में तेरह पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल सत्रह सदस्य हैं।
आठ लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। बहोरीलाल जैन सुपुत्र चम्पाराम जैन, अरांव (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुप वर्ग में तथा तीन खी वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। बालीराम जैन सुपुत्र अंतराम जैन, अरांव, (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुप वर्ग मे क्या तीन श्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़की तथा एक लड़का अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। मुंशीलाल जैन सुपुत्र रेवतीराम जैन, अरांव (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य है।
शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। रामकिशन जैन सुपुत्र वद्रीप्रसाद जैन, अरांव (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
Page #92
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
२३३ रामप्रसाद जैन सुपुत्र शान्तिप्रसाद जैन, अरांव (मैनपुरी)
इस परिवार में स्वयं परिवार प्रमुख ही हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। सराफीलाल जैन सुपुत्र हुण्डीलाल जैन, अरांव (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी तथा पेशा
व्यापार है। सुनहरीलाल जैन सुपुत्र चांदविहारीलाल जैन, अरांव (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। श्रीलाल जैन सुपुत्र रेवतीराम जैन, अरांव (मैनपुरी) इस परिवार में एक ही व्यक्ति है । शिक्षा हिन्दी है।
गाँव-असुवा (मैनपुरी) उल्फतराय जैन सुपुत्र अर्जुनदास जैन, असुवा (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं।
एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी है। कुंजीलाल जैन सुपुत्र छोटेलाल जैन, असुवा (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक श्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। गुलजारीलाल जैन सुपुत्र छदामीलाल जैन, असुवा (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा ब्यापार है। मूल
निवासी स्थानीय ही हैं। लालाराम जैन सुपुत्र छदामीलाल जैन, असुवा (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
गाँव-आपुर (मैनपुरी) सुनहरीलाल जैन आपुर (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्या
Page #93
--------------------------------------------------------------------------
________________
२३४
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
गाँव-उडेसर (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
कुन्दनलाल जैन सुपुत्र खजांचीलाल जैन, उडेसर (मैनपुरी)
गजाधरलाल जैन सुपुत्र द्वारकाप्रसाद जैन, उडेसर (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य है । दो लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषिकार्य का है ।
बाबूराम जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, उडेसर (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य है। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषिकार्य का है ।
महीपाल जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, उडेसर (मैनपुरी)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल बारह सदस्य है। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । आप ग्राम सभा के सदस्य भी है।
रघुवरदयाल जैन सुपुत्र बच्चीलाल जैन, उडेसर (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा दस स्त्री वर्ग में कुल पन्द्रह सदस्य । तीन लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । परिवार प्रमुख ग्राम सभा के सदस्य भी है।
रामस्वरूप जैन सुपुत्र संतनलाल जैन, उडेसर (मैनपुरी)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े है और व्यापार करते है, ग्राम सभा के सदस्य भी है। अन्य लड़की लड़के पढ़ रहे हैं।
वासदेव जैन सुपुत्र वंशीधर जैन, उडेसर (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषिकार्य का है।
गॉव-एका (मैनपुरी)
इस परिवार मे एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
दरबारीलाल जैन सुपुत्र मोतीलाल जैन, एका (मैनपुरी)
1
Page #94
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरो
पूरनचन्द जैन सुपुत्र मनोहरलाल जैन, एका (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। दो लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा सराफे का व्यापार है । हजारीलाल जैन सुपुत्र गुलजारीलाल जैन, एका (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
गॉव- कछवाई (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी है ।
भूदेवप्रसाद जैन सुपुत्र तुलाराम जैन, कछवाई (मैनपुरी)
गाँव-कटेना (मैनपुरी)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग मे तथा दो स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं । दो लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। इस ग्राम में महावीर स्वामी का एक मन्दिर चम्पालाल का बनवाया हुआ है।
गाँव-कुतकपुर (मैनपुरी)
लखपतराम जैन सुपुत्र चम्पाराम जैन, कटेना (मैनपुरी)
२३५
श्यामलाल जैन सुपुत्र मुरलीधर जैन, कुतकपुर (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
गाँव-केशरी (मैनपुरी)
"इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। परिवार प्रमुख स्वयं और दो भाई अविवाहित है। शिक्षा साधारण और पेशा दुकानदारी है। मूल निवासी स्थानीय हैं।
गाँव-कौरारा बुजुर्ग (मैनपुरी)
राजपाल जैन सुपुत्र सालिकराम जैन, केशरी (मैनपुरी)
पन्नालाल जैन सुपुत्र दीपचन्द जैन, कौरारा बुजुर्ग (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं । पुत्र रामनारायण इंटर है । परिवार प्रमुख साधारण हिन्दी जानते हैं और व्यापार करते है ।
Page #95
--------------------------------------------------------------------------
________________
थी पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी परमानन्द जैन सुपुत्र लालसहाय जैन, कोरारा घुजुर्ग (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में नया एक ली वर्ग में कुल दो सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। प्यारेलाल जैन सुपुत्र वावुराम जैन, कोरारा वुजुर्ग (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल पात्र सदस्य
हैं। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। राजकुमार जैन सुपुत्र जीवाराम जैन, कीरारा वुजुर्ग (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार बी वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। बादशाह जैन सुपुत्र मथुरीलाल जैन, कीरारा बुजुर्ग (मैनपुरी)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। पुत्र सत्येन्द्रकुमार दुसवीं कक्षा
पास है । परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और व्यापार करते हैं। सुखमाल जैन सुपुत्र तोताराम जैन, कीरारा बुजुर्ग (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक श्री वर्ग में कुल तीन सदत्य है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और व्यापार करते हैं। आप पोस्टमाटर
भी है। हुण्डीलाल जैन सुपुत्र थानसिंह जैन, कौरारा बुजुर्ग (मैनपुरी)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में नया सात बी वर्ग में कुल पन्द्रह सदस्य हैं। चार लड़के तथा चार लड़की अविवाहित है। पुत्र जियालाल पी० ए० और जयदयाल नन दसवीं कक्षा पास है। परिवार प्रमुख हिन्दी पड़े हैं और व्यापार करते हैं।
गाँव-कौगरी सरहद (मैनपुरी) अमोलक जैन सुपुत्र गोरेलाल जैन, कोरारी सरहद (मैनपुरी)
इस परिवार में नी पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। ओंकारप्रसाद जन सुपुत्र बाबूराम जैन, कीरारी सरहद (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा नी बी वर्ग में कुल तेरह सदत्य हैं। पाँच लहकी अविवाहित हैं। शिक्षा साधारण हिन्दी और पेशा व्यापार है।
Page #96
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरो
सुखलाल जैन सुपुत्र गोरेलाल जैन, कौरारी सरहद (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
कन्हैयालाल जैन सुपुत्र जोरावरसिंह जैन, खेरी (मैनपुरी)
इस परिवार में एक ही व्यक्ति हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
बुद्धसेन जैन सुपुत्र वनारसीदास जैन, खेरी (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
कपूरचन्द जैन सुपुत्र जम्बूदास जैन, खैरगढ (मैनपुरी)
२३७
गाँव-खैरगढ़ (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
छेदीलाल जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, खैरगढ़ (मैनपुरी)
गॉव-खेरी (मैनपुरी)
झण्डूलाल जैन सुपुत्र द्वारकादास जैन, खैरगढ (मैनपुरी)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। छ लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
रामस्वरूप जैन सुपुत्र छोटेलाल जैन, खैरगढ (मैनपुरी)
इस परिवार में नौ पुरुष में तथा आठ स्त्री वर्ग में कुल सत्तरह सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित है। पुत्र प्रमोदकुमार मैट्रिक और अभयकुमार मिडिल पास हैं। अन्य बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े है और व्यापार करते हैं ।
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग मे तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। परिवार प्रमुख स्वयं साहित्य विशारद हैं और मोटर ट्रांस्पोर्ट का व्यापार करते है । सन् १९४२ में जेल में आपने "मानव जीवन" नामक पुस्तक लिखी थी। आप सामाजिक, राजनीतिक, साहित्यिक और सार्वजनिक कार्य कर्त्ता हैं। मंडल कांग्रेस के मंत्री भी हैं।
Page #97
--------------------------------------------------------------------------
________________
२३८
श्री पद्मावतो पुरवाल जैन डायरेक्टरी
लखमीचन्द जैन सुपुत्र विहारीलाल जैन, खैरगढ़ (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
गॉव-घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। तीन लड़की अविवाहित है | शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
अमृतलाल जैन सुपुत्र मथुराप्रसाद जैन, घिरोर (मैनपुरी)
अरविन्दकुमार जैन सुपुत्र गयाप्रसाद जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। परिवार प्रमुख स्वयं अविवाहित हैं और वी० ए० में पढ़ रहे हैं।
अशरफीलाल जैन सुपुत्र परसादीलाल जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा साधारण हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
आनन्दकुमार जैन दत्तक पुत्र माणिकचन्द जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं अंग्रेजी हिन्दी पढ़े हैं और रेडीमेड कपड़े का व्यापार करते हैं।
अंग्रेजीलाल जैन सुपुत्र मुन्नीलाल जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य है । तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं । पुत्र देवेन्द्र नवीं कक्षा पास है । परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और किराने का व्यापार करते हैं।
कश्मीरीलाल जैन सुपुत्र अयोध्याप्रसाद जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुप वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं । चार लड़के अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और चिकित्सा का कार्य करते हैं। मूल निवासी मैदामई (अलीगढ ) के हैं ।
केदारनाथ जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं । एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है । भतीजा सतीशचन्द्र हाईस्कूल में पढ़ रहा है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और व्यापार करते हैं। मूल निवासी नानेमऊ के हैं ।
Page #98
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
बाबूराम जैन सुपुत्र बिहारीलाल जैन, घिरोर (मैनपुरी)
बाबूराम जैन सुपुत्र भोलानाथ जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
वनारसीदास जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। तीन लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। मूल निवासी फरिहा के हैं ।
वहोरीलाल जैन सुपुत्र राजाराम जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा साधारण हिन्दी और पेशा व्यापार हलवाई का है ।
३१
मुंशीलाल जैन बिहारीलाल जैन, घिरोर (मैनपुरी)
२४१
इस परिवार में पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य है । पाँच लड़के अविवाहित हैं।
राधारमन जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा किराने का व्यापार है ।
रामस्वरूप जैन सुपुत्र गोरेलाल जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। भतीजा सुशीलकुमार नौवीं कक्षा में है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े है और हलवाई का व्यापार करते है ।
रामपूत जैन सुपुत्र मगनीराम जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में दस पुरुष वर्ग में तथा नौ स्त्री वर्ग में कुल उन्नीस सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा चार लड़की अविवाहित है। पुत्र राजेन्द्रकुमार हाईस्कूल पास हैं और सब हिन्दी पढ रहे हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और व्यापार करते हैं।
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
Page #99
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी सदासुखलाल जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य है। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। सागरचन्द जैन सुपुत्र राजाराम जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दोषी वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। सुभाषचन्द्र जैन सुपुत्र वंशीधर जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा सर्विस है। मूल
निवासी नुनहाई (आगरा) के हैं। सुरेन्द्रकुगार जैन सुपुत्र नौरंगीलाल जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा वीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। भाई नरेन्द्रकुमार इण्टर है और बहन मुन्नीकुमारी इण्टर है। परिवार प्रमुख स्वयं इण्टर हैं और
सर्विस करते हैं। मूल निवासी हरदुआगंज के है। शान्तिलाल जैन सुपुत्र चोखेलाल जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो श्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और
पेशा व्यापार है। श्रीचन्द जैन सुपुत्र फूलचन्द जैन, घिरोर ( मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य है। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा ब्या
पार किराने का है। श्रीचन्द जैन सुपुत्र चोखेलाल जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार
है। मूल निवासी बमरौली के हैं। श्रीलाल जैन सुपुत्र आछेलाल जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य है। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
Page #100
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
हजारीलाल जैन सुपुत्र चोखेलाल जैन, घिरोर (मैनपुरी)
इस परिवार में पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य है । दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा किराने
चार लड़के तथा का व्यापार है ।
गाँव-जरामई (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित हैं । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । गॉव- जरौली (मैनपुरी)
जगन्नाथप्रसाद जैन सुपुत्र चम्पाराम जैन, जरामई (मैनपुरी)
अमृतलाल जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, जरौली (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं । लड़के अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
श्रीचन्द जैन सुपुत्र भजनलाल जैन, जरौली (मैनपुरी)
२४३
इस परिवार में दो सदस्य पुरुष वर्ग में है । दोनों अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
हरदयाल जैन सुपुत्र धर्मजीत जैन, जरौली (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छह सदस्य हैं । दो लड़के अविवाहित हैं । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
गाँव-जसराना (मैनपुरी)
अमोलकचन्द जैन सुपुत्र चोखेलाल जैन, जसराना (मैनपुरी)
इस परिवार में ग्यारह पुरुष वर्ग में तथा नौ स्त्री वर्ग में कुल वीस सदस्य हैं। आठ लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
अंग्रेजीलाल जैन सुपुत्र नौरंगीलाल जैन, जसराना (मैनपुरी)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। छ लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
कश्मीरीलाल जैन सुपुत्र रेवतीराम जैन, जसराना (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
Page #101
--------------------------------------------------------------------------
________________
२४४
श्री पद्मावती पुरनाल जैन डायरेक्टरी
छोटेलाल जैन सुपुत्र दीनानाथ जैन, जसराना (मैनपुरी)
इस परिवार में एक ही व्यक्ति हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। दरबारीलाल जैन सुपुत्र दिलसुखराय जैन, जसराना (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा नौ स्त्री वर्ग में कुल चौदह सदस्य हैं। दो लड़के तथा छ लड़की अविवाहित हैं। पुत्र सुरेशचन्द्र इण्टर पास और नहर विभाग में ओवरसियर हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और व्यापार करते हैं ।
सरवतो देवी जैन धर्मपत्नी जौहरीलाल जैन, जसराना (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित हैं । पुत्र राजकुमार इण्टर पास हैं और हेल्थ विभाग मैं इन्स्पेक्टर हैं। परिवार प्रमुख चर्खे से सूत कातने का कार्य करती हैं।
श्रीलाल जैन सुपुत्र दिलसुखराय जैन, जसराना (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन खी वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़को अविवाहित है । पुत्र प्रेमचन्द और पुत्र वधू पदमकुमारी बी० ए० और हाई स्कूल पास हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और क्लोथ मर्चेण्ट हैं।
होतीलाल जैन सुपुत्र दिलसुखराय जैन, जसराना (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं । पुत्र शिवकुमार और महेन्द्रकुमार इण्टर और एम० ए०, बी० टी० पास हैं। एक डी० एस० पी० हैं और दूसरे व्यापार करते हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हाईस्कूल पास हैं और क्लाथ हैं।
गॉव-जोधपुर (मैनपुरी)
इस परिवार में केवल एक व्यक्ति हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । गाँव-रीवा (मैनपुरी)
रोशनलाल जैन सुपुत्र बैजनाथ जैन, जोधपुर (मैनपुरी)
अमोलकचन्द जैन सुपुत्र हुंडीलाल जैन, थरौवा (मैनपुरी)
इस परिवार में दो सदस्य पुरुष वर्ग में हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकानदारी है।
बाबूराम जैन सुपुत्र रूपराम जैन, थरौबा (मैनपुरी)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं । एक लड़का अविवाहित है । भतीजे कमलस्वरूप और पदमचन्द दोनों इण्टर पास हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और कपड़े का व्यापार करते हैं ।
Page #102
--------------------------------------------------------------------------
________________
भावना
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
२४३ खालताप्रसाद जैन सुपुत्र कम्पिलादास जैन, थरौवा (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़की अविवाहित हैं। पुत्र निर्मलकुमार दसवीं कक्षा पास हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और कृषिकार्य करते हैं।
गाँव-दिनौली (मैनपुरी) श्रीचन्द जैन सुपुत्र छोटेलाल जैन, दिनौली (मैनपुरी)
इस परिवार में दस पुरुष वर्ग में तथासात स्त्री वर्ग में कुल सत्रह सदस्य है। . चार लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
गाँव-नसीरपुर (मैनपुरी) मुंशीलाल जैन सुपुत्र दरबारीलाल जैन, नसीरपुर (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो श्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। हजारीलाल जैन सुपुत्र शिवलाल जैन, नसीरपुर (मैनपुरी) इस परिवार में एक ही व्यक्ति हैं।
गाँव नगला सामंती (मैनपुरी) मुंशीलाल जैन सुपुत्र सेवतीलाल जैन, नगला सामती (मैनपुरी)
इस परिवार में दो सदस्य पुरुष वर्ग में हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। रखनमाला जैन सुपुत्री हजारीलाल जैन, नगला सामंती (मैनपुरी) इस परिवार में यह एक ही महिला हैं। विधवा हैं।
गॉव-निकाऊ (मैनपुरी) खानचन्द जैन सुपुत्र कुंजीलाल जैन, निकाऊ (मैनपुरी)
- इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार बी वर्ग में कुल सात सदस्य है।
दो लडके तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। ' चिरंजीलाल जैन सुपुत्र तुलसीराम जैन, निकाऊ (मैनपुरी)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल बारह सदस्य हैं। चार लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषिकार्य का है।
Page #103
--------------------------------------------------------------------------
________________
२४६
श्री पद्मावती पुरवाल जन अपरेक्टरी
गाँव-पचवा (मैनपुरी) गुलजारीलाल जैन सुपुत्र नकसेलाल जैन, पचवा (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा पाँच बी वर्ग मे कुल नौ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा च्यापार है।
गाँव-पाडम (मैनपुरी) अमोलकचन्द जैन सुपुत्र सुन्दरलाल जैन, पाड़म (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में क्या चार स्त्री वर्ग में कुल छ सदत्य हैं। एक लड़का तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है । मूल निवासी पैढंव के हैं। अमोलकचन्द जैन सुपुत्र मगघलाल जैन, पाढम (मैनपुरी)
___इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एकली वर्ग में कुल दो सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। अशरफीलाल जैन सुपुत्र श्रीलाल जैन, पाडम (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो ली वर्ग में कुछ छ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और कपड़े
का व्यापार है। अशरफीलाल जैन सुपुत्र वृजनन्दनलाल जैन, पाढम (मैनपुरी),
इस परिवार में तीन सदस्य पुरुष वर्ग में हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। ओमप्रकाश जैन सुपुत्र टेकचन्द जैन, पाढ़म (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुप वर्ग में क्या पाँच स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। चार लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। मूल
निवासी पँढत के हैं। इन्द्रचन्द्र जैन सुपुत्र अमोलकचन्द जैन, पाइम (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में त्या तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
सर्विस चकबन्दी की है। उपसेन जैन सुपुत्र फुलजारीलाल जैन, पाड़म (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक श्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पान का व्यापार है। मूल निवासी स्थानीय हैं ।
Page #104
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
चिन्तामणि जैन सुपुत्र कस्तूरचन्द जैन, पादम (मैनपुरी)
छिंगामल जैन सुपुत्र कल्यानदास जैन, पाढम (मैनपुरी).
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। एक लड़का तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। तीसरी कक्षा से लेकर आठवीं तक सर्व शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख स्वयं आठवीं पास है। और नहर के ठेकेदार हैं।
जनेश्वरदास जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, पाढम (मैनपुरी)
इस परिवार में दो सदस्य पुरुष वर्ग में हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार हलवाई का है ।
जयलाल जैन सुपुत्र नन्दकिशोर जैन, पाढम (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य है । दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और गल्ले का व्यापार है ।
टेकचन्द जैन सुपुत्र शिखरचन्द जैन, पाढम (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग कुछ सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
बाबूराम
२४७
टेकचन्द जैन सुपुत्र शिखरचन्द जैन, पाढम (मैनपुरी)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है । चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । मूल निवासी पैढत के है।
नेमीचन्द जैन सुपुत्र कम्पिलादास जैन, पाढम (मैनपुरी)
इस परिवार में दस पुरुष वर्ग में तथा नौ स्त्री वर्ग में कुल उन्नीस सदस्य हैं। छ लड़के तथा छ लड़को अविवाहित है । कक्षा एक से लेकर सातवीं तक सब पढ़ रहे हैं। परिवार प्रमुख स्वयं चौथी तक पढ़े हैं और कपड़े तथा वर्तन का व्यापार है।
प्रेमचन्द जैन सुपुत्र छदामीलाल जैन, पाढम (मैनपुरी)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य । चार लड़के अविवाहित है। शिक्षा दूसरी कक्षा से लेकर सातवीं तक है। कपड़े का व्यापार है । मूल निवासी स्थानीय ही है ।
'जैन दत्तकपुत्र जौहरीलाल जैन, पाढम (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा तीन श्री वर्ग में कुल चार सदस्य है । एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल वारह सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है । पुत्र भागचन्द एम० ए०
Page #105
--------------------------------------------------------------------------
________________
२४८
श्री पावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी एल० टी०, विमलकुमार बी० ए०, कमलेशचन्द्र मैट्रिक पास और सर्विस में है । शंकरलाल नौवीं में पढ़ रहा है। पुत्रवधू नीलमणि दसवीं पास हैं । परि
वार प्रमुख स्वय हिन्दी पढ़े है और दवाखाने का व्यापार करते हैं। भूधरदास जैन सुपुत्र सुन्दरलाल जैन, पाढम (मैनपुरी)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य है। पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और कपड़े
का व्यापार है। मूल निवासी पंढत के हैं। महेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र कम्पिलादास जैन, पाढम (मैनपुरी) । इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक बी वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं।
परिवार प्रमुख हिन्दी पढ़े हैं और जनरल मर्चेण्ट का व्यापार करते है। महेशचन्द जैन सुपुत्र कस्तूरचन्द जैन, पाढम (मैनपुरी) । इस परिवार में तीन, पुरुष वर्ग में तथा छ त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं।
, तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा नहर का ठेका तथा
हलवाई का व्यापार है। मुन्नीलाल जैन सुपुत्र लेखराज जैन, पाढम (मैनपुरी)
' इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। i. - एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा कपड़े
का व्यापार है । मूल निवासी जेडा (मैनपुरी) के हैं। मुंशीलाल जैन सुपुत्र राजाराम जैन, पाढम (मैनपुरी)
" इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। ': ' , शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। . राजनलाल जैन सुपुत्र वंशीधर जैन, पाढम (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार
है। मूल निवासी सरानी (एटा) के हैं। लखपतिचन्द जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, पाढम (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और कपड़े का व्यापार है । मूल
निवासी पेंढत के हैं। वीरेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र टेकचन्द जैन, पाढम (मैनपुरी).
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में क्या दोषी वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और कपड़े का व्यापार है । मूल निवासी पैढत (मैनपुरी) के हैं।
Page #106
--------------------------------------------------------------------------
________________
Farmer
.
स्व. श्री बाबू हजारीलाल जी जैन
वकील, फीरोजाबाद
स्व० श्री रामस्वरूपजी जैन, इन्दौर
"
Aank
""
"
H
PALASS
.
1.
--minuati.
"
१२
11
U
SAR
",,
,
"
M
Aary
SMS
2
k
श्री पं० अमोलकचन्दजी जैन,उड़ेसरीय
इन्दौर
श्री ला० महावीरप्रसाद जी जैन, सर्राफ
देहली
Page #107
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पं० बंशीधरजी जैन इन्दौर
श्री लाला मुंशीलालजी जैन
एटा
श्री देवचन्दजी रामासाव रोडे जैन श्री वैद्य रामप्रसादजी जैन शास्त्री
वर्धा
आगरा
स्व० श्री बनारसीदासजी जैन पालेज
श्री श्यामलालजी जैन रईस देहली
Page #108
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावतौ पुरवाल जैन डायरेक्टरी
सुखदेवदास जैन सुपुत्र घासीराम जैन, पाढम (मैनपुरी)
हीरालाल जैन सुपुत्र कम्पिलादास जैन, पाढम (मैनपुरी)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल बारह सद्स्य । चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है । पौत्र इन्द्रचन्द्र विशारद है । परिवार प्रमुख स्वयं चौथी कक्षा तक शिक्षित हैं और कपड़े का व्यापार करते है। सामाजिक और सार्वजनिक कार्यकर्ता भी हैं। मूल निवासी पाढम के हैं ।
हुबलाल जैन सुपुत्र बृजवासीलाल जैन, पाढम (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है । दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं । शिक्षा हिन्दी और पेशा कपड़े का व्यापार है ।
२४६
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है । शिक्षा हिन्दी और व्यापार किराने का है।
गॉव-पिलकतर फतह (मैनपुरी)
जयदेव जैन सुपुत्र छदामीलाल जैन, पिळकतर फतह (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य है । तीन लड़के अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । सोनपाल जैन सुपुत्र लालाराम जैन, पिलकतर फतह (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
गाँव-पेंडल, (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है । एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । मूल निवासी देवखड़ा के है ।
गप्पूलाल जैन, पैढत (मैनपुरी)
३२
नेमीचन्द जैन सुपुत्र गेदालाल जैन, पैढत (मैनपुरी)
खुन्नीलाल जैन सुपुत्र लखमीचन्द जैन, पृथ्वीपुर (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य है । दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं । शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषिकार्य का है ।
गाँव-पृथ्वीपुर (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो बी वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
Page #109
--------------------------------------------------------------------------
________________
२५०
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी चोखेलाल जैन सुपुत्र सेतीलाल जैन, पृथ्वीपुर (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुप वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। नत्थूलाल जैन सुपुत्र सुखवासीलाल जैन, पृथ्वीपुर (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुप वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं।
तीन लड़के अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। बद्रीप्रसाद जैन सुपुत्र लखमीचन्द जैन, पृथ्वीपुर (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। चार लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
दवाओं का व्यापार है। रामदयाल जैन सुपुत्र लखमीचन्द जैन, पृथ्वीपुर (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन श्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य है। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। साहूकाल जैन सुपुत्र चोखेलाल जैन, पृथ्वीपुर (मैनपुरी) इस परिवार में केवल एक ही व्यक्ति हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
___गॉव-फरिहा (मैनपुरी) अमोलकचन्द जैन सुपुत्र झम्मनलाल जैन, फरिहा (मैनपुरी) ..
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। उल्फतराय जैन सुपुत्र श्यामलाल जैन, फरिहा ( मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। तीन लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी ओर पेशा व्यापार हलवाईगिरी
किरोड़ीलाल जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। किरोड़ीमल जैन सुपुत्र सालिगराम जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा पाँच श्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं।
Page #110
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
२२१ दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार
है। मूल निवासी खेरी (आगरा) के हैं। वाराचन्द जैन सुपुत्र चेतराम जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं।
दो लड़के अविवाहित हैं । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। देवकुमार जैन सुपुत्र रतनलाल जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में क्या एक बी वर्ग में कुल दो सदस्य हैं।
परिवार प्रमुख स्वयं अविवाहित हैं और बेकार हैं। पन्नालाल जैन सुपुत्र गजाधरलाल जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा आठ स्त्री वर्ग में कुल सोलह सदस्य हैं। तीन लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार
कपड़े का है। मूल निवासी मरसलगंज के हैं। प्रेमचन्द जैन सुपुत्र नेमीचन्द जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा छह स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। चार लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख अंग्रेजी-हिन्दी पढ़े हैं और
किराने का व्यापार करते हैं। फूलचन्द जैन सुपुत्र श्रीनिवास जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी और पेशा हलवाईगिरी और कृषिकार्य का है। फौजीलाल जैन सुपुत्र निन्नामल जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य
हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
__व्यापार है । मूल निवासी नरहरपुर (एटा) के हैं। बाबूराम जैन सुपुत्र नेवलाल जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार
बूरा बताशा का है। बॉकेलाल जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, फरिहा ( मैनपुरी)
इस परिवार में एक ही व्यक्ति है। शिक्षा हिन्दो और पेशा दुकानदारी का है। भगवानदास जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़को अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
Page #111
--------------------------------------------------------------------------
________________
२५२
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी भगवानस्वरूप जैन सुपुत्र चौवेलाल जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं।
एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। मानिकचन्द जैन सुपुत्र श्रीनिवास जैन, फरिहा (मैनपुरी) ।
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। मुंशीलाल जैन सुपुत्र वनारसीदास जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुप वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। दो लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं। पुत्र नेमीचन्द्र दवाओंका
व्यापार करते हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और व्यापार करते हैं। रघुनन्दनप्रसाद जैन सुपुत्र हुडीलाल जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल बारह सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़को अविवाहित है। पुत्र विमलकुमार बी० ए०
में है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और व्यापार करते हैं। रमेशचन्द जैन सुपुत्र हुंडीलाल जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं।
दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा मिठाई का व्यापार है। राजनलाल जैन सुपुत्र रामप्रकाश जैन, फरिहा ( मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य
हैं । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। रामस्वरूप जैन सुपुत्र द्वारकाप्रसाद जैन, फरिहा ( मैनपुरी)
इस परिवार में दो सदस्य पुरुष वर्ग में हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा सर्विस
है तथा साइकिल की दुकान है। लक्ष्मणदास जैन सुपुत्र चोखेलाल जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और मिठाई की
दुकान है।
लक्ष्मीशंकर जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य
- है। सात लड़के तथा.एक लड़की अविवाहित हैं। पुत्र पवनकुमार इन्टर में .... . है, अन्य हिन्दी पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और क्लोथ
मर्चेन्ट है, वस्त्र का व्यवसाय करते हैं।
Page #112
--------------------------------------------------------------------------
________________
२५३
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी सन्तकुमार जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन श्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
हलवाईगिरी का है। मूल निवासी वासरिसाल (आगरा) के हैं। सुकमाल जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषि
कार्य का है। सुनहरीलाल जैन सुपुत्र श्यामलाल जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं।
एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। सुरेशचन्द्र जैन सुपुत्र रेवतीराम जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं।
छ लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार सराफे का है। शाहकुमार जैन सुपुत्र निन्नामल जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं।
दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा - व्यापार है। । शौकीलाल जैन सुपुत्र बनारसीदास जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा आठ स्त्री वर्ग में कुल पन्द्रह सदस्य है । पाँच लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित हैं। भतीजा वीरेन्द्र दसवीं कक्षा पास है, बाकी के पढ रहे है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े है और
कपड़े का व्यापार करते हैं। मूल निवासी कुबेरगढी के हैं। श्रीलाल जैन सुपुत्र झल्लूमल जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य है। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। मूल निवासी
कुवेरगढी के हैं श्रीलाल जैन सुपुत्र भोलानाथ जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में, दो पुरुष वर्ग में. तथा चार स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है।
दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। श्रीलाल जैन सुपुत्र गुलजारीलाल जैन, फरिहा (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी है। .
d
-
-
Page #113
--------------------------------------------------------------------------
________________
२५४
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
गाँव-फाजिलपुर (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
ओमप्रकाश जैन सुपुत्र दिलसुखराय जैन, फाजिलपुर (मैनपुरी)
गाँव-बड़ागाँव (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है । चार लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
राजकुमार जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, बड़ागाँव (मैनपुरी)
सुखनन्दनलाल जैन सुपुत्र रघुवरदयाल जैन, बड़ागाँव (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
गाँव-भादक (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार हैं।
गाँव-भारौल (मैनपुरी)
अमोलकचन्द जैन सुपुत्र मुन्नीलाल जैन, भादऊ (मैनपुरी)
ओमप्रकाश जैन सुपुत्र बाबूलाल जैन, भारौल (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और व्यापार दुकानदारी का है।
J
गाँव-रामपुर (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक श्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
ज्योतिप्रसाद जैन सुपुत्र राजाराम जैन, रामपुर (मैनपुरी)
भजनलाल जैन सुपुत्र छेदालाल जैन, रामपुर (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन सदस्य पुरुष वर्ग में हैं। दो वयस्क व्यक्ति अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा कृषिकार्य का है।
विजयस्वरूप जैन सुपुत्र शिवप्रसाद जैन, रामपुर (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। एक लड़का तथा चार लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार कृषिकार्य का है।
Page #114
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन आयरेक्टरी
२५५ साहूकार जैन सुपुत्र बनारसीदास जैन, रामपुर (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में वथा एक श्री वर्ग में कुल तीन सदस्य है।
एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। श्रीनिवास जैन सुपुत्र सम्पतराम जैन, रामपुर (मैनपुरी).
इस परिवार में दो सदस्य पुरुष वर्ग में है। एक वयस्क अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
गाँव-रीमा (मैनपुरी) कान्तिप्रसाद जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, रीमा (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग मे तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी और पेश व्यापार कृषिकार्य का है। नेमीचन्द जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, रीमा (मैनपुरी)
इस परिवार में एक ही व्यक्ति है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार कृषिकाय
का है। संतकुमार जैन सुपुत्र दरबारीलाल जैन, रीमा (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य है। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार कृषिकार्य का है।
गॉव-चल्लीगढ़ ( मैनपुरी) छकामल जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, वल्टीगढ ( मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक बी वर्ग में कुल दो सदस्य हैं।
शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार कृषिकार्य का है। प्यारेलाल जैन सुपुत्र जयलाल जैन, वल्टीगढ़ (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। पुत्र शरदकुमार हाई-स्कूल पास है और सर्विस में है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और कृषिकार्य करते हैं।
गॉव-सरसागंज (मैनपुरी) कामवाप्रसाद जैन सुपुत्र छेदालाल जैन, सरसागंज (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में क्या चार स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। पुत्र शरदकुमार मैट्रिक है।परिवार प्रमुख स्वयं आयुर्वेदाचार्य और कान्यतीर्थ हैं। मूल निवासी पेगू (मैनपुरी)
Page #115
--------------------------------------------------------------------------
________________
२५६
चन्द्रसेन जैन सुपुत्र बुद्धसेन जैन, सरसागंज (मैनपुरी)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं शास्त्री हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी कोटला (आगरा ) के हैं। नाथूराम जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, सरसागंज (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक बी वर्ग में कुल दो सदस्य है । बहन सुशीला देवी विधवा है और प्रवेशिका पास हैं। स्थानीय कन्या पाठशाला में सर्विस में है। परिवार प्रमुख हिन्दी जानते हैं और व्यापार करते हैं।
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
मोतीलाल जैन सुपुत्र चम्पाराम जैन, सरसागंज (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन बी वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। पुत्री कान्ता कुमारी हाईस्कूल पास है। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं नार्मल ट्रेण्ड हैं और घी का व्यापार करते हैं। मूल निवासी स्थानीय है ।
रविलाल जैन सुपुत्र चम्पाराम जैन, सरसागंज (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और व्यापार किराने का है।
रविलाल जैन सुपुत्र उल्फतराय जैन, सरसागंज (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक बी वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। पुत्र सतीशचन्द इण्टर पास है और सरसागंज स्कूल में अध्यापक है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी जानते हैं और व्यापार करते हैं।
गाँव-सिरमाई (मैनपुरी)
राजेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र श्रीनिवास जैन, सिरमई (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चार बी वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। तीन लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार कृषिकार्य है।
↓
शिवप्रसाद जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, सिरमई (मैनपुरी)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार कृषिकार्य का है । मूल निवासी फरिहा के हैं।
Page #116
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
सेवतीलाल जैन सुपुत्र परमसुखदास जैन, सुनाव (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य है । एक लड़का अविवाहित है । पुत्र भवनस्वरूप एम० ए० एल० डी० एल-एल बी० है और प्रिंसपल हैं। परिवार प्रमुख चौथों कक्षा पास हैं और कृषिकार्य का व्यापार करते हैं। निःशुल्क दवाएं भी देते हैं। सार्वजनिक कार्यकर्ता भी हैं ।
गॉव-सोनई (मैनपुरी)
रामस्वरूप जैन सुपुत्र सुखनन्दनलाल जैन, सोनई (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है । दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । श्रीनिवास जैन सुपुत्र मिश्रीलाल जैन, सोनई (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
हजारीलाल जैन सुपुत्र रेवतीराम जैन, सौनई (मैनपुरी)
२५७
गॉव-सुनाव (मैनपुरी)
इस परिवार में दो सदस्य पुरुष वर्ग में है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
गॉव-शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग मे कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी-अंग्रेजी पढ़े हैं और बुकिंग क्लर्क की सर्विस करते हैं। मूल निवासी फिरोजाबाद के हैं।
आनन्दकुमार जैन सुपुत्र रघुवरदयाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
ओमप्रकाश जैन सुपुत्र रेवतीराम जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य है । शिक्षा हिन्दी और पेशा खोमचा का है। मूल निवासी रिजावली के हैं।
इन्द्रसेन जैन सुपुत्र गजाधरलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा पाँच खी वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा घड़ीसाजी का है । मूल निवासी नाहरपुर के हैं।
३३
Page #117
--------------------------------------------------------------------------
________________
२५८
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी कपूरचन्द जैन सुपुत्र अमोलकचन्द जैन, शिकोहावाद (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। . एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं। मूल निवासी एत्मादपुर
(आगरा) के हैं। कम्पिलादास जैन सुपुत्र आसाराम जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में ग्यारह पुरुष वर्ग में तथा आठ बी वर्ग में कुल उन्नीस सदस्य हैं । सात लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित है। पुत्र नेमीचन्द एम० ए० एल० एल० वी० एडवोकेट हैं, पुत्रवधू किरणकुमारी इण्टर, पुत्र मानिकचन्द्र एम० ए० वी० टी०, पुत्र वीरकुमार इण्टर, पोत्री-सरोजकुमारी हाईस्कूल है। अन्य लड़के लड़की विभिन्न कक्षाओं में पढ़ रहे हैं। परिवार प्रमुख प्राइमरी
कक्षा पास है और कृषिकार्य तथा व्यापार करते हैं। किशोरीलाल जैन सुपुत्र हुंडीलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग मे तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार वूरावताशा का है । मूल निवासी एत्मादपुर के हैं। कुँवरप्रसाद जैन सुपुत्र वावुराम जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में क्या दो खी वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और व्यापार परचून का है। मूल
निवासी स्थानीय है। गौरीशंकर जैन सुपुत्र विहारीलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग मे कुल छ सदस्य है। एक लड़का अविवाहित है ।भाई रमेशचन्द्र इन्टर में है। शिक्षा हिन्दी और
पेशा चाटका व्यापार है । मूल निवासी आलमपुर (आगरा) के हैं। पं० चन्द्रसेन जैन शास्त्री सुपुत्र बुद्धसेन जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा दो बी वर्ग में कुल आठ सदत्व है। पाँच लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी है। परिवार प्रमुख
स्वयं शास्त्री हैं और अध्यापन का कार्य करते हैं। मूल निवासी कोटलाके हैं। छैलविहारी जैन सुपुत्र चुन्नीलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी) ।
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा साव श्री वर्ग मे कुल बारह सदस्य हैं। एक लड़का तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा मिठाई की दुकान हैं । मूल निवासी स्थानीय है।
Page #118
--------------------------------------------------------------------------
________________
२१९
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी जगन्नाथप्रसाद जैन सुपुत्र दिलेराम जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)..
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। चार लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
मिठाई का है। जग्गीलाल जैन सुपुत्र वनारसीदास जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। एक लड़का तथा चार लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार
कपड़े का है। मूल निवासी स्थानीय हैं। जयन्तीलाल जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी),
इस परिवार में दो पुरुप वर्ग में तथा दो खी वर्ग में कुल चार सदस्य हैं।
एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा सर्विस है।। जरदकुमार जैन सुपुत्र वीरवल जैन, शिकोहावाद (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्गमें कुल नौ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार
है। मूल निवासी स्थानीय हैं। जिनवरदास जैन सुपुत्र छोटेलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य है। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा सर्विस है । मूल निवासी
फरिहा के हैं। दरवारीलाल जैन सुपुत्र विद्यानन्द जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में दस पुरुप वर्ग में तथा आठ स्त्री वर्ग में कुल अठारह सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार
किराने का है। मूल निवासी स्थानीय हैं। धनपाल जैन सुपुत्र सोहनलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुप वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
व्यापार है। मूल निवासी एका के हैं। धनसुखदास जैन सुपुत्र पातीराम जैन, शिकोहावाद (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा घी का व्यापार है । मूल निवासी फरुखाबाद के है।
Page #119
--------------------------------------------------------------------------
________________
२६०
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी नम्बरदार जैन सुपुत्र मौजीराम जैन, शिकोहाबाद ( मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य
हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा . सर्विस है। मूल निवासी जारखी (आगरा) के हैं। निर्मलकुमार जैन सुपुत्र मनभावनलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य
हैं। दो लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा सूत का व्यापार है। नत्थीलाल जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा सर्विस है। मूल निवासी
स्थानीय हैं। नैनामल जैन सुपुत्र रघुवरदयाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में इस पुरुष वर्ग में तथा नौ स्त्री वर्ग में कुल उन्नीस सदस्य हैं। छ लड़के तथा दो लड़को अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा कपड़े का
व्यापार है। मूल निवासी स्थानीय हैं। पुत्तूलाल जैन सुपुत्र जौहरीलाल जैन, शिकोहावाद (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेश व्यापार ठेकेदारी का
है। मूल निवासी स्थानीय हैं। पुष्पेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र श्रीपाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा आठ श्री वर्ग में कुल चौदह सदस्य हैं। एक लड़का तथा चार लड़की अविवाहित हैं। पुत्र प्रभाचन्द्र अध्यापक हैं।
परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और सर्विस करते हैं। प्रेमसागर जैन सुपुत्र धनसुखदास जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा पाँच श्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी अंग्रेजी पढ़े हैं और आटा चक्की का व्यापार है। मूल निवासी फरुखावाद
फुलजारीलाल जैन सुपुत्र वाबूराम जैन, शिकोहावाद (मैनपुरी)
इस परिवार में पांच पुरुष वर्ग में वथा चार स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। मूल निवासी स्थानीय हैं।
Page #120
--------------------------------------------------------------------------
________________
यो पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी फूलचन्द जैन सुपुत्र श्रीपाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार से छ पुरुष वर्ग में तथा ग्यारह स्त्री वर्ग में कुल सत्रह सदस्य हैं। सात लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और गल्ले का व्यापार है। मूल
निवासी पमारी के हैं। फूलचन्द्र जैन सुपुत्र ख्यालीराम जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा
परचून का व्यापार है। बहोरीलाल जैन सुपुत्र ख्यालीराम जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा दस श्री वर्ग में कुल सोलह सदस्य हैं। पुत्र सुरेशचन्द्र इण्टर है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े है और परचून का
व्यापार करते हैं। मूल निवासी राजमल (एटा) के हैं। बाबूराम जैन सुपुत्र छोटेलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी) ।
इस परिवार में चौदह पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल इक्कीस सदस्य हैं। छ लड़के तथा चार लड़को अविवाहित है। पुत्र महेशचन्द इंग्लिश पढा है और कमलकुमार डाक्टरी पढ रहा है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े
हैं और व्यापार करते हैं । मूल निवासी स्थानीय ही हैं। भामण्डलदास जैन सुपुत्र मिहनलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा खुदरा माल का
व्यापार है। महावीरप्रसाद जैन सुपुत्र शेखरचन्द जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल बारह सदस्य हैं। एक लड़का तथा वीन लड़की अविवाहित हैं। पुत्र दामोदरदास और विनयकुमार हाईस्कूल पास हैं। अन्य लड़के विभिन्न कक्षाओं में है। परिवार प्रमुख स्वयं इण्ट्रेन्स हैं और जिला मैनपुरी व एटा के कूपर इंजक्स के
डिस्टोन्यूटर्स और आटा चक्की का व्यापार है। मूल निवासी स्थानीय है। मानिकचन्द जैन सुपुत्र सेतीलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तेरह पुरुप वर्ग में तया पन्द्रह स्त्री वर्ग में कुल अट्ठाईस सदस्य हैं । पाँच लड़के तथा आठ लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और
पेशा घी का व्यापार है । मूल निवासी कौरारा बुजुर्ग के हैं। मुरारीलाल जैन दत्तकपुत्र वंशीधर जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो वयस्क युवक अविवाहित हैं। एक सुभाषचन्द्र एम० बी० बी० एस०
Page #121
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
डाक्टर हैं और दूसरा अशोकचन्द्र एम० काम० फाइनल हैं। परिवार प्रमुख स्वयं अंग्रेजी हिन्दी पढ़े है और तेल, चावल मिल और वरफ कारखाने के संचालक तथा मर्चेन्ट हैं। मूल निवासी खांडा (आगरा) के हैं। रघुवरदयाल जैन सुपुत्र भगवानदास जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तेरह पुरुष वर्ग में तथा दस स्त्री वर्ग में कुल तेईस सदस्य | आठ लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा फुटकर दुकानदारी है। मूल निवासी कोटला (आगरा) के है । राजकुमार जैन सुपुत्र हुण्डीलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं । पाँच लड़के अविवाहित हैं । पुत्र नरेन्द्रकुमार इण्टर है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और परचून का व्यापार करते है । मूल निवासी एत्मादपुर के है ।
२६२
राजनलाल जैन सुपुत्र बिहारीलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं । पुत्र सुरेशचन्द्र बी० ए० हैं । परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े है और चाट का व्यापार करते हैं। मूल निवासी आलमपुर के हैं ।
राजबहादुर
जैन सुपुत्र सांवलदास जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार दुकानदारी है। राजकुमार जैन सुपुत्र वीरबलदास जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में ग्यारह पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल अठारह सदस्य है । आठ लड़के तथा चार लड़की अविवाहित है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार (घी मर्चेन्ट ) हैं ।
राजेन्द्रप्रसाद जैन सुपुत्र गजाधरलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है । पाँच लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और व्यापार करते हैं । मूल निवासी खांडा के है ।
राजेन्द्रप्रसाद जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं । शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकानदारी है। मूल निवासी स्थानीय हैं।
Page #122
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरखाल जैन डायरेक्टरी
२६३ रामस्वरूप जैन सुपुत्र मेवाराम जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में नौ पुरुष वर्ग में तथा नौ स्त्री वर्ग में कुल अठारह सदस्य हैं। पाँच लड़के वथा चार लड़की अविवाहित हैं। पुत्र अशोककुमार बी० एस०सी०, अचलकुमार वी० एस० सी०, भतीजा सुवोधकुमार वी० एस० सी०, भतीजा प्रमोदकुमार बी० एस० सी०, अन्य लड़के इंगलिश हिन्दी पढ़ रहे है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े है और सर्राफे का व्यापार करते
हैं। मूल निवासी स्थानीय है। रोशनलाल जैन सुपुत्र रघुवरदयाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुप वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकानदारी है । मूल
निवासी रैमजा (आगरा) के है। विजयचन्द जैन सुपुत्र विजयनंदन जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं।
दो लड़के अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा सर्विस है। सन्तोषीलाल जैन सुपुत्र बल्देवप्रसाद जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तेरह पुरुष वर्ग में तथा दस स्त्री वर्ग में कुल तेईस सदस्य हैं। नौ लड़के तथा छ लड़की अविवाहित हैं। पुत्र ओमप्रकाश हाईस्कूल पास हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और व्यापार करते हैं। मूल
निवासी सदऊ (मैनपुरी) के है। साहूलाल जैन सुपुत्र रघुवंशीलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में वथा पाँच घी वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। एक लड़का तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा फुटकर
दुकानदारी का व्यापार है। मूल निवासी रामपुर (मैनपुरी) के हैं। सुखनन्दनलाल जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल आठ मदस्य हैं। दो लड़के वथा चार लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और व्यापार
मनिहारी का है। सुखनन्दी जैन सुपुत्र रघुवरदयाल जैन, शिकोहावाद (मैनपुरी)
इस परिवार में केवल एक ही व्यक्ति है। शिक्षा हिन्दी और पेशा मकान
भाड़ा है। मूल निवासी स्थानीय हैं। सुनपतिलाल जैन सुपुत्र गजाधरलाल जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन बी वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। पुत्र सत्येन्द्रकुमार दसवीं
Page #123
--------------------------------------------------------------------------
________________
२६४
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी कक्षा में है । अन्य लड़के विभिन्न कक्षाओं में पढ़ रहे हैं। परिवार प्रमुख स्वयं
वी०ए० हैं और घी आदि का व्यापार करते हैं। सुनहरीलाल जैन सुपुत्र वासुदेवसहाय जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं। पुत्र रामप्रकाश को-आपरेटिव बैंक के मैनेजर हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और सर्विस करते
हैं । मूल निवासी वसुंधरा के हैं। सुरेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र मंगलसेन जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी) .
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और ज्यापार
किराना का है । मूल निवासी जारखी (आगरा) के हैं। सूरजभान जैन सुपुत्र वंशोधर जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन बी वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा
कपड़े का व्यापार है । मूल निवासी आलमपुर के हैं। श्यामलाल जैन सुपुत्र लछमनदास जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं । शिक्षा हिन्दी और पेशा
सर्विस है । मूल निवासी मिजराऊ (एटा) के हैं। श्यामलाल जैन सुपुत्र वंशीघर जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तेरह पुरुष वर्ग में तथा आठ स्त्री वर्ग में कुल इक्कीस सदस्य हैं। आठ लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार किराना और मिठाई का है। मूल निवासी जारखी (आगरा)
के हैं। श्रीधरलाल जैन सुपुत्र राजाराम जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में एक व्यक्ति हैं । आप विधुर हैं और वी०एस०सी० वैयाकरणी हैं। प्रेस द्वारा छपाई का कारोवार है । मूल निवासी चावली (आगरा)
श्रीलाल जैन सुपुत्र बनारसीलाल जैन, शिकोहावाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन सदस्य पुरुष वर्ग में हैं। एक लड़का अविवाहित है।
शिक्षा हिन्दी और पेशा दुकानदारी है। हरमुखराय जैन सुपुत्र लेखराज जैन, शिकोहावाद (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं।
Page #124
--------------------------------------------------------------------------
________________
२६५
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी दो लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और व्यापार गल्ले का है। मूल
निवासी स्थानीय है। हरिविलास जैन सुपुत्र वैजनाथ जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य है। तीन लड़के वथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
दुकानदारी का है। मूल निवासी चिरौली (आगरा) के हैं। हुंडीलाल जैन सुपुत्र थानसिंह जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं।। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा
गल्ले का व्यापार है। हुंडीलाल जैन सुपुत्र रेवतीराम जैन, शिकोहाबाद (मैनपुरी)
इस परिवार में नौ पुरुष वर्ग से तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल वारह सदस्य हैं। चार लड़के अविवाहित हैं। एक लड़का मिडिल पास है और एक आठवीं कक्षा में है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और स्टेशन पर चाय का स्टाल है।
गाँव-हातमन्त (मैनपुरी) छोटेलाल जैन सुपुत्र हुंडीलाल जैन, हातमन्त (मैनपुरी) ।
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा व्यापार
व्यवसाय करते हैं। वकिलाल जैन सुपुत्र छोटेलाल जैन, हातमन्त (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुप वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी फरिहा (मैनपुरी) के हैं।
जिला-लखनऊ
नगर-लखनऊ प्रकाशचन्द्र जैन सुपुत्र सुनहरीलाल जैन, काला फाटक लखनऊ (लखनऊ)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है । परिवार प्रमुख स्वयं बी० ए० हैं और पेशा प्रिंटिंग प्रेस का कार्य है। मूल निवासी स्थानीय हैं।
Page #125
--------------------------------------------------------------------------
________________
२६४
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी सुरेशचन्द्र जैन सुपुत्र मक्खनलाल जैन, सेक्रेटरियट कार्टर्स महानगर लखनऊ (लखनऊ)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चार खो वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा तीन लड़की अविवाहित हैं । कक्षा तीन से लेकर नौवीं तक के विद्यार्थी हैं। परिवार प्रमुख स्वयं वी० काम० है और सरकारी सर्विस में हैं। मूल निवासी एटा के हैं।
जिला-हरद्वार
नगर-हरद्वार हजारीलाल जैन सुपुत्र जौहरीलाल जैन, मोती बाजार हरद्वार (हरद्वार)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है । परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और विसातखाने के जनरल मर्चेण्ट हैं। मूल निवासी कोटला (आगरा) के है।
Page #126
--------------------------------------------------------------------------
________________
गुजरात प्रान्त
Page #127
--------------------------------------------------------------------------
________________
:
Page #128
--------------------------------------------------------------------------
________________
जिला-बड़ोदा
गाँव-करजन बनारसीदास जैन सुपुत्र चंपाराम जैन, १११६ सरदार चौक नयाबाजार करजन (बड़ोदा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का शिशु अवस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और
कपड़े का व्यापार करते हैं। मूल निवासी मर्थरा (एटा) के है।। महेन्द्रपाल जैन सुपुत्र हुण्डीलाल जैन, पुराना बाजार करजन (बड़ोदा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का मैट्रिक में पढ़ रहा है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और
व्यापार व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी करजन के ही हैं। सूर्यपाल जैन सुपुत्र सेवाराम जैन, नयावानार करजन (बड़ोदा) ..
इस परिवार में सोलह पुरुप वर्ग में तथा नौ स्त्री वर्ग में कुल पचीस सदस्य हैं। तेरह लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं । यह परिवार मूल निवासी फरिहा (मैनपुरी) का है।
गाँव-चांपानेर रोड ( बड़ोदा) सूरजभान जैन सुपुत्र वासुदेव जैन, चांपानेर रोड (बड़ोदा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और अनाज तथा किराने की दुकान करते हैं। मूल निवासी पानाघाती का नगला
(मैनपुरी) के हैं। सूरजमल जैन सुपुत्र वासुदेव जैन, चांपानेर रोड आदीनाथ स्टोर (वड़ोदा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। एक लड़का तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और अनाज के
व्यापारी हैं। मूल निवासी मानधाती का नगला के हैं। हुण्डीलाल जैन सुपुत्र वासुदेव जैन, चांपानेर रोड (बड़ौदा)
इस परिवार में यह सन्नन और इनकी श्रीमतीजी केवल दो सदस्य ही हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और अनाज का व्यापार करते हैं। मूल निवासी मानधाती का नगला के हैं।
Page #129
--------------------------------------------------------------------------
________________
२७०
श्री पद्मावती पुरखाल जैन डायरेक्टरी
गाँव-मियोगाँव करजन (बड़ोदा) तहसीलदार जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन , मियोगाँव करजन जूनाबाजार (बडोदा) ।
- इस परिवार में यह सजन अकेले ही हैं और वृद्ध अवस्था में हैं। मूल
निवासी फिरोजाबाद के हैं। नेमीचन्द जैन सुपुत्र छेदालाल जैन, जनता स्टोर मियोगाँव करजन (बड़ोदा)
इस परिवार में सात पुरुप वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य है। पाँच लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख रैस्टोरेण्ट का कार्य करते हैं। मूल
निवासी आगरा के हैं। वासुदेव जैन सुपुत्र बाबूलाल जैन, मियोगाँव करजन जूनाबाजार (बड़ोदा)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो बी वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित है। परिवार प्रमुख कटलेरी विक्रेता हैं । मूल निवासी ख्याली का नगला के हैं।
गाँववाघोड़िया (वड़ोदा) अमोलकचन्द जैन सुपुत्र मुरलीधर जैन, बाघोड़िया (बड़ोदा) .
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं तथा विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और अनाज के व्या
पारी हैं। मूल निवासी ख्याली का नगला के हैं। जैनेन्द्रकिशोर जैन सुपुत्र जयकुमार जैन, श्याम सदन बाघोड़िया (षड़ोदा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा पाँच श्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है। एक लड़का तथा दो लड़की शिशु अवस्था में हैं। परिवार प्रमुख साषा
रण शिक्षित हैं और साइकिल की दुकान करते है । मूल निवासी एटा के हैं। धन्यकुमार जैन सुपुत्र भाजनलाल जैन, ठि० दीपक रेस्टोरेण्ट वाघोड़िया (बड़ोदा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा
प्राप्त कर रहे हैं। मूल निवासी जलेसर (एटा) के हैं। बाबूलाल जैन सुपुत्र मथुरादास जैन, बस स्टेण्ड के पास बाघोड़िया (बड़ोदा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं । मूल निवासी मानधाती का नगला (मैनपुरी) के हैं।
Page #130
--------------------------------------------------------------------------
________________
२७१
सार
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी ____२७१ राजकुमार जैन सुपुत्र मुरलीधर जैन, स्टेशन रोड बाघोड़िया (बड़ोदा)
इस परिवार में यह सज्जन और इनकी धर्मपत्नी केवल दो ही सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा कपड़े का व्यापार करते हैं। मूल
निवासी ख्याली का नगला के हैं। वंशीलाल जैन सुपुत्र मुरलीधर जैन, स्टेशन रोड बाघोड़िया (बड़ोदा)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। चार लड़के अविवाहित हैं तथा प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और रेस्टोरेण्ट का संचालन करते
है । मूल निवासी ख्याली का नगला के हैं। सुरेशचन्द्र जैन सुपुत्र रामस्वरूप जैन, बस स्टेण्ड वाघोड़िया (बड़ोदा)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य है। एक लड़की बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख विशारद तक शिक्षित है और चूड़ी की दुकान करते हैं । मूल निवासी एत्मादपुर के है।
गाँव-भीया गाँव करजन (वड़ोदा) मुन्शीलाल जैन सुपुत्र छक्कामल जैन, भीया गॉव करजन (बड़ोदा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा एक बी वर्ग में कुल छ सदस्य है। तीन लड़के अविवाहित हैं तथा प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और होटल का कार्य करते हैं। मूल निवासी फरिहा के हैं।
जिला-भडॉच
गॉव पालेज बनारसीदास जैन सुपुत्र मेवाराम जैन, पालेज (भडोंच)
इस परिवार में नौ पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल सत्तरह सदस्य हैं। तीन लड़के वथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और रेस्टोरेन्ट
का काम करते हैं । मूल निवासी फरिहा (मैनपुरी) के है। बृजकिशोर जैन सुपुत्र पुत्तलाल जैन, स्टेशन के सामने पालेज (भडोंच)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। तीन लड़के तथा चार लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख एफ० वाई० ए० एस० टी०. H. s. s. तक शिक्षित हैं और अध्यापन का कार्य करते हैं। मूल निवासी नगला ख्याली के हैं।
Page #131
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
२७२
राजकुमार जैन सुपुत्र मेवाराम जैन, पालेज (भडौंच )
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय करते है । मूल निवासी फरिहा (मैनपुरी) के हैं।
Page #132
--------------------------------------------------------------------------
________________
देहली प्रान्त
Page #133
--------------------------------------------------------------------------
Page #134
--------------------------------------------------------------------------
________________
--
vanha
1808068 8080506
कार्यकारिणी - देहली पद्मावती पुरवाल पचायत
Page #135
--------------------------------------------------------------------------
________________
देहली-पावती पुग्वाल-समाज
.
.
...
MARAT
SA1
-
..
.
S
ELY
MH
पक
Ken....
LORE
di
Page #136
--------------------------------------------------------------------------
________________
जिलान्देहली
नगर-देहली अजितकुमार जैन सुपुत्र उदयचन्द जैन, देहली (देहली)
इस परिवार में चार व्यक्ति है, दो पुरुप वर्ग में तथा दो श्री वर्ग में । एक लड़का हायर सैकेण्ड्री में शिक्षा प्राप्त कर रहा है। एक लड़की इण्टर में शिक्षा प्राप्त कर रही है। दोनों ही अविवाहित हैं। मूल निवासी चावली (आगरा) के हैं और प्रिण्टिंग प्रेस का कार्य करते हैं। परिवार प्रमुख स्वयं शास्त्री तक शिक्षित हैं। पूरा पता है-४९७३ अहाता, केदारा पहाड़ी धीरज
दिल्ली-६। अटलचन्द जैन सुपुत्र फूलचन्द जैन, गली खजांची वाली, दरीबा कलॉ देहली (देहली)
इस परिवार में दस व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा आठ स्त्री वर्ग में। पुत्र पद्मचन्द्र ग्यारहवीं कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहा है और विवाहित है। पुत्री कमलाकुमारी नवीं कक्षा में है और अविवाहित है। अन्य छ लड़की छ से बारह तक आयु की शिक्षा प्राप्त कर रही हैं और सब अविवाहित हैं।
मूल निवासी गढीहरी (आगरा) के हैं। अतरचन्द जैन सुपुत्र कमलकुमार जैन, ५३२२८ डी० गांधीनगर देहली-३१ (देहली)
इस परिवार में छ व्यक्ति है, दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । साला प्रद्युम्नकुमार दसवीं कक्षा में है, उन्न १६ वर्षे अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं वी० काम हैं और पत्नी शशिप्रभा मिडिल हैं। एक लड़की ढाई
वर्ष, और दो विधवाये है। मूल निवासी स्थानीय हैं। अतिवीर जैन सुपुत्र विमलदास जैन, २९२ ए, जैन मन्दिर गली रामनगर देहली (देहली)
इस परिवार में सात व्यक्ति हैं, तीन पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। पुत्र सन्मतिकुमार एम०एस० सी० के छात्र हैं और अन्य छठी से आठवीं कक्षा तक में हैं। परिवार प्रमुख स्वयं बी०एस०सी० इन्जीनियर हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी
चावली (आगरा) के हैं। अनूपचन्द जैन सुपुत्र बनारसीदास जैन, रेलवे कार्टर नं०८ नई देहली (देहली)
इस परिवार में चार व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में। परिवार प्रमुख स्वयं इण्टर पास हैं और सरकारी सर्विस में हैं। एक लड़का तथा एक लड़की छ और एक वर्ष को हैं। मूल निवासी कुरिगवॉ अहारन (आगरा) के हैं।
Page #137
--------------------------------------------------------------------------
________________
२७६
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
अमृतलाल जैन सुपुत्र फूलचन्द जैन, ३४६ कटरा तम्बाकू चावड़ी बाजार देहली (देहली ) इस परिवार में नौ व्यक्ति हैं, पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । तीन लड़के तथा तीन लड़की तीन से तेरह तक की आयु के अविवाहित हैं। पौत्र राजेन्द्र कुमार आठवीं कक्षा में है, उम्र तेरह वर्ष । अन्य सब तीसरी से छठवीं कक्षा तक पढ़ रहे हैं। व्यावसायिक पता है-जैन केमिकल वर्क्स, कटरा वाडियान, फतहपुरी ( देहली - ६ ) मूल निवासी सिकन्दर (आगरा ) के हैं । व्यवसाय रंग-रोगन आदि का है।
1
ओमप्रकाश जैन सुपुत्र मुन्नीलाल जैन, २२६३ रघुवरपुरा गांधीनगर देहली ( देहली) इस परिवार में छ व्यक्ति हैं, तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। पुत्र ज्ञानचन्द उम्र १७ अविवाहित हैं, आठवीं तक की शिक्षा और सर्विस में हैं। अन्य एक से बारह तक की आयु के शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख स्वयं सर्विस में हैं और पाँचवीं तक शिक्षित हैं । मूल निवासी स्थानीय हैं। ओमप्रकश जैन सुपुत्र लाला दरवारीलाल जैन, ४२१६ आर्यपुरा, सब्जीमण्डी देहली ( देहली ) इस परिवार में नौ व्यक्ति हैं, पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में। चार लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। पुत्र आदीशकुमार उम्र १६, दसवीं कक्षा के छात्र हैं। पुत्री प्रेमलता व मंजुरानी १३, १२ आयु की नवीं और ana कक्षा में हैं। बाकी तीन लड़के तथा एक लड़की एक से पाँचवीं कक्षा तक में हैं। परिवार प्रमुख स्वयं मैट्रिक हैं और नेशलन एण्ड प्रिडले बैंक मे सर्विस में हैं। मूल निवासी स्थानीय हैं।
ओमप्रकाश जैन सुपुत्र लाला सेतीलाल जैन, ५९ गली खजांची, चाँदनी चौक, देहली (देहली) इस परिवार में पाँच व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं । ८ वर्ष से ढाई माह तक की आयु के हैं। परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल तक शिक्षित हैं। पेशा पान का व्यवसाय है। मूल निवासी टूण्डला (आगरा) के हैं।
इन्द्रनारायण जैन सुपुत्र सुनहरीलाल जैन, २०१६ मसजिद खजूर देहली ( देहली )
इस परिवार नौ व्यक्ति हैं, पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । चार से ग्यारह तक आयु के चार लड़के अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हाईस्कूल पास हैं और सेन्ट्रल बैंक आफ इण्डिया में हैडकैशियर पद पर हैं। पद्मावती पुरवाल दि० जैन पंचायती मंदिर देहली के प्रवन्धक हैं। मूल निवासी मरा ( एटा) के हैं ।
इन्द्रपाल जैन सुपुत्र श्रीनिवास जैन, २४२१ छोपीवाड़ा कल देहली ( देहली )
इस परिवार में पाँच व्यक्ति है, दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख प्राइमरी तक शिक्षित
Page #138
--------------------------------------------------------------------------
________________
२७७
.
श्रो पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी हैं और पेशा व्यवसाय का है। दुकान चूड़ी की है। मूल निवासी जरानी कलां के हैं। सार्वजनिक कार्यों में अभिरुचि रखते है। व्यावसायिक पता
२३० शान्ति जैन चूड़ी स्टोर, धर्मपुरा, दिल्ली-६। इन्द्रसेन जैन सुपुत्र लाला मोतीलाल जैन, ५९ गली खजांची, चांदनी चौक, देहली (देहली)
इस परिवार में स्वयं परिवार प्रमुख ही हैं। प्राइमरी तक की शिक्षा है और
पान का व्यवसाय करते हैं। इन्द्रसेन जैन सुपुत्र सुखनन्दनलाल जैन, २२८५ गली पहाड़वाली, देहली (देहली)
इस परिवार में दो व्यक्ति हैं, एक पुरुष वर्ग में तथा एक श्री वर्ग में । परि• वार प्रमुख प्राइमरी तक शिक्षित हैं और दलाली का व्यवसाय करते हैं।
मूल निवासी स्थानीय है। कटोरीदेवी जैन, २२८५ गली पहाड़वाली धर्मपुरा देहली (देहली)
इस परिवार में दो व्यक्ति स्त्री वर्ग में है। दोनों विधवा हैं। कालीचरण जैन सुपुत्र अमृतलाल जैन, १२५९ गली गुलियान देहली (देहली)
इस परिवार में छ व्यक्ति हैं, तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन खी वर्ग मे । दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। उर्मिलादेवी १७ और रामबाबू १६ आयु के हायर सेकेण्डरी और ११ वीं कक्षा के विद्यार्थी हैं। परिवार प्रमुख ८वीं कक्षा तक शिक्षित हैं और पेशा हलवाईगिरी का है। मूल निवासी
नारखी (आगरा) के हैं। कालीचरण जैन सुपुत्र मदनगोपाल जैन, ३३१० दिल्ली गेट, देहली (देहली)
इस परिवार में दस व्यक्ति हैं, छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। कुमारी सुशीला और चन्द्रकुमार दोनों बी०ए० हैं, मोहनलाल जैन बी० काम है और सर्विस में हैं। परिवार
प्रमुख डाक-तार विभाग में सर्विस करते है। मूल निवासी स्थानीय ही हैं। किरोड़ीमल जैन सुपुत्र दरबारीलाल जैन, ४२१० आर्यपुरा, सब्जी मण्डी, देहली (देहली)
इस परिवार में तेरह व्यक्ति हैं, आठ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में पाँच लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। सुपुत्र सुमतप्रकाश जैन विवाहित एम० ए० और पत्नी कान्तादेवी मिडिल पास हैं, अजितप्रकाश २३ वर्ष अविवाहित बी०ए० हैं, श्रीधनकुमार १८ वर्ष इण्टर हैं, पुत्री जैनवती १५ वर्ष अविवाहित आठवीं कक्षा में हैं, कुमारी आशारानी आठवीं में उम्र १२ अन्य सब पाँचवीं कक्षा तक । परिवार प्रमुख आढ़त का व्यापार करते हैं। मूल
निवासी एटा के हैं। खेमचन्द जैन सुपुत्र बंगालीमल जैन, १२५९ गलीगुलियान, देहली (देहली)
इस परिवार में दस व्यक्ति हैं, छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। पुत्र सतीशचन्द बी०ए०, रमेश
Page #139
--------------------------------------------------------------------------
________________
२७८
श्री पपावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी चन्द दसवीं कक्षा में हैं। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित हैं और रेलवे क्लीयरिंग एजेण्ट हैं। पुत्र प्रेमचन्द जैन बी० काम और रेलवे कण्ट्रैक्टर
हैं। मूल निवासी स्थानीय हैं । सार्वजनिक कार्यकर्ता हैं। गुलजारीलाल जैन सुपुत्र फूलचन्द जैन, दरीवा कलाँ देहली (देहली)
इस परिवार में ग्यारह व्यक्ति है, छ पुरुप वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में। पाँच लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। पुत्र प्रभाचन्द २२ वर्ष दसवीं कक्षा, मुनेन्द्रकुमार १८ वर्ष वारहवीं कक्षा, सुरेन्द्रकुमार ग्यारहवीं कक्षा, १६ वर्ष, रवीन्द्रकुमार १४ वर्ष हिन्दी मिडल तक की शिक्षा है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और हलवाईगिरी का व्यवसाय करते हैं। मूल
निवासी गढीहर्रा (आगरा)के हैं। गोपीनाथ जैन सुपुत्र द्वारिकाप्रसाद जैन, २७१९ छचा प्रतापसिंह किनारीबाजार देहली (देहली)
इस परिवार में दो व्यक्ति पुरुष वर्ग में हैं। दोनों अविवाहित हैं। उम्र ६०
और ४५ है । शिक्षा प्राइमरी तक है। चन्द्रपाल जैन सुपुत्र भगवानदास जैन, २८७९ गली चहलपुरी, किनारी बाजार देहली (देहली)
इस परिवार में पाँच व्यक्ति हैं, तीन पुरुष वर्ग में तथा दो खी वर्ग में । दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। पुत्र सुशीलकुमार आयु १३ कक्षा आठवीं, सुधीरकुमार ११ छठवीं कक्षा । परिवार प्रमुख स्वयं एम०ए० हैं और डी०ए०वी० हायर सेकेण्डरी स्कूल गांधीनगर में अध्यापन कार्य करते
हैं। मूल निवासी पुनहरा (एटा) के हैं। चन्द्रपाल जैन सुपुत्र बनारसीदास जैन, २२६ जैन मन्दिरवाली गली,शाहदरा, देहली (देहली)
इस परिवार में सात व्यक्ति है चार पुरुष वर्ग में तथा तीन श्री वर्ग में। पुत्र विमलभूषण, कुक्कू, बब्बू उम्न १५,१० और ८ की कक्षा दसवीं, पाँचवों और तीसरी में है। पुत्री सरोजकुमारी १४ वर्ष और कक्षा आठवीं
में है । परिवार प्रमुख स्वयं मैट्रिक हैं और सरकारी सर्विस में हैं। चन्दूलाल जैन सुपुत्र वादूराम जैन, ३०२८ मसजिद खजूर, धर्मपुरा, देहली (देहली)
इस परिवार में छ व्यक्ति हैं, तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में। एक लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल पास हैं और व्यापार
स्टेशनरी का है । मूल निवासी स्थानीय हैं। चम्पालाल जैन सुपुत्र नेकराम जैन, १४२ कटरा मशरू, दरीवा कलॉ, देहली (देहली)
इस परिवार में दस व्यक्ति हैं, पॉच पुरुप वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल पास हैं.और पेंशनर स्टेट्स बैंक आफ इण्डिया के हैं।
Page #140
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
૨૨
'चन्द्रसेन जैन सुपुत्र भगवानदास जैन, १७८२ कूंचालद्वशाह दरीबाकलां, बेहली ( देहली ) इस परिवार में नौ व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में। तीन लड़के तथा चार लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं बी०ए० हैं और सेण्ट्रल बैंक आफ इण्डिया में सर्विस करते है । सब लड़के, लड़की पहली से लेकर दसवी तक के छात्र हैं। मूल निवासी पुनहरा (एटा) के हैं। छदामीलाल जैन सुपुत्र लालाराम जैन, ६५५ कटरा नील, महावीरगली, देहली (देहली) इस परिवार में सोलह व्यक्ति हैं, दस पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में। सात लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं । सब लड़के पहली से लेकर इण्टर तक की शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण हिन्दी जानते हैं। ओर पेशा हलवाईगिरी का है। मूल निवासी अहारन (आगरा) के हैं। छोटेलाल जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, ३४२८ गुली मालियान, देहलीगेट देहली (देहली)
इस परिवार में दस व्यक्ति हैं, छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। कक्षा एक से लेकर छठवीं तक सब शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख स्वयं मैट्रिक पास है और जी०पी० ओ० दिल्ली में सर्विस करते हैं। मूल निवासी पानीगॉव (आगरा) के है ।
जगरूपशाह जैन सुपुत्र प्रभुदयाल जैन, ५१३ ११ गांधीनगर देहली-३१ ( देहली )
इस परिवार में सात व्यक्ति हैं, एक पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में । पाँच लड़की अविवाहित हैं और शिक्षा प्राप्त कर रही है। परिवार प्रमुख स्वयं इण्टर है और पेपर मर्चेण्ट है। मूल निवासी देवखेड़ा (आगरा) के हैं । -
जमुनादास जैन सुपुत्र नारायणदास जैन, ३३९७ देहलीगेट देहली (देहली )
इस परिवार में ग्यारह व्यक्ति है, छ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में । तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी जानते हैं । मूल निवासी देवखेड़ा के हैं।
जम्बूदास जैन सुपुत्र भगवानदास जैन, ३३१२ देहलीगेट देहली ( देहली )
इस परिवार में छ व्यक्ति हैं, तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में । दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। पॉचवीं से आठवीं कक्षा तक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख चौथी कक्षा तक शिक्षित हैं। कपड़े का व्यापार करते हैं। मूल निवासी खैरगढ़ (मैनपुरी) के हैं।
जयकुमार जैन सुपुत्र मुन्नीलाल जैन, १६७ जवाहरगली, शाहपुरा, देहली ( देहली )
इस परिवार में छ व्यक्ति है, चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है। छठवीं तक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख स्वयं पाँचवीं कक्षा तक पढ़े हैं और कमीशन एजेण्ट का कार्य करते हैं। मूल निवासी चुर्थरा ( एटा) के हैं। .
Page #141
--------------------------------------------------------------------------
________________
२५०
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
जयप्रकाश जैन सुपुत्र गुणधरलाल सैन, १२९३ वकीलपुरा, देहली ( देहली)
इस परिवार में नौ व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में। तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। चौथी कक्षा से दसवीं तक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख स्वयं इण्टर पास हैं और नार्दन रेलवे में सर्विस करते हैं। मूल निवासी कोटला ( एटा) के हैं।
जयन्तीप्रसाद जैन शास्त्री सुपुत्र होतीलाल जैन, २१ ए० दरियागंज, देहली (देहली )
इस परिवार में पाँच व्यक्ति हैं, एक पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । तीन लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं शास्त्री और साहित्याचार्य हैं और अध्यापकी का कार्य करते हैं। मूल निवासी पांढरी (एटा) के हैं। जयन्तप्रसाद जैन सुपुत्र लाला मुंशीलाल जैन, २८७८ गली चहलपुरी, देहली (देहली)
इस परिवार में नौ व्यक्ति हैं, पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । चार लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। प्रथम कक्षा से लेकर
तक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। आप जरी गोटे के व्यापारी है।
जयचन्द जैन सुपुत्र श्रीलाल जैन, २७० गली जैन मन्दिर, शाहदरा देहली ( देहली ) इस परिवार में सात व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा तीन बी वर्ग में । तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं, दूसरी से सातवीं कक्षा तक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख स्वयं इण्टर हैं और उत्तर रेलवे में सर्विस करते हैं। मूल निवासी सखाबतपुर (आगरा) के हैं।
1
ज्वालाप्रसाद जैन सुपुत्र मेवाराम जैन, देहली ( देहली )
इस परिवार में केवल दो व्यक्ति हैं, एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में । शिक्षा साधारण हिन्दी और पेशा व्यापार है । मूल निवासी शिकरा (मथुरा) के हैं।
जिनेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र राजवहादुर जैन, ७१३३ दरियागंज, देहली ( देहली)
इस परिवार में केवल एक ही व्यक्ति हैं। आप अविवाहित हैं और एम० काम० के छात्र है । अध्ययन कर रहे हैं।
जिनेन्द्रप्रकाश जैन सुपुत्र स्वर्गीय दयाशंकर जैन, ९४७ तिमारपुरा देहली ( देहली)
इस परिवार में सात व्यक्ति हैं, पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में। तीन लड़के अविवाहित हैं और पाँचवीं कक्षा तक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं । परिवार प्रमुख स्वयं बी०ए० एल-एल० वी० हैं और रेलवे सर्विस में हैं। मूल निवासी एटा के हैं।
जुगुल किशोर जैन सुपुत्र स्वर्गीय बनारसीदास जैन, ५७ लेड तिमारपुरा देहली ( देहली ) इस परिवार में सात व्यक्ति हैं, पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में । चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। दूसरी से लेकर छठवीं कक्षा
Page #142
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
૨૬
तक में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख स्वयं इण्टरमीडिएट हैं और सरकारी सर्विस में हैं। मूल निवासी कुरगवां (आगरा) के हैं।
दरवारीलाल जैन सुपुत्र लाहौरीलाल जैन, २५७५ नं नीमवाली गली देहली ( देहली ) इस परिवार मे छ व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में। एक लड़का तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और व्यापार करते हैं। मूल निवासी राजमल (एटा) के हैं ।
दरवारीलाल जैन सुपुत्र कल्यानदास जैन, नाई बाड़ा देहली ( देहली )
इस परिवार में उन्नीस व्यक्ति हैं, ग्यारह पुरुष वर्ग में तथा आठ श्री वर्ग में । चार लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । मूल निवासी अहारन ( आगरा ) के हैं ।
देवकुमार जैन सुपुत्र गजाधरलाल जैन, १७ कैलाश नगर देहली ( देहली )
इस परिवार में पाँच व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में । तीन लड़के अविवाहित हैं। प्रथम से चौथी तक की शिक्षा में हैं। परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल पास हैं और मिष्ठान्न का व्यापार है। मूल निवासी (मथुरा) के हैं।
देवेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र डालचन्द जैन, दरीवा कलां, देहली ( देहली )
इस परिवार में छ व्यक्ति है, चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में । चार लड़के अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं अविवाहित हैं और दसवीं कक्षा तक की शिक्षा प्राप्त है । पेशा हलवाई का व्यापार करते हैं। मूल निवासी गढ़ीदर्रा (आगरा ) के हैं।
देवेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र हुण्डीलाल जैन, कूचासेठ देहली ( देहली )
इस परिवार में छ व्यक्ति हैं, पाँच पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में । चार लड़के अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं बी०एल०टी० हैं और सर्विस करते हैं । मूल निवासी अहारन ( आगरा) के हैं।
धर्मेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र भोलानाथ जैन, १२५१ (एफ ३९६) लक्ष्मीबाई नगर, देहली ( देहली) इस परिवार में आठ व्यक्ति है, छ पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में पाँच लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं बी०ए०, प्रभाकर हैं और पत्नी मिडिल पास हैं । सब लड़के प्रथम कक्षा से लेकर आठवीं तक के छात्र हैं। पेशा सर्विस । मूल निवासी देहली के हैं।
नन्नूमल जैन सुपुत्र भीमनीराम जैन, छत्ता रोशनपुरा नईसड़क देहली ( देहली )
इस परिवार में चार व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में । शिक्षा हिन्दी और पेशा पुस्तकालय श्री वर्द्धवान जैन प्रेस धर्मपुरा नं०२३४४ देहली । मूल निवासी वरनी (एटा) के हैं।
३६
Page #143
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी नन्नूमल जैन सुपुत्र बुद्धसेन जैन, २४९८ नाईवाड़ा, चावड़ी बाजार देहली (देहली) -
इस परिवार में दो व्यक्ति पुरुष वर्ग में हैं। शिक्षा साधारण है और पेशा
जनरल मरचेण्ट का है । मूल निवासी बावचा (एटा) के हैं। श्रीनिवास जैन सुपुत्र बनारसीदास जैन, खजूरको मसजिद देहली (देहली)
इस परिवार में एक ही व्यक्ति है । शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। मूल
निवासी पैडत (मैनपुरी) के है। नेमचन्द जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, २२०७ गली भूतवाली मसजिद खजूर देहली (देहली)
इस परिवार में ग्यारह भ्यक्ति हैं , सात पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में। पाँच लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है। दूसरी से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थी हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और हलवाई का
व्यापार करते है। नेमीचन्द जैन सुपुत्र फूलचन्द जैन, दरीवा कला देहली (देहली)
इस परिवार में पन्द्रह व्यक्ति हैं, आठ पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में । पॉच लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार करते हैं। मूल निवासी गढ़ीदर्रा
(आगरा) के है। नेमचन्द जैन सुपुत्र बाबूलाल जैन, १४९४ गली पीपलवाली नईसड़क देहली (देहली)...
इस परिवार में तेरह व्यक्ति हैं, तीन पुरुष वर्ग में तथा इस स्त्री वर्ग में। सात लड़की अविवाहित है। तीसरी से लेकर दसवीं कक्षा तक के विद्यार्थी हैं। परिवार प्रमुख स्वयं ग्यारहवीं कक्षा तक शिक्षित हैं और रेलवे बुक
स्टाल कोपर है । मूल निवासी आगरा के है।। पदमसेन जैन सुपुत्र मोतीलाल जैन, ५९ गली खजांची चांदनी चौक; देहली (देहली)
इस परिवार में छ व्यक्ति हैं, पॉच पुरुष वर्ग में तथा एक बी वर्ग में । धार लड़के अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल तक शिक्षित हैं और
बर्फ का व्यापार करते हैं । मूल निवासी स्थानीय हैं।। पदमचन्द जैन सुपुत्र बनारसीदास जैन, ३०१६ धनारसी भवन धर्मपुरा देहली (देहली)
इस परिवार में ग्यारह व्यक्ति हैं, तीन पुरुष वर्ग में तथा आठ स्त्री वर्ग में । एक लड़का तथा पाँच लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं मैट्रिक पास हैं और चश्मों के व्यापारी हैं। आप मुहल्ला कल्याण समितिके मंत्री हैं और भा० कोआपरेटिव आवन धैक्ट एण्ड कैडिट सोसाइटी के भी मंत्री
है । मूल निवासी रामगढ़ (एटा) के हैं। पातीराम जैन सुपुत्र ला० विहारीलाल जैन, २३४१ धर्मपुरा देहली ( देहली)
इस परिवार में केवल एक ही व्यक्ति हैं। साधारण शिक्षा और परचून की दुकानदारी का व्यापार है । मूल निवासी खंजर वुजुर्ग (आगरा) के है।
Page #144
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्रौ पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरौ
२५३
पारसदास जैन सुपुत्र स्व० ला० पट्टूलाल जैन, ४६ सी० न्यू राजेन्द्र नगर, नई देहली (देहली) इस परिवार में चार व्यक्ति हैं, एक पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में। एक लड़की अविवाहित है । परिवार प्रमुख स्वयं इण्टर पास हैं और सरकारी सर्विस में हैं। मूल निवासी जसराना (मैनपुरी) के है।
पारसदाम जैन सुपुत्र द्वारकादास जैन, ३६१६ जगत सिनेमा के पास देहली ( देहली ) इस परिवार में पाँच व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में। तीन लड़के अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं एम० ए० है । पेशा पत्रकारी का है। जैन साहित्य सम्बन्धी अनेक पुस्तकें लिखीं और अनूदित की हैं। मूल निवासी वेरनी (एटा) के हैं ।
पुचूलाल
जैन सुपुत्र बैजनाथ जैन, ३०१६ मसजिद खजूर, धर्मपुरा, देहली ( देहली )
इस परिवार में तेरह व्यक्ति हैं, आठ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में । पाँच लड़के तथा दो लड़को अविवाहित हैं। पारिवारिक शिक्षा प्राइमरी से लेकर बी० ए० तक की है। परिवार प्रमुख स्वयं साधारण हिन्दी पढ़े हैं और प्लास्टिक वस्तु निर्माण का व्यापार करते हैं। मूल निवासी उड़ेसर (मैनपुरी) के हैं।
प्रकाशचन्द्र
जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, २३६७ छत्ताशाहजी चावड़ी बाजार देहली (देहली) इस परिवार में बारह व्यक्ति है, पाँच पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में । दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा दूसरी से आठवीं कक्षा तक की है। परिवार प्रमुख स्वयं नौवीं कक्षा पास है। आप पेपर मर्चेन्ट है। सार्वजनिक सेवा की अभिरुचि भी रखते हैं। मूल निवासी दिल्ली के हैं । प्रमुदयाल जैन सुपुत्र वासुदेव जैन, धर्मपुरा देहली ( देहली)
इस परिवार में नौ व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख साधारण हिन्दी पढ़े हैं और व्यापार करते है । मूल निवासी सल्लगढी टेहू (आगरा) के हैं।
प्रभापचन्द जैन सुपुत्र अविनाशचन्द जैन, देहली ( देहली)
इस परिवार में छ व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । शिक्षा हिन्दी है। परिवार प्रमुख स्वयं साधारण हिन्दी पढ़े हैं और व्यापार करते हैं। मूल निवासी एटा के हैं ।
प्रमोदकुमार जैन सुपुत्र होरीलाल जैन, १५५७ नई सड़क देहली ( देहली )
इस परिवार मे केवल एक ही व्यक्ति हैं। शिक्षा दसवीं कक्षा तक की है और आप अविवाहित हैं। ए०एम० इलेक्ट्रिक में सर्विस करते हैं। मूल निवासी एटा के है।
Page #145
--------------------------------------------------------------------------
________________
૨૮૪
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी प्रेमसागर जैन सुपुत्र हरमुखराय जैन, ४५७ गली मैरों वाली, नईसड़क, देहली (देहली)
इस परिवार में दो व्यक्ति हैं, एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में । परिवार प्रमुख मैट्रिक पास हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी मरथरा
(एटा) के है। प्रेमचन्द जैन सुपुत्र दम्मीलाल जैन, एफ-२२२३ माडल टाउन, देहली (देहली)
इस परिवार में सात व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में । तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
परिवार प्रमुख स्वयं इण्टर हैं और पेशा सर्विस है। मूल निवासी एटा के हैं। प्रेमचन्द जैन सुपुत्र कंचनलाल जैन, २५०६ धर्मपुरा, मसजिद खजूर, देहली ( देहली)
इस परिवार में नौ व्यक्ति हैं पॉच पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में। चार लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। दूसरी से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थी हैं। परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल पास हैं और स्टेशनरी निर्माण
का व्यवसाय करते हैं। सार्वजनिक कार्यकर्ता हैं। मूल निवासी स्थानीय हैं। प्रेमचन्द जैन सुपुत्र मुरलीधर जैन, २२८५ गली पहाड़ वाली धर्मपुरा देहली (देहली)
इस परिवार में छ व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में । तीन
लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। मूल निवासी एटा के हैं। बनवारीलाल जैन स्याद्वादी सुपुत्र सेवतीलाल जैन, २२०० गली भूतवाली, देहली (देहली)
इस परिवार में आठ व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा चार खी वर्ग में। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। कक्षा दूसरी से लेकर ग्यारहवीं तक के विद्यार्थी हैं। परिवार प्रमुख स्वयं बी०ए० हैं। आपकी सामाजिक सार्वजनिक और साहित्यिक बहुत बड़ी सेवाये हैं। मूल निवासी मरयरा
(एटा) के हैं। बलदेवप्रसाद जैन सुपुत्र रिखवदास जैन, १७८२ लवशाह गली, दरीवाकला, देइली दिहली)
इस परिवारमें आठ व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा चार श्री वर्ग में । दो लड़के तथा तीन लड़को अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित
हैं और होटल का व्यापार करते हैं। मूल निवासी बांदा (उत्तरप्रदेश) के हैं। वंगालीलाल जैन सुपुत्र चन्द्रसेन जैन, २४९८ नाईवाड़ा, चावड़ी बाजार, देहली (देहली),
इस परिवार में पॉच व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में। तीन लड़के अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हाईस्कूल पास है और
सेल्समैन का कार्य करते है। मूल निवासी कल्याणगढ़ी (आगरा) के है। बाबूराम जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, २१८६ मसजिद खजूर देहली (देहली) .
इस परिवार में नौ व्यक्ति हैं, पाँच पुरुष वर्ग में क्या चार स्त्री वर्ग में । चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। पहली कक्षा से लेकर पांचवीं तक
Page #146
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
२८५ बालक पढ़ रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और खोमचे का
व्यापार करते हैं। मूल निवासी सराय नूरमहल (आगरा) के हैं। पाबूराम जैन सुपुत्र लटूरीराम जैन, धर्मपुरा देहली (देहली)
इश परिवार में केवल एक ही व्यक्ति हैं। परिवार प्रमुख प्राइमरी तक पढ़े
हैं और हलवाईगिरी का कार्य करते हैं । मूल निवासी एटा के हैं। विटोलादेवी जैन पत्नी रामचन्द्र जैन, २३४१ धर्मपुरा देहली (देहली)
इस परिवार में दस व्यक्ति हैं, पाँच पुरुष वर्ग में तथा पाँच श्री वर्ग में। चार लडके तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। तीसरी से लेकर आठवीं तक सब शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। पुत्र तिलोकचन्द्र उर्फ महावीरप्रसाद मिडिल तक शिक्षा प्राप्त हैं और जनरल मर्चेट का व्यापार करते हैं। सार्वजनिक
कार्यों में अभिरुचि रखते हैं । मूल निवासी फिरोजाबाद के हैं। विमलकिशोर जैन सुपुत्र वृन्दावनदास जैन, २९३९ धर्मपुरा देहली (देहली)
इस परिवार में सात व्यक्ति हैं, तीन पुरुष वर्ग में तथा चार खी वर्ग में। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा सातवीं तक है। परिवार प्रमुख स्वयं आठवीं तक शिक्षित हैं और गल्ला तथा परचून का व्यापार
करते हैं। मूल निवासी स्थानीय हैं। भभूतीलाल जैन सुपुत्र सेतीलाल जैन, गली दरजीवाली म० नं ३००५ देहली (देहली)
इस परिवार में चार व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा दो श्री वर्ग में । एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा हलवाई का
व्यापार है । मूल निवासी पैडत (मैनपुरी) के हैं। भागचन्द जैन सुपुत्र सोनपाल जैन, २४९८ नाई बाड़ा चावड़ी बाजार देहली (देहली)
इस परिवार में नौ व्यक्ति है, पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। दूसरी से छठवीं कक्षा तक शिक्षा पा रहे हैं। परिवार प्रमुख स्वयं मैट्रिक, शास्त्री, न्यायतीर्थ और साहित्यरत्न हैं। सर्विस में कैशियर के पद पर हैं। सार्वजिनक कार्यकर्ता हैं। मूल
निवासी सरनक (एटा) के हैं। भोलानाथ जैन सुपुत्र अयोध्याप्रसाद जैन, १५३४ कूचा सेठ देहली (देहली)
इस परिवार मे ग्यारह व्यक्ति हैं, आठ पुरुष वर्ग में तथा तीन खी वर्ग में। पाँच लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा दूसरी से इण्टर तक की है । परिवार प्रमुख स्वयं मैट्रिक पास हैं और बुकसेलर तथा प्रिण्टर हैं।
मूल निवासी स्थानीय हैं। मोलानाथ जैन सुपुत्र मेवाराम जैन, दरजीवाली गली २९९८ मसजिद खजूर देहली (देहली)
इस परिवार में पांच व्यक्ति है, दो पुरुष वर्ग में तथा तीन श्री वर्ग में। एक
Page #147
--------------------------------------------------------------------------
________________
२८६
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी लड़का तथा दो लड़की अविवाहित है। पुत्री वीनाकुमारी एम०एल०टी० ट्रेनिग में है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े है और दलाली का व्यापार
करते हैं । मूल निवासी एटा के हैं। मटरूमल जैन सुपुत्र लालाराम जैन, दरीवाकलां देहली (देहली)
इस परिवार में सोलह व्यक्ति हैं, आठ पुरुष वर्ग में तथा आठ श्री वर्ग में । पाँच लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित हैं। पुत्री सन्तोकुमारी दसवीं. कक्षा में है और सब निम्न कक्षाओं में हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े है और हलवाईगिरी का व्यापार करते हैं। मूल निवासी तिखावर (एटा)
मथुरादास जैन सुपुत्र रामलाल जैन, ३७ दरियागंन देहली (देहली)
इस परिवार में सात व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में। तीन लड़की अविवाहित हैं। इस परिवार में एम०एस०सी,०वी०टी०, एम० ए०, बी०ए० और दसवीं तक की शिक्षा है। परिवार प्रमुख स्वयं एम०ए० हैं
और अध्यापन का कार्य करते हैं। मूल निवासी वेरनी (एटा) के हैं। महावीरप्रसाद जैन सुपुत्र वृन्दावनदास जैन, २९३९ धर्मपुरा देहली (देहली)
इस परिवार में चार व्यक्ति हैं, एक पुरुष वर्ग मे तथा तीन श्री वर्ग में। एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा प्रथम से लेकर आठवीं कक्षा तक है। परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल तक पढ़े हैं और दुकानदारी परचून की है।
मूल निवासी दिल्ली के हैं। महावीरप्रसाद जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, २२४१ गली पहाड़वाली धर्मपुरा देहली (देहली)
इस परिवार में तेरह व्यक्ति हैं, सात पुरुष वर्ग मे तथा छ वी वर्ग मे। चार लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं। प्राइमरी से लेकर सातवीं कक्षा तक की शिक्षा है। परिवार प्रमुख स्वयं मैट्रिक पास हैं और होटल
का व्यापार करते हैं । मूल निवासी स्थानीय हैं। महावीरप्रसाद जैन सुपुत्र नैनसुखदास नैन, ३४२४ दिल्ली गेट, देहली (देहली)
इस परिवार में वारह व्यक्ति हैं, पाँच पुरुष वर्ग में तथा सात बी वर्गमें। तीन लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित हैं। चौथी से लेकर वी० ए० तक. शिक्षा है। परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल पास हैं। सराफे का व्यापार करते हैं। पद्मावती पुरवाल पंचायत और मंडल कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। मूल निवासी
वेरनो के हैं। महिपाल जैन सुपुत्र मुन्नीलाल जैन, २७२० छत्ताप्रतापसिंह, किनारी बाजार देहली (दहली)
- इस परिवार में नौ न्यक्ति हैं. तीन पुरुप वर्ग में क्या छ स्त्री वर्ग में। एक लड़का
• तथा चार लड़की अविवाहित हैं। परिवार में दूसरी से लेकर ० ए० तक
Page #148
--------------------------------------------------------------------------
________________
૨૦
तक की शिक्षा है। परिवार प्रमुख प्राइमरी पास हैं और हलवाई का व्यापार करते हैं ।
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
▾
महेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र गजाधरलाल जैन, १७७४ कूचा लट्ठशाह दरीवाकलां देहली (देहली) इस परिवार में इस व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा छत्री वर्ग में । दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। परिवार में प्राइमरी से लेकर नौवीं कक्षा तक की शिक्षा है। परिवार प्रमुख स्वयं सैट्रिक पास हैं और बिजली के सामान के व्यापारी हैं। मूल निवासी शिकोहाबाद (मैनपुरी) के हैं ।
महेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र लक्ष्मणदास जैन, यूसुफ सराय देहली ( देहली )
इस परिवार में नौ व्यक्ति हैं, पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा साधारण है। परिवार प्रमुख मिडिल पास हैं। पेशा दुकानदारी है और मूल निवासी बरहन (आगरा ) के हैं।
महेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र श्रीनिवास जैन, ३३५ दिल्ली गेट, देहली ( देहली )
:
इस परिवार मे चार व्यक्ति हैं, तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में। दो लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा प्राइमरी तक है। परिवार प्रमुख मिडिल तक पढ़े हैं और सर्विस करते हैं। सार्वजनिक कार्यकर्ता हैं । मूल निवासी हेरमी ( एटा) के हैं ।
महेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, ३३१२ देहली गेट, देहली ( देहली )
इस परिवार में नौ व्यक्ति हैं, पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में ।
लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। पाँचवीं से दसवीं कक्षा तक के विद्यार्थी हैं। परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल पास हैं और कपड़े की दुकानदारी का व्यवसाय है। सार्वजनिक कार्यकर्ता हैं। मूल निवासी देवा (मैनपुरी) के हैं।
महेशचन्द्र जैन सुपुत्र पुत्तूलाल जैन, २४९८ नाईबाड़ा चावड़ी बाजार देहली ( देहली ) इस परिवार में चार व्यक्ति है, एक पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में । शिक्षा साधारण है। परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल पास हैं और उत्तर रेलवे में सर्विस करते हैं ।
माणिक्यचन्द्र जैन सुपुत्र बंगालीलाल जैन, दरियागंज देहली ( देहली )
इस परिवार में केवल एक ही व्यक्ति है। वी० एस० सी० तक की शिक्षा है और सरकारी सर्विस मे है। मूल निवासी कोटला ( फिरोजाबाद ) के हैं मुन्नीलाल जैन सुपुत्र बेनीराम जैन, ३७६८ कूचा परमानन्द, फैज बाजार, देहली ( देहली ) इस परिवार में तेरह व्यक्ति हैं, सात पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में। - पाँच लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। परिवार में किंडरगार्डन से
Page #149
--------------------------------------------------------------------------
________________
२८८
श्री पावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी लेकर बी० ए० तक की शिक्षा है। परिवार प्रमुख प्राइमरी तक शिक्षित हैं और हलवाई का व्यापार है। सार्वजनिक कार्यकर्ता हैं। मूल निवासी
उड़ेसर (एटा) के हैं। मोतीलाल जैन सुपुत्र नैनसुखदास जैन, ३४२४ देहली गेट देहली (देहली)।
इस परिवार में चार व्यक्ति हैं, तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में। शिक्षा आठवीं तक । एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख मिडिल पास हैं और सराफे का व्यापार करते हैं। पद्मावती पुरवाल
समा, दिल्ली के सदस्य भी है । मूल निवासी स्थानीय हैं। मोतीलाल जैन सुपुत्र फूलचन्द्र जैन, दरीबा कलाँ, देहली (देहली.)
इस परिवार में आठ व्यक्ति हैं, छ पुरुष वर्ग में तथा दोस्त्री वर्ग में । पाँच लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। एक लड़का प्रकाशचन्द्र बी० ए० फाइनल में है, अन्य प्राइमरी में हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और
हलवाई का व्यापार करते हैं । मूल निवासी गढ़ीहरी के हैं। रमेशचन्द्र जैन सुपुत्र फकीरचन्द्र जैन, २५४० नाईबाड़ा चावड़ी बाजार, देहली (देहली)
इस परिवार में नौ व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा पॉच श्री वर्ग में। तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। छठवीं से लेकर ग्यारहवीं कक्षा तक पारिवारिक शिक्षा है। परिवार प्रमुख स्वयं दसवीं कक्षा पास
हैं और किराने का व्यापार करते हैं। मूल निवासी स्थानीय हैं। रमेशचन्द्र जैन सुपुत्र छदामीलाल जैन, १७८२ कूचा लवशाह दरीवाकलाँ देहली (देहली)
इस परिवार में चार व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। पत्नी मिडिल हैं और परिवार प्रमुख बी० काम० सरकारी सर्विस में हैं। सार्वजनिक कार्यकर्ता है । मूल
निवासी बॉदा के हैं। रलचन्द्र जैन सुपुत्र रामस्वरूप जैन, जेठमल का कूचा, दरीबा कला देहली (देहली)
इस परिवार में चार व्यक्ति हैं, तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में । परिवार प्रमुख छठवीं कक्षा तक पढ़े हैं और साइकिल मरम्मत का व्यापार
करते हैं। मूल निवासी (एटा) के हैं। राजकिशोर जैन सुपुत्र जमुनादास जैन, दिल्ली गेट देहली (देहली)
इस परिवार में नौ व्यक्ति हैं, छ पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में । पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। परिवार में पांचवीं से लेकर मैट्रिक तक की शिक्षा है। परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल पास हैं और रेस्टारेन्ट
का व्यापार करते हैं । मूल निवासी स्थानीय हैं। राजनलाल जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, मसजिद खजूर देहली (देहली)
इस परिवार में तीन व्यक्ति हैं, एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में । एक
Page #150
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । मूल निवासी
वैत (मैनपुरी) के हैं। राजबहादुर जैन सुपुत्र बद्रीप्रसाद जैन, ४४ सी० लाइन, दिल्ली क्लोथ मिल्स देहली (देहली)
इस परिवार में छ व्यक्ति हैं, तीन पुरुप वर्ग में तथा तीन खी वर्ग में । दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख नवीं कक्षा पास हैं
और सर्विस करते हैं। मूल निवासी अहारन (आगरा) के हैं। राजबहादुर जैन सुपुत्र पातीराम जैन, ४३९ वी० भोलानाथ नगर, शाहदरा देहली (देहली)
इस परिवार में चार व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा दोखी वर्ग में । एक लड़का अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं वी. कॉम. है और उत्तर रेलवे में
सर्विस करते है । मूल निवासी कुरगंवाँ (आगरा) के हैं। रामचन्द्र जैन सुपुत्र रोशनलाल जैन, २२५० गली पहाड़वाली धर्मपुरा देहली (देहली)
इस परिवार में सात व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा तीन बी वर्ग में । तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं मैट्रिक पास है और ठेकेदारी का व्यापार करते हैं। मूलनिवासी सखावतपुर
(आगरा) के हैं। रामचन्द्र जैन सुपुत्र वंगालीदास जैन, २३६७ चावड़ी बाजार, देहली (देहली)
इस परिवार में छ व्यक्ति हैं, एक पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में । चार लड़को अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं मैट्रिक पास है और सर्विस करते हैं। सार्वजनिक, सामाजिक कार्यकर्ता भी है। मूलनिवासी
स्थानीय है। राजेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र स्व० गनपतराय जैन, १७२८ चीराखाना देहली (देहली)
इस परिवार में आठ व्यक्ति हैं, छ पुरुप वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में । पाँच लड़के तथाएक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा आठवीं कक्षा तक है । परिवार प्रमुख स्वयं प्राइमरी तक शिक्षित हैं और जनरल मर्चेन्ट का व्यापार करते
हैं । मूलनिवासी एत्मादपुर (आगरा) के हैं। राजेन्द्रप्रसाद जैन सुपुत्र वावुराम जैन, २४५ व्यास मार्ग शक्तिनगर देहली (देहली)
इस परिवार में चार व्यक्ति है, दो पुरुष वर्ग में तथा दोत्री वर्ग में । एक लड़की तथा एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा सर्विस है।
मूल निवासी एटा के हैं। राजेशवहादुर जैन सुपुत्र लालबहादुर शास्त्री, बी० ८८ कृष्णा नगर देहली (देहली)
इस परिवार में दो व्यक्ति है, एक पुरुष वर्ग तथा एक बी वर्ग में। शिक्षा इण्टर और मिडिल तक की है। परिवार प्रमुख सर्विस में कोपाध्यक्ष के. पद पर हैं। मूलनिवास पमारी (आगरा) के है।
Page #151
--------------------------------------------------------------------------
________________
२९०
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी रामस्वरूप जैन सुपुत्र कुवरलाल जैन, गली पहाड़वाली देहली (देहली)
इस परिवार में तेरह व्यक्ति हैं, छ पुरुप वर्ग में तथा सात श्री वग में। तीन लड़के तथा तीन लड़को अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी है और पेशा
सर्विस का है । मूल निवासी जिरखमी (एटा) के हैं। रामस्वरूप जैन सुपुत्र बुद्धसेन जैन, २२०४ गटी भूतवाली, मसजिद खजूर देहली (देहली)
इस परिवार में तीन व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में।
शिक्षा साधारण और पेशा खोमचागिरी का है। मूल निवासी अहारन के है। रामप्रसाद जैन सुपुत्र चम्पाराम जैन, देहली (देहली)
इस परिवार में ग्यारह व्यक्ति हैं, पाँच पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े है और किराने का व्यापार करते है। मूल
निवासी सरायनीम (एटा) के हैं। लटूरीप्रसाद जैन सुपुत्र द्वारकाप्रसाद जैन, गली भूवघाली म०२० २२०३ देहली (देहली)
इस परिवार में ग्यारह व्यक्ति है, छ पुरुप वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है शिक्षा हिन्दी है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े है और व्यापार करते हैं। मूल निवासी सैमरा
(आगरा) के है। लक्ष्मीचन्द जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, २३६ जेड-तिमारपुर देहली (देहली) ..
इस परिवार में दस व्यक्ति हैं, छ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा प्रथम से लेकर नवीं कक्षा और इंजीनियरिंग तक के विद्यार्थी है। परिवार प्रमुख स्वयं दसवीं कक्षा पास है
और रेलवे सर्विस में है। मूल निवासी मर्थरा के हैं। लालचन्द जैन सुपुत्र रामस्वरूप जैन, ३३१२ दिल्लीगेट देहली (देहली)
इस परिवार में नौ व्यक्ति हैं, छ पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में । चार लड़के अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल पास हैं और दिल्ली
नगर निगम में सर्विस करते हैं। मूल निवासी स्थानीय हैं। वनसेन जैन सुपुत्र मेवाराम जैन, २८७८ गलो चहलपुरो, किनारी वाजार देहली (देहली)
इस परिवार में चार व्यक्ति है, दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में । एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं मैट्रिक पास है
और घी का व्यापार करते हैं। मूल निवासी शिकोहाबाद (मैनपुरी) के हैं। विनोदीलाल सुपुत्र वोहरेलाल जैन, २५२३ धर्मपुरा देहली (देहली)
इस परिवार में तीन व्यक्ति है, दो पुरुष वर्ग में तथा एक बी वर्ग में ! शिक्षा
___ साधारण है और पेशा दुकानदारी है। मूल निवासी जोंधरी (आगरा) के हैं । विनोदप्रकाश जैन सुपुत्र अमृतलाल जैन, वी० ४८ रघुवरपुरा गांधीनगर देहली (देहली)
इस परिवार में दो व्यक्ति है, एक पुरुप वर्ग में तथा एक खी घर्ग में।
Page #152
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
२६१ परिवार प्रमुख छठी कक्षा तक पढ़े हैं और व्यापार करते है। मूल निवासी
अवागढ (एटा) के हैं। वीरेन्द्रप्रसाद जैन सुपुत्र गजाधरलाल जैन, प्रेमनिवास ९२३ दरियागंज देहली (देहली)
इस परिवार में सात व्यक्ति है, चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। कक्षा एक से लेकर दसवीं तक के छात्र है। परिवार प्रमुख स्वयं एफ०ए० हैं और घी का व्यापार करते हैं।
मूल निवासी शिकोहावाद (मैनपुरी) के हैं। सतीशचन्द्र जैन सुपुत्र हरसुखराम जैन, ४०।१७ शक्तिनगर, देहली ६ ( देहली)
इस परिवार में छ व्यक्ति हैं, तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन बी वर्ग में । एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं। सातवी से इण्टर तक की शिक्षा है। परिवार प्रमुख स्वयं दसवीं कक्षा पास हैं और केन्द्रीय आकाशवाणी
की सर्विस में हैं। मूल निवासी मर्थरा (एटा) के हैं। सत्यन्धरकुमार जैन सुपुत्र शंकरलाल जैन, ६४ मोतीबाग सराय रोहिल्ला देहली (देहली)
इस परिवार में चौदह व्यक्ति हैं, आठ पुरुष वर्ग में तथा छ खी वर्ग में। चार लड़के तथा छ लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा प्राइमरी से लेकर मैट्रिक तक है। परिवार प्रमुख स्वयं बी० ए०, बी० काम० हैं और रेलवे में सर्विस करते हैं। सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। मूल निवासी कुरगवां (आगरा)
सुखवासीलाल जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, नाईबाड़ा देहली (देहली)
इस परिवार में चार व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा दोषी वर्ग में । एक
लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है। सुखानन्द जैन सुपुत्र ला० उमरावसिंह जैन, १८६३ मोतीवाग देहली (देहली)
इस परिवार में केवल एक ही व्यक्ति हैं। परिवार प्रमुख स्वयं शास्त्री हैं और सर्विस में हैं। सामाजिक कार्यकर्ता हैं। मूल निवासी कुरगवॉ (आगरा)
सुनहरीलाल जैन सुपुत्र ला० श्यामलाल जैन, ३३१२ दिल्ली गेट देहली (देहली)
इस परिवार में केवल एक ही व्यक्ति हैं। हलवाईगिरी का व्यापार करते हैं।
मूल निवासी स्थानीय है। डा० सुमतिचन्द जैन सुपुत्र पं० नृसिंहदास जैन, जे. १२४१ राजोरी गार्डन, देहली (देहनी)
इस परिवार में आठ व्यक्ति है, पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन खी वर्ग में। चार लडके तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षाछठवीं से लेकर इन्टर तक है। परिवार प्रमुख स्वयं एम० ए० एल० टी० पी० एच० डी० हैं। सरकारी शिक्षा विभाग के अधिकारी हैं। मूल निवासी ज्यावली (आगरा) के हैं।
Page #153
--------------------------------------------------------------------------
________________
२९२
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
सुरेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र ला० बुद्धसेन जैन, ब्लाक नं० ८६ म० १।१६ शक्तिनगर देहली (देहली) इस परिवार में सात व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है । दो भाई एम० ए० है और परिवार प्रमुख स्वयं एम० ए०, बी० टी० हैं। कार्य अध्यापन का करते हैं। मूल निवासी अहान (आगरा) के है ।
सुलेखचन्द जैन सुपुत्र रामस्वरूप जैन, २३१२ दिल्ली गेट देहली ( देहली )
इस परिवार में नौ व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में। तीन लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं । प्राइमरी से लेकर मिडिल तक की शिक्षा है। परिवार प्रमुख स्वयं मैट्रिक पास है और उत्तर रेलवे में सर्विस करते है । मूल निवासी स्थानीय है ।
सूरजप्रसाद जैन सुपुत्र बनारसीदास जैन, २४९८ नाई वाड़ा धर्मपुरा देहली ( देहली ) इस परिवार में तीन व्यक्ति हैं, एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में। परिवार प्रमुख स्वयं मैट्रिक पास हैं और दिल्ली नगर निगम की सर्विस में हैं। मूल निवासी एटा के है ।
सूरजभान जैन सुपुत्र उग्रसेन जैन, ९९५ २१६ ए० कैलाशनगर देहली ( देहली ) इस परिवार में छ व्यक्ति हैं, तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में । ढो लड़की अविवाहित है। शिक्षा साधारण है। परिवार प्रमुख स्वयं आठवीं कक्षा तक पढ़े है। सर्विसका कार्य करते हैं। मूल निवासी एटा के हैं। सन्तकुमार जैन सुपुत्र रामचन्द्र जैन, गुरुद्वारा रोड, गांधी नगर देहली (देहली )
इस परिवार में चार व्यक्ति है, दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा साधारण है। परिवार प्रमुख छठवीं कक्षा तक पढ़े है और कपड़े का व्यापार करते है । मूल निवासी पानीगांव (आगरा) के हैं।
सन्तकुमार जैन सुपुत्र ला० चंपाराम जैन, ३३६८ गंदा नाला, मोरीगेट देहली ( देहली ) इस परिवार में बारह व्यक्ति हैं, छ पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में। तीन लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं। पूरे परिवार में प्राइमरी से लेकर मैट्रिक तक की शिक्षा है | परिवार प्रमुख स्वयं शास्त्री है ओर सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की सर्विस में हैं। सार्वजनिक कार्यकर्ता भी हैं। मूल निवासी सकरौली (एटा ) हैं ।
पं० शिखरचन्द जैन सुपुत्र सुखलाल जैन, २५१६ धर्मपुरा देहली ( देहली )
इस परिवार में केवल एक व्यक्ति हैं । अविवाहित हैं और स्वयं शास्त्री हैं। सर्विस का कार्य करते हैं। मूल निवासी सखावतपुर (आगरा) के हैं ।
Page #154
--------------------------------------------------------------------------
________________
२९३
घी पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी शीतलप्रसाद जैन सुपुत्र द्वारिकादास जैन, १४१२ जामा मसजिद देहली (देहली).
इस परिवार में नौ व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में । दो लड़के तथा तीन लड़को अविवाहित हैं। परिवार में प्राइमरी से मैट्रिक तक शिक्षा है। परिवार प्रमुख स्वयं मैट्रिक पास हैं और हलवाई की दुकानदारी
है। मूल निवासी जोदरी (एटा) के हैं। श्रीचन्द जैन सुपुत्र पं० कंचनलाल जैन, सतघरा देहली (देहली)
इस परिवार में सोलह व्यक्ति हैं, सात पुरुष वर्गमें तथा नौ स्त्री वर्ग में। तीन लड़के तथा पाँच लड़को अविवाहित हैं। शिक्षा प्राथमिक से कर बी० ए० तक है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और सर्विस करते हैं।
मूल निवासी मरसैना (आगरा) के हैं। श्रीप्रकाश जैन सुपुत्र तहसीलदार जैन, १७२८ चीरा खाना देहली (देहली)
इस परिवार में तीन व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में। एक लड़का अविवाहित है। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित हैं और
साड़ियों का व्यापार करते हैं । मूल निवासी स्थानीय हैं। श्रीलाल जैन सुपुत्र मुन्नीलाल जैन, २२५३ गली पहाड़वाली देहली (देहली).
इस परिवार में दस व्यक्ति हैं, पाँच पुरुप वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में। चार लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा प्रथम से लेकर छठी
तक है । परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल पास हैं और जनरल मर्चेन्ट हैं। श्रीलाल जैन सुपुत्र कंचनलाल जैन, १७७४ कूचा लवशाह दरीबा कलां देहली (देहली)
इस परिवार में आठ व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। एफ० ए० तक की शिक्षा है। परिवार प्रमुख नवीं कक्षा तक शिक्षित हैं और विजली सामान के व्यापारी
हैं। मूल निवासी मरसैना (आगरा) के हैं। हरीशचन्द्र जैन सुपुत्र बाबूराम जैन, देहली (देहली)
इस परिवार में तीन व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में। एक लड़का अविवाहित है। परिवार प्रमुख मिडिल पास हैं और चूड़ी का
व्यापार करते है । मूल निवासी अहारन (आगरा) के हैं। हीरालाल जैन सुपुत्र हुण्डीलाल जैन, २३७३ रघुवरपुरा गांधीनगर देहली (देहली)
इस परिवार में दो व्यक्ति हैं, एक पुरुष वर्ग में तथा एक सी वर्ग में। परिः वार प्रमुख स्वयं इन्टर पास हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी एटा
के हैं।
Page #155
--------------------------------------------------------------------------
________________
२६४
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
हुकुमचन्द जैन सुपुत्र सेतीलाल जैन, ३२० दिल्ली गेट देहली ( देहली )
इस परिवार में तेरह व्यक्ति है, आठ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में। छ लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। प्रथम से लेकर बी० ए० तक की शिक्षा है। परिवार प्रमुख स्वयं चौथी कक्षा तक पढ़े है और व्यापार करते है ।
हुण्डीलाल जैन सुपुत्र चम्पाराम जैन, गली पहाड़वाली देहली ( देहली )
इस परिवार में उनतीस व्यक्ति हैं, सोलह पुरुष वर्ग में तथा तेरह स्त्री वर्ग मैं । बारह लड़के तथा नौ लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी है। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और किराना मर्चेन्ट है। मूल निवासी सरायनीम (एटा) के हैं।
हुण्डीलाल जैन सुपुत्र कल्याणदास जैन, ५३३ २३ ए० गांधीनगर देहली ( देहली )
इस परिवार में छ व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । दो लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं नवीं कक्षा पास हैं और रेडीमेड वस्त्रोंके व्यापारी हैं। मूल निवासी टीकरी (आगरा ) के हैं।
होरीलाल जैन सुपुत्र मुंशीलाल जैन, ९९५।२०८ गली नं० ६ कैलाशनगर देहली (देहली ) इस परिवार में तीन व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में । एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा छठी तक है। कपड़े का व्यापार होता है । मूल निवासी एटा के है ।
Page #156
--------------------------------------------------------------------------
________________
,
+
mahman
P:
P
TOP mammatureL . . . .
-
...
*
श्री भगवतस्वरूपजी जैन 'भगवत', फरिहा
स्वश्री लामुरारीलालजी जैन,शिकोहाबाद
-
-
-
स्व० श्री पं० निवासजी शास्त्री
श्री पं० शिवमुखरायजी जैन शाखी,
मागेठ
Page #157
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री वा० सॉवलास जी जैन कुतुकपुर
श्री जिनवरदासजी जैन एम. ए. पी. एच. डी.. लखनऊ
श्री कमलकुमारीजी जैन अध्यक्ष- जैन समाज,
2,
अवागढ
श्री डा० अशोककुमारजी जैन एच. एम. डी. एस. वरहन
श्री लाला कंचनलालजी जैन रईस कुतुकपुर
श्री मणीन्द्रकुमारजी जैन
Page #158
--------------------------------------------------------------------------
________________
बिहार प्रान्त
Page #159
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी कान्तीस्वरूप जैन सुपुत्र वावुराम जैन, १८ शीतला माता वाजार इन्दौर (इन्दौर)
इस परिवार में ग्यारह पुरुष वर्ग में तथा चौदह स्त्री वर्ग में कुल पचास सदस्य हैं। दो लड़के तथा छ लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कमानों में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख मैट्रिक तक शिक्षित हैं और पुस्तक
विक्रेता हैं। मूल निवासी एटा के हैं। चन्द्रसैन जैन सुपुत्र लाहोरीलाल जैन, छोटी ग्वाल टोली इन्दौर (इन्दौर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य है। एक लड़की वाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और
व्यापार करते हैं । मूल निवासी रीवाँ के हैं। छोटेलाल जैन सुपुत्र नैनपाल जैन, मारोठिया वाजार इन्दौर (इन्दौर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग मे तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते
हैं। मूल निवासी सखावतपुर के हैं। जयकुमार जैन सुपुत्र हीरालाल जैन, जबरीवाग इन्दौर (इन्दौर).
इस परिवार मे छ पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं । चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं मे शिक्षा प्राम कर रहे हैं। परिवार प्रमुख एफ० ए० तक शिक्षित हैं और सर्विस
करते हैं । मूल निवासी कुतकपुर (आगरा) के हैं। जयमालादेवी जैन, इन्दौर (इन्दौर) ।
इस परिवार में दो सदस्य स्त्री वर्ग में हैं। परिवार प्रमुख मध्यमा मैट्रिक
तक शिक्षित हैं और अध्यापिका हैं। मूल निवासी फिरोजाबाद की है। दिवाकर जैन, सोंधी मुहल्ला ४ जेल रोड इन्दौर (इन्दौर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा पॉच बी वर्ग में कुल सात सदस्य है। एक लड़का तथा चार लड़की अविवाहित हैं और प्रारम्भिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख दस श्रेणी तक शिक्षित हैं और
सर्विस करते हैं । मूल निवासी नागपुर (महाराष्ट्र) के हैं। देवचन्द्र जैन सुपुत्र सूरजमल जैन, भोपाल कम्पाउण्ड नसिया रोड इन्दौर (इन्दौर)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा पाँच बी वर्ग में कुल छ सदस्य है। तीन लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। परिवार प्रमुख एम० ए० तक शिक्षित है और सर्विस करते हैं। मूल
, निवासी रीवा (आगरा) के हैं। । देवेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र मुन्शीलाल जैन, इन्द्रभवन इन्दौर (इन्दौर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा पाँच त्री वर्ग मे कुल आठ सदस्य
Page #160
--------------------------------------------------------------------------
________________
३३२
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी वाबूलाल जैन सुपुत्र किशनलाल जैन, वागमलजी की वाखल भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं तथा प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित हैं तथा सर्विस करते
हैं। मूल निवासी शुजालपुर के हैं। वाबूलाल जैन सुपुत्र गुलराज जैन, गुलराज वाबूलालजी का मकान भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़की अविवाहित हैं तथा प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और किराने का व्यवसाय करते
हैं। मूल निवासी वेरछा के हैं। वाबूलाल जैन सुपुत्र त्रिलोकचन्द जैन, इतवारी भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की वाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित हैं और
दुकानदारी करते हैं । मूल निवासी निपानीया के हैं। वाबूलाल जैन सुपुत्र राधेलाल जैन, लखेरापुरा भोपाल (भोपाल)..
इस परिवार में यह सन्नन एवं इनकी धर्मपत्नी केवल दो ही सदस्य है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है तथा सर्विस करते है। मूल निवासी
शुजालपुर के हैं। वाबूलाल जैन सुपुत्र ताराचन्द जैन, भोपाल (भोपाल) .
इस परिवार में दो पुरुप वर्ग में तथा दो बी वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा सविंस करते हैं।
मूल निवासी खरसोदा के हैं। बाबूलाल जैन सुपुत्र हेमराज जैन, इतवारा कोतवाली रोड भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दोबी वर्ग में कुल चार सदस्य है। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख व्यापार करते हैं। मूल निवासी दिवड़िया
के हैं।
वाबूलाल जैन सुपुत्र किशनलाल जैन, चौक जैन मन्दिर रोड भोपाल (भोपाल),
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य है। तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। परिवार प्रमुख मैट्रिक एवं धर्म-विशारद तक शिक्षित हैं। मूल निवासी जामनेर के हैं।
Page #161
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
बाबूलाल जैन सुपुत्र ताराचन्द जैन, लखेरापुरा भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य है । एक लड़का बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा सर्विस करते हैं। मूल निवासी वरनावद (राजगढ ) के हैं ।
बाबूलाल जैन सुपुत्र नाथूराम जैन, इतवारा रोड भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा सर्विस करते हैं। मूल निवासी शुजालपुर मण्डी के हैं ।
वायूलाल जैन सुपुत्र रामलाल जैन, मधुसूदनमहाराज का मकान चौक भोपाल (भोपाल ) परिवार दर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य I परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और किराना का व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी वमूलिया के हैं ।
मॅवरलाल जैन सुपुत्र हेमराज जैन, चौक गली भोपाल (भोपाल ).
३३३
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं 1 दो लड़के अविवाहित है और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं ।
भँवरलाल जैन सुपुत्र बाबलराम जैन, इतवारा रोड भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी तन (राजगढ़) के है |
मगनलाल जैन सुपुत्र लखमीचन्द जैन, हवामहल रोड भोपाल (भोपाल )
इस परिवार मे दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। परिवार प्रमुख बी० ए० एवं प्रभाकर तक शिक्षित हैं तथा राजकीय सर्विस में हैं। मूल निवासी इच्छावर ( सीहोर) के है ।
मदनलाल जैन सुपुत्र नाथूराम जैन, शकूरखों की मस्जिद के पास भोपाल (भोपाल ) इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की बाल्यावस्था में है और शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। मूल निवासी शुजालपुर मण्डी के है ।
मन्नूलाल जैन, जैन मन्दिर रोड भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य है । एक लड़की अविवाहित है तथा शिक्षा प्राप्त कर रही है। परिवार प्रमुख किराना की दुकान करते हैं। मूल निवासी कोठरी के हैं।
Page #162
--------------------------------------------------------------------------
________________
३३४
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
भानमल जैन सुपुत्र उम्मेदमल जैन, सोमवारा भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। मूल निवासी नरायल के हैं।
मानकचन्द जैन सुपुत्र रखवलाल जैन, विरामपुरा भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और किराना का व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी रनायल (शाजापुर) के हैं ।
माँगीलाल जैन सुपुत्र हीरालाल जैन, बागमल जैन की वाखल इतवारा भोपाल (भोपाल ) इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित है और मसाले की दुकान करते हैं। मूल निवासी शुजालपुर के हैं। मॉगीलाल जैन सुपुत्र सेजमल जैन, वागमल की वाखल भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में यह सज्जन एवं इनकी धर्मपत्नी केवल दो ही सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी जावर के हैं ।
मॉगीलाल जैन सुपुत्र छोगमल जैन, अशोक जैन भवन मंगलवारा रोड भोपाल (भोपाल ) इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन खी वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है। मूल निवासी निशाना (निकट आकोदियामण्डी) के हैं ।
माँगीलाल जैन सुपुत्र मिश्रीलाल जैन, गूजरपुरा गली नं. ३ भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा सर्विस करते हैं। मूल निवासी सीहोर के हैं ।
माँगीलाल जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, पीरगेट भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा सर्विस करते हैं। मूल निवासी आष्टा (सीहोर) के हैं ।
मिट्ठ लाल जैन सुपुत्र छगनलाल जैन, चिन्तामन का चौराहा भोपाल (भोपाल) इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं।
Page #163
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
३३५ एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है तथा मनिहारी की
दुकान करते है। मूल निवासी भोपाल के ही हैं। मिश्रीलाल जैन सुपुत्र कन्हैयालाल जैन, इब्राहीमपुरा भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार श्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख मैट्रिक तक शिक्षित हैं तथा किराना का
व्यवसाय करते हैं । मूल निवासी भोपाल के ही हैं। मूलचन्द जैन सुपुत्र देवबक्स जैन, श्वेताम्बर जैन मन्दिर के पास इतवारा भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओ में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और सर्विस करते हैं।
मूल निवासी विलावद (शाजापुर) के हैं । मोतीलाल जैन सुपुत्र हीरालाल जैन, श्वेताम्बर जैन मन्दिर रोड चौक भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य है। एक लड़का अविवाहित है और प्राथमिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहा है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा किराना का व्यवसाय करते हैं।
मूल निवासी इच्छावर के हैं। मोतीलाल जैन सुपुत्र किशोरीलाल जैन, मारवाड़ी रोड भोपाल (भोपाल)
इस परिवार मे दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग मे कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित हैं और
सर्विस करते हैं। मोतीलाल जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, चिन्तामन चौराहा मारवाड़ी रोड भोपाल (भोपाल)
इस परिवार मे दो पुरुप वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य है। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं मे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित है तथा सर्विस करते
हैं। मूल निवासी आरिया के हैं। मोतीलाल जैन, सुपुत्र हीरालाल जैन, आमला भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य है। एक लड़का अविवाहित है और शिक्षा प्राप्त कर रहा है। परिवार प्रमुख
किराना का व्यवसाय करते है। मूल निवारी शुजालपुर के हैं। मोहनलाल जैन सुपुत्र हीरालाल जैन, लखेरापुरा भोपाल (भोपाल)
इस परिवार मे एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य है।
alichoto
Page #164
--------------------------------------------------------------------------
________________
३३६
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है तथा ट्रान्सपोर्ट में सर्विस करते हैं। मूल निवासी सन्दलपुर (देवास) के हैं।
मोहनलाल जैन सुपुत्र मोतीलाल जैन, इतवारा रोड भोपाल (भोपाल ).
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य है । तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है तथा सर्विस करते हैं। मूल निवासी पड़ामाय के हैं । रखबचन्द जैन सुपुत्र गप्पूलाल जैन, मंगलवारा थाने के सामने भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। एक लड़का तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते है । मूल निवासी तन (राजगढ़) के है ।
रखबलाल जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, जैन मन्दिर रोड भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा किराना का व्यवसाय करते हैं । मूल निवासी धनखेड़ी के हैं । रखबलाल जैन सुपुत्र नन्नूमल जैन, सराफा चौक भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित हैं तथा परचून की दुकान करते हैं। मूल निवासी इच्छावर ( सीहोर) के है
रखबलाल जैन सुपुत्र रामलाल जैन, इलाहाबाद बैंक के सामने भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा आठ स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य है । दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है तथा सर्विस करते है । मूल निवासी दवड़िया ( सीहोर) के है ।
रतनबाई जैन धर्मपत्नी राजमल जैन, लखेरापुरा भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
रणवीरप्रसाद जैन सुपुत्र बद्रीप्रसाद जैन, काजीपुरा के मकान में भोपाल (भोपाल ) इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा
Page #165
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
३३७ प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख मैट्रिक वक शिक्षित है और सर्विस करते
हैं। मूल निवासी सिकन्दरा राज (मैदामई) के है। राजमल जैन सुपुत्र रतनलाल जैन, कृष्ण-भवन काजीपुरा भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य है। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और सर्विस करते हैं।
मूल निवासी कड़वाला के हैं। राजमल जैन सुपुत्र बोदरमल जैन, इमलीवाली गली भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में चार सदस्य पुरुष वर्ग में हैं। एक लड़का बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी
भौरा इलाईमाता (सीहोर) के हैं। राजमल जैन सुपुत्र लखमीचन्द जैन, सोमवारा भोपाल (भोपाल).
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा पॉच स्त्री वर्ग में कुल बारह सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और किराना
का व्यापार करते है। मूल निवासी भोपाल के ही हैं। राजेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र रामस्वरूप जैन, जैन मन्दिर रोड भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में यह सज्जन और इनकी धर्मपत्नी दो ही सदस्य हैं। परिवार
प्रमुख मैट्रिक तक शिक्षित हैं और सर्विस करते है । मूल निवासी घिरोर के हैं। रूपचन्द जैन सुपुत्र कोदरमल जैन, जैन मन्दिर रोड भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित है और सर्राफा
का व्यवसाय करते है । मूल निवासी आष्टा के है। लखमीचन्द चैन सुपुत्र नाथूराम जैन, कृष्ण भवन, काजीपुरा भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है। दो लड़के तथा तीन लड़को अविवाहित है और प्रथम से लेकर आठवीं तक शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख दसवी कक्षा तक शिक्षित है
और सर्विस करते हैं । मूल निवासी शुजालपुर के हैं। लाभमल गैन सुपुत्र गोपालमल जैन, गोपाल भवन, जुमेराती बाजार भोपाल ( भोपाल)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री घर्ग मे कुल तीन सदस्य है। परिवार प्रमुख मैट्रीकुलेट हैं और व्यापार जनरलमर्चेन्ट का है। एक पुत्र अविवाहित है । मूल निवासी भोपाल के हैं।
Page #166
--------------------------------------------------------------------------
________________
थी पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी लाभमल जैन सुपुत्र छोगमल जैन, इतवारा रोड भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में चार पुरुप वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य है। शिक्षा साधारण है। तीन लड़के अविवाहित हैं । च्यापार दुकानदारीका है।
मूल निवासी लसुडलिया धोलपुर के है। लाभमल जैन सुपुत्र मिश्रीलाल जैन, घोड़ा नक्कास भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। शिक्षा प्राथमिक से लेकर नवीं कक्षा तक है । एक लड़का और चार लड़की
अविवाहित हैं और सर्विस व्यवसाय है । मूल निवासी सन्दुलपुर के हैं। लाभमल जैन सुपुत्र छोगमल जैन, वागमल जैन की चाखल भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो बी वर्ग में कुल चार सदस्य है। शिक्षा साधारण है। एक पुत्री अविवाहित है। व्यवसाय मसाले का है।
मूल निवासी तिलवाद के हैं। वसन्तीलाल जैन सुपुत्र सागरमल जैन, इतवारा रोड, भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा दोबी वर्ग में कुल सान सदम्य हैं। शिक्षा प्रथम से पाँचवीं कक्षा तक की है। चार लड़के अविवाहित है। मूल निवासी इच्छावर के हैं। पन्नावती पुरवाल संस्था के सदस्य त्या
आदर्श सहकारी समितिके सेक्रेटरी भी हैं । विपिनचन्द्र जैन सुपुत्र विजयचन्द्र जैन, कार्टर नं० २७, पिपलानी भोपाल (भोपाल),
इस परिवार में आप और आपकी धर्मपली दो ही सदस्य हैं। परिवार प्रमुख मैट्रीकुलेट (डिप्लोमा इन्स्ट्र मेन्ट मेकनिकल ) हैं और आपकी पत्नी भी मैट्रिकुलेट तथा विद्याविनोदिनी पास है । पेशा सर्विस (लीडिंग आटि
कल) का है । मूल निवासी कुतकपुर (आगरा) के हैं। सन्ननकुमार जैन सुपुत्र मोतीलाल जैन, ११२० साउथ टी० टी० नगर भोपाल (भोपाल),
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री घर्ग में कुल तीन सदस्य है। एक लड़का अविवाहित है। परिवार प्रमुख वी० ए० पास है । शासकीय सेवा में स्टैटिस्टिफल असिसेन्ट (सर्विस) हैं। मूल निवासी एत्मादपुर
(आगरा) के है। सुन्दरलाल जैन सुपुत्र हीरालाल जैन, रमेश भवन मारवाड़ी रोड भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा छ बी वर्ग में कुल दस सदस्य है। पुत्र रमेशकुमार ग्यारहवीं कक्षा पास हैं। दो लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित हैं और शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। व्यापार किराना और गन्हें का है। मूल निवासी इच्छावर के हैं।
Page #167
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी सुमतलाल जैन सुपुत्र पूनमचन्द जैन, रखवलालजी का मकान भोपाल (भोपाल),
इस परिवार में आप और आपकी धर्मपत्नी कुल दो ही सदस्य हैं। शिक्षा
साधारण और सर्विस का व्यवसाय है। मूल निवासी अमलार के हैं। सुहागमल जैन सुपुत्र देवचन्द जैन, श्रीपाल जैन का मकान अड्डा सुनेवा भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। शिक्षा साधारण है। दो लड़के अविवाहित है। पेशा व्यापार का है।
मूल निवासी सीहोर के हैं। सुहागमल जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, अड्डा सुनेवा शक्कर मण्डी भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग मे तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। एक लड़का तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा साधारण और
पेशा व्यापार किराने का है। सुहागमल जैन सुपुत्र उम्मेदमल जैन, ईशनारायण काजीपुरा भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में पॉच पुरुष वर्ग में तथा तीन बी वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। शिक्षा एक से लेकर पांचवीं तक है। पेशा व्यापार है। चार लड़के
और दो लड़की अविवाहित है । मूल निवासी सीहोर के है। सुहागमल जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, जैन मन्दिर रोड भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा में एक पुत्र इण्टर है
और पुत्र वधू सरोजकुमारी मैट्रिक पास हैं। परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल तथा अन्य विभिन्न कक्षाओं में पढ़ रहे हैं। सामाजिक क्षेत्र के प्रमुख कार्यकर्ता हैं। पद्मावती पुरवाल कमेटी के सभापति भो रह चुके है। पेशा किराने
का व्यापार है। मूल निवासी स्थानीय हैं। सूरजमल जैन सुपुत्र छोनरमल जैन, गूजरपुरा गली नं० ३ भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा पॉच बी वर्ग में कुल सात सदस्य है। एक लड़का तथा चार लड़को अविवाहित हैं। शिक्षा एक से लेकर पांचवीं
तक है । परचून का व्यापार है। मूल निवासी कोठड़ी (सीहोर) के हैं। सूरजमल जैन सुपुत्र रामलाल जैन, लखेरापुरा भोपाल (भोपाल)
इम परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा तीन श्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। दोड़की अविवाहित है। शिक्षा साधारण और पेशा सर्विस का है।
मूल निवासी दीवड़िया के हैं। सूरजमल जैन सुपुत्र चालमुकुन्द जैन, अड्डा पंजेस श्रीपाल का मकान भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन बी वर्ग में कुल सात सदस्य
Page #168
--------------------------------------------------------------------------
________________
३४०
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा आठवीं तक है। पेशा सर्विस तथा टेलरिंग का है। मूल निवासी गढ़वाल के हैं।
सेजमल जैन सुपुत्र कन्हैयालाल जैन, ललवानी सा० की गली भोपाल (भोपाल ) इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा प्रथम से लेकर छठवीं कक्षा तक की । पेशा सर्विस का है। मूल निवासी निशाना के हैं।
सेजमल जैन सुपुत्र हजारीमल जैन, पीरगेट बाहर भोपाल (भोपाल ).
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार बी वर्ग में कुल सात सदस्य है । एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं । पुत्र बाबूलाल इन्टर पास हैं अन्य छवीं कक्षा तक पढ़ रहे हैं। पेशा सर्विस है। मूल निवासी सतपीपल्या के हैं।
सेजमल जैन सुपुत्र छोगमल जैन, लखेरापुरा भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा कुछ नहीं । धंधा शारीरिक श्रम है।
सौभाग्यमल जैन सुपुत्र डालचन्द जैन, जैन मन्दिर रोड भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य है। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा तीसरी से लेकर छठी तक की है। पेशा सर्विस का है। मूल निवासी बोरढ़ी के हैं।
सौभाग्यमल जैन सुपुत्र देवचन्द जैन, गूजरपुरा, गली नं.३ भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य है। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा साधारण और पेशा दुकानदारी का है। मूल निवासी सीहोर के हैं ।'
भाग्यमल जैन सुपुत्र बालमुकुन्द जैन, सौभाग्यसदन ३६ भोपाल (भोपाल)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। तीन लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा पाँचवीं से लेकर आठवीं तक की है। व्यापार ट्रान्सपोर्ट सर्विस का है। सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। मूल निवासी भोपाल के ही हैं ।
"शान्तिलाल जैन सुपुत्र छगनलाल जैन, बागमल जैन की बाखल भोपाल (भोपाल ) इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार श्री वर्ग में कुछ नौ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं मैट्रिक हैं, भाई वसन्तीलाल भी मैट्रिक हैं। अन्य विभिन्न कक्षाओं के छात्र छात्राएँ । पेशा सर्विस का है । मूल निवासी वोड़ा के हैं।
1
Page #169
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
शान्तिलाल जैन सुपुत्र राजमल जैन, इतवारा, मसजिद के सामने भोपाल (भोपाल ) इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य है । शिक्षा साधारण और व्यापार परचून का है। मूल निवासी सीहोर के हैं । शान्तिलाल जैन सुपुत्र छोगमल जैन, चिन्तराम चौराहा भोपाल (भोपाल )
1
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है। शिक्षा साधारण और धंधा सर्विस का है। मूल निवासी इच्छावर के हैं।
शान्तिलाल जैन सुपुत्र भँवरलाल जैन, बागमल जैन की बाखल भोपाल (भोपाल ) इस परिवार में - पती-पत्नी दो ही सदस्य है । शिक्षा साधारण और धंधा सर्विस (सुनीमी) का है। मूल निवासी लोमन के हैं।
३४१
श्रीकमल जैन सुपुत्र सेजमल जैन, इन्कम टैक्स वकील जैन मन्दिर रोड भोपाल (भोपाल ) इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। परिवार प्रमुख स्वयं एम० ए० बी० कॉम० एल० एल० बी० हैं । दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। भूत पूर्व मंत्री पद्मावती पुरवाल मित्र सभा वर्तमान दि० जैन पंचायत कमेटी के सदस्य हैं। मूल निवासी इच्छावर के है ।
'श्रीमल जैन सुपुत्र हजारीमल जैन, घोड़ा नक्कास रोड भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है। दो लड़के तथा चार लड़की अविवाहित है । शिक्षा साधारण है और व्यापार किराने का है। मूल निवासी भोपाल के हैं ।
श्रीमल जैन सुपुत्र सरदारमल जैन, लोहा बाजार भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में एक लड़की अविवाहित है। परिवार प्रमुख स्वयं सर्विस है। मूल निवासी सीहोर के हैं ।
हजारीलाल जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, सोमवारा भोपाल (भोपाल )
1
कुल तीन सदस्य है मैट्रिक पास हैं। पेशा
सिरेमल जैन सुपुत्र केशरीमल जैन, रोसलेवाले ललवानी साहब की गढ़ी भोपाल (भोपाल ) इस परिवार में केवल आप ही हैं और अविवाहित हैं तथा बी० काम० (सेकेण्ड ईयर) में हैं। मूल निवासी रोसला के हैं।
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य है । एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा साधारण और व्यापार किराने का है। मूल निवासी जामनेर के हैं।
Page #170
--------------------------------------------------------------------------
________________
३४२
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
हस्तीमल जैन सुपुत्र मगनलाल जैन, ललवानो गली भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा साधारण और व्यापार किराने का है। मूल निवासी भोपाल के है ।
हीरालाल जैन सुपुत्र मुन्नालाल जैन, जुमेराती गुड़ बाजार भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल चौदह सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा प्रथम से लेकर सातवीं कक्षा तक है । व्यवसाय गुड़ का है। मूल निवासी खरदौन के हैं। हेमराज जैन सुपुत्र गनपतलाल जैन, बागमल की बाखल, इतवारा रोड भोपाल (भोपाल ) इस परिवार में आप स्वयं ही हैं। मूल निवासी दीवड़िया के है ।
हेमराज जैन सुपुत्र छोगमल जैन, इतवारा भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है। शिक्षा साधारण और पेशा सर्विस का है। मूल निवासी अकोदियामण्डी के हैं ।
हेमराज जैन सुपुत्र ताराचन्द जैन, मंगलवारा भोपाल (भोपाल )
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। तीन लड़के अविवाहित हैं। शिक्षा प्रथम से लेकर सातवीं कक्षा तक और पेशा सर्विस का है । मूल निवासी वरनावद (राजगढ ) के हैं।
गजेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र श्रीनिवास जैन, तोपखाना रतलाम (रतलाम)
जिला-रतलाम नगर-रतलाम
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। तीन लड़के अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा चूड़ियों का व्यवसाय करते हैं ! मूल निवासी फिरोजाबाद के हैं ।
जगदीशचन्द्र जैन सुपुत्र बाबूलाल जैन, चाँदनी चौक रतलाम (रतलाम)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्रारम्भिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख इन्टर तक शिक्षा प्राप्त हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी मुहम्मदाबाद (आगरा ) के हैं।
Page #171
--------------------------------------------------------------------------
________________
३४३
श्री पद्मावती पुरखाल जैन डायरेक्टरी सन्तलाल जैन सुपुत्र ज्योतिप्रसाद जैन, रतलाम (रतलाम)
इस परिवार में चीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है। एक लड़की बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और चूड़ियों का व्यवसाय करते हैं।
जिला-राजगढ़
गॉव-उदनखेड़ी पन्नालाल जैन सुपुत्र केसरीमल जैन, उदनखेड़ी (रामगढ़)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है और प्राथमिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहा है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और ज्यापार व्यवसाय करते हैं।
गाँव-पाडल्या (राजगढ़) चान्दमल जैन सुपुत्र गवलाल जैन, पाडल्या (राजगढ)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख भोजनालय का कारोबार करते हैं। मूल निवासी पाडल्या के हैं।
गॉव-भगराना (राजगढ़) सुन्दरलाल जैन सुपुत्र नन्दराम जैन, मगराना (राजगढ़).
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है तथा प्राथमिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहा है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा किराना का व्यापार करते हैं। मूल निवासी मगराना के ही हैं।
___ गाँव-च्याघरा मांडू (राजगढ़) कन्हैयालाल जैन सुपुत्र भूरालाल जैन, न्यावरा मांडू (राजगढ़ व्यावरा)
इस परिवार में यह सज्जन और इनकी धर्मपत्नी केवल दो ही सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा किराना का व्यापार व्यवसाय
करते हैं। मूल निवासी ब्यावरा माडू हो के हैं। छगनलाल जैन सुपुत्र भूरालाल जैन, व्यावरा मांडू (राजगढ ब्यावरा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। तीन लड़के अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा किराना का व्यापार व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी न्यावरा मांडू के हैं।
Page #172
--------------------------------------------------------------------------
________________
३४४
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
गाँव- सराठी ( राजगढ़ व्यावरा)
भागीरथमल जैन सुपुत्र मुन्नालाल जैन, सराली (राजगढ़ व्यांवरा )
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा कृषिकार्य करते हैं। गाँव-सारंगपुर (राजगढ़)
कमलकुमार जैन सुपुत्र मुकुन्दराम जैन, सारंगपुर (राजगढ़)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख इण्टर तक शिक्षा प्राप्त हैं तथा अध्यापन कार्य करते हैं। मूल निवासी सारंगपुर के ही हैं।
केसरीमल जैन सुपुत्र छोगमल जैन, सारंगपुर (राजगढ़)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य है। दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। परिवार प्रमुख आठवीं कक्षा तक शिक्षित है और सर्विस करते मूल निवासी सारंगपुर के ही हैं ।
है
कोमलचन्द जैन सुपुत्र सरदारमल जैन, सारंगपुर (राजगढ़)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रही है। परिवार प्रमुख विशारद तक शिक्षा प्राप्त है और कृषिकार्य करते हैं। मूल निवासी मखावद के हैं ।
गजराजमल जैन सुपुत्र गणपतराय जैन, सारंगपुर (राजगढ़)
'
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित हैं और कटलरी की दुकान करते हैं। मूल निवासी सारंगपुर के ही हैं।
छगनलाल जैन सुपुत्र गणपतराय जैन, गांधी चौक सारंगपुर (राजगढ़)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुछ छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्रारम्भिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख वैद्यक करते हैं। मूल निवासी सारंगपुर के ही हैं।
दुलीचन्द जैन सुपुत्र कस्तूरचन्द जैन, सर्राफ सारंगपुर (राजगढ़)
={
,
इस परिवार में ग्यारह पुरुष वर्ग में तथा आठ स्त्री वर्ग में कुल उन्नीस सदस्य हैं। आठ लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न
Page #173
--------------------------------------------------------------------------
________________
Ř
श्री शिवकुमार जी जैन, शिवपुरी
श्री जीवेन्द्रकुमारजी जैन चार्टर्ड एकाउण्टेण्ट, फतेहपुर
श्री प्रकाशचन्द्रजी जैन 'अमेय' बी.ए.एल.टी, साहित्यरत्न, जलेसर
श्री मधु जैन एम.कॉम., एम.एसभोपाल
Page #174
--------------------------------------------------------------------------
________________
६.ta...
श्री पुष्पेन्द्रकुमारजी जैन, एटा
श्री विजयचन्दजी जैन, शिकोहाबाद
..
म्व० श्री सनोशचनजी जैन, मौरेना
श्री देवसेनजी जैन, आगरा
श्री महावीरप्रसादजी जैन, गजाकानाल
Page #175
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
३४५
कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा सर्राफा की दुकान करते हैं। मूल निवासी सारंगपुर के ही हैं। प्यारेलाल जैन सुपुत्र मोतीलाल जैन, सारंगपुर (राजगढ़)
1
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य है परिवार प्रमुख विशारद तक शिक्षित है तथा किराना की दुकान करते हैं। मूल निवासी सारंगपुर के ही हैं।
बागमल जैन सुपुत्र केसरीमल जैन, सारंगपुर (राजगढ़)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। तीन लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है । परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी सारंगपुर के ही हैं।
I
बाबूलाल जैन सुपुत्र गजराजमल जैन, सारंगपुर (राजगढ़)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं । दो लड़के अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं । परिवार प्रमुख सर्विस एवं कृषिकार्य करते हैं। मूल निवासी सीहोर के हैं। मगरुलाल जैन सुपुत्र गणपतराय जैन, सारंगपुर (राजगढ )
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य है । चार लड़को अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। परिवार प्रमुख पाँच कक्षा तक शिक्षा प्राप्त है और किराना की दुकान करते हैं। मूल निवासी सारंगपुर के ही हैं।
महेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र मगनलाल जैन, सारंगपुर (राजगढ़)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा नौ स्त्री वर्ग में कुल सत्रह सदस्य
। चार लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित हैं तथा सर्राफा का व्यवसाय करते है । मूल निवासी सारंगपुर के ही है ।
माँगीलाल जैन सुपुत्र मथुरालाल जैन, सारंगपुर (राजगढ़)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं । दो लड़के अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है तथा कृषिकार्य करते है । मूल निवासी सारंगपुर के ही है।
राजमल जैन सुपुत्र गनपतराय जैन, सारंगपुर (राजगढ़)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं । दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा
४४
Page #176
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित हैं तथा किराना
की दुकान करते हैं । मूल निवासी सारंगपुर के ही हैं। सूरजमल जैन सुपुत्र छोगमल जैन, सारंगपुर (राजगढ़)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा सर्विस करते हैं । मूल निवासी सारंगपुर के ही हैं।
जिला-रायचूर
गाँव-मुनीरावाद यशोधर जैन सुपुत्र वंशीधर जैन, मुनीराबाद (रायचूर)
इस परिवार में एक पुरुप वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। दो लड़की वाल्यावस्था में हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी घेरनी के हैं।
जिला-रायसन
गाँव-रायसेन लाभमल जैन सुपुत्र हेमराज जैन, रायसैन (रायसैन)
इस परिवार में यह सज्जन और इनकी श्रीमतीजी केवल दो ही सदस्य है। परिवार प्रमुख चारह कक्षा तक शिक्षित हैं तथा स्टेट बैंक आफ इण्डिया में सर्विस करते हैं। मूल निवासी जामनेन के हैं।
जिला-सीहोर
गाँव-आरिया छगनलाल जैन सुपुत्र शादीलाल जैन, आरिया (सीहोर)
इस परिवार में तीन पुरुप वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा किराना का
व्यापार करते हैं। मूल निवासी आरिया के ही है। प्यारेलाल जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, आरिया (सीहोर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा. तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में
Page #177
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्रो पावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा किराना
का व्यापार करते हैं। मूल निवासी आरिया के ही हैं। बागमल जैन सुपुत्र शादीलाल जैन, आरिया (सीहोर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुछ चार सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा किराना का व्यापार करते हैं।
मूल निवासी आरिया के ही हैं। राजमल जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, आरिया (सीहोर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा किराना का व्यवसाय करते हैं । मूल निवासी यहीं के हैं।
गॉव-आष्टा (सीहोर) अमृतलाल जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, गांधी चौक आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो बी वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है और शिक्षा प्राप्त कर रही है। परिवार प्रमुख मैट्रिक, तक शिक्षित हैं और अध्यापन का कार्य करते हैं। मूल निवासी
घोमन्दर के हैं। कल्लूलाल जैन सुपुत्र नन्दराम जैन, नोसादर की बाखल आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दोखी वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और गल्ले का व्यापार करते हैं। मूल
निवासी आष्टा के ही हैं। कन्हैयालाल जैन सुपुत्र त्रिलोकचन्द जैन, अलीपुर आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा
प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। कन्हैयालाल जैन नोर सुपुत्र हुकुमचन्द जैन, सिकन्दर बाजार आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चार खी वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख शास्त्री तक शिक्षित हैं। मूल निवासी
आष्टा के हैं। केशरीमल जैन सुपुत्र डालचन्द जैन, बड़ा बाजार आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक श्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं।
Page #178
--------------------------------------------------------------------------
________________
३४८
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी दो लड़के अविवाहित हैं और प्रारम्भिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और दुकानदारी करते है। मूल निवासी
मुहाई के हैं। केशरीमल जैन सुपुत्र छोगमल जैन, बड़ा बाजार आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में बारह पुरुष वर्ग में तथा बारह स्त्री वर्ग में कुल चौबीस सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा चार लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख किराने की दुकान करते
है । मूल निवासी आष्टा के ही हैं। गुनधरलाल जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में
शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख आठवीं कक्षा तक शिक्षित हैं और
। कपड़े का व्यवसाय करते हैं । मूल निवासी आष्टा के ही हैं। गोपालमल जैन सुपुत्र नन्दराम जैन, नोसादर की बाखल आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य है। एक लड़का बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख गल्ले का व्यापार करते हैं।
मूल निवासी आष्टा के ही है। चुन्नीलाल जैन सुपुत्र गप्पूलाल जैन, अलीपुर आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा आठ स्त्री वर्ग में कुल चौदह सदस्य है। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और गल्ले का
व्यवसाय करते है। मूल निवासी डांबरी (आष्टा) के हैं। छगनलाल जैन सुपुत्र मथुरामल जैन, बड़ा बाजार आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य है। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और गल्ले का व्यापार
करते हैं। मूल निवासी आष्टा (सीहोर) के हैं। 'छोगमल जैन सुपुत्र मुन्नालाल जैन, कोटरी हाट आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य है। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख गल्ले का व्यापार करते हैं । मूल निवासी कोटरी हाट के हैं।
Page #179
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
डालचन्द जैन सुपुत्र सौभागमल जैन, बड़ा बाजार आष्टा ( सीहोर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुछ चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की प्राथमिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख गल्ले का व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी भाण्डखेड़ी के हैं।
डालचन्द जैन सुपुत्र हंसराज जैन, आष्टा ( सोहोर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख गल्ले का व्यापार करते हैं। मूल निवासी हराजखेड़ी के हैं।
चन्द जैन सुपुत्र हमीरमल जैन, बुधवारा आष्टा ( सीहोर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। तीन लड़के अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख गल्ले का व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी आष्टा के ही हैं।
धनरूपमल जैन सुपुत्र उबारीमल जैन, बड़ा बाजार आष्टा ( सीहोर)
३४९
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा तीन श्री वर्ग में कुछ चार सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है और शिक्षा प्राप्त कर रही है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा गल्ले का व्यापार करते हैं। मूल निवासी आष्टा के ही है।
नन्नूमल जैन सुपुत्र चन्द्रभान जैन, बड़ा बाजार आष्टा ( सीहोर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो श्री वर्ग में कुछ पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं मैं शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख गल्ले के बड़े व्यापारी हैं और साधारण शिक्षित है। मूल निवासी आष्टा के ही हैं।
नेमीचन्द जैन सुपुत्र गोपालमल जैन, नोसादर की बाखल आष्टा ( सीहोर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और गल्ले का व्यापार करते हैं। मूल निवासी आष्टा के हैं।
पन्नालाल जैन सुपुत्र सुकलाल जैन, बुधवारा आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं
Page #180
--------------------------------------------------------------------------
________________
३५०
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख किराना के व्यापारी हैं। मूल
निवासी भूपोड़ के हैं। प्रेमीलाल जैन सुपुत्र गेदालाल जैन, बुधवारा खारीकुण्डो आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य है। एक लड़का अविबाहित है और प्राथमिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहा है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और कपड़े की दुकान करते
है। मूल निवासी आष्टा के ही हैं। बसन्तीलाल जैन सुपुत्र नन्नूमल जैन, बड़ा बाजार आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में दस पुरुष वर्ग में तथा इस बी वर्ग में कुल नीस सदस्य हैं। छ लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और गल्ले
का व्यवसाय करते हैं । मूल निवासी आष्टा के ही हैं। वागमल जैन सुपुत्र पन्नालाल जैन, बुधवारा आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और गल्ले का व्यापार करते है। मूल
निवासी आष्टा के हैं। वालचन्द जैन सुपुत्र नाथूराम जैन, आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में यह स्वयं ही हैं। साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते
है । मूल निवासी छापर के हैं। बसन्तीलाल जैन सुपुत्र मन्नूलाल जैन, थानारोड़ आष्टा (सीहोर) ,
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा वीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़को अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख कपड़े का व्यापार करते हैं । मूल
निवासी आष्टा के ही हैं। भंवरलाल जैन सुपुत्र हीरालाल जैन, बड़ा बाजार आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में दो पुरुष में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और मिठाई का कार्य
करते हैं। मूल निवासी आष्टा के हैं। भागीरथ जैन सुपुत्र मोतीलाल जैन, वड़ावाजार आटा (सीहोर)
इस परिवार में इनके साथ इनकी सास निवास करती है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और गल्ले का व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी आष्या के है।
Page #181
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
भूरामल जैन सुपुत्र गेदालाल जैन, बुधवारा खारीकुण्डी आष्टा ( सीहोर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और कपड़े की दुकान करते हैं।
मगनलाल जैन सुपुत्र नन्दराम जैन, अलीपुर आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में नौ पुरुष वर्ग में तथा आठ स्त्री वर्ग में कुल सत्रह सदस्य है । चार लड़के तथा तीन लड़को अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख गल्लेका व्यापार करते हैं। मूल निवासी आष्टा के हैं ।
मन्नुमल जैन सुपुत्र चुन्नीलाल जैन, बड़ाबाजार क्लोथ मर्चेन्ट्स आष्टा ( सीहोर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है । दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और कपड़े की दुकान करते हैं। मूल निवासी आष्टा के ही हैं।
मन्नूलाल जैन सुपुत्र हीरालाल जैन, अलीपुर आष्टा (सीहोर)
३५१
इस परिवार में यह सज्जन और इनकी माता जी केवल दो ही सदस्य हैं । परिवार प्रमुख सिलाई सैन्टर में कार्य करते है । मूल निवासी आष्टा ही हैं।
मागीलाल जैन सुपुत्र मूलचन्द जैन, बुधवारा आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग मे कुल चार सदस्य है । एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है और शिशु अवस्था में हैं । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और गल्ले का व्यवसाय करते है । मूल निवासी तलैन के है
मानमल जैन सुपुत्र गोपालमल जैन, बुधवारा खारीकुण्डी आष्टा ( सीहोर)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग मे तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रही है । परिवार प्रमुख कार्य करते हैं। मूल निवासी आष्टा के ही हैं ।
मिट्ठूलाल जैन सुपुत्र गेंदालाल जैन, बुधवारा खारीकुण्डी आष्टा ( सीहोर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग मे कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख कपड़े की दुकान करते है। मूल निवासी आष्टा के ही हैं।
Page #182
--------------------------------------------------------------------------
________________
83
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
माणिकलाल जैन सुपुत्र मन्नूलाल जैन, बड़ा बाजार आष्टा (सीहोर)
मिट्ठूलाल जैन सुपुत्र मगनलाल जैन, आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। दो लड़की बाल्यावस्था में हैं। परिवार प्रमुख मेट्रिक तक शिक्षित है। और फ्लोर मिल का कार्य करते हैं। मूल निवासी आष्टा के हैं।
मूलचन्द्र जैन
मिश्रीलाल जैन सुपुत्र चन्द्रभान जैन, बड़ा बाजार आष्टा ( सीहोर)
इस परिवार में यह सज्जन स्वयं ही हैं और साधारण शिक्षित है तथा सर्विस करते हैं। मूल निवासी ससूरियॉपार के है ।
इस परिवार में यह सज्जन स्वयं ही हैं। मन्दिर जी की सेवा पूजा करते है । मूल निवासी आष्टा के हैं ।
राजमल
सुपुत्र भागचन्द्र जैन, गंज आष्टा ( सीहोर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य | एक लड़का तथा दो लड़की वाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और किराने की दुकान करते हैं। मूल निवासी अम्लाहा के हैं।
मूलचन्द जैन सुपुत्र हमीरमल जैन, बुधवारा खारी कुण्डी आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं मैं शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साक्षर हैं तथा गल्ले का व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी आष्टा के ही हैं।
रमनलाल जैन सुपुत्र मूलचन्द जैन, नोसादर की बाखल आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं । मूल निवासी भानुखेड़ी के हैं।
राजमल जैन सुपुत्र गोपालमल जैन, अलीपुर आष्टा ( सीहोर)
इस परिवार में नौ पुरुष वर्ग में तथा छ बी वर्ग में कुल पन्द्रह सदस्य । पाँच लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विम करते हैं ।
जैन सुपुत्र छोगमल जैन, बुधवारा आष्टा ( सीहोर).
इस परिवार में दो सदस्य पुरुष वर्ग में हैं। परिवार प्रमुख किराने की दुकान करते हैं। मूल निवासी भवरां के हैं ।
Page #183
--------------------------------------------------------------------------
________________
११३
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी राजमल जैन सुपुत्र भीखचन्द जैन, बड़ा बाजार आष्टा (सीहोर) . . . 1 . इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार बी वर्ग में कुल नौ सदस्य
हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में . ' , शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख कृषिकार्य करते हैं। मूल निवासी
___ आष्टा के ही हैं। राजमल जैन सुपुत्र गोपालमल जैन, अलीपुर आष्टा (सीहोर) . . ... ।
... इस परिवार में नौ पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल पन्द्रह सदस्य . . हैं। छ लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में , - शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और सर्विस
करते है । मूल निवासी आष्टा के ही हैं। लखमीचन्द जैन सुपुत्र गणपतराय जैन, बुधधारा आष्टा (सीहोर). . . .
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा पाँच बी वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं
में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और गल्ले : , · का व्यापार करते हैं। मूल निवासी आष्टा के ही हैं। लाभमल जैन सुपुत्र मगनलाल जैन, आष्टा (सीहोर)
. इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन बी वर्ग में कुल छ सदस्य
है। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख गल्ले का व्यवसाय करते है।
मूल निवासी आष्टा के ही हैं। लाभमल जैन सुपुत्र मूलचन्द जैन, बुधवारा खारीकुण्डी आष्टा (सोहोर)
इस परिवार मे दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और गल्ले का न्यव
साय करते हैं। मूल निवासी आष्ठा के है। शान्तिलाल जैन सुपुत्र हीरालाल जैन, बड़ाबाजार आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की शिशु अवस्था में है। परिवार प्रमुख गल्ले का
कार्य करते हैं। शान्तिलाल जैन सुपुत्र मन्नूलाल जैन, आष्टा (सीहोर)
इस परिवार मे चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और कपड़े की दुकान करते हैं। मूल निवासी आटा के हैं।
Page #184
--------------------------------------------------------------------------
________________
३५४
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी शोभामल जैन सुपुत्र सूरजमल जैन, गांधी चौक आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा बारह स्त्री वर्ग में कुल पन्द्रह सदस्य हैं। एक लड़का तथा छ लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षा में पढ़ते है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और प्रेनमर्चेन्ट्स हैं। मूल निवासी
आष्टा के ही हैं। श्रीमल जैन सुपुत्र सूरजमल जैन, गांधी चौक आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार खी वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और प्रेन
मर्चेन्ट्स की दुकान करते हैं । मूल निवासी आष्टा के ही हैं। श्रीपाल जैन सुपुत्र गोरेलाल जैन, गांधी चौक आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में यह और इनकी धर्मपत्नी केवल दो ही सदस्य हैं। परिवार
प्रमुख मैट्रिक तक शिक्षित हैं और अध्यापन का कार्य करते हैं। सरदारमल जैन सुपुत्र कोदरमल जैन, अलीपुर आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में पांच पुरुष वर्ग में तथा छ बी वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य है। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख गल्ले का व्यापार करते हैं। मूल
निवासी आष्टा के ही हैं। सादीलाल जैन सुपुत्र गनपतराय जैन, बुधधारा आष्टा (सीहोर),
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षा में पढ़ रही है। परिवार
प्रमुख गल्ले का व्यापार करते हैं। मूल निवासी आटा के ही हैं। सादीलाल जैन सुपुत्र सूबालाल जैन, बुधवारा आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वग में कुल पाँच सदस्य हुँ। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं और शिशु अवस्था में है।
परिवार प्रमुख गल्ले का व्यापार करते हैं। सुन्दरलाल जैन सुपुत्र गेंदालाल जैन, किला आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में नौ पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल सोलह सदस्य हैं। तीन लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सविस
करते हैं । मूल निवासी आष्टा के हैं। सुन्दरलाल जैन सुपुत्र गेंदालाल जैन, बुधवारा खारीकुन्डी आष्टा (सीहोर)।
इस परिवार में चार पुरुप वर्गमें तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य
Page #185
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
२५५
। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और कपड़े की दुकान करते है । मूल निवासी आष्टा के ही है ।
सुन्दरलाल जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, बड़ा बाजार आष्टा ( सीहोर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य है । दो लड़के बाल्यावस्था में हैं। परिवार प्रमुख सर्विस करते हैं। मूल निवासी बड़ (आष्टा) के हैं।.
सुबागमल जैन सुपुत्र सरदारमल जैन, बड़ा बाजार आष्टा ( सीहोर)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। छ लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। -परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और गल्ले का कारोबार करते हैं। मूल निवासी आष्टा के हैं ।
सेजमल जैन सुपुत्र गोपालमल जैन, अलीपुर आष्टा (सीहोर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और किराने का कारोबार करते हैं। मूल निवासी आष्टा के हैं।
सेजमल जैन सुपुत्र हंसराज जैन, बड़ा बाजार आष्टा ( सीहोर)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़की शिशु अवस्था में है। परिवार प्रमुख गल्ले का व्यापार करते हैं। मूल निवासी हरांज खेड़ी (आष्टा) के हैं।
सेजमल जैन सुपुत्र छोगमल जैन, बुधवारा बड़ा बाजार आष्टा ( सीहोर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य है । तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और गल्ले का व्यापार करते हैं। मूल निवासी आष्टा के ही हैं।
सौभागमल जैन सुपुत्र गोपालम जैन, नोसादर की वाखल आष्टा ( सीहोर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और गल्ले का व्यापार करते हैं। मूल निवासी आष्टा के ही हैं।
हीरालाल जैन सुपुत्र मुकुन्दराम जैन, आष्टा ( सीहोर) -
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं।
1
Page #186
--------------------------------------------------------------------------
________________
३५६
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरो
एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी लसूरियापार के हैं।
गाँव-इच्छावर (सीहोर)
अमृतलाल जैन सुपुत्र शादीलाल जैन, इच्छावर ( सीहोर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख सातवीं कक्षा तक शिक्षित हैं और स्वतन्त्र व्यापार व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी इच्छावर के ही हैं। छगनलाल जैन सुपुत्र लखमीचन्द जैन, इच्छावर ( सीहोर)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। छ लड़के अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख किराना का व्यापार करते हैं। मूल निवासी इच्छावर ही हैं।
छोगमल जैन सुपुत्र भूरालाल जैन, इच्छावर ( सीहोर )
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल दस सदस्य हैं। तीन लड़के अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है तथा किराना का व्यापार करते हैं । मूल निवासी इच्छावर के ही हैं।
देवंचन्द जैन सुपुत्र परसराम जैन, इच्छावरं ( सोहोर )
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है तथा किराना का व्यापार करते हैं । मूल निवासी इच्छावर के ही है ।
चाबूलाल जैन सुपुत्र हजारीलाल जैन, इच्छावर ( सीहोर )
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित है तथा सर्विस करते हैं। मूल निवासी इच्छावर के हो हैं ।
बेनीबाई जैन धर्मपत्नी भवानीराम जैन, इच्छावर (सीहोर)
इस परिवार में यह महिला अकेली हैं तथा कार्य कर जीवन-यापन करती हैं ।
भानमल जैन सुपुत्र मूलचन्द जैन, इच्छावर ( सीहोर) 17
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुछ तेरह सदस्य
Page #187
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरखाल जैन डायरेक्टरी ' । हैं। पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में
शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा किराना
का व्यापार करते हैं । मूल निवासी इच्छावर के ही हैं। मिश्रीलाल जैन सुपुत्र मूलचन्द जैन, इच्छावर (सीहोर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा
प्राप्त कर रही है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा किराना का है ,
.न्यापार करते हैं । मूल निवासी इच्छावर के हैं। मिश्रीलाल जैन सुपुत्र सरदारमल जैन, इच्छावर (सीहोर)
इस परिवार में दो पुरुप वर्ग में तथा दो बी वर्ग में कुल चार सदस्य
है । मूल निवासी मगरदा के हैं। मेघराज जैन सुपुत्र सरदारमल जैन, इच्छावर (सीहोर)
इस परिवार मे दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहा है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और किराना का व्यापार
करते हैं । मूल निवासी इच्छावर के ही हैं। रखबलाल जैन सुपुत्र मन्नूलाल जैन, इच्छावर (सीहोर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। तीन लड़के अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा पापड़ आदि का व्यापार
करते हैं । मूल निवासी इच्छावर के हैं। रेशमवाई जैन सुपुत्री मन्नूलाल जैन, इच्छावर (सीहोर)
इस परिवार में यह देवी और इनके भ्राता केवल दो ही सदस्य है। परिवार प्रमुख साहित्य विशारद तक शिक्षित हैं और अध्यापन का कार्य करती
हैं। यह परिवार मूल निवासी इच्छावर का ही है। सेजमल जैन सुपुत्र नन्दराम जैन, इच्छापर (सीहोर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो श्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य
हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में 1. " 'शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा सर्राफा
और वन का व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी इच्छावर के हैं।
Page #188
--------------------------------------------------------------------------
________________
३५८
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
गाँव-कोटरीहाट (सीहोर)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य है । तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रही है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा किराना का व्यापार करते है । मूल निवासी कोटरीहाट के हैं ।
=
अनोखीलाल जैन सुपुत्र रामलाल जैन, कोटरीहाट ( सीहोर)
अमृतलाल जैन सुपुत्र किशोरीलाल जैन, कोटरीहाट ( सीहोर)
बाबूलाल
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और किराना की दुकान करते हैं। मूल निवासी कोटरीहाट के ही हैं ।
छगनलाल जैन सुपुत्र जबरचन्द जैन, कोटरीहाट ( सीहोर)
इस परिवार में चौदह पुरुष वर्ग में तथा नौ स्त्री वर्ग में कुल तेईस सदस्य हैं। नौ लड़के तथा तीन लड़को अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा गल्ले का व्यापार करते हैं। मूल निवासी कोटरी के ही हैं।
नथमल जैन सुपुत्र किशोरीलाल जैन, कोटरीहाट ( सीहोर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी कोटरीहाट के ही हैं।
जैन सुपुत्र बालचन्द जैन, कोटरीहाट ( सीहोर )
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। दो लड़के बाल्यावस्था में हैं। परिवार प्रमुख मैट्रिक तक शिक्षित हैं और स्टेशनरी की दुकान करते हैं। मूल निवासी सामरदा के हैं।
श्रीमल जैन सुपुत्र राजमल जैन, कोटरीहाट ( सीहोर )
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं । एक लड़की बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और किराना का व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी कोटरी के ही हैं।
गाँव-जावर (सीहोर)
ताराचन्द जैन सुपुत्र छोगमल जैन, जाबर ( सीहोर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़की तथा एक लड़का बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख जरदा नमक की दुकान करते है । मूल निवासी जाबर के ही हैं ।
Page #189
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरो
•
नथमल जैन सुपुत्र कन्हैयालाल जैन, जाबर ( सीहोर)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है और प्राथमिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहा है। परिवार प्रमुख हलवाई की दुकान करते हैं। मूल निवासी जाबर के ही हैं। बागमल जैन सुपुत्र कन्हैयालाल जैन, जाबर ( सीहोर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य है । दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा गल्ले का व्यापार व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी जावर के ही हैं।
बागमल जैन सुपुत्र हीरालाल जैन, जावर ( सीहोर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा तीन लड़को अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा तम्बाकू का कार्य करते हैं । मूल निवासी जावर के हो हैं ।
मेघराज जैन सुपुत्र कन्हैयालाल जैन, नाबर ( सीहोर)
३५९
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है और प्राथमिक कक्षा मे है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और मुनीमी करते हैं। मूल निवासी जावर के हो है ।
मेघराजकुमार जैन सुपुत्र कुंवर जैन, जाबर ( सीहोर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं । दो लड़के अविवाहित हैं और शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख जरदा नमक की दुकान करते हैं। मूल निवासी जाबर के ही हैं।
राजूबाई जैन धर्मपत्नी रामलाल जैन, जाबर ( सीहोर).
इस परिवार में यह महिला स्वयं ही है और जरदा नमक की दुकान कर जीवन यापन करती हैं। मूल निवासी जावर की ही है ।
राजूबाई जैन धर्मपत्नी भँवरलाल जैन, जाबर ( सीहोर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग मे कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का बाल्यावस्था में है । यह परिवार मूल निवासी जावर का ही है। राजमल जैन सुपुत्र कुंवर जैन, जाबर ( सीहोर)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा सात श्री वर्ग में कुल बारह सदस्य हैं। दो लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में, शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख गन्ने का व्यापार व्यवसाय करते हैं । मूल निवासी जाबर के ही है।
Page #190
--------------------------------------------------------------------------
________________
T
श्री मगनमलजी जैन, शुजालपुर
स्व० श्री सुरेन्द्रनाथजी जैन 'श्रीपाल', कायथा
स्व० श्री कस्तूरचन्द्रजी जैन, सारंगपुर
श्री दुलीचन्दजी जैन सर्राफ, सारंगपु
Page #191
--------------------------------------------------------------------------
________________
।
श्री पद्मावती पुरवा जैन डायरेक्टरी
अमृतलाल जैन सुपुत्र सेवाराम जैन, कालापीपल मण्डी (शाजापुर)
केशरीमल जैन सुपुत्र कालूराम जैन, कालापीपल मण्डी (शाजापुर)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य है । तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं मैं शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा अनाज - का व्यापार करते हैं। मूल निवासी कालापीपल के है।
केशरीमल जैन सुपुत्र हीरालाल जैन, कालापीपल मण्डी (शाजापुर)
जिला-शाजापुर गाँव- कालापीपल मण्डी
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख कपड़े की दुकान करते हैं। मूल frerit वेरछादातार के हैं।
गप्पूलाल जैन सुपुत्र सेवाराम जैन, कालापीपल मण्डी (शाजापुर)
४७
१९
1
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। एक लड़की अविवाहित है और शिक्षा प्राप्त कर रही है। परिवार प्रमुख किराने की दुकान करते हैं ।
गेंदमल जैन सुपुत्र नन्दराम जैन, मांगी ४४ कालापीपल मण्डी (शाजापुर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुछ सात सदस्य हैं। एक लड़का तथा दो लड़को अविवाहित हैं और प्रारम्भिक कक्षाओं मैं शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और किराने की दुकान करते है। मूल निवासी कालापीपल के ही हैं।
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल नौ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख किराने को दुकान करते हैं। मूल निवासी कोठरी के हैं।
मन्नूमल जैन सुपुत्र मोतीलाल जैन, कालापीपल मण्डी (शाजापुर)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक पूनमचन्द जैन सुपुत्र रामचन्द्र जैन, कालापीपल मण्डी (शाजापुर)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और किराने की दुकान करते हैं ।
Page #192
--------------------------------------------------------------------------
________________
३७०
सुन्दरलाल जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, कालापीपल मण्डी (शाजापुर)
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
- कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित हैं और आढ़त की दुकान करते है। मूल निवासी कालापीपल मण्डी के ही हैं।
सूरजमल
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। तीन लड़की बाल्यावस्था में हैं और प्रारम्भिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और किराने की दुकान करते हैं।
जैन 'सुपुत्र कन्हैयालाल जैन, कालापीपल मण्डी (शाजापुर)
इस परिवार में छ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख कृषिकार्य करते हैं। मूल निवासी छादातर के हैं ।
गाँव-खरसौदा (शाजापुर)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा किराना का व्यापार करते हैं। मूल निवासी खरसौदा के हो है
ताराचन्द जैन, खरसौदा ( शानापुर )
::
। भँवरलाल जैन सुपुत्र नाथूराम जैन, खरसौदा ( शाजापुर )
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुछ छ सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और किराना का व्यापार करते हैं। मूल निवासी मालीखेड़ी के हैं।
गॉव-आवढ़िया घरवास (शाजापुर)
बोंदरमल जैन सुपुत्र बालचन्द जैन, जाबड़िया घरवास (शाजापुर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य है। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख किराना की दुकान करते हैं। मूल निवासी जावड़िया घरवास के ही हैं।
मांगीलाल जैन सुपुत्र मिश्रीलाल जैन, जावड़िया घरबास (शाजापुर)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। परिवार प्रमुख आठवी कक्षा तक शिक्षित है और किराना का व्यवसाय करते है । मूल निवासी जाबड़िया घरवास के हो हैं ।
Page #193
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
३७१ मोतीलाल जैन सुपुत्र फौजमल जैन, जावड़िया घरवास (शाजापुर)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा वीन श्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख कृषिकार्य करते हैं। मूल निवासी जावड़िया घरवास के ही हैं।
गाँव-नलखेड़ा (शाजापुर) श्रीधरलाल जैन सुपुत्र काम्पिलदास जैन, नलखेड़ा (शाजापुर)
इस परिवार में यह सज्जन अकेले ही हैं और साहित्य भूषण, सिद्धान्तशास्त्री, भिषगाचार्य आदि शिक्षाओं से विभूषित हैं और अध्यापन का कार्य करते हैं। मूल निवासी फिरोजाबाद (आगरा) के हैं।
गाँव बुडलाय (शाजापुर) मदनलाल जैन सुपुत्र सुखदेव जैन, बुडलाय (शाजापुर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख सातवीं कक्षा तक शिक्षित हैं तथा कृषिकार्य
करते हैं। मूल निवासी बुडलाय के ही हैं। राजमल जैन सुपुत्र सुखदेव जैन, वुडलाय (शाजापुर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल चार सदस्य हैं। दो लड़के अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा कृषिकार्य करते हैं।
मूल निवासी वुडलाय के ही हैं। सरदारमल जैन सुपुत्र पावलराम जैन, वुडलाय (शाजापुर)
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। तीन लड़को अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रही है। परिवार प्रमुख व्यापार व्यवसाय करते है। मूल निवासी बुडलाय
के ही है। हेमराज जैन सुपुत्र सुखदेव जैन, बुडलाय (शाजापुर)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो बी वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। दो लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं तथा कृषिकार्य करते हैं। मूल निवासी बुडलाय के ही हैं।
Page #194
--------------------------------------------------------------------------
________________
૧૮૪
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
प्रभाकर कवड़े जैन सुपुत्र अंतोजी कवड़े जैन, किराना का दुकान यसकैसी वर्धा (वर्धा) इस परिवार में एक पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और मोटर वर्कशाप है ।
बवन जैन कवड़े सुपुत्र अंतोष कवड़े जैन, यसकेसी वर्धा (वर्धा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा चार बी वग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं ।
वावा जैन सुपुत्र अंतोष जैन, यसकेसी वर्धा (वर्धा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख १० वीं कक्षा तक शिक्षित हैं।
पानांचन्द जैन सुपुत्र गुलावसाव रोड़े जैन, रामनगर वर्धा (वर्धा)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा छ स्त्री वर्ग में कुल चौदह सदस्य हैं। छ लड़के तथा चार लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षाप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख वी० ए० तक शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी वर्धा के हैं।
पासोवाजी चतुर जैन सुपुत्र मनाजी चतुर जैन, वार्ड नं० ७ वर्धा (वर्धा)
इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा चार बी वर्ग में कुल ग्यारह सदस्य हैं । चार लड़के अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी वर्धा के हैं ।
ववनराव दाणी जैन सुपुत्र अण्णाजी दाणी जैन, वार्ड नं० ८ वर्धा (वर्धा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख सर्विस करते हैं। मूल निवासी वर्षा के ही हैं ।
बापूराव चतुर जैन सुपुत्र यादवराव चतुर जैन, वार्ड नं० ९ वर्धा (वर्धा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा दस स्त्री वर्गों में कुल पन्द्रह सदस्य हैं। दो लड़के तथा सात लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कलाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख तम्बाकू की दुकान करते हैं। मूल निवासी वर्धा के ही हैं ।
बाबूराव रोड़े जैन सुपुत्र गुणधर रोड़े जैन, वार्ड नं०-१० राजकसा रोड़ वर्षा (वर्धा) इस परिवार में यह सज्जन और इनकी धर्मपत्नी दो ही सदस्य हैं। परिवार प्रमुख व्यापार एवं कृषिकार्य करते हैं। मूल निवासी वर्धा के ही
Page #195
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरों बापूराव बोपड़े जैन सुपुत्र केशवराव बोबड़े जैन, सेसुमार्ट-वळ (पर्धा):-i. ... ... ' . .
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं।
एक लंडका अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहा है। यशवन्तराव दाणी जैन सुपुत्र अण्णाजी दाणी जैन, वार्ड न०-८ वर्धा (वर्धा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा चार बी वर्ग में कुल सात सदस्य .. हैं । एक लड़का तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में " 'शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस
* करते हैं । मूल निवासी वर्धा के हैं। .. रमेशचन्द्र जैन सुपुत्र हीरासाव जैन, कोमे वा. न. वर्धा (वर्धा :
.. . इस परिवार में यह सज्जन और इनकी, धर्मपली केवल दो ही सदस्य हैं। ... परिवार प्रमुख बी.कॉम : तक: शिक्षित हैं और व्यापार करते हैं। मूल
निवासी वर्धा के हैं। रूपचन्द बोडखे सुपुत्र तुकाराम बोडखे, जैन मन्दिरके पास वर्धा (वर्धा)
इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख एम० ए० तक शिक्षित हैं तथा
सर्विस करते हैं। मूल निवासी वर्धा के हैं। वसन्तराव रोडे जैन सुपुत्र अनन्तराव रोडे जैन, वार्ड नं० ८ वर्धा (वर्धा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन श्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते
है। मूल निवासी वर्षा के ही हैं। बलवन्तराव दाणी जैन सुपुत्र अण्णाजी दाणी जैन, वार्ड न० ८ वर्धा (वर्धा)
इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक बी वर्ग में कुल तीन सदस्य हैं। एक लड़का अविवाहित है और शिक्षा प्राप्त कर रहा है। परिवार प्रमुख
साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। शान्तीसास लसणे जैन सुपुत्र महादेव लसणे जैन, रामनगर वर्धा (वर्धा)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। मूल निवासी वर्धा के हैं।
Page #196
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन झायरेक्टरी हीरासाव दाणी सुपुत्र अण्णाजी दाणी, वार्ड नं०८ वर्धा (वर्धा).... .. . . . इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में क्या दो स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं।
चार लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा ' ' प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख मैट्रिक तक शिक्षित हैं और सर्विस करते
हैं। मूल निवासी वर्षा के ही हैं। । ..
. . ., जिला-शोलापुर
'. नगर-शोलापुर कान्तिलाल जैन सुपुत्र पं० वंशीधर जैन, श्रीधर प्रेस भवानी पेठ शोलापुर ( शोलापुर).
इस परिवार में तीन पुरुष वर्गमें तथा दो बी वर्गमें कुल पाँच सदस्य हैं। वो लड़के अविवाहित हैं और शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते हैं। मूल निवासी बेरनी (एटा) के हैं।
Page #197
--------------------------------------------------------------------------
________________
L
-. श्री फूलचन्दजी जैन, मोमदी
श्री जयसैनजी जैन, आगरा
2G
.
-
सामान
-
...
...
श्री सुनहरीलालजी जैन, अहारन
श्री श्यामस्वरूपजी जैन, इन्दौर
Page #198
--------------------------------------------------------------------------
________________
४० २
सकरौली
सरानी
नया बाजार करजन पुराना बाजार करजन
सरायनीम हिम्मतनगर वजहेरा, हिरौदी
पालेज
जलेसर रोड रसौद
उड़ेसर खैरगढ
फरिहा
मैनपुरी
थरौआ कौरारी सरहद
श्री नेमिनाथजी का मन्दिर पार्श्वनाथजी का मन्दिर
"3
93
39
23
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
23
59
13
पार्श्वनाथजी का मन्दिर महावीर स्वामी का मन्दिर
दि० जैन मन्दिर
श्री चन्द्रप्रभ का मन्दिर वर्द्धमान स्वामी का मन्दिर
एक जैन मन्दिर एक जैन मन्दिर
एक जैन मन्दिर
चन्द्रप्रभजी का मन्दिर चन्द्रप्रभजी का मन्दिर
चन्द्रप्रभजी का मन्दिर
पार्श्वनाथजी का मन्दिर
"J
,” पुष्पदन्तजी का मन्दिर
महावीरजी का मन्दिर
""
प्राचीन
प्राचीन
प्राचीन
प्राचीन
प्राचीन
जिला-बड़ोदा
•
३२ वर्ष प्राचीन
नवीन
जिला-भडौंच
जिला-मथुरा
जिला-मैनपुरी
•
प्राचीन
८० वर्ष पुराना
प्राचीन
३०० वर्ष प्राचीन
८० वर्ष प्राचीन
७० वर्ष प्राचीन
Page #199
--------------------------------------------------------------------------
Page #200
--------------------------------------------------------------------------
________________
-
-
1
Hal
.
.
श्री जिनेन्द्रप्रकाशजी जैन बी ए ,एल-एल बी., एटा श्री सुरेशचन्द्रजी जैन, एम ए, बी एड , जलेसर
श्री मानिकचन्दजी जैन
.
.
।
श्री जैनेन्द्रकुमारजी जैन, फिरोजाबाद
श्री परमेश्वरीप्रसादजी जैन, अलीगढ
Page #201
--------------------------------------------------------------------------
________________
शास्त्रज्ञ म साहिगिक घंटी
Page #202
--------------------------------------------------------------------------
Page #203
--------------------------------------------------------------------------
________________
जिला-आगरा
श्री उग्रसैन जैन " गजेन्द्रकुमार जैन । जगरूप सहाय
जैनेन्द्र कुमार जैन धनपतलाल जैन , पन्नालाल जैन 'सरल' , पातीराम जैन , प्रेमचन्द जैन "वाबूलाल जैन " मन्दरदास जैन
महेन्द्रकुमार जैन , मानिकचन्द जैन , मानिकचन्द जैन " मुन्शीलाल जैन , रघुवीरप्रसाद जैन , राजनलाल जैन , रामप्रसाद जैन , रामशरण जेन , सुमतप्रसाद जैन , सुरेन्द्रचन्द्र " श्यामसुन्दरलाल जैन ॥ श्रीनिवास जैन , श्रीलाल जैन , हजारीलाल जैन हजारीलाल जैन
जयन्ती भवन टूण्डला अहारन चौकीगेट फिरोजाबाद जैनकटरा फिरोजाबाद फिरोजाबाद गान्धीनगर फिरोजाबाद अहारन गंज फिरोजाबाद नगला स्वरूप अहारन कटरा सुनारान फिरोजाबाद रेलवे कालोनी टूण्डला हनुमानगंज फिरोजाबाद हनुमानगंज फिरोजाबाद घड़ा मुहल्ला फिरोजाबाद एत्मादपुर जैन कटरा फिरोजाबाद वेलनगंज आगरा जैन कटरा फिरोजाबाद गंज फिरोजाबाद चन्द्रवार गेट फिरोजाबाद कृष्णा पाड़ा फिरोजाबाद घेरकोकल फिरोजाबाद चावली बड़ा मुहल्ला फिरोजाबाद धूलियागंज आगरा
जैन शास्त्री जैन शास्त्री साहित्यरत्न साहित्यसेवी विशारद साहित्य विशारद शास्त्री, न्यायतीर्थ विशारद शास्त्री विशारद जैन शास्त्री न्यायाचार्य विद्याविशारद
जैन शास्त्री
विशारद
विशारद संस्कृतज्ञ जैन शास्त्री शास्त्री सम्पादक
शास्त्री
शानी विशारद साहित्य विशारद विशारद जिला-इन्दौर
शास्त्री
, अमोलकचन्द जैन , लालबहादुर जैन , श्रीधर जैन
जॅवरीबाग इन्दौर इन्द्रभवन तुकोगंज इन्दौर गोराकुण्ड इन्दौर
एम.ए.साहि०आ० शास्त्री शास्त्री
Page #204
--------------------------------------------------------------------------
________________
:
४०६
श्री मोहनलाल जैन
धर्मप्रकाश जैन
33
” फूलचन्द जैन
33
मनोहरलाल जैन ,, सतीशचन्द्र जैन
33
2, हरदयाल जैन
पं० चन्द्रशेखर जैन,
"
""
धन्यकुमार जैन
21
23
" भागचन्द्र जैन
शिखरचन्द जैन संतकुमार जैन ” सुखानन्द जैन
SRA
अजित कुमार जैन जयन्तीप्रसाद जैन
श्री पद्मावती, पुरवाल जैन डायरेक्टरी
भीम वाया व्यावर
सदरवाजार अवागढ़
पुनहरा
सुन्दरलाल स्ट्रीट एटा शेरगंज जलेसर
पी० १५ कलाकार स्ट्रीट कलकत्ता
२३०/२३१ विड़लानगर ग्वालियर
orarभवन पुरानी चराई जबलपुर
४९७३ केदार, पहाड़ी धीरज देहली २१ ए दरियागंज देहली
२४९८ नाईबाड़ा चावड़ी बाजार देहली
२५२६ धर्मपुरा देहली
३३६८ गंदानाला मोरीगेट देहली
देहली
जिला- उदयपुर
विशारद
जिला-एटा
शास्त्री, साहित्यरत्न
विशारद, न्यायाचार्य
शास्त्री
साहित्यरत्न
जिला- कलकत्ता
साहित्यसेवी
जिला - ग्वालियर
साहित्यभूषण
जिला - जबलपुर
शास्त्री, आयुर्वेदाचार्य, न्याय तीर्थ
जिला - देहली
शास्त्री
शास्त्री
शास्त्री, साहित्यरन
शास्त्री
शाखी
शास्त्री
Page #205
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री नेमीचन्द जैन
अजितकुमार जैन जैन
पारसमल
"
19
•
प्रेमचन्द्र जैन रतनचन्द्र जैन
39
33
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
59
, धर्मेन्द्रनाथ जैन ” महावीरप्रसाद जैन
ע
"
कोमलचन्द जैन " बागमल जैन
मन्दिर के सामने भूपालगंज
श्रीधरलाल जैन
"
सर्राफागली चौक बाजार भोपाल सोमवारा बाजार भोपाल
"5
to आनन्दकुमार जैन श्री सूरजमल जैन ब्र०
सदरवाजार मेरठ सदरबाजार मेरठ
नलखेड़ा
जिला-भीलवाड़ा
शास्त्री
डी० एम० कालेज इम्फाल
भंवरलाल बाकलीवाल एण्ड कं० इम्फाल विशारद
कन्हैयालाल जैन
छोटेलाल श्रीपाल शास्त्री
त्रिपोलिया बाजार सारंगपुर गांधी चौक सारंगपुर
जिला-भोपाल
रत्न, भूपण, प्रभाकर शास्त्री
जिला-मनिपुर
४०७
शान्ति वीरनगर श्रीमहावीरजी शान्ति वीरनगर श्रीमहावीरजी
अध्यापनकार्य
सिकन्दर बाजार आष्टा जनकपुरा मन्दसौर
जिला-मेरठ
साहित्यभूषण आयुर्वेदाचार्य
जिला - राजगढ़
विशारद
विशारद
जिला - शाजापुर
साहित्यभूषण सिद्धान्तशास्त्री जिला-सवाई माधौपुर
शाखी एवं शास्त्र शोधन शास्त्री एवं संघ नियन्ता
जिला सीहोर
शात्री शास्त्री
Page #206
--------------------------------------------------------------------------
________________
४०८ श्री बाबूलाल जैन
"मानमल जैन " राजमल जैन , रमेशवाई जन
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी वड़ावाजार आष्टा
वैद्यभूषण, आ० आ०
साहित्य-सुधाकर खजांची लाइन सीहोर
आयुर्वेद विशारद कोठरीहाट
साहित्य विशारद कन्या माध्यमिक पाठशाला इच्छावर साहित्य विशारद
जिला-हजारीबाग
, ओमप्रकाश जन , सेतीलाल जैन
ईसरी बाजार ईसरी बाजार
अर्थशास्त्री शास्त्री, साहित्यरत्न
Page #207
--------------------------------------------------------------------------
________________
शिक्षित महिलाएँ
Page #208
--------------------------------------------------------------------------
Page #209
--------------------------------------------------------------------------
________________
४२०
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी सैमरा महाराजपुर जटई सेखपुरा जहाजपुर टूण्डला गढ़ीदर्रा कुतकपुर
कृषिकर्मी कृषिकमी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मों कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी
भौडेला
कुतकपुर
श्री पन्नालाल जैन , पंचमलाल जैन
वनवारीलाल जैन बाबूराम जैन वाबूलाल जैन भगवानस्वरूप जैन भागचन्द जैन मधुवनदास जैन महेन्द्रकुमार जैन मुंशोलाल जैन मुंशीलाल जैन युद्धसैन जैन
राजवहादुर जैन , रामस्वरूप जैन , लाहोरीलाल जैन " सुखदेवप्रसाद जैन , सूरजभान जैन , सेतीलाल जैन
शौकीलाल जैन , श्रीलाल जैन
खेरिआ
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी कृषिकमी
, लटूरीमल जैन
जटई कोटको भरसैना जटई गोहिला - कढ़ी कल्यान राजपुर मौमदी कोटकी जटई गढ़ी असरा
" श्यामलाल जैन
कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी
जिला-एटा
श्री अमीरचन्द जैन
अशर्फीलाल जैन ,, उल्फतराय जैन , कन्हैयालाल जैन " कपूरचन्द जैन , कुंवरलाल जैन
गुलजारीलाल जैन , चक्रपाल जैन । चक्रभान जैन , जम्बूप्रसाद जैन
फफोत पुनहरा हिम्मत नगर वजेहरा रिजावली वावसा राजपुर
कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी
तिखातर
पुनहरा वक्शीपुर जिरस्मी
Page #210
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरखाल जन डायरेक्टरी
खरौआ
.
४२१
",
कृषिकर्मों
. . ,कृषिकर्मी
.
गहेतू वलेसरा खरौआ हराना राजमल फफोतू पुनहरा
कृषिकी
..
कृषिकर्मी
• कृषिकर्मी :
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी कृषिकर्मी
तखावत सकरौली हिरौदी राजमल फफोत कुनकपुर खरोमा
कृषिकर्मी कृषिकर्मी
कृषिकर्मी कृषिको कृषिकर्मी
हिरौदी
श्री जयनारायण जैन " जयस्वरूप जैन " झम्मनलाल जैन " तालेवर जैन । दामोदरदास जैन , नन्नेमल जैन " प्यारेलाल जैन , प्यारेलाल जैन " पातीराम जैन
पुचूलाल जैन " पुत्तूलाल जैन " पृथ्वीराज जैन ., बनारसीदास जैन "वाबूराम जैन " बांकेलाल जैन , वकिलाल जैन ॥ वृजनन्दनलाल जैन
भूधरदास जैन " महेन्द्रपाल जैन , मानिकचन्द जैन ॥ रघुवरदयाल जैन "रघुनाथप्रसाद जैन "राजनलाल जैन "रामचन्द्र जैन "राजवहादुर जन
रामप्रकाश जैन "रामस्वरूप जैन श्रीमती रामश्री जैन श्री लदूरीलाल जैन " वासुदेव जैन " वासुदेव जैन " वासुदेवप्रसाद जैन " वासुदेव जैन , सदनलाल जैन , सर्राफीलाल जैन
नगला ख्याली ।। इमलिया । हिरोद
कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मों
चमकरी
कृषिकर्मी
तिखातर नगला ख्याली. कुतकपुर
गहेतू
तखावत राजपुर सरानी जिरसमी फफोतू मझराऊ राजपुरा रुस्तमगढ़ वसुंधरा गढ़ी वैदुला
कृषिकर्मी कृषिकर्मी • कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी
कृपिकर्मी कृषिकर्मी
कृषिकर्मों कृषिकर्मी कृषिकर्मों कृषिकर्मों
Page #211
--------------------------------------------------------------------------
________________
४.२२
श्री सेतीलाल जैन
सुरेशचन्द्र पातीराम जैन "" सोनपाल जैन
""
""
35
शंकरलाल जैन
शान्तीलाल जैन
शान्तीलाल जैन
शान्तीलाल जैन
""
"
" शाहकुमार जैन
शिखरचन्द जैन
""
" शिवचरनलाल जैन
श्रीनिवास जैन
"
हजारीलाल जैन
हजारीलाल जैन
""
” हरिश्चन्द्र जैन
""
हरमुखंराय जैन ” हुण्डीलाल जैन " हुण्डीलाल जैन
""
हुण्डीलाल जैन होतीलाल जैन होतीलाल जैन
33
,
ע
श्री ओमप्रकाश जैन ओंकारमल जैन कम्पिलादास जैन कान्तीप्रसाद गजाघरलाल जैन
जैन
RRRRRRRRRR
"
"
"
छक्कामल जैन
" झण्डूलाल जैन
"
दरबारीलाल जैन
,, नेमीचन्द्र जैन
, नेमीचन्द जैन प्यारेलाल जैन ,, फुलजारीलाल जैन ” बाबूराम जैन
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
दलसायपुर
तखावन
निनावली
फफोतू
पवा
मितरौल
बरौली
पौडरी
वसुंधरा
जलेसर
हिरौंदी
जमालपुर
सौना
वसुंधरा
सकरौली
राजपुर
हिम्मतनगर वजहेरा :
तखावन
निधोली छोटी
पौंडरी
फाजिलपुर
कौरारी सरहद
शिकोहाबाद
मुश्तफाबाद
उड़ेसर
बल्टीगढ़
खैरगढ़
एका
पैडत
रीमा
वल्टीगढ़
खैरगढ़
उड़ेसर
1
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
• कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकर्मों
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकम
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
जिला-मैनपुरी
कृषिकर्मी
कृषिकर्मों
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकम
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकम
1
कृषिकर्मीं
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
Page #212
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जन डायरेक्टरी
४२३
श्री भजनलाल जैन , राजेन्द्रकुमार जैन , ललताप्रसाद जैन " वासुदेव जैन
विजयस्वरूप जैन , संतकुमार जैन सुकमाल जैन
सेवतीलाल जैन ॥ श्योप्रसाद जैन
रामपुर सिरमई थरौआ उड़ेसर रामपुर रीमा फरिहा सुनाव सिरमई
कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकमी कृषिकर्मी कृषिकर्मी - जिला-राजगढ़
श्री कन्हैयालाल जैन "सगनलाल जैन । भगीरथ जैन " रखवलाल जैन
व्यावरा माण्डू व्यावरा माण्डू सराली व्यावरामाण्डू
कृषिकर्मा कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी
जिला-वर्धा
। श्री दादाजी गणयवरायजी जैन रौड़े, जैन मन्दिर के पास वर्धा
कृषिकर्मी , नेमासाव रामचन्द्रराव जैन कवर्ड, जैन मन्दिर के पास वर्धा
नानाजी अंतोवाजी जैन कवर्ड येलाकेली वर्धा i, ववनजी अंतोवाजी जैन कवर्ड येलाकेली वर्धा १, बाबूराव गुणधर जैन रोड़े वार्ड नं० १० राजकाज रोड़ वर्धा कृषिकर्मी , बाबूराव केशवराव जैन कवर्ड सेसुकार्ट .
कृषिकर्मी जिला-शाजापुर
कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी
। श्री केशरीमल जैन 1 , गजराज जैन
गेन्दामल जैन डालचन्द जैन
वाराबाई जन 1 , थेरूलाल जैन
देवालाल जैन
बेरछादातार धेरछादावार मखावद रनायल बेरछादावार भखावद बेरछादातार
कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मों कृषिकर्मी
Page #213
--------------------------------------------------------------------------
________________
४२४
श्री प्यारेलाल जैन " मगनलाल जैन , मदनलाल जैन " मन्नूलाल जैन , मूलचन्द्र जैन , मेघराज जैन , मोतीलाल जैन
राजमल जैन "राजमल जैन वसन्तीलाल जैन सरदारमल जैन
सरदारमल जैन , सुन्दरलाल जैन "सुवागमल जैन , सूरजमल जैन
शान्तिलाल जैन , हीरालाल जैन हीरालाल जैन हेमराज जैन
श्री पंपावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी बेरछादातार .. बुडलाय भखावद बेरछादातार वेरछादातार रनायल जावड़िया वेरछादातार . ' बुडलाय वेरछादातार बुडलाय रनायल भखावद बेरछादातार वेरछादातार बेरछादातारं । भखावद भखावद बुडलाय
कृपिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृपिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृपिकर्मी कृषिकर्मी कृपिकर्मों कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी • कृषिकर्मी
कृपिकर्मी कृषिकर्मी कृषिकर्मी जिला-सीहोर
कंपिकर्मी कृपिकर्मी कृषिकर्मी
श्री खुशीलाल जैन
डालचन्द जैन , नथमल जैन , मगनलाल जैन
मूलचन्द जैन , राजमल जैन
राजमल जैन ,राजमल जैन
कृषिकर्मी
मेहतवाड़ा . आष्टारोड कोठरीहाट मेहतवाड़ा मेहतवाड़ा मेहतवाड़ा जावर बड़ा बाजार आष्टा
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी
कृषिकर्मी कृषिकर्मी
Page #214
--------------------------------------------------------------------------
________________
उद्योगपति
Page #215
--------------------------------------------------------------------------
Page #216
--------------------------------------------------------------------------
________________
जिला-आगरा
श्री इन्द्रभान जैन
कैलाशचन्द्र जैन नेमीचन्द जैन पुत्तलाल जैन . ॥ पूर्णचन्द्र जैन "भागचन्द जैन "भामण्डलदास जैन
एत्मादपुर फिरोजाबाद एत्मादपुर कोटला जीवनीमण्डी आगरा कोटला फिरोजाबाद
तेलमिल कारखाना तेलमिल फ्लोर मिल मिल मशीनरी फ्लोर मिल सावुन-कारखाना
जिला-एटा
श्री प्रभाकरचन्द्र जैन "सुरेन्द्रकुमार जैन
जलेसर श्रावक मुहल्ला एटा
फ्लोर मिल सोप फैक्टरी जिला-कलकत्ता
श्री जुगमन्दिरदास जैन , मन्दिरदास जैन
११३ महात्मा गान्धी रोड कलकचा ३७ वी० कलाकार स्ट्रीट कलकत्ता
बरतन उद्योग बरतन-उद्योग जिला-देहली
श्री अजितप्रकाश जैन
॥ पद्मचन्द जैन " पुत्तूलाल जैन " भागचन्द जैन सुमतप्रकाश जैन
४२१० आर्यपुरा, सब्जीमण्डी देहली मोटर पार्ट्स
निर्माता ३०१६ बनारसी-भवन धर्मपुरा देहली चश्मों के लेन्स ३०१६ मस्जिद खजूर, धर्मपुरा देहली प्लास्टिक ब्यापारी ३०१६ मस्जिद खजूर धर्मपुरा देहली प्लास्टिक निर्माता ४२१० आर्यपुरा, सब्जीमण्डी देहली मोटर पार्टी निर्माता
जिला-मैनपुरी
श्री धनपाल जैन मुरारीलाल जैन
बड़ाबाजार शिकोहाबाद शिकोहाबाद
साबुन कारखाना
तेलमिल
Page #217
--------------------------------------------------------------------------
________________
४४०
श्री हजारीलाल जैन
हुण्डीलाल जैन
""
हुण्डीलाल जैन
लाल जैन
1
""
13
;; मानिकचन्द जैन
,” सुन्नीलाल जैन
" रामप्रसाद जैन
1
.," अजितवीर्य जैन
'' भगवानस्वरूप जैन
" कंचनलाल जैन ” फूलचन्द जैन
"
ג
" प्रभुदयाल जैन
मुरलीधर जैन सेतीलाल जैन
33
" चतुरीलाल जैन
1
RRRRRR
"
छोटेलाल जैन वासुदेव जैन नेमीचन्द जैन लखमीचन्द जैन ” सूरजपाल जैन हजारीलाल जैन
बनारसीलाल जैन
""
प्यारेलाल जैन " पूनमचन्द जैन
ג
गौरीशंकर जैन
33
" जयकुमार जैन
नेमीचन्द जैन
23
" राजकुमार जैन
लालाराम जैन
33
जंगपाल जैन
नेत्रपाल जैन
"
" मटरूमल जैन
श्री पद्मावती-पुरवाल जैन, डायरेक्टरी
टूण्डला
टूण्डला
टूण्डला
टूण्डला
टूण्डली
टूण्डली
टूण्डली
Les pos
हू
दिनहुली
दिनहुली
दिनहुली
देवखेड़ा
देवखेड़ा
देवखेड़ा
नगला ताज
नगला स्वरूप
नगला स्वरूप
नगला स्वरूप
नगला स्वरूप
नगला स्वरूप
नगला स्वरूप
नगला सौंठ
नगला सौंठ
नगला सिकन्दर
नगला सिकन्दर
नगला सिकन्दर
नगला सिकन्दर नासिकन्द
नारखी
नारखी
नारखी
साइकिल व्यव० चित्र व्यवसाय
मिठाई के व्यापारी
वस्त्र व्यवसायी
दुकान मिठाई की दुकान
व्यापार
• दवा के व्यापारी
व्यापार
व्यापार
""
11
2262
39
"J
33
RRRR
"3
"
दुकान
दुकान
व्यापार
"
32
22
"2
दवा आदि
दुकान
22
"
Page #218
--------------------------------------------------------------------------
________________
४४१
दुकान
नारखी
व्यापार
परचून का व्यापार व्यापार
यो पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी भी सुखनन्दनलाल जैन नारखी , हुण्डीलाल जैन , आलमचन्द जैन पंचमान , रतनलाल जैन
पंचमान , उल्फतराय जैन पचोखरा , मुन्नीलाल जैन पचोखरा , राजनलाल जैन
पचोखरा सेतीलाल जैन पोखरा , सौनपाल जैन पचोखरा , हरप्रसाद जैन
पचोखरा , किरोड़ीमल जैन पमारी । मुन्शीलाल जैन
पमारी लखमीचन्द जैन पमारी सौनपाल जैन
पमारी ॥ श्योप्रसाद जैन पमारी अजितकुमार जैन
फिरोजाबाद , अभयकुमार जैन फिरोजाबाद "अभयकुमार ज्योति प्रसाद, गांधी नगर फिरोजाबाद " अमोलकचन्द जैन
जैन कटरा फिरोजाबाद , अमोलकचन्द जैन हनुमानगंज फिरोजाबाद , अमोलक चन्द जैन नईवस्ती फिरोजाबाद ॥ अमोलकचन्द जैन देवनगर फिरोजाबाद
अमोलकचन्द जैन गांधीनगर फिरोजाबाद " अमृतलाल जैन मुहल्ला दुली फिरोजाबाद , अशोककुमार जन जलेसर रोड फिरोजाबाद ॥ इन्द्रकुमार जैन नईबस्ती फिरोजाबाद
इन्द्रकुमार जैन जैन कटरा फिरोजाबाद , इन्द्रसैन जैन
नईबस्ती फिरोजाबाद
देवनगर फिरोजाबाद , उपसैन जैन
बड़ा मुहल्ला फिरोजबाद , उग्रसैन जैन
चौकीगेट फिरोजाबाद " उग्रसैन जैन
जैन कटरा फिरोजाबाद उमरावप्रसाद जैन हनुमान गंज फिरोजाबाद
चूड़ी के व्यापारी व्यापार
दुकानदारी
her
D
" प्रसैन जैन
D
व्यापार व्यापार
Page #219
--------------------------------------------------------------------------
________________
४४२
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
श्री उल्फतराय जैन
reat फिरोजाबाद
ओमप्रकाश बनारसीदास जैन नईबस्ती फिरोजाबाद " ओमप्रकाश जैन
नईबस्ती फिरोजाबाद नईबस्ती फिरोजाबाद
चौबेजी का फाटक फिरोजाबाद गांधीनगर फिरोजाबाद गंज फिरोजाबाद
39
” कपूरचन्द जैन
" कमलकुमार जैन
कमलकुमार जैन
किशनमुरारी जैन
"
""
35
"
99
"J
१, खुशालचन्द जैन
गयाप्रसाद जैन
"2
""
39
""
33
,"
चिरंजीलाल जैन
चिरंजीलाल जैन
चैनसुखदास जैन चन्द्रसैन जैन 33 छदामीलाल जैन
""
35
कुँवरलाल जैन
कंचनलाल जैन
खजाञ्जीलाल जैन
"3
कु
गुलाबचन्द जैन गेंदालाल जैन
गौरीशंकर जैन
"
33
""
११ जम्बूप्रसाद
छोटेलाल जैन
छोटेलाल जैन
जगदीशचन्द्र जैन
जयकुमार जैन
जयकुमार जैन
जैन
"
"3 तेजपाल जैन
कोकल फिरोजाबाद
महावीरनगर फिरोजाबाद मुहल्ला दुली फिरोजाबाद
बड़ा मुहल्ला फिरोजाबाद गंज फिरोजाबाद
""
" जयकुमार मुन्शीलाल जैन
जयकुमार वनारसीदास जैन
...
जयन्तीप्रसाद जैन
"
जवाहरलाल जैन
""
" जवाहरलाल गुलजारीलाल जैन
55
तीप्रसाद जैन लाल जैन
कटरा सुनारान महावीरनगर फिरोजाबाद महावीरनगर फिरोजाबाद देवनगर फिरोजाबाद लोहियान फिरोजाबाद घेर कोकल फिरोजाबाद लोहियान फिरोजाबाद
मुहल्ला चन्द्रप्रभ फिरोजाबाद
घे कोकल फिरोजाबाद
गान्धीनगर फिरोजाबाद जलेसर रोड फिरोजाबाद aat लोहियान फिरोजाबाद
बड़ा मुहल्ला फिरोजाबाद हनुमानगंज फिरोजाबाद 'मुहल्ला चन्द्रप्रभ फिरोजाबाद
25
""
""
33
नई बस्ती फिरोजाबाद
99
19
फिरोजाबाद बड़ा मुहल्ला फिरोजाबाद नईबस्ती फिरोजाबाद देवनगर फिरोजाबाद
दुकानदारी
व्यापार
"3
$5
"
"
""
17
दुकान
व्यापार
35
33
29
-- दुकानदारी
व्यापार
• व्यापार
"
"
"""
35
39
39
""
35
97
""
"
33
29
""
"}
"2
33
2
"
Page #220
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री वालेवरदास जैन देवीप्रसाद जैन देवकुमार जैन देवकुमार जैन
देवकुमार जैन देवकुमार जैन देवेन्द्रकुमार जैन
RRRRR
"
"
"
33
"
""
"3
" नन्नूमल जैन
नेमीचन्द जैन
35
नेमीचन्द जैन
33
13
धनीराम जैन
धर्मचन्द जैन नत्थीलाल जैन
33
""
नेमीचन्द जैन
नेमीचन्द जैन
नेमीचन्द धूरीलाल जैन
पन्नालाल जैन
"
” पुत्तूलाल जैन
33
पुष्पेन्द्रकुमार जैन " प्रकाशचन्द्र जैन " प्रकाशचन्द्र जैन
प्रेमचन्द जैन
35
पंचमाला जैन
39
” फूलचन्द जैन
” फूलचन्द जैन
" वनारसीदास जैन
" बलभद्रप्रसाद जैन
" बाबूलाल जैन
" बाबूराम जैन
" बालमुकुन्द जैन
33
बुद्धसेन जैन
बुद्धसेन जैन
"
” वृन्दावनदास जैन
3, भागचन्द जैन
” भानुकुमार जैन
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
जैन कटरा फिरोजाबाद मुहल्ला फिरोजाबाद, बड़ा मुहल्ला फिरोजाबाद चौकी गेट फिरोजाबाद गंज फिरोजाबाद गान्धीनगर फिरोजाबाद to कटरा फिरोजाबाद
चौकी गेट फिरोजाबाद देवनगर फिरोजाबाद
देवनगर फिरोजाबाद
नईवस्ती फिरोजाबाद
लोहियान फिरोजाबाद बड़ी छपेटी फिरोजाबाद देवनगर फिरोजाबाद
जलेसर रोड फिरोजाबाद
जलेसर रोड फिरोजाबाद गान्धीनगर फिरोजाबाद
नईबस्ती फिरोजाबाद
जैनकटरा फिरोजाबाद
घेर कोकल फिरोजाबाद
बड़ा मुहल्ला फिरोजाबाद
नईबस्ती फिरोजाबाद गान्धीनगर फिरोजाबाद जैनकटरा फिरोजाबाद
नईबस्ती फिरोजाबाद
जैनकटरा फिरोजाबाद
बड़ा मुहल्ला फिरोजाबाद घेरकोकल फिरोजाबाद
गती लोहियान फिरोजाबाद जैनकटरा फिरोजाबाद
घेरकोकल फिरोजाबाद गान्धीनगर फिरोजाबाद
मुहल्ला चन्द्रप्रभ फिरोजाबाद
गान्धीनगर फिरोजाबाद जैनकटरा फिरोजाबाद
४४३
चूड़ी के व्यापारी
""
व्यापार
33
किराना के व्या०
व्यापार
"
वस्त्र व्यवसायी
व्यापार
33
35
>>
35
33
53
RRRRR:
35
33
19
वन व्यवसायी
व्यापार
35
"
"
}
दुकानदारी
33
व्यापार
चूड़ी के व्यापारी
व्यापार
33
"
Page #221
--------------------------------------------------------------------------
________________
दुकानदारी व्यापार वख व्यवसायी व्यापार
-
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी श्री भामण्डलदास जैन मुहल्ला चन्द्रप्रम फिरोजाबाद " मटरूमल जैन
नईबस्ती फिरोजाबाद , मनीराम जैन
गंज फिरोजाबाद मनोहरलाल जैन
गंज फिरोजाबाद महावीरप्रसाद जैन घेरकोकल फिरोजाबाद महीपाल जैन
नईवस्ती फिरोजाबाद महेन्द्रकुमार जैन
नईबस्ती फिरोजाबाद मानमल जैन
नईबस्ती फिरोजाबाद , मानिकचन्द जैन लोहियान फिरोजाबाद मानिकचन्द जैन गान्धीनगर फिरोजाबाद मानिकचन्द जैन हनुमानगंज फिरोजावाद मानिकचन्द मुन्नीलाल जैन हनुमानगंज फिरोजाबाद " मुकुन्दीलाल जैन जैनकटरा फिरोजाबाद " मुन्शीलाल जैन
बड़ामुहल्ला फिरोजाबाद " प० मुन्शीलाल जैन
बड़ामुहल्ला फिरोजाबाद , मुन्शीलाल जैन महावीरनगर फिरोजाबाद
नईबस्ती फिरोजाबाद मोतीलाल जैन गान्धीनगर फिरोजावाद मोहनलाल जैन
हनुमानगंज फिरोजाबाद मोहनलाल जैन
गान्धीनगर फिरोजाबाद मोहनलाल जैन घेरकोकल फिरोजाबाद मंजूलाल जैन जैनकटरा फिरोजाबाद रघुनाथप्रसाद जैन बड़ामुहल्ला फिरोजाबाद रघुवरदयाल जैन
चौकीगेट फिरोजाबाद रघुवरदयाल जैन जलेसररोड फिरोजाबाद रघुवीरप्रसाद जैन घेरकोकल फिरोजाबाद , रघुवंशीलाल जैन महावीरनगर फिरोजाबाद , रतनलाल जैन देवनगर फिरोजाबाद , रतनलाल जैन मुहल्ला कोटला फिरोजाबाद , रतनलाल जैन
जैनकटरा फिरोजाबाद , राजकिशोर जैन चौकीगेट फिरोजाबाद , राजकिशोर जैन बड़ामुहल्ला फिरोजावाद , राजकुमार जैन गान्धीनगर फिरोजाबाद राजकुमार जैन
जैनकटरा फिरोजाबाद राजनलाल जैन देवनगर फिरोजावाद
मुन्शीलाल जैन
'दुकानदारी व्यापार
रंग रोगनके व्या० व्यापार
चूड़ी के व्यापारी मिठाई के न्या० व्यापार
Page #222
--------------------------------------------------------------------------
________________
४४५ चूड़ी के व्यापारी व्यापार
पंसारट की दुकान व्यापार
श्री राजनलाल जैन
राजनलाल जैन । राजवहादुर जैन , राजेन्द्रकुमार जैन M राधामोहन जैन " रामप्रकाश जैन
रामस्वरूप जैन ॥ रामस्वरूप जैन " रामशरण जैन " लखपतराय जैन , लालकुमार जैन " वासुदेवप्रसाद जैन , विजयकुमार जैन , विनयभान जैन विजयभान जैन विदनलाल जैन विनोदीलाल जैन विनोदोगल जैन
विश्वम्भरदयाल जैन , वीरेन्द्रकुमार जैन " वीरेन्द्रकुमार जैन " वंगालीलाल जैन " वंगालीलाल जैन " श्यामबाबू जैन " श्यामबाबू जैन , श्यामसुन्दरलाल जैन "शान्तीप्रसाद जैन
शान्तीलाल जैन । शान्तीस्वरूप जैन , शान्तीस्वरूप जैन " साहूलाल जैन , शिखरचन्द जैन " श्योप्रसाद जैन श्रीमती श्रीदेवी जैन श्री श्रीनिवास जैन
श्री पावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
घेरकोकल फिरोजाबाद जैनकटरा फिरोजाबाद जैनकटरा फिरोजाबाद गान्धीनगर फिरोजाबाद जैनकटरा फिरोजाबाद जैनकटरा फिरोजाबाद जैनकटरा फिरोजाबाद कटरा सुनारान फिरोजावाद जैनकटरा फिरोजाबाद रामलीलामैदान फिरोजाबाद नई बस्ती फिरोजाबाद नईवस्ती फिरोजाबाद गली लोहियान फिरोजाबाद जलेसर रोड फिरोजाबाद बड़ा मुहल्ला फिरोजाबाद नईवस्वी फिरोजाबाद देवनगर फिरोजाबाद जैन कटरा फिरोजाबाद जैन कटरा फिरोजाबाद गान्धीनगर फिरोजाबाद जैन कटरा फिरोजाबाद हनुमान गंज फिरोजाबाद देवनगर फिरोजाबाद घेर कोकल फिरोजाबाद गान्धीनगर फिरोजाबाद कृष्ण पाड़ा फिरोजाबाद जैन कटरा फिरोजावाद गान्धीनगर फिरोजाबाद गांधीनगर फिरोजाबाद जैनकटरा फिरोजाबाद गांधोगर फिरोजाबाद महावीरनगर फिरोजाबाद मुहल्ला चन्द्राप्रभू फिरोजाबाद लोहियान फिरोजाबाद देवनगर फिरोजाद
५७
Page #223
--------------------------------------------------------------------------
________________
४६०
श्री अमोलकचन्द जैन चन्द्रसेन जैन
""
” तहसीलदार जैन ” देवेन्द्रकुमार जैन
,, धन्यकुमार जैन
नेमीचन्द जैन
""
बनारसीदास जैन " बाबूलाल जैन
महेन्द्रपाल जैन
"3
"
मुन्शीलाल जैन
33
” राजकुमार जैन
रामस्वरूप जैन
"
"
वंशीलाल जैन " वासुदेव जैन " सुरेशचन्द्र जैन
""
" सूरजभान जैन सूर्यपाल जैन हुण्डीला
श्री आदेश्वरप्रसाद जैन ” फूलचन्द जैन
श्री इन्द्रपाल जैन कन्हैयालाल जैन "" प्रेमचन्द जैन
जैन
बाबूलाल लालाराम जैन शिवप्रसाद जैन
"
RRRR
"
"
श्रीचन्द जैन
•
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
1
3
बाघोडिया
पुराना बाजार करजन मियागाँव जूनाबा० करजन चांपानेर रोड़
बाघोड़िया
मियागाँव
१११६ सरदार चौक करजन बाघोड़िया
पुराना बाजार करजंन
मियागाँव
बाघोड़िया
चापानेर रोड
मियागाँव
मियांगॉव करजन बाघोड़िया
चांपानेर रोड
नया बाजार करजन
·
चांपानेर रोड़,
चौक बाजार बांदा जैन कटरा बांदा
चौक बाजार बांदा
चौक बाजार बांदा
छोटाबाजार बांदा
ate बाजार बांदा छोटा बाजार बांदा
जिला - बड़ोदा
अनाज के व्यापारी
व्यापार
स्टोर
वस्त्र व्यवसायी
6
व्यापार
व्यवसायी
व्यापार
व्यापार
व्यापार
व्यवसायी
वन व्यवसायी
अनाज के व्यापारी
व्यापार अनाज के व्यापारी
जिला- बम्बई
•
१२ १८ विट्ठलभाई पटेल रोड बम्बई स्टेनलेस स्टील व्या० ativri aa
गल्ला व्यवसायी
..
व्यापार
कटलरी मर्चेन्ट्स
६
व्यापार
अनाज के व्यापारी
जिला-वांदा
RRRRRR
मिठाई के व्यवसायी
1
55
35
33
Page #224
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री श्रीलाल जैन ""सेतीलाल जैन
"
श्री वनारसीदास जन " मुकेशकुमार जैन - राजकुमार जैन
13 ज्ञानचन्द जन
"
}
"3
श्री रघुवरदयाल जैन शान्तिलाल जैन
Aims
J
RRRR
श्री नेमीचन्द जैन कौन्द्रेय
"
î
श्री भीमसैन जैन मन्दिरदास जैन
ن
"3
श्री अजितकुमार जैन " अमृतलाल जैन
कन्हैयालाल जैन कान्तिस्वरूप जैन " कुन्दनलाल जैन
केसरीमल जैन खुशीलाल जैन खुशीलाल जैन
35
" गणपतलाल जैन
५९
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
मुहल्ला कटरा वाँदा गुसाईगंज बाँदा
पालेज
पालेज
पालेज
पालेज
गान्धी मार्केट भिड tat are frus
भूपालगंज भीलवाड़ा
माधोगंज विदिशा माधोगंज विदिशा
व्यापार
"
व्यापार
35
""
"
जिला-भड़ौच
४६१.
जिला - भिण्ड
गल्ला व्यवसायी गल्ला व्यवसायी
जिला - भीलवाड़ा
व्यवसायी
जिला- मेलसा
गल्ला व्यवसायी
22
जिला-भोपाल
•
सिगरेट व्यवसायी गल्ला व्यवसायी किराना व्यवसायी
सर्राफा गली चौकबाजार भोपाल
अड्डा मजीदसकूर खॉ भोपाल नीमवाली बाखल सोमवारा भोपाल ललवानी प्रेस रोड भोपाल ३८ ललवानी प्रेस रोड भोपाल
दि० जैनमन्दिरके सामने चौकभोपाल किराना व्यवसायी
व्यवसायी
नजदीक इलाहाबाद बैंक भोपाल इतवारा चौक भोपाल
किराना व्यवसायी
६९ नाईवाली गली इतवारा भोपाल परचून व्यवसायी
पुस्तक व्यवसायी व्यवसायी
Page #225
--------------------------------------------------------------------------
________________
_fi
४६२
श्री गबरूलाल जैन , गुटुलाल जैन "गुलाबचन्द जैन "गुलाबचन्द जैन
गुलाबचन्द जैन गेंदालाल जैन " गेदालाल जैन गोपालमल जैन घेवरमल जैन चान्दमल जैन छगनलाल जैन , जैनपाल जैन , डालचन्द जैन " देवीलाल जैन " निर्मलाकुमारी जैन " नेमीचन्द जैन , नेमीचन्द जैन , फूलचन्द जैन बदामीलाल जैन बागमल जैन वागमल जैन
बागमल जैन " बाबूलाल जैन " बाबूलाल जैन " बाबूलाल जैन
बाबूलाल जैन बाबूलाल जैन , मन्नूलाल जैन " मांगीलाल जैन , मांगीलाल जैन , माणिकचन्द जैन , माणिकचन्द जैन ,, मिटूलाल जैन
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
गुलराज बाबूलाल जैन का म० भो० पान व्यवसायी चौक भोपाल
सर्राफा व्यवसायी इतवारा रोड भोपाल किराना व्यवसायी मारवाड़ी रोड भोपाल
व्यवसायी रामसिंहअहीरकी गली गुजरपुरा भो० व्यवसायी मोहल्ला गुलियादाई भोपाल व्यवसायी मंगलवारा भोपाल जुमेराती बाजार भोपाल किराना व्यवसायी सोमवारा बाजार भोपाल होजरी व्यवसायी जैनमन्दिर रोड भोपाल गल्ला व्यवसायी लखेरापुरा भोपाल
व्यवसायी बागमल की वाखल भोपाल जैनमन्दिर रोड चौक भोपाल सर्राफा व्यवसायी मारवाड़ी रोड भोपाल
मिठाई , इब्राहीमपुरा भोपाल
किराना व्यवसायी गुजरपुरा भोपाल लखेरापुरा भोपाल
गल्ला व्यवसायी जैनमन्दिर रोड भोपाल गलीडाकखाना चौक भोपाल किराना व्यवसायी लखेरापुरा भोपाल
व्यवसायी चौकबाजार भोपाल इतवारा रोड भोपाल श्वेताम्बर जैन मन्दिर भोपाल व्यवसायी वब्वेमिया के महल के पास भोपाल कोतवाली रोड इतवारा भोपाल घोडानक्कास भोपाल. मकसूदन महाराज का मकान भोपाल किराना व्यवसायी मन्दिर रोड भोपाल
व्यवसायी इतवारा रोड भोपाल व्यवसायी कलरी के पास भोपाल मारवाड़ी रोड भोपाल विरामपुरा भोपाल
व्यवसायी चिन्तामणी का चौराहा भोपाल मनिहारी व्यवसायी
होजरी ,
वस्त्र व्यवसायी
परचून व्यवसायी गुड़ व्यवसायी
Page #226
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री मिश्रीलाल जैन
मोतीलाल जैन मोतीलाल जैन मोहनलाल जैन ” रखनलाल जैन रखबलाल जैन राजमल जैन रूपचन्द जैन
लाभमल जैन
लाभमल जैन
लाल जैन
लाभमल जैन
RRRR
"
"9
"
"
39
"
" सुन्दरलाल जैन
" सुहागमल जैन
" सुहागमल जैन
"सुहागमल जैन
" सूरजमल जैन
" सूरजमल जैन
RRRRRRRR
"
"
सौभाग्यमल जैन
सौभाग्यमल जैन
शान्तिलाल जैन शान्तिलाल जैन
श्रीमल जैन
हजारीलाल जैन
" हस्तीमल जैन
हीरालाल जैन
श्री चुन्नीलाल जैन
” बाबूलाल जैन
” मुरलीधर जैन
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
इब्राहीमपुरा भोपाल
श्वेताम्बर जैन ट्रस्ट भवन भोपाल आमलाविलकिसगंज भोपाल
लखेरपुरा भोपाल जैनमन्दिर रोड भोपाल ललवानी साहबकी गली भोपाल सोमवारा भोपाल
जैनमन्दिर रोड भोपाल
जुमेराती मंगलवारा थानेके पास भो० गोपालभवन जुमेरातीबाजार भोपाल इतवारा रोड भोपाल
arraoकी वाखल भोपाल
शकूर बस्ती भोपाल
काजीपुरा भोपाल जैनमन्दिर रोड भोपाल १५ नं सिंधी बाजार भोपाल
गुज्जरपुरा गली नं० ३ भोपाल गुन्नरपुर गली नं ३ भोपाल ३६ ललवानी प्रेस रोड सौ०भ० भोपाल
१५ नं० सिन्धी बाजार भोपाल
इतवारा रोड, जामुन मस्जिद भोपाल घोड़ा नक्कास भोपाल
व्यवसायी
आजाद मार्केट मारवाड़ी रोड भोपाल किराना व्यवसायी
सोमवारा भोपाल
ललवानी गली भोपाल
जुमेराती गुड बाजार भोपाल
इसौदा
शिखरा
शिखरा
४६३
किराना व्यवसायी गुड़-शक्कर व्यवसायो किराना व्यवसायी ट्रान्सपोर्ट व्यवसायी किराना व्यवसायी
परचून व्यवसायी किराना व्यवसायी सर्राफा व्यवसायी होजरी व्यवसायी जनरल मर्चे० व्यव० व्यवसायी
"3
पान व्यवसायी किराना व्यवसायी
किराना व्यवसायी
परचून व्यवसायी
परचून व्यवसायी ट्रान्सपोर्ट व्यवसायी किराना व्यवसायी व्यवसायी
किराना व्यवसायी
किराना व्यवसायी
किराना व्यवसायी
गुड़ के व्यवसायी
जिला-मथुरा
मिठाई के व्यापारी
व्यापार
"
Page #227
--------------------------------------------------------------------------
________________
૪૬૪
श्री मुन्शीलाल जैन, " राजकुमार जैन -
श्री सुदर्शनलाल जैन
,7
श्री अनोखेलाल जैन :
39
""
22
" दम्मीलाल जैन ,” नाथूराम जैन
33
"
खजांचीलाल जैन,'',
चन्द्रभान जैन
छोटेलाल जैन
१०
फुलजारीलाल जैन बनारसीदास - जैन
"
"
" मुन्शीलाल जैन
2 रामकिशन जैन
R
बहोरीलाल जैन
बालीराम जैन'
,, रामप्रसाद जैन
33
सर्राफीलाल जैन "सुनहरीलाल जै
" गुलजारीलाल जैन
कुंजीलाल जैन लालाराम जैन :
सुनहरीलाल जैन
१५
" कुन्दनलाल जैन
35
देवेन्द्रकुमार जैन " महीपाल जैन
;" रघुवरदयाल जैन
रामस्वरूप जैन
99
.
” पूरनचन्द्र जैन ” हजारीलाल जैन
:
4
·
श्री पद्मावती पुरवाल, जैन, डायरेक्टरी
शिखरा
"
..दौंई
"
पौना बाजार इम्फाल
अराँव,
अराँव
अरॉव
अराँव,
अरॉव
अ
अव
अव : अराँव
अरॉव
अराँव
अरॉ
1
असुआ
असुआ
असुआ
आसुर
उड़े
उड़ेसर
उड़ेसर
उड़ेसर
उड़ेसर
एका
एका
1
4
3
३
व्यापार
जिला-मनीपुर
व्यवसाय..
जिला-मैनपुरी
व्यापार
"
--15
- 93
"""""
3,
39
2 .
39.
"3
34
""
71
"
22
"
"3
म.
(
22
"
39
23
23
23
35
#9
1
१
२८
·
21
75
१"
:
Page #228
--------------------------------------------------------------------------
________________
४६५
व्यापार
श्री पावती पुरखा जन डायरेक्टरी
कैटना कृतकपुर केशरी कौरारा वुजर्ग कौरारा बुजर्ग कौरारा बुजर्ग कौरारा बुजर्ग कौरारा बुजर्ग कौरारा बुजर्ग कोरारी सरहद - कौरारी सरहद .. खेरी खेरी खैरगढ खैरगढ खैरगढ खैरगढ
श्री माणिकचन्द जैन , श्यामलाल जैन " राजपाल जैन
पन्नालाल जैन ॥ परमानन्द जैन
प्यारेलाल जैन , राजकुमार जैन "वादशाह जैन ॥ सुखमाल जैन » हुण्डीलाल जैन , हरसुखलाल जैन " अमोलकचन्द जैन , कन्हैयालाल जैन ॥ बुद्धसैन जैन
कपूरचन्द जैन "छेदालाल जैन - रामस्वरूप जैन , लखमीचन्द जैन , अमृतलाल जैन , अशरफीलाल जैन । अंग्रेजीलाल जैन , काशमीरोलाल जैन " केदारनाथ जैन , केशवदेव जैन
चन्द्रमान जैन जगतनारायण जैन " जयन्तीप्रसाद जैन । दरखारीलाल जैन
याचन्द जैन , दोपचन्द जैन , द्वारकाप्रसाद जैन , नरेन्द्रकुमार जैन
नेमीचन्द जैन
कौरारा बुजर्ग
EEEEEE
घिरोर घिरोर घिरोर घिरोर घिरोर घिरोर घिरोर घिरोर घिरोर
Page #229
--------------------------------------------------------------------------
________________
४६६
व्यापार
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी घिरोर घिरोर घिरोर घिरोर घिरोर घिरोर
PEEEEEE
घिरोर
घिरोर
घिरोर घिरोर
घिरोर
श्री पूरनमल जैन
प्रेमचन्द जैन " फुलजारीलाल जैन ,फूलचन्द जैन , बनारसीदास जैन , बहोरीलाल जैन , बाबूराम जैन , बाबूराम भोलानाथ जैन , मुन्शीलाल जैन , राधामन जैन , रामस्वरूप जैन , रामपूत जैन , सदासुखलाल जैन " सागरचन्द जैन , शान्नीलाल जैन " श्रीचन्द जैन , श्रीचन्द जैन , श्रीलाल जैन , हजारीलाल जैन , जगन्नाथप्रसाद जैन , अमृतलाल जैन , श्रीचन्द जैन , हरदयाल जैन , अमोलकचन्द जैन , अंग्रेजीलाल जैन , कश्मीरीलाल जैन । छोटेलाल जैन " दरबारीलाल जैन , राजदेव जैन , श्रीलाल जैन
होतीलाल जैन , रोशनलाल जैन , अमोलकचन्द जैन , बाबूराम जैन
घिरोर घिरोर जरामई जरौली जरौली जरौली जसराना जसराना जसराना जसराना जसराना जसराना जसराना जसराना
जोधपुर
थरौआ
थरौआ
Page #230
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री श्रीचन्द जैन " मुन्शीलाल जैन
" मुन्शीलाल जैन
खानचन्द जैन
" चिरंजीलाल जैन
"
" गुलजारीलाल जैन
अमोलकचन्द जैन
अमोलकचन्द जैन
"
35
15
"
5
73
उमसेन जैन
हिंगामल जैन
"3
जिनेश्वरदास जैन
19
जलाल जैन
ST टेकचन्द जैन
"
33
नेमीचन्द जैन "प्रेमचन्द जै " बाबूराम जैन
” भूधरदास जैन
महेन्द्रकुमार जैन
33
महेशचन्द्र जैन
33
अशर्फीलाल जैन
पाढ़म
अशर्फीलाल ब्रजनन्दनलाल जैन पादम
ओमप्रकाश जैन
मुन्नीलाल जैन
33
}}
मुन्शीलाल जैन
” राजनलाल जैन
»
लखपतिचन्द्र जैन ” मोरश्री जैन
" वीरेन्द्रकुमार जैन
33
हीरालाल जैन
"हुब्बलाल जैन
33
97
सत्येन्द्रकुमार जैन सुखदेवदास जैन
"
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
दिनोली
नसीरपुर
नगला सामती
निकाऊ
निकाऊ
पचवा
पादम
जयदेव जैन
सोनपाल जैन
पाढम
पाढ़म
पाढ़म
पाढम
पाढ़म
पाढ़म
पाठम
पाढस
पाढम
पाढम
पादम
पादम
पादम
पाढ़म
पादम
पाढ़म
पाढम
पाढ़म
पाढम
पाढ़द्म
पाढम
पाढम
पाढ़म
पिलकतर फतह पिलकतर फतह
व्यापार
32
व्यापार
व्यापार
व्यापार
व्यापार
ג
"
$7
वस्त्र व्यवसाय
व्यापार
111
15
अनाज के व्यापारी
व्यापार
૪૭
कपड़े के व्यापारी
व्यापार
औषध व्यापार
-- वस्त्र व्यवसाय
जनरल मर्चेन्ट्स ठेकेदार
- वस्त्र व्यवसाय
व्यापार
55
वस्त्र व्यवसाय
व्यापार
वस्त्र व्यवसाय
35
व्यापार
५५५
Page #231
--------------------------------------------------------------------------
________________
४.६८
श्री गप्पूलाल जैन
खुन्नीलाल जैन
चोखेलाल जैल
35
33
” नत्थूलाल जैन
बद्रीप्रसाद जैन
29
" रामदयाल जैन ;
" साहूकाल जैन
अमोलकचन्द जैन उल्फतराय जैन किरोड़ीमल जैन 3" ताराचन्द जैन
देवकुमार जैन पन्नालाल जैन
प्रेमचन्द जैन
RRRRRRR:
"
" फूलचन्द जैन
" बाबूराम जैन
लाल जैन
33
2, भगवानदास जैन
23
भगवानस्वरूप जैन " मानिकचन्द जैन
” मुन्शीलाल जैन
כג
RRRRRRRRRRR
"
फौजीलाल जैन
"
” लक्ष्मणदास जैन
लक्ष्मीशंकर जैन संतकुमार जैन
सुनहरीलाल जैन सुरेशचन्द्र जैन
"
"
रघुनन्दनप्रसाद जैन रमेशचन्द्र जैन राजनलाल जैन बंगालीदास जैन
"" शाहकुमार जैन
"
शौकीलाल जैन
श्रीलाल जैन
श्री पद्मावती पुरखान डायरेक्टरी
पैढ़त
पृथीपुर
पृथीपुर
पृथीपुर
पृथीपुर
पृथीपुर
पृथीपुर
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
फरिहा
A
3.
1th.
357
TI
ܘܪܐ
AT
1
+
73
""'",
*:*
T?
व्यापार
ॐ. "
मिठाई का व्यापार
औषध व्यापारं
व्यापार
व्यापार
व व्यवसाय
किराना व्यवसाय किराना व्यापार व्यापार
135
22
"
मिठाई के व्यवसायी 'वन व्यवसायी
मिठाई के व्यापारी
व्यापार
सराफा व्यापारी
व्यापार
वन व्यवसायी
व्यापार
Page #232
--------------------------------------------------------------------------
________________
व्यापार
श्री पद्मावती पुरखाल जैन डायरेक्टरी
फरिहा - ... फाजिलपुर बड़ागाँव । बड़ागाँव
मुश्तफावाद ''
श्री श्रीलालमोलानाथ जैन
ओमप्रकाश जैन : , राजकुमार जैन ॥ सुखनन्दनलाल जैन
अमोलकचन्द जैन ,, ओमप्रकाश जैन , ज्योतिप्रसाद जैन " साहूकार जैन , श्रीनिवास जैन " नाथूराम जैन , मोतीलाल जैन , रविलाल जैन , रामस्वरूप जैन
श्रीनिवास जैन , हजारीलाल जैन , इन्द्रसेन जैन , कपूरचन्द्र जैन
किम्पिलादास जैन . किशोरीलाल जैन
कुवरप्रसाद जैन गौरीशंकर जैन
छैलविहारी जैन , जगन्नाथप्रसाद जैन "जगीलाल जैन , जरदकुमार जैन. ५.दरवारीलाल जैन
धनसुखदास जैन , निर्मलकुमार जैन
नैनामल जैन प्रेमसागरं जैन " फुलजारीलाल जैन , फूलचन्द जैन : " फूलचन्द ख्यालीराम जैन
६०
शिकोहाबाद : .. शिकोहाबाद : शिकोहाबाद :
मारौल, . : रामपुर -..रामपुर ..... रामपुर । : : सरसागंज :
व्यवसायी . सरसागंज . . घी के व्यापारी . सरसागंज : किराने के व्यापारी. सौनई
व्यापारी सौनई
व्यापारी सौनई .
व्यापारी "ज्यापारी
साबुन के ज्यापारी शिकोहाबाद .... जैनद्रस्ट शिकोहाबाद परचून के व्यापारी शिकोहाबाद "
व्यापार' " . जैनस्ट शिकोहाबाद इटावारोड़ शिकोहाबाद मुहल्ला मिसराना शिकोहाबाद
वन-व्यवसायी जैनट्रस्ट शिकोहाबाद, व्यापार . कटरा बाजार शिकोहाबाद मिसराना मोहल्ला शिकोहाबाद" घी के व्यापारीमण्डी शिकोहावाद
सूर्त के व्यापारी बड़ा बाजार शिकोहाबाद वन-व्यवसायी गंजमण्डी शिकोहाबाद तिराहा इटावा रोड शिकोहाबाद । मिसराना मुहल्ला शिकोहाबाद : . ' ज्यापार , : .. जैनस्ट शिकोहाबाद
व्यापार
Page #233
--------------------------------------------------------------------------
________________
४७०
व्यापार
घोकान्यवसाय फुटकर व्यापार परचून के बापारी न्यापार
श्री वहोरीलाल लैन , बाबूराम जैन " भामण्डलदास जैन 1 महावीरसहाय पाण्डे " दामोदरदास जैन , मानिकचन्द जैन , रघुवरदयाल जैन : राजकुमार जैन , राजनलाल जैन , राजबहादुर जैन
राजेन्द्रप्रसाद जैन , रामस्वरूप जैन " रोशनलाल जैन , सन्तोकुमार जैन , सन्तोषीलाल बन " साहूलाल जैन सुखनन्दनलाल जैन
सुनपतिलाल जैन , सुरेन्द्रकुमार जैन , सूरजभान जैन
श्यामलाल जैन , श्रीधरलाल जैन
श्रीलाल जैन " हरनुखराय जैन , हरविलास जैन " हुण्डीलाल जैन । हुण्डीलाल खेतीराम जैन , छोटेलाल जैन
श्री पद्मावती पुरखाउ बैन डायरेक्टरी शिकोहाबाद मुहम्मदमो० २१८ शिकोहाबाद जैनस्ट शिकोहाबाद शिकोहाबाद शिकोहाबाद कटराबाजार शिकोहाबाद जैनट्रस्ट शिकोहाबाद जैनस्ट शिकोहाबाद बढ़ावानार शिकाहाबाद लेनट्रस्ट शिकोहाबाद शिकोहाबाद शिकोहाबाद शिकोहाबाद कटराबाजार शिकोहाबाद चैन दूर शिकोहाबाद जैन ट्रस्ट शिकोहाबाद शिकोहाबाद बड़ाबाजार शिकोहाबाद मण्डी श्रीगंल शिकोहाबाद बदाबाजार शिकोहाबाद बड़ाबाजार शिकोहाबाद वडाबानार शिकोहाबाद शिकोहाबाद शिकोहाबाद शिकोहाबाद शिकोहाबाद बेनस्टेशन शिकोहाबाद हानमंत
न्यापार ब्यापार व्यापार
गह के न्यारी पुटकर न्यापार गल्ले केन्यापारी चाय के न्यबसायी व्यापार
जिला रतलाम
श्री गजेन्द्रकुमार जैन पाण्डेय
सन्तलाल जैन
तोपखाना रतलाम . तोपखाना रतलाम
ही व्यवसाय चही वसार
Page #234
--------------------------------------------------------------------------
________________
धी पावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
४७१
जिला-राजगढ़
श्री कन्हैयालाल जैन , गजराजमल जैन । चान्दमल जैन , चान्दमल जैन , छगनलाल जैन " दुलीचन्द जैन , पन्नालाल जैन । प्यारेलाल जैन , प्रेमनारायण जैन , मगनलाल जैन , महीपाल जैन , महेन्द्रकुमार जैन , मूलचन्द जैन , रखबलाल जैन " राजमल जैन , लाममल जैन
व्यावरा माण्डू पाउला गांधी चौक सारंगपुर पाउल्या सारंगपुर न्यावरा माण्डू सर्राफ अदन खेडी सारंगपुर ऊदनखेडी गांधी चौक सारंगपुर गांधी चौक सारंगपुर सदर बाजार सारंगपुर गांधी चौक सारंगपुर व्यावरा माण्डू गांधी चोक सारंगपुर सारंगपुर
व्यवसायी व्यवसायी व्यवसायी व्यवसायी किराना व्यवसायी सर्राफा व्यवसायो व्यवसायी व्यवसायी
जिला-वर्षा
श्री कुलभूषण जैन वार्ड नं २ वर्धा
सराफा व्यवसाय दर्वचन्द रामासाव जैन रोडे वार्ड नं०२ जैन मन्दिर के पास वर्धा कपास-व्यवसाय , नानाजी अंतीबाजी जैन कवर्ड चेलाकेली वर्धा
किराना व्यवसाय " पाबूराव यादयराव जैन चतरे वार्ड नं०७ वर्धा
तम्बाकू-व्यवसाय " बाबूराव गुणधर जैन रोडे वार्ड नं. १० राजकला रोड वर्षा किराना व्यवसाय , रमेशचन्द्र होरासाव जैन वार्ड नं० २ जैन बोडिंग के पास वर्षा व्यवसाय
जिला-शाजापुर
श्री अमृतलाल जैन " अमृतलाल जैन
काला पीपल मण्डी शुजालपुर मण्डी
गल्ला व्यवसायी व्यवसायी
Page #235
--------------------------------------------------------------------------
________________
४७२
श्री इन्दरमल जैन
" कस्तू रमल जैन
, केशरीमल जैन
"
,, केशरीमल जन "केशरीमल जैन ” केशरीमल जैन खुशीलाल जैन " गेंदमल जैन " गेंदमल जैन
39
» गेदमल जैन
""
39
,
33
"
, जैनपाल जैन ताराचन्द जैन
थेरूलाल जैन
देवचन्द जैन
"
देवालाल जैन ” नन्नूमल जैन " पूनमचन्द जैन " पूरनमल जैन
बसन्तीलाल जैन बाबूलाल जैन " बाबूलाल जैन
बोंदरमल जैन
'भवानीराम भँवरलाल भँवरलाल जैन
भरूमल जैन
R
RRRRRRRRRRRR
"
"
"
"
"
गोपालमल जैन
·
मगनलाल 'जैन'
मगनमल जैन
जैन
जैन :
मगनमल जैन
मांगीलाल
I
नैन
मांगीलाल नैन
""
"
, मांगीलाल जैन मूल चन्द जैन
A
1
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
शुजालपुर मण्डी बरेछादातार
कालापीपल मण्डी कालापीपल मण्डी :
छादातर '
astr
रनायल
कालापीपल मण्डी,
शुजालपुर मण्डी
भखावद
F.
रनायल
बरेछादातार
कालापीपल मण्डी
खरसौंदा
भखावद
रायल : बरेछादांतार
कालापीपल मण्डी कालापीपल मण्डी, बरेछादातार
शुजालपुर मण्डी कालापीपल मण्डी
•
शुजालपुर मण्डी जावड़िया घरवास
शुजालपुर मण्डी खरसौंदा
रनायल
शुजालपुर मण्डी
. बुडला शुजालपुर सीटी
शुजालपुर सीटी बरेछादातार
+
I.
*"
शुजालपुर सीटी जड़ियाघरवा तम्बोलीपुरा शुजालपुर सीटी
1
व्यवसायी
मिठाई के व्यवसायी
गल्ला व्यवसायी किराना व्यवसायी 'किराना व्यवसायी व्यवसायी
किराना व्यवसायी किराना व्यवसायी
व्यवसायी
व्यवसायी
व्यवसायी
1
2
- व्यवसायी
1
"
गल्ला व्यवसायी किराना व्यवसायी व्यवसायी.
किराना व्यवसायी किराना व्यवसायी
"3
33
व्यवसायी किराना व्यवसायी
२८
गल्ला व्यवसायी
किराना व्यवसायी गला व्यवसायी 'किराना व्यवसायी - व्यवसायी
1
गल्ला व्यवसायी
किराना व्यवसायी वस्त्र व्यवसायी व्यवसायी
गल्ला व्यवसायी व्यवसायी किराना व्यवसायी
गल्ला व्यवसायी
Page #236
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री मेघराज जैन रखबलाल जैन " घुलाल जैन
29
राजमल
जैन
33
राजमल जैन
13
33
राजेन्द्रकुमार जैन ” रामलाल जैन
" लखमीचन्द जैन
19
लक्ष्मीचन्द जैन "सरदारमल जैन
» सरदारमल जैन
$9
सुन्दरलाल जैन
" सुन्दरलाल जैन
" सूरजमल जैन
सेजमल जैन
39
शंकरलाल जैन
ע
"
33
13
शान्तीलाल जैन
श्रीमल जैन
हरीनारायण जैन
"
हस्तमल जैन
” हीरालाल जैन
हेमराज जैन
33
श्री अनोखीलाल जैन ” अमृतलाल जैन
" अमृतलाल जैन
" इन्द्रमल जैन
" इन्द्रमल जैन
,, उमराबाई जैन
" कन्नूलाल जैन
"
कन्हैयालाल जैन " कस्तूरमल जैन
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
शुजालपुर मण्डी कालापीपल मण्डी
कालापीपल मण्डी
बुडलाय बेरछादातार
शुजालपुर मण्डी बेरछादातार
शुजालपुर
रनायल
बुड़लाय
रनायल
कालापीपल मण्डी
भखावद
कालापीपल मण्डी
बेरछादावार
कालापीपल मण्डी
गान्धीचौक
"
शुजालपुर
शुजालपुर
त्रिपोलियाबाजार शुजालपुर तम्बोलीपुरा शुजालपुर
भखावद
बुड़लाय
कोठरी हाट
कोठरी हाट
इच्छावर
मोतीलाल नेहरूमार्ग सीहोर
मेहतवाड़ा
मोतीलालनेहरूमार्ग सीहोर
अटिया पो० इच्छावर
कस्बा सीहोर मेहतवाड़ा
व्यवसायी
किराना व्यवसायी
किराना व्यवसायी
किराना व्यवसायी
किराना व्यवसायी व्यवसायी
गल्ला व्यवसायी
"3
व्यवसायी किराना व्यवसायी
व्यवसायी
किराना व्यवसायी व्यवसायी
किराना व्यवसायी
}}
गल्ला व्यवसायी
"
17
व्यवसायी
"
४७३
"3
"
जिला- सीहोर
किराना व्यवसायी
"
लेन-देन
किराना व्यवसायी व्यवसायी
किराना व्यवसायी
"
33
"}
Page #237
--------------------------------------------------------------------------
________________
TI
१
.
4
---
.
--
-
.
-
1
-
-
.
.
-
श्री ला० केशवदेवजी जैन, कायथा
स्वश्री ला० सुखदेवप्रसादली जैन, एटा
"MAA
man
THEM.''
.
.
।
-
"
।
'
NN
श्री लाल बनारसीदासजी चैन, देहली
श्री ला० पानीरामजी जैन, देहली
Page #238
--------------------------------------------------------------------------
________________
स्नातकोत्तर वर्ग
Page #239
--------------------------------------------------------------------------
________________
४६-८
श्री जगदीशप्रसाद जैन
श्री सुदर्शनकुमार जैन
श्री अभयकुमार जैन देवकुमार जैन
""
श्री अजितप्रकाश जैन i, अतरचन्द जैन
"
" अमरकुमार जैन अरविन्दकुमार जैन " अनूपचन्द जैन
""
आदीश्वरकुमार जैन ओमप्रकाश जैन
कालीचरण जैन
कैलाशचन्द्र जैन
33
" 'चन्द्रकुमार जैन
" चन्द्रपाल जैन
चन्द्रसैन जैन
"
छोटेलाल जैन
"2
" जगरूपशाह जैन
" जयप्रकाश जैन
"2
39
" जयचन्द जैन
" दानकुमार जैन
देवसेन जैन
59
" धन्यकुमार जैन
" धन्यकुमार जैन
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
रेलवे कालोनी रुढ़ियाई
राजकीय उ० मा० शाला बाँसा
स्टेशनरोड जोधपुर स्टेशनरोड जोधपुर
१७८२ कूंचा लट्ट्टशाह देहली ३४२८ गली मा० दिल्लीगेट देहली ५१३|११ गॉधीनगर देहली-३१
( वी० कॉम )
जिला-गुना
जिला- जयपुर
इन्टर
जिला - जोधपुर
मैट्रिक
( बी० ए० )
जिला- देहली
४२१० आ० पु० सब्जीमण्डी देहली-६ ( बी० ए० )
( बी० कॉम )
एफ० ए०
इन्टर
५३३/२८ डी. मोहल्ला गा० देहली- ३१ १७७४ कूचा लट्टूशाह वेहली १११४१ कृष्णनगर देहली-३१ ८नं० रेलवे क्वाटर्स मोरसराय देहली इन्टर १४१२ कूंचा गुलियान जामामस्जिद, ४२१६ कटरा त० चावड़ीबाजार देहली ३३१० दिल्लीगेट देहली
मैट्रिक
३३९७ दिल्लीगेट देहली
३३१० दिल्लीगेट देहली २२६ जैनमन्दिर शहादरा देहली
(बी० ए० )
मैट्रिक
( बी० ए० )
मैट्रिक
( बी० ए० ) मैट्रिक, प्रभाकर
इन्टर
१२९३ वकीलपुरा देहली-६
इन्टर
२७० गली जैनमन्दिर शहादरा देहली इन्टर ३०१६ मस्जिद खजूरधर्मपुरा देहली ( बी० ए० ) जैनमन्दिर के पास दिल्लीगेट देहली मैट्रिक
मैट्रिक,
३३९७ दिल्लीगेट वेहली'
.४२१० आर्यपुरा सब्जीमण्डी देहली-६ इण्टर
Page #240
--------------------------------------------------------------------------
________________
H
:
श्री धर्मेन्द्रकुमार जैन पद्मचन्द जैन
पारसदास जैन
प्रकाशचन्द जैन
39
"7
35
प्रेमचन्द जैन 15 प्रेमचन्द जैन 22 प्रेमसागर जैन
33
33
, भागचन्द जैन
, भोलानाथ जैन
33
धनवारीलाल जैन
" महावीरप्रसाद जैन
" महावीरप्रसाद जैन
" महेशकुमार जैन " मोहनलाल जैन " रमेशचन्द्र जैन
” राजबहादुर जैन
12
राजेशबहादुर जैन विनयकुमार जै
" वीरेन्द्रकुमार जैन
” वीरेन्द्रकुमार जैन
” शीतलप्रसाद जैन
सत्येन्द्र कुमार जैन
33
"
सतीशचन्द्र जैन "सुभाषचन्द्र जैन " सुन्दरसिंह जैन
" सुरेन्द्रकुमार जैन " सुशीलचन्द जैन
हीरालाल जैन
"}
श्री अंबादास गोविन्द
33
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
४६६
१२५१ (एफ. ३९६) लक्ष्मीवार्ड नई दे० (बी. ए., प्रभाकर ) ३०१६ बनारसी-भवन धर्मपुरा देहली
मैट्रिक
इण्टर
४६ सी न्यू राजेन्द्रनगर - नई देहली दरीबा कलाँ देहली
१२५९ गली गुलियान देहली-६
केशवराव नत्थूसाध सिंगारे
दिवाकर अंतोबाजी कुबड़े
33
» दीपक देवचन्द बोडखे
एफ २।२३ माडल टाउन
देहली
४३५, गली भैरोबाली, नई सड़क "
33
२२०० गली भूतवालो, म० ख० २४९८ नाईवाड़ा, चावड़ी बा० १५३४ कूंचा सेठ देहली- ६ ३४६ क० तम्बाकू चावड़ी बा० २२४१ गली पहाड़वाली घ० देहली-६ ६५५ कटरा नील, महावीर गली ३३१० दिल्ली गेट देहली १७८२ कूंचा लट्दूशाह, दरी० ४३९ बी. भोलानाथ न० शहा० बी. ८/८ कृष्ण नगर देहली-३१
देहली
१५३४ कूंचा सेठ देहली-६
सतघरा देहली
१४१२ कूंचा उ० ही ० गुलि०
देहली
१२५९ गली गुलियान देहली-६ ३७६८ कूंचा परमानन्द फै० २७२० छत्ता प्रतापसिंह कि०
बा०
१५३४ कूंचा सेठ देहली-६ ३७६८ कूंचा परमानन्द फै० २३७१३ रघुवरपुरा देहली - ३१
झंडा चौक नागपुर इतवारा नागपुर १३३ राघोजी नगर नागपुर निकालस- मन्दिर चौक नागपुर
13
$3
23
33
31
"J
33
}}
देहली
( बी० ए० )
( वी० कॉम ) .
इण्टर
मैट्रिक
( वी० ए० )
मैट्रिक साहि० रत्न
मैट्रिक
35
21
इण्टर ( बी० ए० ) ( बी०-कॉम)
13
इण्टर मैट्रिक
( बी० कॉम )
( वी० ए० ) मैट्रिक
( वी० ए० ) (वी० कॉम )
(वी० ए० )
""
(वी० कॉम )
(वी० ए० )
इण्टर
जिला - नागपुर
मैट्रिक
13
19
(बी० एस०सी०)
Page #241
--------------------------------------------------------------------------
________________
Voo
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी श्री प्रभाकर हीरासाव मुठमारे तहसील कोटला नागपुर , बाबूराव नागोवा मुठमारे. गरुड खांव इतवारी, नागपुर , भाऊराव मोतीसाव लोखंडे गरूड़ खांव इतवारा, नागपुर , मधुकर अनन्तराव रोडे . हनुमान नगर, नागपुर
(बी० ए०) , मधुकर लक्ष्मणराव बोलडे ' लखमा के अखाड़े के पास, नागपुर मैट्रिक , मनोहर हीरासाव मुठमारे तहसील के पास काटोल, नागपुर ,, महादेवराव लोखंडे , गरूड़ खांव इतवारा, नागपुर , राजेन्द्र यादवराव नाकाडे मेडिकल कालेज हनुमाननगर, नागपुर ,
लक्ष्मणराव देवमनसाव लखमा के अखाड़े के पास, नागपुर , , सुदर्शन रुखवसाव कवड़े झण्डा चौक चिरणीसपुरा, नागपुर ,
जिला-बम्बई
श्री आदीश्वरप्रसाद जैन . १२१८ विट्ठलभाई पटेल रोड, बम्बई इण्टर . . , रतनचन्द सुरेन्द्रनाथ जैन " मोतीवाला जुबलीवाग तारदेव, बम्बई (बो० ए०) ॥ राजेन्द्रकुमार जैन - मोतीवाला जुबलीबाग वारदेव, बम्बई प्रथम वर्षे ,, वीरेन्द्रकुमार जैन देवी भवन, फ्लैट नं० ३, बम्बई "सुमरेचन्द जैन कोचिंग आफिस, बम्बई
(वी० ए०)
जि०-मडौंच
श्री प्रेमचन्द जैन " लालताप्रसाद जैन , ज्ञानचन्द जैन
पालेज पालेज पालेज
मैदिक (वी० एस०-सो०)
जिला-भंडारा
मैट्रिक
श्री विजयकुमार जैन
जैनमन्दिर के पास, भंडारा । , सुरेन्द्रकुमार जैन
जैनमन्दिर के पास, भंडारा " शारदकुमार लक्ष्मणराव मुठमारे जैनमन्दिर के पास, भंडारा
जिला-भरतपुर
मैट्रिक
श्री रामचन्द्र जैन
वीरेन्द्रनाथ जैन
कायस्थपुरा भरतपुर कायस्थपुरा भरतपुर
Page #242
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री त्रिनेत्रकुमार जैन सुरेन्द्रनाथ जैन
"
श्री उत्तमचन्द जैन
"
प्रवीणचन्द जैन » मोतीचन्द जैन
39
ज्ञानचन्द डौन
” सुमनचन्द्र जैन
33
ओमप्रकाश जैन "इन्दरमल जैन
” इन्दरकुमार जैन
" ऋषभलाल जैन
१, कमलकुमार जैन
" कान्तिस्वरूप जैन
” खेमचन्द जैन
” गजराजमल जैन
" चन्द्रकान्त जैन
जैनपाल जैन
"
" डालचन्द जैन ” देवेन्द्रकुमार जैन " धनपाल जैन
R 2
ע
धनपाल जैन
नेमीचन्द जैन
, नेमीचन्द जैन
३७
"
” निर्मलकुमार जैन
१) प्रेमचन्द जैन फूलचन्द जैन » बदामीलाल
" बसन्तिलाल जैन
» बाबूलाल जैन
33
बाबूलाल जैन
” वाचूलाल जैन
" बाबूलाल जैन
६४
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
कायस्थपुरा भरतपुर
कायस्थपुरा भरतपुर
भोपालगंज भीलवाड़ा भोपालगंज भीलवाड़ा
भोपालगंज भीलवाड़ा
भोपालगंज
29
भोपालगंज हवामहल रोड भोपाल सिंघी बाजार ५ नं० भोपाळ
सोमवारा भोपाल
"1
गोविन्दपुरा भोपाल
मंगलवारा जैन मन्दिर रोड भोपाल
जुमेराती बाजार भोपाल सोमवारा बाजार भोपाल गुज्जरपुरा जुमेराती के भीतर भोपाल
इब्राहिमपुरा भोपाल
'कृष्ण भवन' काजीपुरा भोपाल
चौक जैन मन्दिर मार्ग भोपाल
गली डाकखाना चौक भोपाल
इतवारा रोड भोपाल मुहल्ला गुलिया दाईं भोपाल लखेरापुरा भोपाल
चौक जैन मन्दिर रोड भोपाल इलाहाबाद बैंक के सामने भोपाल
( बी० ए० )
( बी० एस० सी० )
जिला-भीलवाड़ा
मैट्रिक
39
"
मांगीलाल कन्हैयालाल की चाखल सोमवारा भोपाल ललवानी प्रेस रोड, भोपाल लोहा बाजार भोपाल
५ इब्राहीम पुरा भोपाल
ललवानी प्रेस रोड भोपाल ललवानी सा० भोपाल
( बी० कॉम )
श्वेताम्बर जैन मन्दिर के पीछे भो० १२वीं कक्षा
"3
"J
इण्टर
(वी० ए० )
मैट्रिक
बी० फॉम
१०वीं श्रेणी
मैट्रिक
मैट्रिक
मैट्रिक
इन्टर
मैट्रिक
मैट्रिक (बी० कॉम )
( बी० ए० )
११वी कक्षा
१०वीं कक्षा
मैट्रिक
मैट्रिक
५०१
१०वीं कक्षा
मैट्रिक
मैट्रिक
( बी० ए० )
( बी० ए० )
१० वीं श्रेणी
इण्टर
Page #243
--------------------------------------------------------------------------
________________
५०२
श्री बाबूलाल जैन " बाबूलाल जैन
मगनलाल बैन
"
श्रीमल वैन
33
33
"}
RERER R
35
"
33
33
23
महेन्द्रकुमार जैन मिश्रीलाल बैन
मोहनलाल जैन रणवीरप्रसाद न रमेशकुमार जैन राजेन्द्रकुमार जैन लखमीचन्द जैन लखमीचन्द जैन लाभमल बैन
53
33
53
33
3, सज्जनकुमार जन
सिरेमल जैन
33
" सुगनचन्द जैन
शान्तिलाल जैन
33
” हस्तीमल जैन
लाभमल जैन
विपिनचन्द न
33
33
श्री अचलकुमार जैन अरविन्दकुमार जैन
अशोककुमार न
कमलेशचन्द्र जैन
"
" कामताप्रसाद जैन
चन्द्रसेन जैन
";
23
S
33
ॐ
प्रमोदकुमार जैन
प्रमोदकुमार जैन
.
रामस्वरूप जैन
वीरकुमार जैन
"शारदाकुमार जैन सुरेन्द्रकुमार जैन
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
इमलीवाली गली भोपाल
पीरगेट के बाहर भोपाल हवामहल रोड भोपाल
लोहाबाजार भोपाल
सोमवारा भोपाल
इब्राहिमपुरा भोपाल
इतवारा रोड भोपाल
इण्टर
काजीपुरा भोपाल
मंट्रिक
१२ वीं श्रेणी
मैट्रिक
मॅट्रिक
आजाद मार्केट भोपाल जैन मन्दिर रोड भोपाल इतवारा रोड भोपाल कृष्ण भवन कालीपुरा भोपाल गोपाल-भवन जुमेराती बाजार भोपाल मैट्रिक गली बीस हजारी गुजरपुरा भोपाल पिपलानी भोपाल
१०वी श्रेणी
मैदिक
मैट्रिक
साउथ टी० टी० नगर भोपाल
(बी० ए० )
रोसलवाले ललवानी सा० गली भोपाल (बी० कॉम ) -
१० वीं श्रेणी
चिन्तामन का चौराहा भोपाल
इतवारा रोड भोपाल
बी० ए०
इण्टर
बी० ए०, प्रभाकर मैट्रिक
(वीर कॉन)
मैट्रिक
मैट्रिक
गुल्जरपुरा, जुमेराती भोतर मोपाल हाईस्कूल
चड़ा बाजार शिकोहाबाद घिरोर
बड़ा बाजार शिकोहाबाद
पाड़म सरसागंज
जैन ट्रस्ट शिकोहाबाद
खैरगढ़
बड़ा बाजार शिकोहाबाद
खैरगढ़ fusioners
सरसागंज
घिरोर
जिला-मैनपुरी
(बो० एस सी ० )
( बी० ए० )
(वी०एससी०) मैट्रिक
झाली, आबाचार्य
शात्री
मैट्रिक
(वी० एस० सी०) साहित्य चित्रार
इन्टर
मैट्रिक
इन्टर
Page #244
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री सुरेशचन्द्र जैन
सुबोधकुमार जैन
"
श्री जगदीशचन्द्र जैन
श्री कमलकुमार जैन
चन्द्रमल जैन
चान्दमल जैन
"
"
" जम्बूकुमार जैन
हस्तीमल जैन
33
श्री कुलभूषण आत्माराम जैन रोडे ,” पानाचन्द गुलाबराव जैन रोडे
" ताराचन्द देशराव जैन
नरेन्द्र कु० पानाचन्द जैन रोड़े
"
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
बड़ा बाजार शिकोहाबाद
बड़ा बाजार शिकोहाबाद
19
जीवन विश्राम गृह रतलाम
श्री धन्यकुमार जैन
सारंगपुर
सदर बाजार सारंगपुर सारंगपुर
सदर बाजार सारंगपुर
गाँधी चौक सारंगपुर
""
भाऊराव यादवराव जैन चतेर बार्ड नं० ९ वर्धा
,” मनोहर वालवन्तराव जैन दामी
" रमेश नेमा साव जैन कवर्ड " रमेशचन्द हीरालाल जैन कोमे
शिवकुमार पानाचन्द जैन रोडे रामनगर वर्धा
जैन मन्दिर के पास रामनगर वर्धा वार्ड नं० २ जैन मन्दिर के पास वर्धा जैन बोडिंग के पास वर्धा
(बी० ए० )
( बी० एस० सी० )
जिला-रतलाम
इन्टर
एल ३।१२२ पी० ओ० दुर्गापुर - ४
जिला - राजगढ़
इन्टर
( बी० ए० )
( बी० ए० )
वार्ड नं० २ जैन मन्दिर के पास वर्धा बी० कॉम रामनगर वर्धा
चेला केळी वर्धा रामनगर वर्धा
इन्टर
मैट्रिक
मैट्रिक
39
मैट्रिक
" हीरासाव यादवराव जैन चतेर वार्ड नं० ९ वर्धा
दोरासाव आण्याजी जैन दाणी जैन मन्दिर के पास रामनगर वर्धा मैट्रिक
५०३
( बी० ए० )
मैट्रिक
जिला - वर्षा
( बी० एस० सी०)
मैट्रिक
मैट्रिक
मैट्रिक
(वी० कॉम )
मैट्रिक
जिला - वर्धमान
Page #245
--------------------------------------------------------------------------
________________
५०४
श्री अम्बालाल जैन ज्योतिलाल जैन
""
" जम्बूकुमार जैन
नेमीचन्द जैन
"
" पद्मकुमार जैन
प्रेमीलाल जैन बड़ेस्या
35
बसन्तीलाल जैन
29
,, बाबूलाल जैन
मगनमल जैन
"
रवीलाल जैन
लाभमल जैन
33
"
" सुरेन्द्रकुमार जैन १, सुरेन्द्रकुमार जैन शान्तीलाल जैन
""
श्री शान्तिस्वरूप जैन
जैन
श्री अमृतलाल गणेशप्रसाद जैन चान्दमल
जैन
RRRRRRRRRR
" छगनलाल जैन
"
33
जैनपाल जैन
जैनपाल जैन
जैनपाल जैन देवेन्द्रकुमार जैन
नेमीचन्द जन बदामीलाल जैन
" बाबूलाल जैन
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
काला पीपल बेरछादातर
शुजालपुर शुजालपुर सिटी त्रिपोलिया बाजार शुजालपुर
कालापीपल मण्डी
शुजालपुर सिटी छोटा बाजार
शुजालपुर सिटी त्रिपोलिया बाजार
त्रिपोलिया बाजार
शुजालपुर सिटी त्रिपोलिया बाजार शुजालपुर शुजालपुर सिटी
जिला-शाजापुर
गान्धी चौक आष्टा भोपाल रोड सीहोर आष्टा रोड सीहोर
मोटर स्टैण्ड के पास इच्छावर मोतीलालनेहरू मार्ग सीहोर
( बी० कॉम )
(बी० कॉम)
मैट्रिक
मैट्रिक
(बी० एस० सी०)
( बी० कॉम )
इन्टर
मैट्रिक
मैट्रिक
मैट्रिक
मैट्रिक
इन्टर
(बी.एस-सी.)
मैट्रिक
जिला-सवाईमाधोपुर
शान्ति वीर नगर पो० महावीर जी मैट्रिक
जिला सीहोर
इन्टर
मैट्रिक
( बी० ए० )
मैट्रिक
मैट्रिक
(बी० ए० )
चरखा लाइन सीहोर काजीपुरा इच्छावर
मैट्रिक
क्वार्टर २१८ एस. सी. सेन्टर सीहोर मैट्रिक
नमक चौराहा सीहोर
बड़ा बाजार सोहोर
बड़ाबाजार सीहोर
इन्टर
मैट्रिक
इन्टर
Page #246
--------------------------------------------------------------------------
________________
(वी० ए०) मैट्रिक (बी० ए०) इन्टर मैट्रिक
श्री महेन्द्रकुमार जैन " मानिकलाल जैन "मानिकचन्द जैन मिश्रीलाल जैन मोतीलाल जैन हानमल जैन सवाईमल जैन । सुजानमल जैन ॥ श्रीपाल जैन
लाभमल जैन
श्रो पावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
भोपाल रोड, सीहोर बड़ाबाजार, आटा मोतीलालनेहरू मार्ग, सीहोर मेहववाड़ा मेहतवाड़ा मोटर स्टैण्ड के पास, इच्छावर काजीपुरा, इच्छावर गान्धीचौक, आटा भोपाल रोड, भोपाल गान्धी चौक, आष्टा गान्धी चौक, आष्टा काजीपुर, इच्छावर
सवाईमल जैन
(पी० ए०)
इन्टर
मैट्रिक
श्रीपाल जैन
Page #247
--------------------------------------------------------------------------
Page #248
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री श्योप्रसादनी जैन टूण्डला
श्री नरेन्द्रप्रकाशजी जैन, साहित्यरत्न एम.ए.एल.टी., फिरोजाबाद
श्री माणिकचन्द्रजी जैन एम.ए., बी.टी. शिकोहाबाद
श्री महेन्द्रकुमारजी जैन, 'महेश' म० मन्त्री दि० जैन पंचायत, फरिहा
Page #249
--------------------------------------------------------------------------
________________
L...
श्री पद्मचन्द्रजी जैन अ० -श्री दि० जैन पुष्पदन्त सेवामण्डल, अवागढ
श्री सत्येन्द्रकुमारजी जैन, उड़ेसर
S
श्री महीपालजी जैन, साहित्यशास्त्री गढ़ीकल्याण
श्री कमलेशकुमारजी जैन, फिरोजाबाद
Page #250
--------------------------------------------------------------------------
________________
वेतनभोगी बन्धुगण
Page #251
--------------------------------------------------------------------------
Page #252
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री चन्द्रसेन जैन शुभचन्द्र जैन
» विजयकुमार जैन
श्रीलाल जैन
33
” हेमचन्द्र जैन कौन्दे
श्री अजितकुमार जैन
"
IE
श्री उग्रसैन जैन , घमण्डीलाल जैन किरोड़ीमल जैन चिरंजीलाल जैन "पद्मचन्द जैन ” परमेश्वरीप्रसाद जैन " पूरनमल जैन ” वलवीरप्रसाद जैन
हाथरस हलवाई खाना हाथरस सासनी मैदाम हाथरस अलीगढ़ सासनी मैदामई
१०७ सी० रेलवे क्वाटर्स अलीगढ
" महावीरप्रसाद जैन " महीपाल जैन " रघुवरदयाल जैन
" वीरेन्द्रकुमार जैन
अलीगढ़ मैदाई मैदामई मैदामई अलीगढ खिरनीकी सराय १७२ श्यामनगर अलीगढ़
” सनतकुमार जैन " सुरेशकुमार जैन ” शान्तीस्वरूप नैन
33
19
अतिवीर्यप्रसाद जैन
अतिवीर्यप्रसाद जैन
अनन्तस्वरूप जैन
६५
११४२५ माकड़वाली रोड अजमेर सर्विस
33
रा० ओसवाल जैन हायर से० ११५९ हवेली गंगाधर नहर मु० " ठि० बाबूराम भंवरलाल वर्मा पट्टीकल घी मण्डी नयावाजार अजमेर
धूलिआगंज आगरा
एत्मादपुर
हनुमानगंज फिरोजाबाद
पं० मोतीलाल नेहरू रोड आगरा
33
"2
33 ""
"3
जिला-अलीगढ़
सर्विस
"
"
"
99
"
जिला - अजमेर
29
33
"
33
33
"
33
""
जिला-आगरा
सर्विस कैशियर
सर्विस
अध्यापन
Page #253
--------------------------------------------------------------------------
________________
५१०
श्री अभयकुमार जैन अमोलकचन्द जैन
""
RRRRRRRRRRRR
"
" आनन्दीलाल जैन
" इन्द्रकुमार जैन
" इन्द्रचन्द्र जैन
” इन्द्रप्रकाश जैन
"
"
अशर्फीलाल नैन
इन्द्रभूषण जैन ईश्वरप्रसाद जैन
"3
" कृष्णकुमार जैन
” कपूरचन्द जैन " कमलकुमार जैन
उग्रसैन जैन
उग्रसैन जैन उत्तमचन्द जैन
ओंकारप्रसाद जैन ओमप्रकाश जैन
ओमप्रकाश जैन
" कमलकुमार जैन
" कमलकुमार जैन
कामताप्रसाद जैन
जैन
RRRRRRRRRRRRR
"
" कामताप्रसाद
"
35
"
"
जैन
किशोरीलाल जैन
जैन
किशनदेवी
” कुलभूषणदास जैन
कीर्तिकुमार
” कुसुमचन्द जैन केशवदेव जैन
"
कैलाशचन्द्र जैन
कैलाशचन्द्र जैन गजेन्द्रकुमार जैन गणेशचन्द्र जैन गयाप्रसाद जैन
,” गुरुदयाल जैन
गुलाबचन्द जैन
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
गाँधीनगर फिरोजाबाद हनुमानगंज फिरोजाबाद महावीरनगर फिरोजाबाद जैन कटरा फिरोजाबाद चौकीगेट फिरोजाबाद
उसाइनी
धूलियागंज आगरा
वरहन
जलेसर रोड, फिरोजाबाद छिलीईट घटिआ, आगरा चढ़ामुहल्ला, फिरोजाबाद चौराहा टूण्डला
धूलियागंज, आगरा
राजा का ताल
नईबस्ती फिरोजाबाद
गोहिला
जैनमन्दिर की गली टूण्डला
गंज फिरोजाबाद
म० शि० वरतनवाले आगरा
एत्मादपुर
धूलियागंज, आगरा
बलदेव रोड, टूण्डला
सर्विस
93
सर्विस स्कूल
वरहन
महावीर भवन वलदेव रोड़ टूण्डला टिकिट कलैक्ट
नई बस्ती फिरोजाबाद
अहारन
धोवीपाड़ा म. न. ५००६, आगरा
"J
वडामुहल्ला, फिरोजाबाद जैनकटरा, फिरोजाबाद बढ़ामुहल्ला, फिरोजाबाद
53
टूण्डला
टूण्डला
जैन कटरा फिरोजाबाद
वलदेव रोड़ टूण्डला
अध्यापन
महावीर भवन बलदेव रोड़ टूण्डला सब डि० आफि
सर्विस
"
"J
$9
सर्विस रेलवे
सर्विस रेलवे
सर्विस
युनिवर्सिटी स०
सर्विस
अध्यापन
सर्विस
33
"
"
33
23
अध्यापन
मुनीमी
सर्विस स्टेट बैंक
अध्यापन
सर्विस
रोडवेज सर्विस
अध्यापन
सर्विस
53
Page #254
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री गुरुदयाल जैन
गुरुदयाल जैन
अध्यापन
अध्यापन
" गुरुदयाल जैन
सर्विस दीवानी
सर्विस
रोडवेज सर्विस सर्विस
, गंदालाल जैन
गोरेलाल जैन , गोपालदास जैन गौरीशंकर जैन गौरीशंकर जैन ज्ञानचन्द्र जैन
चन्द्रपाल जैन , चन्द्रप्रकाश जैन ॥ चन्द्रभान जैन . चन्द्रमानु जैन ॥ चन्द्रसैन जैन " छुट्टनबाबू जैन । छुट्टनलाल जैन छोटेलाल जैन
क्षेत्रपाल जैन " ज्वालाप्रसाद जैन । जगदीशप्रसाद जैन " जगदीशचन्द्र जैन " जगदीशचन्द्र जैन , जगरूपसहाय जैन , जगरूपसहाय जैन , जनार्दन जैन , जयसैन जैन " जयन्तीप्रसाद जैन " जयन्तीप्रसाद जैन "जियावावू जैन , जियालाल जैन , जैनेन्द्रकुमार जैन , त्रिभुवनकुमार जैन ॥ दयाराम जैन " दयाचन्द जैन । देवकुमार जैन
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
जैन कटरा फिरोजाबाद राजा का ताल देवनगर फिरोजाबाद माईथान धूलियागंज, आगरा जैनकटरा, फिरोजाबाद जैनकटरा, फिरोजाबाद सुभाष कालोनी, आगरा मुहल्ला दुली, फिरोजाबाद फिरोजाबाद बड़ामुहल्ला, फिरोजाबाद नईबस्ती, फिरोजाबाद गान्धीनगर फिरोजाबाद चन्द्रप्रम मुहल्ला, फिरोजाबाद
गान्धीनगर, फिरोजावाद । नारखी
अंदगलीवास दरवाना, आगरा जैनकटरा, फिरोजाबाद मु० चन्द्रप्रभ, फिरोजाबाद गान्धीनगर, फिरोजाबाद नईबस्ती, फिरोजाबाद वेलनगंज, आगरा नईबस्ती, फिरोजाबाद मरसलगंज आगरा नईबस्ती फिरोजाबाद शीतलागली आगरा पलीगली आगरा लोहा मण्डी, आगरा
वरहन । .. चौराहा टूण्डला .
वसई जैनकटरा फिरोजावाद अहारन टूण्डला टूण्डला नईबस्ती, फिरोजाबाद
सर्विस बैंक
सर्विस सर्विस आयलमिल सर्विस सर्विस रोडवेज सर्विस अध्यापन सर्विस गवर्नमेंट सर्विस सर्विस अध्यापन सर्विस मिलैट्री . सर्विस सर्विस सर्विस
Page #255
--------------------------------------------------------------------------
________________
अध्यापन सर्विससी.वी. ग्ला० सर्विस अध्यापन सर्विस सर्विस रेलवे सर्विस सर्विस पोस्ट आ० सर्विस
श्री देवकुमार जैन
देवकुमार जैन देवर्षि जैन देवस्वरूप जैन , दौलतराम जैन , द्वारकाप्रसाद जैन . ,धनवन्तसिंह जैन
धन्यकुमार जैन , धनपतलाल जैन
धनेशचन्द जैन , धनेन्द्रकुमार जैन
नत्थीलाल जैन नरेन्द्रकुमार जैन नरेन्द्रकुमार जैन नरेन्द्रनाथ जैन नागेन्द्रकुमार जैन
निर्मलकुमार जैन ., निर्मलकुमार जैन
नेमीचन्द जैन नेमीचन्द जैन , नैनपाल जैन , प्यारेलाल जैन , प्यारेलाल जैन
पंचमलाल जैन पद्मल जैन पातीराम जैन पातीराम जैन पूर्णचन्द्र जैन प्रकाशचन्द जैन प्रकाशचन्द जैन
प्रकाशचन्द जैन , प्रकाशचन्द जैन
प्रभाचन्द जैन
श्री पावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
कोटला एत्मादपुर नईबस्ती फिरोजाबाद खांडा फिलिपगंज, आगरा रेलवे कोलोनी, टूण्डला घेर कोकल, फिरोजाबाद कोटला नईवस्ती, फिरोजाबाद एत्मादपुर नाईकी मण्डी, आगरा गली जीन्दियान, टूण्डला ३२२३ चटघाट, आगरा नईबस्ती, फिरोजाबाद माईथान धूलियागंज, आगरा नाईकी मण्डी, आगरा वरहन . गांधीनगर फिरोजाबाद गांधीनगर फिरोजाबाद चन्द्रप्रभ मुहल्ला फिरोजाबाद जैन कटरा फिरोजाबाद बड़ा मुहल्ला फिरोजावाद नई वस्ती फिरोजाबाद गाँधी नगर फिरोजाबाद देवनगर फिरोजाबाद राजा का ताल अहारन उसाइनी वारित्या विल्डिंग वेलनगंज आगरा जीवनी मण्डी आगरा नई बस्ती फिरोजाबाद कोटला हनुमानगंज फिरोजाबाद जीवनी मण्डी आगरा जमुना ब्रज आगरा
सर्विस न० पालिका सर्विस मालगोदाम सर्विस अध्यापन सर्विस युनिवर्सिटी सर्विस मेटलव० सर्विस रेलवे सर्विस
.
सविस
रोडवेज
सर्विस बैंक
सर्विस
"
अध्यापन
प्रेमचन्द जैन
सर्विस जोन्स मित सर्विस प्रेस
प्रेमचन्द जैन
Page #256
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री प्रेमचन्द जैन प्रेमचन्द जैन प्रेमचन्द जैन प्रेमचन्द जैन प्रेमसागर चैन ” फूलचन्द जैन
93
प्रेमशंकर जैन "फूलचन्द जैन
R R
"3
RAAAA
वनवारीलाल जैन
बनारसीदास जैन
व्रजकिशोर जैन
"
" भगवानस्वरूप जैन
" भगवानदास जैन
” भागचन्द जैन
35
भानुकुमार जैन
भामण्डलदास जैन
22
” भूलचन्द जैन
" मदनलाल जैन
” मदनवाबू जैन
" मदनविहारीलाल जैन
" मन्दिरदास जैन
मन्दिरदास जैन " मनोहरलाल जैन " महावीरप्रसाद जैन
ע
” महावीरप्रसाद जैन
" महावीरप्रसाद जैन
" महावीरप्रसाद जैन
» महावीरप्रसाद जैन
"
, महावीरप्रसाद जैन " महोपाल जैन
"महेन्द्रकुमार जैन ” महेशचन्द जैन
" मानिकचन्द जैन
" मानिकचन्द जैन
१२ मानिकचन्द जैन
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
जैन कटरा फिरोजाबाद टूण्डला लोहियान फिरोजाबाद
मुहल्ला चन्द्रप्रभ फिरोजाबाद
मुहल्ला जैयनियान टूण्डला
नाई की मण्डी आगरा
वरहन
मु० दुली फिरोजाबाद देवघर फिरोजाबाद
गंज फिरोजाबाद
गंज फिरोजाबाद
६२०८|ए० कोटिया-भवन आगरा महावीर नगर आगरा चौबेजी का फाटक फिरोजाबाद नईवस्ती फिरोजाबाद गाँधीनगर फिरोजाबाद
गाँधीनगर फिरोजाबाद लंगड़ा की चौकी आगरा
बरहन
जौंधरी
कटरा सुनारान फिरोजाबाद
कटरा सुनारान फिरोजाबाद हनुमागंज फिरोजाबाद बेलनगंज आगरा
बेलनगंज आगरा
चिरहुली
टूण्डला
घेर खोखरान फिरोजाबाद
चिरहुली मरसलगंज
रेलवे कालोनी टूण्डला
जौधरी
जैनकटरा फिरोजाबाद
भोमरी गंज फिरोजाबाद
सर्विस
33
35
93
सर्विस रेलवे
33
सर्विस कालेज
सर्विस
सर्विस
39
35
अध्यापन
सर्विस
15
37
99
39
39
"3
33
अध्यापन
"
सर्विस
33
39
सर्विस स्कूल सर्विस स्कूल
सर्विस
""
"J
सर्विस रेलवे
सर्विस
मुनीमी सर्विस-स्कूल सर्विस
-
५१३
Page #257
--------------------------------------------------------------------------
________________
જ
श्री मानिकचन्द जैन
माणिकचन्द जैन
"
• नाणिकचन्द जैन
"
कुरारीलाल जैन :: नुरारीलाल जैन
१५ नृचन्द जैन
:
"
रतनलाल जैन
25
खनाल जैन
: नेशन्द्र जैन
#7
वर्तीन्द्रकुमार बैन
रघुवरप्रसाद जैन
23
नाकर बैन :: खीचन्द्र जैन :: राजकिशोर जैन
22
राजकुमार
राजनलाल जैन
23
:: राजबहादुर जैन
:: राजेन्द्रकुमार जैन
राजेन्द्रकुमार बैन
"
73
"3
33
राजेन्द्रकुमार जैन
राजेन्द्रसाद जैन
रामचन्द्र जैन
"
: रामदास जैन
:: रानशत्रू बॅन रानमवाप जैन
* रानस्वरूप जैन
: रामत्त्वरूप जैन
3:
राजेन्द्रकी नेत राजेन्द्रकुमार जैन
राजशबू जैन रामेश्वरदास न
रूपकिशोर जैन
विजयकुमार चैन
विजयकुमार जैन
विजयकुमार
3
*
"
श्री पावती वा उन
हनुमानपत्र विरोवाराद यंत्र सिरोजाबाद
बोडी राड़ा पूर्णिया गंज आगरा वारली
हनुमानगंज निवा
चीरा बाजार बेलनगंज बागरा
हनुमानगंज फिरोजाबाद रेलवे कालोनी sei
एन.डी. जैन इन्टर कालेज लग
लंगड़ा की चीत्री बारा देन करा फिरोजाबाद
ZVEDĪ
नईबस्ती हिरोजाबाद हनुमानगंज फिरोजाबाद हनुमानगंज फिरोजाबाद जैन रा विरोनाबाह नईक्ली किरोजाबाद
चौक गेट फिरोजाबाद
कटरा प्रवा
ठिः ताराचन्द्र लमबाट कामः अपरा
जेन कटरा फिरोजाबाद
फिरोजाबाद
गंज फिरोजशह
हनुमानगंज विराजत्वाद नकली फिरोजाबाद
बहुना बारा बेरको निराबाधा
जाती
गांव नगर फिरोजाबाद
जखरथपुर
नईबस्ती फिरोजाबाद
बेलनगंड लागरा
ि
ਵੜੈਚ ਨੇਕ
बड़ा नुहला सिरबार
टूण्डला नईची फिराबाद
इष्कान
टोट
•
3 13 9 24 13 12 13 12 2
BEC
+
=
•
"
लभ्यान्न
ਦਰ
•"
ट
सर्विस नोडवेज
Page #258
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री विजयचन्द जैन विजयचन्द जैन विनयकुमार जैन विमलकुमार जैन
RRR **==
93
33
"
विमलकुमार जैन विमलस्वरूप जैन वीरेन्द्रकुमार जैन " वीरेन्द्रनाथ जैन वीरचन्द जैन
32
" स्वरूपचन्द जैन
" स्वरूपचन्द जैन ” सज्जनकुमार जैन
" सत्यप्रकाश जैन " सतीशचन्द्र जैन
सतीशचन्द्र जैन
39
,, सन्तकुमार जैन
” सतीशचन्द्र जैन
" सन्तकुमार जैन " सादीलाल जैन
"
साहूकार
" साहूकार जैन
" सुकमाल स्वरूप जैन
" झुकमालकुमार जैन
" सुकमाल स्वरूप जैन " सुखमल जेन
{ सुदर्शनलाल जैन
93
"3
सुनहरीलाल जैन " सुनहरीलाल जैन
*” सुनहरीलाल जैन
” सुनहरीलाल जैन
" सुनहरीलाल जैन
" सुभाषचन्द्र जैन
" सुमतप्रसाद जैन
” सुमतिचन्द्र जैन
"
सुमतिप्रकाश जैन
139
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरो
छिलाईट घटिया आगरा हनुमानगंज फिरोजाबाद मु० चन्दप्रभ फिरोजाबाद
फाटक सूरजभान गंज आगरा जैन कटरा फिरोजाबाद
पं० मोतीलाल नेहरू रोड आगरा हनुमानगंज फिरोजाबाद
भाई थान धूलियागंज आगरा
जमुनात्रज आगरा
हनुमानगंज फिरोजाबाद
एत्मादपुर
एत्मादपुर
बसई
नईबस्ती फिरोजाबाद
राजाका ताल
फाटक सूरजभान गंज आगरा हनुमानगंज फिरोजाबाद गॉधी नगर फिरोजाबाद हनुमानगंज फिरोजाबाद धेर कोकल फिरोजाबाद
घेर कोकल फिरोजाबाद जैन कटरा फिरोजाबाद
फाटक सूरजभान आगरा जैन कटरा फिरोजाबाद
सरायजयराम
to दुली फिरोजाबाद
मु० चन्द्रप्रभ फिरोजाबाद फिरोजाबाद
मु० दुली फिरोजाबाद
टूण्डला
लोहियान फिरोजाबाद
मोती कटरा आगरा वेलनगंज आगरा
वढ़ा मुहल्ला फिरोजाबाद
बसई
L
सर्विस, पी.डब्लू.डी.
सर्विस
33
33
"
अध्यापन
सर्विस
सर्विस रेलवे
सर्विस
}}
"
33
33
सर्विस
सर्विस
RRRRR
33
"
35
37
33
सर्विस कचहरी
सर्विस
सर्विस कालेज
सर्विस
CR22
"
17
33
"
सर्विस बैंक
सर्विस
33
"3
Page #259
--------------------------------------------------------------------------
________________
सर्विस
सर्विस एयरफोर्स सर्विस
अध्यापन सर्विस सर्विस कालेज सर्विस
श्री सुमेरचन्द्र जैन " सुरेन्द्रकुमार जैन , सुरेन्द्रकुमार जैन " सुरेन्द्रकुमार जैन , सुरेन्द्रकुमार जैन , सुरेन्द्रकुमार जैन " सुरेशचन्द्र जैन
सुरेशचन्द्र जैन , सुरेशचन्द्र जैन , सुरेशचन्द्र जैन , सुरेशचन्द्र जैन , सुरेशचन्द्र जैन , सुरेशचन्द्र जैन , सूरजपाल जैन , सूरजभान जैन , सोमप्रकाश जैन , श्यामकुमार जैन " शान्तकुमार जैन " शाहकुमार जैन , हजारीलाल जैन , हजारीलाल जैन " हुव्बलाल जैन , श्रीप्रकाश जैन , श्रीलाल जैन
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
मु० जैनियान टूण्डला गांधीनगर फिरोजाबाद नईबस्ती फिरोजाबाद सरायजयराम गंज फिरोजाबाद जैनकटरा फिरोजाबाद पथवारी धुलियागंज आगरा सासनी सामलेप्रसाद रोड टूण्डला पचोखरा नईबस्ती फिरोजाबाद देवनगर फिरोजाबाद हनुमानगंज फिरोजाबाद नईबस्ती फिरोजाबाद इन्द्रमील लाइन नं०१ आगरा नईवस्ती फिरोजाबाद चौराहा टूण्डला ३६१० नयाबाँस आगरा नारखी गांधीनगर फिरोजाबाद धूलियागंज आगरा गंज फिरोजाबाद जलेसर रोड फिरोजाबाद देवनगर फिरोजाबाद .
सर्विस बीमाकम्पनी सर्विस
अध्यापन सर्विस
जिला-इटावा
श्री सुमतिचन्द्र जैन
जी० आई०सी० इटावा
अध्यापन
जिला-इन्दौर
श्री जयकुमार जैन , देवचन्द्र जैन , बसन्तकुमार जैन वृजकिशोर जैन
जंबरी बाग इन्दौर
सर्विस भोपाल क० नसिया रोड इन्दौर जॅबरी बाजार इन्दौर
सर्विस बैंक स्टेशन के सामने (वीड़ीवाले) राऊ सर्विस सेल्समैन
Page #260
--------------------------------------------------------------------------
Page #261
--------------------------------------------------------------------------
________________
मुनि श्री ब्रह्मगुलालजी महाराज मुनि श्री ब्रह्मगुलाल के पूर्वज प्राचीन पद्मावती नगरी (वर्तमान पवाया) के अधिवासी थे। वह किसी समय वहाँ से स्थानान्तरण करके गंगा-यमुना के मध्य टापू अथवा टापो नामक स्थान में आ बसे थे। यह वैश्य परिवार बड़ा ही विवेकशील और मर्यादापालक था। श्री ब्रह्मगुलालजी को जन्म तिथि का तो कोई निश्चित उल्लेख नहीं पाया जाता किन्तु इनके पिता श्री 'हल्ल' के शताब्दी काल का संकेत अवश्य ही मिलता है, जो कि इस प्रकार से है:
सोलह सै के ऊपरे सत्रह से के माय ।
पांखिन ही में उपजे दिरग, हल्ल दो भाय ॥ अर्थात् १६ और १७ संवत् के बीच "दिरग और हल्ल" दोनों भाई पांडो नामक स्थान में उत्पन्न हुए थे। श्री छल्ल विशेष प्रभावशाली व्यक्ति हुए । अथच इन्हें सम्मानित राजाश्रय प्राप्त हुआ। कविषर 'छत्रपति' की रचनाओं से पता चलता है कि श्री हल्ल का भरापूरा परिवार था। किन्तु जिस समय वह घर से बाहर अपने खेत-बाग मे थे, उसी समय घर में आग लगी और सारा परिवार भस्मसात् हो गया। इस आकस्मिक वनपात को इन्होंने बड़े ही धैर्य और साहस के साथ सहन किया। तत्कालीन राजा, जिनके यह दरबारी थेने बड़ी चेष्टा करके इनका पुनर्विवाह कराया। . इसी दूसरी पत्नी से श्री ब्रह्मगुलाल' का जन्म हुआ। शोधाचार्यों का ऐसा अभिमत है कि इनका जन्म संवत् १६४० के लगभग हुआ होगा। कविवर छत्रपति ने इनकी प्रशस्ति में जो प्रन्थ प्रणयन किया है, उसकी परिसमाप्ति विक्रमीय संवत् १९०९ पूर्वाषाढ नक्षत्र, माघ वदी १२ शनिवार को सायंकाल हुई। श्री ब्रह्मगुलालजी के स्वर्गारोहण के प्रायः दो सौ वर्ष बाद इस ग्रन्थ की रचना हुई । इस प्रन्थ के अनुसार श्री ब्रह्मागुलाल जी का जन्म 'टापे' नामक ग्राम में हुआ था, जो कि चन्द्रवार के समीप है। यह स्थान आगरा जिला के फिरोजाबाद नामक कस्बे के निकट है और यहाँ तत्कालीन भन्य भवनों के भग्नावशेष खण्डहर के रूप में अपनी विशालता का परिचय दे रहे है। श्री ब्रह्मगुलाल की माता प्रसिद्ध और सम्पन्न वैश्य श्री शाहन्शाह की सुन्दरी कन्या थी। ___ श्री ब्रह्मगुलाल का स्वास्थ्य बड़ा ही सुन्दर और चिवाकर्षक था। इनमें महापुरुषों के से लक्षण परिलक्षित होते थे। इनका लालन-पालन बड़े ही उत्तम ढंग से हुआ और शिक्षा एक अच्छे विद्वान् द्वारा दी गई। धर्मशास्त्र, गणित, व्याकरण, कान्य, साहित्य, छन्द, अलंकार, शिल्प, शकुन और वैद्यक आदि की शिक्षा इन्होंने अल्पकाल ही में प्राप्त कर ली थी।
ब्रह्मगुलाल कुमारणे पूर्व उपायो पुन्य ।
याने बहुविद्या फुरौं कयो जगत ने धन्य ॥ इन्हें छावनी आदि गाने और स्वांग भरने का शौक लग गया था। वादकों के साथ गाने भी गाने लगे थे। माता-पिता और परिजनों के बहुत समझाने पर इन्होंने इस कार्य को
६८
Page #262
--------------------------------------------------------------------------
________________
५३४
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी सीमित किया, किन्तु त्यौहार आदि विशेष अवसरों पर यह स्वांग भरते और सर्वसाधारण का मनोरंजन किया करते थे । उनकी इस कला की दूर-दूर तक ख्याति हुई और राजसमा में उनका समादर भी अधिक बढ़ने लगा। उनके सम्मान को बढते देखकर राजमंत्री को ईया होने लगी और वह इनकी कीर्ति कम करने के लिए तरह-तरह के पड़यंत्र भी रचने लंगा। मंत्री ने राजकुमार को उकसाया कि तुम श्री ब्रह्मगुलालजी से सिंह का स्वांग भरकर लाने को कहो।
राजकुमारने राजा के सामने उनसे सिंह का स्वांग भरकर लाने के लिए कहा। श्री ब्रह्मगुलाल ने स्वीकार तो किया किन्तु राजा से त्रुटि-मार्जनार्थ वचन ले लिया कि यदि कोई चूक हो जाय तो अपराध क्षमा किया जाय । राजा ने अभयदान दे दिया। मंत्री की चाल यह थी कि सिंह रूपधारी ब्रह्मगुलाल से हिंसा कराकर इनके बढ़ते हुए प्रभाव को कम किया जाय । यदि जीव बध करते हैं तो जैनी श्रावक पद से च्युत होते है और नहीं करने से सभा में सिंह के स्वांग की हंसी होती है। ब्रह्मगुलाल जी सिंह का स्वांग बना कर ममा में पहुंचे। सिंह की दहाड़, स्वभाव, आचरण और आकृति आदि से रूपक अच्छा बन पड़ा था। -
जब सिंह राजसभा में पहुँचा तो उसकी परीक्षा के लिए एक मृग-शावक उसके सामने खड़ा कर दिया गया । क्योंकि मन्त्री का यह पूर्व नियोजित षड़यंत्र तो था ही। सभा में खड़ा सिंह दहाड़ता है और पूंछ हिलाता है किन्तु हिरन के बच्चे पर वह झपदता नहीं है। यदि सिंह मृगशावक का वध करता है तो हिंसा होती है और नहीं करता है तो सिंह के स्वभाव में बाधा आती है। सिंह रूपी ब्रह्मगुलाल के सामने विषम परिस्थिति थी। भइ गति सांप छ दरि केरी । कदाचित् पहले से इस पडयंत्र का पता होता तो बहुत ही सुन्दर और सामयिक उत्तर मंत्री और राजकुमार को यह दिया जा सकता था कि-सिंह क्षुधित होने पर ही हिंसा करता है; निरर्थक जीव वध नहीं करता है। क्योंकि वह मृगराज कहलाता है। दूसरी बात यह भी तो है कि-वनराजा और नरराजा का यह समागम है, यहाँ सभ्य मानवों की सभा भी है । अथच यहाँ इस प्रकार के अशोभन कार्य नहीं होने चाहिये । जिस प्रकार नरराजा उचितानुचित का विचार करके कदम उठाते हैं; अपनी प्रजा को व्यर्थ ही उत्पीडित नहीं करते, इसी प्रकार वनराजा भी स्थान और काल के अनुरूप ही कार्य करते हैं। नोचेत् सिंह को इतनी देर कब लगती।
यह एक ऐसी दलील थी कि राजा भी प्रसन्न हो जाना और मंत्री तथा राजकुमार मी निरुत्तर हो जाते । यह बात अवश्य थी कि सिंह नहीं बोल सकता था किन्तु सिंह के साथ जा लोग आये थे, वह ऐसा उत्तर सिंह की ओर से दे सकते थे।
अभी ब्रह्मगुलाल कुछ स्थिर भी न कर पाये थे कि मंत्री की प्रेरणा से राजकुमार ने सिंह से कहा
सिंह नही तू स्यार है, मारत नाहिं शिकार।
धृथा जन्म जननी दियो, जीवन को धिक्कार ॥ : इतना सुनते ही सिंह के बदन में आग जैसी लग गई। ब्रह्मगुलाल को आत्मा वडा हो उठी। हिरण शिशु पर से दृष्टि हटी और क्रोधावेश में उछल कर राजकुमार के शीश पर
Page #263
--------------------------------------------------------------------------
________________
५३५
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी जाकर थाप मारी। इससे राजकुमार घायल होकर वेसुध जमीन पर गिर पड़ा। सभा में आतंक और भय व्याप्त हो गया। सिंह सभा से चला गया। इस आकस्मिक और घातक आक्रमण से राजकुमार के प्राण पखेरू शरीर रूपी पिंजड़े को छोड़ कर उड़ गए। राजा को अपार दुःख हुआ। किन्तु वचनबद्ध होने के कारण ब्रह्मगुलाल से कुछ कह नहीं सके थे। वनराजा ने अपने स्वाभाविक कर्तव्य का पालन किया तो नरराजा ने अपने वचन का पालन किया। राजा की सहिष्णुता कुछ अधिक वजनदार और प्रशंसनीय है। इतिहास इस बात का साक्षी है कि श्रवणकुमार के माता पिता ने, कोशलाधीश दशरथ ने और कुरु-पांडव गुरु द्रोणाचार्य प्रमृति व्यक्तियों ने पुत्र शोक में अपने-अपने प्राण विसर्जित किये थे। किन्तु राजा ने बड़े धैर्य के साथ इस आघात को सहा।
___ इस अहिंसा कार्य से ब्रह्मगुलाल को बहुत दुःख हुआ, वह बड़े ही व्याकुल थे। पश्चाचाप की प्रचण्डाग्नि से उसकी अन्तरात्मा झुलस रही थी। भूख, प्यास और नोंद समाप्त सी हो गई थी। मंत्री ने जब देखा कि हम पर कोई कलंक नहीं आया है, तो उसने पुनः राजा के कान फूकने आरम्भ किए। मंत्री ने राजा से कहा कि जिसके कारण आपको इतना कष्ट हुआ, उस ब्रह्मगुलाल से कहिए कि वह दिगम्बर जैन मुनि का स्वांग भर कर समा में आयें । यदि वह ऐसा नहीं करते तो उनकी अपकीर्ति होती है और राज्य छोड़ कर अन्यत्र चले जॉयगे
और दिगम्बर मुनि का भेष धारण करके फिर उसे छोड़ दिया या गृहस्थ हो गये तो समाज में प्रतिष्ठा नहीं रहेगी। राजा की ओर से उन्हें दिगम्बर मुनि का भेष बना कर समा में आने का आदेश मिला। ब्रह्मगुलाल ने अपने परम मित्र मथुरा मल्ल और पत्नी आदि से परामर्श किया। इसके बाद वह जैन मुनि का दिगम्बर भेष धारण कर राजसभा में जा पहुंचे। अचानक ब्रह्मागुलाल को मुनि भेष में देख कर समस्त सभासद आश्चर्य चकित रह गये। मंत्री ने कहा- आप अपने सदुपदेश से राजा के शोक का शमन कीजिये। उन्होंने उस समय राजा को जो उपदेश किया, उससे उनके शोक का शमन हो गया और राजा ने ब्रह्मगुलाल की बड़ी प्रशंसा की।
श्री ब्रह्मगुलाल जी राजसमा से निकल कर घर नहीं गये अपितु सीधे वन की ओर चले गये। इससे नगर के नर-नारियों में हाहाकार मच गया। उनकी पत्नी पर वो वज्राघात ही हो गया। नगर की त्रियाँ उनकी पत्नी को लेकर उनके पास वन में पहुंची और पुनः घर आने के लिए विविध प्रार्थनाएँ की। किन्तु जो असल वस्तु का स्वाद पा गया था, उसे कृत्रिम कैसे तुष्टि प्रदान कर सकती थी। अब उन्हें आत्मानन्द की अनुभूति हो चुकी थी और चारों ओर से घेरे हुए पूर्वजन्मार्जित पाप भस्मसात् हो गये थे। अव तत्त्वज्ञान का समुज्ज्वल प्रकाश उनके सामने था। मथुरा मल्ल ने उन्हें समझा कर पुनः घर लाने की बड़ी चेष्टा की, किन्तु उल्टे मल्ल जी पर ही उनका रंग चढ़ गया और वह भी अपने परम मित्र ब्रह्मगुलाल जी के अनुयायी हो गए। जैन साहित्य का सृजन
श्री ब्रह्मगुलाल जी अच्छे कवि थे और कान्य शास्त्र का अनुशीलन भी किया था। अब काव्य सृजन का समय आ गया था और वन में कठोरतम साधनारत रहने पर भी परोपकारार्थ साहित्य का सृजन आरम्भ किया। . . . ..
Page #264
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
स्व० श्री पं० गौरीलालजी जैन सिद्धान्तशास्त्री, वेरनी
एटा जिले की जलेसर तहसील में "वैरनी" नामक एक छोटा सा ग्राम है। उन्नीसवीं शताब्दी में वहाँ शिवलाल नामक एक सदाचारी गृहस्थ रहा करते थे। उनके घर से सटा हुआ ही जैन मंदिर था । देव-दर्शन, पूजन-प्रक्षालन और स्वाध्याय करना उनके प्रतिदिन के कर्तव्य थे । प्रत्येक अष्टमी, चतुर्दशी, अष्टान्हिका व दशलक्षण पर्व पर बाहर से आये हुए और स्थानीय जैनियों को शास्त्र सुनाया करते थे । इसलिए उन्हें पंडित कहा जाता था । उनके घर में कण्डे व उपले नहीं जलाये जाते थे। लकड़ियाँ धोकर और सुखाकर जलाई जाती थीं । जमीकंद या वैगन नहीं खाया करते थे। चौके में धार बांध कर पानी नहीं दिया जाता था । जो स्त्री चौके में भोजन बनाने जाती थी, उसी दिन की धुली हुई बोती पहन कर चौके में जाती थी और जब तक पं० गौरीलाल भोजन नहीं कर जाते थे, चौके के बाहर नहीं आ पाती थी ! कदाचित किसी कारणवश उसे बाहर आना भी होता था तो दुवारा धोती धोकर गीली ही पहन कर चौके में जाना होता था ।
KR
आजकल का युवक इन बातों को डिम्भ और पाखण्ड वतलायेगा, किन्तु उस युग में ब्राह्मण-वय समान में बड़ी ही पवित्रता वरती जाती थी। घर में इतना शुद्ध भोजन बनता था कि कोई प्रती-मुनि तक अकस्मात् आजाने पर जाति के हर घर में भोजन कर सकता था । उसके लिये चौकी की विशेष व्यवस्था नहीं करनी पड़ती थी ।
ऐसे धर्मात्मा सद्गृहस्थ पं० शिवलाल के दो पुत्र हुए। बड़े पुत्र का नाम रामलाल जी और छोटे पुत्र का नाम उदयराज जी । इन दोनों भाइयों के समय में भी इस घर में पूरी धार्मिक मर्यादा अक्षुण्ण बनी रही। दोनों ही भाई धार्मिक क्रियाओं को करते हुए कपड़ का व्यवसाय करते रहे। श्री रामलाल जी के दो पुत्र और तीन पुत्रियाँ उत्पन्न हुई। बड़े का मनीराम और छोटे का गौरीलाल नाम था। श्री उदयराज जी के पाँच प्यारेलाल, सोनपाल, वंशीधर, खूवचन्द और नेमचन्द नामक के पुत्र हुए। पहले प्यारेलाल और उनके शोक में कुछ ही समय बाद उदयराज जी स्वर्गस्थ हुए। श्री गौरीलाल जी का जन्म सात ही महीने में हुआ था । रुई के गालों पर पाले जाते थे । इन्हें हाथ से कोई नहीं उठा सकता था, इतने कमजोर थे । परन्तु आयुर्बल बहुत बड़ा था ।
जब कुछ वयस्क हुए तो यह बेरनी के शासकीय स्कूल में शिक्षा के लिए भेजे गये । उसके वाद अलीगढ़ में पढ़े। परन्तु यहाँ न्याय, ज्याकरण और साहित्य आदि विषयों की उच्च शिक्षा का कोई प्रबन्ध नहीं था। गौरीलाल जी समस्त वाङ्गमय हृदयंगम करना चाहते थे । अतः इन्हें वनारस अध्ययनार्थं भेजा गया । यहाँ इन्होंने सभी विषयों खासकर व्याकरण का गंभीर अध्ययन किया। उसके बाद आपने दिल्ली में रहना प्रारम्भ किया और यहीं कपड़े का व्यवसाय किया। कुछ दिन तक जवाहरात का भी कार्य किया। स्टेशनरी की भी दूकान की, वह अपने भतीजे को दे दी। उसके बाद जलेसर में आकर एक सूत की दूकान खोली और खाड़ी का भी काम किया। आपको दो तीन बच्चे हुए, पर जिचे नहीं ।
Page #265
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरयाल चैन डायरेक्टरी
५५३
पत्नी भी आपके जीवनकाल में ही स्वर्गमा हो गई थी। बाद को दिल्ली में एक प्रिंटिंग प्रेस भी मोटा गया था।
आप अपनी दुकान पर ही अनेक गृहस्थों को धर्मशास्त्र पढ़ाया करते थे । उन्होंने भा० ० ० जैन परीक्षालय का मंत्र २ वर्ष तक संभाला और भा०प० दि० जैन महाविद्यालय के मंत्री भी गं। मंचन १९७२ में आपने पद्मावती पुरयाल जाति को जनगणना भी फगई और की, पुरुष, बालक, वृद्ध, पट्टे, अपटू, विधवा मध्या विवाहित, अधियादिन आदि सपा पूरा विवरण तैयार किया । म जनगणना को पुस्तकाकार में भी प्रकाशित कराया गया ।
आपला और अप्रधानों के सम्पर्क में अधिक रहा करते थे। इन जातियों मे गोत्र व्यवस्था है । यह पान गौरीलाल जी को यन पटकी कि हमारी जाति में गोत्र व्यवस्था नहीं है। यह पाप धन और और व्यय नाप्य था तथापि आपने उसे पूरा किया। पहले हम जाति में भी गोत्र व्यवस्था थी और वर्धा, नागपुर, भोपाल आदि के पुग्वालों में अभी भी है। उत्तर प्रदेशीय पुवालों में यह व्यवस्था विलिन हो गई थी, जिसे गांगेलाल जी ने पुनः प्रचलित पिया नीचेन या जाति अपने गोत्र ही भूल जाती । तथापि उत्तर और दक्षिणा मेवाहिक सम्बन्ध गोत्रादि बाधा के कारण नहीं हो पाते।
आप गुनि संघ में अहा करते थे। आपने देहली में एक ला विभाग भी खोला था. जिसके द्वारा मंगलिश में जन ला लिगा पर प्रकाशित कराया। उससे जैनियों के उत्तराधिकार के दनों में काफी मिलती है। आपको "जाति भूषण" "सिद्धान्त मम्मी" और धर्म शिवार आदि को पत्र भी मिली थीं। आचार्य शान्तिसागर जी महाराज में आपने सप्त प्रतिमा का व्रत लिया था। आपने रत्नकरण्ड श्रावकाचार का हिन्दी अनुवाद किया। उसके साथ पाचार्य प्रभाचन्द्र जी महाराज की संस्कृति टीका भी जोड़ी गई और सभी को मंत भाषा में आपने स्वयं निरुक्ति लिखी । आप एक अच्छे भी थे। "जैन सिद्धान्त" नामक एक पत्र भी आपके सम्पादकत्व में प्रकाशित हुआ था। आप विनोदी प्रकृति के व्यक्ति थे। बच्चों में यथे और विद्वानों मैं विद्वान थे। आपका जीवन बढ़ा परोपकारी था ।
Page #266
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
न्यायदिवाकर स्व० श्री पन्नालाल जी जैन, जारखी
आपका जन्म ग्राम जारखी तहसील एत्मादपुर जिला आगरा में हुआ था । आपके पिता श्री का नाम झरंगदलाल जैन था । मध्यमवर्ग का पवित्र परिवार था । आपके पिता अपने व्यवसाय के साथ साथ पंडिताई भी करते थे । जन साधारण को लग्न, मुहूर्त, तिथि. वार आदि शुभाशुभ बता दिया करते थे। यह बात उस समय की है, जव कि ग्रामों में शिक्षा के साधन बहुत अल्प थे । यातायात के परिवहन बहुत सीमित और व्यवसायिक क्रम विकास का आरम्भकाल था। पंडित जी को भाषा का ज्ञान था और उसी के साथ धार्मिक श्रद्धान भी । अल्पायु में ही श्री पन्नालाल जी का व्याह हो गया था । वयस्क होने पर पिता को गृहकार्य में सहायता की आशा स्वाभाविक ही थी । किन्तु पन्नालाल जी इस ओर से उदासीन थे।
एक दिन आपके पिता जी आप पर क्रोधित हो गये। इस पर आप रुष्ट होकर घर से भाग गये। उन दिनों वाराणसी में ऐसे अनेक विद्यापीठ थे, जहाँ निःशुल्क शिक्षा दी जावी थी और धर्म परायण लोग विद्यार्थियों को भोजन भी दिया करते थे । यह संस्थायें अजैन, अर्थात् शैव किंवा वैष्णव हुआ करती थीं। जैन सिद्धांत और दर्शन यहाँ नहीं पढाये जाते थे । ऐसे ही एक गुरुकुल में आप प्रवेश पा गये । कुशाग्र बुद्धि तो थे ही, मनोयोग पूर्वक आपने खूत्र अध्ययन किया। अल्प समय में ही साहित्य व्याकरण, न्याय और ज्योतिष में प्रवीण हो गये। इनकी प्रतिभा से गुरुजी बड़े प्रसन्न रहते थे । यदा कदा इनसे सम्मति भी लिया करते थे ।
।
૫૫૪
एक बार इनके गुरुजी का जैनियों के साथ शास्त्रार्थ होना था। इसके लिए गुरुजी ने एक प्रवचन तैयार किया था। प्रवचन पन्नालाल जी को देकर उन्होंने इनकी सम्मति मांगी। इस समय तक यह धारा प्रवाह संस्कृत बोलने लगे थे। जैनधर्म का आपको प्रगाढ़ ज्ञान था ही। उस लेख को पढकर इन्होंने गुरुजी से कहा कि इन तकों में कोई आधारभूत तथ्य नहीं है । किये गये प्रश्नों के उत्तर बहुत सरल और साधारण है, जिनके प्रत्युत्तर नहीं हैं । गुरुजी के पूछने पर इन्होंने जब तर्क बतलये, तो गुरुजी आश्चर्य चकित होकर बोले" पन्ना, तू जैनी जान पड़ता है ?” इन्होंने बड़ी नम्रता पूर्वक गुरुजी के चरण छूकर जैनी 'होना स्वीकार कर लिया ।
गुरुजी कुपित होकर बोले- " तूने मेरे साथ कपट किया है। यहाँ से इसी क्षण चला जा ।" अगले दिन आपने गुरुजी से विदा ली। गुरुजी को अपने प्रिय शिष्य से विलग होने का महान् दुःख था । किन्तु उस वातावरण में न गुरुजी रख सकते थे और न यह रह ही सकते थे । गुरुजी ने गद्गद हृदय से विदाई दी और आशीर्वाद दिया । विढ़ा देते हुए आदेश दिया कि --- किसी ब्राह्मण से कभी भी तर्क या शास्त्रार्थं मत करना ।” गुरुजी के इस आदेश को पं० पन्नालालजी ने आजन्म निभाया। वहाँ से विदा लेकर पं० पन्नालालजी घर लौटे। दीर्घकालीन विछोह के बाद परिवार से सम्मिलन हुआ, तो परिवार प्रसन्न हो उठा।
Page #267
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
५५५'
कुछ दिन बाद किसी ने आकर इनसे मुहूर्त पूछा, तो आपने मौखिक ही बतला दिया । पिताजी ने कहा कि पंचांग बिना देखे ही मुहूर्त बता दिया, अशुद्ध हो तो १ इन्होंने उत्तर दिया कि - किंचित् मात्र अन्तर नहीं आ सकता ।" पिता ने जब पंचाङ्ग देखा, तो मुहूर्त बिल्कुल ठीक था ।
इन्हीं दिनों हाथरस का मेला हुआ । उसमें चारोंओर के जैन परिवार सम्मिलित हुए। इनका भी परिवार गया था। योजनानुसार एक दिन आर्य समाज के विद्वानों से शार्थ का भी कार्यक्रम था। एक विशाल मंच पर कुछ आर्यसमाजी विद्वान उपस्थित थे । उनसे वाग्ययुद्ध के लिए कुछ जैन गृहस्थ भी एकत्र हुए थे । जैन गृहस्थों को धर्म का ज्ञान तो था किन्तु संस्कृत के ज्ञान का अभाव था । शाखार्थ आरम्भ हुआ। दर्शकों की आपार भीड़ को पार करके पं० पन्नालालजी भी मंच पर पहुँच गये । दिव्य शरीर, प्रतिभा सम्पन्न व्यक्तित्व देखकर सब लोग चकित थे कि यह कौन है ? जैन विद्वान बहुत सोच समझ कर समाजियों के उत्तर दे पाते थे । किन्तु पंडितजी ने पहुॅचकर धारा प्रवाह संस्कृत में तर्कों का उत्तर देना आरम्भ किया। जहां प्रश्न हुआ कि पंडितजी ने उसका तत्काल सप्रमाण उत्तर दिया और अपना प्रश्न उनके सामने रख दिया ।
पढ़े अनपढ़े यह सभी लोग भांप लेते थे कि किसका प्रश्न और उत्तर ठीक है । अन्त मैं समाज लोग निरुत्तर होकर चले गये। अब भीड़ ने पंडितजी को घेर लिया । परिवार और ग्राम वालों को अपार हर्ष हुआ। पिता के आनन्द का तो कहना ही क्या था । अव सेठों मैं होड़ लग गई कि पंडितजी को कौन अपने यहाँ ले जाय । इस समस्या का समाधान पंडित जी ने तत्काल ही कर दिया। उन्होंने कहा कि जो सेठ मुझे पालकी में बैठा कर स्वयं अपना कन्धा लगाकर ले जा सके, ले जाय । इस कठिन परीक्षा में सेठ जम्बूप्रसाद सहारनपुर ही सफल हो सके।
ra पंडितजी का निवास स्थान सहारनपुर हो गया और यही से उनकी प्रतिभा का प्रकाश फैला । आज दिन सहारनपुर मे जो धर्म की प्रभावना है, उसके मूल मे पंडित पन्नालाल न्यायदिवाकर की बहुत बड़ी देन है । अन्तिम दिनों में पंडितजी फिरोजाबाद आकर बस गये जहाँ उनकी विशाल हवेली आज भी खड़ी है। इनके तीन पुत्र और एक पुत्री हुई । केवल बड़े पुत्र के ही सन्तान है।
पंडितजी को एक बार किसी मुकदमे मे जैनधर्म के प्रमाण के निमित्त अदालत में जाना पड़ा। न्यायाधीश ने प्रमाण के प्रन्थों को न्यायालय में मंगाया तो पंडितजी ने कहा
Page #268
--------------------------------------------------------------------------
________________
५५६
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
कि जब सम्माननीय व्यक्ति का बयान कमीशन से होता है तो जैनधर्म के ग्रन्थ तो महान् पूजनीय हैं, उनको न्यायालय में कैसे लाया जा सकता है ।
एक बार अन्य किसी विद्वान् ने पंडितजी से शास्त्रार्थ करने की इच्छा व्यक्त थी । उन्होंने एक श्लोक पढ़ा, जिसका अर्थ यह था कि-साहित्य, व्याकरण, न्याय और ज्यौतिष इनमें से किस विषय पर आप शास्त्रार्थ करना चाहते है ? उनकी बात सुनकर उस विद्वान् ने कहाबस महाराज ! जैसा आपको सुनते थे, आप उससे भी अधिक विद्वान् हैं । बादको आपको "न्याय दिवाकर" की उपाधि से विभूषित किया गया। एक बार एक अन्य व्यक्ति ने उनसे प्रश्न किया कि महाराज ! सिद्ध शिला तो परिमेय, परिमाणित है, उसमें अपरिमेय अनन्तानन्त सिद्ध कैसे रह रहे है ? पंडितजी ने कहा - "लगातार बातें सुनते रहे हो और सुनते भी रहोगे तथापि तुम्हारे कान खाली के खाली ही बने रहते है । इस युक्ति से विद्वान बढ़ा प्रसन्न हुआ ।
फिरोजाबाद के जैन मेले में फिर एक बार आर्य समाजियों ने पंडितजी से शास्त्रार्थ करने की सूचना दी । विषय मूर्ति पूजा का रखा था । समाजो लोग मूर्ति पूजा के विरोधी थे । उन दिनों मथुरा से दयानन्दजी सरस्वती की तस्वीर के छपे हुए दुपट्टे बहुत विका करते थे और आर्य समाजी लोग सन्ध्या वन्दन के समय उन दुपट्टों को ओढ़ लिया करते थे । यह बात पंडितजी को मालूम थी कि
ओढ़ दुपट्टा पूजा करते विद्वद्दर आर्यसमाजी । देवी देव मूर्ति पूजा पर नित करते है एतराजी ॥
पंडिजी को ज्ञात हुआ कि फिरोजाबाद में श्री बाबूरामजी पल्लीवाल बजाज के यहाँ ऐसे दुपट्टों की एक गांठ आई हुई है। पंडितजी ने बहुत से दुपट्टे मंगाये और कुछ तो मंच पर विछवा दिये, जहाँ कि विद्वान् लोग शास्त्रार्थ के लिए बैठेंगे और कुछ बीच के रास्ते में जहाँ से होकर लोग मच पर जायंगे, वहाँ कपड़ों की तरह बिछवा दिये। दोनों ओर पंक्ति बद्ध लोगों को खड़ाकर दिया स्वागत के लिए। जैसे ही आर्यसमाजी विद्वान् लोग पधारे कि लोगों ने बड़ी विनम्र अगवानी करते हुए वही दुपट्टों वाला मार्ग बता दिया । उनका ध्यान दुपट्टों पर पड़ा तो विचारे बड़े असमञ्जस में पड़ गये । शास्त्रार्थ के प्रश्न का मूर्तिमान उत्तर पाकर तत्काल पश्चात्पद लौट गये । पंडितजी वस्तुत :-―
विद्वान थे, गुरुज्ञान थे, सम्मान, ध्यान, महान थे । कल्यान प्रान सुजान थे, शुभ धर्म के अवदान थे ॥
Page #269
--------------------------------------------------------------------------
________________
५५७
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
श्री बाबू नैमीचन्दजी गुप्ता, मोरेना समाज के वयोवृद्ध नेवा माननीय श्री वा० नेमीचन्दजी गुप्तका जन्म आज से ७३ वर्ष पूर्व श्री उदयराजजी जैन घेरनी के घर हुआ। स्व० श्री उदयराजजी जैन अपने समय के आदर्श जन सेवक हो चुके है। श्री नेमीचन्दजी जैसे मेधावी बालक को पुत्र रूप में प्राप्त कर आपने अपार हर्ष मनाया और इनकी शिक्षाका समुचित प्रवन्ध किया। श्री नेमीचन्दजी ने भी अपनी तीक्ष्ण बुद्धि और अनुपम स्मरण-शक्ति के कारण शिक्षा क्षेत्र में आश्चर्य जनक सफलता प्राप्त की और शीघ्र ही वी० ए० एल० एल० पी० की उच्च शिक्षा से विभूपित हो गए।
आपकी सारी शिक्षा अंग्रेजी के माध्यम से होने पर भी आपका अपनी संस्कृति के प्रति अनुराग यथावत् बना हुआ है । वकालत को आपने जीविका के रूप में स्वीकार किया, किन्तु अपने निजी जीवन में आप शुद्ध और सात्विक तथा सत्यप्रिय बने रहे। आपका सेवाभावी जीवन व्यस्त रहने पर भी समान-सेवा के लिए सदैव तत्पर रहा है। बाल्यावस्था से ही आपमें स्व समाज को उन्नत तथा समृद्ध देखने की लालसा है। समाज से निरक्षरता को मिटाने का प्रयास आपके जीवन में बरावर बना रहा। समाज के होनहार बालकों को छात्रवृत्ति बांटने का क्रम आप बरावर अपनाए हुए हैं तथा उसके लिए प्रतिक्षण प्रयास करते रहते हैं । आपने दुःख भरे क्षणों में भी समाज-सेवा के व्रत को अक्षुण्ण रखा है।
___समाज-सेवा में दत्तचित्त अनेकों संस्थाओं के आप प्रधान तथा मन्त्री और सदस्य रहे हैं। पद्मावती पुरवाल महासभा के आप प्रधान मन्त्री भी रह चुके हैं। आपने अनेकों संस्थाओं का पोषण कर उनको दीर्घ जीवी बनाया है।
आप दहेज प्रथा के पूर्ण विरोधी है। दहेज की दावानल को शान्त करने के लिए आपने अनेकों बार उत्तम सुझाव दिए तथा सारगर्मित और सामयिक लेख भी लिखे हैं।
आपको धर्मपत्नी सुश्री प्रभावी गुप्ता, धार्मिक विचार युक्त आदर्श गृहणी है । आप भी अपने पतिदेव की भांति शान्त और गम्भीर तथा कष्ट सहिष्णु साहसी महिला है। आपके दो सुपुत्र चिरंजीवी जगदीशचन्द्र गुप्ता तथा चिरंजीवी शरतचन्द्र गुप्ता क्रमशः इन्टर और मैट्रिक तक शिक्षिव हैं तथा "गुप्तास्टोर" और "गुप्ता ब्रदर्स" फर्मों का संचालन कर रहे है।
Page #270
--------------------------------------------------------------------------
________________
५५८
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी श्री लालबहादुरजी जैन शास्त्री एम ए, पी. एच डी, इन्दौर
श्री लालबहादुरजी शास्त्री जैन समाज के शीर्षस्थ विद्वानों में से हैं। आप एक सफ लेखक, कुशल कवि एवं प्रभावशाली वक्ता है।
आपके पितामह श्री लाला शिखरचन्दजी पमारी (आगरा ) निवासी थे। श्री शिख चन्दजी के पुत्र हुये-श्री रामचरणलाल एवं हरचरणलाल। शास्त्रीजी श्री रामचरणलाल के सुयोग्य सुपुत्र हैं। श्री शास्त्रीजी का जन्म "लालरू" (कालका के पास पंजाब में हुआ। उन दिनों आपके पिता लालरू में स्टेशन मास्टर थे। अतः लालरू में जन होने से ही आपके पितामह ने आपका नाम 'लालबहादुर' रक्खा और तब से आप इसी ना से विख्यात हैं। लगभग पाँच वर्ष की आयु में आपको अपनी माता का वियोग सहना पड़ था । अभी माता की यादें मिटी भी न थीं कि तीन वर्ष बाद ही आपके पिताश्री भी चर बसे । निराश्रित बालक केवल हिन्दी पढ़ लिख सकता था। आपकी बड़ी बहिन श्री विद्यावर जी पिताजी के देहान्त से पूर्व ही विधवा हो चुकी थी। अब केवल भाई-बहिन ही एक दूस के अवलम्ब थे। आपकी बहिन ने जो वर्तमान में अजमेर में सर सेठ भागचन्दजी सा. की सौभाग्या मातेश्वरी की स्मृति स्वरूप चलने वाले कन्यापाठशाला की प्राधानाध्यापिका हैं, पं० श्रीलालजी काव्यतीर्थ की मदद से आपको महासभा के महाविद्यालय में पढ़ने भेजा। वहाँ आप छः वर्ष पढ़े। उसके बाद आप मोरेना आगये । आपकी गणना प्रतिभाशाली छात्री में की जाती थी। आप वर्षों वहाँ जैन सिद्धान्त प्रचारिणी-सभा के मन्त्री तथा जैन सिद्धान पत्रिका के सम्पादक रहे । कविता करने की प्रतिमा आपमें वहीं से प्रस्फुटित हुई। उन दिने मोरेना के तत्कालीन तहसीलदार श्री भालेराव भास्कर आपकी प्रतिभा से प्रभावित होकर आपको एक बार ग्वालियर कवि सम्मेलन में ले गये। वहाँ आपने तालियों की गड़गड़ाहट में समस्या पूर्तियाँ पढ़ी और अपनी कवित्त-प्रतिमा की अनूठी छाप छोड़ी।
___ मोरेना विद्यालय से सिद्धान्तशास्त्री और न्यायतीर्थ परीक्षा पास करने के बाद आप कार्यक्षेत्र में आ गये । सन् १९३७ में आपने शास्त्रार्थ संघ के माध्यम से समाज-सेवा का कार्य प्रारम्भ किया। वहाँ आप "जैन सन्देश" के सम्पादक भी रहे। तत्कालीन 'पद्मावती पुरवाल पाक्षिक पत्र एवं 'वीर भारत' का सम्पादन भी किया। फिरोजाबाद में वार्षिक अधिवेशन के समय आपको पद्मावती पुरवाल महासभा का उप सभापति चुना गया।
सन् १९२४ में आपने मैट्रिक एवं १९४६ में इन्टर मीडियेट की परिक्षायें पास की . इसके बाद आप क्षयरोग से पीडित हो गये। अतः सन् १९४८ में इन्दौर में आपने उपचार कराया और वर्ष भर उपचार के बाद आप स्वस्थ्य हो गये।
Page #271
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
५५६ सर सेठ हुकुमचन्दजी की निजी शास्त्र सभा में आप यदाकदा जाने लगे। आपके शास्त्रीय ज्ञान से प्रभावित होकर १९४९ में आपको सर सेठ हुकुमचन्दजी ने अपने यहाँ रख लिया । उन दिनों समाज के प्रसिद्ध विद्वान् पं० खूबन्दजी सिद्धान्तशाली, पं० देवकीनन्दनजी सिद्धान्तशास्त्री, पं० जीवनधर जी न्यायतीर्थ, पं० वन्शीधरजी न्यायालंकार के साथ आप भी सेठ सा० को सभा में शास्त्र चर्चा करते थे। आप लगभग दस वर्प सेठ सा० के पास रहे। यहीं आपने अतिरिक्त समय में इंगलिश लिटरेचर लेकर वी० ए० तथा संस्कृत में एम० ए० किया । वनारस से सम्पूर्ण शास्त्री तथा आचार्य के दो खण्ड किये। सन् १९५८ में आप समन्तभद्र संस्कृत विद्यालय के प्रिंसिपल होकर चले गये। सर सेठ सा० नहीं चाहते थे कि आप उन्हें छोड़कर अन्यत्र जावे, लेकिन आपके बहुत आग्रह करने पर सेठ सा० ने आपको विदा दी। देहली में आपका बहुन सम्मान रहा। प्रसिद्ध उद्योगपति लाला राजेन्द्रकुमारजी को उनकी प्रार्थना पर आप उन्हें नियमित स्वाध्याय कराने लगे। वहीं आपने पी० एच०डी० के लिये उपक्रम किया वथा अत्यन्त व्यस्त रहते हुये भी आचार्य का अन्तिम खण्ड दिया। सम् १९६३ में आप सेठ राजकुमारसिंह जी एम० ए० एल० एल० बी०, के आग्रह से उनकी पारमार्थिक संस्थाओं के संयुक्त मन्त्री नियुक्त हुये।
इन दिनों आप मा० ५० सि० सभा के मुख पत्र 'जैन दर्शन' के प्रधान सम्पादक हैं। एवं भारतवर्षीय दि० जैन महासभा के मुख पन जैन गजट' के सहायक सम्पादक हैं । उक्त दोनों समाओं के साथ शास्त्री परिषद, विद्वत् परिषद, भा०प० दि० जैन परिपद एवं अखिल भारतीय पद्मावती पुरवाल पंचायत की प्रबन्ध कारिणी के सदस्य हैं।।
इन्दौर में रहकर आपने "आचार्य कुन्द कुन्द और उनके समयसार" पर शोध कार्य किया, फलस्वरूप आगरा विश्वविद्यालय ने आपको "डाक्टर आफ फिलासफी" की उपाधि से सम्मानित किया है। वर्तमान में आप इन्दौर में अपने मुद्रणालय ( Printing Press ) का संचालन कर रहे हैं।
आपके दो सुपुत्र क्रमशः चि० दिनेशकुमार, राजेशबहादुर सर्विस कर रहे हैं। तथा तृतीय अध्ययन कर रहे हैं।
Page #272
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
. स्व० श्री मुन्शी हरदेवप्रसादजी जैन, जलेसर जलेसर के विख्यात हुण्डीवालों के प्रभावशाली परिवार में श्री हुलासीरायजी जैन के यहाँ "जाति भूषण" श्री मुन्शी हरदेवप्रसादजी ने जन्म लिया। आपके पिता श्री हुलासीरायजी जैन लेन-देन और हुण्डी आदि का कार्य बड़े स्तर पर करते थे। आपको बाल्यावस्था से ह तीव्र ज्ञान-पिपासा थी। आपके पिताजी आपको बलवान(पहलवान)देखाना चाहते थे, इसलिए वह आपको ढ़ाई सेर दूध नित्य पिलाते थे। आपका झुकाव शिक्षा-संग्रह की ओर वरावर रहा । फलस्वरूप एक मौलवी से शिक्षा प्राप्त की और एक सुप्रसिद्ध कायस्थ वकील से कानूनीज्ञान प्राप्त कर मुन्शी बने ।
आपका गृहस्थ जीवन सुखी था । आपके एक सुपुत्र श्री बनारसीदासजी जैन एवं दो कन्याएं श्रीमती ज्ञानमाला एवं श्रीमती रतनमाला थी।- आपके नाती रायसाहेब श्री वा० नेमीचन्द्रजी जैन भू० पू० अध्यक्ष नगरपालिका जलेसर वर्तमान में समाज नायक है।
श्री मुन्शी हरदेवप्रसादजो बड़े ही अध्यवसायी, परिश्रमशील, परोपकारी एवं धर्मनिष्ठ महापुरुष थे। जमीदारी के कार्य में आपने अहिंसा, परोपकार, दया एवं ईमानदारी को व्यवहारिकता का जामा पहनाया था । अपने जीवन काल में आपने प्रायः सभी जैन तीर्थों की वन्दना की थी। मरसलगंज के १६चे अधिवेशन में आपको "जाति-भूषण" की उपाधि से विभूपित किया गया था।
आप उर्दू और फारसी के विद्वान् थे, पर "श्री भक्तामर" का अध्ययन करने के लिए आपने सत्तर वर्ष की आयु में संस्कृत का अध्ययन प्रारम्भ किया। आपका स्वर्गवास २५ अक्तूबर सन् १९३३ को हुआ।
Page #273
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
श्री पाण्डेय कंचनलालजी जैन, टूण्डला
५६१
पद्मावती पुरवाल समाज मे पाण्डेय वर्ग का स्थान अत्यन्त सम्माननीय एवं श्रद्धापूर्ण रहा है । पाण्डेय वर्ग हमारी जातीय मर्यादाओ का संरक्षक एवं निर्देशक है। अतः प्रत्येक पाण्डेय पुत्र समाज का श्रद्धास्पद और पूज्य है ।
श्री पाण्डेय कंचनलालजी से समाज का प्रत्येक सदस्य भलीभांति परिचित है । पाण्डेय जी का सारा ही जीवन समाज की सेवा एवं निर्माण में लगा है। आपके पूर्वज श्रद्धेय श्री हीरालालजी जैन पाण्डेय अपने मूल निवास स्थान फिरोजाबाद में विराजते थे । नगलास्वरूप ग्राम का श्रद्धालु समाज उन्हे अपने यहाँ ले आया। तब से यह वंश यहीं निवास करता है। इसी वंश के स्वर्गीय श्री विहारीलालजी जैन पाण्डेय को श्री कंचनलालजी के पिता श्री घनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ । प्रतिभाशाली वालक "कंचन" की शिक्षा का समुचित प्रबन्ध किया गया । किन्तु, विधि का विधान कुछ ओर ही था। अभी वालक "कंचन" ने किशोरावस्था में प्रवेश पाया ही था कि इन पर से पिता का स्नेह भरा हाथ सदैव के लिए उठ गया। बालक ने साहस और धैर्य से काम लिया, किन्तु शिक्षा क्रम संस्कृत की प्रथमा के पश्चात् रुक गया। तभी से आप समाज सेवा के पुनीत संकल्प को वडी दृढ़ता के साथ निभाते आ रहे है।
I
आपने अपने कुल परम्परागत कार्य को बड़ी निपुणता से पुगाया है । स्वधर्म के उत्तमोत्तम ग्रन्थों को आपने पढा एवं मनन किया है। आपकी विवाह-पठन पद्धति तो अपनी निराली ही विशेषता रखती है। आपके आचार्यत्व मे सम्पन्न होनेवाला विवाह-संस्कार केवल एक संस्कार समारोह ही नहीं होता है, अपितु स्वजातीय नियम एवं शास्त्रों के गूढज्ञान को समझने का बहुमूल्य अवसर भी होता है। आपका अपने शास्त्रों के प्रति दृढ निश्चय एवं अटूट विश्वास है । सामाजिक नियम और मर्यादाओं में आप कभी उपेक्षा नही बरतते । विवाह आदि संस्कारों को प्राचीन-विशुद्ध प्रणाली ही आपको प्रिय है तथा समाज को उसी पर चलने की प्रेरणा देते रहते हैं।
आपके द्वारा समाज सेवा भी पर्याप्त मात्रा में हुई है । " पाण्डेय संगठन कमेटी" का गठन आपकी दूरदर्शिता एवं सुव्यवस्था का ज्वलित प्रमाण है । अ० भा० जीवदया प्रचारिणी सभा में भी वर्षों सेवा कार्य किया है। समाज के अनाथ वालक एवं निराश्रित विधवा और असमर्थ वृद्धों की जानकारी रखना तथा समाज के समर्थ और सम्पन्न महानुभावों को उनको सहायता के लिए प्रेरित करते रहना- आपकी मौन सेवाओं मे से एक है। आपने अनेकों terranea विद्यार्थियों को शिक्षित बनाने मे अपना सराहनीय योग दिया है।
राजनीति के क्षेत्र में भी आपका अपना स्थान है। ग्राम पंचायत के प्रधान पद को आप १२ वर्ष तक सुशोभित कर चुके हैं । आपने अपने प्रधानत्व में प्राइमरी पाठशाला, धर्मशाला तथा कुंआ आदि का निर्माण करवा ग्राम की बहुमुखी उन्नति की है। पशुपालन, वृक्षारोपण तथा ग्राम को सीमाओं में शिकार पर प्रतिवन्ध लगाने जैसे महत्व पूर्ण कार्य कर समान में अपना
Page #274
--------------------------------------------------------------------------
________________
५६२
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
सम्मान का स्थान बनाया है। आप अपनी तहसील के आदर्श प्रधानों में माने जाते रहे हैं। शासन में भी आपका सम्माननीय स्थान हैं। ब्रिटिश काल में आप ३८ गाँवों की अत्याचार निरोध समिति के प्रधान मन्त्री थे । उस समय आपने अत्याचार के विरोध में जनता में एक नवीन भावना और साहस का संचार किया था।
समाज-सेवा की वृहद् भावना को लेकर आजकल आप टूण्डला मे निवास कर रहे हैं। श्री पी० डी० जैन इण्टर कालेज के संस्थापकों में आपका नाम बड़े आदर के साथ लिया जाता है । इस संस्था के प्रचार मन्त्री भी आप रहे हैं। वर्तमान समय मे आपकी दिन चर्या का विशेष भाग पूजन एवं शास्त्र प्रवचन में लग रहा है ।
आप विनम्र स्वभाव एवं शान्त प्रकृति के सदैव प्रसन्न रहनेवाले धर्म निष्ठ महानुभाव हैं। आदर्श समाज सेवी और सन्तोषपूर्ण वृत्ति के परोपकारी सज्जनों में आपकी गणना की जाती है। आप कर्मठ और सत्य प्रिय सफल राजनीतिज्ञ हैं ।
अतः उपरोक्त सभी गुणों का संगम श्री पाण्डेयजी को सर्वप्रिय और श्रद्धास्पन बनाए हुए है। श्री पाण्डेयजी जैसी विभूति से समाज भारी आशा रखता हुआ, गौरव अनुभव करता है।
श्री पांडेय उग्रसैन जी जैन शास्त्री, टूंडला
आप श्रद्धेय मुनि श्री ब्रह्मगुलाल जी के वंशज हैं। आपके इस पवित्र कुल में श्री पाण्डेय रूपचन्द जी जैन, पाण्डेय केशरी श्री शिवलालजी जैन आदि उच्च कोटि के विद्वान तथा समाज निर्माता हो चुके हैं। आपके पूज्य पिता श्री सुखनन्दनलाल जी भी ऐसी ही एक विभूति थे ।
श्री शास्त्री जी का जन्म ६ नवम्बर १९२१ में नगला स्वरूप जिला में हुआ । नत्र आप अपनी माताजी के गर्भ में थे, उसी समय आपके पिताजी का स्वर्गवास हो गया । यहाँ से आपकी अपने भाग्य के साथ प्रतिस्पर्धा आरम्भ होती है। दुर्भाग्य ने अपनी प्रवल शक्ति का परिचय देते हुए आपको जन्म से नौ माह पश्चात् माता की दुलार भरी गोंद से खच लिया | अब आप माता-पिता के अहास वियोग को सहन करते हुए शनै-शनै स्नेही चाचा और दयालु ताऊ की छाया में पलने लगे । वाल्यावस्था से किशोरावस्था तक आपकी शिक्षामर्थर, अहारन, टेहू तथा सहारनपुर में ही होती रही, तत्पश्चात् आपका ध्यान अपने पारि बारिक कर्म की ओर गया — और आपने धर्म, ज्योतिष एवं कर्मकाण्ड का अध्ययन प्रारम्भ कर दिया। आप तीक्ष्ण बुद्धि तो थे ही पुनः जीवन-निर्माण और धर्म तथा समान सेवा की अभिरुचि ने आपको कर्मठ और लगनशील भी बना दिया, फलस्वरूप थोड़े ही समय में आपने अनेकों गुण एवं चमत्कारिक विद्याओं का संग्रह कर लिया। प्रतिष्ठा. हवन, मुहूर्त तथा ज्यौतिष सम्वन्धी कार्य और विवाह कर्म में निपुणता प्राप्त करते हुए समाज सेवा का पावन व्रत लेकर बड़ी तत्परता से कार्य करना आरम्भ कर दिया।
Page #275
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
૬૨
आप प्रौढ़ शिक्षा के प्रवल हिमायती ही नहीं है, बल्कि इस दिशा मे आप रचनात्मक कार्यकर्ता के रूप में पहचाने जाते है। आप कुछ समय से नियमित रूप से रात्रि को एक घण्टा प्रौढ़ पाठशाला चलाते हैं । आपके द्वारा धर्म प्रचार तथा धर्म-शिक्षण का कार्य भी बराबर चलाया जा रहा है। श्री ब्रह्मचारी सुरेन्द्रनाथ जी द्वारा संस्थापित मुमुक्षु समिति के सदस्यों को धर्म-शिक्षा का कार्य एवं श्री दि० जैन महावीर विद्यालय की सम्पूर्ण व्यवस्था आपकी देख-रेख में है। श्री दि० जैन म० वि० टूण्डला के मैनेजर एवं पा० स० कमेटी के कोपाध्यक्ष पद को सम्भाले आप समाज की सच्ची सेवा में लगे हुए है ।
अनाथ, विधवा तथा लाचार व्यक्तियों को आप सदैव सहारा देते रहे है। श्री दि० जैन पद्मावती पुरवाल समाज के आप महान शुभचिन्तक एवं समाजकी उन्नति के लिये दत्तचित्त कर्मशील महानुभाव हैं। आपमें मानव मात्र की सेवा-भावना निवास करती है । विनम्रता और सरलता आपके अपने जन्म जात गुण हैं। इन्हीं अमूल्य गुणों के आधार पर समाज आपको आदर की दृष्टि से देखता है। आपके द्वारा कितने ही ऐसे विवाद आसानी से सुलझाए जा चुके हैं, जिनका हल अदालतें भी नही निकाल पाई थीं । आपके निर्णयों की प्रशंसा उदाहरण के रूप में समय-समय पर स्मरण की जाती रहती हैं।
आपके अनुरूप ही आपकी गुणवती धर्मपत्नी श्री विमलादेवी हैं। आप भी धर्मानुरूप जीवन की तथा अपने धर्म के प्रति पूर्ण निष्ठावान उत्तम कुल एवं शुद्ध विचार धारा की आदर्श महिला हैं । आपको चार सुयोग्य सन्तानें शिक्षा प्राप्त कर रही हैं।
कैण्टिन श्री माणिकचन्द्र जी जैन, फिरोजाबाद
श्री कैप्टिन साहेब समाज के वीर पुरुषों में से एक हैं । ६० वर्ष की आयु के पश्चात् भी आप में युवकों जैसा साहस तथा उत्साह विद्यमान है। जिला आगरान्तर्गत " कोटला ग्राम" आपकी जन्म भूमि है । यही आप अपने पिता स्वर्गीय श्री बंगालीलाल जी जैन की मोदभरी गोद में पले । आपके इस वंश में श्री सुखनन्दनलाल जी, श्री बाबूराम जी रईस आदि विभूतियाँ हुई जो समाज-सेवा तथा जाति- हितैपी कार्यो मे अपना मौलिक स्थान रखती हैं।
कैप्टिन साहेब वाल्यकाल से ही तीक्ष्ण बुद्धि रहे हैं। थोड़े ही समय में आपने आगरा विश्व विद्यालय से बी०ए० की शिक्षा समाप्त कर ली थी। विद्यार्थी जीवन मे आप खेल-कूद के भी शौकीन रहे हैं। प्रायः सभी खेलो मे आप उमंग के साथ भाग लिया करते थे । आपकी जोश भरी युवावस्था ने सैनिक जीवन अपनाया - फलस्वरूप आप अपनी योग्यता, चातुर्य एवं पराक्रम के कारण कैप्टिन जैसे उच्च पद पर आसीन हुए। जैनी जब जुल्म के
Page #276
--------------------------------------------------------------------------
________________
५६४
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी खिलाफ संग्राम में उतरता है, तब वह विजयश्री वरण करके ही लौटता है। आपका विजयी-जीवन इसका ज्वलन्त प्रमाण है। आपने कई युद्धों में भाग लिया और हर मोर्चे पर विजय प्राप्त की। आप अपने सैनिकों एवं उच्चधिकारियो में अत्यन्त प्रिय रहे हैं। आपने सैनिक क्षेत्र में जितनी सफलता एवं लोक प्रियता प्राप्त की है, उतनी ही समाज में भी आपकी प्रतिष्ठा है। आप स्वजाति जनों की आजीविका तथा सुख समृद्धि का प्रयास बरावर करते रहते हैं। पूर्वाचार्यों के अनुसार धर्म पर चलना तथा प्रत्येक स्थिति में धर्म का पालन एवं अनुसरण करना,इसका आप निरन्तर ध्यान रखते हैं। आपके विचारानुसार धर्म आत्मा है । अतः आत्मा द्वारा प्रत्येक समय एवं स्थान पर धर्म साधा जा सकता है। आप वीरता, दया तथा निर्मलता की प्रतिमूर्ति है। आप प्रत्येक व्यक्ति से अपने स्वजनों जैसा व्यवहार करते है। आपकी भापा अत्यन्त मधुर तथा विनोदपूर्ण है। आप उच्च विचार युक्त आत्म-विश्वासी पुरुष है।
आप समय समय पर खुले दिल से दान-धर्म करते है। कोटला श्री मन्दिर जी को आपने अपनी जमीन देकर मन्दिर जी में सौ रुपया मासिक की स्थाई आमद का प्रबन्ध कर दिया। अब वहाँ धर्मशाला भी बन गई है। ___आपका स्नेह एवं प्रेमपूर्ण व्यवहार अकस्मात् मानव को अपनी और आकर्षित कर लेता है। अभिमान आपको छू तक नहीं सका है। आप स्पष्टवादी तथा उदारमना सुसंस्कृतज्ञ पुरुष हैं। समय निकाल कर स्वधर्म-ग्रन्थों का बरावर अध्ययन करते रहते हैं। आपका जीवन राष्ट्र का गौरव तथा स्वसमाज का आभूषण है। समाज के सर्वप्रिय विवेकी व्यक्तियों में आपकी गणना होती है।
आपकी श्रीमति पुत्तोरानी जी भी आपके अनुरुप ही वीराङ्गना और समाज की आदर्श महिला है । कौटुम्ब-कुशलता, व्यवहार निपुणता एवं लेह शीलता आपके स्वाभाविक गुण है । समाज-सेवा, धर्मनिष्ठा आपके अपने मौलिक व्रत हैं।
आपके दो सुपुत्र श्री सुरेशचन्द्र जी जैन तथा श्री कृष्णचन्द्र जी जैन हैं। श्री कृष्णचन्द्र जी डी० सी० एम० के वस्त्रों के व्यवसायी है तथा दूसरे श्री सुरेशचन्द्र जी पैट्रोल पम्प का कार्य सम्भालते है। दोनों युवक अपने पिता तुल्य सज्जन तथा नम्र और वंश परम्परागत शुद्ध आचार-विचार के स्वधर्म पालक हैं।
Page #277
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरखाल बन डायरेक्टरी स्व० श्री वनारसीदासजी जैन वकील, जलेसर स्व० श्री वनारसीदासनी जैन समाज के महत्त्वपूर्ण व्यक्तियों में से एक थे । आपके पूज्य पिता श्री मुन्शी हरदेवप्रसादजी अपने समय के ख्यातनामा महापुनप थे। इन्हीं के घर में आपका जन्म ६ जून १८७८ को जलेसर में हुआ था। श्री बनारसीदासजी बाल्यावस्था से ही प्रतिभापूर्ण व्यक्तित्व के भाग्यशाली पुरुष थे। आपने सन् १९०० में श्रेष्ठ श्रेणी में इलाहाबाद से थी० ए० किया। १९०८ में वकालत पास की और १९१७ में सरकारी वकील नियुक्त हुए।
आप जीवन पर्यन्त अवागढ़ राज्य के कानूनी सलाहकार रहे और राज्य के प्रतिनिधि के रूप मे महाराजा दरमंगा, महाराजा कुंच, महाराजा ग्वालियर. महाराजा करौली, बीकानेर आदि भारतीय राजाओं एवं अनेक राजकीय पदाधिकारियों आदि से आपका निरंतर सम्पर्क रहा, एक रूप में वे सब आप के मित्र रहे। आप अपने समय के अन्यन्त प्रसिद्ध वकील थे।
ज्ञान एवं प्रतिष्ठा के सर्वोच्च शिखर पर पहुंच जाने पर भी आपको अपने धर्म में अटूट श्रद्धा थी। सन् १९१९ में आप श्री पद्मावती पुरवाल दिगम्बर जैन परिषद् के महामन्त्री के पद पर आसीन हुए थे। आप जैन गजट के सम्पादक भी रह चुके हैं इन पदों पर रहते हुए आपने जन जाति की अनिर्वचनीय सेवाये की है।
कार्य में अत्यन्त व्यस्त रहने पर भी आप प्रातःकाल चार बजे उठकर स्वाध्याय एवं सामायिक करते थे। राजसी-सम्पर्क में रहने पर भी आप में निशि भोजन त्याग, शाकाहार एवं शुद्धाहार जैसे सात्विक गुण वने रहे। आपने कभी किसी व्यक्ति को मांस और मदिरा का भोजन नहीं दिया। एक बार अपनी शादी के अवसर पर अवागढ के राजा ने शेर का शिकार किया तब इस खुशी में दरवार लगा-सभी दरवारियों ने विभिन्न प्रकार की भेटें समर्पण की, किन्तु प्रमुख दरवारी होने पर भी आप उस समारोह में समिलित नहीं हुए और कहला भेजा कि हिंसा में हम किसी प्रकार की खुशी नहीं मनाते ।
जब आपने अपनी एकमात्र सन्तान रायसाहेब श्री नेमीचन्द्रजी को उच्च शिक्षा हेतु वाहर भेजना पड़ा, वो उनके साथ एक जैन रसाइया और एक नौकर भेना तथा एक छात्र के निवास वाला कमरा दिलाया। इन सब कार्यों की मूलभूत भावना यह थी कि पुत्र पर जैन संस्कारों को यथाविधि बनाये रखा जा सके। ___अपकी धर्मपत्नी श्रीमती जयदेवी बड़ी ही सीधी-सार्धा और सरल स्वभाव की महिला थी। ये पाक शास्त्र में बड़ी निपुण थी । इनकी धर्म-भावना परिपुष्ट एवं वृदय निर्मल था।
श्री वनारसीदासजी का निधन अप्रैल सन् १९२० मे अल्प आयु में ही हो गया। आपका शोक सारे ही समाज को शोकातुर एवं दुखी वना गया।
Page #278
--------------------------------------------------------------------------
________________
५६६
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी स्व० श्री लाला वासुदेवप्रसादजी जैन रईस, टूण्डला . आप स्व० श्री ला० भाऊमलजी जैन नौसेरा (मैनपुरी) के वंशधरों में से थे। आपके पिता श्री ला० शिखरप्रसाद जी जैन समाज के जाने-माने सज्जन थे। आप अपने भ्राताओं श्री भगवानस्वरूपजी जैन भू० पू० चेयरमैन टाउन ऐरिया कमेटी श्री श्रीरामजी जैन और श्री सुनहरीलालजी में सब से ज्येष्ठ थे। ___ आपका सार्वजनिक जीवन अत्यन्त सम्मानित और आदर्श रहा है । आप अनेक वर्षों तक विद्या संवर्धिनी समिति टुण्डला के प्रधान रहे। इस संस्था के अन्तर्गत धर्मशाला, पुस्तकालय एवं पाठशालाएं स्थापित हुईं। आपकी सतत् लगन एवं श्रम के कारण पाठशालाठा० घीरीसिंह हाईस्कूल के रूप में तथा कन्या पाठशाला राजकीय कन्या विद्यालय के रूप में परिणत हो गई। इन दोनों ही संस्थाओं का शिक्षा क्षेत्र में प्रशंसनीय योग रहा है आप द्वारा लगाए गए यह छोटे छोटे पौधे आज विस्तृत-वृक्ष के रूप में प्रफुल्लित हैं। महावीर दिगम्बर जैन विद्यालय, जिनेन्द्रकला केन्द्र एवं अन्य अनेकों जैन मन्दिरों आदि के आप संस्थापक तथा संचालक थे । आपके सहयोग से अनेकों सामाजिक सस्थाएँ उन्नति के शिखर पर पहुँची । श्री दि० जैन अतिशय क्षेत्र ऋषभनगर (मरसलगंज) कमेटी के आप सभापति रहे । इस क्षेत्र पर आपने अपने कार्यकाल में दो बार पञ्चकल्याणक बिम्ब प्रतिष्ठाएं कराई। धर्म रक्षक एवं समाज-सुधार सम्बधी अनेक संस्थाएं जैसे अ०भा० दि० जैन धर्म संरक्षिणी महासभा एवं अ० विश्व जैन मिशन आदि को धर्मप्रचार में पूर्ण सहयोग प्रदान किया। आप सार्वजनिक जीवन में अत्यन्त लोक प्रिय प्रतिभा के श्रेष्ठ पुरुप सिद्ध हुए। आपका व्यक्तित्व आकर्षक और मोहक था । आपका सरल स्वभाव और मधुर-न्यवहार आपकी अपनी विशेषता थी।
आप अ० भा० पद्मावती पुरवाल महासभा के अनेक वर्षों तक सम्माननीय सभापति रहे। आपके इस सेवाकाल में समा ने सुधार-दिशा में अच्छी प्रगति की और संगठन की दृष्टि से भी सराहनीय एवं प्रशंसनीय कार्य किया। आपका सफल एवं महत्वपूर्ण निर्णय समाज के लिए परमोपयोगी होता था। समाज को सर्वतोभावेन उन्नत करने की कामनाएँ आपने अपने हृदय में संजो रखो थीं। समाज-सेवा के लिए आप प्रतिक्षण तथा प्रत्येक परिस्थिति में उद्यत रहते थे। समाज के महान तथा अग्रसर पुरुषों में आपकी गणना को जाती है।
आपके क्रमशः दो विवाह हुए प्रथम जामवती देवी के साथ एटा में तथा दूसरा महादेवी के साथ हिम्मतपुर में । यह दोनों महिलाएं धर्म में पूर्ण आस्थावान तथा आदश महिला रत्न थी।
Page #279
--------------------------------------------------------------------------
________________
#૬૭
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
राय साहेब श्री बा० नेमीचन्दजी जैन, जलेसर
श्री बा० नेमीचन्द्रजी जैन पद्मावती पुरवाल समाज के सुदृढ स्तम्भ, पथ-प्रदर्शक, समाज-सुधारक एवं धर्म-धुरन्धर कर्णधार हैं।
आप स्वर्गीय श्री वनारसीदास जी जैन की एक मात्र सुयोग्य सन्तान हैं। आपका जन्म सितम्बर १९०६ में जलेसर मे हुआ | आपके जन्म के साथ ही परिवार में सम्पत्ति एवं ऐश्वर्य की अजस्त्र धारा प्रवाहित होने लगी। पिता की असामयिक मृत्यु एवं बाबा के प्यार ने आपको शिक्षा क्षेत्र में इन्टरमीडिएट तक ही सीमित रखा ।
आप अपनी सर्व प्रियता के कारण युवावस्था में ही नगरपालिका के सदस्य वन गये थे । सार्वजनिक पुस्तकालय, सुभाष पार्क, गान्धी शिक्षा सदन, जलेसर कुटीर उद्योग प्रदर्शनी आदि कुछ ऐसे कीर्ति स्तम्भ हैं जिन्हें समय की आंधी कभी पराजित न कर सकेगी । सन् १९४३ में आपको राय साहेव की मान्य उपाधि से विभूपित किया गया था । सम्प्रदायिक ढंगों के अवसर पर आपके द्वारा किये गये शान्ति प्रयासों के फलस्वरूप तत्कालीन शासन द्वारा आपको मजिस्ट्रेट की सम्मानित शक्ति प्रदान की गई और आपने नगर एवं निकटवर्ती क्षेत्रों मैं अपने प्रभावशाली व्यक्तित्व से शान्ति स्थापित की ।
आपकी अभिरुचि पत्रकारिता एवं हिन्दी साहित्य में विशेष है । इसीलिये जैनविचार धारा से अनुप्राणित सप्ताहिक 'वीरभारत' का स्थापन, संचालन, सम्पादन तथा प्रबन्ध किये हुये हैं ।
धार्मिक संस्कार आपको उत्तराधिकार में मिले है । यही कारण है कि आपके जीवन का अधिकांश भाग धर्म-ध्यान में व्यतीत हुआ है । आज तक आपने किसी होटल में भोजन नहीं किया है और शुद्ध, सात्विक एवं मर्यादित खान-पान पर विशेष बल देते हैं।
धार्मिक क्रिया-काण्ड के सुचारूरुपसे सम्पादन हेतु आपने अपने विशाल भवन के एक कक्ष में श्री शान्तिनाथ जिनालय की स्थापना कराई है। आचार्य श्री शान्तिसागरजी महाराज, आचार्य श्री महावीरकीर्तिजी महाराज तथा आचार्य श्री विमलसागरजी महाराज के चरणों में आप महीनों रहे हैं।
1
परोपकार आपको प्राणों के समान प्रिय है इसका साक्षी है-महात्मागांधी मेमोरियल इन्टर कालेज, जलेसर । आपने अनेकों इच्छुक छात्रों को शिक्षा दिलाने में सहायता की है । सन् १९५० में श्री पद्मावती दिगम्बर जैन धर्मार्थ ट्रस्ट ( रजिस्टर्ड ) की स्थापना अपने द्रव्य से की है। ट्रस्ट के कार्य संचालन में आप स्वयं समय भी देते हैं। गरीबों में औषधि
,
Page #280
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी वितरण करना तथा विधवाओं को आर्थिक सहायता देना आपके पवित्र दैनिक कार्यों का अंग है । आप अखिल भारतीय दि० जैन पद्मावती पुरवाल महासभा व अखिल भारतीय दिगम्बर जैन पद्मावती पुरवाल पंचायत के यशस्वी सभापति भी रहे है।
आपके दो विवाह हुए । प्रथम श्रीमती राजकुमारी देवी सुपुत्री श्री बाबूलाल जी जैन रईस वीरपुर से और द्वितीय श्रीमती सुशीला देवी जैन सुपुत्री श्री बनारसीदास जी जैन देहली से। यह दोनों ही महिलाएं धार्मिक प्रकृति-पूर्ण और मधुर स्वभाव के लिए प्रसिद्ध रहीं। आपकी विशाल हृदयता “वसुधैव कुटुम्बकम्" भावपूर्ण रही है।
राय साहेब समाज के कीर्तिपुञ्ज तथा प्रकाशमान रत्न और सुयोग्य नेता है। आप समाज की गौरवशाली विभूति है। समाज को आपसे भारी आशाएँ बनी हुई हैं। समाज का प्रत्येक बालक आपकी चिरायु की कामना करता है।
श्री रामस्वरूप जी जैन 'भारतीय' जारकी श्री भारतीयजी का जीवन बाल्यकाल से ही प्रतिभाशाली एवं समाज-सेवी रहा है। वैसे आपके सामाजिक जीवन का प्रारम्भ जैन-महासभा के लखनऊ अधिवेशन से माना जाता है। इस ऐतिहासिक अधिवेशन के सभापति थे माननीय सेठ चम्पतराय जी जैन । देहली पंच कल्याणक प्रतिष्ठा के अवसर पर महासभा का एक बृहद् सम्मेलन हुआ, किन्तु कुछ मतभेदों के कारण वैरिस्टर साहेब श्री चम्पतरायजी के साथ कुछ लोग महासभा के कार्यक्रम से अलग हो गये और उन्होने झालरापाटन के रायसाहेब श्री ला० लालचन्दजी सेठी के कैम्प में दि० जैन परिषद की स्थापना की । इस कार्य में श्री भारतीयजी का प्रमुख हाथ था। इसी समारोह में “पद्मावती परिषद् का जलसा ला. वासुदेवप्रसादजी जैन की अध्यक्षता
मे हुआ। इस परिषद् के मन्त्री पद पर श्री भारतीयजी को निर्विरोध चुना गया। तत्। पश्चात् इस परिषद् का एक बृहद् अधिवेशन जारकी में हुआ था। इस अधिवेशन में लगभग
८४ गॉवों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। अधिवेशन का मुख्य उद्देश्य जातीय संगठन करना था। इस दिशा में आशातीत सफलता भी प्राप्त हुई। जारकी के सुप्रसिद्ध जागीरदार ठा० भगवानसिंहजी ने भी इस अधिवेशन में विशेष रूप से भाग लिया था।
तत्कालीन जीवदया प्रचारिणी सभा के मन्त्री ने अन्तर्जातीय विवाह कर लिया था। अतः इसी प्रश्न को लेकर समाज में एक आन्दोलन चल पड़ा। समाज का एक बड़ा वर्ग
Page #281
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरखाल जैन डायरेक्टरी इनको जाति से बहिष्कृत करने पर तुला हुआ था। इस विकट समस्या के समाधान के लिए श्री हजारीलालजी जैन आगरा के निवास स्थान पर एक सभा बुलायी गई। सभा ने निश्चय किया कि अगर श्री वाथूरामजी जैन समाज के लिए उपयोगी है, तो उनकी रक्षा की जाए, उनके पक्षका समर्थन किया जाए और “पद्मावती महासभा की स्थापना कर दी गई। इस सभा के सभापति चुने गए श्री भूधरदासजी एटा। साथ ही "पद्मावती-संदेश" नामक पत्र भी निकाला गया, जिसके सम्पादन का भार श्री भारतीय जी को सौपा गया। पत्र जारकी तथा बेसवां से काफी समय तक प्रकाशित हुआ। श्री मारतीयजी की संगठन शक्ति एवं सुलझे हुए विचारों के सद् प्रयास से फिरोजाबाद में जैन-मेले के अवसर पर परिपद् एवं महासभा का सौहादें पूर्ण एकीकरण हो गया।
समाज-सेवक, राष्ट्र-भक्त, तथा प्रभावशाली बत्ता होते हुए भी आप मौलिक रूप से साहित्यिक श्रेणी के महानुभाव हैं। जिस समय आप चतुर्थ श्रेणी के विद्यार्थी थे, उस समय श्री रघुवरदयालजी भट्ट जो कानपुर जा रहे थे, उनके साथ टूण्डला स्टेशन पर एक निन्दनीय घटना घटी, उसकी जानकारी आपने प्रकाशनार्थ "प्रताप" मे भेजी थी। जिसे स्व० श्री गणेशशंकरजी विद्यार्थी ने अपनी टिप्पणी के साथ प्रकाशित किया था। तत्कालीन प्रान्तीय सरकार ने इसका प्रतिकार भी किया, किन्तु जन-भावना सत्यता की ओर ही बनी रही। आप सर्व प्रथम लखनऊ से प्रकाशित "लखनऊ महासभा-समाचार" पत्र में सहयोगी के रूप में रहे। पुनः "देवेन्द्र" साप्ताहिक में एक वर्ष कार्य किया। तत्पश्चात् आपका जीवन पत्रकारितामय ही बन गया। सन् १९३८ से “वीर भारत" साप्ताहिक रूप में वेसा से प्रकाशित होता रहा है और सन् ४२ तक पद्मावती सभा तथा "वीर भारत" के प्रकाशन में रा० सा० श्री नेमीचन्द जी जलेसर एवं श्री पन्नालालजी "सरल" के सम्पर्क में सामाजिक प्रगति में भारी योग दिया है। देहरादून से प्रकाशित होनेवाले "नवभारत" साप्ताहिक के आप एक वर्ष तक सम्पादक पद पर रहे। इसके पश्चात् तो "जैन मार्तण्ड" हाथरस, "महावीर" विजयगढ तथा "प्रॉम्य जीवन" आगरा आदि कई पत्रों का सम्पादन आप द्वारा हुआ है।
__ सन् ४२ के पश्चात् से आपका समय व्यक्तिगत कार्यों में अधिक लगा, किन्तु "वीरभारत" का सम्पादन तथा अन्य सामाजिक कार्य भी वरावर होते रहे हैं। आपके पास ज्ञान एवं नवीन-योजनाओं का विपुल भण्डार है। समाज आपको अपने नेताओं में प्रतिष्ठित स्थान देवा है। प्रत्येक पंचायत एवं उलझे और विवादास्पद विपयो मे आपकी राय महत्वपूर्ण मानी जाती है। आप निष्पक्ष दृष्टि के सत्यवादी तथा निर्भीक नेता हैं। समाज को आपसे महान् आशाएँ हैं। यह और भी प्रसन्नता एवं गौरव की बात है किआप अपना शेष समय साहित्य-सेवा में लगाना चाहते है । राष्ट्र-भाषा हिन्दो तथा गो माता के प्रति आपकी श्रद्धा अनुकरणीय एवं प्रशंसनीय है।
Page #282
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
-
श्री पन्नालालजी जैन “सरल", नारखी
"यथा नाम तथा गुण" आपकी गणना समाज के चुने हुए रलों में की जाती है। आपका पवित्र जीवन समाज की उपकृति के लिए ही बना है । साधारण परिस्थितियों में रहते हुए, सीमित साधनों के सहारे आप जितनी समाज सेवा कर पाये हैं वह वास्तव में स्तुत्य है सराहनीय है। "सादा जीवन उच्च विचार" तथा "संघर्प ही जीवन है। इस सिद्धान्त को आदर्श मानकर आप जन-सेवा के व्रत में संलग्न हैं।
आज से ४५ वर्ष पूर्व सन् १९२० में आपका जन्म "गढी हंसराम" नामक ग्राम में श्री बाबूलालजी जैन के घर हुआ था । आपके पिता श्री बाबूलालजीजैन उस समय वन-व्यवसाय करते थे और समाज में प्रतिष्ठा पूर्ण स्थान बनाए हुए थे। आप अपने सुपुत्र "पन्ना" को साधारण व्यवसायिक ज्ञान कराकर व्यापार में लगा देना चाहते थे। किन्तु उन्हें इस कार्य में सफसलता न मिल सकी । इसका प्रधान कारण था श्री पन्नालालजी की सेवा-पूर्ण भावना। आपकी भावना समाज-सेवा तथा राष्ट्र सेवा की ओर झुकती थी जब कि आपके पिता आपको बड़े व्यवसायो के रूप में देखना चाहते थे। इसी दुविधा में आपका वाल्यकाल शिक्षा-संग्रह न कर पाया। अतः आगे चलकर तो आपने हिन्दी की सर्वोत्कृष्ट परीक्षा "साहित्य रत्न" पास कर ली।
राजनीतिक क्षेत्र में जब आपने दृढ़ पुरुप की भांति प्रवेश किया, तो सन् ४२ के आन्दोलन में सक्रिय भाग लेने पर तत्कालीन सरकार ने आपको बन्दी बना लिया। सना समाप्त हो जाने पर जब आप कारावास से बाहर आए, वो और भी कर्मठता तथा लगन के साथ एक सच्चे कांग्रेस कर्मों की भांति स्वतन्त्रता आन्दोलन में भाग लेने लगे । सन् ४५ में कपड़े पर ब्लेक आरम्भ हो जाने के कारण आपने अपने पैतृक वस्त्र-व्यवसाय एवं लाइसेन्स को ठुकरा कर, देश-भक्ति का परिचय दिया। आप लम्बे समय तक मण्डल-कांग्रेस के मन्त्री, प्रधान तथा जिला कमेटी के सदस्य के रूप में देश-सेवा करते रहे हैं।
आपने अपने जीवन में साहित्य-सेवा का पावन-त्रत भी अक्षुण्ण बनाए रखा है और आज तक उसकी साधना में एक सच्चे साधक की भॉति जुटे हुए है । सन् १९४७ में “प्राम्य जीवन" साप्ताहिक पत्र का सम्पादन तथा प्रकाशन किया। “वीर भारन" का कार्यालय जव नारखी आगया, तत्र उसके सम्पादन का कार्य भी आपकी ही सफल लेखनी को सौपा गया। आप कई पत्रों के स्थाई लेखक एवं संवाददाता भी है। __सामाजिक संस्थाओं को भी आपका योग वराबर मिलता है। लगभग १० वर्षे से श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र मरसलगंज दस्ट कमेटी के प्रधान मन्त्री के रूप में कार्यभार सम्भाले क्षेत्र की उन्नति में दतचित हैं।
सन् ५२ से अपने क्षेत्र के गांवों के निर्माण कार्य में लगे हुए है। ग्राम पंचायत नारखी के पाँच वर्षे तक कार्यवाहक प्रधान तथा सात वर्ष तक प्रधान पद पर रह स्थानीय जनचा क
Page #283
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
YoÝ
भौतिक विकास के लिए भरपूर प्रयत्न किया है । फिरोजाबाद तहसील में आनेवाली बाढ़ों को रोकने एवं उससे प्रभावित जनता की सहायता के लिए " बाढ पीड़ित सहायक समिति" की स्थापना करके भारी जन सेवा की है। आप फिरोजाबाद तहसील के उत्तरी क्षेत्र कोटला- विकास क्षेत्र के वरिष्ठ उप प्रमुख तथा क्रय-विक्रय सहकारी समिति फिरोजाबाद के डायरेक्टर और उपमण्डल कांग्रेस कमेटी ओखरा के अध्यक्ष तथा तहसील बाढ पीड़ित सहायक समिति के मन्त्री के रूप में सेवारत है ।
आप गॉवों के उत्थान एवं सम्पन्नता के लिए प्रयत्नशील हैं। नगर और गाँवों की भारी असमानता को समाप्त कर सभी को उन्नति का अवसर मिले एवं ग्रामीण जनता में से अशिक्षा तथा अभाव दूर हो और सभी सुखो-सम्पन्न बने, इसी भावना को मूर्त रूप देने के लिए आप अहर्निष प्रयत्नशील है ।
स्व० श्री रामस्वरूपजी जैन, इन्दौर
आप स्व० श्री बाबूरामजी जैन के सुपुत्र थे । आपका जन्म वि० सं० १९६५ पौष सुदी १० को हुआ था। आपके श्री पूज्य पिताजी भी समाज के श्रेष्ठ कार्य कर्ताओं में से थे। उनका समाज में अपरिमित प्रभाव था। एक रूप में समाज उन्हें अपना प्रतिनिधि मानता था ।
आप शिशु अवस्था से ही तीक्ष्ण बुद्धि थे । अतः आपने आश्चर्यं पूर्ण गति से शिक्षा का संग्रह किया और शीघ्र ही वी० ए० एल० एल० बी०, तक उच्च शिक्षा प्राप्त कर वकील धन गये । समाज आपको अपने गौरव शाली पुरुषों में देखता था । आपका प्रेम साहित्य के प्रति बराबर रहा आपने कई एक पुस्तकों का प्रकाशन तथा मुद्रण भी किया है। हिन्दी साहित्य के प्रति आपका अनुराग प्रशंसनीय था । हिन्दी-साहित्य के भण्डार को आपकी स्तुत्य देन है। आपकी गणना उत्तम शिक्षो में की जाती थी ।
भारत प्रसिद्ध सर सेठ हुकुमचन्दजी जैन पारमार्थिक संस्था इन्दौर के मन्त्री पद को आपने सुशोभित किया था। आपके इस सेवा काल मे संस्था की शाखाओं ने बड़ी वृद्धि प्राप्त की। आपके मूल्यवान सुझाव तथा सुनिश्चित योजनायें एवं सुव्यवस्थित कार्यक्रमों के कारण संस्था में नवीन जागृति आगई थी। आप श्री दि० जैन पद्ममावती पुरवाल संघ इन्दौर के संस्थापक तथा सभापति थे । इस दिशा में भी आप द्वारा प्रशंसनीय जाति सेवा हुई है। आपकी श्रीमती विश्वेश्वरी देवी जैन को भी आदर्श नारियों में गिना जाता रहा है। विनयकान्त जैन, कमलकान्त जैन बी० ए०, कलाकान्त जैन M. Com रविकान्त जैन बी० ए० तथा रमाकान्त जैन आदि सुपुत्र एवं उर्मिलादेवी तथा शोभादेवी जैन सुपुत्रियाँ आपके कुल परम्परागत धर्मों का भलि भाँति पालन करते हुए आपके सुयश को बढ़ा रहे हैं। आपका स्वर्गवास सन् १९६२ मे मोटर दुर्घटना से हो गया। आपकी मृत्यु से समाज शोक सन्तप्त हो उठा। अतः आप द्वारा की गई समाज सेवाऍ चिरकाल तक स्मरणीय रहेंगी ।
Page #284
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरो
श्री पं० बनवारीलालजी जैन स्याद्वादी, मर्थरा
•
स्वर्गीय श्री सेवतीलालजी जैन मर्थरा श्री पं० बनवारीलालजी स्याद्वादी के पूज्य पिता थे । श्रीबनवारीलालजी का जन्म मर्थरा ग्राम में सन् १९०४ में हुआ था। आप बाल्यकाल से ही विलक्षण प्रतिभा और शिक्षा संग्रह के लग्नशील विद्यार्थी रहे है । आप प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् मोरेना चले गये, यहाँ पर आपने संस्कृत, धर्म साहित्य और न्याय में शास्त्री तक शिक्षा प्राप्त की। इसके पश्चात् आपने देहली विश्व विद्यालय से अंग्रेजी में बी० ए० पास किया। शिक्षा समाप्ति के पश्चात् आपने देहली में "जैन- गज़ट " नामक पत्र के मैनेजर पद का भार सँभाला। समाज सेवा की डगर में यह आपका पदापर्ण था । पत्र के माध्यम से आपने एक वर्ष तक बड़ी योग्यता पूर्वक समाज सेवा की । इसके पश्चात् आपने "भागीरथ" नामक पत्र का प्रकाशन भी किया, किन्तु आपका अधिक रूझान शिक्षा क्षेत्र की ओर ही रहा । फलस्वरूप लगभग २० वर्ष तक आप जैन संस्कृत कमर्शियल हायर हैकेण्डरी स्कूल देहली में अध्यापन करते रहे। इतने समय के पश्चात् आप एक बार पुनः साहित्य की ओर मुड़े और हिन्दी के प्रमुख दैनिक समाचार पत्र - " नवभारत टाइम्स” में १५ वर्ष तक " व्यापार-सम्पादक ( Commercial Editor ) के पद पर कार्य किया । सन् १९४४ से 'वीर' पत्र का सम्पादन करते हुये आ रहे है ।
५७२
आप आरम्भ काल से ही साहित्य प्रेमी रहे हैं। विद्यार्थी जीवन में ही आपको "जैन काव्यों की महत्ता" पर श्री दिगम्बर जैन सभा के लखनऊ अधिवेशन के समय सर्वोत्तम पारितोषिक से विभूषित किया गया था । साहित्य सृजन में भी आपने प्रशंसनीय सफलता प्राप्त की है। आपकी सफल लेखनी द्वारा अभी तक "मोक्षशास्त्र की टीका" "गुड़िया का घर" "ब्रह्मगुलाल चरित्र" आदि उपयोगी ग्रन्थों की रचना हो चुकी है।
आप जहां कुशल लेखक हैं, वहाँ आपकी गणना ओजस्वी और प्रभाव शाली वक्ताओं में भी की जाती है। जैनधर्म और जैन दर्शन पर आपका धारावाही विद्वत्तापूर्ण भाषण होता है | आपकी प्रतिभा केवल लेखन और भाषण तक ही सीमित नहीं है, बल्कि आपकी धर्मश्रद्धा भी दर्शनीय और अनुकरणीय है ।
स्वर्गीय श्री पं० गोरीलाल जी जैन द्वारा संस्थापित श्री पद्मावती-पुरवाल जैन पंचायत देहली के मन्त्री पद का भार भी आपको ही सौपा गया था। इस प्रतिष्ठित पद पर आप लगभग ३२ वर्षं तक बने रहे। आपके इस मन्त्रित्व काल में श्री पद्मावती पुरवाल दिगम्बर जैन मन्दिर तथा श्री पद्मावती पुरवाल जैन धर्मशाला का निर्माण हुआ है।
आपके तीन सुपुत्र है । ज्येष्ठ पुत्र चि० देवेन्द्र कुमार जैन देहली में मिनिस्ट्ररी आफ डिफेन्स में Electrical Engineer के पद पर कार्य करते हैं। श्री पण्डित जी वर्तमान समय में शान्तिपूर्ण जीवन के साथ आत्मचिन्तन एवं साहित्य-सेवा में संलग्न रहते हैं।
Page #285
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
श्री महावीरप्रसादजी जैन, अहारन
इनके बाबा श्री लालाराम जी जैन ने अपना ग्राम अहारन छोड़कर सहारनपुर में कारबार शुरू किया था | बाबा के साथ उनके पुत्र, अर्थात् महावीर जो के पिता श्री छुट्टनलाल जी भी बाल्यावस्था में थे । छुट्टनलाल जी ने वहीं शिक्षा प्राप्त की और फिर रेलवे सर्विस में गये। कुछ समय बाद स्टेशन मास्टर के पद पर नियुक्त हुए। जिस समय छुट्टनलाल जी पानीपत में थे, उसी समय छुट्टनलाल जी के यहाँ श्री महावीरप्रसाद का जन्म हुआ । शैशवावस्था के बाद आपको शिक्षा का प्रबन्ध हुआ और शिक्षा प्राप्त करने के उपरान्त जलेसर वाले आढ़तिया लाला बाबूरामजी की सुपुत्री श्रीमती मोतीमाला के साथ १७-१-२५ को विवाह बड़े समारोह के साथ सम्पन्न हुआ । इन्होंने भी अपना पुराना पुश्तैनी पेशा अपनाया । अर्थात् २० रु० मासिक वेतन पर रेलवे में कानपुर मे मालबाबू नियुक्त हुए । आपकी रेलवे सर्विस ३०-३-२५ सन् में प्रारम्भ हुई। कुछ समय तक इसी पद पर काम करने के बाद सन् २९ की १ जून को आपकी नियुक्ति रेल के गार्ड पद पर हुई। उस पद के अनुसार इनके वेतन में भी काफी वृद्धि हुई ।
५६२
कार्य सन्तोषप्रद होनेके कारण १७-५-३२ को इन्हें ट्रेन कन्ट्रोलर के पद पर नियुक्त किया गया और सन् १९४४ के अप्रैल महीने में आप स्टेशन मास्टर बनाये गये और टूण्डला जंक्शन ( स्टेशन) पर नियुक्ति हुई। तत्पश्चात् शीघ्र ही गजटेड आफिसर ( राजपत्रित अधिकारी ) बनाया गया। चिरकाल तक आप इसी पद पर रहे और वाद में स्टेशन सुपरिटेण्डेण्ट नियुक्त हुए और दिल्ली जक्शन पर नियुक्ति हुई। इस प्रकार रेलवे यातायात की बहुमुखी सेवाऍ करने के उपरान्त आप सन् ६१ में अवकाश प्राप्त हुए । किन्तु १ माह पश्चात् पुनः उसी पद पर सुरक्षा विभाग के आम डेड क्वाटर्स में भेज दिये गये
इतनी महती सेवाऍ करने के बाद को उत्तर प्रदेश सरकार के कलकत्ता कार्यालय मैं मुख्य सम्पर्क अधिकारी के पद पर आसीन किए गये और तव से अवत्तक इसी पद के गुरुतर कार्य को बड़ी मुस्तैदी के साथ सँभाले हुए है।
यों तो रेलवे के माध्यम से आप सर्वदा ही जनता की सेवा करते आ रहे थे किन्तु इसके अतिरिक्त कुछ विशेष अवसरों पर जनता की विशेष सेवा का समय भी प्राप्त हुआ है । यथा--- १९२६-२७ में बटेश्वर का मेला शिकोहाबाद ( १ ) माघ मेला इलाहाबाद सन् २७-२८ (२) कुम्भ मेला इलाहाबाद सन् ४२ और ५४ (३) कुम्भ मेला सन् १९३८ और १९५० में ।
सन् १९६० को श्री जगजीवनराम तत्कालीन रेल मंत्री ने आपके कार्यों से प्रसन्न होकर एक चाँदी का पदक तथा ५००) का राष्ट्रीय बचत पत्र आपको प्रदान किया था । आपके तीन पुत्र श्री ईश्वरप्रसाद टिकट कलेक्टर ढूंडला, श्री ओमप्रकाश, सहायक अभियन्ता संचार विभाग उत्तर प्रदेश इलाहाबाद और छोटा पुत्र श्री सुशीलकुमार अभी पढ़ रहा है। बड़े पुत्र का विवाह श्री जग्गीलाल जी बजाज शिकोहाबाद की पुत्री सौ० इन्द्राणी के साथ और
Page #286
--------------------------------------------------------------------------
________________
६१२
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
आप १९५२ में अ० भा० छात्र परिषद की स्थानीय शाखा के प्रधान तथा एस० आर० के० कालेज के छात्र संघ के अध्यक्ष रहे हैं । १९५५ में श्री महावीर जयन्ती सभा के अध्यक्ष बनें । गत दस वर्षों से कालेज पत्रिका का सम्पादन करते हुए आरहे हैं । अ० भा० जैन परिषद परीक्षा बोर्ड द्वारा प्रकाश्य जैन शिक्षा संस्थाओं की डायरेक्टरी का सम्पादन भी आप द्वारा ही सम्पूर्ण हुआ है । स्थानीय श्री पद्मावती पुरवाल जैन पंचायत के मन्त्री पद पर रहते हुए समाज सेवा का पुन्यार्जन करते आ रहे है। आप द्वारा की गई समाज-सेवा सदैव स्मरणीय बनी रहेगी ।
स्व० श्री श्यामस्वरूपजी जैन, इन्दौर
आप श्री बाबूराम जी जैन के सुपुत्र थे । आपके सुपरिवार द्वारा समाज की महती सेवाये हुई है। श्री शोभाचन्द जी जैन श्री श्रीचन्द जी जैन, श्री चम्पाराम जी जैन आदि प्रसिद्ध विभूतियाँ इसी वंश में उत्पन्न हुई थीं।
आपकी जन्म भूमि एटा नगर है। अपका लालन-पालन बड़े ही रईसाना ढंग से हुआ था। आपकी शिक्षा इण्टरमिडिएट तक थी । आप केवल किताबी शिक्षा के ही विद्यार्थी नहीं थे, अपितु व्यावहारिक ज्ञान के भी पण्डित थे । आपका मधुर स्वभाव एवं दयाभाव सभी को अपनी ओर आकर्षित करनेवाला गुण था । आप स्वधर्म के प्रति पूर्ण आस्थावान तथा उसके कट्टर अनुयायियों में से थे। अनेकों आध्यात्मिक पद आपको कण्ठस्थ थे । अपने धर्म की सभी मर्यादाओं का नियमबद्ध पालन करना आपका पवित्र संकल्प था ।
समाज-सेवा के प्रति आप सदैव जागरूक रहते थे। श्री दि० जैन पद्मावती पुरवाल संघ इंदौर के सभापति पद से आप द्वारा स्वजाति की अनुपम सेवायें हो चुकी हैं। आप कई संस्थाओं के पदाधिकारी तथा सदस्य थे । आपके सहयोग से अनेकों संस्थाओं ने आशातीत उन्नति की है। सामाजिक कार्यों में आपका उत्साह सदैव नवीन रहता था। आप अपनी पुस्तकों की दुकान से समय निकाल कर समाज सेवा में भाग लेते रहते थे । आपका स्व० सन् १९६० में हो गया ।
आपकी श्रीमती प्रकाशवती जैन भी आपके अनुरूप ही उदार स्वभाव को महिला है । आप अतिथि सत्कार अपना परमधर्म मानती रही है। आपके सुपुत्र श्री रमेशकान्त जैन बी० ए०, श्री महेशकान्त जैन एवं सुशीला एम० ए०, बेबी, मुन्नी आदि सभी शिक्षाप्रिय एवं शुद्ध सात्विक जीवन के परिजन है। सभी आपकी भाँति सन्तोषी, सेवाभावी मिलनसार तथा परिश्रमी हैं।
Page #287
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
६१३ स्व० श्री बाबूलालजी जैन, कोटकी आपका जन्म सन् १८८२ ई० में हुआ था। आपके पिताश्री का नाम था श्री रामप्रसादजी जैन । आपकी जन्मभूमि जिला आगरा अन्तर्गत कोटकी है। आपकी शिक्षासाधारण रूप में हुई थी। आपका झुकाव धर्मे की ओर विशेष था। अतः बाल्यावस्था से ही आप धर्मग्रन्थों का अध्ययन करने लगे थे। आपका धर्मज्ञान इतना गहन और पुष्ट हो गया था कि बड़े-बड़े विद्वान लोग आपकी बात को समझने की चेष्टा करते थे। आपने न्यायतीर्थ एवं शाखी पाठ्यक्रम का अध्ययन विधिवत् किया था। ___आपके यहाँ सर्राफा तथा जमींदारी का प्रमुख व्यवसाय था। आप सच्चे व्यापारी तथा ईमानदार व्यवसायी थे। आपका विश्वास दान प्रणाली में विशेष था। अतः आपने भारी मात्रा में गुप्तदान किया है। आप गद्दी पर शास्त्र प्रवचन करते थे। "जैन-तिथि दर्पण" के प्रकाशन की नीव डाली, जो अवागढ़ में आज भी विकसित अवस्था में चली आ रही है। कोटकी मे आपने रथयात्रा कराकर धर्म प्रचार में भारी योग दिया है। आप श्री वीर जयन्ती-उत्सव के प्रेसीडेन्ट भी रहे । आपने अपने जीवन में प्रमुख तीर्थों की यात्रायें भी की थी। श्रीमान राजा साहेब के सत्संग की अध्यक्षता आप ही किया करते थे। इस पद पर आप द्वारा अहिंसा का विस्तृत रूप से प्रचार हुआ है। एक रूप में आप जैनधर्म के कर्मठ प्रचारक तथा उत्तम प्रसारक थे। ___ अक्टूबर १९४२ ई० में अवागढ में आपका देहावसान हो गया। आपके निधन का शोक सारे ही समाज को सन्ताप देने वाला था। अतः समाज का प्रत्येक वालक आपके वियोग में शोक सन्तप्त होगया था।
आपकी श्रीमती विटोला देवी जैन भी धर्मबुद्धि की महिला थीं। आपके सुपुत्र श्री कमलकुमार जो जैन भी आपकी भाँति ही धर्म एवं समाज-सेवी भावना के मिलनसार सुधारवादी महानुभाव है।
स्व० श्री गुलजारीलालजी जैन, कोटकी आपके पिताजी का नाम श्री रामप्रसादजी जैन था। आपका जन्म कोटकी में सन् १८८४ में हुआ था। आप धर्मशास्त्रों में रुचि रखते थे। आपने अपनी ज्ञानवृद्धि के लिए बहुत से ग्रन्थों का अध्ययन किया था। ... आपको रथ यात्रा करवाने का बहुत शौक था। आपने एक विशाल धर्मशाला का निर्माण भी कराया है। यह धर्मशाला बहुत ही सुविधा पूर्ण एवं साधन-सम्पन्न है। आपने इस धर्मशाला के साथ कुछ जमीन भी लगा दी है। ५०) सालाना स्थाई रूप से कोटकीदिगम्बर जैन मन्दिरजी को वहीं के आम के बाग की आमदनी से दान दिया जाता है।
आप बड़े ही दयालु स्वभाव के दूसरों की विपति में काम आनेवाले सेवाभावी महानुभाव थे। आप कांग्रेस के भी सक्रिय सदस्य थे। आपको कई वार मुखिया बनाया गया, किन्तु आपने त्याग-पत्र दे दिया।
Page #288
--------------------------------------------------------------------------
________________
૬૪
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
बड़ा शौक था। सम्मेदशिखरजी की यात्रा आपने कई बार
आपको तीर्थयात्रा का
की थी | जैनवडी तथा मूडबद्री की यात्रा भी आपने की थी ।
आगस्त सन् १९५१ में अवागढ़ में आपका स्वर्गवास हो गया । आपके देहावसान से समस्त समाज को एक अभाव-सा प्रतीत हुआ ।
आपकी श्रमती श्रीदेवी जैन भी सुन्दर विचार धारा युक्त महिलारत्न थी । इनके विचार सदैव आपके अनुकूल रहे। आपके कमलकुमार, श्रवणकुमार, धन्यकुमार, प्रद्युन्नकुमार तथा नन्नीदेवी और ज्ञानदेवी आदि सुपुत्र एवं सुपुत्रियाँ हैं। यह सब पूर्ण रूप से स्वधर्मानुयायी हैं ।
स्व० श्री रामस्वरूपजी जैन, कोटकी
आप स्वर्गीय श्री सुखलालजी जैन के सुपुत्र थे । आपका जन्म सन् १८५६ में हुआ था । आपकी शिक्षा केवल चार कक्षा तक ही हुई थी, किन्तु आपका धर्म-ज्ञान एक विद्वान् के तुल्य था । आपके धर्म सम्बन्धी उपदेशों से तथा साहित्य प्रसार से समाज को महान् लाभ हुआ है । धर्म के विषय में आपकी जानकारी असीम थी । आपने कोटकी के मन्दिरली मैं एक प्रतिमा विराजमान कराने में सबसे अधिक योग दिया था। आप बैलगाड़ियों द्वारा श्री सिद्धक्षेत्र सम्मेदशिखरजी की संघ ले गये जो छ मास में वापिस आया। वहीं पहुँचकर रथ यात्रा महोत्सव कराया तथा प्रीतिभोज भी दिया था। आपको यात्रिओं में बड़ा आनन्द मिलता था । यात्रा में आपके साथ पूरा संघ चलता था। आप तीर्थ स्थानों में पूरे नियम एवं मर्यादाओं का पालन करते थे। आपकी प्रत्येक तीर्थयात्रा धर्म-प्रचार का सुअवसर होती थी ।
आप डिस्ट्रिक बोर्ड आगरा के सदस्य भी थे। आपको एक बार मुखिया भी चुना गया, किन्तु आपने शीघ्र ही त्यागपत्र दे दिया । आपके द्वारा धर्म-सेवा के साथ ही साथ समाज-सेवा भी हो चुकी हैं। समाज का उत्थान एवं निर्माण यही विषय आपको सर्वभावेन आपने प्रसन्न रखता था । आपने बचपन में ही नियमित पूजन स्वाध्याय अपना लिया था। जैनविद्री, मूढविद्री की यात्रायें भी की थीं। आप धार्मिक स्वभाव युक्त धनधान्य पूर्ण जीवन के समाज के आदर्श रत्न थे ।
जून १९४१ में आपका स्वर्गवास हो गया। आपकी धर्मपत्नी श्रीमती लाडोदेवी भी आपके साथ प्रत्येक तीर्थ पर जाती थीं । यह धार्मिक स्वभाव की सुलक्षणा महिला थी । श्री बाबूलालजी, श्री गुलजारीलालजी, श्री मुन्शीलालजी आपके तीनों ही पुत्र समाज के अग्रगण्य पुरुष माने जाते है ।
Page #289
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरो
श्री रामस्वरूपजी जैन, एत्मादपुर
आपका जन्म सम्वत् १९७२ में हिम्मतपुर में हुआ। आपके पिता जी का नाम श्री हुण्डीलालजी जैन है । जब आप लगभग ८ वर्ष के थे उस समय आपके पिताजी का स्वर्गवास हो गया था | आपका शिक्षा क्रम यथावत् आरम्भ रहा। आपको प्रारम्भिक शिक्षा हिम्मतपुर
हुई और इसके पश्चात् व्यावर आदि स्थानों से विशारद तक शिक्षा का संग्रह किया । अध्ययन समाप्त कर आपने गाँव में ही व्यापारिक कार्य किया। कुछ समय पश्चात् आप गुड़ और चावल के थोक व्यापारियों में गिने जाने लगे। बाद में पीतल के बरतन व हार्डवेयर का कार्य आरम्भ किया और यह कार्य अभी भी अच्छे पैमाने पर चल रहा है।
६१५
आरम्भ काल से ही आप सामाजिक व राजनैतिक कार्यों में रुचि लेते आ रहे हैं। एत्मादपुर में जैन युवक परिषद का संगठन कर सामाजिक व धार्मिक कार्यों में योग देते रहें और इसके सभापति पद को संभाले इसका सफल संचालन करते रहे। आप सदैव राष्ट्रीय विचारधारा को अपनाते रहे हैं । स्वतन्त्रता के पश्चात् कांग्रेस से आपका सैद्धान्तिक मतभेद होगया और आपने जनसंघ की सदस्यता ग्रहण करली। इसके साथ ही आप जनता विद्यालय एत्मादपुर के कोषाध्यक्ष तथा नगर-कल्याण समिति के कोपाध्यक्ष और पशुवध निषेघ समितिके प्रधान हैं । स्थानीय श्मशान घाट पर बरसात से रक्षा के लिए सार्वजनिक हितार्थ अपने अर्थ से एक बिल्डिंग बनवाई है। अपनी जन्म भूमि में एक कन्या पाठशाला के निर्माण का संकल्प भी है। पूजन से शान्ति प्राप्त करने के लिये आपने दो हजार को लागत से विशाल पार्श्वनाथ जी की प्रतिमा एत्मादपुर के पंचायती मन्दिर में स्थापित करवाई है ।
इधर तीन साल से जब से आपको एक मात्र पुत्र का शोक सहन करना पडा है, तब से आप धर्म की ओर और भी अधिक लगन से बढ़े है। आपकी धर्मपत्नी का पुत्र शोक में स्वर्गवास हो गया। अतः आप समाज के विरक्त पुरुषों में से एक हैं। आपका विचार उ एवं धार्मिकता से परिपूर्ण है। सभी के प्रति आपके हृदय में प्रेम भाव बना रहता है । सत्य शब्द और शुद्ध वाणी आपका आभूषण है । आप त्याग वृत्ति के उत्तम
रत्न हैं ।
Page #290
--------------------------------------------------------------------------
________________
६३२
श्री पद्मावती पुरवाल जन डायरेक्टरी
श्री जिनेन्द्रप्रकाशजी जैन, एटा आप स्वर्गीय श्री दयाशंकर जी जैन एटा निवासी के सुपुत्र है। आप समाज के मेधावी पुरुषों में से एक हैं । शिक्षा के प्रति आप सदैव अनुरागी रहे हैं । अतः अल्प समय में हो आपने बी० ए०, एल० एल० वी० तक शिक्षा प्राप्त कर ली। आप उच्च शिक्षा से विभूषित अत्यन्त नम्र युवक है । समाज की प्रगति एवं संगठन के लिए आप सदैव प्रयलशील रहते है । स्थानीय सामाजिक कार्यों में आपका वरावर योग रहता है।
स्व० श्री मुरारीलालजी जैन, शिकोहाबाद स्व० श्री ला० मुरारीलाल जी जैन शिकोहाबाद समाज के मान्य पुरुषों में से थे । आपका जीवन जहाँ व्यापारिक क्षेत्र में सफल रहा, वहाँ आप समाज-सेवा में भी पीछे नहीं थे। आप निभिमानी मृदुभापी तथा प्रसन्न प्रकृति के पुरुप थे। आप "सादा जीवन और उच्च विचार" के दर्शनीय उदाहरण थे। आप सम्पन्न उद्योगपति तथा पूर्ण सम्मान युक्त होने पर भी अभिमान से कोसों दूर थे। आप स्वधर्म के प्रति पूर्ण आस्थावान और धर्म प्रसारक माने जाते थे । आपके स्वास्थ्य ने जव तक साथ दिया तब तक आप देव पूजन तथा स्वाध्याय आदि नित्यकर्म वराबर करते रहे। ____आपका निधन गत ३० दिसम्बर १९६५ को हो गया। आपका वियोग सारे ही समाज के लिए कष्ट प्रद एवं दुःख पूर्ण है।
श्री डा० त्रिलोकचन्दजी जैन, लखनऊ आपके पिता श्री का नाम श्री सुनहरीलाल जी जैन है। आप लखनऊ के निवासी हैं । डा० त्रिलोकचन्द्र जी साहित्य शास्त्री (वाराणसी) तथा सिद्धान्तशास्त्री (वम्बई) से है। आप ए० एम० एम० एस० (वी० एच० यू०) प्रधान चिकित्सक तथा आप शरीर आयुर्वेदान्वेषण एवं प्रशिक्षण केन्द्र जामनगर के प्रोफेसर तथा विभागीय प्रधान हैं। आपकी आयु वर्तमान में ४१वें वर्ष में चल रही है। आपके २ बालिका तथा ४ वालक है । आपमें धार्मिक और सामाजिक भावनाएँ है। शिक्षा क्षेत्र में आपने सराहनीय प्रगति की है। तथा सार्वजनिक सेवा क्षेत्र मे भो आप पूर्ण मनोयोग से भाग लेते है । आपका मूल निवास स्थान एटा है।
Page #291
--------------------------------------------------------------------------
________________
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
श्री अंगरेजीलाल जी जैन, मैदामई
आपका जन्म श्री बद्रीप्रसाद जी जैन के घर सन् १९०५ में हुआ। आपके पितामह श्री रामजी साह समाज के आदरणीय पुरुष हो चुके हैं । इन्होंने मथुरा के मेले के समय माल की बोली दस हजार की ली थी और वैलगाड़ियों में शिखर जी की यात्रा की थी, वापिस आने पर मेला भी करवाया था। इसी मेले मे आपने ११ सेर का लड्डू वाटा था ।
श्री अंगरेजीलाल जी की शिक्षा हिन्दी मिडिल तक ही हुई है, वैसे आपने साहित्य में अच्छी सफलता प्राप्त की है। फारसी एवं ऊर्दू के भी अच्छे ज्ञाता है। आप पुस्तैनी जमीदार थे, किसी समय आपका घराना बहुत धनी एवं सम्मानपूर्ण था। आज भी आपके परिवार की अच्छी प्रतिष्ठा एवं मान है और कार्य भी मुख्यतया कृषि का ही हैं। स्थानीय दि० जैन मन्दिर का जो कि आपके पूर्वजों द्वारा बनवाया गया था आपने जोर्णोद्धार करवाया है । आपकी धर्म-भावना एवं समाज-प्रेम प्रशंसनीय है ।
६३३
आपकी धर्म पत्नी श्री सूर्यकान्तादेवी जैन भी आपके अनुरूप ही धर्म-भावना की श्रेष्ठ महिला हैं। आपके पाँच पुत्र हैं। यह सब उच्च शिक्षा प्राप्त कर विभिन्न विभागों मे कार्य कर रहे हैं। टूण्डला में आपकी दो किराने की दुकानें भी हैं।
आपका पूरा परिवार धर्म-भावना से युक्त तथा सुसंगठित और और आदर्श परिवार है । आप वर्तमान में अपना समय धर्म चिन्तन एवं समाज सेवा तथा धर्म ग्रन्थों के अवलोकन में लगा रहे है। समाज में आपको वयोवृद्ध अनुभवी के रूप में देखा जाता है।
श्री गौरीशंकरजी जैन, कुतकपुर
श्रीमान् ठाता गौरीशंकरजी कुतकपुर (आगरा) के लब्ध प्रतिष्ठित स्व० श्री ० लाला लाहोरीमलजी के भतीजे एवं श्री० छाला गुलजारीलाल जी के सुपुत्र हैं।
गाँव में आपके घर पर घी एवं गल्ले का अच्छा व्यवसाय होता था और आप जमीढार htt | व्यापार में आप बड़े दक्ष एवं कार्यकुशल व्यक्ति हैं। देवपूजा एवं स्वाध्याय में आप थे सदैव से प्रेम रखते आये हैं और गाँव मे आप सदैव गरीबों के शुभ चिंतक रहे। कॉग्रेस सरकार ने जब से जमींदारी प्रथा उठा दी है तभी से आप गाँव (कुतकपुर ) का सारा अपना कारोबार बन्द करके फीरोजाबाद में आकर रहने लगे हैं। आपके सुपुत्र श्री निरंजनलालजी भी आपके पास ही काम कर रहे हैं। आप भी धार्मिक एवं सरल परिणामी है प्रतिदिन 'चन्दग्रभ मंदिर' में श्री भगवंत का पूजन करते हैं। और समय समय पर धार्मिक कार्यों मे भाग लेते रहते हैं ।
वर्तमान में आपके एक पुत्र तथा एक सुपुत्रो एवं पुत्रवधू और एक पोता (नाती) व दो पोतियाँ (नातिन) हैं।
Page #292
--------------------------------------------------------------------------
________________
६३४
षो पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
श्रीमती कुन्तीदेवी जैन, नगलास्वरूप आपका जन्म सन् १९०४ का है । आप स्वर्गीय श्री गुलजारीलाल जी जैन की सुपुत्री तथा स्वर्गीय श्री श्रीलालजी जैन नगलास्वरूप की धर्मपत्नी हैं। आपका जन्म स्थान मझराऊ जिला एटा है। आपकी गणना समाज की शिक्षित महिलाओं में की जाती है। आप प्रभाकर जैसी हिन्दी की उच्च शिक्षा प्राप्त है। हाई स्कूल.भी आपने पास किया है। आपका धर्मज्ञान भी बहुत हैं। धार्मिक परीक्षाओं में भी आप सदैव सम्मान का स्थान प्राप्त करती रही है। आपका जीवन सदैव स्वावलम्बी रहा है। श्री.दि० जैन कन्या, पावशाला में श्राप गत वर्ष तक प्रधानाध्यापिका के पद पर सेवां करती थी। आपकी शिक्षा देने को शैली अपने आपमें निराली थी। आप द्वारा अनेकों कन्याओं ने किताबी शिक्षा के साथ-साथ गृहस्थ जीवन की भी आदर्श शिक्षा ग्रहण की है। आप शुद्ध जीवन की धर्मनिष्ट. तथा सात्विक महिला है।
___ आप स्वधर्म के प्रति पूर्ण आस्थावान रहती हुई सभी धर्माज्ञाओं का विधिवत पालन करती रही हैं। अभी आपका छठी प्रतिमा का व्रत चल रहा है। -आप त्यागपूर्ण जीवन की महिला रत्न है।
कुमारी तारादेवी जैन, एम० ए० मेरठ कुमारी तारादेवी का स्थान समाज की शिक्षित महिलाओं में है। आप मेरठ निवासी भिषगाचार्य श्री पं धर्मेन्द्रनाथ जी वैद्य शास्त्री की सुपुत्री हैं। आपने छोटी आयु में ही एम० ए० तक शिक्षा प्राप्त कर समाज की बालिकाओं के सम्मुख एक अनुकरणीय उदाहरण रखा है। बनारस से संस्कृत प्रथमा, हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट आदि परीक्षायें द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण की। आपकी प्रखर बुद्धि जिस विषय का एक बार अध्ययन कर गई, मानो वह विषय आपको सदैव के लिए कण्ठस्थ हो गया। मिडिल कक्षा में आप विद्यालय भर मे 'सर्व प्रथम रही थी। इसके पश्चात् तो आपने एक वर्ष में दो-दो कक्षायें तय की' और इसी क्रम से आप एम० ए० तक प्रगति करती रही। आपने एम० ए० संस्कृत विषय से की है। संस्कृत का आपको अच्छा ज्ञान है। आपने संस्कृत के उत्तमोत्तम ग्रन्थों का अध्ययन किया है, जिसका प्रमाण आपका ज्ञान-भण्डार एवं संस्कृत साहित्य पर विवेचन करने की आपकी प्रभावशाली शैली है। ___आप पद्मावती-पुरवाल समाज की व्युत्पत्ति एवं इसके प्रामाणिक इतिहास की जानकारी के प्रति भारी इच्छुक है। जैनधर्म को आप सदैव श्रद्धा की दृष्टि से देखती रही है। आपमें अभिमान नाम मात्र को भी नहीं है। "विद्याददाति विनयम्" की आप प्रतिमूर्ति है। आपका जीवन मर्यादा पूर्ण और भारतीय संस्कृति का अनुयायी है। समाज को आप जैसी सुशिक्षित और विनम्र ललनाओं पर गौरव है। साथ ही आशा है कि आप मागे. आकर अपनी इस उच्च शिक्षा द्वारा समाज की महती सेवा कर पायेगी। '
Page #293
--------------------------------------------------------------------------
________________
६४व
श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
परम्परानुगत वैवाहिक पद्धति एवं मांगलिक द्रव्य प्रसाधन
सभ्य सुशिक्षित समाजों की तो बात ही कुछ और है, वनवासी कोट-भील आदि जातियों में भी वैवाहिक प्रथायें हैं और वह भी अपनी प्राचीन मर्यादाओं के अनुसार ही विवाहादि मांगलिक कार्यों में अपने पूर्वजों के पदचिह्नों पर चलते है। जैन एक विशेष धर्म-प्रभावना सम्पन्न समाज है और पूर्वाचार्यों द्वारा बाँधी हुई मर्यादाओं के अनुसार ही खान-पान से लेकर मरणपर्यन्त प्रत्येक कार्य में गतानुगत परिपाटी का हडता के साथ परिपालन का अभ्यासी है। यहाँ कुछ वैवाहिक प्रथा पर इस आशय से प्रकाश डाला जा रहा है कि जिससे सर्वसाधारण वैवाहिक आवश्यकताओं से अवगत हो जाय और कार्य क पूर्व ही उन वस्तुओं का संग्रह कर ले और सरलतापूर्वक उन कार्यों का सम्पादन करता जाय। इस लेख में वर और कन्या दोनों पक्षों के निमित्त संक्षिप्त संकेत दिये जा रहे है ।
यह बात अवश्य है कि न-धर्म का विपुल साहित्य हैं और धर्म के प्रत्येक विषय पर बड़े-बड़े प्रन्थ भी हैं । किन्तु सब समय, सभी स्थानों पर सबको न तो वह अन्य ही उपलब्ध होते हैं और कहाच ग्रन्थ भी प्राप्य हुए तो उन्हें समझने की सर्वसाधारण में न अनता ही होनी है। इसीलिए गृहस्याचार्यों की अपेक्षा की जाती है। क्योंकि वह उस पद्धति, परिपाटी के पंडित होते हैं । यच सरल हिन्दी में यदि यह अनिवार्य बातें आ जाती है तो इसके संकेतानुसार साधारण गृहस्य भी अपनी पूर्व की तैयारी तो कर ही सकता है। एक ही यहाँ उन बातों को लिपिबद्ध किया जा रहा है ।
references for कन्या और वर, दोनों ही पक्ष वाले गृहस्थ अपनी-अपनी सामर्थ्य के अनुसार सामग्री संग्रह करते हैं। इसलिए उभव पक्ष के हेतु निर्देश होना उचित है | प्रथम कन्या पक्ष के लिए और फिर वर पक्ष के निमित्त वर्णन किया जा रहा हूँ ।
कन्या पक्ष के लिए—
यवं प्रथम भगवान के मंगल गीत होते हैं।
(१) प्रथम वान नाग लेने की आती हैं।
(अ) नांग में सद्गृहस्थ खाद्यपदार्थ आदि आवश्यक नृत्य संग्रह करता है और उनका शुद्धि संस्कार करना हैं | जैसे साफ करना, पिसवाना आदि ।
(आ) नौग लेने की क्रिया की विवाह का आरम्भ समझा जाता है । इसमें नाम उत्तरवाया जाना है और अपने को दुन्निकों को पत्र आदि भेजे जाते हैं। इससे ग्रह पता चल जाता है कि विवाह का हो गया है।
(२) (अ) पीत पत्रिका भेजना। इसमें विवाह की मिति निश्चित होती है। यह पत्रिका लगन के साथ भी भेजी जाती है।
(आ) लगन दो लिखवाना | एक संकेत के लिए भेन देना और एक नारियल १) रम्या तथा उसमें संकन बनाने के पूर्व लिखित भेजना = ), 1). ii) रुपया आदि प्रतिपत्रिका के साथ भेजे वो भेजे नहीं तो लगन के साथ नहीं ।
Page #294
--------------------------------------------------------------------------
________________ 649 श्रो पावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी ____ गुण रखना: (3) भ्रात न्योतने जावे तो 4) रुपया नगद 24 पान गुण वताशे ले जावे और वह कन्या के मामा के यहाँ दे आवे / जिससे वह भी यथाशक्ति तैयारी करेगा। (4) निमन्त्रण अपने सम्वन्धियों को यथाशक्ति भेजवावे। (5) लिखित समय तेल, कंकण बंधवाना। उस समय एक कलश जल भर कर स्थापित करवावे / मॅड़वा गड़वावे और मॅड़वे में 5 सुपारी, 5 हल्दी की गॉठे और 5 पैसा भी डालना चाहिये। तेल चढवावे, दो पटुली बनवाके रखे, घण्टी बैठावे। इस क्रिया को खियाँ जानती है। काजल लगवावे, आरती करवावे। सम्पूर्ण अङ्ग में तेल स्वयं मर्दन करना चाहिये। (6) वर-आगमन व मण्डप लगन / चार साड़ी, ब्लाउज, एक थान, एक नारियल और उसके साथ मढे-मिष्टान्न व नमकीन एक वरोलिया, जौ एक लोटा में चावल II) या 1) रुपया डालकर पीले कपड़े से बाँध दे। मट्ठों पर पीले चावल, घी और दो पैसा रख दे और जितने रुपये देने हों दे। रुपया 1) रुपये से 55) रुपये तक ही दे सकता है जो लगन संकेत से जाने। फिर भ्रात के लाए हुए वन व जेवर आदि लेवे। उसके अनुसार जिसको जो वस्त्रादि दे। वहिन भाई का टीका गोला और मिष्टान्न देकर करे। उस समय भाई बहिन को एक वस्त्र अवश्य दे और चाहे कुछ दे या न दे। दरवाजा: (7) जेवर अपनी सामर्थ्य के अनुसार दे / एक जंजीर, अंगूठी और नगद रुपया 41) ही दे। चर को पहिनने के लिये एक पट्टी व रूमाल अवश्य हो। जो ज्यादा से ज्यादा है, कम से कम 1) तक दे सकता है और उस समय एक अंगूठी भी देता है। वर्तनों में कलशा था कोठी भी दे सकता है जो चार ही होने चाहिये। वैसे पूरा सूट दे सकता है। समय के अनुसार जैसी सामर्थ्य हो दे। आवश्यकतानुसार दरवाजे पर आगन्तुकों के लिए पेय पदार्थ प्रस्तुत करे। सम्प्रदान: (8) जल, दूध, चाय आदि पेय पदार्थ देवे। मण्डप में चाँदनी आदि लगवा दे। एक गृहस्थाचार्य वरपक्ष के गृहस्थाचार्य के समक्ष दोनों पक्ष के बुजुर्ग साखोच्चार के लिए कहे और उसके भनुसार दोनों पक्ष के बुजुर्ग एक स्थान पर बैठकर साथ-साथ नमस्कार मन्त्र पढ़ें। सात सुपारी, सात हल्दी की गाँठे लेकर बैठे। मन्त्र पूर्ण होने पर उसे माली को दे देवे। सात जोग यहाँ इसलिए हैं कि हमारी भगवान् सात साख वक इन्नत बनाये रखे। तब कन्या को जेवर पहनवाये।